डबवाली (लहू की लौ) गांव गोरीवाला के दो लोगों ने राजा राम अग्रवाल धर्मशाला ट्रस्ट, डबवाली के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करके न्यायालय से गुहार लगाई है कि वर्तमान ट्रस्ट पारिवारिक ट्रस्ट बनकर रह गया है और इसके पदाधिकारियों को हटाकर इस ट्रस्ट को पब्लिक हित में बनाया जाये।
गांव गोरीवाला निवासी रामनाथ पुत्र मोहन लाल पुत्र परस राम और कृष्णा देवी पत्नी रामनाथ ने न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में सीपीसी की धारा 92 के तहत राजा राम अग्रवाल धर्मशाला ट्रस्ट, डबवाली (रजि.) को चुनौती देते हुए अपनी याचिका में कहा है कि इस ट्रस्ट को राजा राम अग्रवाल की 1944 में मृत्यु के बाद उनकी स्मृति में उनकी विरासत को संभालते हुए कस्तूरी लाल और मोहन लाल निवासीगण गोरीवाला ने 30-07-1945 में बनाया था। जिसमें ट्रस्ट को चैरिटेबल और धार्मिक प्रकृति का घोषित किया गया था। इस ट्रस्ट के पास इस समय गांव गोरीवाला और डबवाली नगर में करीब 25 दुकानें, स्कूल, धर्मशाला और 529 कैनाल भूमि है।
याचि ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि ट्रस्ट के नियमानुसार ट्रस्ट के नाम जो भूमि है, उसे आम पब्लिक के लिए प्रयोग में लाया जाना था। लेकिन अब इस ट्रस्ट को एक ही परिवार ने अपनी निजी सम्पत्ति मानते हुए अपने अधिकार क्षेत्र में ले रखा है। कस्तूरी लाल की मृत्यु के बाद इस ट्रस्ट को बाबू राम पुत्र कस्तूरी लाल का खानदान ही संभाल रहा है और इसी परिवार में से प्रधान, सचिव व अन्य सदस्य हैं। जबकि उनके (मोहन लाल) परिवार से किसी को सदस्य नहीं मनाया गया है। याचियों ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि पिछले 20 वर्ष से संस्था के चुनाव नहीं हुए हैं। याचियों ने अपनी गुहार में कहा है कि आय-व्यय का ब्यौरा भी कभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस ट्रस्ट को ट्रस्ट की भावनाओं के अनुसार न रखे जाने के चलते इसके पदाधिकारियों को हटाकर इसे पब्लिक हित में बनाया जाये।
याचिका दायर करने से पूर्व याचियों ने अदालत से सीपीसी की धारा 92 की अनुमति लेकर ही इस याचिका को दायर किया है। अदालत ने याचिका को विचारार्थ स्वीकार करते हुए पदाधिकारियों और ट्रस्ट सहित 9 को नोटिस भेजकर 13 अप्रैल को अपना पक्ष अदालत के समक्ष रखने के आदेश दिये हैं।
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Lahoo Ki Lau
15 मार्च 2010
14 मार्च 2010
अग्निकांड पीडि़तों को उपचार के लिए सुविधा बहाल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा डबवाली अग्निकांड में झुलसे हुए घायलों को उपचार के लिए पूर्व निर्धारित दस अस्पतालों में उपचार करवाने की सुविधा बहाल करने पर डबवाली अग्निकांड पीडि़त संघ ने उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।
ज्ञात रहे कि 9 नवंबर 2009 को उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले में घायलों के उपचार के लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के अलावा पीजीआई चंडीगढ़ के साथ साथ एम्स में उपचार करवाने की सुविधा प्रदान की थी। जिस पर अग्रिपीडि़त संघ की ओर उनकी अधिवक्ता अंजू अरोड़ा ने पुर्नविचार याचिका दायर कर उपचार के लिए पहले से निर्धारित दस अस्पतालों को सूचीबद्ध किये जाने की गुजारिश की थी। जिस पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रोगियों की परेशानी को देखते हुए वह सुविधा बहाल कर दी।
संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने उच्च न्यायालय के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के बाद घायल पहले वाले अस्पतालों से ही अपना उपचार जारी रख सकेंगे।
ज्ञात रहे कि 9 नवंबर 2009 को उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले में घायलों के उपचार के लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के अलावा पीजीआई चंडीगढ़ के साथ साथ एम्स में उपचार करवाने की सुविधा प्रदान की थी। जिस पर अग्रिपीडि़त संघ की ओर उनकी अधिवक्ता अंजू अरोड़ा ने पुर्नविचार याचिका दायर कर उपचार के लिए पहले से निर्धारित दस अस्पतालों को सूचीबद्ध किये जाने की गुजारिश की थी। जिस पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रोगियों की परेशानी को देखते हुए वह सुविधा बहाल कर दी।
संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने उच्च न्यायालय के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के बाद घायल पहले वाले अस्पतालों से ही अपना उपचार जारी रख सकेंगे।
सड़क हादसे में किशोर की मौत
डबवाली (लहू की लौ) गांव चकजालू के बस अड्डा के पास शनिवार को कार और मोटरसाईकिल की भिड़न्त में मोटरसाईकिल पर सवार एक किशोर की मौत हो गई। जबकि चालक घायल हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक कार ऐलनाबाद साईड से गोरीवाला की ओर आ रही थी कि गांव चकजालू के बस अड्डा के पास कार ने सामने से आ रहे एक मोटरसाईकिल में टक्कर मार दी। दुर्घटना में मोटरसाईकिल चालक राजकुमार पुत्र मुंशी राम निवासी रत्ताखेड़ा घायल हो गया। जबकि उसके 13-14 वर्षीय लड़के अनिल कुमार की मौका पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद कार सवार कार को वहीं छोड़कर भाग गये।
इधर गांव अहमदपुर दारेवाला का राम सिंह बस से नोहर जा रहा था कि जब उसने इस घटना को देखा तो तत्काल बस से उतरकर घायल को अपने प्रयासों से अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद राजकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
सूचना पाकर मौका पर पहुंची गोरीवाला पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने हीरा लाल पुत्र मुंशी राम के ब्यान पर मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक कार ऐलनाबाद साईड से गोरीवाला की ओर आ रही थी कि गांव चकजालू के बस अड्डा के पास कार ने सामने से आ रहे एक मोटरसाईकिल में टक्कर मार दी। दुर्घटना में मोटरसाईकिल चालक राजकुमार पुत्र मुंशी राम निवासी रत्ताखेड़ा घायल हो गया। जबकि उसके 13-14 वर्षीय लड़के अनिल कुमार की मौका पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद कार सवार कार को वहीं छोड़कर भाग गये।
इधर गांव अहमदपुर दारेवाला का राम सिंह बस से नोहर जा रहा था कि जब उसने इस घटना को देखा तो तत्काल बस से उतरकर घायल को अपने प्रयासों से अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद राजकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
सूचना पाकर मौका पर पहुंची गोरीवाला पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने हीरा लाल पुत्र मुंशी राम के ब्यान पर मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
जाली आईडी पर कनैक्शन देने वाला काबू
डबवाली (लहू की लौ) गोरीवाला पुलिस चौकी ने जाली आईडी पर कनैक्शन लेकर धोखादेही करने के तीन आरोपियों में से मुख्य आरोपी को काबू करके डबवाली की न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में पेश किया जिसे पुलिस ने एक दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार रिसालियाखेड़ा निवासी लखविन्द्र सिंह ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि उसने सुशील कुमार पुत्र बनवारी लाल व उसकी दुकान पर काम करने वाले पवन कुमार को चार फोटो और अन्य कागजात देकर एयरटेल कम्पनी के दो सिम लिये। जब उसने आरोपियों से यह पूछा कि उन्होंने उसकी चार फोटो और चार राशन कार्ड की फोटो स्टेट कापियां क्यों ली हैं तो उस समय उन्होंने बताया था कि यह फार्मों के साथ लगाई जानी जरूरी हैं। लेकिन कुछ दिन बाद ही गोरीवाला पुलिस चौकी से पुलिस कर्मी उसके तथा रवि कुमार के घर आये। उन्होंने उन्हें बताया कि उनकी आईडी के नाम से दो सिम जारी हुए हैं और वहां से किसी औरत को धमकी दी गई है। इस पर मुद्दई के अनुसार उसने सफाई देते हुए कहा कि उनके नाम पर प्रयुक्त किये जाने वाले फोन न. 99968-97281 तथा 99968-96837 उसने लिये ही नहीं। खोज करने के बाद पता चला कि सुशील कुमार ने इस नम्बर के सिम अपने ही परिवार के पंकज कुमार पुत्र संतोष कुमार निवासी रिसालियाखेड़ा को दिये हुए थे। जिससे कौशल्या नामक महिला के लैंड फोन पर धमकी दी गई थी।
पुलिस ने लखविन्द्र सिंह की शिकायत पर आईडी व फोटो आदि का दुरूपयोग करते हुए उससे धोखादेही करने के आरोप में गांव रिसालियाखेड़ा के सुशील कुमार, ऐलनाबाद के पवन कुमार तथा रिसालियाखेड़ा के पंकज कुमार के खिलाफ धारा 420/465/468/471/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आरोपियों में से सुशील कुमार को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया और अदालत ने पुलिस की याचिका पर अन्य आरोपियों की तालाश के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड देने के आदेश दिये।
प्राप्त जानकारी अनुसार रिसालियाखेड़ा निवासी लखविन्द्र सिंह ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि उसने सुशील कुमार पुत्र बनवारी लाल व उसकी दुकान पर काम करने वाले पवन कुमार को चार फोटो और अन्य कागजात देकर एयरटेल कम्पनी के दो सिम लिये। जब उसने आरोपियों से यह पूछा कि उन्होंने उसकी चार फोटो और चार राशन कार्ड की फोटो स्टेट कापियां क्यों ली हैं तो उस समय उन्होंने बताया था कि यह फार्मों के साथ लगाई जानी जरूरी हैं। लेकिन कुछ दिन बाद ही गोरीवाला पुलिस चौकी से पुलिस कर्मी उसके तथा रवि कुमार के घर आये। उन्होंने उन्हें बताया कि उनकी आईडी के नाम से दो सिम जारी हुए हैं और वहां से किसी औरत को धमकी दी गई है। इस पर मुद्दई के अनुसार उसने सफाई देते हुए कहा कि उनके नाम पर प्रयुक्त किये जाने वाले फोन न. 99968-97281 तथा 99968-96837 उसने लिये ही नहीं। खोज करने के बाद पता चला कि सुशील कुमार ने इस नम्बर के सिम अपने ही परिवार के पंकज कुमार पुत्र संतोष कुमार निवासी रिसालियाखेड़ा को दिये हुए थे। जिससे कौशल्या नामक महिला के लैंड फोन पर धमकी दी गई थी।
पुलिस ने लखविन्द्र सिंह की शिकायत पर आईडी व फोटो आदि का दुरूपयोग करते हुए उससे धोखादेही करने के आरोप में गांव रिसालियाखेड़ा के सुशील कुमार, ऐलनाबाद के पवन कुमार तथा रिसालियाखेड़ा के पंकज कुमार के खिलाफ धारा 420/465/468/471/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आरोपियों में से सुशील कुमार को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया और अदालत ने पुलिस की याचिका पर अन्य आरोपियों की तालाश के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड देने के आदेश दिये।
12 मार्च 2010
बिजली को लेकर ग्रामीणों का हल्ला बोल
डबवाली (लहू की लौ) शैड्यूल अनुसार बिजली न मिलने से गुस्साये गांव मसीतां के ग्रामीणों ने वीरवार को दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम डबवाली मण्डल अभियन्ता के कार्यालय के समक्ष धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया।
गांव मसीतां के सर्वजीत सिंह, मनजीत सिंह दलेह, बलविन्द्र सिंह, दर्शन सिंह, बलतेज सिंह, मेजर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, गुरबचन सिंह, करनैल सिंह, अवतार सिंह, वीरेन्द्र सिंह, कुलविन्द्र सिंह आदि ने बताया कि उनके गांव को बिजली देने के लिए निगम द्वारा शैड्यूल निर्धारित किया गया है। लेकिन शैड्यूल अनुसार भी उनको बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही। पिछले 8 दिनों से बिजली व्यवस्था बुरी तरह से ठप्प होकर रह गई है। उनके अनुसार करीब दो माह से नहर में पानी नहीं आया और ऊपर से बिजली न आने से फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांव की पंचायत की ओर से दो एकड़ भूमि बिजली विभाग को ग्रिड स्थापित करने के लिए दी गई है। इसके बावजूद भी विभाग उक्त जगह पर ग्रिड लगाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। इसके विपरीत डबवाली में एक ओर ग्रिड स्थापित करने के लिए सर्वे कर रहा है। ग्रामीणों ने मांग की कि मुख्य लाईन की स्विच को कई भागों में बांटकर लगाया जाना चाहिए ताकि एक स्थान से स्विच ऑफ होने से अन्य स्थानों की बिजली प्रभावित न हो। इस मौके पर ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार, बिजली विभाग तथा मण्डल अभियन्ता के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। मण्डल अभियन्ता आर.के. वर्मा ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि शैड्यूल मुताबिक मिलने वाली बिजली में लगने वाले जीरो कट सम्बन्धी वे अपने उच्च अधिकारियों से बात करेंगे, ताकि ये कट न लगें। लाईन को कई भागों में बांटकर स्विच लगवा दिये जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि गांव मसीतां में 33केवी सबस्टेशन बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा हुआ है।
गांव मसीतां के सर्वजीत सिंह, मनजीत सिंह दलेह, बलविन्द्र सिंह, दर्शन सिंह, बलतेज सिंह, मेजर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, गुरबचन सिंह, करनैल सिंह, अवतार सिंह, वीरेन्द्र सिंह, कुलविन्द्र सिंह आदि ने बताया कि उनके गांव को बिजली देने के लिए निगम द्वारा शैड्यूल निर्धारित किया गया है। लेकिन शैड्यूल अनुसार भी उनको बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही। पिछले 8 दिनों से बिजली व्यवस्था बुरी तरह से ठप्प होकर रह गई है। उनके अनुसार करीब दो माह से नहर में पानी नहीं आया और ऊपर से बिजली न आने से फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांव की पंचायत की ओर से दो एकड़ भूमि बिजली विभाग को ग्रिड स्थापित करने के लिए दी गई है। इसके बावजूद भी विभाग उक्त जगह पर ग्रिड लगाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। इसके विपरीत डबवाली में एक ओर ग्रिड स्थापित करने के लिए सर्वे कर रहा है। ग्रामीणों ने मांग की कि मुख्य लाईन की स्विच को कई भागों में बांटकर लगाया जाना चाहिए ताकि एक स्थान से स्विच ऑफ होने से अन्य स्थानों की बिजली प्रभावित न हो। इस मौके पर ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार, बिजली विभाग तथा मण्डल अभियन्ता के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। मण्डल अभियन्ता आर.के. वर्मा ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि शैड्यूल मुताबिक मिलने वाली बिजली में लगने वाले जीरो कट सम्बन्धी वे अपने उच्च अधिकारियों से बात करेंगे, ताकि ये कट न लगें। लाईन को कई भागों में बांटकर स्विच लगवा दिये जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि गांव मसीतां में 33केवी सबस्टेशन बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा हुआ है।
मोटरसाईकिल चालक ने वृद्ध को लूटा
डबवाली (लहू की लौ) गांव घुमियारा में बुधवार सुबह एक वृद्ध को एक मोटरसाईकिल सवार युवक ने गांव खुम्बन पहुंचाने के बहाने लूट लिया और फरार हो गया। पीडि़त वृद्ध महंगा सिंह ने किलियांवाली पुलिस चौकी को एक शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया है कि वह अपने गांव घुमियारा बस स्टेंड पर खुम्बन जाने के लिए खड़ा था और उसके पास अचानक मोटरसाईकिल आकर रूका। मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि उसने खुम्बन जाना है और वह उसे साथ ले चलता है। जिस पर वह मोटरसाईकिल पर बैठ गया और युवक ने मोटरसाईकिल को खुम्बन लेजाने की अपेक्षा लौहारा गांव के साथ बहती कस्सी की तरफ ले गया और वहां उसने उसके हाथ में पहनी छाप, कड़ा व जेब में रखी नकदी छीन ली और फरार हो गया।
सेतिया कॉलोनी में बरामद हुई लापता छात्रा
श्रीगंगानगर। एक महीने से मारी-मारी फिर रही पुलिस को आज अपराह्न राहत की सांस मिली, जब कथित रूप से अपहृत एक स्कूली छात्रा को स्थानीय सेतिया कॉलोनी में पुलिस चौकी के समीप एक घर से बरामद कर लिया गया। पूजा नाम की बारहवीं कक्षा की यह छात्रा हनुमानगढ़ जंक्शन के समीप चक 20 एलएलडब्लयू से विगत 7-8 फरवरी की रात को लापता हो गई थी। उसके पिता बनवारीलाल सहारण ने दस फरवरी को महिला थाने में अज्ञात व्यक्तियों पर पूजा का अपहरण कर लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया था। हनुमानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यादराम फासल ने पूजा को बरामद कर लिये जाने की जानकारी देते बताया कि कल उसे जोधपुर हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। पूजा की बरामदगी के लिए उसके पिता ने पिछले सप्ताह जोधुपर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट में पूजा द्वारा बयान दिये जाने पर उसी के अनुरूप आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पूजा के लापता और उसके बरामद होने के पीछे एक सनसनीखेज, दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां सामने आई है। यह दास्तां श्रीगंगानगर शहर के एक ऐसे घिनौने सच को बेनकाब करती है, जिसमें घर से निकली और राह भटकी हुई लड़कियों को किस तरह बरगलाकर उन्हें अपने घरवालों के विरूद्ध ही कर दिया जाता है। इस मामले में सेतिया कॉलोनी की एक संदिग्ध चरित्र की महिला की भूमिका की पुलिस ने गहन छानबीन करने की ठानी है, जबकि एक टैम्पू चालक भी संदेह के घेरे में है।
हनुमानगढ़ पुलिस के अनुसार पूजा के बरामद होने पर उससे फिलहाल शुरूआती पूछताछ हो पाई है, लेकिन उसने जो कुछ बताया है, उस पर सहज रूप से शायद ही कोई विश्वास कर पायेगा। जांच में पता चला है कि पूजा के पास एक मोबाइल फोन था, जिस पर अकसर फोन कॉल तथा एसएमएस आते रहते थे। इस मोबाइल के लिए नरसी नामक युवक ने अपने नाम से सिमकार्ड लेकर दे रखा था। जिनके फोन इस नंबर आते थे, उनमें जितेंद्र सिहाग नामक एक युवक भी था, जो श्रीगंगानगर में शेयरों के एक कारोबारी के दफ्तर में काम करता था। पूजा के अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद सबसे पहले उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली गई। यह फोन पूजा घर में ही छोड़ गई थी। कॉल डिटेल से पता चला कि डेढ़ दर्जन ऐसे नंबर हैं, जिनसे सबसे अधिक कॉलें आई थीं। इन सब नंबरों की पड़ताल करने पर नरसी तथा जितेंद्र सिहाग को गिरफ्तार किया गया। यह दोनों आठ फरवरी के बाद पूजा से मिलने से इंकार करते रहे। अलबत्ता नरसी ने बताया कि आठ फरवरी को पूजा ने किसी नये नंबर से उसे फोन किया तथा गांव से गंगानगर मिलने के लिये बुलाया। उसने इंकार कर दिया। इसके बाद पूजा का फोन नहीं आया।
पुलिस के मुताबिक अब खुलासा हुआ है कि सात-आठ फरवरी की रात को घर से निकलकर पूजा पक्का सहारण के समीप गुरूनानकनगर के अड्डे पर आई, जहां तड़के उसे एक अखबार सप्लाई करने की जीप मिली। इस जीप से बस अड्डे पर पहुंची। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह कहां जाये। अड्डे से बाहर आकर वह इधर-उधर गलियों में घूम रही थी, तभी एक टैम्पू चालक की उस पर नजर पड़ गई। टैम्पू चालक ने उसे बातों में लगाया तो पूजा ने अंध विद्यालय चलने के लिए कहा। रास्ते में पूजा ने टैम्पू चालक के मोबाइल फोन से नरसी को कॉल की थी। इतने में टैम्पू चालक समझ गया कि पूजा घर से भागी हुई है। उसने रास्ते में टैम्पू अपना मोबाइल रिचार्ज करने के बहाने से रूकवाया और साईड में जाकर किसी को पूजा के बारे में बताया। बाद में अंध विद्यालय जाते समय टैम्पू चालक से पूछने पर बता दिया कि वहां उसका कोई नहीं रहता। वह तो अंध विद्यालय में रहने के लिए किसी ठिकाने का पता करने जा रही है। चालक ने उसे बताया कि अंध विद्यालय में इस तरह लड़कियों को नहीं रखा जाता। तब असमंजस की स्थिति में देखते हुए टैम्पू चालक ने पूजा को अपने जाल में फांसा और सीधे सेतिया कॉलोनी में अपनी एक परिचित महिला निर्मला (नाम तब्दील) के घर ले गया। इसी निर्मला के घर में पूजा एक महीने से टिकी हुई थी।
पुलिस के अनुसार निर्मला के यहां से बरामद होने के बाद से पूजा उसी के गुण गा रही है। वह अपने मां-बाप के पास जाने से इंकार कर रही है। यही नहीं उसका कथित रूप से यह भी कहना है कि मां-बाप उसे प्रताडि़त करते थे, इसलिए वह घर छोडऩे को मजबूर हुई है। दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी निर्मला के चरित्र को संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता पूजा को कल हाईकोर्ट में पेश करने की है। इसके बा निर्मला और टैम्पू चालक की भूमिका की छानबीन की जाएगी। पुलिस ने मुताबिक निर्मला के सेतिया कॉलोनी इलाके में दो मकान है। उसकी एक पुत्री इन दिनों सिरसा के यहां आई हुई थी। निर्मला दिन में पूजा को अपनी पुत्री के साथ दूसरे मकान में रखती थी और रात को सोने के लिए अपने घर बुला लेती थी। पूजा का कहना है कि निर्मला के यहां रहते हुए उसे कोई तकलीफ नहीं हुई। वह उसे बड़े अच्छे-सलीके से अपने पास रख रही थी। यहां तक कि पूजा अब निर्मला को मम्मी कहती है।
पूजा के गायब होने के बाद से हनुमानगढ़ महिला थाना पुलिस का सारा ध्यान श्रीगंगानगर पर केंद्रित था। यहां आने के बाद आठ फरवरी को उसने एक एसटीडीपीसीओ से अपने घर फोन कर खुद के श्रीगंगानगर में होने की जानकारी दी थी। पिछले एक सप्ताह थानाप्रभारी जगदीश हुड्डा और एएसआई लेखराम श्रीगंगानगर में दल-बल सहित डेरा डाले हुए थे। स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा था। पूजा के इश्तिहार पूरे शहर में जारी किये गए। बावजूद इसके किसी को भनक नहीं लग रही थी कि पूजा सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी के समीप के एक मकान में ही रह रही थी।
पूजा के लापता और उसके बरामद होने के पीछे एक सनसनीखेज, दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां सामने आई है। यह दास्तां श्रीगंगानगर शहर के एक ऐसे घिनौने सच को बेनकाब करती है, जिसमें घर से निकली और राह भटकी हुई लड़कियों को किस तरह बरगलाकर उन्हें अपने घरवालों के विरूद्ध ही कर दिया जाता है। इस मामले में सेतिया कॉलोनी की एक संदिग्ध चरित्र की महिला की भूमिका की पुलिस ने गहन छानबीन करने की ठानी है, जबकि एक टैम्पू चालक भी संदेह के घेरे में है।
हनुमानगढ़ पुलिस के अनुसार पूजा के बरामद होने पर उससे फिलहाल शुरूआती पूछताछ हो पाई है, लेकिन उसने जो कुछ बताया है, उस पर सहज रूप से शायद ही कोई विश्वास कर पायेगा। जांच में पता चला है कि पूजा के पास एक मोबाइल फोन था, जिस पर अकसर फोन कॉल तथा एसएमएस आते रहते थे। इस मोबाइल के लिए नरसी नामक युवक ने अपने नाम से सिमकार्ड लेकर दे रखा था। जिनके फोन इस नंबर आते थे, उनमें जितेंद्र सिहाग नामक एक युवक भी था, जो श्रीगंगानगर में शेयरों के एक कारोबारी के दफ्तर में काम करता था। पूजा के अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद सबसे पहले उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली गई। यह फोन पूजा घर में ही छोड़ गई थी। कॉल डिटेल से पता चला कि डेढ़ दर्जन ऐसे नंबर हैं, जिनसे सबसे अधिक कॉलें आई थीं। इन सब नंबरों की पड़ताल करने पर नरसी तथा जितेंद्र सिहाग को गिरफ्तार किया गया। यह दोनों आठ फरवरी के बाद पूजा से मिलने से इंकार करते रहे। अलबत्ता नरसी ने बताया कि आठ फरवरी को पूजा ने किसी नये नंबर से उसे फोन किया तथा गांव से गंगानगर मिलने के लिये बुलाया। उसने इंकार कर दिया। इसके बाद पूजा का फोन नहीं आया।
पुलिस के मुताबिक अब खुलासा हुआ है कि सात-आठ फरवरी की रात को घर से निकलकर पूजा पक्का सहारण के समीप गुरूनानकनगर के अड्डे पर आई, जहां तड़के उसे एक अखबार सप्लाई करने की जीप मिली। इस जीप से बस अड्डे पर पहुंची। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह कहां जाये। अड्डे से बाहर आकर वह इधर-उधर गलियों में घूम रही थी, तभी एक टैम्पू चालक की उस पर नजर पड़ गई। टैम्पू चालक ने उसे बातों में लगाया तो पूजा ने अंध विद्यालय चलने के लिए कहा। रास्ते में पूजा ने टैम्पू चालक के मोबाइल फोन से नरसी को कॉल की थी। इतने में टैम्पू चालक समझ गया कि पूजा घर से भागी हुई है। उसने रास्ते में टैम्पू अपना मोबाइल रिचार्ज करने के बहाने से रूकवाया और साईड में जाकर किसी को पूजा के बारे में बताया। बाद में अंध विद्यालय जाते समय टैम्पू चालक से पूछने पर बता दिया कि वहां उसका कोई नहीं रहता। वह तो अंध विद्यालय में रहने के लिए किसी ठिकाने का पता करने जा रही है। चालक ने उसे बताया कि अंध विद्यालय में इस तरह लड़कियों को नहीं रखा जाता। तब असमंजस की स्थिति में देखते हुए टैम्पू चालक ने पूजा को अपने जाल में फांसा और सीधे सेतिया कॉलोनी में अपनी एक परिचित महिला निर्मला (नाम तब्दील) के घर ले गया। इसी निर्मला के घर में पूजा एक महीने से टिकी हुई थी।
पुलिस के अनुसार निर्मला के यहां से बरामद होने के बाद से पूजा उसी के गुण गा रही है। वह अपने मां-बाप के पास जाने से इंकार कर रही है। यही नहीं उसका कथित रूप से यह भी कहना है कि मां-बाप उसे प्रताडि़त करते थे, इसलिए वह घर छोडऩे को मजबूर हुई है। दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी निर्मला के चरित्र को संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता पूजा को कल हाईकोर्ट में पेश करने की है। इसके बा निर्मला और टैम्पू चालक की भूमिका की छानबीन की जाएगी। पुलिस ने मुताबिक निर्मला के सेतिया कॉलोनी इलाके में दो मकान है। उसकी एक पुत्री इन दिनों सिरसा के यहां आई हुई थी। निर्मला दिन में पूजा को अपनी पुत्री के साथ दूसरे मकान में रखती थी और रात को सोने के लिए अपने घर बुला लेती थी। पूजा का कहना है कि निर्मला के यहां रहते हुए उसे कोई तकलीफ नहीं हुई। वह उसे बड़े अच्छे-सलीके से अपने पास रख रही थी। यहां तक कि पूजा अब निर्मला को मम्मी कहती है।
पूजा के गायब होने के बाद से हनुमानगढ़ महिला थाना पुलिस का सारा ध्यान श्रीगंगानगर पर केंद्रित था। यहां आने के बाद आठ फरवरी को उसने एक एसटीडीपीसीओ से अपने घर फोन कर खुद के श्रीगंगानगर में होने की जानकारी दी थी। पिछले एक सप्ताह थानाप्रभारी जगदीश हुड्डा और एएसआई लेखराम श्रीगंगानगर में दल-बल सहित डेरा डाले हुए थे। स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा था। पूजा के इश्तिहार पूरे शहर में जारी किये गए। बावजूद इसके किसी को भनक नहीं लग रही थी कि पूजा सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी के समीप के एक मकान में ही रह रही थी।
बम धमाकों-गोलियों से गूंज उठी पुलिस लाईन
श्रीगंगानगर। स्थानीय पुलिस लाईन आज सुबह आतंकी हमले से गूंज उठी। आतंकवादियों ने हमला करते हुए बम छोड़े और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस की इमरजेंसी रेसक्यू टीम (ईआरटी) ने अदम्य साहस दिखाते हुए आतंकवादियों में से तीन को मार गिराया। इस कार्यवाही में ईआरटी का एक जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत एंबुलैंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रात: 8 बजे बम धमाकों और गोलियां की आवाजों ने पुलिस लाईन के आसपास रहने वाले लोगों को चांैकाया। लाईन के दोनों मुख्य द्वारों पर काफी भीड़ लग गई। लोग बाउंडरी वाल पर लाईन के मैदान पर हो रही इस मुठभेड़ को देखने के लिए चढ़ गये। दरअसल यह कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि सिर्फ इसका प्रदर्शन (डैमो) किया गया था। आतंकी हमले से निपटने का यह प्रदर्शन जिला पुलिस के आज से शुरू हुए वार्षिक निरीक्षण का एक हिस्सा था। इसमें स्मोक कैंडल शैल, वैरी लाईट गन से बमों और बंदूकों से खाली कारतूसों का इस्तेमाल किया गया। धुएं से उठते गुब्बार, ईआरटी के पॉजीशन लेते हुए जवान और बमों-गोलियों की आवाजें बिल्कुल आतंकवादियों से मुठभेड़ के दृश्य को जीवंत कर रही थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) आरएस ढिल्लो ने इस प्रदर्शन को बारीकी से देखा और इसकी खामियों को नोट किया।
आतंकी हमले के बाद बलवईयों (प्रदर्शनकारियों) को खदेडऩे की कार्यवाही का प्रदर्शन किया गया। महंगाई, बेरोजगारी, सिंचाई-पानी आदि के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ को पुलिस बल ने उनको चेतावनी दी। भीड़ द्वारा पुतला फूंके जाने के बाद पथराव कर दिये जाने पर मौजूद ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस की गैस पार्टी ने आंसू गैस के गोले छोड़े और सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायरिंग किये। भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी पार्टी ने उनका पीछा किया। इस प्रदर्शन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इसकी खामियां भी एडीजीपी ढिल्लो की नजर से बच नहीं पाईं। इन खामियों से उन्होंने पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों को अवगत करवाते हुए इसे सुधारने के निर्देश दिये।
प्रदर्शन का अगला हिस्सा क्राईम सीन को प्रस्तुत करने का था, जिसमें पुलिस लाईन स्थित पेट्रोल पंप को लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया। मोटरसाइकिल पर सवार दो नकाबपोश पंप कर्मचारी को गोली मारकर लूट ले गए। अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस पार्टी को उसके पीछे लगाया, जबकि दूसरी पुलिस पार्टी ने मौके पर जांच-पड़ताल की कार्यवाही को पूर्ण किया। घटनास्थल को सुरक्षा घेरे में लेने के बाद घायल पंप कर्मी को एंबुलैंस से अस्पताल भिजवाया गया। अपराधियों के फिंगर एवं फुट प्रिंट उठाने की कार्यवाही एमओबी पार्टी द्वारा की गई। लुटेरों का पता लगाने के लिए डॉग स्कवायड की भी मदद ली गई। मौके की जांच का काम सब इंस्पेक्टर गुरूभूपेंद्रसिंह ने किया। उधर पीछा कर रही पुलिस पार्टी ने लाईन के मैदान में नाकाबंदी के सहयोग से नकाबपोश लुटेरों को धर दबोचा। लुटेरों को पकडऩे की कार्यवाही का नेतृत्व सब इंस्पेक्टर धीरेंद्र शेखावत ने किया। अपराधियों के पकड़े जाने के बाद मौके पर मिले उनके पिस्तौल व मोटरसाइकिल को बिना फोटोग्राफी किये जब्त करने की गलती को एडीजीपी ढिल्लो ने पकड़ा और हिदायत दी कि ऐसी कार्यवाही में मौके की फोटोग्राफी किये बिना किसी वस्तु से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
इस वार्षिक निरीक्षण की शुरूआत प्रात: 7 बजे से सलामी परेड़ से हुई। परेड़ का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और अनूपगढ़ के डीएसपी दशरथसिंह भी थे। यह परेड़ काफी शानदार रही। प्रदर्शनों के बाद एडीजीपी ढिल्लो ने पुलिस लाईन की तमाम शाखाओं- मोटर वाहन, क्वार्टर गार्ड, ट्रेजरी, मालखाना, मैस, वायरलैस सैंटर, पोलनेट रूम, आवासीय भवनों तथा जल सप्लाई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने लाईन में रहने वाले पुलिस कर्मियों की सुविधाओं के लिए इन व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिये।
प्रात: 8 बजे बम धमाकों और गोलियां की आवाजों ने पुलिस लाईन के आसपास रहने वाले लोगों को चांैकाया। लाईन के दोनों मुख्य द्वारों पर काफी भीड़ लग गई। लोग बाउंडरी वाल पर लाईन के मैदान पर हो रही इस मुठभेड़ को देखने के लिए चढ़ गये। दरअसल यह कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि सिर्फ इसका प्रदर्शन (डैमो) किया गया था। आतंकी हमले से निपटने का यह प्रदर्शन जिला पुलिस के आज से शुरू हुए वार्षिक निरीक्षण का एक हिस्सा था। इसमें स्मोक कैंडल शैल, वैरी लाईट गन से बमों और बंदूकों से खाली कारतूसों का इस्तेमाल किया गया। धुएं से उठते गुब्बार, ईआरटी के पॉजीशन लेते हुए जवान और बमों-गोलियों की आवाजें बिल्कुल आतंकवादियों से मुठभेड़ के दृश्य को जीवंत कर रही थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) आरएस ढिल्लो ने इस प्रदर्शन को बारीकी से देखा और इसकी खामियों को नोट किया।
आतंकी हमले के बाद बलवईयों (प्रदर्शनकारियों) को खदेडऩे की कार्यवाही का प्रदर्शन किया गया। महंगाई, बेरोजगारी, सिंचाई-पानी आदि के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ को पुलिस बल ने उनको चेतावनी दी। भीड़ द्वारा पुतला फूंके जाने के बाद पथराव कर दिये जाने पर मौजूद ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस की गैस पार्टी ने आंसू गैस के गोले छोड़े और सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायरिंग किये। भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी पार्टी ने उनका पीछा किया। इस प्रदर्शन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इसकी खामियां भी एडीजीपी ढिल्लो की नजर से बच नहीं पाईं। इन खामियों से उन्होंने पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों को अवगत करवाते हुए इसे सुधारने के निर्देश दिये।
प्रदर्शन का अगला हिस्सा क्राईम सीन को प्रस्तुत करने का था, जिसमें पुलिस लाईन स्थित पेट्रोल पंप को लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया। मोटरसाइकिल पर सवार दो नकाबपोश पंप कर्मचारी को गोली मारकर लूट ले गए। अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस पार्टी को उसके पीछे लगाया, जबकि दूसरी पुलिस पार्टी ने मौके पर जांच-पड़ताल की कार्यवाही को पूर्ण किया। घटनास्थल को सुरक्षा घेरे में लेने के बाद घायल पंप कर्मी को एंबुलैंस से अस्पताल भिजवाया गया। अपराधियों के फिंगर एवं फुट प्रिंट उठाने की कार्यवाही एमओबी पार्टी द्वारा की गई। लुटेरों का पता लगाने के लिए डॉग स्कवायड की भी मदद ली गई। मौके की जांच का काम सब इंस्पेक्टर गुरूभूपेंद्रसिंह ने किया। उधर पीछा कर रही पुलिस पार्टी ने लाईन के मैदान में नाकाबंदी के सहयोग से नकाबपोश लुटेरों को धर दबोचा। लुटेरों को पकडऩे की कार्यवाही का नेतृत्व सब इंस्पेक्टर धीरेंद्र शेखावत ने किया। अपराधियों के पकड़े जाने के बाद मौके पर मिले उनके पिस्तौल व मोटरसाइकिल को बिना फोटोग्राफी किये जब्त करने की गलती को एडीजीपी ढिल्लो ने पकड़ा और हिदायत दी कि ऐसी कार्यवाही में मौके की फोटोग्राफी किये बिना किसी वस्तु से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
इस वार्षिक निरीक्षण की शुरूआत प्रात: 7 बजे से सलामी परेड़ से हुई। परेड़ का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और अनूपगढ़ के डीएसपी दशरथसिंह भी थे। यह परेड़ काफी शानदार रही। प्रदर्शनों के बाद एडीजीपी ढिल्लो ने पुलिस लाईन की तमाम शाखाओं- मोटर वाहन, क्वार्टर गार्ड, ट्रेजरी, मालखाना, मैस, वायरलैस सैंटर, पोलनेट रूम, आवासीय भवनों तथा जल सप्लाई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने लाईन में रहने वाले पुलिस कर्मियों की सुविधाओं के लिए इन व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिये।
रिश्ते में भाई-बहन लगते प्रेमी युगल ने आत्महत्या की
चूरू। दूर के रिश्ते में बहन-भाई लगते युवक-युवती ने प्रेम संबंध परवान न होते देखकर मौत को गले लगा लिया। युवक ने कीटनाशक दवा पी ली और युवती ने पानी के कुंड में छलांग लगा दी। दोनों के शव मिलने से सनसनी फैल गई और गांव शोक में डूब गया। पुलिस ने गांव में आकर जांच-पड़ताल की और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये। आज शाम इनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
यह घटना चूरू जिले के भालेरी थानांतर्गत बूचास गांव में हुई। भालेरी के थानाप्रभारी महेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार रात को सूचना आई कि बूचास गांव के समीप जंगल-बीहड़ में एक युवक मृत पड़ा है। वहां जाकर जांच करने पर इस युवक की शिनाख्त फूलाराम (25) पुत्र गुरदयाल मेघवाल के रूप में हुई। इसी दौरान पता चला कि गांव की एक लड़की भी गायब है। रातभर तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। आज सुबह होने पर तलाश पुन: शुरू की गई। लड़की के घर से उसके पांव के निशान नजदीक के एक खेत में बने पानी के कुंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिये। कुंड में लड़की की लाश बरामद हुई। यह मृतका 18 वर्षीय लिछमा पुत्री मेघाराम मेघवाल थी।
थानाप्रभारी के अनुसार जांच-पड़ताल में पता चला कि फूलाराम और लिछमा में प्रणय संबंध थे, लेकिन ये दोनों दूर के रिश्ते में चचेरे भाई-बहन भी थे। इनके प्रणय संबंध की भनक करीब 6 महीने पहले परिवारवालों को हो गई, तब इन्हें मिलने-जुलने से रोका जाने लगा था। इससे निराश होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। आज अलग-अलग मरग रिपोर्टें दर्ज की गईं। दोनों के परिवारवालों ने शवों का देर शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।
यह घटना चूरू जिले के भालेरी थानांतर्गत बूचास गांव में हुई। भालेरी के थानाप्रभारी महेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार रात को सूचना आई कि बूचास गांव के समीप जंगल-बीहड़ में एक युवक मृत पड़ा है। वहां जाकर जांच करने पर इस युवक की शिनाख्त फूलाराम (25) पुत्र गुरदयाल मेघवाल के रूप में हुई। इसी दौरान पता चला कि गांव की एक लड़की भी गायब है। रातभर तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। आज सुबह होने पर तलाश पुन: शुरू की गई। लड़की के घर से उसके पांव के निशान नजदीक के एक खेत में बने पानी के कुंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिये। कुंड में लड़की की लाश बरामद हुई। यह मृतका 18 वर्षीय लिछमा पुत्री मेघाराम मेघवाल थी।
थानाप्रभारी के अनुसार जांच-पड़ताल में पता चला कि फूलाराम और लिछमा में प्रणय संबंध थे, लेकिन ये दोनों दूर के रिश्ते में चचेरे भाई-बहन भी थे। इनके प्रणय संबंध की भनक करीब 6 महीने पहले परिवारवालों को हो गई, तब इन्हें मिलने-जुलने से रोका जाने लगा था। इससे निराश होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। आज अलग-अलग मरग रिपोर्टें दर्ज की गईं। दोनों के परिवारवालों ने शवों का देर शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।
डॉ. बाहरी के बैंक लॉकर ने लाखों का माल उगला
हनुमानगढ़। महज 500 रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल के मैडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. सुरेंद्र बाहरी की पत्नी के बैंक लॉकर ने लाखों रूपये का माल उगला है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा आज हनुमानगढ़ में सैंट्रल बैंक की शाखा में इस लॉकर को खुलवाये जाने के समय डॉ. बाहरी तथा उनकी पत्नी मौजूद थे। कार्यवाही मुकम्मल होने के बाद ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दलीप जाखड़ ने बताया कि लॉकर में से लगभग 10 लाख रूपये मूल्य के आभूषण, 2 लाख 19 हजार रूपये नगद तथा करीब 15 लाख के राष्ट्रीय बचत पत्र, पर्सनल प्रोविडेंड फंड, किसान विकास पत्र और एफडीआर के कागजात बरामद हुए। आभूषण मूल्यांकन के बाद डॉ. बाहरी की पत्नी के सुपुर्द कर दिये गए। बाकी सब कागजात और नगदी जांच के लिए कब्जे में कर ली गई है। आज बरामद हुए इस माल से डॉ. बाहरी की कुल चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल में झगड़े में घायल होकर भर्ती हुई नेठराना गांव की एक महिला की इंजरी रिपोर्ट बढिय़ा तरीके से बनाकर देने की एवज में उसके पुत्र तथा भाई से विगत शनिवार को 500 रूपये की रिश्वत लेते पकड़े जाने पर ब्यूरो ने डॉ. बाहरी के घर की सर्चिंग की तो करीब 34 लाख रूपये के पूंजी निवेश के कागजात, सात बैंक पासबुकें, चार भूखंडों की खरीद के कागजात और 16 हजार रूपये नगद बरामद किये थे। इनमें एक भूखंड बेनामी खरीदा हुआ था। ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित डॉ. बाहरी के आवास के मूल्यांकन को भी शामिल किया जाये तो उनकी कुल मिलाकर चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। अब ब्यूरो जांच में जुटेगा कि डॉ. बाहरी के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला बनता है या नहीं? उल्लेखनीय है कि डॉ. बाहरी को विगत सोमवार जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश
श्रीगंगानगर। राजस्थान और पंजाब के विभिन्न शहरों में वाहन चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के लिए चोरी के वाहन फर्जी नंबरों से आगे बेचने वाले एक शख्स की पुलिस को तलाश है, जो छापे की कार्यवाही के कुछ देर पहले निकल गया था। पकड़े गए वाहन चोरों का अदालत ने पूछताछ के लिए 15 मार्च तक का पुलिस रिमांड मंजूर किया है।
सादुलशहर पुलिस के मुताबिक बुधवार देर रात को मुखबिर से सूचना मिली कि कस्बे में एक चोरी का टाटा फोर व्हीलर टैम्पू को दो जने बेचने के प्रयास में घूम रहे हैं। इन व्यक्तियों ने एक जने की 80 हजार रूपये में टैम्पू बेचने का सौदा लगभग कर लिया है। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी राजेंद्र बेनीवाल ने दल-बल सहित इन व्यक्तियों की तलाश की तो कस्बे में गैस एजेंसी के पास टैम्पू सहित यह व्यक्ति पकड़े गए। पूछताछ में पता चला कि हरजिंद्रसिंह नामक जिस व्यक्ति को टैम्पू बेचा जा रहा था, वह रूपयों को इंतजाम करने का कहकर कुछ देर पहले ही वहां से निकला था। यह हरजिंद्रसिंह सादुलशहर के समीप पतली गांव का निवासी है।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए व्यक्तियों में पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी थानांतर्गत कुब्बे गांव का निवासी सरजीतसिंह पुत्र जंगसिंह मजबी तथा राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थानांतर्गत बीजवां गांव निवासी दर्शन पुत्र आशुसिंह रायसिख हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन दोनों ने फोर व्हीलर टैम्पू तीन-चार दिन पहले जयपुर से ट्रांसपोर्टनगर थाना क्षेत्र से चोरी करना बताया। इस टैम्पू पर आरजे 11 जीसी 4761 की नंबर प्लेट लगी थी। टैम्पू के कैबिन में से एक आरसी बरामद हुई, जिसके अनुसार इस टैम्पू के वास्तविक नंबर आरजे 14 जीसी 4864 हैं।
पुलिस ने बताया कि सरजीतसिंह और दर्शनसिंह ने लगभग दो महीने पहले अमृतसर में स्वर्ण मंदिर गुरूद्वारा के पास से एक मारूति वैगनार कार और जयपुर के समीप बगरू से विगत 20 फरवरी को एक इंडिका कार चोरी करना कबूल किया है। चुराये हुए वाहन यह दोनों सादुलशहर लेकर आते थे और हरजिंद्रसिंह को आगे बेच देने के लिए सौंप देते थे। वैगनार तथा इंडिका भी इन्होंने हरजिंद्रसिंह को देना बताया है। हरजिंद्रसिंह के घर पर छापा मारा गया, लेकिन वह नहीं मिला। वैगनार तथा इंडिका को पुलिस ने शीघ्र ही बरामद कर लेने के संकेत दिये हैं।
पुलिस के अनुसार सरजीतसिंह पंजाब से इस क्षेत्र में खेतों में दिहाड़ी-मजदूरी करने के लिए आया करता था, जबकि दर्शनसिंह पहले ट्रक चलाता था। ट्रक का एक्सीडेंट हो जाने के बाद उसके पास कोई काम नहीं रहा तो वह वाहन चोरी करने लग गया। सादुलशहर में उसकी मुलाकात सरजीतसिंह से हुई तो बाद में सरजीतसिंह भी उसके साथ मिलकर वाहनों की चोरियां करने लगा। हरजिंद्रसिंह को पकडऩे के लिए छापे मारे जा रहे हैं। सरजीतसिंह व दर्शनसिंह को आज अपराह्न मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर पुलिस को इन दोनों का 15 मार्च तक पूछताछ एवं बरामदगियां करने के लिए रिमांड मिला है।
सादुलशहर पुलिस के मुताबिक बुधवार देर रात को मुखबिर से सूचना मिली कि कस्बे में एक चोरी का टाटा फोर व्हीलर टैम्पू को दो जने बेचने के प्रयास में घूम रहे हैं। इन व्यक्तियों ने एक जने की 80 हजार रूपये में टैम्पू बेचने का सौदा लगभग कर लिया है। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी राजेंद्र बेनीवाल ने दल-बल सहित इन व्यक्तियों की तलाश की तो कस्बे में गैस एजेंसी के पास टैम्पू सहित यह व्यक्ति पकड़े गए। पूछताछ में पता चला कि हरजिंद्रसिंह नामक जिस व्यक्ति को टैम्पू बेचा जा रहा था, वह रूपयों को इंतजाम करने का कहकर कुछ देर पहले ही वहां से निकला था। यह हरजिंद्रसिंह सादुलशहर के समीप पतली गांव का निवासी है।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए व्यक्तियों में पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी थानांतर्गत कुब्बे गांव का निवासी सरजीतसिंह पुत्र जंगसिंह मजबी तथा राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थानांतर्गत बीजवां गांव निवासी दर्शन पुत्र आशुसिंह रायसिख हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन दोनों ने फोर व्हीलर टैम्पू तीन-चार दिन पहले जयपुर से ट्रांसपोर्टनगर थाना क्षेत्र से चोरी करना बताया। इस टैम्पू पर आरजे 11 जीसी 4761 की नंबर प्लेट लगी थी। टैम्पू के कैबिन में से एक आरसी बरामद हुई, जिसके अनुसार इस टैम्पू के वास्तविक नंबर आरजे 14 जीसी 4864 हैं।
पुलिस ने बताया कि सरजीतसिंह और दर्शनसिंह ने लगभग दो महीने पहले अमृतसर में स्वर्ण मंदिर गुरूद्वारा के पास से एक मारूति वैगनार कार और जयपुर के समीप बगरू से विगत 20 फरवरी को एक इंडिका कार चोरी करना कबूल किया है। चुराये हुए वाहन यह दोनों सादुलशहर लेकर आते थे और हरजिंद्रसिंह को आगे बेच देने के लिए सौंप देते थे। वैगनार तथा इंडिका भी इन्होंने हरजिंद्रसिंह को देना बताया है। हरजिंद्रसिंह के घर पर छापा मारा गया, लेकिन वह नहीं मिला। वैगनार तथा इंडिका को पुलिस ने शीघ्र ही बरामद कर लेने के संकेत दिये हैं।
पुलिस के अनुसार सरजीतसिंह पंजाब से इस क्षेत्र में खेतों में दिहाड़ी-मजदूरी करने के लिए आया करता था, जबकि दर्शनसिंह पहले ट्रक चलाता था। ट्रक का एक्सीडेंट हो जाने के बाद उसके पास कोई काम नहीं रहा तो वह वाहन चोरी करने लग गया। सादुलशहर में उसकी मुलाकात सरजीतसिंह से हुई तो बाद में सरजीतसिंह भी उसके साथ मिलकर वाहनों की चोरियां करने लगा। हरजिंद्रसिंह को पकडऩे के लिए छापे मारे जा रहे हैं। सरजीतसिंह व दर्शनसिंह को आज अपराह्न मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर पुलिस को इन दोनों का 15 मार्च तक पूछताछ एवं बरामदगियां करने के लिए रिमांड मिला है।
फरार प्रेमी जोड़ा गिरफ्त में
सिरसा। गांव रोड़ी से फरार हुए प्रेमी जोड़े को पुलिस ने काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आज दोनों को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने युवक को जिला कारागार व युवती को हिसार स्थित नारी निकेतन भेजे जाने के आदेश दिए। ज्ञातव्य हो कि गांव रोड़ी निवासी बेअंत सिंह ने रोड़ी थाना में 12 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई थी कि गांव का ही श्रेयांंश जैन उर्फ हेमू पुत्र दयाल चंद जैन उसकी पुत्री को बहला-फुसला कर ले गया है। आरोप था कि हेमू के साथ उसके पिता दयाल, मां राजरानी, भाई सौरव तथा चाचा फूलचंद भी इस मामले में शामिल हैं। पुलिस ने भारतीय दंड संहिंता की धारा 363, 366 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। गत दिवस पुलिस को मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी उपरोक्त युवक-युवती सरदूलगढ़ में हैं। पुलिस ने दबिश देते हुए दोनों को काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच के लिए दोनों को सामान्य अस्पताल लाया। जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने दोनों को प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी सुखप्रीत सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने युवक को जिला कारागार तथा युवती को नारी निकेतन भेजने का आदेश दिया।
रेलगाड़ी के आगे कूदकर जान दी
कालांवाली। स्थानीय रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलो मीटर की दूरी पर एक व्यक्ति ने रेल गाड़ी के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला सामप्त कर ली। इस घटना की सूचना मिलते ही राजकीय रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब के जिला बठिंडा थाना तलवंडी के गांव गोलावाला निवासी 45 वर्षीय बोगा सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह आज प्रात: साईकिल पर सवार होकर कालांवाली की तरफ आया और रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पहले ही पंजाब की ओर जाने वाली सवारी गाड़ी के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण पिछले लंबे समय से बीमारी से परेशान बताया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब के जिला बठिंडा थाना तलवंडी के गांव गोलावाला निवासी 45 वर्षीय बोगा सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह आज प्रात: साईकिल पर सवार होकर कालांवाली की तरफ आया और रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पहले ही पंजाब की ओर जाने वाली सवारी गाड़ी के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण पिछले लंबे समय से बीमारी से परेशान बताया गया है।
दो जनों को 8 माह की कैद
डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने लड़ाई-झगड़े के एक मामले में दोषी करार दिये गये गांव तख्तमल के दो व्यक्तियों को 8 माह की कैद और कुल 500 रूपये अर्थदंड प्रत्येक को सुनाया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव तख्तमल निवासी रणजीत सिंह पुत्र गुरदेव सिंह ने अप्रैल 2004 में पुलिस को दिये ब्यान में कहा था कि पानी को लेकर उन्हीं के गांव के अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह पुत्रान करतार सिंह से उसका झगड़ा हो गया था। आरोपियों ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे चोटें मारीं। पुलिस ने धारा 323/324/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह को मुद्दई के चोटें मारने का दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड, धारा 324 के तहत 8 माह की कैद और 300 रूपये अर्थदंड सुनाया।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह को मुद्दई के चोटें मारने का दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड, धारा 324 के तहत 8 माह की कैद और 300 रूपये अर्थदंड सुनाया।
छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास
डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने एक अबोध बालिका के साथ छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव अबूबशहर निवासी नसीब कौर पत्नी नानक चन्द ने थाना सदर पुलिस डबवाली में 2004 में दर्ज करवाई शिकायत में कहा था कि उसकी 7 वर्षीय पौत्री शुगना पुत्री बलवन्त सिंह 2 नवम्बर को गली में खेल रही थी और वह घर पर चाय बनाने के बाद जैसे ही गली में अपनी पौत्री को आवाज लगाने के लिए आई तो पीछे से उनकी बड़ी पौत्रियां भी आ गयीं और उन्होंने जब जगराज सिंह के मकान का दरवाजा खटखटाया तो जगराज सिंह कुंडा खोल कर वहां से भाग निकला और वहीं पर उसकी पौत्री शुगना भी थी। उसने उसे बताया कि जगराज सिंह ने उसके साथ बुरी हरकत की है और मुंंह पर दंदी काटी है। वह इस मामले को लेकर पंचायत में गई और पंचायत में बुलाने पर भी आरोपी पंचायत में नहीं पहुंचा और उसने इस मामले को पुलिस के पास रखा। पुलिस ने नसीब कौर के ब्यान पर जगराज सिंह के खिलाफ धारा 354 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत के सुपुर्द कर दिया।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर आरोपी जगराज सिंह को अबोध बालिका से छेड़छाड़ का दोषी करार देते हुए उसे एक वर्ष के कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव अबूबशहर निवासी नसीब कौर पत्नी नानक चन्द ने थाना सदर पुलिस डबवाली में 2004 में दर्ज करवाई शिकायत में कहा था कि उसकी 7 वर्षीय पौत्री शुगना पुत्री बलवन्त सिंह 2 नवम्बर को गली में खेल रही थी और वह घर पर चाय बनाने के बाद जैसे ही गली में अपनी पौत्री को आवाज लगाने के लिए आई तो पीछे से उनकी बड़ी पौत्रियां भी आ गयीं और उन्होंने जब जगराज सिंह के मकान का दरवाजा खटखटाया तो जगराज सिंह कुंडा खोल कर वहां से भाग निकला और वहीं पर उसकी पौत्री शुगना भी थी। उसने उसे बताया कि जगराज सिंह ने उसके साथ बुरी हरकत की है और मुंंह पर दंदी काटी है। वह इस मामले को लेकर पंचायत में गई और पंचायत में बुलाने पर भी आरोपी पंचायत में नहीं पहुंचा और उसने इस मामले को पुलिस के पास रखा। पुलिस ने नसीब कौर के ब्यान पर जगराज सिंह के खिलाफ धारा 354 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत के सुपुर्द कर दिया।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर आरोपी जगराज सिंह को अबोध बालिका से छेड़छाड़ का दोषी करार देते हुए उसे एक वर्ष के कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया।
11 मार्च 2010
अग्निकांड पीडि़तों ने निकाला कैंडल मार्च
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़तों ने डीएवी संस्थान की जमीर को जगाने के लिए बुधवार शाम को कैंडल मार्च निकाला। जोकि अग्रवाल धर्मशाला से प्रारम्भ होकर अग्निकांड स्मारक स्थल तक पहुंचा।
यह जानकारी देते हुए डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन के महासचिव विनोद बांसल ने बताया कि अग्नि पीडि़त पिछले चौदह वर्षों से डीएवी संस्थान का अन्याय सहन करते आ रहे हैं और उन्होंने अदालत में गुहार लगाकर न्याय मांगा तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने न्याय देते हुए 55 प्रतिशत मुआवजा डीएवी संस्थान पर डाला और 45 प्रतिशत सरकार पर। सरकार ने तो यह राशि अदालत में जमा करवा दी। लेकिन डीएवी संस्थान ने अपने हिस्से की राशि जमा करवाने की अपेक्षा पीडि़तों के जख्म कुरेदते हुए इसके खिलाफ अपील भी कर दी।
उन्होंने कहा कि पीडि़तों की मांग है कि डीएवी संस्थान अन्याय बन्द करे और जो मुआवजा अदालत ने डाला है, उसे अदा करे।
इस अवसर पर रमेश सचदेवा आचार्य निदेशक हरियाणा पब्लिक स्कूल, ओमप्रकाश सचदेवा, डॉ. अरूण बांसल, इकबाल सिंह शान्त, राजीव वढेरा, केशव शर्मा संस्थापक वरच्युस क्लब, संजीव शाद रंगकर्मी, सुच्चा सिंह भुल्लर, प्रकाश चन्द बांसल प्रधान आढ़तिया एसोसिएशन, रामलाल बागड़ी, मथरा दास चलाना, हेमराज जिन्दल आदि उपस्थित थे।
30 मार्च को होगा अंग्रेजी का पेपर
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी की बुधवार को सायंकालीन संचालित होने वाली सीनियर सैकण्डरी शैक्षिक की द्वितीय सैमेस्टर की परीक्षाओं का अंग्रेजी (कोर) का पर्चा लीक होने के कारण प्रदेश भर में रद्द कर दिया गया है। अब यह परीक्षा 30 मार्च को आयोजित की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए बोर्ड के सचिव मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि आज प्रात: बोर्ड मुख्यालय पर उनके कार्यालय में पेपर लीक होने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी जिस पर तुरन्त कार्यवाही हुए बोर्ड के उच्चाधिकारियों की जांच टीमें विभिन्न स्थानों पर भेजी गई। तदोपरान्त उनसे प्राप्त प्राथमिक जानकारी के आधार पर बोर्ड द्वारा अंग्रेजी परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड द्वारा स्थानीय पुलिस में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है तथा उप सचिव संचालन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। पुलिस तथा जांच समिति की रिपोर्टें प्राप्त होने उपरान्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए बोर्ड के सचिव मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि आज प्रात: बोर्ड मुख्यालय पर उनके कार्यालय में पेपर लीक होने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी जिस पर तुरन्त कार्यवाही हुए बोर्ड के उच्चाधिकारियों की जांच टीमें विभिन्न स्थानों पर भेजी गई। तदोपरान्त उनसे प्राप्त प्राथमिक जानकारी के आधार पर बोर्ड द्वारा अंग्रेजी परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड द्वारा स्थानीय पुलिस में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है तथा उप सचिव संचालन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। पुलिस तथा जांच समिति की रिपोर्टें प्राप्त होने उपरान्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
मरीज छोडऩे के बहाने बोलेरो गाड़ी छीनी
संगरिया। मरीज को छोडऩे के लिए किराए पर की गई बोलेरी गाड़ी को डरा-धमकाकर छीन ले जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।
पीडि़त चालक सादुलशहर के वार्ड 12 निवासी बलराज पुत्र हरनाम ने गत रात्रि 1.30 बजे तीन अज्ञात जनों के विरूद्ध धारा 382, 34 आईपीसी में मामला पंजीबद्ध करवाया है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे टैक्सी स्टैंड सादुलशहर में गाड़ी मालिक भूषण कुमार के पास अरोड़ा नशामुक्ति केंद्र के आगे से एक मरीज को ढाणी छोडऩे के लिए 750 रूपए में गाड़ी किराए पर करके ले गए। गाड़ी में मरीज सहित तीन जने सवार हुए।
रात्रि करीब 7.30 बजे ढाबां गांव के आगे लोहगढ़ रास्ते पर पहुंचे तो वहां मरीज ने शराब पीने के लिए गाड़ी रोकने को कहा। चालक ने ज्यों ही गाड़ी की रफ्तार धीमी की मरीज ने उसका गला पकड़ लिया और अन्य दो जनों ने भी उसे जान से मारने की धमकी देकर नीचे उतार दिया तथा गाड़ी छीन कर लोहगढ की ओर भाग गए।
पीडि़त चालक सादुलशहर के वार्ड 12 निवासी बलराज पुत्र हरनाम ने गत रात्रि 1.30 बजे तीन अज्ञात जनों के विरूद्ध धारा 382, 34 आईपीसी में मामला पंजीबद्ध करवाया है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे टैक्सी स्टैंड सादुलशहर में गाड़ी मालिक भूषण कुमार के पास अरोड़ा नशामुक्ति केंद्र के आगे से एक मरीज को ढाणी छोडऩे के लिए 750 रूपए में गाड़ी किराए पर करके ले गए। गाड़ी में मरीज सहित तीन जने सवार हुए।
रात्रि करीब 7.30 बजे ढाबां गांव के आगे लोहगढ़ रास्ते पर पहुंचे तो वहां मरीज ने शराब पीने के लिए गाड़ी रोकने को कहा। चालक ने ज्यों ही गाड़ी की रफ्तार धीमी की मरीज ने उसका गला पकड़ लिया और अन्य दो जनों ने भी उसे जान से मारने की धमकी देकर नीचे उतार दिया तथा गाड़ी छीन कर लोहगढ की ओर भाग गए।
पुलिस थाने में ही अभियुक्त ने परिवादी को जड़ा चांटा
संगरिया। मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का एक प्रकरण बुधवार को अदालत के आदेश पर पंजीबद्ध हुआ। प्रकरण अनुसार वार्ड नं. 3 निवासी पूनमचंद पुत्र अमरलाल मोची ने कस्बे के अमित, दीपक, अनिल पुत्रगण मनीराम नागौरी व मोहित पुत्र हरिराम नागौरी के विरूद्ध मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का मामला ४५२, ३९२, ३२३-बी, ४२ आईपीसी में एससी-एसटी एक्ट में दर्ज करवाया है। परिवाद के अनुसार पूनमचंद फल-सब्जी का थोक विक्रेता है। उसने अनिल की पत्नी से एक रिहायशी भूखंड खरीदा हुआ है तथा अमित से एक गोदाम किराये पर लिया हुआ है। भूखंड में शर्त के अनुसार बकाया विद्युत बिल राशि आने पर वह अनिल के पास गया तो उसने गोदाम किराए में राशि समायोजित करने की बात कही। ३ मार्च की रात ७.३० बजे जब वह गोदाम में बैठा था तभी विद्युत बिल को लेकर रूष्ट अभियुक्तगण ने उसकेसाथ थप्पड़-मुक्कों से मारपीट की । जाति सूचक गालियां निकालते हुए बिल भरने की एवज में सोने की चैन छीनकर ले गये।
परिवादी ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिस थाना के पड़ौसी हैं। जिसके चलते राजीनामा के बहाने थाने में बुलाकर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। आरोपी मोहित नागौरी ने थाना परिसर में ही उसे थप्पड़ मारा। पुलिस वालों ने अभियुक्तगण से कुछ लिखवाकर परिवादी व उसके साथ आए दिनेश व रेशम को धमकाया तथा जेल में बंद करने की धमकी देकर हस्ताक्षर करवाकर वापिस भेज दिया। मामले की जंाच वृत्ताधिकारी रामकिशन सोनगरा कर रहे हैं।
परिवादी ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिस थाना के पड़ौसी हैं। जिसके चलते राजीनामा के बहाने थाने में बुलाकर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। आरोपी मोहित नागौरी ने थाना परिसर में ही उसे थप्पड़ मारा। पुलिस वालों ने अभियुक्तगण से कुछ लिखवाकर परिवादी व उसके साथ आए दिनेश व रेशम को धमकाया तथा जेल में बंद करने की धमकी देकर हस्ताक्षर करवाकर वापिस भेज दिया। मामले की जंाच वृत्ताधिकारी रामकिशन सोनगरा कर रहे हैं।
मनरेगा मजदूरों ने बवाल काटा
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली के मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा में धांधली को लेकर बुधवार को बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया।
किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, खेत मजदूर यूनियन डबवाली के अध्यक्ष सन्त राम, महिला अध्यक्ष बलजिन्द्र कौर, मनरेगा मजदूर सुखदेव सिंह, बिमला देवी, हरदेव कौर, चरणजीत कौर, इन्द्रजीत कौर, सुशीला रानी, मुख्तियार सिंह, तरसेम कुमार, दर्शना रानी, भतेरी रानी, गुरदीप कौर, सुखपाल सिंह, जसवीर कौर आदि ने बताया कि 20 फरवरी से 8 मार्च तक किये गये काम के बदले में उन्हें मनरेगा राशि नहीं मिली। इस संदर्भ में वे सरपंच से लेकर बीडीपीओ तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन न्याय न मिलने पर आज मजबूरन उन्हें बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करके अपनी आवाज को उठाना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत पिछले वर्ष किये गये काम के बदले उन्हें कुछ पैसे देकर टरका दिया गया। उन्होंने सहायक और उच्च अधिकारियों पर मिलीभगती करके मनरेगा मजदूरी हड़पने का भी आरोप लगाया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
इधर बीडीपीओ राम सिंह से इस सम्बन्ध में पूछने पर उन्होंने बताया कि उपरोक्त मामला सहायक को हटाने का अधिक है और अन्य मांगों के सम्बन्ध में कम। सहायक को ग्राम सभा बैठक में प्रस्ताव पारित करके हटाया जा सकता है, उनके पास सहायक को हटाये जाने की कोई पावर नहीं है। गांव डबवाली में दो वाटर चैनल की सफाई का अस्टीमेट बनाया गया है। जिस पर करीब 4 लाख रूपये खर्च होने हैं। उनके अनुसार मजदूरों ने जितना काम किया, उनके खातों में जमा करवा दी गई है। घपलेबाजी सम्बन्धी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीडीपीओ ने कहा कि अगर कोई इसकी जांच करवाना चाहता है तो वह उन्हें लिखकर उसे दे दे और वे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे।
किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, खेत मजदूर यूनियन डबवाली के अध्यक्ष सन्त राम, महिला अध्यक्ष बलजिन्द्र कौर, मनरेगा मजदूर सुखदेव सिंह, बिमला देवी, हरदेव कौर, चरणजीत कौर, इन्द्रजीत कौर, सुशीला रानी, मुख्तियार सिंह, तरसेम कुमार, दर्शना रानी, भतेरी रानी, गुरदीप कौर, सुखपाल सिंह, जसवीर कौर आदि ने बताया कि 20 फरवरी से 8 मार्च तक किये गये काम के बदले में उन्हें मनरेगा राशि नहीं मिली। इस संदर्भ में वे सरपंच से लेकर बीडीपीओ तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन न्याय न मिलने पर आज मजबूरन उन्हें बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करके अपनी आवाज को उठाना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत पिछले वर्ष किये गये काम के बदले उन्हें कुछ पैसे देकर टरका दिया गया। उन्होंने सहायक और उच्च अधिकारियों पर मिलीभगती करके मनरेगा मजदूरी हड़पने का भी आरोप लगाया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
इधर बीडीपीओ राम सिंह से इस सम्बन्ध में पूछने पर उन्होंने बताया कि उपरोक्त मामला सहायक को हटाने का अधिक है और अन्य मांगों के सम्बन्ध में कम। सहायक को ग्राम सभा बैठक में प्रस्ताव पारित करके हटाया जा सकता है, उनके पास सहायक को हटाये जाने की कोई पावर नहीं है। गांव डबवाली में दो वाटर चैनल की सफाई का अस्टीमेट बनाया गया है। जिस पर करीब 4 लाख रूपये खर्च होने हैं। उनके अनुसार मजदूरों ने जितना काम किया, उनके खातों में जमा करवा दी गई है। घपलेबाजी सम्बन्धी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीडीपीओ ने कहा कि अगर कोई इसकी जांच करवाना चाहता है तो वह उन्हें लिखकर उसे दे दे और वे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे।
12वीं का पेपर लीक
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के पारदर्शितापूर्ण ढंग से परीक्षाएं सम्पन्न करवाने के दावे उस वक्त चकनाचूर हो गए जब 12वीं कक्षा का पर्चा लीक हो गया। रातभर 1 से लेकर 3 हजार रुपए तक यह पर्चा बिका और बोर्ड अधिकारियों को कानोंकान खबर तक नहीं हुई। आज सुबह जब पर्चा लीक होने समाचार प्रदेश भर में जंगल की आग की तरह फैल गया तो बोर्ड अधिकारियों की नींद खुली। बोर्ड ने यह पेपर रद्द कर जांच शुरू कर दी है। सिरसा में बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न करवाने में ड्यूटी पर लगाए गए अधिकारी पर्चे के जिले के बाहर से लीक होने की बात कह रहे हैं। बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में भिवानी व मुढाल से दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ में लगी हुई है और यह पता लगा रही है कि उन्होंने पर्चा किससे खरीदा। उल्लेखनीय है कि भिवानी बोर्ड की परीक्षाएं 8 मार्च से शुरू हुई है। आज 12वीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी और यह परीक्षा द्वितीय सत्र यानी अढ़ाई बजे ली जानी थी। बीती रात को बाजार में यह समाचार एक कान से दूसरे कान तक पहुंचना शुरू हो गया कि 12वीं का अंग्रेजी विषय का पेपर लीक हो गया है और यह पेपर एक हजार से तीन हजार रुपए तक बेचा जा रहा है। फिर क्या था संबंधित कक्षा के विद्यार्थी ही नहीं बल्कि उनके अभिभावक और रिश्तेदार तक पेपर को हासिल करने के लिए दौड़ पड़े। इस सम्बन्ध में जब जिला परीक्षा इंचार्ज शंकर लाल धंागड़ से बात की गई तो उन्होंने माना कि पर्चा लीक हो गया है। साथ ही यह भी जोड़ा कि यह पर्चा सिरसा से नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य स्थान से लीक हुआ है। फिर भी जिला के सैंटरों पर पहुंचे प्रश्रपत्रों के लिफाफों पर लगी सील की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी विषय की आज होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
10 मार्च 2010
छात्रों ने जाम लगाया, कार तोड़ी
सिरसा: जिला के कस्बा नाथूसरी चौपटा में राजकीय चौ. देवीलाल बहुतकनीकी संस्थान के छात्रों ने दो छात्रों की एक प्राध्यापक द्वारा पिटाई को लेकर जाम लगा दिया। गुस्साएं छात्रों ने प्राध्यापक की कार भी तोड़ डाली।
मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के छात्र रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील जो कि संस्थान के छात्रावास में रहते हैं। छात्रावास के वार्डन एवं कम्प्यूटर प्राध्यापक जगमेल सिंह प्रात: छात्रावास आए तो उपरोक्त छात्र स्नान इत्यादि कर रहे थे। प्राध्यापक ने आव देखा न ताव और रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील की बार-बार पिटाई करनी आरंभ कर दी। प्राध्यापक ने रितेश पुनिया को संस्थान प्रांगण में घसीटकर छात्र-छात्राओं के समक्ष भी खूब धुना। उपरोक्त छात्रों पर संदीप नामक एक छात्र का फोन चुराने का इल्जाम बताया जा रहा है। संदीप ने दो दिन पहले छात्रावास वार्डन जगमेल सिंह को अपना मोबाइल चोरी होने की शिकायत की थी।
प्राध्यापक द्वारा छात्रों की धुनाई से संस्थान के अन्य छात्र उत्तेजित हो उठे और सिरसा नाथूसरी चौपटा मार्ग को नारेबाजी करते हुए अवरूद्ध कर दिया जिससे वाहनों की लम्बी कतार लग गई और सवारियों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गुस्साए छात्रों ने संस्थान परिसर में प्राध्यापक जगमेल सिंह की खड़ी कार पर डंडों व पत्थरों से वारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से पुलिस थाने में कोई भी अभियोग दर्ज नहीं करवाया गया था। संस्थान के प्राचार्य डा. एन.के. भ्याना ने बताया कि प्राध्यापक व छात्रों के बीच आपसी सुलह से मामला सुलझा लिया गया है।
इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो नाथूसरी चौपटा पुलिस थाना के रामकुमार सहायक उपनिरीक्षक दलबल सहित मौके पर पहुंचे मगर छात्रों ने उनकी एक न सुनी और अपने आंदोलन को ओर तेज कर दिया। संस्थान के प्राचार्य डा.एस.के भ्याना ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया।
मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के छात्र रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील जो कि संस्थान के छात्रावास में रहते हैं। छात्रावास के वार्डन एवं कम्प्यूटर प्राध्यापक जगमेल सिंह प्रात: छात्रावास आए तो उपरोक्त छात्र स्नान इत्यादि कर रहे थे। प्राध्यापक ने आव देखा न ताव और रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील की बार-बार पिटाई करनी आरंभ कर दी। प्राध्यापक ने रितेश पुनिया को संस्थान प्रांगण में घसीटकर छात्र-छात्राओं के समक्ष भी खूब धुना। उपरोक्त छात्रों पर संदीप नामक एक छात्र का फोन चुराने का इल्जाम बताया जा रहा है। संदीप ने दो दिन पहले छात्रावास वार्डन जगमेल सिंह को अपना मोबाइल चोरी होने की शिकायत की थी।
प्राध्यापक द्वारा छात्रों की धुनाई से संस्थान के अन्य छात्र उत्तेजित हो उठे और सिरसा नाथूसरी चौपटा मार्ग को नारेबाजी करते हुए अवरूद्ध कर दिया जिससे वाहनों की लम्बी कतार लग गई और सवारियों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गुस्साए छात्रों ने संस्थान परिसर में प्राध्यापक जगमेल सिंह की खड़ी कार पर डंडों व पत्थरों से वारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से पुलिस थाने में कोई भी अभियोग दर्ज नहीं करवाया गया था। संस्थान के प्राचार्य डा. एन.के. भ्याना ने बताया कि प्राध्यापक व छात्रों के बीच आपसी सुलह से मामला सुलझा लिया गया है।
इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो नाथूसरी चौपटा पुलिस थाना के रामकुमार सहायक उपनिरीक्षक दलबल सहित मौके पर पहुंचे मगर छात्रों ने उनकी एक न सुनी और अपने आंदोलन को ओर तेज कर दिया। संस्थान के प्राचार्य डा.एस.के भ्याना ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया।
विपक्ष का षडयंत्र के तहत विधानसभा से निलम्बन-चौटाला
चण्डीगढ़ (वि.) हरियाणा के विपक्षी विधायकों को विधानसभा से निलम्बित किए जाने की घटना को लोकतन्त्र की हत्या बताते हुए विपक्ष ने आज प्रदेश के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से तुरन्त इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। विपक्षी विधायकों ने हुड्डा सरकार पर प्रजातान्त्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने एक सोचे-समझे राजनीतिक षडय़ंत्र के तहत उन्हें विधानसभा से निलम्बित किया है। विधानसभा से निलम्बित किए गए विपक्ष के 35 विधायकों जिनमें इनेलो के 31, भाजपा के तीन व अकाली दल के एकमात्र विधायक ने विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया और हुड्डा सरकार द्वारा लोकतन्त्र को पैरों तले रौंदने का आरोप लगाया।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।
रामबाग में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) यहां के रामबाग में घुसकर एक व्यक्ति ने खूब हंगामा मचाया और उस पर मौका पर पहुंची पुलिस ने काबू पाया।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।
बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) संयुक्त कर्मचारी मंच हरियाणा से सम्बन्धित हरियाणा बिजली कर्मचारी मंच के कार्यकर्ताओं ने मंच के प्रदेशाध्यक्ष खेता राम की अध्यक्षता में एक्सीयन तथा एसडीई के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इधर एक्सीयन ने प्रदर्शन को बेहुदा करार देते हुए इसे कामचोरों का प्रदर्शन बताया।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।
पंजाब में पी ए यू 201 धान का 40 लाख टन का भंडार खराब होने के कगार पर
धान से चावल की प्राप्ति दर की शर्त नरम करने के लिये हरसिमरत द्वारा शरद पवार को अपील
बठिण्डा (लहू की लौ) बठिडा से अकाली दल की लोक सभा सदस्य श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने के न्द्रीय कृषि मंत्री श्री शरद पवार को अपील की कि शीघ्र निर्णय लेते हुये धान से चावल की प्राप्ति की 67 प्रतिशत दर की शर्त को घटा कर 62 प्रतिशत किया जाये ताकि भारतीय खाद्य निगम पंजाब से 40 लाख टन धान का उठवा सके जोकि यहंा पडा खराब हो रहा है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री को लिखे एक पत्र मेंं श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने उनको परिचित करवाया कि जब से रबी की फसल पकने वाली है, पंजाब को इस की संभाल की बडी समस्या का सामाना करना पड रहा है क्योकि एफ सी आई द्वारा धान को न उठाये जाने के कारण 40 लाख टन धान पंजाब में पडा खराब हो रहा हेै, जबकि इस समय देश भर में हजारों लोगों को प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर होना पड रहा है।
श्रीमती बादल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री के ध्यान में लाया कि एफ सी आई द्वारा धान की पी ए यू 201 किस्म को यह कह कर उठाया नही जा रहा क्योकि इसमें नकुसान मजंूर शुद्धा 5 प्रतिशत से अधिक है उन्होंने बताया कि अधिक झाड और कम पानी की खपत करने वाली धान की इस किस्म को सी आई पी एच टी टी लुृधियाना द्वारा करवाई गई हेै आई सी आर स्टडी द्वारा पूरी तरह मान्यता मिली हुई हेेै। उन्होंने बताया कि पी एफ के अधिकारियों द्वारा लिये गये नमूनों को भी एक प्रयोग शाला द्वारा ठीक ठहराया जा चुका है।
वातावरण के परिवर्तन के चलते वर्ष 2001-2002 दौरान धान से चावल की प्राप्ति दर को 67 प्रतिशत से घटाकर 64 प्रतिशत करने का हवाला देते हुये श्रीमती बादल ने कहा कि पंजाब में बीती गर्म ऋ तु दौरान 65 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद यहां के किसानों और पंजाब सरकार ने अपने हर संभव स्त्रोत का प्रयोग किया ताकि देश की अन्न सुरक्षा को विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सदी के सबसे बडे सूखे का सामना करते हुये पंजाब ने इन प्रयत्नों के बावजूद 168.35 लाख टन धान की पैदावार की जबकि देश के अन्य हिस्सों में धान के झाड में बडी कमी आई । श्रीमती बादल ने कहा कि सूखे की स्थिति को मददेनजर रखते हुये केवल कडी मेहनत के लिए तारीफ करने के अतिरिक्त न तो पंजाब के किसानो को और न ही राज्य को कोई मुआवजा दिया गया।
श्रीमती बादल ने अपील की है कि श्री शरद पवार स्वयं दखल अदांजी करते हुये एक बार के आधार पर धान से चावल की प्राप्ति की दर वाली शर्त में नरमी की इजाजत दे ताकि देश के अन्न भंडार केा पेशआ रहे इस संकट से निजात मिल सके।
बठिण्डा (लहू की लौ) बठिडा से अकाली दल की लोक सभा सदस्य श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने के न्द्रीय कृषि मंत्री श्री शरद पवार को अपील की कि शीघ्र निर्णय लेते हुये धान से चावल की प्राप्ति की 67 प्रतिशत दर की शर्त को घटा कर 62 प्रतिशत किया जाये ताकि भारतीय खाद्य निगम पंजाब से 40 लाख टन धान का उठवा सके जोकि यहंा पडा खराब हो रहा है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री को लिखे एक पत्र मेंं श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने उनको परिचित करवाया कि जब से रबी की फसल पकने वाली है, पंजाब को इस की संभाल की बडी समस्या का सामाना करना पड रहा है क्योकि एफ सी आई द्वारा धान को न उठाये जाने के कारण 40 लाख टन धान पंजाब में पडा खराब हो रहा हेै, जबकि इस समय देश भर में हजारों लोगों को प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर होना पड रहा है।
श्रीमती बादल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री के ध्यान में लाया कि एफ सी आई द्वारा धान की पी ए यू 201 किस्म को यह कह कर उठाया नही जा रहा क्योकि इसमें नकुसान मजंूर शुद्धा 5 प्रतिशत से अधिक है उन्होंने बताया कि अधिक झाड और कम पानी की खपत करने वाली धान की इस किस्म को सी आई पी एच टी टी लुृधियाना द्वारा करवाई गई हेै आई सी आर स्टडी द्वारा पूरी तरह मान्यता मिली हुई हेेै। उन्होंने बताया कि पी एफ के अधिकारियों द्वारा लिये गये नमूनों को भी एक प्रयोग शाला द्वारा ठीक ठहराया जा चुका है।
वातावरण के परिवर्तन के चलते वर्ष 2001-2002 दौरान धान से चावल की प्राप्ति दर को 67 प्रतिशत से घटाकर 64 प्रतिशत करने का हवाला देते हुये श्रीमती बादल ने कहा कि पंजाब में बीती गर्म ऋ तु दौरान 65 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद यहां के किसानों और पंजाब सरकार ने अपने हर संभव स्त्रोत का प्रयोग किया ताकि देश की अन्न सुरक्षा को विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सदी के सबसे बडे सूखे का सामना करते हुये पंजाब ने इन प्रयत्नों के बावजूद 168.35 लाख टन धान की पैदावार की जबकि देश के अन्य हिस्सों में धान के झाड में बडी कमी आई । श्रीमती बादल ने कहा कि सूखे की स्थिति को मददेनजर रखते हुये केवल कडी मेहनत के लिए तारीफ करने के अतिरिक्त न तो पंजाब के किसानो को और न ही राज्य को कोई मुआवजा दिया गया।
श्रीमती बादल ने अपील की है कि श्री शरद पवार स्वयं दखल अदांजी करते हुये एक बार के आधार पर धान से चावल की प्राप्ति की दर वाली शर्त में नरमी की इजाजत दे ताकि देश के अन्न भंडार केा पेशआ रहे इस संकट से निजात मिल सके।
महिला को विदेश ले जाकर यौन शोषण किया
श्रीगंगानगर। एक विवाहित महिला को विदेश ले जाकर उसका देह शोषण किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस महिला को विदेश ले जाने वाला युवक हाल ही मलेशिया से वापिस आया है। महिला को भी वह साथ में ले आया। पीडि़त महिला ने आज शाम पदमपुर थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर रघुवीरसिंह निवासी चक 36 आरबी के विरूद्ध धारा 420, 366, 328, 376 में मुकदमा दर्ज किया गया। थानाप्रभारी बलराज मान ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उनके अनुसार महिला मनदीपकौर (नाम तब्दील) की शादी लगभग 20 वर्ष पहले श्रीबिजयनगर के निकट एक चक में हुई थी। उसके 18 वर्ष की पुत्री है। मनदीपकौर का कहना है कि रघुवीरसिंह के साथ उसकी मामूली जान-पहचान थी। लगभग चार महीने पहले जब वह पदमपुर के निकट एक चक में अपने पीहर आई हुई थी, तब रघुवीरसिंह उसे विदेश भिजवाने का कहकर पासपोर्ट ले गया। बाद में उसने वीजा का इंतजाम किया। कुछ दिन बाद रघुवीरसिंह उसे दिल्ली ले गया, जहां एयरपोर्ट पर जाने पर फ्लाईट छूट जाने का कहकर एक होटल में ले गया। मनदीपकौर के मुताबिक होटल में रघुवीरसिंह ने उसे नशीली वस्तु खिला दी और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन रघुवीरसिंह उसे दूसरी फ्लाईट से मलेशिया ले गया, जहां उसे नशा दे-देकर उसके साथ यौन शोषण करता रहा। चार-पांच दिन पहले रघुवीरसिंह उसे वापिस ले गया। थानाप्रभारी के मुताबिक रघुवीरसिंह पुराने ट्रैक्टरों की खरीद-फरोख्त का काम करता था। इसी दौरान उसके कुछ ऐसे व्यक्तियों से संपर्क हुए, जो यहां के लोगों के विदेश भेजने का काम करते थे। इन व्यक्तियों के जरिये रघुवीरसिंह ने भी इस क्षेत्र के कुछ युवाओं को मलेशिया भिजवाया। उन्होंने बताया कि रघुवीरसिंह की तलाश शुरू कर दी गई है। मनदीपकौर का मैडिकल चैकअप करवाया जा रहा है।
विकलांग वृद्ध भिखारी की नृशंस हत्या
बीकानेर। बीकानेर रेलवे स्टेशन के सामने फुटपाथ पर एक विकलांग वृद्ध भिखारी की अज्ञात व्यक्तियों ने नृशंस हत्या कर दी। यह भिखारी आज सुबह अपनी ट्राई साईकिल के समीप चारपाई पर रक्त-रंजित अवस्था में मृत पाया गया। बीती रात इस भिखारी को तीन साधू वेशधारी व्यक्तियों के साथ शराब का सेवन करते हुए देखा गया था। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकानेर रेलवे स्टेशन परिसर से इन दिनों जीआरपी-आरपीएफ ने भिखारियों-खानाबदोश व्यक्तियों को खदेड़ा हुआ है। ऐसे व्यक्तियों में से अधिकांश ने अपना ठिकाना स्टेशन के सामने के फुटपाथ को बना लिया है। इसी फुटपाथ पर पिछले कुछ समय डेरा जमाये हुए विकलांग वृद्ध की रात को हत्या हो गई। नजदीक चाय-दूध का खोखा चलाने वाला व्यक्ति आज सुबह जब आया तो उसने भिखारी को मृत देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर डीएसपी (शहर) मुरलीधर किराडू और कोटगेट थानाप्रभारी धर्मसिंह पूनिया पहुंचे। उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की। साथ ही उस वजनी वस्तु को तलाश किया, जिससे भिखारी के सिर में चोट मारी गई। थानाप्रभारी श्री पूनिया के अनुसार करीब 60 वर्षीय यह भिखारी पैरों से विकलांग था। उसने अपनी ट्राई साईकिल को फुटपाथ पर लगाकर इसी पर अपना आशियाना बनाया हुआ था। रात को वह नजदीक खोखेवाले की चारपाई पर सो जाता था। इस खोखेवाले के घर से ही उसके लिए खाना आता था। खोखेवाले ने बताया कि वह रात को जब 11 बजे घर जाने लगा, तब उसने भिखारी को साधू वेशधारी तीन भिखारियों के साथ शराब का सेवन करते हुए देखा था। थानाप्रभारी ने बताया कि मृतक गांजे की चिलम भी पीता था। उसके एक हाथ पर अस्पष्ट नाम गुदा हुआ है। यह नाम पढऩे में कैलाशचंद्र अथवा कृष्णचंद्र पराशर आता है। मृतक उत्तरप्रदेश का निवासी होने की संभावना है। उसके शव को अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। उसकी शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे हैं। शिनाख्त नहीं होने पर उसका नाबालिग के रूप में अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि रात को शराब-चिलम का सेवन करते समय इस भिखारी का झगड़ा हो गया और उसके सिर में वजनी वस्तु मारकर हत्या कर दी गई।
09 मार्च 2010
महिला दिवस पर तीन पुरस्कारों की घोषणा
चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को अपनी पसंद के क्षेत्रों में प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के लिए तीन राज्य पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को सम्मानित करने के लिए यहां आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में बोलते हुए कहा कि 'इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कारÓ नामक प्रथम राज्य स्तरीय पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी। 51,000 रुपये का दूसरा पुरस्कार 'कल्पना चावला शौर्य पुरस्कारÓ कहा जाएगा तथा यह पुरस्कार हरियाणा में जन्मी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में दिया जाएगा। इसी प्रकार, तीसरे पुरस्कार का नाम हरियाणा विधान सभा की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती शन्नो देवी के नाम पर रखा जाएगा और इसके तहत भी 51,000 रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्टï्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बधाई दी तथा उनकेे उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस विश्वभर में मनाया जाता है। उन्होंने हिन्दू पौराणिक कथाओं में से कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि प्राचीन काल में भी महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार प्राप्त थे। उन्होंने कहा कि आज भी, विशेषकर हमारे देश में महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं जैसेकि श्रीमती सोनिया गांधी, यूपीए सरकार की अध्यक्षा हैं, भारत की राष्टï्रपति भी एक महिला है और लोक सभा की अध्यक्ष भी महिला ही है। इससे स्पष्टï होता है कि हमारे देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी अनेक महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं, जैसेकि मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी जिनकी बहन ने भी इसी पद पर कार्य करते हुए प्रदेश की सेवा की। उन्होंने प्रदेश में उच्च पदों पर आसीन कुछ अन्य वरिष्ठï महिला अधिकारियों का भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला आरक्षण बिल उस समय से अधर में लटका है, जब वे सांसद थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि कई बार कुछ महिलाओं ने ही स्वयं इस बिल का विरोध किया है। वे चाहते हैं कि अब यह बिल पास हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शैक्षणिक एवं सामाजिक-आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक अनूठी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं ने लिंगानुपात को संतुलित करने तथा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री, जिन्होंने हरियाणा की उत्कृ ष्टï महिलाओं को भी सम्मानित किया, ने कहा कि यह बहुत ही उत्साहजनक है कि हरियाणा की एक महिला डॉ0 सुनीता देवी, हॉस्टल वार्डन, महर्षि विश्वविद्यालय, रोहतक को आज नई दिल्ली में भारत की राष्टï्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल 'रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कारÓ प्रदान करके सम्मानित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने डा० सुनीता देवी, जो इस अवसर पर उपस्थित नहीं थी, को सम्मान स्वरूप 51,000 रुपये देने की घोषणा की।
डा० सुनीता देवी आज राष्टï्रपति से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में हैं। रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार के तहत तीन लाख रुपये की नकद राशि तथा प्रशस्ति प्रमाण प्रत्र प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर बताया गया कि डा० सुनीता देवी एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और आज वे पीएचडी हैं। स्वयं शारीरिक रूप से विकलांग होने के बाबजूद महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए उन द्वारा किए जा रहे उत्कृष्टï कार्यों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की तथा उनसे महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार की तर्ज पर राज्य पुरस्कार शुरू करने का आग्रह किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती अनिता यादव ने लोगों से आग्रह किया कि वे दहेज प्रथा एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए एक जन आंदोलन चलाएं। उन्होंने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा हुड्डïा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सदा उन्हें महिलाओं एवं बच्चों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित करने के लिए प्रेरित किया है।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं, विशेषकर सरकारी कर्मचारियों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित किए हैं। अब महिला कर्मचारी अपने अर्जित अवकाश के अलावा 730 दिनों का बाल अनुरक्षण अवकाश प्राप्त कर सकती हैं। सरकारी नौकरी में आने के लिए अविवाहित महिलाओं की आयु सीमा को बढ़ाकर 45 वर्ष कर दिया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती शकुन्तला जाखू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल देने तथा महिलाओं के लिए नये अवसर सृजित करने के लिए हमें विकास के एजेंडे को एक नये दृष्टिïकोण के साथ आगे बढ़ाना होगा। सरकार के अधिकारियों को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं से बातचीत करनी चाहिए, जिन्हें अवसर नहीं मिल रहे हैं ताकि वे उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 'आशा- आहार है औषध, औषध है आहारÓ नामक पुस्तक भी जारी की, जो हरियाणा के आयुष विभाग द्वारा तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को पुरस्कार भी दिए। डा० सुनीता देवी के अलावा जिन अन्य तीन महिलाओं को स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सोमवती, गांव बालसमन्द, जिला हिसार; श्रीमती नेहा शर्मा, गांव सागरपुर, जिला फरीदाबाद तथा सुश्री एस आर थरेशा विगास, मंडी डबवाली शामिल हैं। उन्हें 11-11 हजार रुपये की नकद राशि दी गई। अर्जुन अवार्ड प्राप्तकर्ता सर्वसुश्री गीता ज्युत्शी, सुनीता शर्मा, प्रितम सीवाच, ममता खरब, गीतिका झाखड़, शिल्पा सिंह, नीलम जय सिंह एवं अंजु दुआ को 5100-5100 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। साहसिक खेलों की श्रेणी में जिला कैथल की सुश्री ममता सौदा को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2008-09 में लिंगानुपात में सुधार लाने में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने के लिए झज्जर, गुडगांव एवं फरीदाबाद की तीन उपायुक्तों को क्रमश: पांच लाख रुपये, तीन लाख रुपये एवं दो लाख रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। सिरसा की श्रीमती साधना मित्तल को दस बाल विवाह रोकने के लिए 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। उद्यमियों की श्रेणी में श्रीमती चन्द्रीका थाटिया, श्रीमती सुनीता हांडा एवं श्रीमती रेनू कालड़ा को 11,000-11,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज में अपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जिन तीन साक्षर महिला समूहों को सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सीमा रानी, गांव गिद्दावाली, जिला सिरसा; श्रीमती बालकिशा, गांव सुबरी, जिला करनाल तथा श्रीमती पिंकी, गांव कामी, जिला सोनीपत शामिल हैं। प्रत्येक समूह को 11,000-11,000 रुपये दिए गये। श्रेष्ठ आंगवाड़ी वर्कर पुरस्कार के तहत श्रीमती नारायण देवी, गांव पन्नीवाला मोटा, जिला सिरसा; श्रीमती विजय रानी, गांव इंदिरा नगर, जिला फतेहाबाद तथा श्रीमती मधुबाला, गांव खेड़ी बरकी, जिला हिसार को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सम्मानित की गई एएनएम तथा आशा वर्करस में सर्वश्रीमती कृष्णा देवी, एएनएम उप केन्द्र, मोतलाकलां, जिला रेवाड़ी ; अनीता रानी, एएनएम, वजीराबाद, जिला गुडग़ांव; लाजवंती, एएनएम उप केन्द्र, नंगल चौधरी, जिला महेन्द्रगढ़; वंदना, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कालका, जिला पंचकूला; सुनीता जैन, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उगराखेड़ी, जिला पानीपत तथा राजरानी, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इन्द्री, जिला करनाल शामिल हैं। प्रत्येक को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सरकार ने पहली बार 6 मार्च, 2010 को पंचकूला में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसलिए, विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाली 18 महिलाओं को सम्मानित किया गया। 400 मीटर की दौड़ में सोनीपत की ज्योति ने प्रथम, हिसार की ऋतु ने द्वितीय तथा करनाल की रिंकू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर रिले दौड़ में भिवानी की मंजू, सोनिया, मंजू एवं रेनू ने प्रथम, पानीपत की मुनेश, माफी एव कविता ने द्वितीय तथा कैथल की कविता, रानी, बीरा एवं रेनू तृतीय स्थान प्राप्त किया। साईकिल दौड़ में फतेहाबाद की प्रोमिला, अंबाला की निधि एवं गुडग़ांव की नीरज मित्तल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार, मटका दौड़ में भिवानी की बीरमती, रोहतक की रानी तथा भिवानी एवं रोहतक की नीरजा एवं अनिल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर दौड़ में भिवानी की बिमला, रेवाड़ी की सुमन एवं जीन्द की कविता क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही। सभी को 2100-2100 रुपये के नकद पुरस्कार दिए गये।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को सम्मानित करने के लिए यहां आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में बोलते हुए कहा कि 'इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कारÓ नामक प्रथम राज्य स्तरीय पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी। 51,000 रुपये का दूसरा पुरस्कार 'कल्पना चावला शौर्य पुरस्कारÓ कहा जाएगा तथा यह पुरस्कार हरियाणा में जन्मी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में दिया जाएगा। इसी प्रकार, तीसरे पुरस्कार का नाम हरियाणा विधान सभा की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती शन्नो देवी के नाम पर रखा जाएगा और इसके तहत भी 51,000 रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्टï्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बधाई दी तथा उनकेे उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस विश्वभर में मनाया जाता है। उन्होंने हिन्दू पौराणिक कथाओं में से कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि प्राचीन काल में भी महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार प्राप्त थे। उन्होंने कहा कि आज भी, विशेषकर हमारे देश में महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं जैसेकि श्रीमती सोनिया गांधी, यूपीए सरकार की अध्यक्षा हैं, भारत की राष्टï्रपति भी एक महिला है और लोक सभा की अध्यक्ष भी महिला ही है। इससे स्पष्टï होता है कि हमारे देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी अनेक महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं, जैसेकि मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी जिनकी बहन ने भी इसी पद पर कार्य करते हुए प्रदेश की सेवा की। उन्होंने प्रदेश में उच्च पदों पर आसीन कुछ अन्य वरिष्ठï महिला अधिकारियों का भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला आरक्षण बिल उस समय से अधर में लटका है, जब वे सांसद थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि कई बार कुछ महिलाओं ने ही स्वयं इस बिल का विरोध किया है। वे चाहते हैं कि अब यह बिल पास हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शैक्षणिक एवं सामाजिक-आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक अनूठी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं ने लिंगानुपात को संतुलित करने तथा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री, जिन्होंने हरियाणा की उत्कृ ष्टï महिलाओं को भी सम्मानित किया, ने कहा कि यह बहुत ही उत्साहजनक है कि हरियाणा की एक महिला डॉ0 सुनीता देवी, हॉस्टल वार्डन, महर्षि विश्वविद्यालय, रोहतक को आज नई दिल्ली में भारत की राष्टï्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल 'रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कारÓ प्रदान करके सम्मानित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने डा० सुनीता देवी, जो इस अवसर पर उपस्थित नहीं थी, को सम्मान स्वरूप 51,000 रुपये देने की घोषणा की।
डा० सुनीता देवी आज राष्टï्रपति से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में हैं। रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार के तहत तीन लाख रुपये की नकद राशि तथा प्रशस्ति प्रमाण प्रत्र प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर बताया गया कि डा० सुनीता देवी एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और आज वे पीएचडी हैं। स्वयं शारीरिक रूप से विकलांग होने के बाबजूद महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए उन द्वारा किए जा रहे उत्कृष्टï कार्यों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की तथा उनसे महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार की तर्ज पर राज्य पुरस्कार शुरू करने का आग्रह किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती अनिता यादव ने लोगों से आग्रह किया कि वे दहेज प्रथा एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए एक जन आंदोलन चलाएं। उन्होंने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा हुड्डïा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सदा उन्हें महिलाओं एवं बच्चों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित करने के लिए प्रेरित किया है।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं, विशेषकर सरकारी कर्मचारियों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित किए हैं। अब महिला कर्मचारी अपने अर्जित अवकाश के अलावा 730 दिनों का बाल अनुरक्षण अवकाश प्राप्त कर सकती हैं। सरकारी नौकरी में आने के लिए अविवाहित महिलाओं की आयु सीमा को बढ़ाकर 45 वर्ष कर दिया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती शकुन्तला जाखू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल देने तथा महिलाओं के लिए नये अवसर सृजित करने के लिए हमें विकास के एजेंडे को एक नये दृष्टिïकोण के साथ आगे बढ़ाना होगा। सरकार के अधिकारियों को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं से बातचीत करनी चाहिए, जिन्हें अवसर नहीं मिल रहे हैं ताकि वे उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 'आशा- आहार है औषध, औषध है आहारÓ नामक पुस्तक भी जारी की, जो हरियाणा के आयुष विभाग द्वारा तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को पुरस्कार भी दिए। डा० सुनीता देवी के अलावा जिन अन्य तीन महिलाओं को स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सोमवती, गांव बालसमन्द, जिला हिसार; श्रीमती नेहा शर्मा, गांव सागरपुर, जिला फरीदाबाद तथा सुश्री एस आर थरेशा विगास, मंडी डबवाली शामिल हैं। उन्हें 11-11 हजार रुपये की नकद राशि दी गई। अर्जुन अवार्ड प्राप्तकर्ता सर्वसुश्री गीता ज्युत्शी, सुनीता शर्मा, प्रितम सीवाच, ममता खरब, गीतिका झाखड़, शिल्पा सिंह, नीलम जय सिंह एवं अंजु दुआ को 5100-5100 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। साहसिक खेलों की श्रेणी में जिला कैथल की सुश्री ममता सौदा को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2008-09 में लिंगानुपात में सुधार लाने में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने के लिए झज्जर, गुडगांव एवं फरीदाबाद की तीन उपायुक्तों को क्रमश: पांच लाख रुपये, तीन लाख रुपये एवं दो लाख रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। सिरसा की श्रीमती साधना मित्तल को दस बाल विवाह रोकने के लिए 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। उद्यमियों की श्रेणी में श्रीमती चन्द्रीका थाटिया, श्रीमती सुनीता हांडा एवं श्रीमती रेनू कालड़ा को 11,000-11,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज में अपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जिन तीन साक्षर महिला समूहों को सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सीमा रानी, गांव गिद्दावाली, जिला सिरसा; श्रीमती बालकिशा, गांव सुबरी, जिला करनाल तथा श्रीमती पिंकी, गांव कामी, जिला सोनीपत शामिल हैं। प्रत्येक समूह को 11,000-11,000 रुपये दिए गये। श्रेष्ठ आंगवाड़ी वर्कर पुरस्कार के तहत श्रीमती नारायण देवी, गांव पन्नीवाला मोटा, जिला सिरसा; श्रीमती विजय रानी, गांव इंदिरा नगर, जिला फतेहाबाद तथा श्रीमती मधुबाला, गांव खेड़ी बरकी, जिला हिसार को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सम्मानित की गई एएनएम तथा आशा वर्करस में सर्वश्रीमती कृष्णा देवी, एएनएम उप केन्द्र, मोतलाकलां, जिला रेवाड़ी ; अनीता रानी, एएनएम, वजीराबाद, जिला गुडग़ांव; लाजवंती, एएनएम उप केन्द्र, नंगल चौधरी, जिला महेन्द्रगढ़; वंदना, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कालका, जिला पंचकूला; सुनीता जैन, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उगराखेड़ी, जिला पानीपत तथा राजरानी, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इन्द्री, जिला करनाल शामिल हैं। प्रत्येक को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सरकार ने पहली बार 6 मार्च, 2010 को पंचकूला में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसलिए, विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाली 18 महिलाओं को सम्मानित किया गया। 400 मीटर की दौड़ में सोनीपत की ज्योति ने प्रथम, हिसार की ऋतु ने द्वितीय तथा करनाल की रिंकू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर रिले दौड़ में भिवानी की मंजू, सोनिया, मंजू एवं रेनू ने प्रथम, पानीपत की मुनेश, माफी एव कविता ने द्वितीय तथा कैथल की कविता, रानी, बीरा एवं रेनू तृतीय स्थान प्राप्त किया। साईकिल दौड़ में फतेहाबाद की प्रोमिला, अंबाला की निधि एवं गुडग़ांव की नीरज मित्तल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार, मटका दौड़ में भिवानी की बीरमती, रोहतक की रानी तथा भिवानी एवं रोहतक की नीरजा एवं अनिल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर दौड़ में भिवानी की बिमला, रेवाड़ी की सुमन एवं जीन्द की कविता क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही। सभी को 2100-2100 रुपये के नकद पुरस्कार दिए गये।
कृषि-व्यवसाय-योजना एवं विकास नामक परियोजना का शुभारंभ आज
हिसार (लहू की लौ) हरियाणा के राज्यपाल श्री जगन्नाथ पहाडिय़ा, जो इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं, 10 मार्च को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में ''कृषि-व्यवसाय-योजना एवं विकासÓÓ नामक परियोजना का शुभारंभ करेंगे।
यह जानकारी देते हुए आज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एस. खोखर ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि टैक्नोलॉजी विकास की दिशा में किए जा रहे सराहनीय कार्यों से प्रभावित होकर गत दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने विश्वविद्यालय के मानव संसाधन निदेशालय को करीब ढ़ाई करोड़ रूपए की उक्त परियोजना प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि परियोजना शुभारंभ से जुड़ा समारोह गृहविज्ञान महाविद्यालय सभागार में 10 मार्च को 11.30 बजे आरंभ होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लागू होने से देश व प्रदेश के कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में तीव्रता आएगी।
उन्होंने कहा कि मानव संसाधन निदेशालय की बौद्धिक संपदा अधिकार इकाई ने उक्त परियोजना के लोकार्पण के बाद उसे व्यावहारिक तौर पर लागू करने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है।
परियोजना लोकार्पण से पूर्व महामहिम राज्यपाल गृहविज्ञान महाविद्यालय प्रांगण में प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा विकसित समय, श्रम व पैसा बचत की नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। समारोह के बाद राज्यपाल विश्वविद्यालय का दौरा कर विभिन्न कार्यक्रमों का मुआयना भी करेंगे।
यह जानकारी देते हुए आज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एस. खोखर ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि टैक्नोलॉजी विकास की दिशा में किए जा रहे सराहनीय कार्यों से प्रभावित होकर गत दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने विश्वविद्यालय के मानव संसाधन निदेशालय को करीब ढ़ाई करोड़ रूपए की उक्त परियोजना प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि परियोजना शुभारंभ से जुड़ा समारोह गृहविज्ञान महाविद्यालय सभागार में 10 मार्च को 11.30 बजे आरंभ होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लागू होने से देश व प्रदेश के कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में तीव्रता आएगी।
उन्होंने कहा कि मानव संसाधन निदेशालय की बौद्धिक संपदा अधिकार इकाई ने उक्त परियोजना के लोकार्पण के बाद उसे व्यावहारिक तौर पर लागू करने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है।
परियोजना लोकार्पण से पूर्व महामहिम राज्यपाल गृहविज्ञान महाविद्यालय प्रांगण में प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा विकसित समय, श्रम व पैसा बचत की नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। समारोह के बाद राज्यपाल विश्वविद्यालय का दौरा कर विभिन्न कार्यक्रमों का मुआयना भी करेंगे।
अनुसूचित जाति के बच्चों को दी जाएगी नि:शुल्क कोचिंग
डबवाली (लहू की लौ) तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा सत्र 2010 के लिए डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डीईटी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के माध्यम से डिप्लोमा और बी टैक कार्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक हरियाणा के अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए नि:शुल्क कोचिंग के लिए पंजीकरण 8 मार्च से आरम्भ किया जाएगा।
तकनीकी शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को प्रदेश के विभिन्न केन्द्रों पर डी ई टी और ए.आई.र्ई.ई.ई. के लिए नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, जिनमें भिवानी, चरखी दादरी, तोशाम, झज्जर, बहादुरगढ़, रोहतक हिसार, बरवाला, हांसी, रेवाड़ी, सिरसा, जीन्द, नरवाना, टोहाना, कैथल, गुहला चीक्का, करनाल, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, गोहाना, पानीपत, महेन्द्रगढ़, नारनौल, फरीदाबाद, पलवल, गुडग़ांव, अंबाला कैंट, अंबला शहर, पंचकूला और जगाधरी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जिन केन्द्रों पर डी ई टी की नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, उनमें बवानीखेड़ा, लोहारू, भादरा, कलानौर, रतिया, उकलाना, उचानाकलां, डबवाली, ऐलनाबाद, भुना, निगदु, असंध, पेहवा, लाडवा, खरखौदा, नारायणगढ़, रायपुररानी और पिंजौर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डी ई टी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के लिए पंजीकरण 8 मार्च, 2010 से आरम्भ होगा तथा पंजीकरण की अंतिम तिथि 18 मार्च, 2010 है तथा इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग 21 मार्च से आरम्भ हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा डीईटी-2010 और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 के लिए हरियाणा के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को के्रश कोर्स कोचिंग नि:शुल्क दी जा रही है। विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री भी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों, जो विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा में बैठे हैं और डीईटी-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे डीईटी कोचिंग के पात्र हैं। इसके अतिरिक्त, जो विद्यार्थी विज्ञान संकाय से 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे ए.आई.र्ई.ई.ई कोचिंग के लिए पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के सभी इच्छुक उम्मीदवार अपने नजदीकी केन्द्र में डीईटी या ए.आई.र्ई.ई.ई की कोचिंग ले सकते हैं, उन्हें पंजीकरण के लिए अनुसूचित जाति स्कूल सर्टिफिकेट लाना होगा।
तकनीकी शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को प्रदेश के विभिन्न केन्द्रों पर डी ई टी और ए.आई.र्ई.ई.ई. के लिए नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, जिनमें भिवानी, चरखी दादरी, तोशाम, झज्जर, बहादुरगढ़, रोहतक हिसार, बरवाला, हांसी, रेवाड़ी, सिरसा, जीन्द, नरवाना, टोहाना, कैथल, गुहला चीक्का, करनाल, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, गोहाना, पानीपत, महेन्द्रगढ़, नारनौल, फरीदाबाद, पलवल, गुडग़ांव, अंबाला कैंट, अंबला शहर, पंचकूला और जगाधरी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जिन केन्द्रों पर डी ई टी की नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, उनमें बवानीखेड़ा, लोहारू, भादरा, कलानौर, रतिया, उकलाना, उचानाकलां, डबवाली, ऐलनाबाद, भुना, निगदु, असंध, पेहवा, लाडवा, खरखौदा, नारायणगढ़, रायपुररानी और पिंजौर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डी ई टी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के लिए पंजीकरण 8 मार्च, 2010 से आरम्भ होगा तथा पंजीकरण की अंतिम तिथि 18 मार्च, 2010 है तथा इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग 21 मार्च से आरम्भ हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा डीईटी-2010 और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 के लिए हरियाणा के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को के्रश कोर्स कोचिंग नि:शुल्क दी जा रही है। विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री भी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों, जो विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा में बैठे हैं और डीईटी-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे डीईटी कोचिंग के पात्र हैं। इसके अतिरिक्त, जो विद्यार्थी विज्ञान संकाय से 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे ए.आई.र्ई.ई.ई कोचिंग के लिए पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के सभी इच्छुक उम्मीदवार अपने नजदीकी केन्द्र में डीईटी या ए.आई.र्ई.ई.ई की कोचिंग ले सकते हैं, उन्हें पंजीकरण के लिए अनुसूचित जाति स्कूल सर्टिफिकेट लाना होगा।
शादी के बहाने देह शोषण का आरोप
श्रीगंगानगर। स्थानीय पुरानी आबादी की एक युवती ने एक युवक पर शादी करने के बहाने से देह शोषण करने का आरोप लगाया है। युवती द्वारा आज महिला थाने में दर्ज करवाये गए मुकदमे में युवक के परिजनों को भी नामजद किया गया है। पुलिस ने धारा 420, 323, 376 और 34 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रकरण की जानकारी देते पुलिस ने बताया कि पुरानी आबादी की 22 वर्षीय युवती मनीषा (नाम तब्दील) की मां लगभग दो वर्ष पहले बीमार हो जाने के कारण ब्लॉक एरिया के एक प्राइवेट हस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुई थी। उस समय मनीषा को मां की देखभाल के लिए कुछ दिन इस अस्पताल में रहना पड़ा। इस दौरान उसकी मामूली जान-पहचान बसंतसिंह जटसिख नामक युवक से हो गई। मनीषा का कहना है कि बसंतसिंह उन दिनों में कई बार अस्पताल में उसकी मां का हाल-चाल जानने के बहाने से आया। बाद में वह उसके घर भी आने-जाने लगा। यह जान-पहचान दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई।
पुलिस के मुताबिक बसंतसिंह निकटवर्ती गांव ढाबां झालार का निवासी है और वह आईलेट कर रहा है। मनीषा ने मुकदमे में बताया कि घर में आना-जाना हो जाने पर बसंतसिंह ने उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिये। बाद में वह उसके साथ विवाह करने को तैयार हो गया। विगत 17 जून को सुरजीतसिंह कॉलोनी के एक गुरूद्वारा में उसके साथ विवाह कर लिया, लेकिन बसंतसिंह उसे अपने घर ढाबां झालार लेकर नहीं गया। बसंत ने मिनी मायापुरी ऑटो मोबाइल मार्केट के एक होटल में कमरा बुक करवाया हुआ था। होटल में उसे चार दिन तक रखा। इस दौरान वह उसके साथ शारीरिक संसर्ग करता रहा। बसंतसिंह ने अपने घर का माहौल ठीक न होने की मजबूरी जताकर उसे अपने घर ले जाने को तैयार नहीं हुआ। मनीषा के मुताबिक बसंतसिंह ने उसे कुछ दिन तक अपने घर रहने के लिए कहा। वह अपने मां-बाप के पास रहने लगी। इस दौरान बसंतसिंह अकसर उसके पास आता रहा।
पुलिस के अनुसार बसंतसिंह पर मनीषा के घरवाले दबाव डालने लगे कि वह मनीषा को अपने गांव-अपने घर लेकर जाये तो वह टाल-मटोल करने लगा। तब बसंतसिंह ने मनीषा से कहा कि वह आईलेट करके विदेश जाना चाहता है। उसने अभी तक घरवालों को विवाह कर लेने के बारे में कुछ नहीं बताया है। मनीषा को जब बसंतसिंह अपने गांव लेकर नहीं गया तो मनीषा की मां दो-तीन रिश्तेदारों को लेकर ढाबां झालार चली गई। जहां बसंतसिंह के परिजनों ने बताया कि उन्हें पता है कि बसंत ने विवाह कर लिया है, लेकिन वे मनीषा को अपने साथ नहीं रखेंगे। बसंत ने तो मनीषा के साथ मौज-मस्ती करने के लिए संबंध बनाये थे।
पुलिस के मुताबिक मनीषा ने मुकदमे में बसंतसिंह के पिता प्रेमसिंह, भाई रूपसिंह, मां परमजीतकौर, भाभी राजनकौर (पत्नी रूपसिंह) और प्रेमसिंह की एक कथित रखेल अमरजीतकौर को भी नामजद किया है। यह मामला मनीषा द्वारा अदालत में दायर किये गए इस्तगासा के आधार पर दर्ज किया गया है।
प्रकरण की जानकारी देते पुलिस ने बताया कि पुरानी आबादी की 22 वर्षीय युवती मनीषा (नाम तब्दील) की मां लगभग दो वर्ष पहले बीमार हो जाने के कारण ब्लॉक एरिया के एक प्राइवेट हस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुई थी। उस समय मनीषा को मां की देखभाल के लिए कुछ दिन इस अस्पताल में रहना पड़ा। इस दौरान उसकी मामूली जान-पहचान बसंतसिंह जटसिख नामक युवक से हो गई। मनीषा का कहना है कि बसंतसिंह उन दिनों में कई बार अस्पताल में उसकी मां का हाल-चाल जानने के बहाने से आया। बाद में वह उसके घर भी आने-जाने लगा। यह जान-पहचान दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई।
पुलिस के मुताबिक बसंतसिंह निकटवर्ती गांव ढाबां झालार का निवासी है और वह आईलेट कर रहा है। मनीषा ने मुकदमे में बताया कि घर में आना-जाना हो जाने पर बसंतसिंह ने उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिये। बाद में वह उसके साथ विवाह करने को तैयार हो गया। विगत 17 जून को सुरजीतसिंह कॉलोनी के एक गुरूद्वारा में उसके साथ विवाह कर लिया, लेकिन बसंतसिंह उसे अपने घर ढाबां झालार लेकर नहीं गया। बसंत ने मिनी मायापुरी ऑटो मोबाइल मार्केट के एक होटल में कमरा बुक करवाया हुआ था। होटल में उसे चार दिन तक रखा। इस दौरान वह उसके साथ शारीरिक संसर्ग करता रहा। बसंतसिंह ने अपने घर का माहौल ठीक न होने की मजबूरी जताकर उसे अपने घर ले जाने को तैयार नहीं हुआ। मनीषा के मुताबिक बसंतसिंह ने उसे कुछ दिन तक अपने घर रहने के लिए कहा। वह अपने मां-बाप के पास रहने लगी। इस दौरान बसंतसिंह अकसर उसके पास आता रहा।
पुलिस के अनुसार बसंतसिंह पर मनीषा के घरवाले दबाव डालने लगे कि वह मनीषा को अपने गांव-अपने घर लेकर जाये तो वह टाल-मटोल करने लगा। तब बसंतसिंह ने मनीषा से कहा कि वह आईलेट करके विदेश जाना चाहता है। उसने अभी तक घरवालों को विवाह कर लेने के बारे में कुछ नहीं बताया है। मनीषा को जब बसंतसिंह अपने गांव लेकर नहीं गया तो मनीषा की मां दो-तीन रिश्तेदारों को लेकर ढाबां झालार चली गई। जहां बसंतसिंह के परिजनों ने बताया कि उन्हें पता है कि बसंत ने विवाह कर लिया है, लेकिन वे मनीषा को अपने साथ नहीं रखेंगे। बसंत ने तो मनीषा के साथ मौज-मस्ती करने के लिए संबंध बनाये थे।
पुलिस के मुताबिक मनीषा ने मुकदमे में बसंतसिंह के पिता प्रेमसिंह, भाई रूपसिंह, मां परमजीतकौर, भाभी राजनकौर (पत्नी रूपसिंह) और प्रेमसिंह की एक कथित रखेल अमरजीतकौर को भी नामजद किया है। यह मामला मनीषा द्वारा अदालत में दायर किये गए इस्तगासा के आधार पर दर्ज किया गया है।
महिला दिवस पर फिर महिला बनी झपटमारों का निशाना
श्रीगंगानगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन आज एक महिला अज्ञात झपटमारों का निशाना बन गई। जिला अस्पताल में नर्स रत्ना (40) दोपहर 2 बजे ड्यूटी समाप्त होने पर शंकर कॉलोनी अपने घर जा रही थी कि रास्ते में बैंक कॉलोनी की सुनसान गली में मोटरसाइकिल पर आये दो युवकों में से एक ने उसके गले से सोने की चैन झपट ली। दोनों युवक तेजी से मोटरसाइकिल भगा ले गए। दिनदिहाड़े हुई इस घटना से एक बार फिर शहर में दहशत फैल गई। जानकारी मिलते ही डीएसपी (शहर) हरीराम गहलोत खुद बाईपास मार्गों पर नाकाबंदी करने निकल पड़े, जबकि सदर थानाप्रभारी नंदराम सैनी ने मौके पर जाकर अज्ञात युवकों के बारे में जानकारियां जुटाईं। पुरानी आबादी थानाप्रभारी धीरेंद्र शेखावत ने भी मोटरसाइकिल सवारों को पकडऩे के लिए भागदौड़ की, लेकिन सफलता नहीं मिली। डीएसपी गहलोत ने बताया कि युवकों के पास बिना नंबरी काले रंग का बजाज पल्सर मोटरसाइकिल था। इनमें एक युवक मोटा तथा दूसरा पतला था। इनमें से एक युवक के ब्राउन कलर के बाल थे। श्री गहलोत के अनुसार बजाज के डीलरों से पिछले एक महीने में पल्सर मोटरसाइकिल के खरीददारों के नाम-पतों की सूची मांगी गई है। इससे शायद कोई सुराग मिल जाये। शंकर कॉलोनी के थर्ड ब्लॉक के मकान नं. 4 निवासी रत्ना पत्नी बेबी सिप्पी शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर सदर थाना में धारा 382 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
किशोर ने दिखाई हिम्मत: दोपहर लगभग सवा 2 बजे झपटमारी की यह घटना 64 बैंक कॉलोनी के सामने हुई। उस समय नर्स रत्ना पैदल अपने घर जा रही थी। चैन झपटे जाने पर जैसे ही रत्ना ने शोर मचाया, नजदीक के एक मकान से एक किशोर तुरंत ही बाहर आया। उसने भाग रहे युवकों को मारने के लिए ईंट उठाई, लेकिन एक झपटमार युवक ने पलटकर उसे आंखें दिखाई और धमकाया तो यह किशोर डर गया। उसने ईंट वहीं छोड़ दी। युवकों के भाग जाने के बाद वहां काफी भीड़ लग गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि झपटमार युवक बड़ी तेजी से मोटरसाइकिल हनुमानगढ़ रोड की तरफ भगा ले गए।
अनसुलझी वारदातें: श्रीगंगानगर शहर में एक के बाद एक झपटमारी की घटनायें हो रही हैं। यह सभी वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। पुलिस इनमें से एक भी वारदात को नहीं खोल पाई। पिछले महीने तो एक ही दिन में तीन घंटे की अवधि में झपटमारी की तीन घटनायें हो गई थीं। इसके चार दिन बाद डी ब्लॉक में एक ग्रहणी सुमन से चैन झपटकर भाग रहे दो युवक अपना मोटरसाइकिल व मोबाइल फोन मौके पर छोड़ गए। पुलिस ने इस वारदात में शामिल साधूवाली गांव के हरिओम बावरी नामक युवक को पकड़ा, लेकिन उसके दो अन्य साथियों की पहचान हो जाने के बाद भी उन्हें पकड़ा नहीं जा सका। हरिओम से भी पुलिस पहले हुई वारदातों के बारे में कुछ भी जानकारी हासिल नहीं कर पाई।
किशोर ने दिखाई हिम्मत: दोपहर लगभग सवा 2 बजे झपटमारी की यह घटना 64 बैंक कॉलोनी के सामने हुई। उस समय नर्स रत्ना पैदल अपने घर जा रही थी। चैन झपटे जाने पर जैसे ही रत्ना ने शोर मचाया, नजदीक के एक मकान से एक किशोर तुरंत ही बाहर आया। उसने भाग रहे युवकों को मारने के लिए ईंट उठाई, लेकिन एक झपटमार युवक ने पलटकर उसे आंखें दिखाई और धमकाया तो यह किशोर डर गया। उसने ईंट वहीं छोड़ दी। युवकों के भाग जाने के बाद वहां काफी भीड़ लग गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि झपटमार युवक बड़ी तेजी से मोटरसाइकिल हनुमानगढ़ रोड की तरफ भगा ले गए।
अनसुलझी वारदातें: श्रीगंगानगर शहर में एक के बाद एक झपटमारी की घटनायें हो रही हैं। यह सभी वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। पुलिस इनमें से एक भी वारदात को नहीं खोल पाई। पिछले महीने तो एक ही दिन में तीन घंटे की अवधि में झपटमारी की तीन घटनायें हो गई थीं। इसके चार दिन बाद डी ब्लॉक में एक ग्रहणी सुमन से चैन झपटकर भाग रहे दो युवक अपना मोटरसाइकिल व मोबाइल फोन मौके पर छोड़ गए। पुलिस ने इस वारदात में शामिल साधूवाली गांव के हरिओम बावरी नामक युवक को पकड़ा, लेकिन उसके दो अन्य साथियों की पहचान हो जाने के बाद भी उन्हें पकड़ा नहीं जा सका। हरिओम से भी पुलिस पहले हुई वारदातों के बारे में कुछ भी जानकारी हासिल नहीं कर पाई।
08 मार्च 2010
अग्निकांड पीडि़त 10 मार्च को डीएवी के खिलाफ निकालेंगे कैंडल मार्च
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़त एसोसिएशन की एक आवश्यक बैठक अग्निकांड स्मारक स्थल पर रविवार शाम को विनोद बांसल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा अग्निकांड पीडि़तों के पक्ष में सुनाये गये मुआवजा के विरोध में डीएवी द्वारा उच्चतम न्यायालय में जाने पर कड़ी आपत्ति जताई गई। यह जानकारी देते हुए विनोद बांसल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि डीएवी की इस नीति के खिलाफ अग्निकांड पीडि़त 10 मार्च बुधवार को शाम 5 बजे कैंडल मार्च का आयोजन करेंगे। यह मार्च अग्रवाल धर्मशाला से शुरू होकर मुख्य बाजार में से होता हुआ अग्निकांड स्मारक स्थल तक पहुंचेगा।
इस मौके पर अग्निकांड पीडि़तों में से डॉ. अरूण बांसल, राजीव वढ़ेरा, सुनील सेठी, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर अग्निकांड पीडि़तों में से डॉ. अरूण बांसल, राजीव वढ़ेरा, सुनील सेठी, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह आदि उपस्थित थे।
अग्निकांड पीडि़तों के लिए मुआवजा राशि घोषित करना इनेलो के संघर्ष की जीत
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार द्वारा अग्निकांड पीडि़तों के लिए मुआवजा राशि जारी करने के कदम को इनेलो के संघर्ष की जीत बताते हुए इनेलो नेताओं ने विधायक अजय सिंह चौटाला का आभार जताया है।
पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रणवीर सिंंह राणा जिला प्रधान महासचिव इनेलो तथा पूर्व अध्यक्ष नगर सुधार मंडल डबवाली, दर्शन मोंगा, सतपाल महाश्य, पार्षद सुखमन्दर सिंह सरां, हरबन्स लाल भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, सुभाष मित्तल पार्षद, डॉ. ओमप्रकाश सचदेवा, मल्ली ग्रोवर, ओमकार गोयल, मलकीत सिंह सूच, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, बिल्लू जुनेजा, नसीब गार्गी, अशोक सिंगला, अजनीश कैनेडी ने संयुक्त रूप से कहा कि लगभग तीन माह पूर्व उच्च न्यायालय ने अपने महत्वपूर्ण फैसले में प्रदेश सरकार को निर्देश जारी किये थे कि अग्निकांड पीडि़तों को तयशुदा मुआवजा राशि प्रदान करे। परन्तु प्रदेश सरकार ने जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए उच्चतम न्यायालय में जाने की तैयारी करके अग्निकांड पीडि़तों के जख्मों को कुरेदने का काम किया। इस बारे में जब स्थानीय विधायक अजय सिंंह चौटाला को जानकारी मिली तो उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए अग्निकांड पीडि़तों के लिए संघर्ष का बिगुल बजा दिया।
इनेलो नेताओं ने आगे कहा कि अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं के साथ अग्रिकांड पीडि़तों के लिए धरना दिया और उपमण्डलाधीश की मार्फत राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजकर सरकार को उच्चतम न्यायालय में जाने से रोकने का आग्रह किया था। परिणाम स्वरूप प्रदेश सरकार को उच्चतम न्यायालय में अपील करने की हठधर्मिता छोड़कर मुआवजा राशि जारी करने के लिए विवश होना पड़ा। नेताओं ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने मानवीय भावनाओं को समझती तो उच्च न्यायालय का फैसला होते ही राशि जारी कर देती। उन्होंने मांग की कि प्रदेश कांग्रेस सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को अन्य प्रमुख मांगों जैसे सरकारी नौकरी प्रदान करना, बर्न यूनिट स्थापित करने जैसी मांगों को तुरन्त प्रभाव से स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अजय चौटाला ने डबवाली अग्निकांड के शहीदों की पुण्यतिथि पर पांच पीडि़त परिवारों को नौकरी देने की घोषणा करके तीन को तो नौकरी दे दी है।
पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रणवीर सिंंह राणा जिला प्रधान महासचिव इनेलो तथा पूर्व अध्यक्ष नगर सुधार मंडल डबवाली, दर्शन मोंगा, सतपाल महाश्य, पार्षद सुखमन्दर सिंह सरां, हरबन्स लाल भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, सुभाष मित्तल पार्षद, डॉ. ओमप्रकाश सचदेवा, मल्ली ग्रोवर, ओमकार गोयल, मलकीत सिंह सूच, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, बिल्लू जुनेजा, नसीब गार्गी, अशोक सिंगला, अजनीश कैनेडी ने संयुक्त रूप से कहा कि लगभग तीन माह पूर्व उच्च न्यायालय ने अपने महत्वपूर्ण फैसले में प्रदेश सरकार को निर्देश जारी किये थे कि अग्निकांड पीडि़तों को तयशुदा मुआवजा राशि प्रदान करे। परन्तु प्रदेश सरकार ने जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए उच्चतम न्यायालय में जाने की तैयारी करके अग्निकांड पीडि़तों के जख्मों को कुरेदने का काम किया। इस बारे में जब स्थानीय विधायक अजय सिंंह चौटाला को जानकारी मिली तो उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए अग्निकांड पीडि़तों के लिए संघर्ष का बिगुल बजा दिया।
इनेलो नेताओं ने आगे कहा कि अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं के साथ अग्रिकांड पीडि़तों के लिए धरना दिया और उपमण्डलाधीश की मार्फत राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजकर सरकार को उच्चतम न्यायालय में जाने से रोकने का आग्रह किया था। परिणाम स्वरूप प्रदेश सरकार को उच्चतम न्यायालय में अपील करने की हठधर्मिता छोड़कर मुआवजा राशि जारी करने के लिए विवश होना पड़ा। नेताओं ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने मानवीय भावनाओं को समझती तो उच्च न्यायालय का फैसला होते ही राशि जारी कर देती। उन्होंने मांग की कि प्रदेश कांग्रेस सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को अन्य प्रमुख मांगों जैसे सरकारी नौकरी प्रदान करना, बर्न यूनिट स्थापित करने जैसी मांगों को तुरन्त प्रभाव से स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अजय चौटाला ने डबवाली अग्निकांड के शहीदों की पुण्यतिथि पर पांच पीडि़त परिवारों को नौकरी देने की घोषणा करके तीन को तो नौकरी दे दी है।
जरूरतमंद को गरीब कहना गलत-काण्डा
डबवाली (लहू की लौ) श्री सालासर पैदल यात्रा संघ ने रविवार को यहां के कम्युनिटी हाल में 51 कन्याओं की सामूहिक शादियों का 10वां आयोजन मुख्यातिथि गोबिन्द काण्डा मुख्य सेवक तारा बाबा कुटिया, सिरसा के सानिध्य में सम्पन्न किया। जिसमें 15 शादियां हिन्दू रीति-रिवाज से और 36 शादियां आनन्द कारज से करवाई गई।
सालासर पैदल यात्रा संघ ने करवाई 51 कन्याओं की सामूहिक शादियां
इस मौके पर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए गोबिन्द काण्डा ने कहा कि जो लड़कियां सामूहिक आयोजन के दौरान विवाह बंधन में बंधी है, वे गरीब नहीं, जरूरतमंद जरूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियां में कोई गरीब नहीं है और किसी को भी गरीब कहकर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। काण्डा ने इस मौके पर सामाजिक संस्थाओं से भ्रूण हत्या के खिलाफ भी आवाज बुलन्द करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उनके तथा उनके भाई गोपाल काण्डा के दरवाजे डबवाली के लोगों के लिए हमेशा से खुले हैं। वे कोई भी अपनी समस्या उनके समक्ष रखकर उसका समाधान पा सकते हैं।
संघ के प्रधान मामराज शर्मा ने बताया कि 10 वर्षों में संघ 448 सामूहिक शादियां करवा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर श्री राम शरणम् डबवाली ने भी विशेष सहयोग दिया।
इस अवसर पर स्वामी शंकरानन्द, लाल जी महर्षि, एसडीएम मुनीश नागपाल, विकास गर्ग दिल्ली, भागीरथ गुप्ता एडवोकेट सिरसा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा
जैन, डॉ. प्रेमकान्ता आहलुवालिया, रामलाल बागड़ी, दरिया सिंह नामधारी, राजेन्द्र जैन, राकेश बांसल जेई, बख्तावर मल दर्दी, मुरारी लाल शर्मा, राकेश वधवा, मोहन लाल कौशिक, बलवन्त तायल, रमेश झालरिया, रमेश काला ठेकेदार, राजेन्द्र कुमार बिट्टू ठेकेदार, राजकुमार पटवारी, श्याम सुन्दर मित्तल, राकेश सिंगला, सुरेश मित्तल, गोपाल मित्तल, पार्षद रमेश बागड़ी, यशपाल गर्ग, महावीर प्रसाद गोयल, सतपाल बागड़ी, विजय बागड़ी, सुभाष मित्तल, मास्टर प्रकाश चन्द गुप्ता, लेडीज कब मास्टर शेरगढ़ मंजू बाला, मनोज कुमार, जगदीश राय आदि उपस्थित थे। मंच संचालन बंटी गोयल ने किया। इस मौके पर गोबिन्द काण्डा ने संघ को 31,000 रूपये, राजन सिंगला चण्डीगढ़ ने 51,000 रूपये की सहयोगी राशि दी।
सालासर पैदल यात्रा संघ ने करवाई 51 कन्याओं की सामूहिक शादियां
इस मौके पर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए गोबिन्द काण्डा ने कहा कि जो लड़कियां सामूहिक आयोजन के दौरान विवाह बंधन में बंधी है, वे गरीब नहीं, जरूरतमंद जरूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियां में कोई गरीब नहीं है और किसी को भी गरीब कहकर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। काण्डा ने इस मौके पर सामाजिक संस्थाओं से भ्रूण हत्या के खिलाफ भी आवाज बुलन्द करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उनके तथा उनके भाई गोपाल काण्डा के दरवाजे डबवाली के लोगों के लिए हमेशा से खुले हैं। वे कोई भी अपनी समस्या उनके समक्ष रखकर उसका समाधान पा सकते हैं।
संघ के प्रधान मामराज शर्मा ने बताया कि 10 वर्षों में संघ 448 सामूहिक शादियां करवा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर श्री राम शरणम् डबवाली ने भी विशेष सहयोग दिया।
इस अवसर पर स्वामी शंकरानन्द, लाल जी महर्षि, एसडीएम मुनीश नागपाल, विकास गर्ग दिल्ली, भागीरथ गुप्ता एडवोकेट सिरसा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा
जैन, डॉ. प्रेमकान्ता आहलुवालिया, रामलाल बागड़ी, दरिया सिंह नामधारी, राजेन्द्र जैन, राकेश बांसल जेई, बख्तावर मल दर्दी, मुरारी लाल शर्मा, राकेश वधवा, मोहन लाल कौशिक, बलवन्त तायल, रमेश झालरिया, रमेश काला ठेकेदार, राजेन्द्र कुमार बिट्टू ठेकेदार, राजकुमार पटवारी, श्याम सुन्दर मित्तल, राकेश सिंगला, सुरेश मित्तल, गोपाल मित्तल, पार्षद रमेश बागड़ी, यशपाल गर्ग, महावीर प्रसाद गोयल, सतपाल बागड़ी, विजय बागड़ी, सुभाष मित्तल, मास्टर प्रकाश चन्द गुप्ता, लेडीज कब मास्टर शेरगढ़ मंजू बाला, मनोज कुमार, जगदीश राय आदि उपस्थित थे। मंच संचालन बंटी गोयल ने किया। इस मौके पर गोबिन्द काण्डा ने संघ को 31,000 रूपये, राजन सिंगला चण्डीगढ़ ने 51,000 रूपये की सहयोगी राशि दी।
गर्मी से पहले आया जल संकट
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गर्मी अभी शुरू भी नहीं हुई लेकिन गांव नुहियांवाली में ग्रामीणों को अभी से पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। गांववासियों के अनुसार इस समस्या का कारण पानी की सप्लाई सुचारू रूप से न होना है। गांववासी रायसिंह, बद्रीराम, दलीप कुमार, रामकुमार व रोशन लाल आदि ने बताया कि गांव के जलघर में पानी स्टोर करने हेतु दो बड़ी डिग्गियां हैं और एक नलकूप लगा हुआ है लेकिन जलघर कर्मियों द्वारा सुचारू ढंग से जल सप्लाई न किए जाने के कारण गांव के सभी हिस्सों में पानी नहीं पहुंच पाता। ऐसी स्थिति में गांव के मुख्य चौक व फिरनी वाले क्षेत्र में पानी नहीं पहुंच पाता। गांववासियों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी पानी सप्लाई करते समय भेदभाव करते हैं जिसके कारण लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है।
इस विषय में विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी जैन से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पूरे गांव में जल सप्लाई सुचारू रूप से करने की व्यवस्था शीघ्र कर दी जाएगी और यदि कोई जलघर कर्मी लापरवाही करता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
इस विषय में विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी जैन से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पूरे गांव में जल सप्लाई सुचारू रूप से करने की व्यवस्था शीघ्र कर दी जाएगी और यदि कोई जलघर कर्मी लापरवाही करता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
वाहन चालक परेशान
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सिरसा से संगरिया लिंक रोड खस्ता हालत में है और गांव घुकांवाली से लेकर रामपुरा बिश्रोइया तक सड़क बेहद खराब स्थिति है जिसके कारण मात्र 15 किलोमीटर का यह मार्ग पार करने में वाहन चालकों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग पर सड़क धंस गई है और सड़क ऊबड़ खाबड़ हो गई है जिसके कारण वाहनों के दुघर्टनाग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है।
वाहन चालकों नुहियांवाली के रामेश्वर, रत्ताखेड़ा के सही राम, घुकांवाली के मेजर सिंह व निहाल बैनिवाल तथा गांव राजपुरा के सरदारा सिंह व सर्वजीत आदि ने बताया कि सड़ का यह टुकड़ा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और जगह जगह गड्ढे हो जाने के कारण उन्हें भारी परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि इस विषय में विभाग के अधिकारियों को अनेक बार अवगत करवाया गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि सिरसा संगरिया नामक इस मार्ग के आसाखेड़ा से गोरीवाला व पन्नीवाला मोटा से घुकांवाली तक के हिस्से को नए सिरे से बना दिया गया है लेकिन यह 15 किलोमीटर का टुकड़ा अभी भी खस्ताहाल है जिसे अतिशीघ्र ठीक किए जाने की आवश्यकता है।
इस विषय में पीडब्ल्यूडी सिरसा के एसडीओ बुधराम से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि इस सड़क की रिपेयर सन 2001-02 में करवाई गई थी। अब अगले वित्त वर्ष के शुरू में इस सड़क की रिपेयर करवा दी जाएगी।
वाहन चालकों नुहियांवाली के रामेश्वर, रत्ताखेड़ा के सही राम, घुकांवाली के मेजर सिंह व निहाल बैनिवाल तथा गांव राजपुरा के सरदारा सिंह व सर्वजीत आदि ने बताया कि सड़ का यह टुकड़ा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और जगह जगह गड्ढे हो जाने के कारण उन्हें भारी परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि इस विषय में विभाग के अधिकारियों को अनेक बार अवगत करवाया गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि सिरसा संगरिया नामक इस मार्ग के आसाखेड़ा से गोरीवाला व पन्नीवाला मोटा से घुकांवाली तक के हिस्से को नए सिरे से बना दिया गया है लेकिन यह 15 किलोमीटर का टुकड़ा अभी भी खस्ताहाल है जिसे अतिशीघ्र ठीक किए जाने की आवश्यकता है।
इस विषय में पीडब्ल्यूडी सिरसा के एसडीओ बुधराम से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि इस सड़क की रिपेयर सन 2001-02 में करवाई गई थी। अब अगले वित्त वर्ष के शुरू में इस सड़क की रिपेयर करवा दी जाएगी।
अघोषित कटों से किसान परेशान
बनवाला (जसवन्त जाखड़) बनवाला क्षेत्र में बिजली के अघोषित कट लगने के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने मांग की है कि बिजली सप्लाई में शीघ्र ही सुधार न किया गया तो वे बिजलीघर के समक्ष प्रदर्शन करने व ताला जड़ देने को मजबूर हो जाएंगे। साहिब राम नंबरदार, जगदीश जाखड़, महावीर कुम्हार, श्रवण गोदारा, जयबीर जाखड़, बनवारी जाखड़, राममूर्ति जाखड़, सुशील व प्रवीण शर्मा आदि किसानो ने बताया कि उन्हें नियमानुसार बिजली 5 घंटे मिल रही थी लेकिन अब इन 5 घंटों में इतने कट लगा दिए जाते हैं कि खेतों में सिंचाई कार्य पूरा नहीं पाता इसलिए किसानों को डीजल फंूककर सिंचाई करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि गांव को मिलने वाली बिजली में भी कट बढ़ा दिए गए हैं जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई करने में वाधा उत्पन हो रही है। किसानों ने बताया कि 5 घंटे में कई बार कट लगा दिए जाते हैं जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि यदि इस प्रकार से बिजली के कट लगते रहे तो सभी किसानों को एकजुट होकर बिजली घर पर ताला लगाने पर मजबूर होना पडेगा। उन्होंने बताया कि किसानों को पिछले 10 दिन से यह परेशानी आ रही है जिसके कारण किसानों को पूरी रात जागते हुए काटनी पड़ती है। उन्होंने मांग की कि उन्हें पूरे 5 घंटे बिजली दी जाए ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इस विषय में विभाग के उपमंडल अधिकारी डबवाली गुलशन वधवा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि बिजली के कट ऊपर से मिले आदेशों के अनुसार लगाए जाते हैं और ज्यादा लोड होने के कारण वोल्टेज कम हो जाती है लेकिन लोड की समस्या को शीघ्र ही दूर कर दिया जाएगा।
दोनों कार चोर कार सहित काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) शनिवार को गांव नुहियांवाली से चोरी की गई कार को चुराने वाले दोनों कार चोरों को ओढ़ां पुलिस ने कार सहित गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि नुहियांवाली में निर्माणाधीन 400 केवी पावर हाऊस में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता भरत कुमार का भाई भाल सिंह पुत्र मोहन लाल गांव धोतड़ सफेद रंग कर मारूति कार में अपने भाई से मिलने आया और रोड पर डिग्गी के पास कार खड़ी करके अपने भाई से मिलने चला गया। एक घंटे बाद जब वो वापिस आया तो देखा कार वहां पर नहीं थी। इधर उधर पूछताछ किए जाने पर पता चला कि ईश्वर पुत्र कालूराम व मंगतू पुत्र गुरदयाल दोनों निवासी नुहियांवाली कार को चोरी करके ले गए हैं। ओढ़ां पुलिस ने भाल सिंह के बयान पर इन दोनों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी। रविवार को उन दोनों की तलाश में हंसराज एएसआई के नेतृत्व में मुद्दई भाल सिंह के साथ गई पुलिस टीम ने दोनों को घुकांवाली के बस अड्डे पर काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि घुकांवाली के बस स्टेंड पर कार में सवार उन दोनों को भाल सिंह ने पहचान लिया। कार को ईश्वर चला रहा था और मंगतु उसके साथ बैठा था। पुलिस ने दोनों को कार सहित काबू कर लिया तथा सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौपेंगे वन मजदूर
डबवाली (लहू की लौ) वन विभाग मजदूर यूनियन रेंज शाखा डबवाली की साधारण बैठक रेंज प्रधान अजमेर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें वन विभाग मजदूर यूनियन के 26 मार्च को होने वाले जिला सम्मेलन के बारे में बताया गया। इस मौके पर यूनियन के जिला प्रधान भाला राम भारूखेड़ा ने कहा कि वामपंथी पार्टी के आह्वान पर महंगाई के विरोध में 12 मार्च को संसद का घेराव किया जाएगा। जिसमें हजारों मजदूर भाग लेंगे। वन विभाग रेंज डबवाली के प्रधान अजमेर सिंह ने कहा कि सोमवार को वे अपनी मांगों को लेकर रेंज ऑफिसर का मांग पत्र देंगे। मांग पूरी न होने पर सभी मजदूर आंदोलन करेंगे। इस बैठक में वीरचन्द, सुभा राम, विजय, राजकुमार, गोगी आदि भी शामिल हुए।
सरकार को बदनाम करने वाले अधिकारियों की सूचि मुख्यमंत्री को सौंपेंगे कांग्रेसी
डबवाली (लहू की लौ) ब्लाक कांग्रेस कमेटी डबवाली ने यहां के रैस्ट हाऊस में ब्लाक प्रधान रामजी लाल की अध्यक्षता में एक बैठक करके संगठन को मजबूत करने, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान देने और जो अधिकारी सरकार को बदनाम करने की साजिश रखते हैँ उनकी सूचि सरकार को उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। यह जानकारी देते हुए ब्लाक प्रधान रामजीलाल ने बताया कि हर महीने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बैठक होगी और जो अधिकारी कार्यकर्ताओं के काम के लिए अनदेखी करेगा उसके खिलाफ कार्य अमल में लाई जायेगी। इस बैठक में नवरतन बांसल शहरी प्रधान, सतपाल जैन, बलदेव राज शर्मा, नन्द लाल धानक, कश्मीर सिंह तनेजा, जगपाल सिंह, प्रकाश चन्द बांसल, बख्तावर मल दर्दी, आरके वर्मा, लेखराज धमीजा, गोपाल मित्तल महासचिव, पार्षद जगदीप सूर्या, सुरजीत चावला, भूषण बांसल, ओमप्रकाश खटीक, जयदयाल मैहता, सतपाल जिन्दल, हेमराज जिन्दल, मूलचन्द जोईया आदि उपस्थित थे। जानकार सूत्रों के अनुसार इस बैठक में एक सात सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया है। जो कांग्रेसियों में चल रहे अंत: कलह को खत्म करेगी।
डबवाली रेलवे स्टेशन की समस्याओं के समाधान के लिए महाप्रबन्धक ने दिलाया विश्वास
डबवाली (लहू की लौ) उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर के महाप्रबंधक जनशिकायत राजीव सिंह ने यहां के तरसेम कुमार पुत्र नारायण की शिकायत के जवाव में भेजे पत्र में डबवाली रेलवे स्टेशन की समस्याओं व सुधार के बारे में विश्वस्त किया है।
महाप्रबंधक जन शिकायत ने कहा है कि मंडी डबवाली रेलवे स्टेशन पर दूसरा प्लेटफार्म बनाने के लिए औचित्य मंडल अभियन्ता बीकानेर को भेज दिया गया है। वर्तमान लदान के लिए लाईन नं. 4 को सीधा कर एक प्लेसमैंट तैयार किया गया है एवं अनाज मंडी की ओर जाने का कोई औचित्य नहीं बनता है। स्टेशन पर शौचालय (पे एंड यूज) तैयार है। ठेका कार्यवाही होते ही चालू करवा दिया जायेगा। उन्होंने डबवाली रेलवे स्टेशन की समस्याओं व सुधार के बारे में आगे लिखा है कि कोच गाइडैंस बोर्ड व टच स्क्रीन को ठीक रखने के लिए वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूर संचार अभियन्ता/बीकानेर को अवगत करवा दिया गया है। सवारी गाडिय़ों के रूकने का समय मंडी डबवाली स्टेशन समुचित है। उनके अनुसार रेलवे स्टेशन पर सब्जी, पूड़ी, दहीबढ़ा, नमकीन ट्रॉली का कोर्ट केस लाईसैंस फीस बकाया होने के संबंध में लम्बित है। हनुमानगढ़-जयपुर गाड़ी को बठिण्डा या मंडी डबवाली तक बढ़ाये जाने बाबत वाणिज्य औचित्य नहीं बनता है। उन्होंने यह भी अपने उत्तर में यह भी बताया है कि बठिण्डा-जम्मुतवी गाड़ी का अनुरक्षण बठिण्डा में होता है। इस गाड़ी का 9223/9224 पश्चिम रेलवे की गाड़ी से लिंक है, इसके आने-जाने के कनेक्शन में 237 व 238 पैसेंजर गाड़ी उपलब्ध है।
महाप्रबंधक जन शिकायत ने कहा है कि मंडी डबवाली रेलवे स्टेशन पर दूसरा प्लेटफार्म बनाने के लिए औचित्य मंडल अभियन्ता बीकानेर को भेज दिया गया है। वर्तमान लदान के लिए लाईन नं. 4 को सीधा कर एक प्लेसमैंट तैयार किया गया है एवं अनाज मंडी की ओर जाने का कोई औचित्य नहीं बनता है। स्टेशन पर शौचालय (पे एंड यूज) तैयार है। ठेका कार्यवाही होते ही चालू करवा दिया जायेगा। उन्होंने डबवाली रेलवे स्टेशन की समस्याओं व सुधार के बारे में आगे लिखा है कि कोच गाइडैंस बोर्ड व टच स्क्रीन को ठीक रखने के लिए वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूर संचार अभियन्ता/बीकानेर को अवगत करवा दिया गया है। सवारी गाडिय़ों के रूकने का समय मंडी डबवाली स्टेशन समुचित है। उनके अनुसार रेलवे स्टेशन पर सब्जी, पूड़ी, दहीबढ़ा, नमकीन ट्रॉली का कोर्ट केस लाईसैंस फीस बकाया होने के संबंध में लम्बित है। हनुमानगढ़-जयपुर गाड़ी को बठिण्डा या मंडी डबवाली तक बढ़ाये जाने बाबत वाणिज्य औचित्य नहीं बनता है। उन्होंने यह भी अपने उत्तर में यह भी बताया है कि बठिण्डा-जम्मुतवी गाड़ी का अनुरक्षण बठिण्डा में होता है। इस गाड़ी का 9223/9224 पश्चिम रेलवे की गाड़ी से लिंक है, इसके आने-जाने के कनेक्शन में 237 व 238 पैसेंजर गाड़ी उपलब्ध है।
विकलांग बच्चों के लिए 43 स्कूलों में बनेंगे रैंप
डबवाली (लहू की लौ) जिला के सरकारी स्कूलों में पढऩे विकलांग बच्चों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए जिला में 2 लाख 79 हजार रुपए की राशि खर्च करके 43 स्कूलों में रैंप बनवाएं जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए विभागीय प्रवक्ता ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत पूरे प्रदेश में 774 सरकारी स्कूलों में रैंप की व्यवस्था करवाने की योजना है। इस योजना के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 50 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है। सबसे अधिक राशि सोनीपत जिला में 5 लाख 73 हजार, हिसार जिले में 4 लाख 42 हजार, भिवानी में 3 लाख 96 हजार, फरीदाबाद में 3 लाख 65 हजार तथा सिरसा जिला में 2 लाख 79 हजार की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि रैंप बनवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चयनित प्रत्येक स्कूल में 6500 रुपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सरकारी उच्च विद्यालयों, माध्यमिक तथा प्राथमिक विद्यालयों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों में रैंप बनवाए जाएंगे अर्थात जिन स्कूलों में ज्यादा जरुरुत है उनमें रैंप बनवाने का कार्य पहले किया जाएगा। जो स्कूल शेष रह जाएंगे उनके लिए आगामी सत्र मेंऔर अधिक राशि स्वीकृत की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों में शारीरिक रुप से विकलांग बच्चें पढ़ते है और जो ट्राई साईकिल पर स्कूल आते है, स्कूल के कमरों का लैवल ग्राउंड से ऊंचा होने के कारण इन बच्चों की ट्राई साइकिलें कमरों के द्वार तक नहीं पहुंच पाती जिससे विकलांग बच्चों को जमीन पर चलकर कक्षाओं तक पहुंचना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए हरियाणा प्राथामिक शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूलों में रैंप बनाने की स्वीकृति दी है।
यह जानकारी देते हुए विभागीय प्रवक्ता ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत पूरे प्रदेश में 774 सरकारी स्कूलों में रैंप की व्यवस्था करवाने की योजना है। इस योजना के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 50 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है। सबसे अधिक राशि सोनीपत जिला में 5 लाख 73 हजार, हिसार जिले में 4 लाख 42 हजार, भिवानी में 3 लाख 96 हजार, फरीदाबाद में 3 लाख 65 हजार तथा सिरसा जिला में 2 लाख 79 हजार की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि रैंप बनवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चयनित प्रत्येक स्कूल में 6500 रुपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सरकारी उच्च विद्यालयों, माध्यमिक तथा प्राथमिक विद्यालयों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों में रैंप बनवाए जाएंगे अर्थात जिन स्कूलों में ज्यादा जरुरुत है उनमें रैंप बनवाने का कार्य पहले किया जाएगा। जो स्कूल शेष रह जाएंगे उनके लिए आगामी सत्र मेंऔर अधिक राशि स्वीकृत की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों में शारीरिक रुप से विकलांग बच्चें पढ़ते है और जो ट्राई साईकिल पर स्कूल आते है, स्कूल के कमरों का लैवल ग्राउंड से ऊंचा होने के कारण इन बच्चों की ट्राई साइकिलें कमरों के द्वार तक नहीं पहुंच पाती जिससे विकलांग बच्चों को जमीन पर चलकर कक्षाओं तक पहुंचना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए हरियाणा प्राथामिक शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूलों में रैंप बनाने की स्वीकृति दी है।
06 मार्च 2010
अग्निकांड पीडि़तों के लिए राशि स्वीकृत
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में 23 दिसम्बर, 1995 में हुए सिरसा के डबवाली अग्निकाण्ड के पीडि़तों के लिए 16 करोड़ 77 लाख 11 हजार 828 रुपये की राहत राशि स्वीकृत की है।
डबवाली अग्निकाण्ड के पीडि़तों को अब तक कुल राहत राशि 21 करोड़ 26 लाख 11 हजार 828 रुपये स्वीकृत हो गई है, जिसमें 15 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का, 15 प्रतिशत हिस्सा डबवाली नगरपालिका तथा 15 हिस्सा हरियाणा सरकार का होगा तथा इस राशि में से सरकार द्वारा 4 करोड़ 49 लाख रुपये की राशि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है।
स्वीकृत की गई राशि दावाकर्ताओं को वितरित करने हेतु अतिरिक्त नागरिक जज (वरिष्ठï मंडल), डबवाली को जमा की जाएगी और दावाकर्ता मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त नागरिक जज (वरिष्ठï मंडल), डबवाली से सम्पर्क करें। यदि किसी दावाकर्ता को कोई आपति हो तो वह उपायुक्त सिरसा या वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन विभाग, चण्डीगढ़ से सम्पर्क कर सकते हैं।
डबवाली अग्निकाण्ड के पीडि़तों को अब तक कुल राहत राशि 21 करोड़ 26 लाख 11 हजार 828 रुपये स्वीकृत हो गई है, जिसमें 15 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का, 15 प्रतिशत हिस्सा डबवाली नगरपालिका तथा 15 हिस्सा हरियाणा सरकार का होगा तथा इस राशि में से सरकार द्वारा 4 करोड़ 49 लाख रुपये की राशि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है।
स्वीकृत की गई राशि दावाकर्ताओं को वितरित करने हेतु अतिरिक्त नागरिक जज (वरिष्ठï मंडल), डबवाली को जमा की जाएगी और दावाकर्ता मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त नागरिक जज (वरिष्ठï मंडल), डबवाली से सम्पर्क करें। यदि किसी दावाकर्ता को कोई आपति हो तो वह उपायुक्त सिरसा या वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन विभाग, चण्डीगढ़ से सम्पर्क कर सकते हैं।
प्रेमी-प्रेमिका को जेल
सिरसा। जिला एवं सत्र न्यायालय में हत्या के एक मामले में युवती व उसके प्रेमी को आजीवन कारवास की सजा सुनाई है। दोषियों को 10-10 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया है। अर्थदंड की अदायगी न करने पर दो-दो माह अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। मामले के अनुसार 21 नवम्बर 2006 को शमशाबाद पट्टी निवासी मक्खन सिंह पुत्र बीरबल सिंह की हत्या कर दी गई थी। मृतक के पिता बीरबल सिंह ने आरोप लगाया था कि मक्खन की पत्नी के मैहनाखेड़ा के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश के साथ अवैध सम्बंध थे। आरोप था कि उक्त दोनों ने मक्खन सिंह को शराब में जहरीली वस्तु दे दी थी। अस्पताल में उपचार के दौरान मक्खन की मौत हो गई। शहर थाना पुलिस ने पूर्व सरपंच ओमप्रकाश तथा मक्खन की पत्नी परमेश्वरी देवी के विरूद्ध भारतीय दंड संहिंता की धारा 302 व 34 के तहत अभियोग दर्ज कर चालान न्यायालय में पेश किया। करीब चार वर्ष तक चली कार्रवाई के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा. शिवा शर्मा ने उक्त दोनों को दोषी करार देते हुए उपरोक्त सजा सुनाकर दंडित किया।
एजूकेशन सोसायटी के सदस्यों ने लगाया धांधलियों का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) आर्य विद्या मन्दिर एजूकेशन सोसायटी, मण्डी डबवाली के सदस्य भारत भूषण छाबड़ा और भारत मित्र छाबड़ा ने उपायुक्त सिरसा को एक पत्र भेजकर सोसायटी के चुनाव नियमानुसार करवाने तथा धांधलियों की जांच करवाने की मांग की है।
पत्र में उपरोक्त दोनों सदस्यों ने लिखा है कि आर्य विद्या मन्दिर एजूकेशन सोसायटी मण्डी डबवाली सरकार से सहायता प्राप्त करके आर्य विद्या मन्दिर के नाम से एक स्कूल चला रही है। उनका आरोप है कि इस स्कूल में सभी कार्य नियमों को ताक पर रखकर किये जा रहे हैं। उनके अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा समिति के चुनाव करवाने के लिए कहा गया तो स्कूल प्रबन्धक कमेटी ने आनन-फानन में 15 जनवरी को एक बैठक बुलाकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चुनाव करवाने की कोशिश की। जिसमें शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में दर्शना अरोड़ा शामिल हुई। लेकिन मौका पर प्रबन्धक समिति की अनियमितताओं का पर्दाफाश होने पर चुनाव स्थगित कर दिये गये और सही वोटर सूचि आदि बनाने के लिए समय मांगा गया।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार प्रबन्धक समिति ने अपने बिना क्रमांक नम्बर के पत्र दिनांक 3-3-2010 के अनुसार चुनाव की बैठक बुलाई है। जब उन्होंने प्रबन्धक समिति सदस्यों की सूचि मांगी तो उन्हें सूचि देने से इंकार कर दिया। शिकायतकर्ताओं के अनुसार शिक्षा समिति के ज्ञापन व नियमों के अनुसार बैठक की सूचना एक सप्ताह पूर्व देनी होती है, जोकि प्रबन्धक समिति ने नहीं दी। उनका आरोप है कि समिति की प्रबन्धक कमेटी द्वारा रजिस्ट्रार फर्मस एवं समितियों के भी सभी नियमों की उल्लंघना की जा रही है। पत्र में शिकायतकर्ताओं ने उपायुक्त सिरसा से अनुरोध किया है कि किसी उच्च अधिकारी से जांच करवाई जाये और जांच पूरी होने तक स्कूल में प्रशासक नियुक्त करके सही सदस्य सूचि बनवाकर चुनाव करवायें जायें और दिनांक 6 मार्च को होने वाले चुनाव स्थगित किये जायें।
पत्र में उपरोक्त दोनों सदस्यों ने लिखा है कि आर्य विद्या मन्दिर एजूकेशन सोसायटी मण्डी डबवाली सरकार से सहायता प्राप्त करके आर्य विद्या मन्दिर के नाम से एक स्कूल चला रही है। उनका आरोप है कि इस स्कूल में सभी कार्य नियमों को ताक पर रखकर किये जा रहे हैं। उनके अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा समिति के चुनाव करवाने के लिए कहा गया तो स्कूल प्रबन्धक कमेटी ने आनन-फानन में 15 जनवरी को एक बैठक बुलाकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चुनाव करवाने की कोशिश की। जिसमें शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में दर्शना अरोड़ा शामिल हुई। लेकिन मौका पर प्रबन्धक समिति की अनियमितताओं का पर्दाफाश होने पर चुनाव स्थगित कर दिये गये और सही वोटर सूचि आदि बनाने के लिए समय मांगा गया।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार प्रबन्धक समिति ने अपने बिना क्रमांक नम्बर के पत्र दिनांक 3-3-2010 के अनुसार चुनाव की बैठक बुलाई है। जब उन्होंने प्रबन्धक समिति सदस्यों की सूचि मांगी तो उन्हें सूचि देने से इंकार कर दिया। शिकायतकर्ताओं के अनुसार शिक्षा समिति के ज्ञापन व नियमों के अनुसार बैठक की सूचना एक सप्ताह पूर्व देनी होती है, जोकि प्रबन्धक समिति ने नहीं दी। उनका आरोप है कि समिति की प्रबन्धक कमेटी द्वारा रजिस्ट्रार फर्मस एवं समितियों के भी सभी नियमों की उल्लंघना की जा रही है। पत्र में शिकायतकर्ताओं ने उपायुक्त सिरसा से अनुरोध किया है कि किसी उच्च अधिकारी से जांच करवाई जाये और जांच पूरी होने तक स्कूल में प्रशासक नियुक्त करके सही सदस्य सूचि बनवाकर चुनाव करवायें जायें और दिनांक 6 मार्च को होने वाले चुनाव स्थगित किये जायें।
शराब ठेका से 15 हजार रूपये लूटे
सिरसा। एक तरफ तो जिला में हिंसक वारदातों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस भागदौड़ कर रही है वहीं दूसरी ओर चोर लूटेरे पुलिस को परेशानी में डाले हुए है।
जोधकां गांव में बीती रात पिस्तोल की नोक पर मोटरसाइकिल सवार तीन युवक शराब ठेके से हजारों की नकदी लूट ले गए। मामले की सूचना पाकर पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नाकेबंदी कर लूटेरों को पकडऩे का काफी प्रयास किया लेकिन वे उनकी पकड़ में नहीं आए। डिंग पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
बताया गया है कि गांव जोधका स्थित देसी शराब के ठेेके पर बीती रात करीब पौने 9 बजे मोटरसाइकिल पर तीन युवक आए और ठेके के कारिंदे धर्मपाल व पिंटू पर पिस्तोल तान दी तथा 15 हजार की लूट ले गए। धर्मपाल व पिंटू ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस कुछ देर में मौके पर आ गई। धर्मपाल व पिंटू के मुताबिक लूटेरों में से एक ने मुंह पर नकाब ओढ़ा हुआ था। पुलिस फरार लूटेरों की सरगर्मी से तलाश में लगी हुई है। फिलहाल उनका कोई पता नहीं चला है।
उल्लेखनीय है कि 27 फरवरी की शाम को जिला में डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों द्वारा सरकारी बसों में की गई तोडफ़ोड़ व आगजनी के बाद पुलिस काफी सर्तकता से काम ले रही है। पुलिस का फिलवक्त मुख्य ध्येय ऐसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना है। ऐसे में जिला पुलिस के एक तरफा ध्यान का फायदा उठाते हुए बीती रात लूटेरे वारदात कर गए। यह बात अलग है कि 27 फरवरी से पहले भी जिला में चोरी व लूट की अनेक वारदातें हो चुकी है।
जोधकां गांव में बीती रात पिस्तोल की नोक पर मोटरसाइकिल सवार तीन युवक शराब ठेके से हजारों की नकदी लूट ले गए। मामले की सूचना पाकर पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नाकेबंदी कर लूटेरों को पकडऩे का काफी प्रयास किया लेकिन वे उनकी पकड़ में नहीं आए। डिंग पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
बताया गया है कि गांव जोधका स्थित देसी शराब के ठेेके पर बीती रात करीब पौने 9 बजे मोटरसाइकिल पर तीन युवक आए और ठेके के कारिंदे धर्मपाल व पिंटू पर पिस्तोल तान दी तथा 15 हजार की लूट ले गए। धर्मपाल व पिंटू ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस कुछ देर में मौके पर आ गई। धर्मपाल व पिंटू के मुताबिक लूटेरों में से एक ने मुंह पर नकाब ओढ़ा हुआ था। पुलिस फरार लूटेरों की सरगर्मी से तलाश में लगी हुई है। फिलहाल उनका कोई पता नहीं चला है।
उल्लेखनीय है कि 27 फरवरी की शाम को जिला में डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों द्वारा सरकारी बसों में की गई तोडफ़ोड़ व आगजनी के बाद पुलिस काफी सर्तकता से काम ले रही है। पुलिस का फिलवक्त मुख्य ध्येय ऐसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना है। ऐसे में जिला पुलिस के एक तरफा ध्यान का फायदा उठाते हुए बीती रात लूटेरे वारदात कर गए। यह बात अलग है कि 27 फरवरी से पहले भी जिला में चोरी व लूट की अनेक वारदातें हो चुकी है।
बुकिंग के 48 घण्टे में उपभोक्ता को घर पर मिलेगी गैस
डबवाली (लहू की लौ) लम्बे समय से डबवाली में स्वतंत्र गैस एजेन्सी खोले जाने की मांग अन्तत: कई बाधाओं के बाद आज उस समय पूरी हो गई, जब इण्डियन ऑयल कार्पोरेशन लि. दिल्ली और हरियाणा के महाप्रबन्धक एस.एस. बापट ने डबवाली गैस सर्विस के बैनर तले खुली इस एजेन्सी का रिबन काटकर उद्घाटन किया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए इण्डेन के मुख्य क्षेत्रीय प्रबन्धक विजय नारायण ने कहा कि 2004-2007 में इण्डेन गैस डबवाली में खोले जाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को लागू करने में कई अड़चने आती रही, अन्तत: अड़चने समाप्त हुई, आज गैस एजेन्सी का उद्घाटन हो गया।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि डबवाली में इण्डेन की एक ओर नई गैस एजेन्सी खोले जाने का प्रावधान इस वर्ष रखा गया है और उम्मीद है कि 2011 तक यह एजेन्सी भी अपना काम शुरू कर देगी। उनके अनुसार डबवाली के गैस उपभोक्ताओं को गैस सम्बन्धी कमी नहीं रहेगी।
उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि इण्डेन डबवाली में उपभोक्ता द्वारा गैस बुकिंग करवाये जाने के 48 घण्टे के भीतर उपभोक्ता के घर पर गैस आपूर्ति करेगी। उनके अनुसार हरियाणा में डबवाली में खुली इण्डेन की यह 145वीं गैस एजेन्सी है। इस मौके पर इंटरनेट पर टोमो गैस डॉट कॉम पर उपभोक्ताओं द्वारा गैस बुकिंग की सुविधा को लेकर उठाये गये सवाल का जवाब मुख्य क्षेत्रीय प्रबन्धक नहीं दे पाया। बाद में उसे अपने ही मुंह से यह कहना पड़ा कि इस साईट पर हरियाणा के कुछ जिलों के गैस उपभोक्ताओं को गैस बुकिंग की सुविधा दी गई है। इस अवसर पर उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल, बीएस गिरधर उप महाप्रबन्धक, डबवाली गैस सर्विस के संचालक श्याम सुन्दर सभ्रवाल, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक अरविन्द पूनियां उपस्थित थे।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए इण्डेन के मुख्य क्षेत्रीय प्रबन्धक विजय नारायण ने कहा कि 2004-2007 में इण्डेन गैस डबवाली में खोले जाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को लागू करने में कई अड़चने आती रही, अन्तत: अड़चने समाप्त हुई, आज गैस एजेन्सी का उद्घाटन हो गया।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि डबवाली में इण्डेन की एक ओर नई गैस एजेन्सी खोले जाने का प्रावधान इस वर्ष रखा गया है और उम्मीद है कि 2011 तक यह एजेन्सी भी अपना काम शुरू कर देगी। उनके अनुसार डबवाली के गैस उपभोक्ताओं को गैस सम्बन्धी कमी नहीं रहेगी।
उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि इण्डेन डबवाली में उपभोक्ता द्वारा गैस बुकिंग करवाये जाने के 48 घण्टे के भीतर उपभोक्ता के घर पर गैस आपूर्ति करेगी। उनके अनुसार हरियाणा में डबवाली में खुली इण्डेन की यह 145वीं गैस एजेन्सी है। इस मौके पर इंटरनेट पर टोमो गैस डॉट कॉम पर उपभोक्ताओं द्वारा गैस बुकिंग की सुविधा को लेकर उठाये गये सवाल का जवाब मुख्य क्षेत्रीय प्रबन्धक नहीं दे पाया। बाद में उसे अपने ही मुंह से यह कहना पड़ा कि इस साईट पर हरियाणा के कुछ जिलों के गैस उपभोक्ताओं को गैस बुकिंग की सुविधा दी गई है। इस अवसर पर उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल, बीएस गिरधर उप महाप्रबन्धक, डबवाली गैस सर्विस के संचालक श्याम सुन्दर सभ्रवाल, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक अरविन्द पूनियां उपस्थित थे।
हजकां कार्यकर्ताओं पर बरसी लाठियां
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा का घेराव करने जा रहे हजारों हजकां कार्यकत्र्ताओं को पुलिस ने जमकर पीटा और सैंकड़ो गाडिय़ां क्षतिग्रस्त कर दी। हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्नोई के हाथ पर गंभीर चोट है और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है।
शुक्रवार प्रात: हजकां के प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 के मैदान में जमा हुए जहां हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल, रामजी लाल सहित अनेक नेताओं ने कार्यकत्र्ताओं को सम्बोधित किया। इस जनसभा के बाद सभी कार्यकत्र्ता कुलदीप के नेतृत्व में विधानसभा की ओर बढऩे लगे और पुलिस द्वारा लगाए गए नाकों को तोड़ दिया। पुलिस ने हजकां कार्यकत्र्ताओं को आगे बढ़ता देखकर उन पर पानी की तेज बौछारें फैंकी और प्लास्टिक की गोलियों से उन्हें रोकने का प्रयास किया। उधर से हजकां कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते हालात इतने गंभीर हो गए कि पुलिस को लाठीचार्ज पर उतारू होना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, उनके सहयोगी दलीप बिश्रोई सहित एक-एक कार्यकत्र्ताओं को जमकर पीटा। इस मारपीट में कुलदीप और देवीलाल के हाथों पर गहरी चोटें आई हैं और अन्य दर्जनों कार्यकत्र्ता बुरी तरह घायल हो गए। दोनों ओर से हुए हमलों में कुछ पुलिस के कर्मचारियों को भी चोटें आईं बताई गई हैं। इन कार्यकत्र्ताओं को खदेड़ कर पुलिस ने कुलदीप बिश्रोई को हिरासत में ले लिया और अज्ञात स्थान पर ले गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रदेशभर से गाडिय़ों में सवार होकर कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 पहुंचे थे जहां पुलिस ने एक भी गाड़ी के शीशे नहीं छोड़े और अनेक गाडिय़ों को बुरी तरह तोड़ दिया। कुलदीप बिश्नाोई ने इस सब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सरकार की बौखलाहट है और लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि हजकां कार्यकत्र्ता शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे जो कि उनका लोकतांत्रिक हक है। इसके बावजूद पुलिस ने सरकार के इशारे पर एक-एक कार्यकत्र्ता को जमकर पीटा है। इधर सिरसा में हजकां नेता वीरभान मेहता भी तीन बड़ी गाडिय़ों के काफिले के साथ चंडीगढ़ पहुंचे थे तथा उनकी भी तीनों गाडिय़ां तोड़ दी गई। उनके पुत्र राजन मेहता ने कहा कि सरकार ने डंडे के बल पर प्रदर्शन कर रहे कार्यकत्र्ताओं को रोकने की कोशिश की है और यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। इस घटना के बाद चंडीगढ़ का यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया और चंडीगढ़ के विधानसभा से लेकर सेक्टर 25 तक के रास्तों पर लम्बे जाम लग गए। स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण बन गई।
शुक्रवार प्रात: हजकां के प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 के मैदान में जमा हुए जहां हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल, रामजी लाल सहित अनेक नेताओं ने कार्यकत्र्ताओं को सम्बोधित किया। इस जनसभा के बाद सभी कार्यकत्र्ता कुलदीप के नेतृत्व में विधानसभा की ओर बढऩे लगे और पुलिस द्वारा लगाए गए नाकों को तोड़ दिया। पुलिस ने हजकां कार्यकत्र्ताओं को आगे बढ़ता देखकर उन पर पानी की तेज बौछारें फैंकी और प्लास्टिक की गोलियों से उन्हें रोकने का प्रयास किया। उधर से हजकां कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते हालात इतने गंभीर हो गए कि पुलिस को लाठीचार्ज पर उतारू होना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, उनके सहयोगी दलीप बिश्रोई सहित एक-एक कार्यकत्र्ताओं को जमकर पीटा। इस मारपीट में कुलदीप और देवीलाल के हाथों पर गहरी चोटें आई हैं और अन्य दर्जनों कार्यकत्र्ता बुरी तरह घायल हो गए। दोनों ओर से हुए हमलों में कुछ पुलिस के कर्मचारियों को भी चोटें आईं बताई गई हैं। इन कार्यकत्र्ताओं को खदेड़ कर पुलिस ने कुलदीप बिश्रोई को हिरासत में ले लिया और अज्ञात स्थान पर ले गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रदेशभर से गाडिय़ों में सवार होकर कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 पहुंचे थे जहां पुलिस ने एक भी गाड़ी के शीशे नहीं छोड़े और अनेक गाडिय़ों को बुरी तरह तोड़ दिया। कुलदीप बिश्नाोई ने इस सब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सरकार की बौखलाहट है और लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि हजकां कार्यकत्र्ता शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे जो कि उनका लोकतांत्रिक हक है। इसके बावजूद पुलिस ने सरकार के इशारे पर एक-एक कार्यकत्र्ता को जमकर पीटा है। इधर सिरसा में हजकां नेता वीरभान मेहता भी तीन बड़ी गाडिय़ों के काफिले के साथ चंडीगढ़ पहुंचे थे तथा उनकी भी तीनों गाडिय़ां तोड़ दी गई। उनके पुत्र राजन मेहता ने कहा कि सरकार ने डंडे के बल पर प्रदर्शन कर रहे कार्यकत्र्ताओं को रोकने की कोशिश की है और यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। इस घटना के बाद चंडीगढ़ का यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया और चंडीगढ़ के विधानसभा से लेकर सेक्टर 25 तक के रास्तों पर लम्बे जाम लग गए। स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण बन गई।
पंजाब चाहे तो अलग राजधानी चुन ले, बोले हुड्डा
चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वर्ष 2010-11 के लिए राज्य का बजट आम आदमी का बजट होगा तथा यह प्रदेश में अब तक प्रस्तुत किये गये बजट से सबसे बड़ा बजट होगा।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को विधानसभा की प्रैस लॉबी में पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बजट में सामाजिक क्षेत्र के एजेंडे तथा चल रही परियोजनाओं को पूरा करने पर भी बल दिया जाएगा।
पंजाब विधानसभा के चल रहे सत्र के दौरान पंजाब सरकार द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण में उठाये गये चंडीगढ़ के मुद्दे की ओर ध्यानाकर्षित किये जाने पर हुड्डा ने कहा कि यह राज्यपाल के अभिभाषण का मुद्दा नहीं था। बहरहाल, उन्होंने स्मरण करवाया कि दिल्ली में हाल ही में कानून एवं व्यवस्था पर हुई एक बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ के इसी मुद्दे को उठाया था तथा उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि पंजाब का चंडीगढ़ पर उतना ही अधिकार है जितना की हरियाणा का। इसलिए, यदि पंजाब एक अलग राजधानी चाहता है तो पंजाब के लिए यह बेहतर होगा कि वह चंडीगढ़ के बाहर अपनी राजधानी बनाये।
पंजाब सरकार द्वारा चंडीगढ़ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को मोहाली अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में वर्णित किये जाने के संबंध में पूछे गये एक अन्य प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि एक स्पेशल परपज व्हीकल बनाया गया है तथा पंजाब व हरियाणा दोनों का बराबर का हिस्सा है। निर्णय लिया गया था कि इसे चंडीगढ़ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम दिया जाएगा। उन्होंने अपने द्वारा कही गई इस बात को भी स्मरण करवाया कि यदि इस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाए तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। राज्य मंत्रिमण्डल के विस्तार की सम्भावना पर पूछे गये एक अन्य प्रश्न के जवाब में हुड्डा ने कहा कि मंत्रिमण्डल का विस्तार किया जाएगा, लेकिन कब होगा इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा। हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) के पांच विधायकों द्वारा कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठा दिखाये जाने मुद्दे की ओर ध्यानाकृषित किये जाने पर हुड्डा ने कहा कि यह एक न्यायाधीन मामला है और कानून अपना काम करेगा। आज चंडीगढ़ में हरियाणा जनहित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर की गई लाठी चार्ज के संबंध में हुड्डा ने कहा कि हमें कानून के दायरे में रहना चाहिए तथा यह कार्य स्थानीय प्रशासन द्वारा किया गया है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को विधानसभा की प्रैस लॉबी में पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बजट में सामाजिक क्षेत्र के एजेंडे तथा चल रही परियोजनाओं को पूरा करने पर भी बल दिया जाएगा।
पंजाब विधानसभा के चल रहे सत्र के दौरान पंजाब सरकार द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण में उठाये गये चंडीगढ़ के मुद्दे की ओर ध्यानाकर्षित किये जाने पर हुड्डा ने कहा कि यह राज्यपाल के अभिभाषण का मुद्दा नहीं था। बहरहाल, उन्होंने स्मरण करवाया कि दिल्ली में हाल ही में कानून एवं व्यवस्था पर हुई एक बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ के इसी मुद्दे को उठाया था तथा उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि पंजाब का चंडीगढ़ पर उतना ही अधिकार है जितना की हरियाणा का। इसलिए, यदि पंजाब एक अलग राजधानी चाहता है तो पंजाब के लिए यह बेहतर होगा कि वह चंडीगढ़ के बाहर अपनी राजधानी बनाये।
पंजाब सरकार द्वारा चंडीगढ़ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को मोहाली अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में वर्णित किये जाने के संबंध में पूछे गये एक अन्य प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि एक स्पेशल परपज व्हीकल बनाया गया है तथा पंजाब व हरियाणा दोनों का बराबर का हिस्सा है। निर्णय लिया गया था कि इसे चंडीगढ़ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम दिया जाएगा। उन्होंने अपने द्वारा कही गई इस बात को भी स्मरण करवाया कि यदि इस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाए तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। राज्य मंत्रिमण्डल के विस्तार की सम्भावना पर पूछे गये एक अन्य प्रश्न के जवाब में हुड्डा ने कहा कि मंत्रिमण्डल का विस्तार किया जाएगा, लेकिन कब होगा इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा। हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) के पांच विधायकों द्वारा कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठा दिखाये जाने मुद्दे की ओर ध्यानाकृषित किये जाने पर हुड्डा ने कहा कि यह एक न्यायाधीन मामला है और कानून अपना काम करेगा। आज चंडीगढ़ में हरियाणा जनहित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर की गई लाठी चार्ज के संबंध में हुड्डा ने कहा कि हमें कानून के दायरे में रहना चाहिए तथा यह कार्य स्थानीय प्रशासन द्वारा किया गया है।
कर्मचारियों ने दिया धरना
सिरसा। आबकारी व कराधान मिनस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर विभागीय कर्मचारियों ने आज कार्यालय के बाहर धरना दिया एवं विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव और आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह व प्रांतीय मुख्य संगठन सचिव कुलदीप शर्मा ने कहा कि सरकार का रवैया कर्मचारियों के हितों के प्रति उदासीन है। बार-बार मांग के बावजूद उनके हितों की ओर सरकार ध्यान नहीं दे रही। शर्मा ने कहा कि अब कर्मचारी चुप बैठने वाले नहीं है। हमारी मांगे समय पर पूरी नहीं हुई तो आगामी ९ मार्च को विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव रामेंद्र जाखू का घेराव किया जाएगा। अगले चरण में १९ मार्च को विभाग के सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेंगे और ३० मार्च को काले झण्डे लेकर आबकारी एवं कराधान आयुक्त के पंचकुला स्थित कार्यालय पर विशाल धरना दिया जाएगा। एसोसिएशन नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर कहा कि निरीक्षकों की पदोन्नति के लिए सहायकों की लगातार ३ वर्ष की सेवा शर्त को समाप्त किया जाए, हुडा की तर्ज पर सभी कर्मचारियों को पिछले चार वर्ष का परफारमेंस अवार्ड दिया जाए, चतुर्थ रेणी कर्मचारियों की लिपिकों के पद पर पदोन्नति तुरंत प्रभाव से की जाए, निरीक्षकों की पदोन्नति के बाद विभागीय परीक्षा पास करने की शर्त समाप्त की जाए, शुद्ध वरिष्ठता सूचि तैयार की जाए, एसआरसी, नाजर, कैशियर के तीन-तीन पद प्रत्येक जिला में अप्रग्रेड किए जाए, १० उप कार्यालयों पर सहायकों के १० नए पद सृजित किए जाए, कर्मचारियों के लिए प्रत्येक जिले में आवासीय कालोनियां बनाई जाए, विभाग में कार्यरत कंप्यूटर प्रोफैशनल को समय पर वेतन दिया जाए व विभाग में स्वीकृत २०० पदों परे स्थाई नियुक्ति की जाए। धरने में एसोसिएशन के राज्य उपप्रधान उदय राम, भानी राम, करनैल सिंह, हनुमान सैनी, रविन्द्र कुमार, महावीर सिंह, महेन्द्र सिंह, श्याम सुंदर, मनोज कुमार, महेंद्र मग्गु, रण सिंह आदि मौजूद थे।
03 मार्च 2010
गैस गीजर बना खतरों का जाल
डबवाली (लहू की लौ) उपभोक्ताओं की लापरवाही के चलते इन दिनों गैस गीजर से बेहोश होने वालों की संख्या तीव्र गति से बढ़ रही है। जबकि कुछ घटनाओं में तो शिकार लोग दम भी तोड़ चुके हैं। अकेले डबवाली नगर में इस प्रकार की करीब 50 घटनाएं घटित हो चुकी है। दो महिलाओं की मौत हो चुकी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार डबवाली नगर में गैस गीजरों का प्रयोग धड़ल्ले से होता है। चूंकि गैस गीजर से पानी जल्दी गर्म होता है और करंट आदि लगने की आशंका भी नहीं रहती। लेकिन इन गीजरों में थोड़ी सी लापरवाही किसी का जीवन भी ले सकती है। इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को होने के बावजूद वे इसके प्रति सतर्क नहीं है।
ताजा घटना के अनुसार होली वाले दिन विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में दो सहेलियां स्नान करते समय गैस गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोडाईऑक्साईड की शिकार हो गई। उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लेजाया गया। जिसके चलते अनहोनी होने से बच गई। बताया जाता है कि इन लड़कियों का नाम कनिका और हर्षप्रीत है। हर्षप्रीत अपनी सहेली कनिका के घर आई हुई थी और वे उसके साथ ही स्नान कर रही थी, जब वह बेहोश हो गई।
अगर विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि गैस गीजर को हमेशा स्नान घर से बाहर लगाया जाना चाहिए। उनके अनुसार अगर जगह कम है और गैस गीजर स्नान घर में लगा है तो बाल्टी के भर जाने के बाद ही गीजर को बन्द करके स्नान घर में प्रवेश किया जाना चाहिए। उनके अनुसार एलपीजी से खतरा नहीं है, खतरा है तो कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड से। जोकि एलपीजी के प्रयोग के समय अक्सर बनती है।
चिकित्सकों के अनुसार गीजर लगे स्नान घर में जब भी सिरदर्द या चक्कर आने का आभास हो तो तुरन्त स्नान घर से बाहर आ जायें, उनके अनुसार कार्बन मोनोडाईऑक्साईड जब आदमी पर अपना प्रहार करती है तो उसमें इतनी कमजोरी आ जाती है कि वह आवाज भी नहीं लगा सकता। उन्होंने यह भी सलाह दी है कि घर वालों को भी चाहिए कि अगर स्नान घर में स्नान करते समय दस मिनट से अधिक समय स्नान करने वाले को लगता है, तो वे इसकी जांच जरूर कर लें कि वह भीतर ठीक है। कभी भी कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड का शिकार होने पर लापरवाही न बरतें और फौरन डॉक्टर का सहयोग लें।
डबवाली में गैस गीजरों के चलते करीब 50 घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद भी गैस गीजर का उपयोग करने वाले उपभोक्ता अपनी लापरवाही को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है। चूंकि प्रत्येक उपभोकता घटना के बाद यही सोचता है कि यह घटना दूसरे के साथ घटित हुई है, उसका इससे क्या सम्बन्ध है। उल्लेखनीय है कि 27 जनवरी को बिमला नामक महिला गैस गीजर के प्रभाव के चलते स्नान करते समय दम तोड़ गई थी।
यह भी पता चला है कि पिछले दिनों आदर्श नगर में गैस गीजर के कारण स्नान कर करते समय सोनिया नामक युवती बेहोश हो गई थी। जिसे तत्काल एक प्राईवेट अस्पताल में लेजाया गया था। यदि मौका पर फाईनैंसर लवली मैहता न होता तो एक बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी।
प्राप्त जानकारी अनुसार डबवाली नगर में गैस गीजरों का प्रयोग धड़ल्ले से होता है। चूंकि गैस गीजर से पानी जल्दी गर्म होता है और करंट आदि लगने की आशंका भी नहीं रहती। लेकिन इन गीजरों में थोड़ी सी लापरवाही किसी का जीवन भी ले सकती है। इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को होने के बावजूद वे इसके प्रति सतर्क नहीं है।
ताजा घटना के अनुसार होली वाले दिन विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में दो सहेलियां स्नान करते समय गैस गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोडाईऑक्साईड की शिकार हो गई। उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लेजाया गया। जिसके चलते अनहोनी होने से बच गई। बताया जाता है कि इन लड़कियों का नाम कनिका और हर्षप्रीत है। हर्षप्रीत अपनी सहेली कनिका के घर आई हुई थी और वे उसके साथ ही स्नान कर रही थी, जब वह बेहोश हो गई।
अगर विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि गैस गीजर को हमेशा स्नान घर से बाहर लगाया जाना चाहिए। उनके अनुसार अगर जगह कम है और गैस गीजर स्नान घर में लगा है तो बाल्टी के भर जाने के बाद ही गीजर को बन्द करके स्नान घर में प्रवेश किया जाना चाहिए। उनके अनुसार एलपीजी से खतरा नहीं है, खतरा है तो कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड से। जोकि एलपीजी के प्रयोग के समय अक्सर बनती है।
चिकित्सकों के अनुसार गीजर लगे स्नान घर में जब भी सिरदर्द या चक्कर आने का आभास हो तो तुरन्त स्नान घर से बाहर आ जायें, उनके अनुसार कार्बन मोनोडाईऑक्साईड जब आदमी पर अपना प्रहार करती है तो उसमें इतनी कमजोरी आ जाती है कि वह आवाज भी नहीं लगा सकता। उन्होंने यह भी सलाह दी है कि घर वालों को भी चाहिए कि अगर स्नान घर में स्नान करते समय दस मिनट से अधिक समय स्नान करने वाले को लगता है, तो वे इसकी जांच जरूर कर लें कि वह भीतर ठीक है। कभी भी कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड का शिकार होने पर लापरवाही न बरतें और फौरन डॉक्टर का सहयोग लें।
डबवाली में गैस गीजरों के चलते करीब 50 घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद भी गैस गीजर का उपयोग करने वाले उपभोक्ता अपनी लापरवाही को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है। चूंकि प्रत्येक उपभोकता घटना के बाद यही सोचता है कि यह घटना दूसरे के साथ घटित हुई है, उसका इससे क्या सम्बन्ध है। उल्लेखनीय है कि 27 जनवरी को बिमला नामक महिला गैस गीजर के प्रभाव के चलते स्नान करते समय दम तोड़ गई थी।
यह भी पता चला है कि पिछले दिनों आदर्श नगर में गैस गीजर के कारण स्नान कर करते समय सोनिया नामक युवती बेहोश हो गई थी। जिसे तत्काल एक प्राईवेट अस्पताल में लेजाया गया था। यदि मौका पर फाईनैंसर लवली मैहता न होता तो एक बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी।
उपद्रवियों ने लगाई डाकघर में आग
बनवाला/गोरीवाला (जाखड़/सुथार) डबवाली उपमण्डल के गांव गोरीवाला के डाकघर में अज्ञात लोगों द्वारा आग लगाकर सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार सुबह डाकघर गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार ने दो दिन की छुट्टी पश्चात जैसे ही डाकघर खोला तो पाया की डाकघर का पीछे वाला दरवाजा टूटा व खुला हुआ था व डाकघर का अधिकतर सामान जला हुआ था। उन्होंने इसकी सूचना ग्राम सरपंच व पुलिस चौकी गोरीवाला को दी। घटना की सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत सदस्य, पुलिस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार, सदर डबवाली के एसएचओ भगवान दास अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे व घटना का जायजा लिया। प्रथम दृष्टि से घटना को डेरा समर्थकों द्वारा 27 फरवरी को प्रदेश भर में की गई आगजनी के संदर्भ में देखा जा रहा है। क्योंकि उसी दिन गोरीवाला क्षैत्र के गांव मुन्नावाली व नुहियांवाली में हरियाणा रोड़वेज की दो बसों को आग लगाई होगी। संभव है कि उसी समय डाकघर को आग लगाई गई हो क्योंकि डाकघर के पिछले दरवाजे को तोड़ा गया है व डाकघर की पिछली साईड में कन्या स्कूल है, जहां जनता का आवागमन नहीं है। इसीलिए उपद्रवियों नें पीछे का दरवाजा तोड़कर मिट्टी का तेल डालकर शायद आग लगा दी हो क्योंकि डाकघर के टेबल पर प्लास्टिक की केनी अधजलि अवस्था में पड़ी थी व डाकघर का कुछ सामान जलकर राख हो गया।
आज प्रात:जैसे ही डाकघर खोला गया तो आग जलकर बंद हो चुकी थी व कहीं कोई धुंआ नहीं निकल रहा था व ना ही कोई सामान गर्म था। जब इस बारे में गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस घटना में नकदी, एनएसवी व टिकट आदि का नुकसान नहीं हुआ है व कुछ पुराने रजिस्टर व कागजात जले हैं। पुलिस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार ने डाकघर गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार के ब्यान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 436 के तहत पर्चा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और एतहात के तौर पर सरकार ने डबवाली क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने क्षेत्र में बीएसएफ के जवान तैनात कर दिये हैं।
आज प्रात:जैसे ही डाकघर खोला गया तो आग जलकर बंद हो चुकी थी व कहीं कोई धुंआ नहीं निकल रहा था व ना ही कोई सामान गर्म था। जब इस बारे में गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस घटना में नकदी, एनएसवी व टिकट आदि का नुकसान नहीं हुआ है व कुछ पुराने रजिस्टर व कागजात जले हैं। पुलिस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार ने डाकघर गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार के ब्यान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 436 के तहत पर्चा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और एतहात के तौर पर सरकार ने डबवाली क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने क्षेत्र में बीएसएफ के जवान तैनात कर दिये हैं।
01 मार्च 2010
दर्जनों के खिलाफ बसें जलाने का मामला दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार शाम को जिला सिरसा के विभिन्न स्थानों पर हरियाणा रोड़वेज की बसों को जलाने के आरोप में संबंधित थानों में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस ने आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव मुन्नांवाली में तेल छिड़क कर बस को आग लगाने का प्रयास करने के आरोप में बस चालक रामकुमार पुत्र मोमन राम निवासी पन्नीवाला मोटा की शिकायत पर 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436, 511, 148, 149 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इसी प्रकार चालक अशोक कुमार की शिकायत पर गांव नुइयांवाली में हरियाणा रोड़वेज की बस को आग लगा कर क्षतिग्रस्त करने के आरोप में थाना औढां पुलिस ने 30-40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 148/149/341/435 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है। यह भी पता चला है कि पुलिस काफी हद तक आरोपियों का सुराग लगाने में सफल रही है।
थाना रोड़ी के अन्तर्गत आने वाले गांव अलीकां में बस को जलाने के आरोप में बस चालक मदन लाल पुत्र जीत सिंह निवासी सिरसा की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/427/353/186 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसी पुलिस ने गांव कुरंगावाली में बस को जलाने के आरोप में बस चालक नछतर सिंह पुत्र हाकम सिंह निवासी डबवाली की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/395/427/353/186 आईपीसी तथा आमर्ज एक्ट और पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव मुन्नांवाली में तेल छिड़क कर बस को आग लगाने का प्रयास करने के आरोप में बस चालक रामकुमार पुत्र मोमन राम निवासी पन्नीवाला मोटा की शिकायत पर 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436, 511, 148, 149 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इसी प्रकार चालक अशोक कुमार की शिकायत पर गांव नुइयांवाली में हरियाणा रोड़वेज की बस को आग लगा कर क्षतिग्रस्त करने के आरोप में थाना औढां पुलिस ने 30-40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 148/149/341/435 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है। यह भी पता चला है कि पुलिस काफी हद तक आरोपियों का सुराग लगाने में सफल रही है।
थाना रोड़ी के अन्तर्गत आने वाले गांव अलीकां में बस को जलाने के आरोप में बस चालक मदन लाल पुत्र जीत सिंह निवासी सिरसा की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/427/353/186 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसी पुलिस ने गांव कुरंगावाली में बस को जलाने के आरोप में बस चालक नछतर सिंह पुत्र हाकम सिंह निवासी डबवाली की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/395/427/353/186 आईपीसी तथा आमर्ज एक्ट और पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
मोटरसाईकिल पर पहुंचा बारात लेकर
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार शाम को डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों के हंगामे के चलते पंजाब और हरियाणा की सरकारी बसें अचानक बन्द किये जाने से रविवार को भी बसों के ब्रेक लगे रहे। इसके चलते यात्रियों को परेशानी हुई ही। लेकिन जिनकी शादियां थी उन दुल्हों को अपने गंत्वय तक पहुंचने में मुश्किलें आई। इसकी जानकारी उस समय मिली जब तह. फाजिल्का के गांव तेजरवेला का बलवीर सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह बसें न चलने की वजह से अपनी बारात लेकर रविवार सुबह पंजाब बस अड्डा पर पहुंचा। उसने सिरसा जिला के डेरा संगर साधा जाना था। बलवीर सिंह के अनुसार डेरा में आज सामूहिक शादियां थी। जिसमें करीब 75 जोड़े शामिल होने हैं। जिनमें वह भी शामिल है। उसके अनुसार उसे फाजिल्कां से ही सिरसा जाने के लिए बस नहीं मिली। वह वहां से मोटरसाईकिल पर ही अपनी भाभी गुरां बाई और बिचौलिये कुशाल सिंह के साथ अपनी दुल्हन को लेने के लिए निकल पड़ा। दूल्हे राजा के अनुसार उसे उम्मीद थी कि डबवाली से सिरसा के लिए बस जरूर मिल जाएगी। लेकिन यहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। परंतु उसने अपनी दुल्हन रामो बाई तक पहुंचने के संकल्प को दृढ रखते हुए डबवाली से 3200 रूपये में मैक्सी कैब की और अपनी दुल्हन लेने के लिये सिरसा के लिए निकल पड़ा।
बस सेवा ठप्प होने के चलते जनजीवन प्रभावित
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) शनिवार की शाम बसों में आगजनी के कारण आज दूसरे दिन दोपहर तक बस व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प रहने के कारण आम जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ा और यात्री मारे मारे फिरते रहे। इस दौरान निजी वाहन चालकों ने खूब चांदी कूटी तथा यात्रियों से मनमाना किराया बसूल किया।
इस विषय अनेक यात्रियों से बात किए जाने पर ओढ़ां निवासी मुखत्यार सिंह ने बताया कि उन्हें आज रिश्तेदारी में रस्म क्रिया में शामिल होना था लेकिन बसें बंद होने के कारण वे जा न सके। दैनिक यात्री रामलाल ने बताया कि रात को वो एक टैक्सी चालक को 25 रुपए किराया देकर व जान जोखिम में डालते हुए टैक्सी के पीछे लटककर अपने घर ओढ़ां पहुंचे।
नुहियांवाली निवासी सोहन लाल ने बताया कि ओढ़ां आने के लिए उन्हें साधन नहीं मिला और उन्हें पैदल ओढ़ां आना पड़ा। कृष्ण लाल ने बताया कि उन्हें एक विवाह समारोह में शामिल होने हेतु प्राइवेट वाहन किराए पर करके जाना पड़ा। इसी प्रकार अन्य यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में दूर जाने वाले यात्रियों के चेहरों पर काफी चिंता व परेशानी से जूझना पड़ा। अनेक गांवों जैसे बनवाला, रामगढ़, रत्ताखेड़ा, रामपुरा, राजपुरा, रिसालियाखेड़ा, सालमखेड़ा, जंडवाला, किंगरे, मलिकपुरा, टप्पी, ख्योवाली, रोहिडांवाली, आनंदगढ़ सहित अनेक गांवों के लोगों को कहीं भी आने जाने हेतु काफी मशक्कत व परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि इन गांवों में न तो कोई सरकारी बस ही पहुंची और न ही निजी वाहन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके।
इस विषय अनेक यात्रियों से बात किए जाने पर ओढ़ां निवासी मुखत्यार सिंह ने बताया कि उन्हें आज रिश्तेदारी में रस्म क्रिया में शामिल होना था लेकिन बसें बंद होने के कारण वे जा न सके। दैनिक यात्री रामलाल ने बताया कि रात को वो एक टैक्सी चालक को 25 रुपए किराया देकर व जान जोखिम में डालते हुए टैक्सी के पीछे लटककर अपने घर ओढ़ां पहुंचे।
नुहियांवाली निवासी सोहन लाल ने बताया कि ओढ़ां आने के लिए उन्हें साधन नहीं मिला और उन्हें पैदल ओढ़ां आना पड़ा। कृष्ण लाल ने बताया कि उन्हें एक विवाह समारोह में शामिल होने हेतु प्राइवेट वाहन किराए पर करके जाना पड़ा। इसी प्रकार अन्य यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में दूर जाने वाले यात्रियों के चेहरों पर काफी चिंता व परेशानी से जूझना पड़ा। अनेक गांवों जैसे बनवाला, रामगढ़, रत्ताखेड़ा, रामपुरा, राजपुरा, रिसालियाखेड़ा, सालमखेड़ा, जंडवाला, किंगरे, मलिकपुरा, टप्पी, ख्योवाली, रोहिडांवाली, आनंदगढ़ सहित अनेक गांवों के लोगों को कहीं भी आने जाने हेतु काफी मशक्कत व परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि इन गांवों में न तो कोई सरकारी बस ही पहुंची और न ही निजी वाहन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके।
आगजनी के आरोप में 36 गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों द्वारा शनिवार सायं राज्य में की गई तोडफ़ोड़ और आगजनी के मामलों को गंभीरता गया है और पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उत्पात मचाने वाले उपद्रव्यिों को काबू करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज बताया कि इस कार्यवाही के परिणाम स्वरूप अब तक विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 36 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में पुलिस उपद्रव्यिों की गहरी छानबीन में जुटी हुई है और पुलिस द्वारा शीघ्र ही सबूतों के आधार पर कुछ और लोगों की गिरफ्तार की जा सकती है।
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार की मांग पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो कंपनियां जिला अंबाला और सीमा सुरक्षा बल की दो-दो कंपनियां क्रमश: जिला सिरसा और फतेहाबाद में तैनात कर दी गई है ताकि स्थिति को पूर्णत: नियंत्रण में रखा जा सकें। इसके अतिरिक्त, सभी संवेदनशील क्षेत्रों में हरियाणा पुलिस बल की अतिरिक्त टुकडिय़ां, भौण्डसी एवं मधुबन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे दो हजार पुलिस कर्मियों और हरियाणा गृहरक्षी दल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक रंजीव दलाल ने कल हुए हादसे पर खेद व्यक्त करते हुए लोगों से अपील की है कि वो किसी भी तोडफ़ोड़ की कार्यवाही में हिस्सा न ले और अफवाहों से भ्रमित न हो। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रदेश में शांति भंग करने या कानून हाथ में लेकर किसी भी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का किसी को कोई भी अधिकार नहीं है और इस प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियां करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्यवाही की जायेगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज बताया कि इस कार्यवाही के परिणाम स्वरूप अब तक विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 36 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में पुलिस उपद्रव्यिों की गहरी छानबीन में जुटी हुई है और पुलिस द्वारा शीघ्र ही सबूतों के आधार पर कुछ और लोगों की गिरफ्तार की जा सकती है।
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार की मांग पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो कंपनियां जिला अंबाला और सीमा सुरक्षा बल की दो-दो कंपनियां क्रमश: जिला सिरसा और फतेहाबाद में तैनात कर दी गई है ताकि स्थिति को पूर्णत: नियंत्रण में रखा जा सकें। इसके अतिरिक्त, सभी संवेदनशील क्षेत्रों में हरियाणा पुलिस बल की अतिरिक्त टुकडिय़ां, भौण्डसी एवं मधुबन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे दो हजार पुलिस कर्मियों और हरियाणा गृहरक्षी दल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक रंजीव दलाल ने कल हुए हादसे पर खेद व्यक्त करते हुए लोगों से अपील की है कि वो किसी भी तोडफ़ोड़ की कार्यवाही में हिस्सा न ले और अफवाहों से भ्रमित न हो। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रदेश में शांति भंग करने या कानून हाथ में लेकर किसी भी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का किसी को कोई भी अधिकार नहीं है और इस प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियां करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्यवाही की जायेगी।
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