16 दिसंबर 2009

प्रदेश गर्त में, हुड्डा मौनी बाबा बने : अजय चौटाला


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली से विधायक तथा इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा सरकार प्रदेश को अपनी गलत नीतियों के चलते गर्त में धकेलती जा रही है। स्थिति यह हो चुकी है कि प्रदेश को दीवालियापन की ओर बढ़ाया जा रहा है।
वे यहां के सेठ रोशन लाल चेरीटेबल ट्रस्ट आई हॉस्पीटल में आंखों के नि:शुल्क ऑप्रेशन शिविर का उद्घाटन करने के बाद प्रदेश के ताजा हालतों पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो पत्रकार सरकार की कमियों को उजागर करते हुए रिपोर्टिंग कर रहे हैं, सरकारी उन्हीं के खिलाफ झूठे केस दर्ज कर रही है। जबकि भ्रष्टाचार और अनैतिकता में डूबे अधिकारियों को बचाने में जुटी हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा खरीदी गई गेहूं पर पानी का छिड़काव करके राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने वाले अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री कुछ भी नहीं बोल रहा। बल्कि मौनी बाबा बनकर भ्रष्टाचार को प्रफुल्लित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं को भिगोकर उसका वजन बढ़ाने के मामले को उनकी पार्टी के विधायक आगामी विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे।
विधायक अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा की हुड्डा सरकार सरकारी खजाने में पैसे की कमी होने के बावजूद भी हर रोज नई से नई घोषणा कर रही है और इन घोषणाओं को पूरा करने के लिए कर्ज पर कर्ज ले रही है। सरकार की हालत यह है कि उसे अपने कर्मचारियों को वेतन देना भी मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने ऐलनाबाद उपचुनाव के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि इनेलो ने चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली हैं। केवल चुनाव आयोग की घोषणा का ही इंतजार किया जा रहा है।
इस अवसर पर इनेलो नेता रणवीर सिंह राणा, नरेन्द्र सिंह बराड़, टेकचन्द छाबड़ा, बार एसोसिएशन के प्रधान कुलवन्त सिधू, एडवोकेट कुलदीप सिंह, एडवोकेट सुभाष गुप्ता, एडवोकेट राजेश यादव, गुरजीत सिंह, महेन्द्र डूडी, धुन्नी दास गर्ग, सर्वजीत सिंह मसीतां, दर्शन मोंगा, राकेश गर्ग भीटीवाला, प्रिन्स जुनेजा, तरूण बिश्नोई, काका मोंगा, संदीप बिश्नोई, अश्विनी शर्मा आदि उपस्थित थे।

नशीली दवाईयां पकड़ी


डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा के दिशा-निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने मंगलवार को यहां के बठिण्डा चौक में स्थित दो कैमिस्ट शॉप पर छापामारी करके भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की।

प्राप्त जानकारी अनुसार हरियाणा सरकार के ड्रग विभाग को सूचना मिली थी कि डबवाली के बठिण्डा चौक में स्थित दो दुकानदार भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां रखे हुए हैं और यहां से पंजाब और आस-पास के क्षेत्र से आने वाले नशेड़ी अक्सर नशे की दवाईयां खरीदते हैं। इसी शिकायत के आधार पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, डॉ. संजीव कम्बोज, एसआई भागीरथ, एएसआई सत्यनारायण के नेतृत्व में एक टीम बठिण्डा चौक में पहुंची और इस टीम ने अशोका मेडीकल स्टोर, श्री गणपति मेडीकोज में पड़ी दवाईयों की चैकिंग की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि चैकिंग के दौरान इन दोनों ही दुकानों पर अधिकांश दवाईयां नशे में प्रयोग होने वाली मिली। उनके अनुसार इन दुकानों पर बैठने वाले लोग भी फार्मासिस्ट नहीं है। उनके अनुसार दोनों के पास 12-12 प्रकार की नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां मिली हैं। जिनकी कीमत हजारों रूपये है। बरामद की गई दवाईयों में बायोरेक्स, रेकोडेक्स, मोमोलिट, समासमो प्रोक्सीवोन आदि दवाईयां हैं। जो नशे में प्रयुक्त हो सकती हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इन दोनों दुकानदारों को शो काज नोटिस दिया जा रहा है। ये अपनी दुकानें नहीं खोल पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कार्यवाही के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को सम्बन्धित कैमिस्टों के लाईसेंस रद्द करने की अनुशंसा वे करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि अशोका मेडीकल स्टोर का नाम पहले अशोका मेडीकल हाल था और इसका मालिक अशोक गोयल की मौत हो गई थी। अब यह लाईसेंस राजकुमारी के नाम पर है और अब अशोका मेडीकल स्टोर के नाम पर चलाया जा रहा है। इसमें फार्मासिस्ट हंसराज को दिखाया हुआ है। लेकिन इस पर निर्मला देवी तथा जगदीप सिंह कार्य करते हुए पाये गये हैं।
धानीवाल ने श्री गणपति मेडीकोज के बारे में बताया कि इसका मालिक लाईसेंस में अनिता रानी पत्नी नीरज मोंगा को दिखाया गया है और इस पर नीरज बैठता है। इससे पूर्व इसी मेडीकल शॉप का नाम शुभम मेडीकोज था, जोकि देसराज मोंगा के नाम पर चल रहा था। बाद में शुभम मेडीकल हाल कर दिया गया। इसके बाद अब श्री गणपति मेडीकोज कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व शुभम के नाम पर चल रहे मेडीकल शॉप का लाईसेंस अनियमितताओं के चलते रद्द कर दिया गया था। लेकिन नीरज की पत्नी ने शपथ पत्र देकर कहा था कि अब वह स्वयं काम करेगी और दुकान पर कभी भी नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां नहीं बेची जाएंगी। लेकिन इसके बावजूद लाईसेंस का दुरूपयोग किया गया और अब भी इसको नीरज ही चला रहा था।
लेकिन यहां उल्लेखनीय है कि इन कैमिस्टों को रात को ही पता चल गया था कि उनके रेड होने वाली है। एक केमिस्ट ने तो काफी दवाईयां इसी रेड की सूचना पर आग के हवाले कर दी थी। लेकिन तथ्य तो यह है कि लाईसेंस कैंसल होने के बाद भी बार-बार ड्रग विभाग उन्हीं को लाईसेंस क्यों देता है। जबकि यह लोग कई बार अनियमितताओं में पकड़े जा चुके होते हैं।

रेलवे ओवरब्रिज का हिस्सा गिरा

सिरसा। सिर मुंडाते ही ओले पड़े तो सुना था, लेकिन सिर मुंडाते-मुंडाते ओले गिर जाएं यह आज देखने को मिला। शहर में तीस वर्ष पुरानी मांग को पूरा करने के लिए बनाए जा रहे रेलवे ओवरब्रिज का एक हिस्सा आज अचानक जमीन पर आ गिरा। हादसे में दो स्कूटर और एक जनरेटर चकनाचूर हो गए। ये तीनों चीजें यहां के आसपास के दुकानदारों की बताई गई हैं। बताया जा रहा है कि आज प्रात: डा. कर्ण सिंह अस्पताल के सामने पिल्लरों पर रखी गई सड़कनुमा स्लैब अचानक नीचे आ गिरी। इसकी लम्बाई 23 मीटर यानी 75 फुट के करीब बताई गई है। घटना के समय सौभाग्यवश पुल के नीचे कोई व्यक्ति नहीं था अन्यथा यहां से लोगों ने आवागमन के रास्ते भी बना रखे हैं और दुपहिया वाहन निकलते रहते हैं। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन व नैशनल हाई-वे अथोरिटी को दी गई है। हाई-वे के कार्यकारी अभियंता ए.के.गोयल अपनी टीम सहित मौके पर पहुंच गए और घटना की जांच शुरू की है।

साल बीत गया
इस पुल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह ने 5 अक्तूबर 2008 को शिलान्यास किया था, लेकिन इस का निर्माण शुरू होने में इसके बाद भी दो माह का समय लग गया था। अब तक इसे शुरू हुए एक साल हो चुका है। गाजियाबाद की एन.के.जी. नामक कम्पनी द्वारा बनाए जा रहे इस पुल की निर्माण अवधि आगामी 30 जून को समाप्त हो रही है। पहले से ही धीमी गति से चल रहे इस पुल के निर्माण में अब और देरी होना स्वाभाविक है।
अधिकारी कहते हैं
आज की घटना पर टिप्पणी करते हुए कार्यकारी अभियंता ए.के. गोयल का कहना है कि इस स्लैब को या तो पूरी स्पोट नहीं दी गई या फिर पेस्टिंग मेें कहीं कमी रह सकती है, लेकिन मामले की जांच जारी है। यहां पाठकों को बता दें कि केवल जमीन में रोपने वाले पिल्लर ही मौके पर तैयार होते हैं और सड़क के रूप में प्रयोग होने वाले स्लैबें निर्माण कम्पनी कहीं अन्यत्र तैयार करके इन पिल्लरों पर बिछाती है। बहरहाल जांच जारी है।

गेहूं की फसल पर सूत्र कृमि का हमला

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) औढ़ां क्षेत्र के कई गांवों में गेहूं की फसल में सूत्र कृमि (निमेटोड) नामक कीट का प्रकोप देखने में आया है। किसान रूपेंद्र कुंडर, गुरजंट सिंह, बलदेव सिंह व गुरमेल सिंह आदि ने बताया कि इस कीट के कारण गेहूं की फसल पीली पडऩे लगी है तथा उसकी बढ़वार रूक गई है। उन्होंने बताया कि पौधे की जड़ को उखाड़कर देखने पर निचली जड़ झाड़ीनुमा दिखाई देती है जिस कारण गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा है और पैदावार कम होने की संभावना है। इस विषय में कृषि विकास अधिकारी सुभाष गोदारा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि जिन किसानों के खेत में गेहूं की फसल में निमेटोड का प्रकोप शुरू हो गया है वे तुरंत कार्बोफ्यूरॉन 3 जी नामक दवाई 13 किलोग्राम प्रति एकड़ सिंचाई के साथ दें तो इस बीमारी का प्रकोप रूक जाएगा।

मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने की सरकार के खिलाफ नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) यहां के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह के प्रांगण में हरियाणा कर्मचारी महासंघ तहसील डबवाली की चुनावी सभा जीत सिंह जिला सचिव की अध्यक्षता में हुई। सभा में विभिन्न विभागों के सैंकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में हरियाणा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
सभा को सम्बोधित करते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ के उपप्रधान मनोज कुमार ने सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मांग की कि नये ग्रेड का 60 प्रतिशत बकाया तुरन्त दिया जाये। विभिन्न विभागों के अस्थाई कर्मचारी पक्के किये जायें। खाली रिक्त पद पक्की भर्ती से भरे जायें तथा मृतक कर्मचारियों के सदस्य को 1995 से पूर्व की तरह नौकरी दी जाये।
सभा में कर्मचारी महासंघ की तहसील कमेटी का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया। जिसमें ओपी शर्मा प्रधान, जसविन्द्र सिंह बराड़, पाल सिंह उपप्रधान, राजकुमार वरिष्ठ उपप्रधान, जयवीर शर्मा सचिव, राम अवतार कोषाध्यक्ष, सुरेश कडवासरा संगठन सचिव, जीत सिंह, हरपाल सिंह प्रचार सचिव, जोगिन्द्र सिंह, सुभाष चन्द्र पीएच संयुक्त सचिव, प्रेम कुमार मुख्य सलाहकार चुने गये।