16 सितंबर 2009

सत्ता में आने पर किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी- अजय चौटाला

ऐलनाबाद (लहू की लौ) अगर आपने गैरों व अपनों के बीच पहचान कर ली तो इस बार प्रदेश में सत्ता की चाबी आपके हाथ में होगी और किसी और के आगे हाथ फैलान की जरूरत नहीं होगी और दिल खोल कर आपके काम किए जाएंगे। यह बात इनेलो के प्रधान महासचिव व राज्यसभा सांसद अजय सिंह चौटाला ने कही। वे बुधवार को ऐलनाबाद हलके के गांवों में आयोजित जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। गांवों में पहुंचने पर अजय सिंह चौटाला अन्य नेताओं का फूलामालाओं से भव्य स्वगात किया गया और सैंकड़ों स्थानों पर उनके सम्मान में जलपान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान अनेक गांवों में दर्जनों परिवारों ने कांग्रेस छोड़ कर इनेलो में शामिल हानेे की घोषणा की। सांसद अजय सिंह चौटाला ने ग्रामीण जनसभाओं में कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनेपौने पांच वर्षों के दौरान सिरसा क्षेत्र के साथ पूर्ण रूप से सौतला व्यवहार किया है जिसका खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली बार वोट मांगते हुए कांग्रेसी नेताओं ने इस क्षेत्र के लोगों को विकास की सुनहरी तस्वीर दिखाई थी और युवकों को रोजगार का झांसा दिया था। पर मुख्यमंत्री की क्षेत्रवाद फैलाने की नीति के चलते ये सारे वायदे धरे के धरे रह गए और यह क्षेत्र लगातार पिछड़ता चला गया। किसान सिंचाई के पानी के लिए तरसते रहे और बिजली के लिए मारा-मारा रही। रोजगार की दृष्टि से जिले के युवकों को धोखे के सिवाय कुछ नहीं मिला। अजय चौटाला ने विश्वास दिलवाया कि इनेलो सरकार बनने पर इस क्षेत्र का न केवल समग्र विकास करवाया जाएगा बल्कि बेरोजागारों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाए जाएंगे। रोजगार न मिलने तक उन्हें प्रति माह 3000 रूपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। इतना ही नहीं जनता के बीच बैठकर उनकी हर मांगों को पूरा किया जाएगा ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके लिए उन्होंने 13 अक्टूबर को इनेलो प्रत्याशियों को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाने की अपील की। आज दौरों के दौरान नहराना गांव में कामरेड कांसीराम, लीलूराम, रामकिशन बिजारणा, साहुवाला में कृष्ण कुमार, इंद्राज, घड़सीराम,बंसीलाल, डींग में भूपसिंह, मोचीवाली में नत्थुराम, कांसीराम, कृष्ण कुमार, हवासिंह, परसराम, गांव नारायण खेड़ा में कालुराम, ओमप्रकाश, राममूर्ति सहित दर्जनों परिवारों ने कांग्रेस छोड़कर इनेलो में शामिल होने की घोषणा की। आज अजय सिंह चौटाला ने गांव अरनियांवाली, निरवाण, रंधावा, रूपाणा, दड़बाकलां, शुक्करमंदोरी, चाहरवाला, रामपुरा सहित डेढ़ दर्जन गांवों का दौरा किया। इस दौरे में उनके साथ पूर्व विधायिका विद्या बैनिवाल, अभय सिंह खोड़, पवन बैनिवालख् महावीर बागड़ी, धर्मवीर नैन, नंदलाल बैनिवाल, महेंद्र बाना, विनोद बैनिवाल, विजय कागदाना, कृष्णा फोगाट, योगेश शर्मा सहित अन्य इनेलो नेता उपस्थित थे।

डबवाली विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी


केवी या गदराना
डबवाली (लहू की लौ) चुनावी मौसम की बरसात लगभग अब जाने वाली है और बरसाती मेंढकों का टर्र-टर्राना भी लगभग बन्द हो चुका है। कांग्रेस टिकट का यहां सवाल है मामला बताते हैं कि सोनिया के दरबार में जा पहुंचा है। टिकट की दौड़ में भले ही एक दर्जन के करीब पार्टी के कार्यकर्ता सक्रिय थे। लेकिन फिलहाल यह दौड़ केवल डॉ. के.वी. सिंह और कुलदीप गदराना एडवोकेट के बीच में सिमट गई लगती है। दिल्ली से मिली जानकारी अनुसार कुलदीप गदराना टिकट के लिए राहुल के दरबार में भी हाजरी लगा चुके हैं। इधर डॉ.केवी सिंह के लिए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रयासरत हैं। लेकिन सोनिया के दरबार में डॉ. केवी सिंह का विरोधी गुट अपनी पूरी ताकत झोंककर इस प्रयास में है कि किसी भी सूरत में केवी सिंह को टिकट न मिले। जानकार सूत्रों के अनुसार इधर इनेलो में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के परिवार का कोई भी सदस्य डबवाली से चुनाव लडऩे में रूचि नहीं दिखा रहा। इनेलो भी चाहती है कि डॉ. केवी सिंह को टिकट न मिले, ताकि इनेलो का मुकाबला कांग्रेस के ऐसे प्रत्याशी से हो जिसकी डबवाली हल्का के लोगों से कोई विशेष जान-पहचान न हो। बताया जाता है कि पिछले दिनों जब अजय सिंह चौटाला के बेटे दुष्यंत सिंह चौटाला ने डबवाली नगर का दौरा किया तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें दो टूक शब्दों में कहा कि डबवाली से चौटाला परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव मैदान में उतारा जाये, ताकि यहां से जीत सुनिश्चित हो सकें। कार्यकर्ताओं ने अपनी इच्छा से अवगत करवाते हुए कहा कि डबवाली से ओमप्रकाश चौटाला स्वयं चुनाव लडें।

इन्वर्टर बैंटरी में विस्फोट

डबवाली (लहू की लौ) बस अड्डा मण्डी किलियांवाली के पास स्थित रोहित टेलीकोम में लगे इन्वर्टर की बैंटरी मंगलवार सुबह अचानक फट गई। लेकिन वहां काम कर रहा युवक बाल-बाल बच गया। रोहित टेलीकोम के मालिक शाम लाल ने बताया कि मंगलवार सुबह दुकान में कार्यरत गांव घुमियारा निवासी मनविन्द्र साफ-सफाई का कार्य कर रहा था कि अचानक इन्वर्टर के साथ लगी बैंटरी धमाके के साथ फट गई और बैंटरी से निकला केमिकल मनविन्द्र के चेहरे पर पड़ गया। लेकिन वह बाल-बाल बच गया। उसने यह भी बताया कि दुकान में पड़ा मोबाइल पार्टस इससे खराब हो गया। जिसकी कीमत करीब एक हजार रूपये आंकी जा रही है। दुकानदार के अनुसार उसने यह इन्वर्टर और बैंटरी करीब एक माह पूर्व ही दुकान पर लगवाये थे और लगने के पांच दिन बाद बैंटरी को बदलवाया था। मौका पर इन्वर्टर और बैंटाी विक्रेता बलजीत सिंह भी पहुंच गया। उसने बताया कि बैंटरी में विस्फोट का कारण ज्यादा चार्जिंग हो सकता है।

वेतन न मिला तो धरना देंगे अध्यापक

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ रजि. 949 की डबवाली इकाई के प्रधान शेषपाल सिंह की अध्यक्षता में अध्यापकों ने अभी तक वेतन न मिलने पर भारी रोष प्रकट किया है। यह जानकारी देते हुए संघ के संरक्षक व सर्व कर्मचारी संघ के सचिव रमेश सेठी ने बताया कि बीईओ डॉ. मधु मित्तल के उपजिला शिक्षा अधिकारी बनने पर उनकी जगह खाली पड़ी है। इसके लिए संघ की ओर से निदेशक महोदय के पास डीडी पावर के लिए एक पत्र भी लेजाया गया, जोकि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अनुमोदित था। परंतु वहां पर असंतुष्ट जवाब मिलने पर अध्यापकों ने हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग के प्रति भारी रोष प्रकट किया। अध्यापकों ने चेतावनी दी कि इस सप्ताह के भीतर वेतन का भुगतान न किया गया तो बीईओ तथा डीईओ दफ्तर के आगे धरना व रोष प्रकट किया जाएगा। इस मौके पर संजीव शर्मा सलाहकार, इन्द्रजीत सिंह कोषाध्यक्ष, बनवारी लाल, लूना राम, रविन्द्र कुमार, सुखवीर कौर, अंग्रेज सिंह उपप्रधान, परमिन्द्र कौर, गुरदियाल सिंह, दलजीत सिंह, गुरदीप सिंह, राजेन्द्र सिंह, नरेश कुमार, नवीन कुमार, सीमा शर्मा, सरोज रानी, शर्मिला, निर्मला, मंजू बाला, बलजिन्द्र सिंह, प्रेम कुमार आदि अध्यापक उपस्थित थे।

तीनों हत्यारोपी न्यायिक हिरासत में

औढ़ां (जितेंद्र गर्ग) सुक्खा सिंह की हत्या के आरोपी चोरमार निवासी मलकीत कौर, चरणजीत सिंह व जगमीत सिंह को आज डबवाली में अमरजीत सिंह की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि मृतक सुक्खा सिंह की मां मलकीत कौर व उसका प्रेमी चरणजीत सिंह जिन्हें ओढ़ां पुलिस ने एक दिन के रिमांड पर लिया था, रिमांड के दौरान उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में मृतक का बड़ा भाई जगमीत सिंह भी शामिल है। थाना प्रभारी ने बताया कि जगमीत सिंह ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया है कि वो अपने भाई की हत्या करने की साजिश में शामिल था और पुलिस ने सबूत के तौर पर वो शीशी भी बरामद कर ली है जिसमें वो स्प्रे लाया गया था। उन्होंने बताया कि सुक्खा के शव के अवशेष जांच हेतु प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं। जिसकी रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

मारपीट के तीन आरोपी काबू

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव पन्नीवाला मोटा में पंचायती भूमि पर कब्जे को लेकर हुए एक झगड़े में ओढ़ां पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके अदालत में पेश कर दिया है। थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि पन्नीवाला मोटा निवासी मारपीट के तीन आरोपी बलराम उर्फ गिल्लू, रामकुमार उर्फ भूरा राम व बंसी लाल को गिरफ्तार करके डबवाली स्थित न्यायधीश अमरजीत सिंह की अदालत में पेश कर दिया है। उन्होंने बताया कि गत 7 सितंबर को पन्नीवाला मोटा निवासी मनोज नाथ पुत्र अर्जुन नाथ ने राय सिंह, गुलाब सिंह, बंसी लाल, बलवंत सिंह, भोला राम, सही राम व एक अन्य सहित 7 जनों के खिलाफ उसे लाठियों से पिटाई करके घायल कर देने का मामला दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि उक्त सात आरोपियों में से दो पिता पुत्र गुलाब सिंह पुत्र राय सिंह व राय सिंह पुत्र बलवंत सिंह को पहले ही गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जा चुका है।

पालिका ने हटवाया कब्जा

डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगरपालिका के अधिकारियों ने नायब तहसीलदार हरि ओम बिश्नोई के नेतृत्व में सेवा सदन के चारों ओर अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरूआत की और अतिक्रमण गिरा दिये। प्राप्त जानकारी अनुसार उपमण्डलाधीश को कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि सेवा सदन में कार्यरत टिम्बर मर्चेन्ट अमरनाथ मोंगा नगरपालिका की जमीन पर अतिक्रमण कर रहा है और वह दीवार भी बना रहा है। इसी शिकायत के आधार पर कार्यवाही करते हुए नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान की एक टीम बनाई गई। जिसमें नगरपालिका के एमई रमेश कम्बोज, टैक्स सुपरिडेण्ट रामनिवास, कृष्ण कुमार, जिले सिंह आदि कर्मचारी शामिल थे। पूरे दलबल के साथ ये लोग मौका पर पहुंचे और बनाई जा रही दीवार को ढहा दिया। इसके साथ ही बने अन्य टिम्बर मर्चेन्टस के अतिक्रमण को भी तुरन्त हटवाने के आदेश दिये।

आस्ट्रेलिया में एक बार फिर भारतीयों पर हमला

मेलबर्न, 15 सितंबर। आस्टे्रलिया में एक बार फिर तीन भारतीयों को हमलावरों ने अपना शिकार बनाया है। सूत्रों के अनुसार यह तीनों भारतीय आपस में रिश्तेदार है। शनिवार को लगभग 70 युवाओं के एक समूह ने उपनगर एपिंग में 26 वर्षीय सुखदीप सिंह, उसके भाई गुरदीप सिंह और उनके अंकल मुख्त्यार सिंह पर हमला कर दिया। पीडितों के रिश्तेदार ओंकार सिंह ने बताया कि करीब 11 बजे मेरा रिश्तेदार सुखदीप सिंह अपने कई संबघियों के साथ पूल खेल रहा था। तभी उन पर करीब 70 स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया, जो एक पार्टी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग उन पर फब्तियां कसते हुए उन्हें भडकोन की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इसके बाद भी वह उन्हें नजरअंदाज करने की कोशिश करते हएु चुपचाप खेलते रहें। उन्होने बताया कि हमलावर उन्हें अपने देश वापस जाने को कह रहे थे। इसके बाद मेरे रिश्तेदार वापसी जाने के लिए जब कार पाकिंüग मे आए तो भीड ने उन पर हमला कर दिया। सभी हमलावार करीब 20 की उम्र के थे। ओंकार ने दावा किया है कि पुलिस ने उन्हें जानकारी दी है कि 70 में छह को गिरफ्तर कर लिया गया है।

एक परिवार के सात लोगों की नृशंस हत्या


रोहतक : रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात में अज्ञात लोगों ने जनपद के गांव कबूलपुर में एक परिवार के सात लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सभी के गले पर निशान और शवों का रंग नीला पाया गया। मरने वालों में साल्हावास के पूर्व विधायक जिले सिंह जाखड़ के दामाद-बेटी, चार दोहते व समधिन शामिल है। इस दिल दहला देने वाले कांड में एक लड़की बेसुध हालत में बाथरूम में मिली। रात को रुके बिजली फिटिंग करने वाले दो युवक भी बेहोशी की हालत में पाए गए। हत्याकांड के प्रापर्टी विवाद से तार जुड़े होने और किसी करीबी के शामिल होने के संकेत मिले है। पुलिस ने अपराधियों के सुराग लगाने में अपना अमला झोंक दिया है। फोरेसिक, डाग स्क्वेड, फिंगर पि्रंट एक्सपर्ट ने सुराग लगाने के लिए घंटों मशक्कत की। डीसी, एसपी समेत आला अधिकारी ने घटनास्थल का मुआयना किया। प्रशासन ने स्पेशल टीम बनाकर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है। इलाके में दहशत का माहौल है। इस सामूहिक हत्याकांड के बारे में लोगों को मंगलवार सुबह सात बजे उस समय पता लगा, जब परिवार का मुखिया तकदीर अपने बेटे सुरेद्र के घर गया। घर में सुरेद्र , उसकी पत्‍‌नी प्रोमिला व सुरेद्र का लड़का अरविंद(15), सुरेद्र के छोटे भाई भूपेंद्र की बेटी सोनिका (11) व मोनिका (आठ) और बेटा विशाल (सात) मृत हालत में मिले। इसके बाद तकदीर सामने वाले मकान में पहुंचा, जहां उसकी पत्‍‌नी भूरी देवी सो रही थी। हत्यारों ने भूरी देवी को उसी तरीके से मार डाला। सुरेद्र और उसकी पत्‍‌नी के शव एक चारपाई पर थे। चारों बच्चों के शव भीतर कमरे में थे। सुरेद्र की बड़ी लड़की सोनम (18) गायब मिली। तलाशने पर सोनम बाथरूम में बेसुध हालत में मिली। सोनम को उपचार के लिए पीजीआई पहुंचाया। मकान के चौबारे में दो इलेक्ट्रिशियन भी सोए हुए थे। दोनों युवक बिजली फिटिंग करने के लिए सुरेद्र के मकान पर आए थे। रात को यहीं रुक गए। दोनों युवकों को सुबह ग्रामीणों ने जगाया, तब उन्हे इस वारदात का पता चल पाया। दोनों का कहना है कि रात को खाना खाने के बाद उन्हे नहीं पता क्या हुआ। इनमें से बनियानी गांव के एक सुनील ने बताया कि अब भी उसका सिर घूम रहा है। माना रहा है कि हत्यारों ने सबको पहले नशीला खिलाया या सुंघाया गया है, फिर सबका गला घोंट कर मारा। सभी के गले पर निशान मिले है। पुलिस भी फिलहाल यही मान कर चल रही है। सुरेद्र वन विभाग में गार्ड के पद पर था। सुरेद्र के छोटे भाई भूपेंद्र के तीनों बच्चे उसके पास ही रहते थे। सेना में भर्ती भूपेंद्र की पत्‍‌नी का डेढ़ साल पहले देहांत हो गया था। भूपेंद्र इस समय देहरादून में तैनात हैं। प्रोमिला, साल्हावास से पूर्व विधायक जिले सिंह की बेटी है। सुरेद्र के पिता तकदीर सिंह गांव के बाहरी इलाके में बने मकान में रहता है। तकदीर सिंह ने बताया कि सुबह की चाय नहीं पहुंची, तब उसे सुरेद्र के घर जाना पड़ा। इस बुजुर्ग ने बताया कि सुरेद्र की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। वारदात की सूचना के बाद डीसी पीसी मीणा, एसपी अनिल राव, डीएसपी दलबीर यादव समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजनों व ग्रामीणों से बात की। एसपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए जांच टीम बना दी गई है। समाचार भेजे जाने तक पुलिस ने किसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया था। लूट का भी किया ड्रामा! हत्यारों ने पूरे घर की अलमारी व अन्य जगहों को भी खंगालने का प्रयास किया। लेकिन, पुलिस मानती है कि यह सब ध्यान बंटाने के लिए किया गया है। असल में ऐसा कुछ नहीं है। फोरेसिक एक्सपर्ट ने इस बात को नोट किया कि सूटकेस और पर्स को खोलने का प्रयास तक नहीं किया गया। प्रापर्टी विवाद में खत्म किया गया पूरे परिवार को! पूरे परिवार को खत्म करने की वजह को लेकर परिजन, ग्रामीण और पुलिस खामोश है। सुरेद्र के पिता भी कह चुके है कि किसी से उसके बेटे की रंजिश नहीं थी। लेकिन, सुरेद्र के ससुर पूर्व विधायक जिले सिंह सीधे कहते है कि उसके दामाद के परिवार को प्रापर्टी विवाद के चलते मारा गया। पीजीआई में दैनिक जागरण से बातचीत में जिले सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड में करीबी लोगों का हाथ है। जब उनसे पूछा गया कि मारने वाले कौन है, यह बताने से उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस विवाद को लेकर कल 14 तारीख को बातचीत के लिए कबूलपुर में आए थे।

एक गोली जो दिमाग से निकाल देगी बुरी यादें

लंदन, 15 सितंबर। वैज्ञानिक अब एक ऎसी गोली तैयार करने की योजना बना रहे है, जो आपको आपके पुराने प्रेमी की यादें भूलने में मदद कर सकती है। डेली मेल के अनुसार स्विटजरलैंड में फ्रैडरिक मेशर इंस्टीच्यूट का एक दल बुरी यादों को दूर करने वाली दवा विकसित करने में लगा है। संस्थान के प्रयोगशाला में पशुओं पर इस दवा का प्रयोग सफल रहा है जिसने मनुष्यों में दवा की सफलता की संभावनाएं बढा दी है। अपने हालिया परीक्षण के दौरान वैज्ञानिकों ने पशुओं को ऎसी दवा दी जो एमाइगडाला के इर्द गिर्द अवरोघकों को घुला देता है। यह एमाइगडाला मस्तिष्क में बादाम के आकार का एक अंग है जो स्तनपाइयों में भय से संबंघित स्मृतियों को संग्रह कर रखता है। शोघ में पाया गया कि इलाज के बाद पशुओं में बिजली के झटकों से संबंघित घ्वनियों का डर खत्म हो गया, जिससे यह संकेत मिला कि उनकी स्मृतियां मिट गई है। मनुष्यों में भी वैसे ही अंग होेते है और वैज्ञानिकों का दावा है कि यह दवा मरीजों पर काम करेंगी।