12 दिसंबर 2014

LAHOOKILAU: साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

LAHOOKILAU: साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

सिंगापुर स्थित विश्व की सबसे बड़ी कंपनी में हैं ब्रांड मैनेजर, पीएम नरेंद्र मोदी से पा चुका है सम्मान

डबवाली (लहू की लौ) बेशक सरकारों ने अग्निकांड पीडि़तों के जख्म कुरेदने में कोई कोर कसर बाकी न छोड़ी हो। लेकिन एक अग्निकांड पीडि़त ने अपनी प्रतिभा के बल पर कुछ ऐसा कर दिखाया है जो राजनीतिकों के मुंह पर तमाचे से कम नहीं। वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी से सम्मान पा चुका यह अग्निकांड पीडि़त विदेश में विश्व की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्य करते हुये सालाना 50 लाख रूपये से ज्यादा कमा रहा है।
बी-टेक करते ही मिली थी नौकरी
हम बात कर रहे हैं डबवाली निवासी सुनील सेठी के 28 वर्षीय बेटे साहिल सेठी की। 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में पचास फीसदी झुलसने के बाद भी इस युवक ने हिम्मत नहीं हारी। यह युवक दूसरों के लिये प्रेरणा बनकर सामने आया है। अग्निकांड के समय साहिल की उम्र महज 9 वर्ष थी। वह डीएवी स्कूल में 5वीं कक्षा का छात्र था। अग्निकांड के तुरंत बाद सुनील सेठी डबवाली छोड़कर अबोहर (पंजाब) में जा बसे। अबोहर में डीएवी संस्थान में साहिल को 12वीं उत्तीर्ण करवाने के बाद वे पुन: डबवाली आ गये। 12वीं के बाद वर्ष 2008 में साहिल ने भोपाल स्थित एनआईटी से कंप्यूटर साईंस में बी-टेक पास की। कैंपस के दौरान ही यूएसए की एक कंपनी ने उसे चेन्नई में नौकरी पर रख लिया। करीब डेढ़ वर्ष तक नौकरी करने के बाद 2009 में केट परीक्षा में 99.4 परसेंटेल अंक पाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
टॉप इंस्टीच्यूट ने मांगा था दाखिला : देश के टॉप छह इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने इस प्रतिभाशाली बेटे का एडमिशन लेने के लिये पत्र भेजे। जिनमें से आईआईएम अहमदाबाद एक था।  दूसरी तरफ आर्थिक परेशानी से जूझ रहे परिजनों ने हाथ खड़े कर दिये। दाखिला फीस भरने के लिये करीब पंद्रह लाख रूपये चाहिये थे। इस अग्निकांड पीडि़त ने स्टूडेंट लोन लेकर पढ़ाई की। मार्च 2011 में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह तथा गुजरात के पूर्व सीएम तथा वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी ने आईआईएम अहमदाबाद में इस अग्निकांड पीडि़त को एमबीए की डिग्री सौंपी।
कैंपस में हुआ सिलेक्शन
डबवाली के इस बेटे ने कैंपस सिलेक्शन में भी अपना हुनर दिखाया। कई मल्टीनेशनल कंपनियां एमबीए पास युवकों को तलाशने के लिये पहुंची। मई 2011 में विश्व की सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी पीएंडजी ने इस अग्निकांड पीडि़त को सिंगापुर स्थित एशिया के अपने हैडक्वार्टर में जॉब दी। उस समय सलाना 26 लाख रूपये का पैकेज दिया। ब्रांड मैनेजर के पद पर जॉब करने वाला यह अग्निकांड पीडि़त अपने दम पर मात्र तीन सालों में वेतन में 24 लाख रूपये से अधिक वृद्धि करवाने में सफल हुआ है। शहर का यह बेटा अब सालाना 50 लाख रूपये से ज्यादा का पैकेज ले रहा है। जोकि वायदाखिलाफी करने वाले राजनीतिकों के मुंह पर तमाचे के सामान है।
जब लड़की के परिजनों को दिखाये जख्म : 13 अप्रैल 2014 को उसी कंपनी में कार्यरत एक युवती के साथ शादी के बंधन में बंधने वाले साहिल सेठी ने रिश्ते के दौरान युवतियों के परिजनों को अग्निकांड में मिले जख्म तक दिखा दिये थे। जिस पर वधू पक्ष के लोगों ने जख्मों को दरकिनार करते हुये उसकी काबलियत को सराहा और अपनी बेटी का हाथ अग्निकांड पीडि़त के हाथ में सौंपा।

पिता ने भी लड़ी लडाई
साहिल की सफलता में उसके माता-पिता का अतुलनीय योगदान रहा है। अबोहर स्थित डीएवी संस्थान में फीस रिफंड न करने पर सुनील सेठी संस्थान का फीस रिफंड करने संबंधी पत्र लेकर प्रस्तुत हुये थे। यह पत्र आज भी वे संभाले हुये हैं। उपरोक्त संस्थान जब भी किसी अग्निकांड पीडि़त के बच्चे या फिर खुद पीडि़त को तंग करता है तो पत्र दिखा देते हैं। सुनील सेठी के अनुसार ऐसे कई मामलों में उसने पत्र का सहारा लिया है।

जख्मों को ताकत बना लिया
अग्निकांड के दौरान मैं अपने बेटे साहिल तथा बेटी सानिया के साथ फंस गई थी। साहिल के साथ-साथ मैं भी पचास फीसदी जल गई थी। बेटी भी घायल हुई थी। जोकि सीए है। साहिल ने कभी भी अपने जख्मों को कमजोरी नहीं बनने दिया। बल्कि जख्मों को अपनी ताकत समझकर पढ़ाई की। देश के सर्वश्रेष्ठ आईआईएम अहमदाबाद में एडमिशन अपने दम पर लिया।
-शशि सेठी (अग्निकांड पीडि़ता)

उधारी न लौटाने पर कोर्ट ने सुनाई सजा

डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने एक मामले की सुनवाई करते हुये एक व्यक्ति को डेढ़ साल की कैद तथा एक लाख दस हजार रूपये मुआवजा राशि देने के आदेश दिये हैं।
गांव सुकेराखेड़ा निवासी सुखदेव सिंह ने अदालत में इस्तगासा दायर करके कहा था कि 1 मई 2013 को उसने सुकेराखेड़ा के गुरबचन लाल को एक लाख रूपये की उधारी दी थी। इसके लिये एक प्रोनोट तथा रसीद दी थी। उक्त राशि पर 12 फीसदी सालाना ब्याज देने का इकरार किया था। लेकिन उसने अपना वायदा पूरा नहीं किया। गुरबचन लाल ने 15 अक्तूबर 2013 को एक लाख रूपये का चैक पंजाब नेशनल बैंक शाखा अबूबशहर के नाम दिया। 31 अक्तूबर 2013 को अपने मीमो सहित इस आशय पर यह चैक वापिस कर दिया कि खाता में पर्याप्त राशि नहीं है। 15 नवंबर 2013 को नोटिस जारी करके राशि वापिस लौटाने के लिये कहा गया। लेकिन आरोपी ने राशि अदा नहीं की।
वीरवार को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने तथा गवाहों के ब्यानों के आधार पर गुरबचन लाल को दोषी करार देते हुये डेढ़ वर्ष की कैद तथा 1 लाख 10 हजार रूपये का मुआवजा देने के आदेश दिये।

आधार कार्ड पर बवाल, बनने हुये बंद

डबवाली (लहू की लौ) शहर में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वीरवार को कंप्यूटर सेंटरों के आगे लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। जिसके चलते कई सेंटर चालकों को अपना शट्टर डाऊन करना पड़ा।
आधार कार्ड के नाम पर लिये जा रहे थे पैसे : आधार कार्ड के नाम पर अब तक लोगों से मनमर्जी के पैसे ऐंठे जा रहे थे। तहसीलदार मातू राम नेहरा के समक्ष भंड़ाफोड़ होने के एक दिन बाद वीरवार को आधार कार्ड बनने बंद हो गये। गांव घुकांवाली से आधार कार्ड बनाने के लिये अपने बच्चों समेत डबवाली पहुंचे भिंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं था कि डबवाली में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वह मेहनत मजदूरी करता है। किराये में ही उसके 200 रूपये खर्च हो गये। इधर आधार कार्ड बनाने के लिये डबवाली पहुंचे लखुआना निवासी सुशील कुमार ने बताया कि स्कूलों में बच्चों से आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं। उसका खुद का आधार कार्ड बना है। बच्चों को साथ लेकर डबवाली आया था। लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वे लोग अब कहां जाये, किसका दरवाजा खटखटायें।
वीरवार को ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आये, जो आधार कार्ड बनाने के इच्छुक थे। पेंशन, राशन तथा सब्सिडी के लिये आधार कार्ड जरूरी होने पर इस महत्वपूर्ण आईडी प्रूफ के लिये लोग मारे-मारे फिरे। लेकिन कहीं से संपूर्ण जानकारी न मिलने पर वापिस अपने गंतव्य लौट गये।
कंपनियों ने हमें लूटा
वर्ष 2011 से आधार कार्ड बना रहे विक्की सिधू ने बताया कि उसने चार निजी कंपनियों के कहने पर उपरोक्त कार्य शुरू किया था। उस समय ढाई लाख रूपये कीमत से चौदह मशीन खरीदी थी। कंपनी ने प्रति आधार कार्ड के लिये सोलह रूपये देने का वायदा किया था। करीब 1 लाख 90 हजार आधार कार्ड बनाये थे। लेकिन कंपनियों की ओर उसके अभी तक 12 लाख रूपये बकाया हैं। वहीं ढाई लाख रूपये में आई एक मशीन को उसे महज 45 हजार रूपये में बेचना पड़ा। इस हालत में उसने कंपनियों को उपरोक्त आधार कार्ड के डॉक्यूमेंट जमा नहीं करवाये। कंपनी तथा सरकार में वे फंस गये हैं। वे अब तक मुफ्त में आधार कार्ड बना रहे थे। जो बंद कर दिये हैं।
इधर नई अनाज मंडी रोड़ पर आधार कार्ड बना रहे कृष्ण कुमार ने बताया कि वे लोग कंपनियों की ठगी का शिकार हुये हैं। कंपनियां मशीन रिचार्ज करने के नाम पर उनसे हजारों रूपये वसूलती हैं। जबकि आधार कार्ड बनाने पर फूटी कौड़ी नहीं दे रहीं। हालांकि वे आधार कार्ड बनाने का शुल्क नहीं ले रहे। बल्कि आधार कार्ड के लिये अप्लाई फार्म का प्रिंट करने या फिर फोटो कॉपी करने के रूपये लेते हैं। जोकि उनका कार्य है। किसी विवाद में पडऩे की अपेक्षा कार्य बंद कर दिया है।

किसी को आधार बनाने से रोका नहीं
किसी को आधार कार्ड बनाने से रोका नहीं गया है। बल्कि शुल्क लेने से रोका गया है। आधार कार्ड का कोई शुल्क नहीं। संबंधित एजेंसी के पास आने वाले डॉक्यूमेंट सरकार के पास जमा होते हैं। अगर बिना मंजूरी के कोई आधार कार्ड बना रहा था, तो जांच का विषय है। इस संबंध में जल्द प्रोग्रामर ऑफिसर से बात करूंगा, ताकि लोगों को परेशानी न हो।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार, डबवाली

दहेज प्रताडऩा का आरोपी गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) दहेज प्रताडऩा के एक मामले में शहर थाना पुलिस ने महम निवासी साहिल पुत्र वीरभान को गिरफ्तार किया है। शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह तथा एसआई इंद्राज ने बताया कि वार्ड नं. 7 निवासी गीता रानी पुत्री ज्ञान चन्द मैहता के ब्यान पर पुलिस ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया था। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद वीरवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।

मंदिर में चोरी, गुरूद्वारा में प्रयास, आरोपी गिरफ्त में

डबवाली (लहू की लौ) गांव लखुआना स्थित दो धार्मिक स्थलों पर चोरी का मामला सामने आया है। पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गांव लखुआना के सरपंच रामजी लाल ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वीरवार को गांव का एक युवक बाबा रामदेव मंदिर से गुल्लर उठा ले गया। युवक ने गुरूद्वारा में भी चोरी का प्रयास किया। पुलिस ने शिकायत मिलते ही संबंधित युवक अजय शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो वह चोरी की वारदात मान गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मंदिर से चुराई गुल्लक बरामद कर ली।
मामले की जांच कर रहे सदर थाना पुलिस के हवलदार बलवीर ने बताया कि आरोपी अजय शर्मा लकड़ी का अच्छा कारीगर है। लेकिन नशे की लत ने उसे बर्बाद करके रख दिया है। मेडिकल नशे की पूर्ति के लिये वह चोरियां करता है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


चौटाला रोड़ पर चोरी
चौटाला रोड़ पर स्थित लखोत्रा ऑटो वक्र्स के मालिक सर्वजीत सिंह ने बताया कि अज्ञात चोर दुकान की दीवार फांदकर भीतर घुसे। चोर वर्कशॉप में खड़े एक बाईक के दोनों पहिये निकाल ले गये। जिसकी कीमत करीब 10 हजार रूपये है। इसके अतिरिक्त वहां पड़े औजार भी चुरा ले गये। चोरी की सूचना पुलिस को दे दी गई है।

स्वच्छता अभियान के तहत स्कूल कैम्पस की सफाई की

डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज मंडी किलियांवाली के कैम्पस में स्थित गुरू नानक कॉलजीऐट सीनियर सैकेंडरी स्कूल की ओर से वीरवार को स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत स्कूल कैम्पस की सफाई की गई।  जिसमें +1 व +2 के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस मौके पर गुरू नानक कॉलेज की प्राचार्या डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, गुरू नानक कॉलेज कॉलजीएट सीनियर सैकेंडरी स्कूल की इंचार्ज सुनीता शर्मा, प्रवक्ता सीमा रानी, शिल्पा अरोड़ा, संदीप कौर व शेखर ने भी इस कार्य में अपना योगदान दिया।

हेलमेट पहनने की आदत ने बचाई जिंदगी

डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों की पालना की जाये तो जान बच सकती है। यह बात वीरवार को नेशनल हाईवे पर एक हादसे को देखकर लोगों को समझ में आई। सिरसा रोड़ पर खालसा स्कूल के नजदीक तेज गति से चल रहे दो बाईक आपस में भिड़ गये। दोनों के चालक सिर के बल सड़क पर जा गिरे। दोनों के पहने हेलमेट चकनाचूर हो गये। हादसे में दोनों के मामूली खरोंचे आईं।
खालसा स्कूल के नजदीक हुआ हादसा
दोपहर बाद करीब दो बजे दो बाईक सिरसा की ओर जा रहे थे। खालसा स्कूल के सामने पहुंचते ही दोनों बाईक आपस में भिड़ गये। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों बाईक के परखच्चे उड़ गये। दोनों के पहले हेलमेट भी बुरी तरह से टूट गये। राहगीरों ने दोनों को संभाला। गांव अबूबशहर निवासी विक्रम ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये कहा कि वह गैस एजेंसी में अपने फार्म जमा करवाने के लिये जा रहा था। इसी दौरान उसने बिना इशारा दिये अपना बाईक डिवाईडर की ओर मोड़ लिया। जिसके चलते पीछे आ रहा बाईक उसमें जा लगा। दोनों बाईक की गति तेज होने के कारण हादसा टल गया। उसके हेलमेट पहनने की आदत ने उसकी जान बचा ली। वह चिनाई मिस्त्री है।
हेलमेट था, वरना जाती जान
दूसरे बाईक चालक जग्गा सिंह ने बताया कि वह खोखर स्थित अकाल अकैडमी में बतौर वाहन चालक तैनात है। डबवाली से वापिस खोखर लौटते समय आगे चल रहे बाईक ने अचानक अपना बाईक उसके आगे कर दिया। जिसकी वजह से हादसा हुआ। हेलमेट पहनने की वजह से उसकी जाच बच गई।
हम भी पहनेंगे हेलमेट
मौका पर रूके राहगीरों तथा उपरोक्त क्षेत्र के दुकानदारों ने हादसे के बाद हेलमेट तथा युवकों की हालत को देखकर कहा कि वे भी दो पहिया वाहन की ड्राईविंग के दौरान हेलमेट पहनने की आदत अपनाएंगे।

हेलमेट पहनना अच्छी आदत
हेलमेट पहनना अच्छी आदत है। वीरवार को नेशनल हाईवे पर हुई घटना से बढ़कर इससे बड़ा सबूत नहीं हो सकता। हेलमेट के कारण ही दोनों चालक बच गये। सिर के बल गिरने से जान जा सकती थी।
-दलीप सिंह, इंस्पेक्टर, शहर थाना प्रभारी, डबवाली

मैरीलैंड में कहानी कथन प्रतियोगिता आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) मैरीलैंड कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में तीन दिवसीय कहानी कथन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें नर्सरी, जूनियर केजी, सीनियर केजी और प्रथम कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में नर्सरी कक्षा से मीनाक्षी, लक्ष्य और जश्नप्रीत तथा रमनजोत ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाया। जूनियर केजी में  तुषार, तनुजा, हरविन्द्र, सीनियर केजी से यशस्वी, कृष और सेमन्त ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाया। प्रथम कक्षा से अंबर, प्रियंका तथा यश, हसरत, ध्रुव, आशीष, वीरेन तथा वंश ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाये।
प्रतियोगिता में जीत प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्कूल की प्रधानाचार्या बृज आनन्द ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ये नन्हें बच्चे अधखिली कली हैं जो कि मैरीलैंड के प्रांगण में सुन्दर फूल बनकर खिलेंगे।

गरीबों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी भाजपा सरकार-गणपत राम

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी प्रदेश की भाजपा सरकार से गरीब वर्ग के लोगों को जो उम्मीदें थीं, उन पर सरकार खरी नहीं उतरी है। जो दिक्कतें व समस्याएं उन्हें कांग्रेस राज में झेलनी पड़ रही थीं उनका निदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने कोई पहल अभी तक नहीं की है जिस कारण लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है। यह बात कामरेड गणपत राम व साहब राम पुहाल ने वीरवार को यहां जारी एक प्रैस ब्यान में कही।  
उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों में वोट लेने के लिए गरीबों के हित में योजनाएं बनाने, सभी गरीबों को पर्याप्त राशन देने व बुजुर्गों को दो हजार रुपए मासिक पैंशन देने का वायदा किया लेकिन सरकार बनने के बाद इन वायदों को पूरा नहीं किया। सरकार ने तेल के दाम कम कर दिए लेकिन बसों का किराया अभी तक वही है। जो विधवा औरतें 60 वर्ष से कम आयु की हैं उनका बसों में आधा किराया लगना चाहिए। पढ़ाई के लिए 10 किलोमीटर क्षेत्र से शहरों में आने वाले कॉलेज व स्कूलों के विद्यार्थियों का किराया माफ होना चाहिए। बीपीएल सूचियां हिंदी में जारी की जाने की मांग कांग्रेस सरकार के समय से की जा रही है लेकिन सरकार बदलने के बाद भी इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

गरीबों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी भाजपा सरकार-गणपत राम

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी प्रदेश की भाजपा सरकार से गरीब वर्ग के लोगों को जो उम्मीदें थीं, उन पर सरकार खरी नहीं उतरी है। जो दिक्कतें व समस्याएं उन्हें कांग्रेस राज में झेलनी पड़ रही थीं उनका निदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने कोई पहल अभी तक नहीं की है जिस कारण लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है। यह बात कामरेड गणपत राम व साहब राम पुहाल ने वीरवार को यहां जारी एक प्रैस ब्यान में कही।  
उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों में वोट लेने के लिए गरीबों के हित में योजनाएं बनाने, सभी गरीबों को पर्याप्त राशन देने व बुजुर्गों को दो हजार रुपए मासिक पैंशन देने का वायदा किया लेकिन सरकार बनने के बाद इन वायदों को पूरा नहीं किया। सरकार ने तेल के दाम कम कर दिए लेकिन बसों का किराया अभी तक वही है। जो विधवा औरतें 60 वर्ष से कम आयु की हैं उनका बसों में आधा किराया लगना चाहिए। पढ़ाई के लिए 10 किलोमीटर क्षेत्र से शहरों में आने वाले कॉलेज व स्कूलों के विद्यार्थियों का किराया माफ होना चाहिए। बीपीएल सूचियां हिंदी में जारी की जाने की मांग कांग्रेस सरकार के समय से की जा रही है लेकिन सरकार बदलने के बाद भी इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

भाजपा ने सदस्यता अभियान चलाया

डबवाली (लहू की लौ) भाजपा सदस्यता अभियान के तहत देव कुमार शर्मा द्वारा चलाई गई कार्यशाला से प्रेरित होकर वार्ड नं. 14 के बूथ नं. 27 के प्रमुख  अश्वनी बांसल व सहप्रमुख सोनू सिंगला, विनेश छाबड़ा, मेघराज शर्मा, राजेश मोंगा, अनिल सिंगला, तेजपाल सिंगला ने संतोषी माता मंदिर वाली गली, रामजी दास प्रजापत वाली गली, मलकीत सिंह गंगा वाली गली, नेहरू हाई स्कूल के पीछे वाली गली में जाकर लोगों को बीजेपी का सदस्य बनाया और लोगों को नये वोट बनवाने के लिए प्रेरित किया।

लिम्का बुक में दर्ज हुआ गौरवदीप का अनूठा रिकॉर्ड


डबवाली (लहू की लौ) वार्ड न. 4 निवासी ईस्टवुड स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र गौरवदीप सिंह भाटी पुत्र इंद्रजीत सिंह भाटी  ने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाकर लिम्का ऑफ रिकार्डस में अपना नाम दर्ज करवाया है। यह रिकार्ड चार पैरों पर की गई अलग तरह की दौड़ का है। गौरवदीप ने दो पैरो व दो हाथों पर दौड़ते हुए 50 मीटर रास्ता केवल 10 सेकेंड में कवर करते हुए एक राष्ट्रीय रिकार्ड अपने नाम कर लिया।

गौरवदीप सिंह की उम्र केवल 17 वर्ष है। देश व विश्व में बने रिकार्डस के बारे में जानने का उसे शौंक है और इसी शौंक के कारण ही उसके मन में भी रिकार्ड बनाने की इच्छा जागृत हुई। इस दौरान उसका मिड्डूखेड़ा निवासी विश्व रिकार्डधारी फ्लावर सिंह से संपर्क हुआ। फ्लावर सिंह ने गौरवदीप को रिकार्ड बनाने के लिए प्रेरित करते हुए उसे कई टिप्स दिए। इसके बाद उसने कराटे कोच राजीव ठाकुर के मार्गदर्शन में चार पैरों पर चलने व दौडऩे की प्रेक्टिस की। जी तोड़ मेहनत से वह इस प्रेक्टिस में सफल रहा। बाद में उसने लिम्का बुक में इस अनूठे रिकार्ड के लिए आवदेन किया। गुरू नानक कॉलेज में उसने गणमान्य लोगों के समक्ष चार पैरों पर दौड़ते हुए 50 मीटर रास्ते को केवल 10 सेकेंड में कवर कर दिखाया। उसकी यह अनोखी प्रतिभा देखकर सब हैरान रह गए। उसके इस रिकार्ड को लिम्का बुक के अधिकारियों ने भी अप्रूव किया व इस अनोखे रिकार्ड का सर्टिफिकेट अब गौरवदीप को दे दिया गया है। वर्ष 2015 की रिकार्ड बुक में गौरवदीप के नाम यह रिकार्ड दर्ज होगा।

12 Dec. 2014