27 जुलाई 2011

मां के दूध पर भारी नशा


नशे के कारण दौला निवासी युवक की सगाई टूटी, बाद में नौकरी भी गई
डीडी गोयल (093567-22045)
डबवाली। पड़ौसी सूबे पंजाब में मां के दूध पर डबवाली शहर के मेडिकल स्टोरों पर मिल रही नशे की शीशी भारी पड़ रही है। विवाह के लिए सगाई होने के बावजूद नशे की शीशी रिश्ते तुड़वा रही है। यही नहीं नशे की यह शीशी नौकरी भी छुड़वा रही है। नौकरी जाने के बाद नशे में डूबे युवा नशे की तलब मिटाने के लिए चोर बनते जा रहे हैं।
मेडिकल नशा करने के लिए दो युवाओं ने जिला श्री मुक्तसर साहिब के नगर गिदड़बाहा के एक पार्क के पास खड़ा बाईक उड़ा लिया। बाईक को बेचने की मंशा से दोनों डबवाली आ गए। यहां आते-जाते बाईक को चैक कर रही सिटी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने युवाओं से बाईक संबंधी कागजात की मांग की। लेकिन वे लोग कागज नहीं दिखा पाए। युवाओं ने बताया कि ये बाईक चोरी का है। इसे बेचकर मिलने वाले पैसे से उन्होंने नशा खरीदना था। पुलिस ने दोनों को काबू कर लिया। दोनों ने अपनी पहचान अमरीक सिंह निवासी दौला (थाना गिदड़बाहा), गुरप्रीत सिंह निवासी कोटभाई (थाना कोटभाई) के रूप में करवाई। दोनों ही युवक ट्रक चालक हैं।
बाईक चोरी में पकड़ा गया 30 वर्षीय अमरीक सिंह चार बहनों का इकलौता भाई है। उसके पिता गुरचरण का निधन करीब पंद्रह साल पूर्व हो चुका है। 65 साल की विधवा माता सुरजीत कौर ने बड़े लाड़ प्यार से उसे पाला। लेकिन उसने अपनी मां के दूध का कर्ज नशे की शीशी में उतार दिया। सुरजीत कौर ने लोगों के घरों में काम करके अपनी चार बेटियों पाल कौर, कुलविंद्र कौर, कालों तथा जसविंद्र का विवाह किया।
चार बहनों का मंझला भाई अमरीक ट्रक चालक है। वह पिछले चार सालों से मेडिकल नशा कर रहा है। डेढ़ साल पूर्व उसकी सगाई पंजाब के फरीदकोट के एक गांव की युवती से हुई थी। विवाह की तारीख नजदीक थी। लेकिन नशे की वजह से लड़की वालों ने विवाह के ऐन मौके पर जवाब दे दिया। यहीं नहीं अन्य चार बहनों के विवाह में भी अमरीक के नशे ने रूकावट डाली।
अमरीक ने बताया कि चार साल पूर्व एक मित्र ने उसे नशे की शीशी पिला दी। उसके बाद वह मेडिकल नशे का आदि हो गया। नशा मुक्ति केंद्रों में भी वह गया। लेकिन नशा छूटने का नाम नहीं लेता। चार दिन शीशी न पीने से उसे दस्त लग जाते हैं। उनके क्षेत्र के करीब 300 युवा हर रोज नशा लेने के लिए डबवाली आ रहे हैं। वह ट्रक ड्राईवर है। नशे की वजह से ट्रक मालिक ने उसे नौकरी से निकाल दिया। उसके साथी गुरप्रीत सिंह को भी इसी वजह से नौकरी से निकाल दिया गया। सोमवार को उनके पास मात्र 110 रूपए थे। नशे की तलब पूरी करने के लिए उन्होंने गिदड़बाहा शहर में पार्क के बाहर खड़ा एक बाईक चोरी कर लिया।
गुरप्रीत भी अपने दोस्त अमरीक सिंह की राह पर चलते हुए मेडिकल नशे करने का आदि है।  वह विवाहित है और उसके एक बेटी है। दोनों बताते हैं कि यूं तो उन्हें बीडी का भी वैल नहीं, लेकिन शीशी के बगैर वे नहीं रह सकते।

बेलपुरी वाले को चाकू दिखाकर मोबाइल छीना


डबवाली (लहू की लौ) एकता नगरी में आर्य विद्या मंदिर स्कूल ब्रांच वाली गली में मंगलवार को दिनदिहाड़े बाईक सवार दो युवक बेलपुरी बेच रहे एक बच्चे को चाकू दिखाकर उसका मोबाइल उड़ा ले गए।
मण्डी किलियांवाली में बाल मंदिर स्कूल के पास रह रहा उत्तर प्रदेश का निवासी 11 वर्षीय गोलू आज दोपहर करीब 12.30 बजे एकता नगरी में बेलपुरी बेच रहा था। आर्य विद्या मंदिर स्कूल ब्रांच वाली गली में उसके पास एक बाईक पर सवार होकर दो युवक आए। युवकों ने उससे पांच रूपए की बेलपुरी ली और चले गए। युवक पुन: उसके पास आए और पांच रूपए की बेलपुरी लेकर चलते बने। तीसरी बाद दोबारा फिर युवक उसके पास आए और 500 रूपए छुट्टे मांगे। इंकार करने युवकों ने उसकी जेब में हाथ डाल लिया। जब 11 वर्षीय गोलू ने इसका विरोध किया तो युवकों ने उसके दो थप्पड़ रसीद कर दिए। गोलू ने बताया कि एक युवक ने उसकी बाजू मोड़ ली। दूसरे ने बेलपुरी के पास पड़ा चाकू उठा लिया। चाकू उसे दिखाते हुए मोबाइल मांगा। ऐसा न करने पर उसे मारने की धमकी दी। डर के कारण उसने अपना मोबाइल उन्हें दे दिया। बाद में युवक उसे धक्का देते वहीं गिराकर अपने बाईक पर फरार हो गए। घटना के तुरंत बाद गोलू ने शोर मचाया। उसका शोर सुनकर गली के लोग बाहर आ गए। लेकिन तब तक बाईक सवार फरार हो चुके थे। हालांकि गली वासियों ने बाईकर्स को भागते हुए देखा। गोलू के अनुसार युवक काले रंग की बाईक पर थे। बाईक चालक ने काले रंग की शर्ट तथा पीछे बैठे युवक ने ब्राऊन कलर की टी शर्ट पहनी हुई थी। पीछे बैठे युवक के चेहरे पर कट का निशान था।

।'सरकारी भाड़ाÓ दे रहा चोट


जोनल गेम्स हो जाते हैं 2500 रूपए में
डबवाली (लहू की लौ) जिला सिरसा में इन दिनों जोनल गेम्स करवाई जा रही हैं। जिसमें शिक्षा विभाग मेजबान स्कूल को 2500 रूपए की राशि चूना छिड़कने से लेकर टैण्ट और पानी की व्यवस्था के लिए देता है। इतनी कम राशि के चलते खेल मैदान स्तरीय रूप से तैयार नहीं होता, ऐसे में खेलें खिलाडिय़ों के लिए मजाक बन कर रह गई हैं। खिलाडिय़ों में उत्साह की अपेक्षा हीन भावना भर रही है।
शिक्षा विभाग की ओर से जिला में खेल मुकाबले करवाए जा रहे हैं। लेकिन जिन मैदानों पर ये मुकाबले हो रहे हैं, वे स्तर हीन है। कबड्डी हो या फिर खो-खो का खेल खिलाड़ी चोटिल हो रहे हैं। लेकिन इसके पीछे बड़ा कारण विभाग की ओर से स्कूल प्रबंधक को खेलों के लिए मिलने वाला भाड़ा है। खेल दो दिन चलें या फिर तीन दिन विभाग मात्र 2500 संबंधित स्कूल को खेलों के प्रबंधन के लिए उपलब्ध करवाता है। इन रूपयों से मैदान को खेलों के योग्य बनाना होता है। साथ में चूना से लेकर कुर्सी, स्टेशनरी, पानी, टैण्ट आदि की व्यवस्था करनी होती है। पिछले दिनों हुई लड़कों की जोनल गेम्स पर नजर दौड़ाई जाए तो अकेले खालसा स्कूल में करीब 500 बच्चों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। आसमान से बरसती आग के बीच पानी ही उनका एकमात्र सहारा बना। लेकिन पानी का एक टैंक 400 से लेकर 500 के बीच है। एक दिन में पानी के तीन टैंक खप जाते हैं। दो दिनों में सरकारी भाड़े से ऊपर खर्च हो जाता है। ऐसे में युवा खिलाडिय़ों को खेल स्तरीय मैदान, टीम इंचार्ज को स्टेशनरी, प्रतियोगिताओं के लिए चूना  तथा गर्मी से बचने के लिए सिर पर टैण्ट मिलना मुश्किल है।
खिलाडिय़ों ने बताया कि खेल मैदान के चारों और टैण्ट की व्यवस्था होनी चाहिए। चूंकि प्रतियोगिता में भाग लेने आए खिलाडिय़ों को अपनी गेम के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता है। इतने समय में वह चिलचिलाती धूप से हार जाता है। दूसरा गेम का स्थान भी खेलने लायक नहीं होता।
खालसा स्कूल में चल रही जोनल गेम्स में खेल प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि उनके मैदान में खिलाडिय़ों को कोई समस्या नहीं आ रही। शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे पैसे को ठीक ढंग से लगाया जा रहा है। खिलाडिय़ों को कोई दिक्कत न आए इसके लिए विद्यालय अपने स्तर पर भी कार्य करता है।
जोनल गेम्स डबवाली के ईओ भीम सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से एक जोनल टूर्नामेंट करवाने पर 2500 रूपए दिए जाते हैं। इतनी राशि में दो दिन की गेम आसानी से हो जाती है। अगर कुछ ज्यादा हो जाए तो विद्यालय अपनी जेब से खर्च कर लेता है

सरहद के जवानों की रक्षा की दुआ


कारगिल के शहीदों को समर्पित शुरू हुई यात्रा, पंद्रह सदस्य शामिल
डबवाली (लहू की लौ) बारह बरस बाद भी देश की आवाम के जेहन में कारगिल युद्ध की याद ताजा है। अपने से अधिक ऊंचाई में खड़े दहशतगर्दों को वापिस सीमा रेखा के बाहर निकालकर खोई हुई चौकियों पर फिर से तिरंगा लहराकर भारतीय सेना के जवानों ने नामुमकिन को मुमकिन बना दिया था। मंगलवार को पूरे मुल्क में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। पूरे ऑपरेशन में शहीद हुए करीब 550 सेना अधिकारियों तथा कर्मचारियों को याद किया गया। डबवाली की जनता भी इसमें पीछे नहीं रही।
दहशतगर्द मुल्क की सीमा की ओर आंख उठाने की हिम्मत न कर सके। देश की सरहद पर अपनी जान दांव पर लगाए खड़े भारतीय सेना के जवानों की सुरक्षा की दुआ मांगने के लिए शहर के पंद्रह नौजवानों का एक दल बाईस दिनों की धार्मिक यात्रा पर निकला है। जिसका नेतृत्व शहर के राकेश, संजय, सुनील तथा चांदिया कर रहे हैं। यात्रा के दौरान दल कहीं भी अन्न ग्रहण नहीं करेगा। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मंगलवार को भारतीय सेना जिंदाबाद का उद्घोष करते हुए साईकिलों पर यह दल यात्रा पर रवाना हुआ।
यात्रा पर रवाना होने से पूर्व दल के सदस्य राकेश ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से देश आतंकवादियों के निशाने पर चल रहा है। देश की जनता महफूज रहे सरहदों पर भारतीय सेना के जवान तैनात हैं। लेकिन उनकी सुरक्षा भी जरूरी है। केवल भगवान ही उनकी सुरक्षा तथा सहायता कर सकता है। इसके लिए उन्होंने यात्रा पर जाने का मन बनाया। यात्रा के लिए कारगिल विजय दिवस को सबसे अच्छा दिन माना। इस दौरान वे माता नैना देवी, चिन्तापूर्णी, कांगड़ा, ज्वाला जी, चामुंडा देवी और श्री वैष्णों माता के दर्शन करके भारतीय सेना के जवानों की सलामति के लिए दुआ करेंगे। यात्रा करीब बाईस दिनों की होगी। मार्ग में वे कहीं भी अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। केवल पानी पर ही आश्रित रहेंगे। उनकी यह यात्रा कारगिल के शहीदों को समर्पित है।

कुडिय़ां ने पाई कबड्डी


लड़कियों के जोनल मुकाबले शुरू
डबवाली (लहू की लौ) खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्रांगण में पुलिस सुरक्षा के बीच लड़कियों के जोनल खेल मुकाबले आरंभ हुए। जिसमें डबवाली जोन के 40 विद्यालयों की 400 छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह जानकारी देते हुए खेल प्रभारी राजन कुमार तथा सचिव गुरतेज सिंह प्रिंसीपल खालसा स्कूल ने बताया कि कबड्डी के अण्डर-14 में लम्बी ने बाहिया को 27-20 के अंतर से पराजित करके विजय पाई। जबकि अण्डर-17 में बाहिया और गिंदड़ा को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। अण्डर-19 में मसीतां और चक्कां संयुक्त विजेता घोषित किए गए। फुटबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल ने राजकीय कन्या विद्यालय डबवाली को 2-0 के अन्तर से हराकर धूल चटाई। जबकि अण्डर-17 में भी खालसा स्कूल विजेता रहा। अण्डर-19 में खालसा स्कूल ने एसकेएस मसीतां को 1-0 के अंतर से हराया। क्रिकेट अण्डर-14 में खालसा स्कूल विजेता रहा। जबकि अण्डर-17 में खालसा स्कूल ने बनी को तीन विकेट से हराया। अण्डर-19 में बनी ने खालसा स्कूल से बदला लेते हुए रोमांचक मैच में दो रनों से विजय हासिल की।
एथलीट मुकाबलों के अण्डर-19 के ट्रिपल जंप में पूजा अबूबशहर प्रथम, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में जसपाल कौर मम्मडख़ेड़ा प्रथम, सुमन अबूबशहर द्वितीय, डिस्कस थ्रो अण्डर-19 में पूनम तलवाड़ा खुर्द, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में वरिंद्र जीवननगर प्रथम, रूबी चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप तलवाड़ाखुर्द प्रथम, प्रियंका बनी द्वितीय रहे। जेवलिंग थ्रो में अण्डर-19 में सुधा चौटाला प्रथम, सनमीत ऐलनाबाद द्वितीय, शॉटपुट अण्डर-19 में पूजा अबूबशहर प्रथम, कमलजीत कालूआना द्वितीय, अण्डर-17 में सिमरन ऐलनाबाद प्रथम, मंजू चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप कौर तलवाड़ा खुर्द प्रथम, पूनम चौटाला द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ अण्डर-14 में विक्की बनी प्रथम, सुमन घोड़ांवाली द्वितीय, 800 मी. दौड़ अण्डर-19 में गोमती कालूआना प्रथम, सुखबीर कौर खालसा स्कूल द्वितीय, अण्डर-17 में मैना चक्कां प्रथम, नवदीप गंगा द्वितीय, 3000 मी. अण्डर-17 में सुमन बनी प्रथम, अनु बाला चक्कां द्वितीय, 5000 अण्डर-19 में एकता कालूआना प्रथम, रेणू बाला ऐलनाबाद द्वितीय रहे।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय रैफरी प्रवीण मम्मडख़ेड़ा, राधा डीपीई, पीटीआई गुरप्रीत, मनोज, सुदेश कुमार मसीतां विष्णुदत्त लम्बी, कालू राम गिंदड़ा, निर्मल सिंह तख्तमल, गुरतेज सिंह, वीरपाल कौर तारूआना, राधेराम कालूआना, जोगिंद्र असीर, सुरजीत सिंह प्रिंसीपल बनी, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह डीपीई, उषा, मोनिका, हरप्रीत पीटीआई उपस्थित थे।
इससे पूर्व जोनल स्पर्धा के सचिव गुरतेज सिंह ने रविवार को लड़कों के जोनल मुकाबले के दौरान हुए बवाल के दृष्टिगत सिटी थाना प्रभारी से पुलिस सुरक्षा की मांग की। जिसके चलते खेल मैदान के इर्द-गिर्द पुलिस लगाई गई।

कुडिय़ां ने पाई कबड्डी


लड़कियों के जोनल मुकाबले शुरू
डबवाली (लहू की लौ) खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्रांगण में पुलिस सुरक्षा के बीच लड़कियों के जोनल खेल मुकाबले आरंभ हुए। जिसमें डबवाली जोन के 40 विद्यालयों की 400 छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह जानकारी देते हुए खेल प्रभारी राजन कुमार तथा सचिव गुरतेज सिंह प्रिंसीपल खालसा स्कूल ने बताया कि कबड्डी के अण्डर-14 में लम्बी ने बाहिया को 27-20 के अंतर से पराजित करके विजय पाई। जबकि अण्डर-17 में बाहिया और गिंदड़ा को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। अण्डर-19 में मसीतां और चक्कां संयुक्त विजेता घोषित किए गए। फुटबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल ने राजकीय कन्या विद्यालय डबवाली को 2-0 के अन्तर से हराकर धूल चटाई। जबकि अण्डर-17 में भी खालसा स्कूल विजेता रहा। अण्डर-19 में खालसा स्कूल ने एसकेएस मसीतां को 1-0 के अंतर से हराया। क्रिकेट अण्डर-14 में खालसा स्कूल विजेता रहा। जबकि अण्डर-17 में खालसा स्कूल ने बनी को तीन विकेट से हराया। अण्डर-19 में बनी ने खालसा स्कूल से बदला लेते हुए रोमांचक मैच में दो रनों से विजय हासिल की।
एथलीट मुकाबलों के अण्डर-19 के ट्रिपल जंप में पूजा अबूबशहर प्रथम, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में जसपाल कौर मम्मडख़ेड़ा प्रथम, सुमन अबूबशहर द्वितीय, डिस्कस थ्रो अण्डर-19 में पूनम तलवाड़ा खुर्द, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में वरिंद्र जीवननगर प्रथम, रूबी चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप तलवाड़ाखुर्द प्रथम, प्रियंका बनी द्वितीय रहे। जेवलिंग थ्रो में अण्डर-19 में सुधा चौटाला प्रथम, सनमीत ऐलनाबाद द्वितीय, शॉटपुट अण्डर-19 में पूजा अबूबशहर प्रथम, कमलजीत कालूआना द्वितीय, अण्डर-17 में सिमरन ऐलनाबाद प्रथम, मंजू चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप कौर तलवाड़ा खुर्द प्रथम, पूनम चौटाला द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ अण्डर-14 में विक्की बनी प्रथम, सुमन घोड़ांवाली द्वितीय, 800 मी. दौड़ अण्डर-19 में गोमती कालूआना प्रथम, सुखबीर कौर खालसा स्कूल द्वितीय, अण्डर-17 में मैना चक्कां प्रथम, नवदीप गंगा द्वितीय, 3000 मी. अण्डर-17 में सुमन बनी प्रथम, अनु बाला चक्कां द्वितीय, 5000 अण्डर-19 में एकता कालूआना प्रथम, रेणू बाला ऐलनाबाद द्वितीय रहे।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय रैफरी प्रवीण मम्मडख़ेड़ा, राधा डीपीई, पीटीआई गुरप्रीत, मनोज, सुदेश कुमार मसीतां विष्णुदत्त लम्बी, कालू राम गिंदड़ा, निर्मल सिंह तख्तमल, गुरतेज सिंह, वीरपाल कौर तारूआना, राधेराम कालूआना, जोगिंद्र असीर, सुरजीत सिंह प्रिंसीपल बनी, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह डीपीई, उषा, मोनिका, हरप्रीत पीटीआई उपस्थित थे।
इससे पूर्व जोनल स्पर्धा के सचिव गुरतेज सिंह ने रविवार को लड़कों के जोनल मुकाबले के दौरान हुए बवाल के दृष्टिगत सिटी थाना प्रभारी से पुलिस सुरक्षा की मांग की। जिसके चलते खेल मैदान के इर्द-गिर्द पुलिस लगाई गई।

कुडिय़ां ने पाई कबड्डी


लड़कियों के जोनल मुकाबले शुरू
डबवाली (लहू की लौ) खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्रांगण में पुलिस सुरक्षा के बीच लड़कियों के जोनल खेल मुकाबले आरंभ हुए। जिसमें डबवाली जोन के 40 विद्यालयों की 400 छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह जानकारी देते हुए खेल प्रभारी राजन कुमार तथा सचिव गुरतेज सिंह प्रिंसीपल खालसा स्कूल ने बताया कि कबड्डी के अण्डर-14 में लम्बी ने बाहिया को 27-20 के अंतर से पराजित करके विजय पाई। जबकि अण्डर-17 में बाहिया और गिंदड़ा को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। अण्डर-19 में मसीतां और चक्कां संयुक्त विजेता घोषित किए गए। फुटबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल ने राजकीय कन्या विद्यालय डबवाली को 2-0 के अन्तर से हराकर धूल चटाई। जबकि अण्डर-17 में भी खालसा स्कूल विजेता रहा। अण्डर-19 में खालसा स्कूल ने एसकेएस मसीतां को 1-0 के अंतर से हराया। क्रिकेट अण्डर-14 में खालसा स्कूल विजेता रहा। जबकि अण्डर-17 में खालसा स्कूल ने बनी को तीन विकेट से हराया। अण्डर-19 में बनी ने खालसा स्कूल से बदला लेते हुए रोमांचक मैच में दो रनों से विजय हासिल की।
एथलीट मुकाबलों के अण्डर-19 के ट्रिपल जंप में पूजा अबूबशहर प्रथम, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में जसपाल कौर मम्मडख़ेड़ा प्रथम, सुमन अबूबशहर द्वितीय, डिस्कस थ्रो अण्डर-19 में पूनम तलवाड़ा खुर्द, आशू मम्मडख़ेड़ा द्वितीय, अण्डर-17 में वरिंद्र जीवननगर प्रथम, रूबी चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप तलवाड़ाखुर्द प्रथम, प्रियंका बनी द्वितीय रहे। जेवलिंग थ्रो में अण्डर-19 में सुधा चौटाला प्रथम, सनमीत ऐलनाबाद द्वितीय, शॉटपुट अण्डर-19 में पूजा अबूबशहर प्रथम, कमलजीत कालूआना द्वितीय, अण्डर-17 में सिमरन ऐलनाबाद प्रथम, मंजू चक्कां द्वितीय, अण्डर-14 में मनदीप कौर तलवाड़ा खुर्द प्रथम, पूनम चौटाला द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ अण्डर-14 में विक्की बनी प्रथम, सुमन घोड़ांवाली द्वितीय, 800 मी. दौड़ अण्डर-19 में गोमती कालूआना प्रथम, सुखबीर कौर खालसा स्कूल द्वितीय, अण्डर-17 में मैना चक्कां प्रथम, नवदीप गंगा द्वितीय, 3000 मी. अण्डर-17 में सुमन बनी प्रथम, अनु बाला चक्कां द्वितीय, 5000 अण्डर-19 में एकता कालूआना प्रथम, रेणू बाला ऐलनाबाद द्वितीय रहे।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय रैफरी प्रवीण मम्मडख़ेड़ा, राधा डीपीई, पीटीआई गुरप्रीत, मनोज, सुदेश कुमार मसीतां विष्णुदत्त लम्बी, कालू राम गिंदड़ा, निर्मल सिंह तख्तमल, गुरतेज सिंह, वीरपाल कौर तारूआना, राधेराम कालूआना, जोगिंद्र असीर, सुरजीत सिंह प्रिंसीपल बनी, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह डीपीई, उषा, मोनिका, हरप्रीत पीटीआई उपस्थित थे।
इससे पूर्व जोनल स्पर्धा के सचिव गुरतेज सिंह ने रविवार को लड़कों के जोनल मुकाबले के दौरान हुए बवाल के दृष्टिगत सिटी थाना प्रभारी से पुलिस सुरक्षा की मांग की। जिसके चलते खेल मैदान के इर्द-गिर्द पुलिस लगाई गई।

राजस्थान में बिकते थे डबवाली से चोरी हुए बाईक


डबवाली (लहू की लौ) सिटी में चोरी होने वाले बाईक सीधे राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशिया बस्ती में जाते थे। वहां बाईकों की बिकवाली होती। जोकि मात्र 2000 रूपए से शुरू होकर 10,000 रूपए तक होती। बाईक चोर गिरोह का मास्टरमाईंड डबवाली शहर के पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र में रहने वाला एक युवक है। उपरोक्त खुलासा पकड़े गए बाईक चोर गिरोह के सदस्य 23 वर्षीय राहुल पुत्र हुक्म चंद निवासी खनौरी मण्डी (संगरूर) हाल सुरेशिया बस्ती (हनुमानगढ़) ने पुलिस के समक्ष किया है। राहुल पेशे से चिनाई मिस्त्री है। वह पंजाब की खनौरी मण्डी का बाशिंदा है। लेकिन पिछले करीब साढ़े तीन बरसों से अपने चचेरे भाई मुकेश के पास हनुमानगढ़ में सुरेशिया बस्ती में रह रहा था।  मुकेश भी पेशे से चिनाई मिस्त्री है। यहीं उसकी मुलाकात उसके चचेरे भाई को चोरी के बाईक सप्लाई करने वाले डबवाली निवासी मुकेश से हुई। वह भी इस गिरोह का सदस्य बन गया। यह गिरोह बाईक चोरी करता और उसे आगे बेचता।
राहुल के अनुसार उसका चचेरा भाई मुकेश काफी लम्बे समय से डबवाली के मुकेश से चोरी के बाईक खरीद रहा है। डबवाली का मुकेश शहर से बाईक चोरी करके महज 1500 रूपए में उन्हें देता था। जिसे वे आगे मनमर्जी के दामों में बिना कागजात के सरका देते। उसके अनुसार चोरी के बाईक की वे 3000 से 10 हजार रूपए तक की कीमत वसूलते। उसका चचेरा भाई नोहरा भादरा में इन बाईकों को बेच देता।
उसने यह भी बताया कि मुकेश उनके घर में लगभग हर रोज आता-जाता था। चूंकि वह गांजा का नशा करने का शौकीन है। उनकी बस्ती में गांजा आसानी से मिल जाता। उसका चचेरा भाई जब भी मुकेश को फोन करता तो वह बाईक चोरी करके उसी दिन हनुमानगढ़ में उनकी बस्ती में आ जाता। राहुल ने यह भी बताया कि मुकेश हर समय अपने पास एक बैग रखता। जिसमें अलग-अलग बाईक की मास्टर की होती। मुकेश के पास मास्टर की का खजाना है। सिटी पुलिस ने राहुल को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को पुलिस की याचिका पर दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान इस गिरोह से डबवाली शहर में चोरी हुए बाईकों का एक बहुत बड़ा सुराग लग सकता है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से बाकी साथियों के ठिकानों का पता लगाने का प्रयास करेगी।

सरकार पर भड़के लोग स्कूल पहुंचे


डबवाली (लहू की लौ) जरूरतमंद विद्यार्थियों को सरकार द्वारा दिए जानी वाली छात्रवृत्ति, वर्दियां और साईकिल आज तक नहीं मिले। वे पिछले छह माह से इसके लिए अपने अध्यापकों के चक्कर काट रहे हैं। सोमवार को बच्चों के अभिभावकों का धैर्य जवाब दे गया। आक्रोशित अभिभावक कलोनी रोड़ पर स्थित राजकीय मिडिल स्कूल में जमा हो गए। मुख्याध्यापक को खूब खरी-खोटी सुनाकर अपना गुस्सा निकाला।
एससी, बीसी (ए) तथा बीपीएल कार्ड धारक परिवारों के बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए सरकार ने मंथली एलाऊंस तथा वन टाईम एलाऊंस के नाम से दो योजनाएं क्रियान्वित की हुई हैं। जिस मकसद से इनको लागू किया गया था, वह मात्र कागजों में धूल फांक रहा है। सितंबर 2010 से स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे उपरोक्त वर्गों के विद्यार्थियों के बैंक एकाऊंट में एक फूटी कोड़ी भी जमा नहीं हुई है। दूसरा दूर स्थित मोहल्लों से आने वाले बच्चों के साईकिल के लिए फार्म भरे होने के बावजूद भी उन्हें साईकिल मुहैया नहीं करवाई गई है। जिससे बच्चों के अभिभावकों में सरकार के प्रति रोष भड़क रहा है।
गुस्साए अभिभावक सोमवार को राजकीय मिडिल स्कूल में जमा हो गए। वहां मुख्याध्यापक सरदूल सिंह को खूब-खरी खोटी सुनाई। बच्चों के अभिभावक शीतल कुमार, गणेश कुमार, तुला राम, सर्वजीत सिंह, कृष्णा, बग्घा सिंह, मनदीप कौर, चरणजीत कौर, सुखप्रीत कौर ने बताया कि वे मेहनत-मजदूरी करके अपना तथा अपने परिवार का पेट पालते हैं। साल 2008 से चली आ रही उपरोक्त सरकारी योजनाओं का उनके बच्चे फायदा उठा रहे हैं। लेकिन साल 2010 के सितंबर माह से इन योजनाओं को ब्रेक लगे हुए हैं। जिससे उनके बच्चे वर्दी तथा स्टेशनरी को तरस रहे हैं। वे जब भी स्कूल में आते हैं तो मुख्याध्यापक उन्हें आश्वासन की टॉफी देकर वापिस लौटा देते हैं।
मुख्याध्यापक सरदूल सिंह ने बताया कि सितंबर 2010 से उपरोक्त योजनाओं के अंतर्गत उनके पास पैसे नहीं आए हैं। जब पैसे आ जाएंगे तो फोरी तौर पर बच्चों के बैंक एकाऊंटस में डलवा दिए जाएंगे। बच्चों को साईकिल देने के लिए उन्होंने डिमांड शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के पास भेजी थी। लेकिन सर्वे होने के बावजूद भी साईकिल नहीं मिले। वे अपने उच्च अधिकारियों से इस बारे में अनुरोध करेंगे।

पति-पत्नी मिलकर करते थे चोरी


डबवाली क्षेत्र में हुई ट्रांस्फार्मर चोरी की वारदातों से उठा परदा
डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस ने बिजली के ट्रांस्फार्मर चोरी करके उसमें से तांबा निकालने वाले गिरोह के चौथे सदस्य को भी गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इस गिरोह में शामिल एक महिला अभी तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
सदर पुलिस ने पिछले वर्ष ट्रांस्फार्मर चोरी में बेअंत सिंह निवासी भाटी कालोनी, किलियांवाली, नोनिहाल सिंह सकताखेड़ा, जसकरण उर्फ जानी खुड्डियां गुलाब सिंहवाला को गिरफ्तार किया था। लेकिन इनका चौथा साथी पम्मा उर्फ पम्मी निवासी डूमवाली हाल थेहड़ मोहल्ला, सिरसा पुलिस गिरफ्त से बाहर था। लेकिन बठिंडा रोड़ पर पुलिस नाका के पास बने हनुमान मंदिर के नजदीक से पम्मा को गिरफ्तार कर लिया। जिससे एक किलो तांबा की तार बरामद हुई। जिसे वह बेचने के लिए डबवाली आ रहा था।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि आरोपी ने पुलिस के समक्ष कई ट्रांस्फार्मर चोरी किया जाना स्वीकार किया है। जिसमें दो डिंग थाना और एक थाना सदर सिरसा से संबंधित है। इसके अतिरिक्त हाल ही में थाना सदर क्षेत्र डबवाली में हुई ट्रांस्फार्मर चोरियों में भी पम्मा ने अपना हाथ होना स्वीकार किया है। जिसमें दो पाना गांव से, एक हैबूआना, दो गोरीवाला, दो लोहगढ़ क्षेत्र से, जबकि एक चोरी थाना शहर क्षेत्र के मसीतां गांव से स्वीकार की है।
पुलिस के समक्ष पम्मा ने माना कि वह अपनी पत्नी कर्मजीत कौर के साथ मिलकर इन वारदातों को अंजाम देता। वह सिरसा में सतपाल ठेकेदार के ट्रेक्टर पर ड्राईवर है। दिन में लुक आदि बिछाने का काम करता है और रात को ये ट्रेक्टर-ट्राली अपनी पत्नी के साथ लेजाकर वारदातों को अंजाम देता है। उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वह ट्रांस्फार्मर के नट-बोल्ट खोलकर ट्रांस्फार्मर को नीचे गिरा देता है और उसकी पत्नी ट्रांस्फार्मर से कॉपर वायर निकाल लेती है। आरोपी ने बताया कि उसने कॉपर वायर चोरी करने का गुर बिजली मैकेनिक जसकरण उर्फ जानी से सीखा था। उसके अनुसार वे लोग किसी दुकानदार को चोरी का माल नहीं बेचते थे कि कहीं उनका भेद न खुल जाए। इसलिए बड़ी चालाकी से साईकिल पर फेरी लगाने वाले को एक-एक किलो करके सामान बेच देते थे।
थाना सदर प्रभारी के अनुसार फिलहाल पुलिस को कर्मजीत कौर की तालाश है। उसके काबू आ जाने से कई और राज भी खुल सकते हैं।