28 मार्च 2010

दहेज की बलि चढ़ी कमलेश

डबवाली (लहू की लौ) गांव मोढ़ी में एक विवाहिता को उसके ससुरालजनों ने दहेज की बलि चढ़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने विवाहिता के पिता की शिकायत पर ससुरालियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गांव बणी थाना रानिया के निवासी सरदूल सिंह पुत्र मेहरन राम बाल्मीकि ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी दो बेटियां 22 वर्षीय कमलेश और 20 वर्षीय रजनी की शादी जुलाई 2009 में गांव मोढ़ी के सुजान सिंह के बेटे गुरदास और नवीन के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसने अपनी हैसियत से बढ़ कर दान-दहेज दिया था लेकिन शादी के 3-4 माह बीतने के बाद उनके पति गुरदास, नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा ने उन्हें दहेज कम लाने के ताने मेहने देने शुरू कर दिये।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि यह सारी कहानी उसकी बेटी रजनी ने उसे बताई। लेकिन उसने समझा-बुझा कर ससुराल में रहने के लिए कहा। लेकिन कुछ दिन पूर्व तो रजनी के पति नवीन और ससुर सुजान सिंह ने हद ही कर दी कि उसकी बेटी रजनी को जबरदस्ती उठा कर पानी की टैंकी में फेंक दिया। सरदूल सिंह के अनुसार इसकी शिकायत उसने बिचौलिए कालू राम पुत्र मि_ू सिंह निवासी खाराखेड़ा थाना संगरिया राजस्थान से की। इस पर कालू राम ने उसे बताया कि इसके बाद उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस को दिये ब्यान में शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसकी बेटी कमलेश ने फांसी खा ली है। इसकी सूचना पाकर वह तुरन्त गांव मोढ़ी पहुंचा तो उसने देखा कि कमलेश की लाश बैड पर पड़ी है और उसकी छोटी बेटी रजनी बेहोश पड़ी है।
इस संबंध में थाना सदर डबवाली के प्रभारी भगवान दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कमलेश ने घर में पड़ी पेटी पर चढ़ कर छत के सरिये में चुनरी डाल कर फांसी ली है। पुलिस ने मृतका के पिता सरदूल ङ्क्षसह निवासी बणी की शिकायत पर मृतका के पति गुरदास, देवर नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा के खिलाफ दहेज के लिए तंग करके मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में धारा 304बी/498ए/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 26-27 मार्च रात की है।
मौका पर डीएसपी डबवाली बाबू लाल, एफएसएल के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र कुमार पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया।