21 नवंबर 2014

सुबह खिसके, शाम को आया गुस्सा

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने आई नगर परिषद टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। नगर परिषद की टीम को देखकर खिसकने वाले रेहड़ी मालिक शाम ढलते ही पुन: बाजार में आ गये। नगर परिषद टीम ने फिर हल्ला बोला तो मामला उलझ गया। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क के बीचों-बीच बैठ गये। मौका पर पहुंची पुलिस ने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर सड़क से हटाया।
सुबह करीब साढ़े 9 बजे नगर परिषद एमई जयवीर डुडी, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा, जेई सुरेंद्र कुमार सब्जी मंडी के बाहर लगने वाली रेहडिय़ां हटाने के लिये पहुंचे। टीम ने एक रेहड़ी मालिक से रेहड़ी को गौशाला के लिये निर्धारित भूमि पर लेजाने के लिये कहा। लेकिन वह नहीं माना। नप टीम ने रेहड़ी उठवाने के लिये जैसे ही ट्रेक्टर-ट्राली तथा पुलिस बल मंगवाया तो रेहड़ी मालिकों में हाहाकार मच गया। रेहड़ी वाले तुरंत तितर-बितर हो गये। कुछ रेहड़ी मालिकों ने विरोध जताया। रेहड़ी मालिक रमेश कुमार, सुभाष, संजय, रिंकू, विनोद भुराडिय़ा, रामपाल, संजू, सोनू, दीपू ने कहा कि वे तब तक रेहडिय़ां नहीं हटाएंगे, जब तक सब्जी मंडी के भीतर लगने वाली रेहडिय़ां नहीं हटेंगी। जिस पर नप टीम ने भीतर लगी रेहडिय़ों पर कार्रवाई शुरू की तो सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के बेटे वीरेंद्र गुप्ता विरोध में उतर आये। उन्होंने नप टीम को स्पष्ट लफ्जों में कहा कि एक भी सब्जी या फल विक्रेता मंडी से नहीं जाएगा। जिस पर एकबारगी नप टीम चलती बनी।
दोपहर को फिर आ गई टीम
नप के उपरोक्त कर्मचारियों के साथ इस बार सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला आ गये। उनकी रेहड़ी मालिकों के साथ तीखी नोंक-झोंक हुई। टीम ने सब्जी मंडी में सभी रेहड़ी चालकों को खदेड़ दिया। किसी ने विरोध तक नहीं किया। लेकिन शाम को रेहड़ी मालिक फिर आ गये। सूचना मिलते ही नप टीम दोबारा पहुंच गई। लेकिन इस बार रेहड़ी मालिक भागे नहीं। हाथ जोडऩे के बाद टीम सदस्यों ने जबरदस्ती करने का प्रयास किया। जिस पर रेहड़ी मालिक आग बबूला हो उठे। नप टीम के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम डबवाली के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क पर जा बैठे।
रेहड़ी मालिकों के विरोध में उतरते ही एमई जयवीर डुडी ने एसडीएम को फोन लगा लिया। उपरोक्त हालातों के बारे में जानकारी देते हुये पूछा, क्या करें सर, गड़बड़ हो गई है। जिस पर एसडीएम ने विरोध करने वाले लोगों की वीडियोग्राफी करने के आदेश दिये। बाद में सफाई निरीक्षक वीडियोग्राफी करने लगे। सूचना मिलते ही शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर शांत किया और सड़क से हटाया।
शहर थाना प्रभारी ने रेहड़ी मालिकों को निर्धारित जमीन खाली करने की सलाह दी। लेकिन रेहड़ी मालिक ने इसे दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि साहब हमने बच्चे पालने हैं। सुबह से एक पाई भी नहीं कमाई। शाम को मुश्किल से खाने लायक कमाया है, आप ही बतायें हम कहां जायें। जिस पर शहर थाना प्रभारी निकल गये।

लोग प्रशासन का सहयोग करें
रेहड़ी मालिकों के लिये गौशाला के नजदीक जगह निर्धारित की गई है। सभी रेहडिय़ों को वहीं शिफ्ट किया जाना है। शहर के लोग इस कार्य में सहयोग करें। निर्धारित जगह से ही खरीददारी करें। रेहड़ी मालिक जाने को तैयार हैं। कुछ नेता लोग ही विरोध कर रहे हैं। जिन पर कानूनी कार्रवाई करवाई जायेगी।
-जयवीर डुडी, एमई, नगर परिषद, डबवाली

अदालत सख्त, अतिक्रमण हटाने के आदेश

डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्ययिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत ने एक केस में प्रतिवादी को गली में किये गये अतिक्रमण को हटवाने के आदेश दिये हैं। चौटाला रोड़ पर ए वन कांटे के सामने वाली गली की निवासी वीरां देवी पत्नी राममूर्ति ने 4-6-2014 को एडिशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत में एक वाद दायर करके न्याय की गुहार लगाई थी। जिसमें वादी ने कहा था कि उसने चौटाला रोड़ पर एवन कांटे के सामने वाली गली में 18-11-1992 को साढ़े सात मरले का एक प्लाट खरीदा था। जिसके पूर्व में 50 फुट लम्बी और 15 फुट चौड़ी गली है। जिसे मास्टर अमर सिंह तथा उसका भाई स्नेह दीप नजायज रूप बंद करना चाहते हैं। प्रतिवादी ने गली में जानबूझ कर मिट्टी गिरवा दी है तथा गली में बने हुए सीवरेज को तोडऩा चाहते हैं। प्रतिवादी ने गली में ही पानी की डिग्गी बना रखी है तथा गली में ही कमरा बनाकर सीढिय़ां ऊपर के कमरे का चढ़ा रखी हैं।
वादी ने अदालत से कहा कि गली में डाले गये उसके सीवरेज को बंद करने से रोक जाये और गली को खुला रखा जाये। अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर इस मामले पर निर्णय सुनाते हुए आदेश दिये कि प्रतिवादी गली पर किये अतिक्रमण को हटाये और गली में बने वादी के सीवरेज को बंद न करवाये। गली को खुली रखे।

स्टे ऑर्डर एक का, बाकी पर अधिकारी मेहरबान


जेसीबी, पुलिस बल के साथ बैरंग वापिस लौटा कब्जा हटाने आया प्रशासनिक अमला


डबवाली (लहू की लौ) हिंदी साहित्य सदन के सामने अवैध कब्जा हटाने के लिये जैसी ही जेसीबी ने मुंह खोला डयूटी मजिस्ट्रेट के हाथ में स्टे ऑर्डर आ गया। टीम उल्टे पांव ही वापिस लौट गई। हालांकि स्टे ऑर्डर एक का आया था। जिसे देखकर शेष तीन कब्जाधारियों पर टीम को दया आ गई।
वीरवार शाम करीब साढ़े 3 बजे डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार मातू राम नेहरा, नगर परिषद के एमई जयवीर डुडी के नेतृत्व में एक टीम जेसीबी तथा पुलिस बल के साथ हिंदी साहित्य सदन के सामने चार घरों के आगे बने अवैध कब्जे हटाने के लिये पहुंची। एक मकान मालिक ने बताया कि उन्हें नप के निर्णय के खिलाफ अदालत से स्टे मिल गया है। नप टीम ने स्टे की कॉपी मंगवाई। करीब 4 बजे मकान मालिक ने स्टे की कॉपी डयूटी मजिस्ट्रेट के हाथों में सौंप दी। तीन मकान मालिकों ने स्वेच्छा से कब्जा हटाने के लिये तीन दिन का समय मांग लिया। स्टे की कॉपी के साथ ही टीम को अन्य पर दया आ गई। टीम जेसीबी तथा पुलिस बल के साथ वहां से खिसक गई।
पहला मौका नहीं था
यह पहला मौका नहीं था जब नप टीम कब्जा हटाने के के लिये उपरोक्त जगह पर न आई हो। पिछली दफा भी नप ने कब्जाधारियों पर दया दिखाते हुये एक दिन का समय दिया था। लेकिन दया के चलते तीन दिन बीत गये। मौका पर उमड़ी भीड़ ने सवाल खड़े किये कि अगर नगर परिषद यूं ही दया दिखाती रही तो अतिक्रमण अभियान ठंडा पड़ सकता है। चूंकि हिंदी साहित्य सदन के सामने लोगों ने करीब बारह-बारह फुट जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।

यह बोले डयूटी मजिस्ट्रेट
एक मकान मालिक ने स्टेटस को पेश किया है। जिसके चलते कार्रवाई रोक दी गई है। मैं डयूटी मजिस्ट्रेट हूं। शेष कब्जाधारियों पर जेसीबी क्यों नहीं चली, यह तो नगर परिषद ही बता सकती है।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार


पहले भी टूटा था स्टे
कब्जा हटाने के लिये हम तैयार थे। स्टे ऑर्डर के चलते जेसीबी रोकनी पड़ी। तीन कब्जाधारियों ने स्वयं कब्जा हटाने के लिये तीन दिन का समय मांगा है। हालांकि पूर्व में भी स्टे ऑर्डर लिया गया था। नगर परिषद का पक्ष जानने के बाद स्टे ऑर्डर खत्म हो गया था। स्थानीय तथा सैशन कोर्ट दोनों ने स्टे ऑर्डर खत्म किया था। इस बार भी ऐसा होगा।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली

एक घंटा झाडू लगाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे एसडीएम सतीश कुमार

डबवाली (लहू की लौ) कामचोर कर्मचारियों तथा लोगों को स्वच्छता का संदेश डांट, फटकार या फिर कानून से नहीं झाडू से दिया जा सकता है। गांधीवादी सोच के साथ शहीद ए आजम भगत सिंह के आदर्शों पर चलने वाले एसडीएम सतीश कुमार यही कर रहे हैं। वीरवार को एसडीएम ने गंदगी के बीच एक घंटा तक झाडू चलाई। एसडीएम को यह करता देख कर्मचारियों से रहा नहीं गया। एक कर्मचारी एसडीएम के पास जाकर बोला, साहब! अब हमें शर्मिंदा न कीजिए। झाडू मुझे दीजिये। मैं लगाता हूं।
वीरवार को एसडीएम सतीश कुमार ने वाल्मीकि चौक से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। पंजाब नेशनल बैंक से नई अनाज मंडी रोड़ पर रेलवे बाऊंड्री में पहुंचकर एसडीएम ने झाडू पकड़ ली। नई अनाज मंडी के दुकानदार एचसीएस को ऐसा करता देख चकित हो उठे। एसडीएम ने दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर स्वच्छता का संदेश दिया। साथ में अतिक्रमण हटाने के लिये भी अनुरोध किया। कबीर चौक से होते हुये एसडीएम जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के पड़ौस में बने कूड़ा घर पर पहुंचे। डस्टबिन होने के बावजूद कूड़ा बिखरा होने पर एसडीएम नगर परिषद, मार्किट कमेटी तथा जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में अकेले ही झाडू लेकर कूड़ा घर में कूद गये। एसडीएम को झाडू लगाता देख जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई संकेत शर्मा ने गंदगी एकत्रित करने के लिये कस्सी उठा ली। जिसके बाद जेई सतपाल रोज, लोक संपर्क विभाग के प्रताप सिंह, नगर परिषद के सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, एसडीएम के गनमैन राजपाल तथा समाजसेवी वियोगी हरि शर्मा सहित उपरोक्त विभागों के कर्मचारी भी खुद को रोक नहीं पाये।
करीब एक घंटा तक एसडीएम झाडू लगाते रहे। उनका साथ देते हुये एसडीई गंदगी को एकत्रित करके डस्टबिन में डालते गये। इसी दौरान साईड में खड़ा एक कर्मचारी भागकर एसडीएम के पास गया। कर्मचारी बोला साहब! अब हमें शर्मिंदा न कीजिए। झाडू मुझे दीजिये। मैं लगाता हूं। जिस पर एसडीएम ने स्वच्छता का संदेश देते हुये झाडू उसे पकड़ा दी। तीनों विभागों के कर्मचारियों की मेहनत से कुछ ही देर में पूरा क्षेत्र चकाचक हो गया।
डस्टबिन में डालें कूड़ा
एसडीएम ने लोगों से आह्वान किया कि वे घरों व दुकानों का कूड़ा कर्कट डंपिंग स्टेशन पर रखें। कूड़ादान में ही डाले ताकि पशु कूड़ा कर्कट को इधर उधर न बिखेरें। कूड़ादान में डाला गया कूड़ा कर्कट को मशीन सीधे ही कूड़ादान को उठा कर ट्राली में डाल देती है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को प्रतिदिन नियमित रूप से सफाई करने की सलाह दी। दुकानदारों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुये एसडीएम ने पब्लिक हेल्थ कार्यालय के पास टॉयलेट बनाकर देने की बात कही। उन्होंने लोगों से कहा कि आप सभी मिलकर एक कमेटी का गठन करें, जोकि टॉयलेट की देखरेख व साफ सफाई की जिम्मेदारी ले। घर के मुखिया को चाहिये कि वे परिवार के सदस्यों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करे।

सरपंच के खिलाफ कार्रवाई न होने से गुस्साये बिजली कर्मी

डबवाली (लहू की लौ) बिजली मीटर उखाडऩे के बाद फोन पर एसडीई से गाली-गलौज करने तथा जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ गया है। वीरवार को उपमंडल चौटाला के बिजली कर्मचारियों ने अपना कार्य छोड़कर आसाखेड़ा सबस्टेशन पर धरना दिया। आरोपी सरपंच के विरूद्ध जमकर नारेबाजी कर गिरफ्तारी की मांग की। निगम अधिकारियों के आश्वासन के बाद बिजली कर्मी माने।
धरने पर बैठे कर्मचारी
वीरवार सुबह बिजली कर्मचारी हंसराज वर्मा, मदन लाल, एचएसईबी वर्कर यूनियन सबयूनिट चौटाला के अध्यक्ष करनैल सिंह, सुरेश कड़वासरा, टेकचंद, राधेश्याम, रामकुमार के नेतृत्व में आसाखेड़ा सबस्टेशन में एकत्रित हुये। एसडीई मोहन लाल से बदसलूकी प्रकरण में हड़ताल करके धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने करीब तीन घंटे तक नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस मामले में ढिलाई बरत रही है। पिछले दो साल से बिजली निगम बिल भरने के लिये सरपंच के आगे मिन्नतें कर रहा है। लेकिन सरपंच पर इसका कोई असर नहीं था। निगम के उच्च अधिकारियों के आदेश पर ही एसडीई संबंधित सरपंच के घर रिकवरी करने के लिये गये थे। कनेक्शन कट करके मीटर उखाडऩे की कार्यवाही अंजाम दी। जिस पर बौखलाये सरपंच ने उन्हें गालियां निकाली। जान से मारने की धमकी देने के साथ-साथ गांव कालूआना तक पीछा भी किया। शिकायत पुलिस में करने पर भी आरोपी सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जोकि निदंनीय है।
उच्च अधिकारियों ने समझाया
बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की भनक पाकर निगम के मंडल अभियंता अशोक भनोट ने उपमंडल चौटाला के कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने संबंधित सरपंच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बातचीत करने की बात कही। जिस पर कर्मचारी हड़ताल छोड़कर वापिस काम पर लौट आये।
पुलिस बोली यह सबूत कोर्ट में नहीं चलेगा
बिजली निगम डबवाली के मंडल अभियंता अशोक भनोट ने बताया कि एसडीई मोहन लाल के पास सरपंच की बदसलूकी के प्रमाण हैं। फोन पर हुई जिरह की रिकॉर्डिंग हैं। वीरवार को एसडीई मोहन लाल के साथ कुछ कर्मचारी सबूत को देने के लिये सदर थाना में गये थे। वहां कार्यकारी प्रभारी ने कहा कि कोर्ट ऐसे सबूत को नहीं मानती। पूरे घटनाक्रम की जानकारी एसडीएम सतीश कुमार को दे दी गई है। संबंधित सरपंच के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिये डीएसपी डबवाली को पत्र लिखा गया है।

एसडीई के बाद सरपंच ने दी शिकायत
दोनों ओर से शिकायत आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सरपंच ने एसडीई पर जाति सूचक शब्दों के प्रयोग करने का आरोप लगाया है। सरपंच ने एसडीई से मारपीट या फिर हाथापाई नहीं की है, जिसे सरकारी कार्यवाही में बाधा माना जाये। मामला चौटाला पुलिस चौकी से संबंधित है। जांच जारी है।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, सदर थाना, डबवाली

खंड स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता 24 नवंबर को

डबवाली (लहू की लौ) ग्रामीण आंचल की महिलाओं में खेल को बढ़ावा एवं खेल प्रतिभा को निखारने के लिए 24 नवंबर को डबवाली खंड स्तरीय ग्रामीण खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
बाल विकास एवं परियोजना अधिकारी सरोज कंबोज ने जानकारी देते हुए बताया कि अगामी 24 नवंबर को स्थानीय गुरू गोबिंद सिंह स्टेडियम में डबवाली खंड स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस खेल प्रतियोगिता में चम्मच आलू रेस, मटका रेस और 100 व 400 मीटर रेस की प्रतियोगिताएं होगी। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाली प्रतिभागी को ईनाम दिया जाएगा। कंबोज ने बताया कि खेलों से न केवल शारीरिक व मानसिक संतुलन बना रहता है, अपितु खेलों के जरिए राष्ट्र स्तर पर पहचान भी बनाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि सरकार महिलाओं के चहूमुंखी विकास के प्रति सजग है। उन्हें सरकार के द्वारा महिलाओं के हित में जारी योजनाओं के साथ खेल प्रतियोगिताओं का भी लाभ उठाना चाहिए।

पत्रकारों ने की खट्टर सरकार तथा हरियाणा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) बरवाला में पत्रकारों के साथ बदसलूकी पर मीडिया जगत में हरियाणा सरकार तथा हरियाणा पुलिस के खिलाफ गुस्सा चरम पर है। वीरवार को प्रैस क्लब डबवाली के सदस्यों ने काला दिवस मनाते हुये लघुसचिवालय में इक्ट्ठे होकर हरियाणा सरकार तथा पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
ज्ञापन सौंपा
इस मौके पर पत्रकारों ने उपमंडलाधीश सतीश कुमार को राष्ट्रपति, प्रदेश के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन में कहा गया कि सतलोक आश्रम आपरेशन केदौरान पत्रकारों पर एक योजनाबद्ध ढंग से अत्याचार एक स्वस्थ्य लोकतंत्र पर गहरा आघात है। जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता पर डंडे के जोर पर की गई उक्त कार्यवाही में कई पत्रकार घायल हो गए। जोकि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार पत्रकारों पर सामूहिक अत्याचार हुआ है। मौजूदा सरकार व पुलिस प्रशासन ने अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए पत्रकारों से मारपीट व उनका सामान तोडना हर नजर से निंदनीय है। बरवाला प्रकरण में पत्रकारों पर हुये अत्याचार में शामिल हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों पर तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये।
एसडीएम ने दिया आश्वासन
इस मौके प्रैस क्लब के सरप्रस्त जयमुनी गोयल, सरप्रस्त फतेह सिंह आजाद, सरप्रस्त विजय वढेरा व सरप्रस्त एच.एम.ओसवाल, अध्यक्ष इकबाल शांत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महावीर सहारण, उपाध्यक्ष नछत्तर सिंह बोस, अनुशासन समिति के अध्यक्ष वासदेव मैहता व सचिव डीडी गोयल, डॉ. राजकपूर, कोषाध्यक्ष डा. सुखपाल, बलवीर लखोत्रा, गुरविंद्र पन्नू मौजूद थे। उपमंडलाधीश सतीश कुमार ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया की ज्ञापन को आगामी कार्यवाही हेतू उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जायेगा।

खेलों में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को राजकीय उच्च विद्यालय डबवाली गांव में मुख्याध्यापक लक्ष्मण दास की अध्यक्षता में बाल स्वच्छता दिवस के साथ-साथ खेल दिवस भी मनाया गया।
ये हुये मुकाबले
स्कूल प्रवक्ता सुरिन्द्र कुमार, धर्मपाल तथा पीटीआई मनजोध कौर मान ने बताया कि  खेलों के हैंडबॉल मुकाबले में कैप्टन गगनदीप की टीम विजेता रही। जबकि स्लो साईकिल रेस  के मिडल विंग लड़कों में मनप्रीत तथा लड़कियों में लखवीर कौर प्रथम रहे। उच्च विंग लड़कों में मनप्रीत सिह और लड़कियों में सुरीना ने प्रथम स्थान पाया।
आलू चम्मच दौड़ मिडल विंग लड़कों में अभिषेक तथा लड़कियों में पिन्दू कौर पहले स्थान पर रहे। जबकि उच्च विंग लड़कों में रब्बदीप सिंह और लड़कियों में संदीप कौर ने प्रथम स्थान पाया। 100 मीटर दौड़  मिडिल विंग लड़कियों में परमपाल कौर और लड़कों में चरणजीत सिंह,उच्च विंग लड़कों में मनप्रीत सिंह तथा लड़कियों में संदीप कौर प्रथम रहें। मिडल विंग के 50 मीटर लंगड़ी दौड़  लड़कियों में प्रणीका, 200 मीटर दौड़ लड़कियों में  परमपाल कौर तथा लड़कों
में चरणजीत सिंह प्रथम रहे। उच्च विंग लड़कियों में संदीप कौर तथा लड़कों में बिन्द्र सिंह ने पहला स्थान पाया।
कबड्डी खेल उच्च विंग लड़कों में कैप्टन गुरविन्द्र की टीम प्रथम रही। जबकि रस्साकशी लड़कों में कैप्टन विजय और गुरसेवक की टीम, लड़कियों में वीरपाल और सुरिन्द्र की टीम प्रथम रही। लम्बी कूद में चरण जीत और जगसीर प्रथम रहे जबकि लड़कियों में अमन दीप कौर तथा वीरां ने बाजी मारी।

21 Nov. 2014