18 जून 2020

हरियाणा में आज कोरोना के 386 पॉजिटिव केस, अब तक 134 की मौत, देखें मेडिकल बुलेटिन


देश की आन-बान-शान के लिए शहीद हो गया था छोटू

राजस्थान की सीमा से सटे गांव लोहगढ़ के रहने वाले थे शहीद छोटू सिंह
भारतीय जवानों के अदम्य साहस को दुनियां ने किया था सलाम
डबवाली (लहू की लौ)चीन के इरादे हमेशा नापाक ही रहे हैं। बातचीत से मसला हल करने का राग अलापने वाले 'ड्रैगनÓ ने हमेशा धोखे से वार किया है। भारतीय जवानों ने धोखेबाज चीन को करारा जवाब दिया है। हंसते-हंसते शहीदी पाई है, लेकिन तिरंगा नहीं झुकने दिया। करीब 58 साल पहले चीन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था। पहाड़ी क्षेत्र की चोटियों पर बनी भारतीय चौंकियों को ध्वस्त करते हुए कब्जा जमा लिया था। भारी बर्फवारी के बीच चोटी पर बैठा दुश्मन भारतीय शेरों पर गोली, बारुद दाग रहा था। सीना छलनी होने के बावजूद सैनिक पीछे नहीं हटे। इन सैनिकों में से एक थे जिला सिरसा के उपनगर डबवाली के गांव लोहगढ़ निवासी छोटू सिंह।
जब चीन ने दिया था धोखा
बात 11 नवंबर 1962 की है। उस दौरान छोटू सिंह सिक्ख रेजिमेंट में शामिल थे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर दुश्मन केहमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। लेकिन चीनी सैनिकों ने घेराबंदी करने के बाद धोखे से जवान को शहीद कर दिया। 9 दिन बाद 20 नवंबर 1962 को चीन ने युद्ध विराम की घोषणा दी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जवानों के अदम्य साहस को सराहा गया, तो वहीं चीन की छवि धूमिल हुई। बताते हैं कि भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए छोटू सिंह का शव घर नहीं पहुंचा था। उसकी वर्दी तथा बिस्तर लेकर सेना के जवान पहुंचे। परिजनों ने वर्दी और बिस्तर पकड़ा, पंजाबी में पूछा-छोटू कित्थे आ। सैनिकों ने जवाब दिया-वो शहीद हो गया है। बताया जाता है कि शहीद छोटू सिंह का परिवार राजस्थान के टोलनगर में चला गया था। अब परिवार राजस्थान की तहसील विजयनगर के गांव 18एसडी में रहता है। शहीद के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। बेटों ने भारतीय फौज में शामिल होने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

यंगिस्तान का कमाल 20 युवाओं ने 10 घंटे में 2000 मछलियों, 100 कछुओं को बचाया

रामपुरा गांव में बजरंग दल तथा राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट के 20 युवाओं ने पेश की मिसाल

डबवाली(लहू की लौ)युवा काम करने पर आ जाएं तो क्या नहीं कर सकते। कुछ ऐसा ही देखने को मिला रामपुरा बिश्नोईयां में। बुधवार को एक-एक करके इक्ट्ठा हुए 20 युवाओं ने लगातार 10 घंटे तक काम करके करीब एक हजार मछलियों तथा 100 कछुओं को जीवनदान दिया। दरअसल, गांव में बने जोहड़ में पानी न होने के कारण पिछले कुछ दिनों से मछलियां मर रही थीं। कहा जा रहा है कि जोहड़ की चाहरदीवारी के लिए पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है। इसलिए पंचायत ने जोहड़ की सफाई करवाकर ग्रांट का प्रयोग करने की प्लानिंग की थी। नहर आने के बाद जोहड़ में पानी नहीं भरा गया था। पंचायत की अव्यवस्थित प्लानिंग के कारण जोहड़ में पानी कम रह गया, इस वजह से जीव जंतु मरने लगे थे। पंचायत ने मरे हुए जीव जंतुओं के लिए जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर कार्य की इतिश्री कर दी। लेकिन बजरंग दल तथा राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े युवाओं को कुछ ओर ही मंजूर था।
सुबह करीब 8 बजे युवा कस्सी, बाल्टियों के साथ इक्ट्ठे हुए। करीब 10 घंटे लगातार काम किया। पंचायत द्वारा खोदे गए गड्ढे को बड़ा किया गया। इसके बाद टैंकर के पानी से गड्ढे को भरा गया। जोहड़ में बचे पानी में से मछलियों को निकाल-निकालकर गड्ढ़े में छोड़ा गया। युवाओं ने करीब दो हजार से ज्यादा मछलियां बचाने का दावा किया है। इसके अतिरिक्त 100 से ज्यादा कछुए बचाए। ग्रामीण धूप सुथार हर रोज पानी का टैंकर गड्ढे में डालेंगे, ताकि जीव-जंतु सुरक्षित रहें। उपरोक्त कार्य बजरंग दल के विष्णु, राष्ट्रमेव जयते के मनोहर लाल रामगढ़, युवा दीपक शर्मा, प्रवीण पुरी, राधेश्याम पुरी, रोहित वर्मा, अमन टांडा, प्रवीण, रवि, चिमन लाल, प्रिंस, रविकांत के नेतृत्व में हुआ।

इस बार नहर कम दिन चली थी। इस वजह से जोहड़ में पूरा पानी नहीं भर सकें। जोहड़ में दो-दो फुट रह गया था, अधिक तापमान के कारण मछलियां मर गई। पंचायत ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसमें मरी हुई मछलियां डाल दी थी। पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है, अब जोहड़ की सफाई करवाने के बाद ही चाहरदीवारी करवाएंगे। युवकों ने जोहड़ में से जीव जंतुओं को बचाया है, इस संबंध में जानकारी नहीं है।
-सोहन लाल, सरपंच प्रतिनिधि, रामपुरा बिश्नोइयां

नारियल फोड़ एसडीएम ने किया रोड स्वीपिंग मशीन का शुभारंभ, दो दिन बाद निरंतर शुरु होगा कार्य

डबवाली(लहू की लौ)बुधवार को एसडीएम डॉ. विनेश कुमार ने डबवाली के बठिंडा चौक पर नारियल फोड़कर रोड स्वीपिंग मशीन का शुभारंभ किया। डेमो के बाद कंपनी अधिकारी शुक्रवार से निरंतर कार्य शुरु करने की बात कहकर चलते बने। हालांकि इस दौरान पार्षद विनोद बांसल के साथ-साथ अन्य पार्षदों ने सवाल पूछे। उन्होंने कंपनी से पूछा कि रोड पर ईंट-पत्थर आने पर मशीन कैसे उसे वेक्यूम करेगी। कंपनी ने कहा कि तीन किलोग्राम वजनी पत्थर को वेक्यूम करने में यह मशीन सक्षम है। इससे अधिक वजन होने पर भी स्थिति संभाल ली जाएगी। चूंकि मशीन में चालक के साथ हेल्पर होगा। दूसरा सीसीटीवी कैमरा लगा है तो पता चल जाएगा कि सड़क पर पत्थर है तो उसे हटा दिया जाएगा। बता दें, कांग्रेस समर्थित पार्षद विनोद बांसल ने नगरपरिषद की प्रारंभिक बैठकों में स्वीपिंग मशीन की मांग की थी। जिसके बाद हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य के लिए पॉलिसी तैयार कर दी। प्रस्ताव पारित होने के कारण डबवाली को यह मशीन आसानी से मिल गई। डबवाली समेत 44 जगहों पर ऐसी मशीनें पहुंची हैं।
इस मौके पर पार्षद युद्धवीर रंगीला, रविंद्र बबलू, मधु बागड़ी, अंजू बाला, सचिव ऋषिकेश चौधरी, राकेश शर्मा, दीपक बाबा, राजेंद्र जोइया, राकेश बब्बर मौजूद थे।
इधर डबवाली कूड़ा संघर्ष समिति ने शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए नगरपरिषद को रोड स्वीपिंग मशीन दिए जाने का स्वागत किया है। समिति सदस्य नरेश सेठी, विपिन मोंगा, नरेश जैन, विजयंत शर्मा, लविश कक्कड़, हरदेव गोरखी, महिंद्र बांसल, अमन भारद्वाज, नोना मिढ़ा व अन्य ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि कूड़ा संघर्ष समिति द्वारा पिछले लंबे अर्से से सफाई व्यवस्था दुरुस्त किए जाने के लिए किए जा रहे संघर्ष के फलस्वरुप ही अब सकारात्मक परिणाम नजर आने लगे हैं। इससे लोगों में आई जागरुक्ता के कारण ही सरकार व प्रशासन सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने डबवाली में डस्ट स्वीपिंग मशीन भेजने के लिए हरियाणा सरकार व जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान का आभार जताया। साथ ही सफाई अभियान में भरपूर सहयोग करने के लिए सिरसा के पूर्व उपायुक्त अशोक गर्ग का भी धन्यवाद किया। इसके अलावा उन्होंने संघर्ष समिति की ओर से यह मांग उठाई कि डबवाली में सफाई कर्मचारियों की संख्या भी मात्र 48 से बढ़ाकर 150 की जाए। घरों से कचरा उठाने के लिए जल्द टेंडर लगाया जाए तथा जहां भी कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बने हैं वहां कचरे के जल्द उठान व संभाल की उचित व्यवस्था भी की जाए।

विधायक अमित सिहाग बोले-नई सब्जी मंडी का नक्शा बदला गया, नहीं बनाए गए हैं वातानुकूलित चैंबर

सब्जी मंडी आढ़तियों से बातचीत करते हुए अमित सिहाग ने खोला राज, अब अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे मुद्दा

डबवाली(लहू की लौ)वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह और हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने सब्जी विक्रेताओं से मुलाकात की। नई सब्जी मंडी के विषय में विचार विमर्श किया।
विधायक ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री, सीए मार्केटिंग बोर्ड से मुलाकात करके सब्जी मंडी शिफ्टिंग में आ रही समस्या का समाधान करवाया है। लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं से बात करते हुए उनसे सुझाव मांगे, ताकि सब्जी विक्रेताओं को आ रही अन्य समस्याओं का उचित समाधान किया जा सके।
लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं ने विधायक से नई सब्जी मंडी में दुकानें नीलामी की जगह न्यूनतम दरों पर आवंटित करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रॉपर्टी के भाव बहुत कम हो गए हैं इसलिए दुकानों के न्यूनतम मूल्य मौजूदा कीमत के आधार पर निर्धारित किया जाए।
सिहाग ने कहा कि नई सब्जी मंडी का निर्माण कार्य 2014 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने शुरू करवाया था। जिसमें सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण भी सुनिश्चित किया गया था, लेकिन अब नक्शे के हिसाब से इनको नहीं बनाया गया, उनका प्रयास है कि वो अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण करवाकर डबवाली सब्जी मंडी को प्रदेश की सबसे बेहतर मंडी बनाने का प्रयास करेंगे।
ये रहे मौजूद
मौका पर मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधायक के प्रयासों से जल्द ही नई सब्जी मंडी शुरू हो जाएगी। इस अवसर पर सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता, कांग्रेस शहरी प्रधान पवन गर्ग, पार्षद विनोद बंसल, पार्षद रविन्द्र बिंदु, प्रकाश चंद बंसल, बृज महेंद्रू, पप्पू प्रधान, अमन कुक्कड़, गुरचरण कुक्कड़, दर्शन सेठी, अजीत सिंह, अमरजीत सिंह, संजीव बेदी, डॉ. नानक, बजरंग थालोड़ उपस्थित थे।

18 June. 2020