29 दिसंबर 2014

मैं मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया

रणजीत मर्डर केस में पत्नी का कबूलनामा
डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा में अपने पति को मौत के घाट उतारने वाली महिला का कबूलनामा सुन पुलिस के रोंगटे खड़े हो गये। आरोपी ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूलते हुये कहा कि साहब, मैंने ही अपने पति का कत्ल किया है। अगर मैं उसे न मारती तो उस दिन वह मुझे जान से मार देता। दोनों में से किसी एक ने मरना था। मुझे अपने किये पर पछतावा नहीं।
यूं शुरू हुआ विवाद
अपने पति रणजीत सिंह की हत्या के आरोप में पकड़ी गई हरदीप कौर ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि करीब एक वर्ष पूर्व उसके बेटे काला ने जहरीला पदार्थ गटकर अपनी जान दे दी थी। जिसके बाद उसका पति शराबी हो गया। शराब के नशे में वह उससे लड़ाई-झगड़ा करने लगा। उसके एतराज करने पर वह उसे पीटता था। लेकिन वह अपनी पंद्रह वर्षीय निशक्त बेटी अमन के खातिर सबकुछ सह रही थी।
शराब के नशे में आकर पीटना शुरू किया
हरदीप कौर ने बताया कि 25/26 दिसंबर की रात को करीब 11 बजे रणजीत सिंह घर आया। उसने शराब पी रखी थी। नशे में वह उससे गाली-गलौज करने लगा। नशे में उसने लकड़ी का घोटा उठा लिया। उसकी बाजू पर दे मारा। बाद में उसकी पीठ पर मारा। वह बोला आज मैं तुझे मार दूंगा।
तब तक मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि जान से मारने की धमकी सुनकर उसने रणजीत सिंह से घोटा छीन लिया। रोजाना के विवाद से तंग आकर उसने अपने पति के सिर पर घोटा दे मारा। वह वहीं गिर गया। उसे डर था कि अगर उसने रणजीत सिंह को छोड़ दिया तो वह उसे जान से मार देगा। वह तब तक उसके गले पर घोटा से वार करती रही, जब तक वह मर नहीं गया। उसके मरने के बाद खून से सन चुके कपड़ों को उतारकर संदूक में रख दिया। साथ में वारदात में प्रयुक्त घोटा भी रख दिया। कपड़े बदलने के बाद वह उसे खींचकर चारपाई तक ले आई। अपने पति के शव को बिस्तर में छुपा दिया। सुबह होते उसकी मौत की सूचना दे दी।
पुलिस ने बरामद किये कपड़े तथा घोटा
हरदीप कौर की निशानदेही पर सदर थाना पुलिस ने घर में रखे संदूक से वारदात में प्रयुक्त किया गया घोटा तथा मृतक रणजीत सिंह के खून से सने कपड़े बरामद किये। आरोपी महिला को डयूटी मजिस्ट्रेट परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने महिला से कबूलनामा के संबंध में प्रश्न किये। जिस पर महिला ने अपना उपरोक्त ब्यान दोहाराया।

क्या था मामला
25/26 दिसंबर 2014 की रात को गांव गंगा निवासी हरदीप कौर ने अपने पति रणजीत सिंह की हत्या कर दी थी। अपने जुर्म को छुपाने के लिये उसने सबूत गायब करने का प्रयास किया। मृतक के बड़े भाई जगजीत सिंह ने हत्या का संदेह होने पर शिकायत पुलिस में दी थी। अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान पुलिस शव को उठा ले आई थी। पुलिस ने हरदीप कौर के खिलाफ दफा 302 के तहत मामला दर्ज किया था।

अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा
हरदीप कौर ने अपने पति की हत्या का जुर्म कबूला है। हरदीप कौर ने स्वीकारा है कि उसने लकड़ी के घोटा से अपने पति की हत्या की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घोटा बरामद कर लिया है। महिला को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 14 दिनों के लिये उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, थाना सदर, डबवाली

जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से टूट रहा हाईवे

नेशनल हाईवे ने दी एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते नेशनल हाईवे नं. 9 टूटकर आधी रह गई है। जिससे हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी हो रही हैं। नेशनल हाईवे ने पब्लिक प्रॉपर्टी के नुक्सान के मामले में जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी दी है। डबवाली-सिरसा रोड़ (नेशनल हाईवे नं. 9) पर चौहान नगर के नजदीक जनस्वास्थ्य विभाग का बूस्टिंग स्टेशन बना हुआ है। बूस्टिंग के मुख्य द्वार के ठीक सामने पाईप लीकेज के कारण नेशनल हाईवे आधे से भी कम रह गई है। सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण यह जगह हादसों का भी कारण बन रही है। रोजाना तीन से चार हादसे हो रहे हैं। मुख्य गेट के सामने होने के बावजूद भी जनस्वास्थ्य विभाग लीकेज को ठीक करने में लापरवाही बरत रहा है। जबकि हाईवे लगातार टूट रही है। अब राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने ही जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ सख्त रूख अपनाने का फैसला लिया है।

ठीक करवाएंगे लीकेज
मैं मानता हूं कि पाईप लीकेज हो रही है। कई बार इसे ठीक करवाया जा चुका है। बूस्टिंग के नजदीक अनलोडिंग प्वाईंट बना हुआ है। भारी वाहनों की वजह से यह समस्या पुन: पैदा हो जाती है। इसे ठीक करवा दिया जायेगा। नई पाईप डालने की भी योजना है।
-संकेत शर्मा, एसडीई, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

नोटिस जारी करेंगे
जनस्वास्थ्य विभाग की पाईप लीकेज की वजह से नेशनल हाईवे टूटना गंभीर मसला है। सीधा पब्लिक प्रॉपर्टी का नुक्सान हो रहा है। संबंधित विभाग को लीकेज बंद करने के लिये लिखा जायेगा। अगर विभाग न माना तो एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी।
-रवि मोंगा,एसडीई,
नेशनल हाईवे, सिरसा

दो राज्य, 31 किलोमीटर एरिया, हाईवे पर बेखौफ दौड़ती पोस्तियों की बारात

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा और पंजाब के तीन थाने। 31 किलोमीटर क्षेत्र। फिर भी राजस्थान से पोस्त की स्मगलिंग। बसों के जरिये नेशनल हाईवे नं. 54 पर वर्षों से यहीं चल रहा है। ऐसा साल में एक आध बार नहीं होता। बल्कि के 365 दिन ऐसा चलता है। ऊपर से आदेशों का डंडा चलने पर पोस्तियों की बारात को पकडऩे के लिये दोनों राज्यों की पुलिस दौड़ लगाती है। साल भर में महज एक कार्रवाई करके अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर लेती है। सवाल है कि क्या ऐसा ही चलता रहेगा?, क्या राजस्थान से पंजाब, हरियाणा में यूं ही पोस्त तस्करी होती रहेगी।
यूं शुरू होता है तस्करी का सफर
डबवाली से हनुमानगढ़ के लिये करीब 10 से 12 निजी बसें चलती हैं। इसके अतिरिक्त पीआरटीसी, राजस्थान रोड़वेज तथा हरियाणा रोड़वेज की बसें चलती हैं। इन बसों में अस्सी से नब्बे प्रतिशत पोस्त तस्कर सफर करते हैं। बसों में सुबह से ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। जोकि संगरिया में खुले पोस्त के ठेकों पर कतार में जमा हो जाती है। बारी-बारी से इन्हें पोस्त मिलता है। आराम से बस में बैठकर ये लोग डबवाली तक पहुंच जाते हैं और फिर डबवाली से आसानी से अपने गंतव्य की ओर। हालांकि गांव चौटाला सीमा से आरंभ होकर डबवाली से गोल चौक तक की दूरी 31.52 किलोमीटर है। इसमें सदर थाना डबवाली के अंतर्गत राजस्थान सीमा से सटे गांव चौटाला में बनी चौकी का करीब 20 किलोमीटर एरिया आता है। गांव सकताखेड़ा के नजदीक स्थित पंजाब के गांव वडिंगखेड़ा का ढाई किलोमीटर क्षेत्र मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृहक्षेत्र लंबी में स्थित थाना के अधीन है। शेष एरिया शहर थाना डबवाली में आता है। सवाल है कि दो राज्यों के तीन थानों की पुलिस आज तक इस बीमारी का इलाज नहीं ढूंढ़ पाई है। यहां तक की इंटर स्टेट बैठकों में भी यह मुद्दा नहीं बना है। इस मामले में पुलिस के उदासीन रवैये के चलते दिन-ब-दिन पोस्तियों की बारात लंबी हो रही है। अब तो इस धंधे में महिलाओं ने भी बढ़चढ़कर भाग लेना शुरू कर दिया है।
पंजाब, राजस्थान के लोग तस्करी से जुड़े
पिछले दिनों शहर थाना डबवाली पुलिस ने गांव शेरगढ़ के पास नाका लगाकर एक निजी बस को पकड़ा। जिसमें सभी यात्रियों के पास चूरा पोस्त थी। सबसे खास बात कि हरियाणा के एक पोस्ती को छोड़कर सभी पंजाब तथा राजस्थान से संबंधित थे। पकड़े गये आरोपियों में पंजाब के थाना मोड मंडी, बठिंडा, संगत, लंबी, जैतो, गोनियाना, रामामंडी, भुच्चो मंडी, बल्लुआना, नथाना, नईयांवाली, बालियांवाली, कोटफता, मानसा, गिदड़बाहा, कोटभाई, मोड कलां के साथ-साथ राजस्थान के संगरिया, हनुमानगढ़ तथा झुंझनू थाना क्षेत्र के लोग थे। आरोपियों में चार महिलाएं शामिल थीं।
सवारियों को उतार रहे बस वाले
बस सर्विस से जुड़े एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डबवाली-संगरिया-हनुमानगढ़ के लिये चलने वाली बसों में अस्सी से नब्बे फीसदी पोस्ती होते हैं। प्रतिदिन करीबन दो हजार पोस्ती राजस्थान के ठेकों से पोस्त लेकर डबवाली पहुंचते हैं। अपने धंधे को बढ़ाने के लिये निशक्त लोगों को हथियार बनाना शुरू कर दिया है। शहर थाना पुलिस की एक कार्रवाई से पिछले दस दिनों में सवारियों की संख्या प्रति बस मात्र 15 से 20 रह गई है। कई बस ऑपरेटरों का धंधा मंदा हो गया है। जिसके चलते वे कम सवारियों का बहाना करके सवारियों को नीचे उतार रहे हैं।
संयुक्त कार्रवाई की जरूरत
उपरोक्त मामले में हरियाणा-पंजाब पुलिस के साथ-साथ जीआरपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की जरूरत है। चूंकि सड़क मार्ग पर कार्रवाई होने के बाद पोस्त तस्कर बठिंडा-हनुमानगढ़ रेलवे ट्रेक पर दौडऩे वाली ट्रेनों में सवार हो जाते हैं। बिना संयुक्त कार्रवाई के इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है।
क्या है सजा का प्रावधान
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि एक किलोग्राम से कम चूरा पोस्त पकडऩे पर छह माह की कैद या 10 हजार रूपये जुर्माना का प्रावधान है। एक किलोग्राम से 49 किलोग्राम चूरा पोस्त पकड़े जाने पर 10 साल तक की सजा तथा एक लाख रूपये तक के जुर्माना हो सकता है। यहीं नहीं इससे ज्यादा पोस्त की मात्रा होने पर 10 साल की सजा तथा एक लाख रूपये जुर्माना या दोनों सजाएं एक साथ हो सकती हैं।
ट्रेनों में स्पैशल चैकिंग
ट्रेनों में पोस्त तस्करों पर लगाम लगाने के लिये हर रोज चैकिंग की जाती है। इसके लिये स्पैशल चैकिंग टीम बनाई गई है।
-रणवीर सिंह, प्रभारी, जीआरपी, डबवाली


चौटाला में नाका लगाएगी पुलिस, बनेगी संयुक्त ऑपरेशन की योजना
मैं मानता हूं कि गांव चौटाला से डबवाली के गोल चौक तक की सीमा लगभग 31 किलोमीटर है। गांव चौटाला राजस्थान के संगरिया से सटा हुआ है। अब तक चौटाला में स्थाई नाका नहीं था, जिसकी वजह से पोस्ती बस में सवार होकर आराम से डबवाली पहुंच जाते और निकल जाते। चौटाला में स्थाई नाका लगाया जायेगा। राजस्थान से आने वाली प्रत्येक बस की चैकिंग की जायेगी। अगर कोई बस चालक या परिचालक इसमें संलिप्त पाया गया, उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई की जायेगी। तस्करी पर लगाम लगाने के लिये हरियाणा, पंजाब पुलिस तथा जीआरपी के संयुक्त ऑपरेशन की जरूरत है। संयुक्त ऑपरेशन चलाने की योजना बनाई जायेगी।
-सत्यपाल यादव, डीएसपी, डबवाली

ठंड पर भारी आस्था धूमधाम से मना गुरूपर्व

डबवाली (लहू की लौ) कंपकंपाती ठंड पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा में सिखों के 10वें गुरू गुरूगोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। लुधियाना तथा सिरसा से आये सिख इतिहास के विद्वानों ने संगतों को गुरू गोबिंद सिंह के जीवन परिचय से अवगत करवाते हुये त्याग का मार्ग अपनाने के लिये प्रेरित किया।
प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा को फूलों से सजाया गया था। श्री अखंड पाठ के भोग के बाद धार्मिक दीवान सजाये गये। जिसमें सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना से आये प्रचारक हरजिंद्र सिंह जम्मू ने सिख इतिहास से संगतों को परिचित करवाया। सिरसा से आये रणजीत सिंह के रागी जत्थे ने भी सिख इतिहास सांझा किया।
इस मौके पर गुरू का लंगर अटूट बरता। इस अवसर पर गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जगरूप सिंह, बघेल सिंह, उपप्रधान ज्ञानी गुरबचन सिंह, जगदेव सिंह मटदादू, एसजीपीसी सदस्य जगसीर सिंह मांगेआना, एडवोकेट रणजीत सिंह, एडवोकेट सुखबीर सिंह बराड़ उपस्थित थे।

थानों में नजर नहीं आयेगा वाहनों, असलों का कबाड़

डबवाली (लहू की लौ) सालों बाद हिसार रेंज से संबंधित थानों में स्वच्छता अभियान चलने जा रहा है। जिसके तहत अब थानों में कबाड़ के रूप में असला तथा वाहन नजर नहीं आएंगे। पुलिस संबंधित मालिकों को नोटिस जारी करके सामान लेजाने के लिये बाध्य कर रही है। इसके लिये सात दिनों का समय दिया गया है। निश्चित अवधि में कोई नहीं आया तो उपरोक्त सामान को नीलामी के लिये भेज दिया जायेगा।
हिसार रेंज के आईजी की पहल
हिसार रेंज के तहत जिला सिरसा, भिवानी, फतेहाबाद, हिसार तथा जींद के पुलिस थाने तथा चौकियां आती हैं। सभी जगहों पर करीब पच्चीस वर्षों से कबाड़ के रूप में वाहन तथा मृत लोगों का असला पड़ा है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद भी उपरोक्त वस्तुओं को लेने के लिये कोई नहीं आया। जिसके चलते थाने कबाड़ घर नजर आने लगे हैं। लेकिन अब पुलिस ने इस कबाड़ को नीलाम करने का मन बनाया है। हिसार रेंज के आईजी अनिल राव ने इसे स्वच्छता अभियान का नाम देते हुये पहल की है। जिसके चलते हिसार में एक सप्ताह में दो बार बैठकें हो चुकी हैं। बैठकों के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि आखिर एक बार लोगों को अपना असला या फिर वाहन लेजाने का मौका दिया जायेगा। निर्णय के फलस्वरूप पुलिस ने लोगों को एक सप्ताह का समय दिया है।
कैसे चलेगी कार्रवाई
अकेले सदर थाना डबवाली की बात की जाये तो इसमें 42 असला ऐसे पड़े हैं, जिनके मालिक अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके परिजनों ने भी इसकी सुध नहीं ली। वर्षों से जंग खा रहा असला कबाड़ बन गया है। इस असला को अंबाला स्थित सैंटर मालाखाना में नीलामी के लिये भेजा जायेगा। इसी तरह वर्ष 1990 से ऐसे वाहन खड़े हैं, जो बिल्कुल ही खस्ता हो चुके हैं। अदालतों में मामले खत्म होने के बावजूद भी इन वाहनों को लेने कोई नहीं आया। मामलों में हो रही तीव्र गति के कारण वाहनों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। इन्हें रखने के लिये जगह छोटी पड़ रही है। पुलिस नोटिस जारी करके वाहन मालिकों को अपना वाहन लेजाने के लिये मैसेज दे रही है। अगर कोई मालिक वाहन लेने थाना नहीं पहुंचा तो वाहनों को नीलामी के लिये सिरसा भेज दिया जायेगा।

आदेशों के बाद नोटिस की प्रक्रिया शुरू
आईजी हिसार ने थानों की स्वच्छता के लिये रेंज में आने वाले सभी थानों के लिये आदेश दिये है। उनके आदेश पर वाहन तथा असला मालिकों को नोटिस जारी किये गये हैं। एक सप्ताह के भीतर संबंधित व्यक्ति अपना वाहन लेजा सकता है। अन्यथा उपरोक्त सामान को नीलाम कर दिया जायेगा।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, सदर थाना, डबवाली

सीवरेज डाले जाने की मांग

डबवाली (लहू की लो) इन्दिरा नगरी के लोगों ने मुख्यमंत्री हरियाणा से सीवरेज डाले जाने की मांग की है।
इन्दिरा नगरी निवासी भोले राम ठेकेदार ने कहा कि नगरी के लोगों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से अनुरोध किया है कि उनकी नगरी में अधिकांश गरीब लोग रहते हैं और उनसे समय समय पर बनने वाली सरकारें भेदभाव करती आ रही हैं। जनस्वास्थ्य विभाग ने उनकी नगरी में सीवरेज डालने के लिए एस्टीमेंट बनाकर भेजा हुआ है। जो मंजूर भी हो चुका है। केवल ग्रांट आने की कमी है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि उनके जहां सीवरेज डालने के लिए तीन करोड़ रूपये की ग्रांट भोजी जाये। ताकि लोगों को खुले में शौच से मुक्ति मिल सके।

घर में बल्ब एक बिल 10,000 रूपये

डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 15 निवासी पिंकी रानी पुत्री दाताराम ने बिजली निगम के उपमण्डल बिजली अधिकारी को एक पत्र भेजकर मीटर तेज चलने और 10 हजार 191 रूपये बिल आने की शिकायत की है।
पिंकी रानी ने बताया कि उसके घर पर  खाता नं. 2869111111 के अन्तर्गत मीटर नं. एसडी-56/5555 लगा हुआ है। उसके घर में न तो फ्रिज है और न ही बिजली पर चलने पर कोई अन्य उपकरण है। केवल एक बल्ब है। इसके बावजूद उसका बिल 10 हजार रूपये से ऊपर आया है।
शिकायतकात्री के अनुसार उसके मीटर की जांच करवाकर तथा घर में लाईट चैक करके उसे न्याय दिलाया जाये तथा  तेज चल रहा मीटर बदल कर नया मीटर लगवाया जाये।

गली में पड़ी ईंटों को हटवाने की मांग

डबवाली (लहू की लो) वार्ड नं. 15 की गली नन्द लाल जमांदार वाली के निवासी जगराज, पप्पू, कमल, रविकुमार ने सचिव नगरपालिका को एक पत्र देकर गली में पड़ी ईंटों को हटवाने की मांग की है।
गली वासियों ने बताया कि उनकी गली सिर्फ 6-7 फुट चौड़ी है लेकिन वहां पर एक व्यक्ति ने करीब 4 साल से ईंटें लगा रखी है। जिससे आने जाने वालो को तो कठिनाई होती ही है लेकिन साथ में इससे वहां बनी बाल्मीकि धर्मशाला को भी नुक्सान पहुंच रहा है।

मित्तल युवा रक्तदान सोसायटी के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त

डबवाली (लहू की लौ) युवा रक्तदान सोसायटी की एक आवश्यक बैठक संस्था के अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला की अध्यक्षता में एक निजी होटल में हुई। जिसमें आगामी वर्ष में आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविरों में 97वां विशाल रक्तदान शिविर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू के शहीदी दिवस पर 23 मार्च को आयोजित करने का निर्णय लिया गया।  सामान्य अस्पताल में चल रहे ब्लड स्टोरेज सेंटर को संपूर्ण ब्लड बैंक चलाने के लिए हो रही देरी के संदर्भ में हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एवं स्वास्थय विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखने का फैसला लिया गया।
बैठक में आगामी दो वर्ष के लिए संस्था की नईं कार्यकारिणी का गठन किया गया। अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला द्वारा कार्यकारिणी भंग करने उपरांत संस्था के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला ने सुभाष मित्तल कार्यकारी अध्यक्ष, तरसेम गर्ग वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरदेव गर्ग उपाध्यक्ष चरणकमल गोयल सचिव, केवल कृष्ण चलाना उपसचिव, सुनीत ग्रोवर संगठन सचिव, राम गोपाल मित्तल कार्यालय सचिव एवं पंकज गोयल को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। सलाहकार समिति में पूर्व अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, दविंद्र मित्तल, विशेष आमंत्रित सदस्यों मे संतोष शर्मा, मुरारी लाल शर्मा, वरूण सिंगला के अलावा कार्यसमिति सदस्यों में नवीन नागपाल, गौतम गोयल, रूपिंद्र गोयल किंगरा, सतीश बांसल गोगी, हरीश सचदेवा, जितेंद्र गुप्ता लवली एवं मनीष सचदेवा को शामिल किया।

ढाबे की आड़ में बेच रहा था चूरापोस्त, धरा

डबवाली (लहू की लौ)ओढां पुलिस ने सालमखेड़ा नहर पर स्थित एक ढाबे पर छापामारी करते हुए एक व्यक्ति को चूरा पोस्त सहित काबू किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नहर पुल पर बने एक ढाबे की आड़ में चूरा पोस्त का धंधा हो रहा है। जिस पर एएसआई खुर्शीद आलम ने ढाबे पर छापेमारी कर वहां पर काम कर रहे एक युवक से डेढ़ किलोग्राम चूरापोस्त बरामद किया है। आरोपी युवक की पहचान अशोक उर्फ गोपी पुत्र कश्मीरी लाल निवासी मलोट के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

सात दिवसीय एनएसएस शिविर शुरू

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओढां  में एनएसएस प्रभारी रामस्वरूप की देखरेख एवं प्राचार्य सुभाष फुटेला की अध्यक्षता में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का शुभारंभ एसएमसी प्रधान पम्मी कौर ने रविवार को किया।
 एनएसएस प्रभारी रामस्वरूप ने बताया कि शिविर के सभी सातों दिनों के लिए अलग-अलग रूपरेखा बनाई है जिसमें प्रथम दिन स्कूल के कमरों, बरामदों और सड़क की सफाई करना, पेड़ पौधों को सफेदी करना, दूसरे दिन विद्यालय प्रांगण की सफाई व लॉन को समतल करना, तीसरे दिन पेड़ पौधों की कटाई छंटाई कर उन्हें खाद देना, चौथे दिन खेल मैदान की सफाई व पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता रैली निकालना, पांचवें दिन खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पेड़ पौधों की देखभाल करना, छठे दिन बीईओ कार्यालय के आसपास स्लम बस्ती की सफाई करना तथा वहां के लोगों को स्वच्छता का महत्व बताकर उन्हें इस विषय में जागृति प्रदान करना व शिविर के अंतिम दिन संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 

प्रधानाचार्या ने योग साधना पर दिया बल

डबवाली (लहू की लौ) सीएमडीएवी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में चल रहे एनएसएस शिविर के छठे दिन की शुरूआत योग साधना से हुई। स्वयंसेवकों  ने प्रधानाचार्या सरिता गोयल  के दिशा निर्देश में विभिन्न योग  क्रियाएं सीखी।
प्रधानाचार्या सरिता गोयल ने स्वयंसेवियों से कहा कि योग साधना को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। कार्य करते समय मुद्राओं को किया जा सकता है। उन्होंने बताया की मुद्राओं से माईग्रेन, हाईपर टेंशन और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।  इस मौके पर उन्होंने आंवला के गुण भी स्वयंसेवियों को बताये।
एनएसएस प्रभारी शकुंतला चुघ ने बताया कि स्वयंसेवियों ने योगा के बाद खेल मैदान की सफाई की। इसके बाद बेटी बचाओं पर सुन्दर-सुन्दर स्लोगन लिखे। जिसमें उन्होंने कन्या भ्रूण हत्य पर कटाक्ष करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की। 

29 Dec. 2014





28 Dec. 2014







27 Dec. 2014





26 Dec. 2014





25 Dec. 2014





24 दिसंबर 2014

अग्निकांड पीडि़तों ने सीएम तथा पीएम को कोसा

दर्द सुनने नहीं आ सकते हमें ऐसे नेता नहीं चाहिये

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर नेता अग्निकांड पीडि़तों के निशाने पर रहे। श्रद्धांजलि सभा में पीडि़तों ने राजनीतिकों को जमकर कोसते हुये सवाल खड़े किये। सभा में बैठे इनेलो, कांग्रेस तथा भाजपा नेताओं से सीधा संवाद करते हुये पूछा घटना हो गई, कानून बन गये। क्या कभी कानूनों की पालना हुई? दूसरा सवाल किया कि अदालत से मुआवजा मिल गया, क्या पीडि़तों का दु:ख-दर्द जानने के लिये कोई नेता आया? राजनीतिकों से तीसरा सवाल पूछते हुये कहा कि 19 वर्षों से सरकारों ने नहीं सुनी, अब ओर कितना लंबा इंतजार करना पड़ेगा?। अग्निकांड पीडि़तों का दर्द जानने के बाद राजनीतिकों ने भी स्वीकारा कि जिस स्तर पर कार्य होने चाहिये थे, वे अभी तक नहीं हुये हैं। वे अग्निकांड पीडि़तों के लिये एकजुट होकर प्रयास करेंगे।
हमें ऐसा पीएम और सीएम नहीं चाहिये
अग्निकांड पीडि़तों ने कहा कि जो सरकारें उनका दर्द बांटने के लिये नहीं आ सकती। उनका दर्द सुनने के लिये तैयार नहीं। डबवाली अग्निकांड में कितने डॉक्टर, इंजीनियर, दुकानदार, शिक्षाविद्, बच्चों की मौत हुई, कोई यह जानने के लिये प्रयासरत नहीं। अग्निकांड पीडि़तों ने पीएम नरेंद्र मोदी तथा हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर अंगुली उठाते हुये कहा कि सिरसा की चुनावी जनसभा में पीएम डबवाली अग्निकांड का जिक्र करते हैं। वहीं सीएम भी सिरसा में कार्यकर्ता सम्मेलन में डबवाली अग्निकांड का जिक्र कर सकते हैं। लेकिन जब डबवाली आये तो अग्निकांड स्मारक पर दो मिनट के लिये रूकने का समय नहीं। अग्निकांड पीडि़तों का दर्द सुनने का समय नहीं। ऐसी सरकारों पर लानत है, हमें ऐसी सरकारें और नेता हरगिज नहीं चाहिये।
पीडि़तों को नौकरी क्यों नहीं
अग्निकांड पीडि़तों ने उन्नीस वर्ष पूर्व किया नौकरी का वायदा याद दिलाते हुये कहा कि पीडि़त परिवारों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा के बल पर मुकाम हासिल किया है। अभी भी सुमन जैसे अग्निकांड पीडि़त बच्चे हैं, जिन्हें नौकरी की सख्त जरूरत है। उसे महज इसलिये नौकरी नहीं दी जा रही, चूंकि अग्निकांड में वह बदसूरत हो चुकी है। जबकि वह अच्छे अंकों के साथ बीएड कर चुकी है। सरकार को जल्द उसका इलाज करवाने के साथ-साथ उसे नौकरी देनी चाहिये।

मुआवजा मिलने में हुई देरी
23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड के समय मैं अहमदनगर में पढ़ाई कर रहा था। रात को लौटा तो टीवी ऑन करने पर पता चला कि डबवाली में हादसा हुआ है। देश की न्यायिक व्यवस्था के चलते पीडि़तों को मुआवजा मिलने में लंबा समय लग गया। अगर समय अनुसार मुआवजा मिल जाता तो पीडि़त इसका फायदा उठा सकते थे। सरकार के स्तर पर भी व्यवस्था करने में कुछ खामियां अवश्य रहीं। श्रद्धांजलि सभा में विधायिका नैना सिंह चौटाला ने आना था। लेकिन उनकी बुआ का आकस्मिक निधन हो गया।
-डॉ. सीता राम, वरिष्ठ इनेलो नेता


शासन-प्रशासन की मदद से पूरे करेंगे कार्य
23 दिसंबर 1995 का डबवाली अग्निकांड दिल दहला देने वाली घटना है। मैंने अपने परिवार के चार सदस्यों को खोया था। उस समय शहर वासियों ने जो एकजुटता दिखाई, वह काबिले तारीफ है। जो कार्य अधूरे रह गये हैं, हम शासन-प्रशासन की मदद से पूरे करेंगे। -डॉ. केवी सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता

आधार के लिये ठंड में लगी कतार, बीच सड़क बैठ गये मासूम

डबवाली (लहू की लौ) आधार कार्ड बनाने के लिये गांव गंगा की रणजीत कौर अपने चार बच्चों को साथ लेकर सुबह 8 बजे डबवाली आ गई। केंद्र के बाहर लंबी कतार लगी देख ठंडी के बीच सड़क पर बैठ गई। दो साल का दलजीत गोद में रो रहा था। चार साल का मासूम जसनदीप कतार में खड़ा-खड़ा थककर वहीं बैठ गया। बेटी 5 वर्षीय नीरू तथा सात वर्षीय ज्योति कतार में खड़ी अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रही थीं।
ऐसे हालात थे मंगलवार को कलोनी रोड़ पर स्थित एक केंद्र पर। आधार के लिये मासूम बच्चे, महिलाएं, नौजवान, तथा बुजुर्ग एक ही कतार में खड़े थे। लेकिन केंद्र प्रभारी 11 बजे तक नहीं आया था। जिससे लोगों में रोष पैदा हो गया। लक्ष्मी देवी, संतराम, लाजवंती, राजदेवी कमल कुमार ने बताया कि वे सुबह 7 बजे ही लाईन में आकर खड़े हो गये थे। लेकिन अभी तक आधार कार्ड का केंद्र नहीं खुला है। वे कई दफा संबंधित केंद्र इंचार्ज से फोन पर बातचीत कर चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं।
जाम की स्थिति
कलोनी रोड़ पर बने आधार कार्ड केंद्र के बाहर लोगों का हजूम उमडऩे के कारण राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। स्थिति जाम जैसी हो गई। वाहन चालक आधार कार्ड बनाने के लिये आये लोगों से उलझते नजर आये। नौबत मारपीट तक जा पहुंची। यहीं नहीं ठंड के बीच कतार में खड़े बच्चों का स्वास्थ्य गड़बड़ा गया।
नहीं आने दी जायेगी परेशानी
डबवाली में आधार कार्ड बनाने के लिये तीन केंद्र हैं। व्यवस्था बनाये रखने के लिये तहसीलदार से बात करूंगा। लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जायेगी।
-धरिंद्र कुमार, कार्यकारी एसडीएम, डबवाली

बरसी पर घोषणा, डबवाली में दिया जायेगा डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण

शहर में आने वाले प्रत्येक मंत्री-संतरी को जाना होगा अग्निकांड स्मारक पर

डबवाली (लहू की लौ) अब डबवाली में उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह घोषणा अग्निकांड की 19वीं बरसी पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे कार्यकारी एसडीएम ने की। वहीं भाजपा सरकार या फिर भाजपा संगठन का नुमाईंदा डबवाली में आयेगा तो सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर नत मस्तक होगा। यह घोषणा भाजपा के डबवाली प्रतिनिधि ने की। डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर बच्चों, महिलाओं, समाजसेवियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में अग्निकांड पीडि़तों ने प्रशासनिक अधिकारियों तथा सरकार के समक्ष कुछ मांगें रखी।
मंच का संचालन करते हुये रमेश सचदेवा ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी के कहने पर स्वच्छता के लिये पूरा देश खड़ा हो सकता है। उसी तरीके से नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर 1995 को अग्नि सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करें, ताकि भारत ही नहीं पूरा विश्व डबवाली अग्निकांड से सीख ले सके। मानवीय गलती न दोहराई जाये। उन्होंने स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने, उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण देने, मेडिकल कॉलेज बनाने, सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित करने की मांग की। पीडि़तों ने मांग की कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली में आये। वह कार्य शुरू करने से पहले अग्निकांड स्मारक पर नत्मस्तक हो।
भाजपा नेता को मांग मनवाने के लिये दोबारा मंच पर बुलाया
अग्निकांड पीडि़तों की मांग सुनने के बाद भाजपा नेता देवकुमार शर्मा यह कहते हुये अपना स्थान लेने लगे कि अग्निकांड पीडि़त जो भी उनसे सहयोग की अपेक्षा करेंगे वे उसके लिये तैयार हैं। सीएम ही नहीं अगर पीएम के पास भी जाना पड़ा तो वे जरूर चलेंगे। इसी बीच अग्निकांड पीडि़तों ने उन्हें एक मांग के लिये दोबारा मंच पर खड़ा कर लिया। जिस पर देवकुमार शर्मा ने कहा कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली आयेगा, वह सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा।
इससे पूर्व अग्निकांड स्मारक पर हवन यज्ञ हुआ। श्री रामायण पाठ तथा श्री अखंड पाठ का भोग डाला गया। इस मौके पर तहसीलदार मातू राम नेहरा, डीएसपी सत्यपाल यादव, शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह, बीईओ संत कुमार बिश्नोई, नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई संकेत शर्मा, अग्निकांड पीडि़त संघ के शमशेर सिंह, विनोद बांसल, सुच्चा सिंह भुल्लर, संचालक कमेटी के अध्यक्ष जयमुनी गोयल, प्रकाश चंद बांसल उपस्थित थे।

....जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये केवल मात्र हरियाणा के नहीं बल्कि सीमाओं के बंधन तोड़कर पंजाब तथा राजस्थान के लोग तथा राजनीतिक भी पहुंचे। वहीं सोशल मीडिया में भी अग्निकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला लगातार जारी रहा। पंजाब पुलिस के फाजिल्कां तथा मोगा शहरों से आये पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अकाली नेता अवतार सिंह बनवाला ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर देश-विदेश के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। रंगकर्मी संजीव शाद ने श्रद्धांजलि देते हुये लिखा कि दीवार पे लटके कलंडर पे आज 23 दिसंबर है। 19 वर्ष पहले भी 23 दिसंबर था, उस दिन रंगमंच पे उतरा था नन्हें कलाकारों का इक काफिला सपने ले के...मेरे शहर डबवाली में तालियों और संगीत के महारंग महोत्सव में आग ने तांडव मचा दिया, जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया। कैसा निर्देशक है तू कभी कभी तेरी पटकथा समझ में नहीं आती, हम तो मात्र कठपुतलियां हैं तेरे हाथ की। लेकिन शब्द नहीं है मेरे पास कुछ भी लिखने को हिम्मत नहीं है, बस है तो मौन और तेज चलती सांसें और नम आंखें...वो तो आज भी जिंदा हैं..। इसके साथ-साथ पिछले 19 वर्षों में डबवाली में विभिन्न पदों पर नौकरी कर चुके अधिकारियों ने वट्स ऐप के जरिये श्रद्धांजलि दी। तत्कालीन एसडीएम सतीश कुमार ने मृतक बच्चों को याद करते हुये दुखदायी घटना करार दिया।

मुझे लिखकर दो, आगे पहुंचाऊंगा
23 दिसंबर का दिन डबवाली के इतिहास में आंसुओं से लिखा जाता है। अग्निकांड के समय मैं 13 साल का था। एक बच्चे की पीड़ा, एक बच्चा ही समझ सकता है। उस समय आंखों से आंसू निकल आये थे। उस समय सोचा था कि एक बार उस जगह अवश्य जाऊंगा, यहां यह भीषण अग्निकांड हुआ। यह नहीं सोचा था कि डबवाली में आज ही के दिन अतिरिक्त कार्यभार संभालूंगा और स्मारक पर आने का मौका मिलेगा। डिस्जास्टर मैनेजमेंट उपमंडल स्तर पर शुरू होगा। राष्ट्रीय स्मारक बनाने या फिर अन्य जो मांग हैं, वे अग्निकांड पीडि़त लिखित में दें। उपायुक्त के माध्यम से मांगों को सरकार के आगे रखा जायेगा।
-धीरेंद्र कुमार, कार्यकारी उपमंडलाधीश, डबवाली

बस में जा रही थी पोस्तियों की बारात, पुलिस ने पकड़ लिया

डबवाली (लहू की लौ) शहर थाना पुलिस तथा नारकोटिकस सैल सिरसा ने संयुक्त कार्रवाई करते हुये बस में चल रही चूरा पोस्त तस्करों की बारात को गिरफ्तार किया है। चार महिलाओं सहित कुल 44 लोग पकड़े गये हैं। बस के चालक तथा परिचालक पर भी मामला दर्ज करके बस को इंपाऊंड कर लिया गया है।
मंगलवार दोपहर को शहर थाना के एसआई इंद्राज सिंह ने पुलिस बल के साथ गांव शेरगढ़ के नजदीक नाका लगाया हुआ था। इसी दौरान संगरिया साईड से एक निजी बस डबवाली की ओर आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने बस में पोस्त के संदेह में तालाशी शुरू की। एक-एक करके प्रत्येक की तालाशी ली। बस में सवार सभी 44 सवारियों के पास चूरा पोस्त के पैकेट बरामद हुये। पुलिस बस को कब्जे में करके थाना ले आई।
महिलाएं भी पोस्त खाती हैं
पकड़े गये 44 आरोपियों में एक आरोपी खंड डबवाली के गांव मौजगढ़ का है। शेष सभी आरोपी पंजाब के थाना संगत, रामा मंडी, मोड़ मंडी के गांवों से हैं। महिलाओं में सबसे कम उम्र की आरोपी 30 वर्ष की है। जबकि सबसे उम्रदाज महिला करीब 60 वर्ष की। ऐसे ही पुरूष आरोपियों में 40 से 75 वर्ष की आयु तक के वृद्ध शामिल हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे सभी पोस्त खाने के आदी हैं।
40 बिस्तरों का प्रबंध
पोस्तियों की बारात पर कार्रवाई करने के लिये पुलिस ने शहर थाना के साथ-साथ गोल बाजार पुलिस चौकी, सीआईए का स्टॉफ लगा दिया। वहीं शहर थाना में पोस्तियों के रहने के इंतजाम के साथ-साथ रात को सोने के लिये 40 बिस्तरों का प्रबंध किया गया। बुधवार को सभी को अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से करीब 40 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुई है। आरोपियों के विरूद्ध नशीले पदार्थ की तस्करी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। बस चालक महेंद्र सिंह तथा परिचालक मक्खन सिंह को मिलीभगत करके तस्करी में सहयोग करने के जुर्म में दफा 120बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।

मायके से ससुराल जा रही युवती ने जहरीला पदार्थ निगला, हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को बस अड्डा पर एक युवती ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। युवती अपने पति के साथ मायके से ससुराल जा रही थी।
गांव पन्नीवाला मोटा निवासी शंकर लाल ने बताया कि उसकी शादी करीब एक माह पूर्व छत्तरगढ़ (राजस्थान) निवासी जाटी रानी के साथ हुई है। 10 दिसंबर को वह उसे लेकर छत्तरगढ़ गया था। 13 दिनों बाद आज वापिस अपने गांव लौट रहा था तो डबवाली के बस अड्डा पर उसकी पत्नी ने चिचड़ मारने की दवा निगल ली। उसके पास यह दवा कैसे आई, उसे ज्ञात नहीं। उल्टियां करने पर वह उसे अस्पताल ले आया।

मांगेआना में शुरू हुआ दो दिवसीय फल मेला


-प्रदेश भर से 2500 किसानों ने 2230 फलों को मेले में उतारा
-फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर होगा पुरस्कार का चयन

डबवाली (लहू की लौ) इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत गांव मांगेआना में बने फल उत्कृष्टता केंद्र में दो दिवसीय फल मेला शुरू हुआ। पहले दिन करीब 2500 किसानों ने 2230 फल मेले में रखे। चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय की बारह सदस्यीय टीम बुधवार को अपना निर्णय सुनाएगी। पहले तीन स्थानों पर आने वाले किसानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा। पुरस्कार फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर मिलेगा।
मेले का शुभारंभ उद्यान विभाग हरियाणा के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने किया। डॉ. सैनी द्वारा केन्द्र पर प्रदर्शन तकनीकी व फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि इस प्रकार के मेलों से बागवानी की नवीनतम तकनीकियों की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाती है व किसान भाईयों को बागवानी में ज्यादा से ज्यादा नई तकनीकों को अपनाना चाहिए जिससे ज्यादा पैदावार के साथ-साथ अच्छी गुणवत्ता के फल व सब्जी प्राप्त होती हैं। जिसका बाजार भाव अच्छा मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि फल उत्कृष्टता केन्द्र, मांगेआना, सिरसा की तर्ज पर भारतवर्ष के अन्य राज्यो में भी फल उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किये गये है। किसानों को उत्कृष्टता केन्द्र पर लगाई गई विभिन्न प्रकार की फसलों जैसे, नींबू वर्गीय पौधें, अनार, अमरूद, खजूर, बेर आदि को विभिन्न प्रयोगों द्वारा दिखाया गया।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

विभिन्न बैंकों में 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, सिरसा का वर्ष 2014-15 का वार्षिक लक्ष्य पूरा करवाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ की अध्यक्षता में बैंक अधिकारियों की मीटिंग ली गई। मीटिंग में निगम के लक्ष्य की प्रगति व लम्बित आवेदन पत्रों की ब्रांच  वाईज समीक्षा की गई।
समीक्षा करने उपरांत पाया कि जिले में कार्यरत विभिन्न बैंकों में अनुसूचित जाति के लगभग 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। उन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के नियम अनुसार निगम द्वारा प्रायोजित आवेदन पत्रों का निपटान 15 दिन में किया जाना अति आवश्यक है, ब्रांच मैनेजरों द्वारा लम्बे समय तक आवेदन पत्रों को लम्बित रखना नियम के विरूद्ध है।
बराड़ द्वारा समीक्षा के दौरान पाया गया कि पंजाब नैशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक, हरियाणा ग्रामीण बैंक, ओरियन्टल बैंक ऑफ कामर्स, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, यूनियन बैंक, सैन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, बैंक ऑफ बड़ौदा, दि सिरसा सैन्ट्रल को-ऑप्रेटिव बैंक, बैंको में लम्बे समय से आवेदन पत्र लम्बित हैं। अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा सख्त आदेश दिये गए कि शाखा प्रबंधक अनुसूचित जाति के व्यक्ति का आवेदन पत्र रद्द करने के लिए सक्षम नहीं है। आवेदन पत्र रद्द करवाने के लिए रीजनल मैनेजर की स्वीकृति आवश्यक है।
उन्होंने महाप्रबंधक दि सिरसा को-आप्रेटिव बैंक को आदेश दिये कि उनके बैंक  में सबसे अधिक 160 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। सभी ऋण आवेदन पत्रों की स्वीकृति 31 जनवरी 2015 तक करवाए व निगम का वार्षिक लक्ष्य पूरा करे। अन्य सभी बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी बैंक अपने लक्ष्य अनुसार स्वीकृति पत्र जारी करें।
 उन्होंने कहा कि अगली मीटिंग तक कोई भी आवेदन पत्र लम्बित मत रखें व सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ समय पर अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को पहुंचाने में सहयोग करें।

महाशांति यज्ञ के साथ एनएसएस कैम्प की शुरूआत

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को सीएमडीएवी स्कूल के प्रांगण में महाशांति यज्ञ के साथ एनएसएस कैम्प की शुरूआत की गई। जिसमें स्कूल प्राचार्या सरिता गोयल ने मुख्य यजमान की भूमिका निभाते हुए पूर्णाहुति दी और अग्निकांड में शहीद हुई दिवंगत आत्माओं को शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। शास्त्री महेन्द्र कुमार ने पूर्ण विधिविधान से मंत्रोच्चारण करते हुए यज्ञ पूर्ण किया।
कैम्प प्रभारी शकुंतला चुघ ने बताया कि स्वयंसेवियों ने अध्यापक अजय ग्रोवर और कुलदीप सिंह की देख रेख में स्कूल प्रांगण की सफाई की और  अग्निकांड स्मारक स्थल पर पहुंच कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
प्रधानाचार्या ने इससे पूर्व स्वयंसेवियों को सच्चे देश भक्त और समाज सेवी बनने का प्रण करवाया। उन्होंने कहा कि 23 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक विद्यालय बंद रहेगा। लेकिन एनएसएस के स्वयंसेवी अपनीे सेवाएं प्रदान करते हुए स्कूल पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि ग्यारहवीं से बारहवीं कक्षा का पेपर 26 तारीख को लिया जायेगा।

180 रक्तदानियों ने रक्तदान करके शहीदों को दी श्रद्धांजलि

डबवाली(लहू की लौ) युवा रक्तदान सोसायटी ने अग्रवाल धर्मशाला में अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में लगाये गये रक्तदान शिविर में सर्वप्रथम संदीप चौधरी ने रक्तदान कर शिविर का शुभारंभ किया।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य देव कुमार शर्मा ने शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि 23 दिसंबर 1995 को जो अग्निकांड डबवाली में हुआ उसकी पीड़ा आज भी कम नहीं हुई है लेकिन फिर भी हमें मिलजुल कर उस पीड़ा को भुलाकर जीवन में आगे बढऩा चाहिए।
संस्था के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला ने बताया कि संस्था द्वारा आयोजित 96वें विशाल रक्तदान शिविर में स्वेच्छा से 180 पुरूष महिलाओं ने रक्तदान कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर पंजाब नैशनल बैंक के शाखा प्रबंधक परमजीत कोचर, अरोड़वंश धर्मशाला सभा के अध्यक्ष प्रेम सिंह सेठी, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के शाखाध्यक्ष प्रीतम बांसल, उद्योगपति वरूण सिंगला, युनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक संतोष शर्मा व डॉ. जीडी जिंदल सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य व्यक्तियों में भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा, लायंस क्लब सुप्रीम के अध्यक्ष नरेश गुप्ता, सचिव दीपक सिंगला, मनोहर लाल ग्रोवर, गुरदीप कामरा, विपिन अरोड़ा, संजय कटारिया, श्री सनातन धर्म पंजाब महावीर दल के सचिव घनश्याम वेद पाठी  बलजीत शर्मा,श्री गौशाला प्रबंधक कमेटी के सचिव जवाहर कामरा, संस्था की सलाहकार समिति के सदस्य दविंद्र मित्तल, राकेश गर्ग भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, हरदेव गोरखी, चरण कमल गोयल, केवल कृष्ण चलाना, सुनीत ग्रोवर, मास्टर नवीन नागपाल, मुरारी लाल शर्मा, राम गोपाल मित्तल, रूपिंद्र गोयल, सतीश बांसल गोगी, हरीश सचदेवा, जितेंद्र गुप्ता लवली  उपस्थित थे। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज आग्रोहा के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अजय कोचर के सानिध्य में 16 सदस्यीय टीम ने रक्त प्राप्त करने का कार्य किया। 

24 Dec.2014





यूरिया पर कृषि विभाग की निगरानी

यूरिया कृषि विभाग की निगरानी में बंट रही है। मंगलवार को तीन निजी खरीद केंद्रों पर यूरिया बंटी। सभी पर एडीओ तैनात रहे। शॉर्टेज के चलते केवल हरियाणा के किसानों को यूरिया देने के लिये आईडी प्रूफ मांगा गया। एक दिन में करीब चार हजार बैग बिके।  स्टॉक में मात्र चार हजार बैग हैं। अभी तक पैक्सों तक यूरिया बैग नहीं पहुंचे हैं। जिससे किसानों में रोष व्याप्त है।

शहीद का दर्जा देने में सरकार को लगे 19 बरस

एचसीएस सोमनाथ कंबोज के ससुर बोले, इस देश में शहीदों का सम्मान नहीं, अपमान होता है

डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सोमनाथ कंबोज मेरे दामाद थे। डबवाली अग्निकांड से ठीक तीन दिन पहले उनका तबादला गुहला चीकां के लिये हो गया था। लेकिन डीएवी स्कूल के कार्यक्रम में आ रहे एक मंत्री के लिये व्यवस्थाएं देखने के लिये वे वहीं रूक गये। कार्यक्रम के बाद उन्होंने नई जगह पदभार ग्रहण करना था। लेकिन अग्निकांड ने मेरी बेटी कमलेश रानी के संग उन्हें भी लील लिया। मेरे दामाद ने कई बच्चों की जिंदगियां बचाई। जिन राजनीतिकों के लिये डयूटी निभाते उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर किये, वहीं राजनीतिक उनकी शहीदी भूल गये। अग्निकांड के उन्नीस वर्षों बाद सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया। यह कहना है यमुनानगर निवासी रिटायर्ड प्रिंसीपल यशपाल सिंह का।
23 दिसंबर 1995 को एचसीएस सोमनाथ कंबोज अपनी पत्नी तथा दो बच्चों प्रखर तथा समीर के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। दोपहर बाद ठीक 1 बजकर 47 मिनट पर आग ने अपना तांडव दिखाया। इससे कुछ समय पूर्व ही दोनों बच्चे ड्रेस बदलने के लिये चालक के साथ गाड़ी में चले गये थे। आग में घिरे इस एचसीएस ने कई बच्चों को दीवार से बाहर फेंका। अपने अंग रक्षक के साथ आग में से निकलकर कई बच्चों को बाहर ले आये। बाद में अपनी पत्नी तथा बच्चों को बचाते हुये वे शहीद हो गये। मां-बाप को खो देने के बाद दोनों बच्चों को उनके नाना यशपाल अपने साथ यमुनानगर ले गये। सरकारी स्कूल से बतौर प्रिंसीपल रिटायरमेंट होने के बाद दोनों की परवरिश की। पेंशन राशि से पढ़ाकर प्रखर को एमबीए करवाई। जो आज करनाल स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत है। जबकि समीर ने होटल मैनेजमेंट में शिक्षा प्राप्त की है।
यशपाल सिंह ने बताया कि अग्निकांड से दो दिन पूर्व वह डबवाली में अपनी बेटी के साथ था। उसके दामाद को तबादले के साथ ही पदोन्नति मिलने वाली थी। जबकि बेटी कमलेश को अध्यापक की सरकारी नौकरी। लेकिन अग्निकांड ने दोनों को एक साथ लील लिया। सोमनाथ बच्चों को बचाते हुये शहीद हुआ। लेकिन सरकार ने उसे शहीद का दर्जा देने में उन्नीस वर्ष लगा दिये। इस देश में शहीदों का सम्मान नहीं अपमान होता है। ऐसा उसे सरकारी स्तर पर पत्र व्यवहार करने पर मालूम हुआ। चूंकि समीर को थर्ड क्लास नौकरी के लिये कई आवेदन किये, लेकिन किसी ने सुनवाई तक नहीं की।
ठंडे बस्ते में आवेदन
डबवाली अग्निकांड से अब तक विभिन्न राजनीतिक दलों की सरकार आ चुकी है। लेकिन किसी ने पलटकर अग्निकांड पीडि़तों तथा उनके परिवारों की ओर नहीं देखा। भूपिंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार में सोमनाथ को शहीद का दर्जा मिलने पर समीर को थर्ड क्लास श्रेणी में सरकारी नौकरी मिलने की आस बंधी। लेकिन मौजूदा मनोहर लाल खट्टर की भाजपा सरकार ने पुरानी सरकार की कार्यवाही पर अंकुश लगाते हुये समीक्षा करने की बात कही है। जिससे उन्नीस वर्षों बाद फिर से तस्वीर धुंधली हो गई है। चूंकि एक बार फिर फाईल ठंडे बस्ते में चली गई है।
अगर अधिकारियों के साथ ऐसा होता है, तो आम के साथ कैसा होगा
रिटायर्ड प्रिंसीपल ने बताया कि अगर एचसीएस अधिकारी को शहीद का दर्जा मिलने में उन्नीस वर्ष लगते हैं। परिवार के किसी सदस्य को नौकरी नहीं मिलती। न्याय मांगने पर राजनीतिकों के आश्वासन मिलते हैं, तो फिर आम व्यक्ति के साथ कैसा होता होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश तथा केंद्र में भाजपा सरकार है। अग्निकांड पीडि़तों की मदद के लिये सरकार को आगे आना चाहिये।

23 दिसंबर 1995 को डबवाली में हुये भीषण अग्निकांड में कुछ ऐसे अधिकारी थे, जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर नन्हें बच्चों की जान बचाई। एक एचसीएस अधिकारी ऐसा था, जिन्होंने तबादला होने के बावजूद अपना फर्ज निभाया। अपने फर्ज के लिये अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। वहीं एक अधिकारी ऐसा भी था, जिसे डबवाली में आये महज तीन दिन हुये थे। अग्निकांड में बेटी को खो देने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल रहते हुये प्रत्येक दिन अग्निकांड पीडि़तों को हौंसला दिया। आज यह अधिकारी हरियाणा पुलिस में एक बहुत बड़े ओहदे पर है। डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर ऐसे अधिकारियों का याद आना स्वाभाविक है। लेकिन उस समय के उपायुक्त एमपी बिदलान से प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त खफा है। जिस तरीके से वे बच्चों को पैरों तले कुचलते हुये भागे थे, वह भी अभी तक अग्निकांड पीडि़तों के जेहन में है।

आईजी अनिल राव के फूलों को नहीं भूले पीडि़त

डबवाली (लहू की लौ) मैं ठीक हो गया हूं, भगवान आपको भी ठीक करेगा। ये विचार हिसार के आईजी अनिल राव के हैं। 1995 में वे बतौर डीएसपी डबवाली में नियुक्त थे। डबवाली अग्निकांड से ठीक तीन दिन पहले ही उन्होंने पदभार ग्रहण किया था। अपनी बेटी सुरभि को डीएवी स्कूल में दाखिल करवाया था। 23 दिसंबर 1995 को वह अपनी बेटी के साथ कार्यक्रम में शरीक हुये थे। कार्यक्रम में उठे आग के बवंडर ने उनकी बेटी को लील लिया। खुद भी जख्मी होकर पीजीआई चंडीगढ़ में पहुंचे। खुद जख्मी होने के बावजूद उन्होंने पीजीआई में दाखिल अग्निकांड पीडि़तों का हौंसला बढ़ाया। दिन की शुरूआत में यह जाबांज अफसर प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त के कमरे में फूल भेजता। साथ में परिजनों के लिये एक मैसेज। खुद की बैड रेस्ट खत्म होने के बाद अनिल राव पीजीआई में प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त से मिले। अपने हाथों से फूल देकर कहा कि जिंदगी फूलों के सामान है। हमेशा खिलखिलाते रहना चाहिये। मैं ठीक हो गया हूं, भगवान आपको भी ठीक करेगा। ये शब्द आज अग्निकांड पीडि़तों को याद हैं। अनिल राव के हौंसले की बदौलत कई अग्निकांड पीडि़त आत्मनिर्भर बने।
डीएसपी से आईजी तक का सफर
अग्निकांड के बाद उनका तबादला कर दिया गया था। वे प्रदेश में विभिन्न जगहों पर रहते हुये पदोन्नति प्राप्त करते रहे। आग का दरिया लांघकर आया यह जाबांज अधिकारी आज हिसार का आईजी है। वे जब भी डबवाली आते हैं, तो अग्निकांड स्मारक पर जाना नहीं भूलते।

मुफ्त कनेक्शन के बाद बिल पर बवाल, लोगों का जोरदार प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत मुफ्त में पेयजल कनेक्शन पाने वाले अनुसूचित वर्ग के लोग चार साल बाद बिल आने पर विरोध में उतर आये हैं। सोमवार को लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के समक्ष हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया।
प्रेम कनवाडिय़ा, फकीर चंद भुराडिय़ा, कृष्ण खटनावलिया, विनोद भुराडिय़ा, मोहन लाल, रामू राम, सुभाष, मंगल, राधेश्याम के नेतृत्व में लोग जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में एकत्रित हुये। एसडीई संकेत शर्मा से सवाल करते हुये लोगों ने कहा कि करीब चार साल पहले उन्हें बगैर कनेक्शन मुफ्त में 200 लीटर पेयजल की टंकी दी गई थी। अब 18 माह का बिल भेज दिया गया है, जोकि अनुचित है। उन्होंने एसडीई से पूछा कि ग्रामीण इलाके में भी इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत कनेक्शन वितरित किये गये थे। फिर उन्हीं पर ही ये बिल क्यों थोपे जा रहे हैं। लोगों को समझाते हुये एसडीई ने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार ही बिल बांटे जा रहे हैं। जिसका भुगतान करना होगा। जिससे लोग तैश में आ गये। बिलों का भुगतान न करने की चेतावनी देते हुये कार्यालय का घेराव कर लिया। लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग तथा हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
बात न मानी तो एसडीएम कार्यालय घेरेंगे
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उपरोक्त योजना के तहत घपला हुआ है। चूंकि उन्हें मात्र पेयजल टंकियां वितरित की गई थी। कनेक्शन के नाम पर एक पाईप दी गई थी। बाद में पेयजल टंकी के पास खड़ा करके फोटो खींच ली गई। अब मुफ्त वाली योजना के बिल भेजे गये हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि मुफ्त कनेक्शन के नाम पर भेजे गये बिलों को वापिस नहीं लिया गया तो वे एसडीएम कार्यालय घेरने पर विवश होंगे।

यह है मामला
इंदिरा गांधी पेयजल योजना वर्ष 2006 में शुरू हुई थी। योजना के अनुरूप कार्य करते हुये विभाग ने वर्ष 2010 में उपमंडल डबवाली में कनेक्शन करके पेयजल टंकियों का वितरण किया था। पूर्व जनस्वास्थ्य विभाग की मंत्री किरण चौधरी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व ग्रामीण क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के बिल माफ कर दिये थे। अब जनस्वास्थ्य विभाग वर्ष 2012 में बनी वाटर पॉलिसी का हवाला देते हुये शहरी क्षेत्र में 18-18 माह के बिल जारी कर रहा है। जिसके विरोध में अनुसूचित वर्ग प्रदर्शन करने पर विवश हो गया है।

उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे बात
वाटर पॉलिसी के तहत ही बिलों का वितरण किया जा रहा है। लोग बिलों का विरोध कर रहे हैं। जोकि उनके हाथ में नहीं। विरोध करने वाले लोग लिखकर दें, जिसे विभाग के उच्च अधिकारियों को भेजा जायेगा। लोग योजना के तहत केवल पेयजल टंकिया मिलने की बात कह रहे हैं, जोकि जांच का विषय है। लेकिन चार साल तक किसी ने आपत्ति दाखिल नहीं की। शिकायत मिलने पर मामले की जांच करवाई जायेगी। जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
-संकेत शर्मा, एसडीई, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

हड़ताल पर रहे फल, सब्जी विक्रेता

डबवाली (लहू की लौ) सब्जी मंडी में रेहडिय़ां लगने के विरोध में गौशाला के नजदीक फल-सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले लोग सोमवार को हड़ताल पर रहे। हड़ताल की सूचना मिलते ही नगर परिषद हरकत में आ गया। परिषद की टीम ने आनन-फानन में सब्जी मंडी पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। टीम को देखते ही रेहड़ी मालिक भाग खड़े हुये। अपनी कार्रवाई के दौरान टीम ने दो लोगों के चालान किये।
एक जगह रेहड़ी लगें
रेहड़ी मालिक अभिमन्यु, विनोद कुमार, नारायण, संजू, विशंबर, नरेश कुमार, सत्यप्रकाश, रिंकू, दशरथ, सोनू, अजय, राजेश कुमार, चरणजीत, संदीप कुमार, सुभाष चंद्र, कमल वर्मा ने नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी को दिये ज्ञापन में कहा है कि प्रशासन के कहने पर वे लोग मुख्य बाजार से हटकर गौशाला के नजदीक आये हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पुन: सब्जी मंडी के भीतर तथा मुख्य बाजार में रेहडिय़ों का लगना शुरू हो गया है। सब्जी मंडी में कुछ प्रभावशाली लोग तथा राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग उन्हें संरक्षण दे रहे है। ऐसे में उनकी रोजी-रोटी छिन रही है। रेहड़ी मालिकोंं ने नगर परिषद को सात दिन का समय देते हुये सब्जी मंडी तथा आस-पास के क्षेत्र से रेहडिय़ां /फड़ी हटवाकर गौशाला के नजदीक निर्धारित जगह पर लगाने की मांग की है।


गौशाला के पास निर्धारित की गई जमीन पर ही रेहड़ी लगेगी। अन्य किसी जगह पर रेहड़ी नहीं लगाने दी जायेगी। सोमवार को दो रहड़ी मालिकों के चालान किये गये हैं। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। गौशाला के नजदीक रेहड़ी लगाने वाले लोगों के साथ ज्याददती नहीं होने दी जायेगी।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली

जरूरतमंदों को दिये गर्म बस्त्र

डबवाली (लहू की लौ) लॉयन कल्ब मंडी डबवाली सुप्रीम द्वारा गत दिवस गरीब लोगों को गर्म वस्त्र वितरित किए गए। क्लब प्रधान नरेश गुप्ता की अध्यक्षता में तीन ईंट भट्ठों गोपाल दास एंड सन्ज़ मसीतां, बलदेव राय एंड सन्ज़ अलीकां तथा वेदप्रकाश एड सन्ज़ पर जाकर गरीब मजदूरों को कल्ब द्वारा 120 कान पट्टी, 110 जुराबें तथा टोपियां वितरित की गई। इसके अतिरिक्त क्लॉथ बैंक में एकत्रित गर्म वस्त्र बच्चों, महिलाओं व पुरूषों को देकर लगभग 150 व्यक्तियों को सर्दी से बचाने में सहायता की।
इस अवसर पर पूर्व जोन चेयरमैन गुरदीप कामरा, लॉयन दीपक सिंगला, सचिव लॉयन मनोहर लाल ग्रोवर, संजीव गर्ग, भूपिन्दर पाहूजा, लायन गुरदीप कामरा, लॉयन राज कुमार मिढ़ा, आशू लूना, योगेश मिढ़ा, अमरजीत अनेजा, लोकेश्वर वधवा उपस्थित थे। 

कर्मचारी बोले सरकार के खिलाफ

डबवाली (लहू की लौ) सोमवार को आल हरियाणा पी.डब्लयू.डी. (पीएच) मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन रजि. 681 की एक बैठक सिविल हस्पताल के बुस्टिंग स्टेशन में चेयरमैन राजकुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें हरियाणा सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की निंदा की गई और कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने में टाल मटोल का रवैया अपना रही है।
कर्मचारियों ने बैठक में बताया कि किसी भी वॉटर वक्र्स पर सामान नहीं दिया जा रहा है। डेलीवेज कर्मचारियों को 1500,2000,3000 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है।  उनके अनुसार एक ही विभाग में एक ही कैडर के डेलीवेजिज कर्मचारियों को अलग-अलग वेतन दिया जा रहा है। जो न्यौचित नहीं है। उन्होंने भेदभाव समाप्त करके सभी को सरकारी नियमानुसार वेतन दिये जाने की मांग की। इस मौके पर पाल सिंह प्रधान वीरचन्द सचिव, राजेश, हेमराज, दुलीचन्द, जयराम, शिवप्रताप, आत्माराम, विनोद कुमार, रूप राम शाक्य आदि उपस्थित थे।

बिश्नोई समाज का सदस्यता अभियान दो चरणों में

डबवाली (लहू की लौ) अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के ग्राम सभा से लेकर अध्यक्ष पद तक के चुनावों को लेकर ग्राम प्रभारियों की एक बैठक सोमवार को बिश्नोई धर्मशाला में कृष्ण लाल जादूदा व डबवाली ब्लॉक के चुनाव प्रभारी राजेंद्र कड़वासरा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य चुनाव प्रभारी रामरख जाखड़ जोधपुर, जिला चुनाव प्रभारी कृष्ण देव पंवार हिसार व राम स्वरूप सिहाग फतेहाबाद विशेष तौर पर पहुंचे। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर स्थानीय चुनाव प्रभारी राजेंद्र कड़वासरा ने कहा कि बिश्नोई समाज के उत्थान के लिए संगठन का मजबूत होना जरूरी है। यह तभी संभव है जब समाज के अधिक से अधिक लोग संगठन से जुड़ें। उपस्थित ग्राम प्रभारियों को आवेदन फार्म उपलब्ध करवाते हुए उन्होंने बताया कि सदस्य बनने हेतू पांच साल के मात्र 10 रुपए व आजीवन सदस्यता के लिए केवल 100 रुपए फीस रखी गई है। बिश्नोई सभा सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने बताया कि सदस्यता अभियान के प्रथम चरण में  1 जनवरी से 15 जनवरी तक व दूसरे चरण में 26 जनवरी से 10 फरवरी तक स्थानीय सभा के सदस्य बनाए जाएंगे।
इस मौके पर गांव सकताखेड़ा से अजय धारणिया, जूतांवाली से कमलेश खीचड़, अबूबशहर से सुशील धायल, आसाखेड़ा से सुनील खीचड़, चौटाला से विनोद भांभू, जंडवाला से भूप सिंह सीगड़, गंगा से रामजी लाल गोदारा, रामपुरा बिश्नोईया से पटेल गोदारा, मौजगढ़ से राजेंद्र सीगड़, विनोद पटवारी, डॉ. एसएन पूनिया, विजय सीगड़, सुरेश धारणिया, मिट्ठू राम सरपंच, जीव रक्षा समिति अध्यक्ष सुरेंद्र गोदारा, ओम प्रकाश रोहज, विजय कुमार नंबरदार, गिदडख़ेड़ा से विनोद तरड़ व अन्य उपस्थित थे।

जरूरतमंद बच्चों को जर्सियां वितरित

डबवाली (लहू की लौ)लायंस क्लब मंडी डबवाली आस्था ने सोमवार सुबह शहर के स्लम एरिया सुंदर नगर में स्थित नव ज्योति पब्लिक स्कूल में 50 जरूरतमंद बच्चों को स्वेटर व जर्सियां वितरित की। वितरण कार्य आस्ट्रेलिया से आई नन्हीं बच्ची प्रिशा व क्लब सदस्यों ने किया। इस मौके पर क्लब प्रधान मुकेश कामरा,सुधा कामरा,प्रकल्प अधिकारी मदन गर्ग ने क्लब द्वारा लगाए जा रहे सामाजिक प्रकल्पों के बारे जानकारी दी। कार्यक्रम में बीएस अरोड़ा, प्रेम गोयल, विजय गर्ग, राजेंद्र छाबड़ा, विक्की जिंदल,चंद्रमोहन जग्गा व नव ज्योति स्कूल के रिपन कुमार व स्वीटी उपस्थित थे।  

23 Dec. 2014





22 दिसंबर 2014

राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही के जुल्मों का शिकार हुई उमा

उन्नीस वर्षों से इंसाफ के लिये जंग लड़ रही अग्निकांड पीडि़ता


डबवाली (लहू की लौ) इस अग्निकांड पीडि़ता की कहानी सबसे जुदा है। जिसे सुनकर आंखें खुद-ब-खुद रो पड़ती हैं। बच्चों को बचाते हुये पति अग्निकांड में शहीद हो गया। पति की मौत के बाद इस पीडि़ता ने राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही के इतने जुल्म सहे कि उसे अदालत की शरण लेनी पड़ी। अदालत से आये फैसले ने इस पीडि़ता की जिंदगी में नई रोशनी दी। लेकिन संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है, अभी भी पीडि़ता राजनीतिकों के साथ अपने हक की लड़ाई लड़ रही है। हम बात कर रहे हैं अग्निकांड में शहीद हुये भागीरथ की पत्नी उमा की। 23 दिसंबर 1995 को भागीरथ बतौर गनमैन एसडीएम सोमनाथ कंबोज के साथ डीएवी स्कूल के कार्यक्रम में मौजूद था।

आग भड़कने पर वह तीन बार एसडीएम को बाहर लेकर आया। अपनी पत्नी तथा बच्चों को आग से बचाने के लिये गये एसडीएम के पीछे चला गया। लेकिन इस बार वापिस नहीं लौटा। हालांकि हर बार आग से बचाते हुये उसने बच्चों को दीवार से बाहर फेंका। आग में खुद झुलसते हुये इस पुलिस कर्मी ने पंद्रह बच्चों को बचाया। हादसे के एक दिन बाद भागीरथ ने जख्मों का ताप न सहते हुये दम तोड़ दिया। मरणोपरांत भागीरथ की इस बहादुरी के लिये 1999 में लखनऊ में आयोजित एक समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सम्मानित किया। पति की बहादुरी का मैडल भागीरथ की पत्नी उमा ने प्राप्त किया। लेकिन राजनीतिकों तथा अफसरशाही के जुल्मों में यह मैडल दबकर रह गया है।
गर्भवती होने पर क्वार्टर से निकाला
उमा पर जुल्मों का सिलसिला 24 दिसंबर 1995 को पति की मौत के साथ ही शुरू हो गया था। उमा के दो बेटे हैं। हादसे के दौरान बड़ा बेटा बलदेव पांच साल का था। जबकि छोटा बेटा सुनील गर्भ में था। पति की मौत होते ही तीन माह से गर्भवती उमा से उसका सरकारी क्वार्टर खाली करवा लिया गया। इस हालत में सड़कों पर आई उमा को उसके परिजनों ने सहारा दिया। सरकार ने एक ओर जुल्म ढहाया। शहीद की पेंशन के रूप में उमा को महज 1045 रूपये प्रतिमाह देने शुरू कर दिये। जिसमें मेडिकल अलाऊंस, बेसिक पे शामिल थी। 1997 में यह पेंशन 1272 रूपये हो गई। दूसरी तरफ एसडीएम सोमनाथ कंबोज के आश्रितों को उनकी पूरी तनख्वाह पेंशन के रूप में मिलने लगी। इसे मुद्दा बनाते हुये वर्ष 2001-02 में उमा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चली गई। मात्र दो हफ्तों की कार्रवाई में हाईकोर्ट ने उसके पक्ष में निर्णय सुना दिया।
खुद के विभाग ने लगा दिया एक साल
बेशक हाईकोर्ट के निर्णय ने उमा को नई ऊर्जा देने का काम किया। लेकिन भागीरथ के खुद के विभाग ने हाईकोर्ट के नियमों को मानने के लिये एक वर्ष लगा दिया। भागीरथ के परिजन इसके लिये ऊंचे ओहदे पर बैठे एक आईएएस अधिकारी से मिले। अधिकारी ने काम के बदले पचास हजार रूपये की रिश्वत मांगी। यह न देने पर उमा को मिलने वाली रकम में से 25 प्रतिशत हिस्सा मांगा। पेंशन न लेने की बात कहते हुये उमा का परिवार वापिस लौट आया। बाद में लड़-झगड़ते वर्ष 2003 में विभाग से पेंशन बढ़ौतरी वाला पत्र जारी करवाया। जिसके बाद 2004 में उमा को 1996 से बकाया चल रही पेंशन के रूप में डेढ़ लाख रूपये मिले।
2007-08 में मिलने लगा हक : विभाग से पत्र जारी होने के बावजूद उमा ने काफी लंबा संघर्ष किया। 2004 से 2008 तक उमा बैंक अधिकारियों के पास इस पत्र को लिये घूमती रही। लेकिन किसी ने एक न सुनी। संघर्ष करते-करते थक चुकी उमा का साथ उसके देवर विनोद कुमार ने दिया। विनोद ने बैंक प्रबंधकों से जवाब तलबी की तो एकाएक पेंशन शुरू हो गई। अब उमा को प्रति माह करीब 16 हजार रूपये पेंशन के रूप में मिल रहे हैं।
यूं पढ़ाया बच्चों को
उमा के अनुसार क्वार्टर से निकाले जाने के बाद उसके परिजनों ने उसकी डिलीवरी करवाई। वह पुन: डबवाली में आ गई। पेंशन राशि से किराये के मकान में रहकर अपने दोनों बच्चों को पढ़ाया। उसके दोनों बच्चे डीएवी संस्थान में पढ़े, जिसमें अग्निकांड पीडि़त परिवारों के लिये मुफ्त शिक्षा मिलती थी। घर का खर्च चलाने के लिये उसने उपमंडलाधीश कार्यालय में नौकरी की। कुछ देर बाद उससे नौकरी छीन ली गई। बाद में विवाह के समय दहेज में मिले दो पशु काम आये। उनका दूध बेचकर बच्चों की परवरिश की। इस वर्ष बड़ा बेटा बी-टेक कर गया है, जबकि छोटा बेटा बीए में दाखिल हुआ है। अदालत में हुये फैसले के बाद जो पैसा मिला, उससे घर बना लिया है।
नौकरी का वायदा पूरा करे सरकार : उमा के अनुसार मदद करने की बजाये गिरगिट की तरह राजनीतिक अपना रंग बदलते रहे हैं। वर्ष 1999 में उसे पुलिस महानिदेशक का एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसके अनुसार पति की मौत के बाद उसके बड़े बेटे को नौकरी देने का वायदा करते हुये एक नंबर जारी करके बालिग होने पर नौकरी के लिये अप्लाई करने के लिये कहा। वर्ष 2000 में फिर एक पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें सरकार के नियमों के फेरबदल का हवाला देते हुये पुलिस विभाग के अधिकारियों ने नौकरी देने से मना कर दिया।
अब गृह मंत्रालय में अटकी है फाईल : उमा ने बताया कि जुलाई 2014 में पुलिस विभाग ने नियमों का हवाला देते हुये उसके बेटे को पुन: मेडिकल परीक्षण देने के लिये कहा। उसके छोटे बेटे सुनील ने मेडिकल परीक्षण दिया। जिसकी फाइल अभी तक गृह मंत्रालय में अटकी हुई है। हालांकि हरियाणा की मौजूदा खट्टर सरकार ने तत्कालीन हुड्डा सरकार के निर्णयों की समीक्षा करने की बात कही है। जिससे एक बार फिर उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।


बच्चों को बचाता शहीद हुआ भाई
मेरा भाई अस्पताल में था। वह बुरी तरह से झुलसा हुआ था। मैं उसे पहचान नहीं पाया। लेकिन उसने मुझे आवाज लगाई। वह कह रहा था कि मैंने बच्चों को बचाकर अपना फर्ज अदा किया है। मैं नहीं बचूंगा। मेरी मौत की खबर मेरी उमा को न देना, वह गर्भवती है। मेरे भाई की शहादत पर बेशक सरकार ने बहादुरी का मैडल देकर सम्मानित किया। लेकिन राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही ने हमेशा जुल्म किये। जो अभी तक जारी हैं।
-विनोद कुमार (भागीरथ का भाई)

युवक पर हमला हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) गांव फुल्लो में इलेक्ट्रिशियन की दुकान करने वाले सन्नी निवासी हैबूआना पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे सिरसा रैफर कर दिया।

ट्रेन से कटकर मरा

डबवाली (लहू की लौ) रविवार शाम को रामबाग के नजदीक डबवाली से संगरिया की ओर जा रही मालगाड़ी के नीचे आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। करीब दो घंटे तक शव पटरी के बीच पड़ा रहा। सूचना पाकर मौका पर पहुंची जीआरपी बठिंडा पुलिस ने शव को कब्जे में करके पोस्टमार्टम हेतू बठिंडा के सिविल अस्पताल में पहुंचाया। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। मृतक के गले में काले धागे में चांदी का लॉकेट डाला हुआ हे। आसमानी रंग की पेंट, सफेद नीली शर्ट, काले रंग की जर्सी पहनी हुई है। मृतक की आयु करीब 35-40 वर्ष बताई जा रही है।

एक ओर सफलता की सीढ़ी चढऩे को तैयार चकजालू

डबवाली (लहू की लौ) शिक्षा में पूर्ण साक्षर गांव अब पेयजल संरक्षण में सौ फीसदी साक्षर होने जा रहा है। गांव की पंचायत ने जनस्वास्थ्य विभाग के पास आवेदन कर 26 जनवरी 2015 से पूर्व गांव में सभी पेयजल कनेक्शन नियमित करने का दावा जताया है। अगर ऐसा हो गया तो गांव को जिला स्तर पर नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा।
जनस्वास्थ्य विभाग अपनी योजना के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र में 85 फीसदी से ज्यादा नियमित कनेक्शन होने पर संबंधित ग्राम पंचायत को आबादी के अनुसार सम्मानित करता है। इस बार नकद इनाम के लिये गांव चकजालू की पंचायत ने दावा ठोका है। इससे पहले भी इस गांव को पूर्ण साक्षर होने का पुरस्कार मिल चुका है। हरियाणा का यह एकमात्र ऐसा गांव है जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी पढ़े-लिखे हैं। यहीं नहीं आज तक ग्रामीणों पर पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। न ही कोई बैंक का कर्जदार है। सौ फीसदी ग्रामीण बिजली बिल भरते हैं। गांव में कोई कच्चा घर नहीं, प्रत्येक गली पक्की है। ग्रामीण नशा नहीं करते, इसलिये शराब का ठेका भी नहीं है। यह गांव चकजालू डबवाली-ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित है। शहर डबवाली से इसकी दूरी करीब 28 किलोमीटर है। अब जल संरक्षण की शिक्षा में अपना झंडा बुलंद करने जा रहा है। इस गांव की एक विशेषता यह भी है कि गांव के प्रत्येक घर में पेड़ है।
आवेदन पर होगा सर्वे
पंचायत के आवेदन पर एडीसी कार्यालय, बीडीपीओ कार्यालय तथा जनस्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम जल्द गांव का सर्वे करेगी। अगर 85 फीसदी से ज्यादा रेगुलर पेयजल कनेक्शन मिलेंगे तो गांव को सम्मानित किया जायेगा। गांव चकजालू खंड स्तर पर सम्मानित होने वाली पहली पंचायत होगी। हालांकि उपमंडल स्तर पर मलिकपुरा तथा टप्पी की पंचायत सम्मानित हो चुकी है।
गांव को तोहफा देने के लिये विभाग तैयार : जनस्वास्थ्य विभाग गांव चकजालू की पंचायत को तोहफा देने के मूड में है। विभाग 87 लाख रूपये की लागत से विस्तारीकरण करने के लिये तैयार है। इसके तहत गांव के जलघर में नया वाटर टैंक बनाया जायेगा। इसके साथ-साथ नई मशीनरी स्थापित की जायेगी। गांव रामगढ़ में नया बुस्टिंग बनाने की योजना है।

आबादी मुताबिक
मिलता है पुरस्कार
आबादी पुरस्कार
1000 10,000
2000 20,000
3000 30,000
4000 40,000
5000 50,000
5000 से ज्यादा 50,000


सर्वे के बाद पुरस्कार: अगर गांव चकजालू में 85 फीसदी नियमित पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य पूरा हो गया तो पंचायत को सम्मानित किया जायेगा। पंचायत का आवेदन आया है। विभागीय टीम जांच करेगी, अगर सर्वे में पंचायत का दावा सही पाया जाता है तो पंचायत नकद पुरस्कार की हकदार होगी।
-संकेत शर्मा, एसडीई,
जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

26 जनवरी से पहले हो जायेगा लक्ष्य पूरा
गांव की आबादी करीब साढ़े 900 है। 550 वोटर हैं। पेयजल कनेक्शनों को नियमित करने के लिये फार्म भरे जा रहे हैं। ग्रामीण सवाल पूछ रहे हैं कि कहीं बिल न आ जाये। अगर पेयजल का बिल न भरना पड़े तो 100 फीसदी लक्ष्य पूरा हो जायेगा। फिलहाल विभाग ने जो फार्म उपलब्ध करवाये हैं, उन्हें बांटा जा रहा है। फार्म भरवाये जा रहे हैं। 26 जनवरी से विभाग का 85 फीसदी नियमित पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य अवश्य पूरा कर लिया जायेगा।
-देवीलाल, सरपंच
गांव चकजालू

युवक से मारपीट, अपहरण का प्रयास

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात को कलोनी रोड़ पर कुछ दबंग युवकों ने फर्टीलाईजर विक्रेता के बेटे से मारपीट करके उसका अपहरण करने का प्रयास किया। खुद को छुड़वाकर भाग रहे युवक का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। युवक डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले बाहर बुलाया, फिर पीटा
फर्टीलाईजर विक्रेता अरूण बंसल ने बताया कि वह वार्ड नं. 11 की श्री अन्नपूर्णा मंदिर वाली गली में रहता है। उसका बेटा दीपक एक निजी विद्यालय में 12वीं कक्षा का छात्र है। शनिवार शाम को ट्यूशन पूरी करके वापिस घर लौटा था। कलोनी रोड़ पर स्नूकर खेल रहा था। इसी दौरान एक युवक उसे बुलाकर रोड़ पर ले आया। वहां पहले से तैयार खड़े पांच-छह युवकों ने उससे मारपीट शुरू कर दी। दीपक से जबरदस्ती करते हुये युवक उसे एक कार के नजदीक ले गये। उसके बेटे को कार में डालकर अपहरण करने का प्रयास किया। खुद को छुड़वाते हुये उसके बेटे ने भागने का प्रयास किया। युवकों ने पीछे से ईंट मारकर उसका सिर फोड़ दिया। आरोपियों में से उसका बेटा एक युवक को पहचानता है। उसके बेटे से मारपीट करके उसका अपहरण करने का प्रयास क्यूं किया गया, वह नहीं जानता। न ही उनकी किसी से दुश्मनी है।
ब्यान दर्ज करने के बाद होगी कार्रवाई-पुलिस
शहर थाना पुलिस के एसआई इंद्राज ने बताया कि दीपक की एमएलआर आई है। उसका ब्यान लेने के लिये वे सिविल अस्पताल में गये थे। अभी दीपक ब्यान देने के काबिल नहीं है। ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

अस्पताल में इलाज के लिये आया बच्चा मिला हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव

डबवाली (लहू की लौ) दस फीट गहरे गड्ढे में गिरकर उपचार के लिये सरकारी अस्पताल में पहुंचा एक पंद्रह वर्षीय बच्चा हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव मिला है। जख्म गहरा होने के कारण फिलहाल बच्चे को सिरसा रैफर किया गया है। डबवाली सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने परिजनों के स्वास्थ्य जांच की बात कही है।
गांव शेरगढ़ में वडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित एक कॉटन फेक्टरी में कार्यरत प्रभु राम का पंद्रह वर्षीय बेटा अली सुबह करीब पांच बजे अपने पिता के लिये चाय लेकर पहुंचा था। मशीन के पट्टे में उलझने से वह दस फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। चिकित्सक ने उसके खून की जांच करवाने की सलाह दी। खून की जांच में हेपेटाईटिस बी पाया गया। प्रभु राम ने बताया कि उसका बेटा चौथी कक्षा का छात्र है। वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। करीब तीन माह पूर्व ही गांव शेरगढ़ स्थित कॉटन फेक्टरी में आये हैं।
पीजीआई रोहतक रैफर होगा
सिविल अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि गड्ढे में गिरने के कारण हुये जख्म का इलाज करवाने के लिये उसे सिरसा रैफर किया गया है। ब्लड जांच में हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव मिला है। एक अन्य लैब से उसके खून की जांच करवाई जायेगी। साथ में उसके पारिवारिक सदस्यों की भी जांच होगी। हेपेटाईटिस बी का इलाज संभव है लेकिन स्थानीय स्तर पर नहीं। मरीज को हीमोग्लोबिन के इंजेक्शन लगते हैं। इसलिये उसे रोहतक स्थित पीजीआई में भेजा जायेगा।

बाईक टकराये, युवक की मौत

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात को गांव पाना के नजदीक सड़क हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि चार युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये। घायलों को उपचार के लिये सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सदर थाना पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है।
गांव पन्नीवाला रूलदू निवासी 23 वर्षीय अमृतपाल उर्फ मालो अपने मित्र कुलविंद्र उफ मनु के साथ पिपली-पाना लिंक रोड़ से बाईक पर अपने गांव लौट रहा था। गांव पाना के नजदीक सामने से आई एक तेजगति बाईक के साथ जोरदार टक्कर हो गई। मौका पर ही मालो की मौत हो गई। जबकि उसके साथी मनु सहित दूसरी बाईक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये। गांव पाना के ग्रामीणों की सूचना पर मौका पर आई एंबुलैंस ने घायलों को उपचार के लिये औढ़ां के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिये सिरसा रैफर कर दिया। मृतक के पिता जगतार सिंह ने बताया कि उसके बेटे मालो ने पल्सर बाईक किश्तों पर ली थी। कालांवाली में बाईक की किश्त अदा करके वापिस लौट रहा था। तभी उपरोक्त हादसा हुआ।
मामले की जांच कर रहे सदर थाना पुलिस के एसआई दया कृष्ण ने बताया कि मृतक के पिता जगतार सिंह के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया। मृतक युवक मजदूरी करता था। दूसरी बाईक पर गांव खुईयांमलकाना निवासी गुरदीप उर्फ नूरी, राजू तथा सर्वजीत सवार थे। नूरी तथा राजू की हालत गंभीर है। दोनों सिरसा के सिविल अस्पताल में दाखिल हैं। जबकि सर्वजीत को इलाज के लिये एक निजी अस्पताल में लेजाया गया है।

गोल चौक को किया चकाचक

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को सुखमंदर सिंह देसूजोधा तथा पटवारी राकेश शर्मा ने खेत राम सेठी स्पोटर््स क्लब के बाल सदस्यों के साथ मिलकर बठिंडा चौक की सफाई कर चौक को चकाचक कर दिया। गौरतलब है कि अतिथि अध्यापक सुखमंदर सिंह ने चौक के रखरखाव के लिये चौक को गोद लिया हुआ है।

अग्निकांड स्मारक पर अखंड पाठ प्रकाश



आज होगा श्री रामायण पाठ का प्रकाश


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी के संदर्भ में रविवार को अग्निकांड स्मारक स्थल पर श्री अखंड पाठ प्रकाश हुआ। 23 दिसंबर को बरसी पर अखंड पाठ का भोग डाला जायेगा।
फूलों से सजाया स्मारक

अग्निकांड स्मारक को फूलों से सजा दिया गया है। श्री अखंड पाठ प्रकाश के मौके पर पहुंचे युवाओं ने अग्निकांड में शहीद हुये बच्चों, महिलाओं तथा पुरूषों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि सोमवार को श्री रामायण पाठ प्रकाश किये जाएंगे। जिसका भोग 23 दिसंबर को पड़ेगा। इस दिन सर्वधर्म सभा आयोजित होगी। इस मौके पर अग्निकांड पीडि़त शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह भुल्लर, पालविंद्र शास्त्री, सुरेंद्र कालड़ा उपस्थित थे।

एक दिवसीय एनएसएस शिविर आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को गांव  अबूबशहर के रा.व.मा. विद्यालय में एनएसएस का एक दिवसीय कैम्प का आयोजन किया। जिस में +1 के 62 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
एनएसएस अधिकारी  प्रदीप पारीक ने स्वयंसेवकों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के विभिन्न प्रावधानों व शिक्षा के अधिकार की जानकारी दी। इसके बाद छात्राओं ने कमरों, बरामदों, छत्तों व प्रांगण की सफाई की। जबकि लड़कों ने विद्यालय में बिखरी ईंटों को एकत्रित किया।  पार्कों की उखड़ी ईटों को लगाया तथा खुदाई की और गुलाब व गेंदों के पौधे लगाये। विद्यालय के बाहर सड़क के दोनों ओर सफाई की।
बाद में भाषण प्रतियोगिता हुई। जिसमें शकीला प्रथम, सपना द्वितीय तथा सिमरन कौर तृतीय रहे।  लड़कों में  सुरेन्द्र कुमार प्रथम, हरपाल द्वितीय तथा सुखविन्द्र तृतीय रहे। इस मौके पर प्रवक्ता सुरजीत बिश्नोई, अनिल बिश्नोई,देवीलाल तथा बृजलाल उपस्थित थे।

नेहरू स्कूल की छात्रा ने पाया पहला स्थान

डबवाली (लहू की लौ) नेहरू सीनियर सेकंडरी स्कूल की  छात्रा प्रियंका सचदेवा ने हिसार में आयोजित डिवीजनल लेवल लीगल लिटरेसी कंपीटिशन में प्रथम पुरस्कार हासिल किया। यह कार्यक्रम19 दिसंबर को हिसार के सोफिया सीनियर सेकंडरी स्कूल में हुआ व प्रियंका सचदेवा ने स्लोगन/स्पॉट पेटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पाया। हिसार की डीईओ मधु मित्तल व चंडीगढ़ से लीगल लिटरेसी ऑफिसर कुलवंत सिंह ने बच्चों को पुरस्कृत किया। प्रियंका को पुरस्कार में प्रमाण पत्र  व 5100 रुपए का चैक दिया गया। इन मुकाबलों में नेहरू स्कूल के छात्र मनदीप व अंकित की डॉक्यूमैंट्री फिल्म राईट ऑफ एजुकेशन की भी प्रशंसा की गई। बच्चों को आशीर्वाद देते हुए स्कूल प्रिंसीपल हरि प्रकाश शर्मा ने कहा कि बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए इस प्रकार की प्रतियोगिताएं काफी लाभदायक होती हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को प्रतियोगिता की तैयारी करवाने में अध्यापक सतीश शर्मा व समता जुनेजा का विशेष योगदान रहा। प्रिंसीपल हरि प्रकाश शर्मा ने बच्चों, अभिभावकों व अध्यापकों को बधाई दी। इस मौके पर जीवन सिंगला व जसविंद्र मनकू उपस्थित थे।

एक्यूप्रेशर से भी संभव है इलाज

डबवाली (लहू की लौ) योगाचार्य गोपाल कृष्ण ने कहा कि बिना दवाइयों के एक्यूप्रेशर से अनेक रोगों का नि:शुल्क ही इलाज पाया जा सकता है।
वे शनिवार देर सायं को लायन क्लब सुप्रीम मंडी डबवाली द्वारा महाराजा पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर के अन्तिम दिन उपस्थित साधकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम तथा श्वास लेने की सही विधि अपना कर हम कई रोगों से बच सकते हैं। वहीं एक्यूप्रेशर से शरीर के मर्म स्थानों में रूकी ऊर्जा पर दबाव देकर कई रोगों का उपचार कर सकते हैं। उन्होंने मौके पर रोगियों पर इस पद्धति का उपयोग करके  उन्हें तुरन्त राहत पहुंचा कर इस का प्रदर्शन किया। उन्होंने न्यौली क्रिया भी करके दिखाई और इसके लाभ से भी अवगत करवाया।
इस मौके पर  सरवाईकिल, घुटने के दर्द, पीठ दर्द से कराह रहे करीब तीन दर्जन रोगियों को तुरन्त राहत भी मिली। उन्होंने विभिन्न प्रकार के दर्दों से मुक्ति दिलाने वाले आसन करवाये और साथ में एक्यूप्रेशर के बिंदुओं का साधकों को प्रशिक्षण भी दिया और मौके पर बिन्दुओं को दबा कर इसकी व्यवहारिकता भी बताई।

22 Dec. 2014