06 मार्च 2010

हजकां कार्यकर्ताओं पर बरसी लाठियां

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा का घेराव करने जा रहे हजारों हजकां कार्यकत्र्ताओं को पुलिस ने जमकर पीटा और सैंकड़ो गाडिय़ां क्षतिग्रस्त कर दी। हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्नोई के हाथ पर गंभीर चोट है और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है।
शुक्रवार प्रात: हजकां के प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 के मैदान में जमा हुए जहां हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल, रामजी लाल सहित अनेक नेताओं ने कार्यकत्र्ताओं को सम्बोधित किया। इस जनसभा के बाद सभी कार्यकत्र्ता कुलदीप के नेतृत्व में विधानसभा की ओर बढऩे लगे और पुलिस द्वारा लगाए गए नाकों को तोड़ दिया। पुलिस ने हजकां कार्यकत्र्ताओं को आगे बढ़ता देखकर उन पर पानी की तेज बौछारें फैंकी और प्लास्टिक की गोलियों से उन्हें रोकने का प्रयास किया। उधर से हजकां कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते हालात इतने गंभीर हो गए कि पुलिस को लाठीचार्ज पर उतारू होना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रोई, उनके सहयोगी दलीप बिश्रोई सहित एक-एक कार्यकत्र्ताओं को जमकर पीटा। इस मारपीट में कुलदीप और देवीलाल के हाथों पर गहरी चोटें आई हैं और अन्य दर्जनों कार्यकत्र्ता बुरी तरह घायल हो गए। दोनों ओर से हुए हमलों में कुछ पुलिस के कर्मचारियों को भी चोटें आईं बताई गई हैं। इन कार्यकत्र्ताओं को खदेड़ कर पुलिस ने कुलदीप बिश्रोई को हिरासत में ले लिया और अज्ञात स्थान पर ले गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रदेशभर से गाडिय़ों में सवार होकर कार्यकत्र्ता सेक्टर 25 पहुंचे थे जहां पुलिस ने एक भी गाड़ी के शीशे नहीं छोड़े और अनेक गाडिय़ों को बुरी तरह तोड़ दिया। कुलदीप बिश्नाोई ने इस सब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सरकार की बौखलाहट है और लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि हजकां कार्यकत्र्ता शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे जो कि उनका लोकतांत्रिक हक है। इसके बावजूद पुलिस ने सरकार के इशारे पर एक-एक कार्यकत्र्ता को जमकर पीटा है। इधर सिरसा में हजकां नेता वीरभान मेहता भी तीन बड़ी गाडिय़ों के काफिले के साथ चंडीगढ़ पहुंचे थे तथा उनकी भी तीनों गाडिय़ां तोड़ दी गई। उनके पुत्र राजन मेहता ने कहा कि सरकार ने डंडे के बल पर प्रदर्शन कर रहे कार्यकत्र्ताओं को रोकने की कोशिश की है और यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। इस घटना के बाद चंडीगढ़ का यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया और चंडीगढ़ के विधानसभा से लेकर सेक्टर 25 तक के रास्तों पर लम्बे जाम लग गए। स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण बन गई।

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