30 मार्च 2010

विद्यार्थी को रोल नम्बर न देने पर प्रिंसीपल तलब

डबवाली (लहू की लौ) सिविल जज कनिष्ठ मंडल (जूनियर डिविजन) डबवाली अमरजीत सिंह की अदालत ने राजकीय महाविद्यालय मंडी डबवाली के बीए फाईनल के एक विद्यार्थी को वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए रोल नम्बर देने से इंकार करने पर 30 मार्च को अपनी अदालत में तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय महाविद्यालय डबवाली के बीए फाईनल के विद्यार्थी आशीष सरदाना पुत्र नानक चन्द सरदाना ने सोमवार को अदालत में एक सिविल शूट दायर करके गुहार लगाई कि वह बीए फाईनल का विद्यार्थी है, वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ने उसका रोल नम्बर जारी कर दिया है। उसकी वार्षिक परीक्षा 2010 से शुरू होने जा रही है। राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसीपल ने उसे यह कहकर रोल नम्बर देने से इंकार कर दिया कि वह एक पेपर से फेल है, उस द्वारा वार्षिक परीक्षा में बैठने पर कॉलेज का परीक्षा परिणाम खराब हो सकता है।
प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाई कि यह उसकी फाईनल परीक्षा है और उसका भविष्य दांव पर है। परीक्षा से वंचित होने पर उसे भारी नुक्सान हो सकता है। उसे रोल नम्बर दिलाया जाये। अदालत ने विद्यार्थी की गुहार सुनने के बाद अपना पक्ष रखने के लिए महाविद्यालय के पिं्रंसीपल को सम्मन भेज कर 30 मार्च को अदालत में प्रस्तुत होने के आदेश दिये हैं।

हादसों में 12 घायल

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब तथा उपमण्डल डबवाली क्षेत्र में हुए सड़क हादसों में 12 जनें घायल हो गये। घायलों में दो महिलाएं तथा दो बच्चे भी शामिल हैं। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
पंजाब क्षेत्र के निकटवर्ती गांव पथराला के पास सोमवार सुबह करीब 4 बजे एक जेन कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। कार में सवार सात जनें घायल हो गये। बताते हैं राजस्थान के जिला गंगानगर के गांव बींज बेला निवासी विक्की राकेश कुमार, उसकी पत्नी रिया तथा बेटा पीयूष, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी वतनभूषण, उसकी पत्नी प्रेरणा तथा बेटी गुडिया माता मनसा देवी के दर्शन करके वापिस घर लौट रहे थे। कार को विक्की चला रहा था। गांव पथराला के पास सामने से आ रहे एक वाहन की तेज लाईट पडऩे के कारण अनियंत्रित हुई कार सड़क किनारे लगे पेड़ से टकराकर पलट गई। घायल कार सवारों को डबवाली जन-सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आर.के.नीना तथा कार्यकर्ता कुलवन्त, बबलू ने सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
उधर उपमण्डल डबवाली के गांव गोरीवाला के पास रविवार देर रात को डबवाली से जीवननगर जा रही एक कार आगे जा रही ट्रेक्टर-ट्राली के अचानक ब्रेक लगा देने से ट्राली में जा भिड़ी। परिणामस्वरूप कार में सवार करनैल सिंह निवासी बठिण्डा, गुरदेव सिंह, बलजिन्द्र सिंह, इकबाल सिंह निवासी कोटली जिला सिरसा, जगसीर निवासी खुईयांमलकाना जिला सिरसा घायल हो गये। कार को खुईयांमलकाना निवासी जगसीर सिंह चला रहा था।

एसडीएम द्वारा कार्य अधूरा छोडऩे पर जाम लगाया

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सोमवार की दोपहर उपमंडल अधिकारी डा. मुनीष नागपाल द्वारा खंड कार्यालय ओढ़ां में नए वोट बनाने का कार्य अधूरा छोड़कर अचानक डबवाली चले जाने के कारण उपस्थित लोगों में रोष फैल गया और उन्होंने एसडीएम और प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आकर जाम लगा दिया जिसका नेतृत्व देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह कर रहे थे।
जाम के कारण आने जाने वाले वाहनों की लंबी लाइन लग गई तथा कुछ गांववासी भी उनके समर्थन में आ गए तथा सड़क के बीचोंबीच बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह तुरंत दल बल सहित मौके पर पहुंचे। इस दौरान देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह, जलालआना के प्रीतम सिंह, सेवा सिंह, ख्योवाली के रामनाथ गोदारा, दलीप सिंह, अटलवीर सिंह और गांव केवल के मनजीत सिंह आदि ने पत्रकारों को बताया कि नए वोट बनाने हेतु आवेदनपत्रों की जांच का कार्य सुचारू ढंग से न होने के कारण 20 गांवों के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। खंड कार्यालय में न तो ग्रामीणों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही पीने के पानी का कोई प्रबंध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीएम मुनीश नागपाल से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि एडीसी सिरसा पंकज चौधरी का डबवाली में एक उद्घाटन कार्यक्रम था जिस कारण कुछ समय के लिए उन्हें उनके साथ जाना पड़ा। लोगों को परेशान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी।

मनरेगा मजदूर भड़के

डबवाली (लहू की लौ) मनरेगा में धांधली और काम न दिये जाने का आरोप लगाते हुए गांव अबूबशहर के सैंकड़ों मजदूरों ने सोमवार को बीडीपीओ डबवाली के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिला मजदूर भी शामिल थीं। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी से आश्वासन मिलने के बाद उग्र मनरेगा मजदूर शांत हुए।
मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल, रमेश, सतपाल, जगवन्त, काला सिंह, जग्गा सिंह, रघुवीर, मिट्ठू, बलवीर, प्रीतो देवी, रूकमणि, रणजीत कौर, जीतो देवी, पारो आदि ने बताया कि मनरेगा योजना शुरू होने से आज तक उन्हें केवल तीन माह ही काम मिला है। मनरेगा मजदूरों ने सहायक पर खाली रजिस्टर पर अंगूठे लगावाये जाने का भी आरोप लगाया। मनरेगा मजदूरों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। सहायक को हटाये जाने की मांग की।
आरोपों सम्बन्धी जब खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी डबवाली राम सिंह से पूछा गया तो उन्होंने उपरोक्त आरोपों को निराधार करार दिया। राम सिंह के अनुसार वे करीब एक वर्ष से डबवाली में बतौर बीडीपीओ कार्यरत हैं। इस अवधि के दौरान मनरेगा मजदूरों ने 5 जोहड़ों की सफाई की। जिस पर 3 लाख 78 हजार रूपये खर्च हुए। योजना के तहत तेजाखेड़ा माईनर की सफाई के लिए तीन दिन पूर्व ही 2 लाख 21 हजार रूपये जारी किये गये हैं। वाटर टैंकों की सफाई के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये का अस्टीमेट तैयार किया गया है। जिस पर कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। मनरेगा मजदूरों की मांग के अनुसार जल्द ही ग्राम सभा की बैठक आमंत्रित की जाएगी। जिसमें सहायक को हटाने सम्बन्धी फैसला लिया जाएगा। मनरेगा का रिकॉर्ड ऑनलाईन है, जो कभी भी किसी भी व्यक्ति द्वारा चैक किया जा सकता है।

शरारती तत्व ने तोड़ा उद्घाटन पत्थर

डबवाली (लहू की लौ) यहां की रामनगर कलोनी में हाल ही मेें कायाकल्प करके नये सिरे से विकसित किये गये लवकुश पार्क के उद्घाटन के संबंध में रविवार शाम को लगाये गये पत्थर को उद्घाटन के पूर्व ही किसी शरारती ने तोड़ डाला। प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश देकर शरारती के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में हाल ही में 9 लाख रूपये की लागत से तैयार करवाये गये लवकुश और राम पार्क का 29 मार्च को उद्घाटन करना था। इस संबंध में दोनों ही पार्कों में  उद्घाटन पत्थर लगाये थे। लेकिन लवकुश पार्क में रविवार शाम को लगाये गये उद्घाटन पत्थर को किसी शरारती ने रात को तोड़ दिया। इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो उनमें हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सोमवार सुबह नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, एमई रमेश कम्बोज, टैक्स सुपरीडैन्ट रामनिवास मौका पर पहुंचे और उन्होंने टूटे हुए पत्थर को मिस्त्री से फिर से जुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली तो नये पत्थर के ऊपर कंप्यूटर से स्टीकर निकलवा कर उद्घाटन की रस्म पूरी की गई।
इस सन्दर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि रात को 11 बजे इस शरारतपूर्ण कार्यवाही की जानकारी मिल गई थी। अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करवा दिया गया। उन्होंने इस कार्यवाही को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि यह वार्ड नं. 11 में पार्क आता है। इस वार्ड में लवकुश पार्क को बने 36 वर्ष हो चुके हैं और इस दौरान कई पार्षद आये हैं लेकिन किसी ने भी पार्क की सुध नहीं ली। अब जबकि कांग्रेस की सरकार ने इन पार्कों की सुध ली तो कुछ शरारतियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उद्घाटन के समय एडीसी पंकज चौधरी से इस संवाददाता ने उद्घाटन पत्थर को तोडऩे वाले शरारतियों पर कार्यवाही के संबंध में पूछा तो उन्होंने हंस कर यह कहते हुए इस प्रश्न के उत्तर को टाल दिया कि अब पत्थर जुड़ चुका है।
वहीं पर मौजूद उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने इस प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह मामले की जांच करवायेंगे और जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
एमई रमेेश कम्बोज ने बताया कि लवकुश और राम पार्क में 5-5 प्रकार के झूले बच्चों के लिए लगाये गये हैं। जिन पर करीब 9 लाख रूपये खर्च आया है। जबकि 5 लाख रूपये और पार्क के बीच सीमेंट कंकरीट प्रीकास्ट टाईल व घास लगाने, लवकुश पार्क में शौचालय बनाने आदि पर खर्च किया जाना है यह राशि भी एडीसी कार्यालय से नगरपालिका के पास पहुंच चुकी है।

एडीसी ने किया पार्कों का उद्घाटन

डबवाली (लहू की लौ) एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में 9 लाख रूपये की लागत से लवकुश तथा राम पार्क का सोमवार को कायाकल्प करते हुए इसे जनता को समर्पित कर दिया।
इस मौके पर पंकज चौधरी ने उपस्थित लोगों से कहा कि इन पार्कों के रखरखाव और संभाल की जिम्मेवारी पार्कों के पास रहने वाले लोगों की है। प्रशासन ने तो पार्कों का कायाकल्प करके इन्हें उन्हें सौंप दिया है।
इस मौके पर वार्ड नं. 11 के पार्षद लवली मेहता तथा वार्ड नं. 12 के रमेश बागड़ी ने  एडीसी को पार्क संबंधी समस्याओं से अवगत करवाते हुए कहा कि पार्क  में पानी के लिए मोटर नहीं है और न  ही बिजली की व्यवस्था है। न ही माली व चौकीदार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्क की चारदीवारी को ऊंचा करवा कर जाली लगवाई जाये। एडीसी ने पार्क में समर्सिबल पम्प लगवाने, माली की व्यवस्था करवाये जाने को तुरन्त सहमति देते हुए दीवार को ऊंचा करने, फब्बारा लगवाये जाने और बैठने के लिए बैंच बनाये जाने जैसे कार्यों का बजट बना कर भेजने के लिए कहा।
इस मौके पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल, पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, उपाध्यक्ष हरनेक सिंह, पार्षद गीता चौहान, ओमप्रकाश बागड़ी, मधु बागड़ी, सुरजीत चावला, पूर्व पार्षद काली मिढ़़ा, बख्तावर मल दर्दी, राजेन्द्र जैन, रमेश बागड़ी, सन्नी बतरा, राकेश बब्बर उपस्थित थे।

28 मार्च 2010

दहेज की बलि चढ़ी कमलेश

डबवाली (लहू की लौ) गांव मोढ़ी में एक विवाहिता को उसके ससुरालजनों ने दहेज की बलि चढ़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने विवाहिता के पिता की शिकायत पर ससुरालियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गांव बणी थाना रानिया के निवासी सरदूल सिंह पुत्र मेहरन राम बाल्मीकि ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी दो बेटियां 22 वर्षीय कमलेश और 20 वर्षीय रजनी की शादी जुलाई 2009 में गांव मोढ़ी के सुजान सिंह के बेटे गुरदास और नवीन के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसने अपनी हैसियत से बढ़ कर दान-दहेज दिया था लेकिन शादी के 3-4 माह बीतने के बाद उनके पति गुरदास, नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा ने उन्हें दहेज कम लाने के ताने मेहने देने शुरू कर दिये।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि यह सारी कहानी उसकी बेटी रजनी ने उसे बताई। लेकिन उसने समझा-बुझा कर ससुराल में रहने के लिए कहा। लेकिन कुछ दिन पूर्व तो रजनी के पति नवीन और ससुर सुजान सिंह ने हद ही कर दी कि उसकी बेटी रजनी को जबरदस्ती उठा कर पानी की टैंकी में फेंक दिया। सरदूल सिंह के अनुसार इसकी शिकायत उसने बिचौलिए कालू राम पुत्र मि_ू सिंह निवासी खाराखेड़ा थाना संगरिया राजस्थान से की। इस पर कालू राम ने उसे बताया कि इसके बाद उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस को दिये ब्यान में शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसकी बेटी कमलेश ने फांसी खा ली है। इसकी सूचना पाकर वह तुरन्त गांव मोढ़ी पहुंचा तो उसने देखा कि कमलेश की लाश बैड पर पड़ी है और उसकी छोटी बेटी रजनी बेहोश पड़ी है।
इस संबंध में थाना सदर डबवाली के प्रभारी भगवान दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कमलेश ने घर में पड़ी पेटी पर चढ़ कर छत के सरिये में चुनरी डाल कर फांसी ली है। पुलिस ने मृतका के पिता सरदूल ङ्क्षसह निवासी बणी की शिकायत पर मृतका के पति गुरदास, देवर नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा के खिलाफ दहेज के लिए तंग करके मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में धारा 304बी/498ए/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 26-27 मार्च रात की है।
मौका पर डीएसपी डबवाली बाबू लाल, एफएसएल के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र कुमार पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया।

27 मार्च 2010

पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई की नजर अब हरियाणा पर!

- आईएसआई ने डबवाली के तस्करों को बनाया अपना गुर्गा
- सिरसा और प्रदेश की पुलिस ले रही है केन्द्रीय खुफिया एजेन्सियों से मदद
डबवाली (लहू की लौ) कश्मीर और पंजाब के बाद अब आईएसआई के निशाने पर हरियाणा भी शामिल हो गया है। इस सम्बन्ध में सिरसा पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। जिस पर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्रीय सतर्कता ब्यूरो के सहयोग से हरियाणा पुलिस आईएसआई के लिए काम करने वाले एक ऐसे गिरोह के गिरेबां तक पहुंच चुकी है। जो राज्य को तबाही की कगार पर लेजाने के मंसूबे बना रहा था। यह राज भी फिल्मी ढंग से खुला और पुलिस अपने सूत्रों के द्वारा ऐसे लोगों तक पहुंच करने में सफल रही। इस पूरे मामले को अभी तक भी गोपनीय रखा जा रहा है। हालांकि यह मामला करीब एक सप्ताह पूर्व उजागर हो चुका है। गुप्त सूचना के अनुसार हरियाणा पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को सिरसा क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जो आईएसआई के लिए काम करने वाले लोगों को जाली आईडी पर सिम कार्ड मुहैया करवाता था। इस सिम कार्ड को भी पकडऩे में पुलिस सफल रही है। यह भी पता चला है कि आईएसआई अपने काम को अंजाम देने के लिए तस्करों का सहारा ले रही है। इस तस्कर गिरोह का क्षेत्र केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि पंजाब, चण्डीगढ़ भी है। सूचना के अनुसार जाली आईडी पर सिम लेने वाले इन तथाकथित तस्करों का सम्बन्ध आईएसआई से सीधे ही जुड़ा हुआ है। इस बात की पुष्टि पुलिस को सिम कार्ड से किये गये फोन नम्बरों से मिल चुकी है। यह भी बताया जा रहा है कि हरियाणा को बर्बाद करने के प्रयास की साजिश रचने वाले इस गिरोह के साथ हरियाणा के एक बड़े राजनेता का भी नाम सामने आ रहा है। यहीं कारण है कि गहराई से मामले की जांच की जा रही है और पुलिस का कोई भी अधिकारी इस सम्बन्ध में मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
उम्मीद है कि शीघ्र ही इस गिरोह का सार्वजनिक पर्दाफाश हो जाएगा और अपनी काली करतूतों की वजह से पूरे विश्व में बदनाम पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई का भेद फिर से संसार के समक्ष होगा। यहीं नहीं बल्कि वे राजनेता भी सामने आ सकते हैं, जो इस गिरोह को सरंक्षण दे रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएसआई से सम्बन्ध रखने वाले इस तस्कर गिरोह का सम्बन्ध डबवाली क्षेत्र के कई तस्करों से है।
बताया जा रहा है कि आईएसआई ने इस क्षेत्र को इसलिए भी अपना केन्द्र बनाया है कि पिछले करीब दो वर्षों से यह क्षेत्र डेरा-सिक्ख विवाद का केन्द्र बना हुआ है। इसी विवाद की आड़ में आईएसआई भी हरियाणा में अस्थिरता पैदा करना चाहती है। आईएसआई के नापाक मंसूबों के उजागर होने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई है और भारत की केन्द्रीय एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।

26 मार्च 2010

जनहित स्टे याचिका पर हरियाणा सरकार तलब

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली उपमण्डल के पांच जनों ने सिविल जज (कनिष्ठ मण्डल)  अमरजीत सिंह की अदालत में एक जनहित स्टे याचिका दायर करके अदालत से पुराने बीडीपीओ कार्यालय में सरकार द्वारा निर्धारित पार्क का निर्माण किये जाने और वहां पर हो रहे निर्माण को रोकने की गुहार लगाई है। अदालत ने इस याचिका को स्वीकार करके अपना पक्ष 26 मार्च को रखने के लिए उपायुक्त सिरसा की मार्फत हरियाणा सरकार, बीडीपीओ डबवाली, पंचायत समिति डबवाली मार्फत चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन शिवराज सिंह को समन जारी करके तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला परिषद सिरसा के पूर्व चेयरमैन और जिला परिषद सिरसा के वर्तमान सदस्य राधेराम शेरगढ़, गुरपाल सिंह पंच शेरगढ़, रणवीर सिंह राणा पूर्व चेयरमैन नगरसुधार मण्डल मण्डी डबवाली, टेकचन्द छाबड़ा पार्षद वार्ड नं. 8 डबवाली, सुखविन्द्र सिंह पार्षद वार्ड नं. 18 मण्डी डबवाली ने 23 मार्च 2010 को एक जनहित याचिका दायर करके अदालत से अनुरोध किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 64 पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की घोषणा के अनुरूप जनहित में पुराने बीडीपीओ कार्यालय मण्डी डबवाली के स्थान पर लोगों के अनुरोध पर एक शॉप कम्पलैक्स तथा एक पार्क बनाया जाना था। जिसे तत्कालीन उपायुक्त सिरसा ने पत्रांक नं. 919, दिनांक 13/4/2003 में एसडीओ सिविल डबवाली को आदेश दिये थे कि वहां पर शॉप कम्पलैक्स और पार्क बनाया जाये। इन्हीं आदेशों को एसडीओ सिविल डबवाली ने पत्रांक नं. 200, दिनांक 15/4/2003 को पंचायत समिति को भेजा था। जिस पर पंचायत समिति डबवाली ने प्रस्ताव नं. 3, दिनांक 16/4/2003 के तहत नेशनल हाईवे नं. 10 पर पार्क के निर्माण और प्रस्ताव नं. 4, दिनांक 21/4/2003 के तहत वहां बनी दुकानों को हटाकर पार्क बनाये जाने को स्वीकृति दे दी थी।
याचियों के अनुसार प्रतिवादियों ने दुर्भावना के तहत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र के तहत पुराने बीडीपीओ कार्यालय में बठिण्डा रोड़ पर सवा 52 फुट गुणा 52 फुट क्षेत्र में बीडीपीओ कार्यालय बनाने के लिए जगह को चिन्हित किया है और पार्क की ओर इसका रास्ता बनाने का प्रयास किया है। जोकि पार्क के सौन्दर्य के लिए उचित नहीं है।
याचियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि पार्क को, पार्क ही बनाया जाना चाहिए और इसमें से किसी प्रकार का अन्य कार्यालय के लिए कोई रास्ता न बनाया जाये। पार्क में बनाये जाने वाले रास्ते पर फिलहाल रोक लगाई जाये।
अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सम्बन्धित पक्षों को समन भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए 26 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।

ड्रग विभाग की मेडीकोज पर छापामारी

डबवाली (लहू की लौ) ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने एसपी स्पैशल स्टॉफ सिरसा के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल के साथ अचानक वीरवार को डबवाली के मेडीकोज पर छापामारी की। उनके डबवाली में प्रवेश करते ही कई कैमिस्ट अपनी दुकानें बन्द करके इधर-उधर हो गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार दवा निर्माता कम्पनी मेडन फार्मा ने स्वास्थ्य विभाग हरियाणा को एक पत्र जारी करके शिकायत की थी कि उसके उत्पाद मोमोलिट की नकल करके बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। कम्पनी ने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक सूची भी जारी की थी। जिसमें संदिग्ध कैमिस्टों के नाम लिखे हुए थे। इसी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर ने कम्पनी की शिकायत पर कार्यवाही करने के लिए कम्पनी द्वारा प्रस्तुत सूची के साथ अपने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों को फैक्स द्वारा जांच के आदेश दिये।
इसकी पुष्टि करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि उनके अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र के सम्बन्ध में ड्रग कंट्रोलर ने जिन कैमिस्टों के नाम संदेह के आधार पर भेजे थे, आज वहीं पर उन्होंने छापामारी की। जिसमें जिन्दल मेडीकोज का नाम था। लेकिन छापामारी के दौरान उन्हें इस मेडीकोज पर नकली मोमोलिट नहीं मिली। बल्कि नशे में प्रयुक्त होने वाली 6 प्रकार की दवाईयां मिली। जिनमें सपाजमा प्रोक्सीवोन, बायरोरेक्स कफ सिरप, केरीसोमा, ओक्सीन-टोक्सीन इंजेक्शन शामिल है। जिन्हें सील कर दिया गया। धानीवाल के अनुसार आरोपी कैमिस्ट राकेश जिन्दल उन्हें इन दवाईयों के सम्बन्ध में सेल-परचेज का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उन्होंने यह भी बताया कि कैमिस्ट शॉप से कुछ दवाईयों के नमूने भी भरे गये हैं।
इसके बाद इस छापामार दल ने चावला मेडीकोज पर दस्तक दी। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार उक्त मेडीकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाले प्रीम स्पास के 9 डिब्बे , 3 रेकोडेक्स कफ सिरप मिली और मेडीकोज मालिक से उक्त दवाईयों का खरीद-बेच का रिकॉर्ड मांगा गया है। धानीवाल ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि वे नशे के सौदागरों पर नकेल कसना चाहते हैं। उनके अनुसार वे इन कैमिस्टों से इस बात की भी पूछताछ कर रहे हैं, कि उन्हें कौन नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां सप्लाई करता है। लेकिन कैमिस्ट इसे बताने के लिए तैयार नहीं है। इधर जिन्दल मेडीकोज के मालिक राकेश जिन्दल ने ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल के समक्ष राज खोलते हुए बताया कि सिरसा से बड़ी मात्रा में नशा मैक्सी कैब और कारों में भरकर डबवाली में आ रहा है। उसने यह भी बताया कि करोड़ों रूपये की इस प्रकार की दवाई डबवाली में पड़ी है। उसने आरोप लगाया कि नगर में दो कैमिस्ट इस काम में लगे हुए हैं। लेकिन विभाग उन पर नकेल कसने में असफल साबित हो रहा है। परंतु हर बार उन्हें निशाना बनाया जाता है। इस मौके पर एसआई रमेश चन्द्र भ्ी उपस्थित थे।

25 मार्च 2010

गूंगी लड़की से छेड़छाड़

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव खाईशेरगढ़ में एक नाबालिग गूंगी लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। ओढ़ां पुलिस ने लड़की के पिता बलबीर राम की शिकायत पर उसी गांव के रवींद्र कुमार पुत्र महावीर के खिलाफ बुरी नीयत से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। बलबीर राम ने अपने बयान में बताया कि उसकी 15 वर्षीय लड़की विनोद कुमारी जो कि बोल नहीं सकती वो अपनी छोटी बहन मलकीत कौर के साथ घास लेने गई थी। जब वो घास काट रही थी तो सरसों के खेत से निकलकर रवींद्र उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा और विनोद कुमारी का हाथ पकड़कर उसे सरसों के खेत में ले जाने लगा कि उसकी छोटी बहन मलकीत ने देख लिया और शोर मचा दिया। शोर सुनकर पड़ोसी खेत वाले किसान मदन लाल व उसके साथी भागकर आए तो उन्हें देखकर रवींद्र कुमार फरार हो गया। दोनों बहनों ने घर आकर यह बात अपने माता पिता को बताई तथा उसके पिता ने ओढ़ां थाना में आकर उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। इस विषय में पूछे जाने पर राजमल एसआई ने बताया कि रवींद्र की तलाश जारी है और उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बच्चों ने उड़ाये हजारों, रिक्शा चालक की आई शामत

डबवाली (लहू की लौ) भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा के बाहर खड़ी एक महिला के पर्स से मंगलवार दोपहर को अज्ञात बच्चे 10 हजार रूपये की राशि उड़ा ले गये। इसकी सूचना पुलिस को दी गई और साथ में रिक्शा चालक को संदेह के आधार पर पुलिस को सौंप दिया गया।
30 वर्षीय आंचल नैय्यर पत्नी राजकुमार नैय्यर निवासी गली सिटी हाई स्कूल वाली मंडी डबवाली ने बताया कि उसका 73 वर्षीय ससुर कुन्दन लाल नैय्यर नहरी विभाग से बतौर तार बाबू सेवानिवृत्त है। वह अपने ससुर के वृद्ध होने के कारण उसके साथ भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा में पेंशन लेने के लिए गई थी। उस दौरान उसे करीब दो घंटे बैंक के अन्य काम निपटाते हुए बीत गये और बैंक से निकलवाई उसके ससुर की 10 हजार रूपये की पेंशन उसने अपने पास रखे पर्स में डाल ली। वह जैसे ही बैंक से बाहर आई तो उसने एक संंदिग्ध लड़की को रिक्शा चालक से बात करते हुए देखा लेकिन मौका पर कोई रिक्शा न पाकर उसे अपने ससुर के साथ उस रिक्शा पर सवार होना पड़ा। जब वह रिक्शा चालक से किराये के संबंध में बातचीत कर रही थी तो इसी दौरान रिक्शा के पास अन्य 4-5 बच्चे भी आ गये। किराया तय होने के बाद वह रिक्शा से अपने घर की ओर रवाना हो गई। घर पहुंच कर जैसे ही उसने अपना पर्स संभाला तो उपरोक्त राशि गायब थी। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी और साथ में संदेह के आधार पर रिक्शा चालक को भी पुलिस को सौंप दिया।
पीडि़ता ने बताया कि जब वह लोग बैंक में थे तो उस समय भी उनके इर्दगिर्द दो लड़कियां मंडरा रही थीं। जब बैंक से बाहर आ रहे थे तो भी एक बच्चे ने उनसे टकराने का प्रयास किया। आंचल ने बैंक पर आरोप लगाया कि बैंक के अधिकारी बैंक व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। उनकी लापरवाही के चलते अनावश्यक रूप से बच्चे बिना किसी कारण के बैंक में घूमते रहते हैं और इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।
इस संबंध में बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक बीएस सरपाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी उन्हें आप से ही मिली है। यदि समय पर ही उन्हें इसकी सूचना दी होती तो वह तत्काल बैंक में लगे कैमरों से उन बच्चों को पहचान उन्हें करवा देते। उन्होंने कहा कि अगर घटना के समय की जानकारी पीडि़त उन्हें दें तो अगर घटना भीतर घटी होगी तो उसकी पूरी वीडियोग्राफी बैंक के कैमरा में मिल जायेगी। इस संबंध में पुलिस भी उनसे कोई सहयोग चाहेगी तो उसे पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्टाफ को इस प्रकार की घटनाओं के संबंध में सतर्क किया हुआ है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि बैंक के बाहर होने वाली घटनाओं पर भी निगाह रखने के लिए बैंक ने बैंक के बाहर जासूसी कैमरा लगाने का निर्णय लिया है।
थाना शहर के एएसआई सत्यनारायण ने इस संबंध में बताया कि पीडि़त शिकायत लेकर उनके पास आये थे और रिक्शा चालक को उन्हें सौंप दिया गया था। पुलिस ने रिक्शा चालक से पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। दूसरा यह कि मुद्दई ने कार्यवाही करवाने से ही इंकार कर दिया।

भाई ने बहन पर गोली चलाई

डबवाली (लहू की लौ) गांव गिदडख़ेड़ा में एक भाई ने गोली चला कर अपनी बहन को घायल कर दिया। जिसे घायल अवस्था में उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
घायल 26 वर्षीय शुगना देवी पत्नी राजेन्द्र कुमार निवासी जण्डवाला बिश्नोइयां ने बताया कि उसकी ननद 25 वर्षीय राज बाला गांव गिदडख़ेड़ा में उसके भाई धर्मपाल के साथ शादीशुदा है। मंगलवार की रात को धर्मपाल और राजबाला के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसकी सूचना पाकर वह तथा उसका पति राजेन्द्र कुमार गांव गिदड़खेड़ा बुधवार सुबह पहुंच गये।
उन्होंने धर्मपाल को समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन गुस्से में आये धर्मपाल ने अपने माता-पिता पर ईंटें फेंकी और बाद में मकान की छत पर चढ़ गया और पिस्तौल से फायर कर दिया। पिस्तौल की गोली से निकले छर्रे उसकी छाती और आंख के निचले भाग पर लगे।
इस संबंध में चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई सूरजभान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें घटना की शिकायत मिली है और वह मामले की जांच कर रहे हैं।
इस सन्दर्भ में घायल का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. राजकुमार ने बताया कि शुगना देवी के छर्रा लगा है या नहीं इसको जानने के लिए पीडि़ता का स्वेब लेकर मधुबन प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया है।

सड़क हादसे में युवक की मौत

डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर पंजाब क्षेत्र के समीपवर्ती गांव मैहना के नजदीक बुधवार सुबह ट्रक-कैंटर टक्कर में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार एक ट्रक रोपड़ से बजरी लेकर गांव सिंघेवाला आ रहा था। जबकि कैंटर दिल्ली से सब्जी लेकर मलोट की ओर जा रहा था। जैसे ही गांव मैहना के पास उपरोक्त दोनों वाहन पहुंचे तो आमने-सामने टकरा गये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक के परखच्चे उड़ गये। दुर्घटना की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे पंजाब पुलिस की हाईव पेट्रोलिंग पार्टी चैक पोस्ट आदनियां के एएसआई गुरमिन्द्र सिंह ने बताया कि दुर्घटना में ट्रक चालक के पांव कट गये और उसे ट्रक के अगले भाग को काटकर निकाला गया। लेकिन उसके साथ बैठे अन्य युवक के मामूली खरोंचे आई। कैंटर में सवार दो जनों को भी चोटें आई। उपरोक्त तीनों घायलों को डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
मिली जानकारी अनुसार डबवाली सिविल अस्पताल से ट्रक चालक 22 वर्षीय मनजिन्द्र सिंह पुत्र गुरनैब सिंह निवासी गांव मैहता थाना तपामण्डी को गंभीर हालत में बठिण्डा रैफर कर दिया गया। लेकिन जख्मों का ताप न सहते हुए बठिण्डा पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया। जबकि कैंटर मालिक घायल 31 वर्षीय विजय कुमार पुत्र चिमन लाल, 25 वर्षीय चालक सुनील पुत्र हंसराज निवासीगण जलालबाद (फिरोजपुर) को सिरसा रैफर कर दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार ट्रक चालक के साथ उसका चचेरा भाई कुलविन्द्र पुत्र बिकर सिंह निवासी मैहता भी बैठा हुआ था। जिसके मामूली खरोचें आई हैं।
मामले की जांच कर रहे लम्बी पुलिस के एसआई बन्ता सिंह ने बताया कि घटना के प्रत्यक्षदर्शी मैहना निवासी छिन्द्रपाल पुत्र गुरजंग सिंह की शिकायत पर कैंटर चालक के खिलाफ धारा 304ए/338/337/427/279आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस ने शव का बठिण्डा के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके वारिसों को सौंप दिया है।

24 मार्च 2010

सिरसा पुलिस को लेने के देने पड़े

श्रीगंगानगर। सिरसा जिला पुलिस के एक दल को स्थानीय पुलिस का सहयोग लिए बिना एक मुल्जिम की धरपकड़ हेतु छापामारी करने पर लेने के देने पड़ गए। इस पुलिस दल को करीब आधा दर्जन अज्ञात व्यक्तियों ने घेर लिया और डंडों से हमला कर दिया। इसमें सिरसा पुलिस दल का नेतृत्व कर रहा सब इंस्पेक्टर घायल हो गए, जबकि उसके साथी पुलिस कर्मियों को भागकर जान बचानी पड़ी। हमलावर अज्ञात व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस दल की सरकारी टवेरा गाड़ी को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस हरकत में आई, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका। हमला करने वालों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
यह घटनाक्रम सोमवार देर रात को हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाना क्षेत्र के डोबी-भागवां गांव के रास्ते में हुआ, जब सिरसा में ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह दल-बल सहित एक मुल्जिम को पकडऩे के लिए छापा मारने जा रहे थे। भादरा पुलिस के मुताबिक सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा थाना में 18 मार्च को धारा 147, 148, 323 व 504 में दर्ज मुकदमे (नं. 38/10) में जांच अधिकारी एसआई विक्रमसिंह को एक अभियुक्त की तलाश थी। उन्हें पता चला कि यह अभियुक्त डोबी या भागवां गांवों में रणवीरसिंह नामक व्यक्ति के किसी ठिकाने पर शरण लिये हुए हैं। जब यह मुल्जिम डोबी गांव में नहीं मिला तो पुलिस दल भागवां के लिए रवाना हो गया। रात्रि करीब 10 बजे भागवां गांव पहुंचने से कुछ पहले सफेद रंग की सैंटरो कार में आये 5-6 व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस की टवेरा (एचआर 57-3345) को रोक लिया। यह व्यक्ति बेसबॉल के बैट व डंडों आदि से लैस थे, जिन्होंने टवेरा के रूकते ही उसमें सवार पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह हमलावरों के हत्थे चढ़ गया, जबकि उसके साथी पुलिसकर्मी भाग छूटे। इन पुलिस कर्मियों के शोर मचाने पर आसपास की ढाणियों के लोग भागकर आये, जिन्हें आते देखकर हमलावर भाग खड़े हुए।
भादरा पुलिस के अनुसार एसआई विक्रमसिंह ने अपने ऊपर हुए हमले की सूचना सिरसा पुलिस के अधिकारियों को दी। सिरसा पुलिस अधीक्षक ने इस बारे में हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक को बताया, तब भादरा थाने में इस घटनाक्रम की जानकारी मिली। भादरा थाने से पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना हो ही रहा था, तभी घायल एसआई विक्रमसिंह अपने दल सहित थाने में पहुंच गया। इसी बीच नोहर से डीएसपी नैविल क्लार्क भी आ गए। एसआई विक्रमसिंह की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात हमलावरों पर धारा 332, 353, 382 और पीडीपीपी एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा (138/10) किया गया। डीएसपी नैविल क्लार्क ने भादरा थाना के सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण को साथ लेकर दल बल सहित डोबी एवं भागवां गांवों और आसपास की ढाणियों में रात भर छापे मारे, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका।
एसआई विक्रमसिंह द्वारा दर्ज करवाये गए मुकदमे की जांच कर रहे एसआई सत्यनारायण ने बताया कि रात को अंधेरा होने के कारण सिरसा पुलिस दल हमलावरों की कार के नंबर नहीं देख पाया। अलबत्ता पता चला है कि सफेद सैंटरो के नंबर डीएल से शुरू होते हैं। दिल्ली के नंबरों वाली सैंटरों की इस क्षेत्र में तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज विक्रमसिंह का उपचार करवाया गया और एक्सरे करवाये जाने पर पता चला कि उनके एक हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। इस हाथ पर डंडे से प्रहार किया गया था। उन्होंने बताया कि विक्रमसिंह के साथ आये सिपाही राजेंद्र (1021), टवेरा चालक विनोद (947), सिपाही जगदीश (513), सुरेश (413) के चोट नहीं लगी। यह सभी सुरक्षित हैं। हमलावरों ने टवेरा को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। उसकी लाइटें और शीशे तोड़ दिये।
सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण ने बताया कि सिरसा पुलिस के इस दल ने इस क्षेत्र में मुल्जिम की गिरफ्तारी करने के लिए छापामारी करने की पूर्व सूचना न तो भादरा थाने में दी और न ही भिरानी थाने को। अगर यह पुलिस दल इन दोनों थानों में से किसी एक में पूर्व सूचना देकर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर जाती, तो शायद यह घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि पूर्व सूचना न देकर और स्थानीय पुलिस को साथ न ले जाकर इस पुलिस दल ने बहुत बड़ी गलती की है।

सीएम ने कहा, लोगों को गुमराह कर रहे विपक्षी नेता

डबवाली (सिरसा)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को विपक्ष की भूमिका पर ही सवाल खड़ कर दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं है। जो स्वयं को विपक्षी पार्टी के नेता कह रहे हैं, वे वास्तव में विपक्ष की भूमिका अदा न कर सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री मंगलवार को पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह के पुत्र अमित सिहाग की शादी क े प्रीति भोज में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने विधानसभा सत्र के दौरान बेतुका सवाल उठाकर विधानसभा का समय बर्बाद करने के साथ-साथ लोगों को भी गुमराह करने का प्रयास किया है। डबवाली में अग्निकांड के बाद घोषणा के अनुरूप सिविल अस्पताल में अभी तक बर्न यूनिट स्थापित न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घोषणा केंद्र सरकार की थी न कि हरियाणा सरकार की। इसलिए इस घोषणा के तहत काम भी केंद्र सरकार ही कराएगी। विधायक अजय सिंह चौटाला द्वारा उन पर क्षेत्रवाद को बढ़वा देने के आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने क्षेत्रवाद और परिवारवाद को बढ़वा दिया है, वही इस तरह के आरोप लगाते हैं।
पंजाबी भाषा के अध्यापकों की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय के 10 विद्यार्थी उन्हें यह लिखकर दे देंगे कि वे पंजाबी पढ़ना चाहते हैं, उस विद्यालय में तत्काल पंजाबी अध्यापक की नियुक्ति की जाएगी। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि हालांकि, यह काम राज्यपाल का है, फिर भी वे इसके लिए प्रयास करेंगे। एचएसजीपीसी के बारे में उन्होंने कहा कि हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा की रिपोर्ट आ चुकी है, लेकिन कुछ कानूनी अड़चने हैं। इन अड़चनों के दूर होते ही एचएसजीपीसी का रास्ता साफ हो जाएगा।
बिजली की किल्लत के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए बाहर से आठ रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी जा रही है। अगर किसानों को उनकी खरीदी गई जिंस का 72 घंटे के भीतर भुगतान नहीं होता है तो संबंधित खरीद एजेंसी के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में नगर परिषद और पंचायत चुनावों के संबंध में उन्होंने कहा कि ये चुनाव पार्टी के चुनाव चिह्न पर ही लड़ जाएंगे या बिना पार्टी चुनाव चिह्न के, इस पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर प्रो. संपत सिंह भी मौजूद थे

22 मार्च 2010

बिजली को लेकर मसीतांवासी भड़के

डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के किसान रविवार को अचानक हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लि. के गांव डबवाली स्थित कार्यालय में आ धमके। चल रही बिजली में बार-बार ट्रिपिंग की समस्या और निगम के एक अधिकारी पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए किसानों ने नारेबाजी भी की। जबकि बिजली विभाग के सम्बन्धित अधिकारी ने किसी प्रकार की अभद्रता से इंकार किया है।
गांव मसीतां के किसान सर्वजीत सिंह, मनजीत सिंह दलहे पूर्व सरपंच, गमदूर सिंह नम्बरदार, दर्शन सिंह, वीरेन्द्र सिंह, कुलविन्द्र सिंह, पिरती सिंह, मेजर सरां, काकू सरां आदि ने बताया कि बिजली निगम द्वारा उनको जो लाईट दी जा रही है, वह भी शैड्यूल मुताबिक नहीं दी जा रही। शैड्यूल अनुसार उनको मिलने वाली बिजली में भी एक-दो घण्टे का कट लगा दिया जाता है। इसके अतिरिक्त ट्रिपिंग अलग से होती है। जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया कि जब इस सम्बन्धी उन्होंने निगम के एसडीओ जी.डी. मैहता से सम्पर्क किया तो उन्होंने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। किसानों ने मैहता तथा बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी भी की। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लि. के एसडीओ जी.डी. मैहता ने किसी भी ग्रामीण के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने से साफ इंकार करते हुए कहा कि ट्रिपिंग को लेकर उनके पास फोन अवश्य आया था। जिसका उन्होंने उचित उत्तर दिया। उनके अनुसार ट्रिपिंग का लोड अधिक या कम होने से कोई सम्बन्ध नहीं होता। बल्कि लाईन में अचानक फाल्ट आने से ऐसा होता है। मैहता के अनुसार गांव मसीतां को बिना किसी समस्या के बिजली मिले इसके लिए सम्बन्धित फीडर को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है। इस अवसर पर दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के एसडीओ गुलशन वधवा भी उपस्थित थे।

भाभी ने देवर पर लगाया घर को आग लगाने का आरोप

डबवाली (ल$हू की लौ) गांव मिठड़ी बुधगिर की मनप्रीत कौर पत्नी गुरचरण सिंह ने लम्बी पुलिस को एक शिकायत देकर अपने देवर मनजीत सिंह पर उसे जलाने के लिए उस पर मिट्टी का तेल डालने का आरोप लगाया है और साथ में यह भी कहा है कि वह उसका घर का सामान जला गया।
मनप्रीत कौर ने बताया कि उसका पति गुरचरण सिंह दुबई गया हुआ है और पीछे से उसकी सास, देवर और ननद उससे मारपीट करते हैं। लेकिन शुक्रवार की रात को उसे अकेले पाकर उसका देवर मनजीत सिंह उसके घर आया और उसकी पहले पिटाई की फिर से उसे तेल डाल कर जलाने का प्रयास किया। लेकिन वह अपने बेटे सहित भाग कर गांव में जा पहुंची और बच गई।
शिकायतकात्री के अनुसार पीछे से उसका देवर उसके घर के सामान को जला गया। उसने आरोप लगाया कि उसका देवर उससे नशे के लिए पैसे की मांग करता है। शिकायत में उसने यह भी आरोप लगाया है कि आग से उसका टीवी, बैड, फ्रिज, पेटी, अलमारी जल गई तथा उसे संदेह है कि उसका देवर उसकी सोने की चैन, अंगूठियां व कड़ा आदि भी ले गया।

लोक अदालत में 114 में से निपटाए 77 केस

बनवाला (जसवन्त जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा में स्थित राजकीय प्राथमिक कन्या विद्यालय में शनिवार को लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एसडीजेएम महावीर सिंह की अदालत में 20 दीवानी, दो चैक बाऊंस, एक रिकवरी, 20 मोटर वाहन व 9 छोटे मुकदमों सहित कुल 53 मुकदमे आए जिनमे से 49 मुकदमे मौके पर निपटाए गए तथा जेएमआइसी अमरजीत सिंह की अदालत में 56 दीवानी, 3 आबकारी अधिनियम, दो मोटर वाहन सहित कुल 61 मुकदमे आए जिनमे से 28 का मौके पर निपटारा किया गया। इस लोक अदालत में 10 हजार 500 रुपए जुर्माने की रिकवरी की गई और 60 इंतकाल मंजूर किए गए। इस अवसर पर एडवोकेट जेएस दंदीवाल, युधिष्टर शर्मा, जसविंद्र सिंह, एसके गर्ग, बीएस यादव, एसके मेहता, जगदीप सिंह, बलजीत सिंह, आइडी मेहता, कमलजीत कंबोज, जीपीएस बराड़, राजेश यादव, महावीर सिंह, अमनदीप विर्क व कानूनगो मनोहर लाल सहित अन्य वकील उपस्थित थे। इस अवसर पर ग्राम सरपंच दलीप सिंह व ग्राम पंचायत सदस्यों सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए और न्यायधीशों व वकीलों का स्वागत किया। मंच का संचालन करते हुए एडवोकेट युधिष्टर शर्मा व बलवंत यादव ने बताया कि ग्रामीण लोक अदालत में समय व धन की बचत होती है और इसमें न किसी की हार व जीत होती है। इस अदालत में निपटाए गए केसों की आगे अपील भी नहीं की जा सकती। लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए उपमंडीलीय मुक्तकालीनी सेवा समिति डबवाली के सदस्य सुरेंद्र गर्ग व जसविंद्र सिंह ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अधिनियम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के अनुसार एक वर्ष में 365 दिन माने जाते हैं जिसमें बेरोजगार लोगों को सौ दिन का रोजगार सरकार की ओर से दिया जाता है। जसविंद्र सिंह ने जजों का स्वागत करते हुए कहा कि कहा कि इस लोक अदालत के ज्यादा से ज्यादा केस निपटाए जाएं ताकि लोगों को बार बार अदालत के चक्कर न लगाने पड़ें।

महंगाई का विरोध : बिना दूध और चीनी के चाय पिलाई

डबवाली (लहू की लौ) देशव्यापी मंहगाई का विरोध शनिवार को डबवाली भाजपा ने अनूठे अंदाज से किया। यहां के बस स्टैण्ड पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लोगो को बिना दूध और चीनी की चाय पिलाई एवं राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के नाम मंहगाई के खिलाफ ज्ञापन पर हस्ताक्षर करवाये। भाजपा की चाय और बढ़ती मंहगाई से खफा अन्य राजनैतिक दलों से संबधित लोग भी ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते देखे गये।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्षा रेणू शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि बेकाबू मंहगाई से त्रस्त भारत की जनता के सामने जहां अपने परिवार के लालन-पालन का संकट खड़ा हो गया है, वहीं कांग्रेस की सरकार के मंत्री इस समस्या के प्रभावी निदान की जगह जमाखोरी कर अपनी जेबें भरने में लगे हैं।
डबवाली भाजपा प्रभारी सतीश जग्गा, कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रभारी एस.डी.कपूर, मण्डल महामंत्री बलदेव सिंह मांगेआना आदि वक्ताओं ने कांग्रेस सरकार को कोसते हुये कहा कि आम आदमी का नारा देकर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस के राज में आज आम आदमी अपने बदहाली पर खून के आंसू रो रहा है और केन्द्र सरकार की फाईव स्टार केबिनेट हर मौके पर नकारा साबित हो रही है। हस्ताक्षर अभियान में भाजपा के वरिष्ठ नेता हेमराज बांसल, कृष्ण ग्रोवर, नरेश बागड़ी, प्रवेश घई, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शकुन्तला बरेजा, शकुन्तला बागड़ी, कृष्ण कीनिया, राम किशन मैहता, डा. रितेश शर्मा, नन्द लाल, मन्नू राम शर्मा, रणधीर सिंह पन्नीवाला, जंगीर सिंह दिवानखेड़ा, पूर्ण चन्द, दाता राम, सतीश गर्ग सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

बर्थ-डे पर लगाया चिकित्सा शिविर

डबवाली। यहां के स्पेयर पार्टस विक्रेता दरिया सिंह नामधारी ने गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मन्दिर में अपने जीवन के 50 वर्ष पूरे होने पर अनोखे ढंग से अपना जन्मदिवस मनाया। इस मौके पर भारी संख्या में नामधारी के दोस्त, रिश्तेदार व जान पहचान के लोग उपस्थित थे।
दरिया सिंह नामधारी के जन्मदिवस के संदर्भ में शनिवार को गुरूद्वारा में रखे गये श्री सुखमणि साहिब के पावन पाठ का भोग डाला गया। इसके बाद प्राकृ तिक चिकित्सक अमर सिंह शास्त्री तथा सुभाष चन्द शास्त्री के सानिध्य में आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में रोगियों की मुफ्त रजिस्टे्रेशन की गई। जिनका इलाज डबवाली के सतयुग आरोग्य  मन्दिर में 10 दिन तक नि:शुल्क किया जायेगा।
इससे पूर्व दरिया सिंह के जन्मदिवस पर बोलते हुए रणजीत सिंह एडवोकेट ने कहा कि कुछ लोग देश में पिछले कुछ समय से समाज को तोडऩे की साजिश रच रहे हैं फिर भी समाज को जोडऩे वालों की कमी नहीं है। उनके अनुसार दरिया सिंह ने एक स्थान पर सभी धर्मों के लोगो को केवल इक्ठ्ठा ही नहीं किया बल्कि नि:शुल्क शिविर लगाकर बीमार पड़ रहे लोगो को मार्गदर्शन देने का प्रयास भी किया है ताकि वे लोग बीमारियों से बच सकें।
उन्होंने कहा कि हमेशा अच्छी बात को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उनके अनुसार 90 प्रतिशत लोग आज कल तनाव के कारण रोगग्रस्त हैं और उन्हें सही मार्ग दिखाये जाने की जरूरत है। उनके अनुसार तनाव का कारण भी हमारे इर्द-गिर्द का वातावरण ही है। उन्होंने पत्रकारों से अनुरोध किया कि वह समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ अपनी कलम को ओर तीखी करें। रणजीत सिंह एडवोकेट ने लोगों को सचेत किया कि अगर हिन्दुस्तान रूपी नाव को बचाना है तो भाईचारा स्थापित करना होगा और भाईचारे में बाधक तत्वों से अलग थलग करना होगा।
गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा के प्रधान बघेल सिंह ने कहा कि अच्छाई उस समय ही प्रकट होती है जब ईश्वर कृपा करता है। गो सेवक रामलाल बागड़ी ने कहा कि हमें हमेशा ही धार्मिक रीतियों के अनुसार जन्म दिन मनाना चाहिए, ताकि हमारे बच्चों में अच्छे संस्कार पैदा हों और वह बड़े होकर अच्छे नागरिक बनें।
प्राकृतिक चिकित्सक अमर सिंह शास्त्री फरीदाबाद ने शिविर प्रारम्भ होने से पूर्व बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने का मूल सूत्र आहार में छुपा हुआ है। जब हमारी जीवन शैली में किसी प्रकार की विकृति आती है तो रोग पैदा होता है। फिर इसमें सही ढंग से उपचार न करके बल्कि इसे दवा से दबाने का प्रयास किया जाता है, जो बाद में केवल घातक रोगों का कारण ही नहीं बनता बल्कि हमारी मौत का कारण बन जाता है। उन्होंने मरीजों को आश्वस्त किया कि शिविर के 10 दिन में वह उन्हें प्राकृतिक तरीके से जीने की शैली बताकर रोगो से राहत दिलाने का प्रयास करेंगे। उनके अनुसार नहाना, भोजन करना और सोना शरीर की दैनिक क्रियाओं को नियमानुसार करना भी रोग से मुक्ति का कारगर उपाय है।
इस मौके पर कुमार चन्द्रिका आश्रम स्कूल प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कृष्ण जाखड़ ने आर्गेनिक खेती और गोपालन के बारे में बताया और वायुमण्डलीय प्रदूषण के प्रभाव की जानकारी दी।
इस मौके पर फतेह सिंह आजाद, बहादुर सिंह कूका ने भी अपने विचार रखे। जबकि मंच का संचालन बंटी गोयल ने किया। इस कार्यक्रम में नगर के अनेक गणमान्य व्यक्ति भारी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मन्दिर की प्रबन्धक कमेटी के प्रधान सुखविन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।

20 मार्च 2010

सैक्स रैकेट का भंडाफोड़

सिरसा। सिटी पुलिस ने पुरानी हाउसिंग बोर्ड के पास बने अशोक विहार में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक दलाल, तीन लड़कों व दो लड़कियों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस को किसी मुखबिर से सूचना मिली थी कि अशोक विहार में कमरा किराए पर लेकर कुछ लोग देह व्यापार का धंधा चला रहे हैं। सूचना मिलने पर थाना शहर प्रभारी हंसराज ने टीम का गठन किया और एक पुलिस कर्मचारी को फर्जी ग्राहक बनाकर भेजा। सौदा पटने पर फर्जी ग्राहक बनकर गए पुलिसकर्मी ने इशारे से पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने मौके से हिसार के रहने वाले लड़कियों के दलाल विक्रम, फतेहाबाद के दो युवकों रामेश्वर व हनुमान के साथ कोलकाता की दो लड़कियों सुनीता व माया को इम्मोरल ट्रेफिक एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया। सभी को आज शाम कोर्ट में पेश कर दिया गया।

गुमनाम पत्र के जरिये डॉक्टर से मांगे 5 लाख

डबवाली (लहू की लौ) गांव चट्ठा के एक आरएमपी डॉक्टर को गुमनाम धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद बुधवार रात को डबवाली पुलिस में खलबली मच गई और आनन-फानन में मुस्तैद पुलिस ने नाकाबंदी करके आरोपी को पकडऩे के लिए अपना जाल भी बिछा दिया। लेकिन आरोपी नहीं पहुंचा।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गांव चट्ठा के एक आरएमपी डॉक्टर को एक गुमनाम पत्र मिला था। जिसमें लिखा था कि वह 5 लाख रूपये की राशि निर्धारित स्थल पर पहुंचा दे। अन्यथा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। आरएमपी डॉक्टर ने इस मामले को पुलिस के सुपुर्द रख दिया। पुलिस ने गुमनाम पत्र को गंभीरता से लेते हुए बताये गये स्थल को चारों ओर से घेर लिया। सूत्रों के अनुसार डीएसपी बाबू लाल के नेतृत्व में थाना सदर प्रभारी भगवान दास तथा डबवाली पुलिस के अन्य अधिकारियों को अलग-अलग डयूटी लगाकर चौकन्ना कर दिया गया। पूरी रात पुलिस नाकाबंदी लगाये बैठी रही। लेकिन धमकी देने वाला नहीं पहुंचा।
इस सम्बन्ध में जब डीएसपी बाबू लाल से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि धमकी भरा पत्र गांव चट्ठा के एक आरएमपी डॉक्टर को मिला था और इस संदर्भ में पुलिस ने पूरी तरह से चौकसी बरतते हुए आरोपी को पकडऩे का जाल बिछा दिया था। उनके अनुसार डॉक्टर से गुमनाम पत्र के जरिये 5 लाख रूपये की मांग की गई थी। फिलहाल एतिहात के तौर पर पुलिस को चौकस रहने के आदेश दिये गये हैं। इधर थाना सदर प्रभारी भगवान दास ने भी धमकी भरे पत्र की पुष्टि की और उन्होंने कहा कि संभव है कि किसी शरारती ने यह शरारत की हो। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने पूर्ण नाकाबंदी की और अब भी चौकसी बरते हुए है।

19 मार्च 2010

बस मालिक और उसके बेटे की पिटाई करने पर कांग्रेसियों ने थाना पर दिया धरना

डबवाली (लहू की लौ) यहां के बस स्टैंड के बाहर एक प्राईवेट बस के मालिक और उसके बेटे को एक एएसआई द्वारा बिना किसी कारण के पीटने के आरोप में बुधवार रात को कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने शहरी कांग्रेस प्रधान नवरतन बांसल के नेतृत्व में धरना दे दिया तथा उस पर कार्यवाही का आश्वासन मिलने के बाद ही धरना छोड़ा।

शहर कांग्रेस प्रधान नवरतन बांसल के अनुसार बुधवार शाम को कर्म सिंह और उसका बेटा अपनी हनुमानगढ़ जाने वाली बस की देखभाल के लिए बस अड्डा पर आये थे और जैसे ही बस को हनुमानगढ़ के लिए रवाना करने लगे तो उस में एक शराबी सवार हो गया। जिसे उन्होंने ले जाने से इंकार कर दिया। इतनी देर में वहां पर एएसआई मनफूल सिंह आ धमका जो कि शराब के नशे में धुत्त था। उसने आन देखा न तान और कर्मसिंह को पीटने लगा। जब उसके बेटे ने उसे इस हरकत से रोका तो वह उस पर भी टूट पड़ा।
बताते है कि बाद में उन दोनो को थाने ले गया। वहां भी उनसे बदतमीजी से पेश आया। हालांकि थाना प्रभारी के रूप में कार्यरत एसआई कृष्ण लाल ने भी उसे समझाया कि यह शरीफ आदमी है और तूं इसे क्यों यहां लाया है। इसकी जानकारी पा कर मौका पर शहरी कांग्रेस प्रधान नवरतन बांसल के नेतृत्व में करीब 30 कांग्रेसी वहां पहुंच गये और उन्होंने एएसआई की डाक्टरी करवाने तथा उसके खिलाफ बिना किसी वजह के बस मालिक और उसके बेटे को पीटने के आरोप में केस दर्ज करने की बात कही। कर्म सिंह ने पुलिस को लिखित शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई। इस पर मौका पर डीएसपी बाबू लाल भी पहुंच गये और उन्होंने स्थिति को देखते हुए एएसआई मनफूल सिंह के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये। एसपी सिरसा के आदेश पर उसे तत्काल प्रभाव से निलिम्बत करने के आदेश भी उन्होंने जारी किये। लेकिन थाना शहर से आरोपी एएसआई डीएसपी के आने की सूचना पाकर पहले ही फरार हो चुका था। शराबी पुलिस कर्मी द्वारा बिना किसी कारण के एक बस अपरेटर की पिटाई किये जाने से लोगो में पुलिस के खिलाफ गहर रोष व्याप्त है। डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उन्हें इस संदर्भ में शिकायत मिली थी और उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को एएसआई के निलम्बन की सिफारिश की है।

अंग्रेजों के खेल को पदमश्री क्यों!

डबवाली (लहू की लौ) कबड्डी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले कर्नाटक के बीसी सुरेश ने खिलाडिय़ों की पीड़ा को जाहिर करते हुए कहा कि कितनी बड़ी विडम्बना है कि भारतीय खेल कबड्डी, हॉकी में स्वर्ण पदक पाने वालों को केवल अर्जुन अवार्ड पर ही संतोष करने को मजबूर किया जाता है, जबकि अंग्रेजों के खेल क्रिकेट में पचासा ठोकने वाले को पदमश्री पुरस्कार से नवाजा जाता है।
वे वीरवार को जोधपुर में सम्पन्न एक कबड्डी टूर्नामेंट जीतकर वापिस कर्नाटक लौटते समय डबवाली में सतनाम सिंह नामधारी के निवास स्थान पर कुछ समय रूके थे और इसी दौरान पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कबड्डी में भारतीय खिलाडिय़ों द्वारा बटोरी की गई प्रशंसा का व्यख्यान करते हुए कहा कि वे 1990 में कबड्डी के अन्तर्राष्ट्रीय खेल के मैदान में उतरे थे। सन् 2002 में कोरिया में हुई 14वें एशियन खेल में उसे भारत की ओर से कबड्डी खेलने का मौका मिला। जिसमें भारतीय टीम ने विजयश्री पाई और इसके बाद 2003 में मलेशिया में सम्पन्न हुई एशियन चैम्पियनशिप में भारतीय कबड्डी टीम ने फिर विजय गाथा दोहराई। वर्ष 2004 में मुम्बई में हुए कबड्डी के पहले वल्र्ड कप में भी भारत ने अपना परचम लहराया। इसके बाद वर्ष 2006 में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें भारत की कबड्डी टीम के कप्तान पद पर सुशोभित होने का मौका मिला। उनकी कप्तानी में वर्ष 2006 में इरान में सम्पन्न हुई एशियन चैम्पियनशिप में टीम स्वर्ण पदक जीतकर वापिस लौटी।
बीसी सुरेश ने बताया कि अब तक वे अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में 6 बार गोल्ड मैडल तथा नेशनल चैम्पियनशिप में 8 बार गोल्ड मैडल प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों की टीस को पत्रकारों को अनुभव करवाते हुए कहा कि भारतीय खेलों में जो जगह कबड्डी को मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिली। जिसके कारण भारत का यह मूल खेल आज क्रिकेट के मुकाबले में फिसड्डी बना दिया गया है। जबकि उत्तर भारत में अभी भी कबड्डी का क्रेज है और उत्तर भारत की सरकारें कबड्डी खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करती हैं, इसके विपरीत दक्षिण भारत में कबड्डी को दोयम दर्जे का खेल समझा जाता है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण में कबड्डी के प्रति लोगों में उत्साह पैदा हो और अच्छे खिलाड़ी बाहर जाकर देश का नाम रोशन करें, इसके लिए उन्होंने कर्नाटक में बीसी रमेश के नाम तले एक अकादमी की स्थापना की है। वर्ष 2009 में उन्हें स्टेट बैेंक ऑफ मैसूर ने डिप्टी मैनेजर के पद पर सम्मान देकर जो उसके लिए किया अब वह इसके अहसान के रूप में बैंक की ओर से कबड्डी खेल भी रहा है तथा साथ में कबड्डी का प्रशिक्षण भी अपने साथी खिलाडिय़ों को दे रहा है।

कीड़ेमार दवा मिले होने के संदेह में पेयजल आपूर्ति रूकवाई

डबवाली (लहू की लौ) गांव सुकेराखेड़ा में गांव के वाटर वक्र्स की डिग्गी के पानी में कीड़ेमार दवा मिले होने की आशंका को लेकर बवाल उठ खड़ा हो गया। जिसके चलते फिलहाल जनस्वास्थ्य विभाग ने पेयजल की आपूर्ति रोक दी है।
गांव सुकेराखेड़ा की सरपंच पार्वती देवी के पति ओमप्रकाश ने बताया कि नरेगा के तहत गांव के वाटर वक्र्स के पास खाल सफाई का काम चल रहा है। बुधवार शाम को करीब 5 बजे नरेगा मजदूरों ने वाटर वक्र्स की डिग्गी से एक व्यक्ति को कीड़ेमार दवाई के ड्रम से पानी लेजाते हुए देख लिया। इसकी सूचना उन्होंने उसे दी और उसने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौका पर पुलिस ने पहुंचकर पानी की आपूर्ति रूकवा दी। इधर इसकी सूचना पाकर वीरवार को गांव के पूर्व सरपंच पवन मैहता, तोता राम, गगनदीप, मदन लाल, साहब राम मौका पर पहुंचे और उन्होंने मौके की नजाकत को देखते हुए इसकी सूचना जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर गणेशी लाल चौटाला को दी। गणेशी लाल ने मौका पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि पानी के सैम्पल लेकर टैस्ट के लिए प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। जब तक प्रशासनिक अधिकारी पेयजल आपूर्ति के आदेश नहीं देते, तब तक गांव में पेयजल की आपूर्ति जनहित में रोके रखी जाएगी। गणेशी लाल ने यह भी बताया कि अक्सर ग्रामीण बिजली न होने के कारण वाटर वक्र्स की डिग्गियों से पानी भरते रहते हैं। संभव है कि किसी ने डिग्गी से पानी भरा हो और मजदूरों को प्रयुक्त किया गया ड्रम कीड़ेमार दवाई का होने का संदेह हुआ हो।

उपकरण उठाने आया डॉक्टर बैंरग लौटा

डबवाली (लहू की लौ) यहां के सिविल अस्पताल से नेत्र रोग सम्बन्धी उपकरण स्थानांतरित करने के विरोध में इनेलो, हजकां और खेत मजदूर यूनियन के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सामान उठाने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार औढ़ां के सीएचसी से आंख रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमित जैन डबवाली के सिविल अस्पताल में पड़े आंख रोग जांच के उपकरणों को उठवाने के लिए निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा, पंचकूला के आदेश पर आये थे। लेकिन इसकी भनक इनेलो के रणवीर राणा, टेकचन्द छाबड़ा, गुरजीत सिंह, शिवजी राम बागड़ी, अमरनाथ बागड़ी, हजकां के कृष्ण लोहमरोड़, सुल्तान सिंह बैनीवाल, निर्मल सिंह धारणियां, खेत मजदूर यूनियन के कामरेड गणपत राम, मण्डी मजदूर यूनियन के विक्की चोरा, विजय खनगवाल को मिली तो वे अस्पताल में इक्ट्ठे हो गये और उन्होंने उपकरणों से भरी गाड़ी को रोक लिया और उसके आगे धरना पर बैठ गये तथा हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनेलो नेता रणवीर राणा तथा हजकां नेता कृष्ण कुमार लोहमरोड़ ने डबवाली के सिविल अस्पताल को रैफर अस्पताल की संज्ञा देते हुए कहा कि अगर हरियाणा सरकार ने डबवाली के प्रति अपनी नीति को नहीं बदला तो यहां के लोग सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाने को बाध्य होंगे।
इन नेताओं ने कहा कि सरकार को चाहिए कि डबवाली के सिविल अस्पताल में आंख रोग विशेषज्ञ, बर्न स्पैशलिस्ट, हड्डी रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ नियुक्त किये जायें। इन नेताओं ने आशंका प्रकट की कि सरकार धीरे-धीरे डबवाली में विकास के लिए बनाये गये कार्यालयों को यहां से समाप्त करके बाहर स्थानांतरित कर रही है। कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार ने आते ही जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सीयन कार्यालय को बाहर स्थानांतरित कर दिया। अब अस्पताल को स्थानांतरित करने की योजना बनाकर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की नीति पर चल रही है। उन्होंने आगाह किया कि डबवाली के लोग लावारिस नहीं है। वे अपना अधिकार लेना जानते हैं।
इस मौके पर लोगों के विरोध के चलते एसएमओ को स्थानांतरित किया जा रहा सामान वापिस अस्पताल में रखना पड़ा।
एसएमओ डॉ. विनोद कुमार महिपाल से जब इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सामान को अस्थाई रूप से उच्च अधिकारियों के आदेश पर भेजा जा रहा था और सरकार को डबवाली के सिविल अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति के लिए लिखा जा चुका है और विशेषज्ञ की नियुक्ति होते ही इस सामान को वापिस लाया जाना था।
इधर लोगों के सिविल अस्पताल में इक्ट्ठा होने की सूचना पाकर एसआई कृष्ण लाल परदेसी तथा एएसआई कैलाश चन्द्र अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे।

60 वर्षीय दूल्हे से ठगी

नई नवेली दुल्हन व बिचोलन ने हजारों रूपये व जेवरात उड़ाये
डबवाली (लहू की लौ) 60 वर्षीय एक बूढ़े को अपनी उम्र से करीब आधी उम्र की महिला से शादी रचाना उस समय महंगा पड़ा, जब वह शादी रचाकर उससे हजारों रूपये की नकदी और सामान उड़ा ले गई।

ऐलनाबाद निवासी 60 वर्षीय गुरदीप सिंह पुत्र चरण सिंह ने बताया कि उसके कोई औलाद नहीं है। औलाद प्राप्ति के मोह में उसने अपनी पत्नी की सहमति से अन्य के साथ शादी रचाने का मन बनाया। इसके लिए उसने गांव के ही शेरा नामक एक व्यक्ति से सम्पर्क किया। शेरा ने उसकी बातचीत गांव नरसिंह कलोनी निवासी गुड्डी नामक एक महिला से करवाई और उसे उसकी होने वाली दुल्हन भी दिखाई गई। पीडि़त ने बताया कि 24-25 फरवरी की शाम को अचानक अमरजीत कौर निवासी चकेरियां हाल नरसिंह कलोनी अपनी साथी गुड्डी के साथ अचानक उसके निवास पर पहुंची और खुद को शगुन के रूप में 10,000 रूपये की राशि व हजारों रूपये के जेवरात डलवाकर लौट आई।
पीडि़त गुरदीप सिंह के अनुसार 3 मार्च को उसकी शादी तय हो गई। लेकिन तय शादी पर अमरजीत कौर ने एक अन्य लड़की रानी को उसके साथ दुल्हन के रूप में भेज दिया। लेकिन 5 मार्च को रानी नामक महिला अपने मायके चकेरियां जाने के बहाने 10 हजार रूपये की नकदी व घर में पड़े सूट उड़ा ले गई और वापिस नहीं लौटी। रानी नामक यह महिला अमरजीत कौर को अपनी मां बताती थी।
इधर आरोपी अमरजीत कौर ने बताया कि यह सब नरसिंह कलोनी में रहने वाली गुड्डी नामक महिला का किया धरा है। उसके अनुसार कुछ दिन पूर्व गुड्डी ने उसे अपने घर बुलाया और उसकी भेंट गांव मल्लेकां के शेरा नामक एक व्यक्ति से करवाई। वे लोग आपस में किसी व्यक्ति से बड़ी ठगी मारने की बात कर रहे थे। अमरजीत कौर के अनुसार योजना के मुताबिक गुड्डी व शेरा नामक व्यक्ति ने नरसिंह कलोनी में (गुड्डी के निवास स्थान पर) उसे दुल्हन के रूप में पेश कर दिया। लेकिन बाद में उसने रानी निवासी चकेरियां को मल्लेकां निवासी गुरदीप सिंह की दुल्हन के रूप में पेश करके उसे उसके साथ भेज दिया।
उपरोक्त घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए गांव नरसिंह कलोनी के सरपंच जसपाल सिंह ने बताया कि पीडि़त गांव मल्लेकां निवासी गुरदीप सिंह ने ठगी की शिकायत उससे की। जिस पर उन्होंने तत्काल पंचायत बुलाकर इस मामले को रखा। इस मौके पर गांव नरसिंह कलोनी की पंचायत के सदस्य जसपाल सिंह, तेजा सिंह, मनजीत कौर, महिन्द्र कौर सहित मेघराज पटवारी भी उपस्थित थे। सम्बन्धित पक्षों के ब्यान जाने गये। दूल्हे गुरदीप सिंह से ठगी होने की बात सामने आई। सरपंच के मुताबिक उपरोक्त महिलाओं ने दूल्हे से करीब 40 हजार रूपये की नकदी, जेवरात व सामान आदि ठगा है।

17 मार्च 2010

14 क्विंटल चूरा पोस्त सहित दबोचा

डबवाली (लहू की लौ) डीएसपी (आर) बठिंडा बलजीत सिंह सिधू ने कहा कि पुलिस नशों पर नकेल कसने के लिए संकल्पबद्ध है। इसी संकल्प के तहत संगत क्षेत्र में नाकाबन्दी के दौरान पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए एक ट्रक में लेजायी जा रही 35 बोरी चूरा पोस्त पकड़ी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि एक ट्रक में भारी मात्रा में चूरा पोस्त पंजाब में लाया जा रहा है। इसी मुखबरी के आधार पर थाना संगत के प्रभारी संदीप सिंह भाटी तथा चौकी आनन्दगढ़ प्रभारी एएसआई जसकरण सिंह ने सोमवार की रात को चकअतर सिंह वाला में नाका लगा कर चैकिंग शुरू कर दी। जिसके दौरान मुखबरी में बताया गया ट्रक चालक सहित काबू कर लिया गया। जिसकी तालाशी लेने पर ट्रक में रखी 35 बोरी चूरा पोस्त मिली जिसका कुल वजन 14 क्विंटल 3 किलो 500 ग्राम निकला। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस ट्रक में सवार चार अन्य व्यक्ति पीछे आ रही एक स्कारपियों में फरार होने में सफल रहे। जिनमेें से दो की पहचान राजवीर सिंह पुत्र तारा सिंह निवासी बाज़क (संगत), गोरा सिंह निवासी गोबिन्दपुरा के रूप में की गई है।
गिरफ्तार किये गये ट्रक चालक संदीप सिंह पुत्र हरबन्स सिंह निवासी हररायपुर थाना नुइयांवाली को मंगलवार को बठिंडा अदालत में पेश करके अदालत से तीन दिन का पुलिस रिमांड ले लिया। रिमांड में पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और उनको शरण देने वाले स्कारपियो में कौन लोग थे। कहां से यह चूरा पोस्त लायी गई और इसे पंजाब में किस-किसको सप्लाई करना था।

तीन वर्षीय बच्चे की जोहड़ में डूबने से मौत

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब क्षेत्र के नजदीकी गांव फरीदकोट (बठिण्डा) में मंगलवार को एक तीन वर्षीय बच्चे की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई। मिली जानकारी अनुसार गांव के सुखदेव सिंह का तीन वर्षीय बेटा शंकर आज अचानक एससी कलोनी में बने जोहड़ में गिर गया। जिसे तुरन्त डबवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने पंजाब सरकार से पीडि़त परिवार को मुआवजा दिये जाने की मांग की है।

कितने हैं जो दूसरों को प्रेम देते हैं-जैन साध्वी

डबवाली (लहू की लौ) अढाई अक्षर प्रेम के लिए हर कोई यह अभिलाषा करता है कि हर जन मुझे से प्रेम करे यह बात जैन साध्वियों उज्ज्वल कुमारी, सूरज प्रभा तथा डा. लवण्यायशा ने लगभग एक माह से नित्य चलने वाली सांयकालिन कथा के दौरान कहे। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से यह सवाल किया कि हर कोई प्रेम तो चाहता है परन्तु कितने हैं जो दूसरों को प्रेम देते हैं। परन्तु उन्होंने यह चिन्ता भी व्यक्त की कि प्रेम करें किससे। क्या भजन गाने से, हाथ मिलाने से प्रेम हो जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रेम तब होता है जब हम अंदर से सरल हो जाते हैं। किसी भी वस्तु को तब तक हासिल नहीं किया जा सकता जब तक हम पूर्ण रूप से उसका मूल्य नहीं दे देते। उसी प्रकार हम पूर्ण समर्पित हुए बिना न तो किसी से प्रेम पा सकते हैं और न हीं किसी को प्रेम दे सकते हैं।
भगवान को पाने के लिए भी हमें द्रौपदी की तरह पूर्ण समपर्ण करना होगा। उन्होंने बताया कि द्रौपदी को भी भगवान ने चीर तभी प्रदान किया जब उसने दोनों हाथ उठाकर स्वयं को पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया।
हम जब तक अपने मन में अनुराग नहीं जगाते और जब तक क्रोध, काम, मोह, माया का त्याग नहीं करते तब तक परमात्मा का प्रेम नहीं मिलता। यदि हम मैले दर्पण में अपना चेहरा देखेंग तो वह भी हमें सुन्दर दिखाई नहीं देगा। हम भले ही सुन्दर हों। अर्थात् हमें अपने-अपने मन रूपी दर्पण को सदैव साफ रखना होगा तभी हम प्रेम पा सकते हैं और तभी हम प्रेम दे भी सकते हैं। व्यक्ति स्वयं को प्रेम करना सीखे तो ही वह प्रेम लेेने का अधिकारी बन सकता है।

15 मार्च 2010

नानकशाही कलेण्डर में बदलाव करके बादल डाल रहे हैं सिक्ख कौम में दरार-चीमा

डबवाली (लहू की लौ) यहां की सिक्ख संगत ने नानकशाही संवत के अनुसार नया वर्ष मनाते हुए रविवार को गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा से एक दस्तार मार्च आयोजित किया और नई पीढ़ी को सिक्खी के बारे में जानकारी दी।
इस दस्तार मार्च से पूर्व शिरोमणि अकाली दल पंच प्रधानी अमृतसर (पंजाब) प्रदेश महासचिव हरपाल सिंह चीमा ने नानकशाही कलेण्डर का विमोचन किया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 2003 में अकालतख्त से नानकशाही कलेण्डर को जारी किया गया था। लेकिन अब शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी अमृतसर इसमें कुछ परिवर्तन करके धूमाशाप कलेण्डर जारी कर रही है। जो उन्हें स्वीकार नहीं है और इस प्रकार से दो-दो कलेण्डर जारी करके सिक्ख कौम को बांटने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने इस परिवर्तन के पीछे बादल परिवार की भूमिका बताते हुए कहा कि नानकशाही कलेण्डर में वोटों की राजनीति के चलते बदलाव किया जा रहा है। बदलाव में संक्रांति और गुरूपर्वो को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी के चुनाव आने ही वाले हैं और उनका प्रयास है कि बादल विरोधी सभी गुटों को एकत्रित करके इन चुनावों में भाग लेकर वर्षों से एसजीपीसी और सिक्ख संस्थानों पर कुंडली मारे बैठे बादल परिवार को खदेड़ा जा सकें। उन्होंने कहा कि सिक्खों को उतना खतरा बाहर से नहीं है, जितना खतरा भीतर बैठे बादल जैसे लोगों से हैं। जिन्होंने लगातार सिक्खी को नुक्सान पहुंचाया है।
उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह भी कहा कि पंजाब में अब 1984 के दंगों को लेकर कोई तलखी नहीं है। उनके अनुसार उस समय भी और अब भी बादल परिवार का ही एक ड्रामा था। उनके अनुसार अब 25 वर्ष के बाद सुखबीर सिंह बादल को 1984 के दंगों की याद आई है और इसमें दोषियों को सजा दिलाने की बात कही जाने लगी है। जबकि सच यह है कि बीजेपी सरकार के केन्द्र में होते हुए सुखबीर बादल केन्द्रीय मंत्री थे। उस समय 1984 के दंगों पर वे कुछ नहीं कर पाये और अब कभी हरसिमरत कौर से और कभी स्वयं इस सम्बन्ध में ब्यान देकर सिक्खों के जख्मों को हरे करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर उपस्थित श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविन्द्र सिंह खालसा ने कहा कि दस्तार सिक्खी की आत्मा है और इस दस्तार ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेकिन बहकावे में आकर कुछ युवा इस दस्तार से मुंह मोड़ चुके हैं। उन्हें वापिस लौट आना चाहिए।
उन्होंने डेरावाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा, पंजाब और केन्द्र की सरकारें डेरावाद को बढ़ावा दे रही हैं। डेरावाद सिक्खी की आड़ में युवा पीढ़ी को सिक्खी से दूर कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि 22 मार्च 2009 से शुरू हुए धर्म युद्ध मोर्चे की 21 मार्च को मनाई जा रही वार्षिकी पर 101 सिक्खों का जत्था बाबा हरदीप सिंह के नेतृत्व में अकालतख्त तलवंडी साबो से डेरा सलावतपुर की ओर कूच करेगा। यह जत्था पाखंडवाद के द्योतक सलावतपुरा डेरा पर ताले जड़ेगा।
इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल पंच प्रधानी अमृतसर के जिला पटियाला अध्यक्ष गुरमीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के जिला सिरसा के उपप्रधान जस्सा सिंह सोढ़ी, गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मन्दिर के प्रधान सुखविन्द्र सिंह, सुरजीत सिंह, कुलवन्त सिंह, सुरेन सिंह, कंवलजीत सिंह, मनदीप सिंह, मनिन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।

राजा राम अग्रवाल धर्मशाला ट्रस्ट के खिलाफ जनहित याचिका

डबवाली (लहू की लौ) गांव गोरीवाला के दो लोगों ने राजा राम अग्रवाल धर्मशाला ट्रस्ट, डबवाली के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करके न्यायालय से गुहार लगाई है कि वर्तमान ट्रस्ट पारिवारिक ट्रस्ट बनकर रह गया है और इसके पदाधिकारियों को हटाकर इस ट्रस्ट को पब्लिक हित में बनाया जाये।

गांव गोरीवाला निवासी रामनाथ पुत्र मोहन लाल पुत्र परस राम और कृष्णा देवी पत्नी रामनाथ ने न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में सीपीसी की धारा 92 के तहत राजा राम अग्रवाल धर्मशाला ट्रस्ट, डबवाली (रजि.) को चुनौती देते हुए अपनी याचिका में कहा है कि इस ट्रस्ट को राजा राम अग्रवाल की 1944 में मृत्यु के बाद उनकी स्मृति में उनकी विरासत को संभालते हुए कस्तूरी लाल और मोहन लाल निवासीगण गोरीवाला ने 30-07-1945 में बनाया था। जिसमें ट्रस्ट को चैरिटेबल और धार्मिक प्रकृति का घोषित किया गया था। इस ट्रस्ट के पास इस समय गांव गोरीवाला और डबवाली नगर में करीब 25 दुकानें, स्कूल, धर्मशाला और 529 कैनाल भूमि है।
याचि ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि ट्रस्ट के नियमानुसार ट्रस्ट के नाम जो भूमि है, उसे आम पब्लिक के लिए प्रयोग में लाया जाना था। लेकिन अब इस ट्रस्ट को एक ही परिवार ने अपनी निजी सम्पत्ति मानते हुए अपने अधिकार क्षेत्र में ले रखा है। कस्तूरी लाल की मृत्यु के बाद इस ट्रस्ट को बाबू राम पुत्र कस्तूरी लाल का खानदान ही संभाल रहा है और इसी परिवार में से प्रधान, सचिव व अन्य सदस्य हैं। जबकि उनके (मोहन लाल) परिवार से किसी को सदस्य नहीं मनाया गया है। याचियों ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि पिछले 20 वर्ष से संस्था के चुनाव नहीं हुए हैं। याचियों ने अपनी गुहार में कहा है कि आय-व्यय का ब्यौरा भी कभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस ट्रस्ट को ट्रस्ट की भावनाओं के अनुसार न रखे जाने के चलते इसके पदाधिकारियों को हटाकर इसे पब्लिक हित में बनाया जाये।
याचिका दायर करने से पूर्व याचियों ने अदालत से सीपीसी की धारा 92 की अनुमति लेकर ही इस याचिका को दायर किया है। अदालत ने याचिका को विचारार्थ स्वीकार करते हुए पदाधिकारियों और ट्रस्ट सहित 9 को नोटिस भेजकर 13 अप्रैल को अपना पक्ष अदालत के समक्ष रखने के आदेश दिये हैं।

14 मार्च 2010

अग्निकांड पीडि़तों को उपचार के लिए सुविधा बहाल

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा डबवाली अग्निकांड में झुलसे हुए घायलों को उपचार के लिए पूर्व निर्धारित दस अस्पतालों में उपचार करवाने की सुविधा बहाल करने पर डबवाली अग्निकांड पीडि़त संघ ने उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।
ज्ञात रहे कि 9 नवंबर 2009 को उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले में घायलों के उपचार के लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के अलावा पीजीआई चंडीगढ़ के साथ साथ एम्स में उपचार करवाने की सुविधा प्रदान की थी। जिस पर अग्रिपीडि़त संघ की ओर उनकी अधिवक्ता अंजू अरोड़ा ने पुर्नविचार याचिका दायर कर उपचार के लिए पहले से निर्धारित दस अस्पतालों को सूचीबद्ध किये जाने की गुजारिश की थी। जिस पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रोगियों की परेशानी को देखते हुए वह सुविधा बहाल कर दी।
संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने उच्च न्यायालय के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के बाद घायल पहले वाले अस्पतालों से ही अपना उपचार जारी रख सकेंगे।

सड़क हादसे में किशोर की मौत

डबवाली (लहू की लौ) गांव चकजालू के बस अड्डा के पास शनिवार को कार और मोटरसाईकिल की भिड़न्त में मोटरसाईकिल पर सवार एक किशोर की मौत हो गई। जबकि चालक घायल हो गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार एक कार ऐलनाबाद साईड से गोरीवाला की ओर आ रही थी कि गांव चकजालू के बस अड्डा के पास कार ने सामने से आ रहे एक मोटरसाईकिल में टक्कर मार दी। दुर्घटना में मोटरसाईकिल चालक राजकुमार पुत्र मुंशी राम निवासी रत्ताखेड़ा घायल हो गया। जबकि उसके 13-14 वर्षीय लड़के अनिल कुमार की मौका पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद कार सवार कार को वहीं छोड़कर भाग गये।
इधर गांव अहमदपुर दारेवाला का राम सिंह बस से नोहर जा रहा था कि जब उसने इस घटना को देखा तो तत्काल बस से उतरकर घायल को अपने प्रयासों से अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद राजकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
सूचना पाकर मौका पर पहुंची गोरीवाला पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने हीरा लाल पुत्र मुंशी राम के ब्यान पर मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।

जाली आईडी पर कनैक्शन देने वाला काबू

डबवाली (लहू की लौ) गोरीवाला पुलिस चौकी ने जाली आईडी पर कनैक्शन लेकर धोखादेही करने के तीन आरोपियों में से मुख्य आरोपी को काबू करके डबवाली की न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में पेश किया जिसे पुलिस ने एक दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया।

प्राप्त जानकारी अनुसार रिसालियाखेड़ा निवासी लखविन्द्र सिंह ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि उसने सुशील कुमार पुत्र बनवारी लाल व उसकी दुकान पर काम करने वाले पवन कुमार को चार फोटो और अन्य कागजात देकर एयरटेल कम्पनी के दो सिम लिये। जब उसने आरोपियों से यह पूछा कि उन्होंने उसकी चार फोटो और चार राशन कार्ड की फोटो स्टेट कापियां क्यों ली हैं तो उस समय उन्होंने बताया था कि यह फार्मों के साथ लगाई जानी जरूरी हैं। लेकिन कुछ दिन बाद ही गोरीवाला पुलिस चौकी से पुलिस कर्मी उसके तथा रवि कुमार के घर आये। उन्होंने उन्हें बताया कि उनकी आईडी के नाम से दो सिम जारी हुए हैं और वहां से किसी औरत को धमकी दी गई है। इस पर मुद्दई के अनुसार उसने सफाई देते हुए कहा कि उनके नाम पर प्रयुक्त किये जाने वाले फोन न. 99968-97281 तथा 99968-96837 उसने लिये ही नहीं। खोज करने के बाद पता चला कि सुशील कुमार ने इस नम्बर के सिम अपने ही परिवार के पंकज कुमार पुत्र संतोष कुमार निवासी रिसालियाखेड़ा को दिये हुए थे। जिससे कौशल्या नामक महिला के लैंड फोन पर धमकी दी गई थी।
पुलिस ने लखविन्द्र सिंह की शिकायत पर आईडी व फोटो आदि का दुरूपयोग करते हुए उससे धोखादेही करने के आरोप में गांव रिसालियाखेड़ा के सुशील कुमार, ऐलनाबाद के पवन कुमार तथा रिसालियाखेड़ा के पंकज कुमार के खिलाफ धारा 420/465/468/471/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आरोपियों में से सुशील कुमार को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया और अदालत ने पुलिस की याचिका पर अन्य आरोपियों की तालाश के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड देने के आदेश दिये।

12 मार्च 2010

बिजली को लेकर ग्रामीणों का हल्ला बोल

डबवाली (लहू की लौ) शैड्यूल अनुसार बिजली न मिलने से गुस्साये गांव मसीतां के ग्रामीणों ने वीरवार को दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम डबवाली मण्डल अभियन्ता के कार्यालय के समक्ष धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया।
गांव मसीतां के सर्वजीत सिंह, मनजीत सिंह दलेह, बलविन्द्र सिंह, दर्शन सिंह, बलतेज सिंह, मेजर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, गुरबचन सिंह, करनैल सिंह, अवतार सिंह, वीरेन्द्र सिंह, कुलविन्द्र सिंह आदि ने बताया कि उनके गांव को बिजली देने के लिए निगम द्वारा शैड्यूल निर्धारित किया गया है। लेकिन शैड्यूल अनुसार भी उनको बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही। पिछले 8 दिनों से बिजली व्यवस्था बुरी तरह से ठप्प होकर रह गई है। उनके अनुसार करीब दो माह से नहर में पानी नहीं आया और ऊपर से बिजली न आने से फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांव की पंचायत की ओर से दो एकड़ भूमि बिजली विभाग को ग्रिड स्थापित करने के लिए दी गई है। इसके बावजूद भी विभाग उक्त जगह पर ग्रिड लगाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। इसके विपरीत डबवाली में एक ओर ग्रिड स्थापित करने के लिए सर्वे कर रहा है। ग्रामीणों ने मांग की कि मुख्य लाईन की स्विच को कई भागों में बांटकर लगाया जाना चाहिए ताकि एक स्थान से स्विच ऑफ होने से अन्य स्थानों की बिजली प्रभावित न हो। इस मौके पर ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार, बिजली विभाग तथा मण्डल अभियन्ता के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। मण्डल अभियन्ता आर.के. वर्मा ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि शैड्यूल मुताबिक मिलने वाली बिजली में लगने वाले जीरो कट सम्बन्धी वे अपने उच्च अधिकारियों से बात करेंगे, ताकि ये कट न लगें। लाईन को कई भागों में बांटकर स्विच लगवा दिये जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि गांव मसीतां में 33केवी सबस्टेशन बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा हुआ है।

मोटरसाईकिल चालक ने वृद्ध को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव घुमियारा में बुधवार सुबह एक वृद्ध को एक मोटरसाईकिल सवार युवक ने गांव खुम्बन पहुंचाने के बहाने लूट लिया और फरार हो गया। पीडि़त वृद्ध महंगा सिंह ने किलियांवाली पुलिस चौकी को एक शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया है कि वह अपने गांव घुमियारा बस स्टेंड पर खुम्बन जाने के लिए खड़ा था और उसके पास अचानक मोटरसाईकिल आकर रूका। मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि उसने खुम्बन जाना है और वह उसे साथ ले चलता है। जिस पर वह मोटरसाईकिल पर बैठ गया और युवक ने मोटरसाईकिल को खुम्बन लेजाने की अपेक्षा लौहारा गांव के साथ बहती कस्सी की तरफ ले गया और वहां उसने उसके हाथ में पहनी छाप, कड़ा व जेब में रखी नकदी छीन ली और फरार हो गया।

सेतिया कॉलोनी में बरामद हुई लापता छात्रा

श्रीगंगानगर। एक महीने से मारी-मारी फिर रही पुलिस को आज अपराह्न राहत की सांस मिली, जब कथित रूप से अपहृत एक स्कूली छात्रा को स्थानीय सेतिया कॉलोनी में पुलिस चौकी के समीप एक घर से बरामद कर लिया गया। पूजा नाम की बारहवीं कक्षा की यह छात्रा हनुमानगढ़ जंक्शन के समीप चक 20 एलएलडब्लयू से विगत 7-8 फरवरी की रात को लापता हो गई थी। उसके पिता बनवारीलाल सहारण ने दस फरवरी को महिला थाने में अज्ञात व्यक्तियों पर पूजा का अपहरण कर लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया था। हनुमानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यादराम फासल ने पूजा को बरामद कर लिये जाने की जानकारी देते बताया कि कल उसे जोधपुर हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। पूजा की बरामदगी के लिए उसके पिता ने पिछले सप्ताह जोधुपर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट में पूजा द्वारा बयान दिये जाने पर उसी के अनुरूप आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पूजा के लापता और उसके बरामद होने के पीछे एक सनसनीखेज, दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां सामने आई है। यह दास्तां श्रीगंगानगर शहर के एक ऐसे घिनौने सच को बेनकाब करती है, जिसमें घर से निकली और राह भटकी हुई लड़कियों को किस तरह बरगलाकर उन्हें अपने घरवालों के विरूद्ध ही कर दिया जाता है। इस मामले में सेतिया कॉलोनी की एक संदिग्ध चरित्र की महिला की भूमिका की पुलिस ने गहन छानबीन करने की ठानी है, जबकि एक टैम्पू चालक भी संदेह के घेरे में है।
हनुमानगढ़ पुलिस के अनुसार पूजा के बरामद होने पर उससे फिलहाल शुरूआती पूछताछ हो पाई है, लेकिन उसने जो कुछ बताया है, उस पर सहज रूप से शायद ही कोई विश्वास कर पायेगा। जांच में पता चला है कि पूजा के पास एक मोबाइल फोन था, जिस पर अकसर फोन कॉल तथा एसएमएस आते रहते थे। इस मोबाइल के लिए नरसी नामक युवक ने अपने नाम से सिमकार्ड लेकर दे रखा था। जिनके फोन इस नंबर आते थे, उनमें जितेंद्र सिहाग नामक एक युवक भी था, जो श्रीगंगानगर में शेयरों के एक कारोबारी के दफ्तर में काम करता था। पूजा के अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद सबसे पहले उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली गई। यह फोन पूजा घर में ही छोड़ गई थी। कॉल डिटेल से पता चला कि डेढ़ दर्जन ऐसे नंबर हैं, जिनसे सबसे अधिक कॉलें आई थीं। इन सब नंबरों की पड़ताल करने पर नरसी तथा जितेंद्र सिहाग को गिरफ्तार किया गया। यह दोनों आठ फरवरी के बाद पूजा से मिलने से इंकार करते रहे। अलबत्ता नरसी ने बताया कि आठ फरवरी को पूजा ने किसी नये नंबर से उसे फोन किया तथा गांव से गंगानगर मिलने के लिये बुलाया। उसने इंकार कर दिया। इसके बाद पूजा का फोन नहीं आया।
पुलिस के मुताबिक अब खुलासा हुआ है कि सात-आठ फरवरी की रात को घर से निकलकर पूजा पक्का सहारण के समीप गुरूनानकनगर के अड्डे पर आई, जहां तड़के उसे एक अखबार सप्लाई करने की जीप मिली। इस जीप से बस अड्डे पर पहुंची। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह कहां जाये। अड्डे से बाहर आकर वह इधर-उधर गलियों में घूम रही थी, तभी एक टैम्पू चालक की उस पर नजर पड़ गई। टैम्पू चालक ने उसे बातों में लगाया तो पूजा ने अंध विद्यालय चलने के लिए कहा। रास्ते में पूजा ने टैम्पू चालक के मोबाइल फोन से नरसी को कॉल की थी। इतने में टैम्पू चालक समझ गया कि पूजा घर से भागी हुई है। उसने रास्ते में टैम्पू अपना मोबाइल रिचार्ज करने के बहाने से रूकवाया और साईड में जाकर किसी को पूजा के बारे में बताया। बाद में अंध विद्यालय जाते समय टैम्पू चालक से पूछने पर बता दिया कि वहां उसका कोई नहीं रहता। वह तो अंध विद्यालय में रहने के लिए किसी ठिकाने का पता करने जा रही है। चालक ने उसे बताया कि अंध विद्यालय में इस तरह लड़कियों को नहीं रखा जाता। तब असमंजस की स्थिति में देखते हुए टैम्पू चालक ने पूजा को अपने जाल में फांसा और सीधे सेतिया कॉलोनी में अपनी एक परिचित महिला निर्मला (नाम तब्दील) के घर ले गया। इसी निर्मला के घर में पूजा एक महीने से टिकी हुई थी।
पुलिस के अनुसार निर्मला के यहां से बरामद होने के बाद से पूजा उसी के गुण गा रही है। वह अपने मां-बाप के पास जाने से इंकार कर रही है। यही नहीं उसका कथित रूप से यह भी कहना है कि मां-बाप उसे प्रताडि़त करते थे, इसलिए वह घर छोडऩे को मजबूर हुई है। दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी निर्मला के चरित्र को संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता पूजा को कल हाईकोर्ट में पेश करने की है। इसके बा निर्मला और टैम्पू चालक की भूमिका की छानबीन की जाएगी। पुलिस ने मुताबिक निर्मला के सेतिया कॉलोनी इलाके में दो मकान है। उसकी एक पुत्री इन दिनों सिरसा के यहां आई हुई थी। निर्मला दिन में पूजा को अपनी पुत्री के साथ दूसरे मकान में रखती थी और रात को सोने के लिए अपने घर बुला लेती थी। पूजा का कहना है कि निर्मला के यहां रहते हुए उसे कोई तकलीफ नहीं हुई। वह उसे बड़े अच्छे-सलीके से अपने पास रख रही थी। यहां तक कि पूजा अब निर्मला को मम्मी कहती है।
पूजा के गायब होने के बाद से हनुमानगढ़ महिला थाना पुलिस का सारा ध्यान श्रीगंगानगर पर केंद्रित था। यहां आने के बाद आठ फरवरी को उसने एक एसटीडीपीसीओ से अपने घर फोन कर खुद के श्रीगंगानगर में होने की जानकारी दी थी। पिछले एक सप्ताह थानाप्रभारी जगदीश हुड्डा और एएसआई लेखराम श्रीगंगानगर में दल-बल सहित डेरा डाले हुए थे। स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा था। पूजा के इश्तिहार पूरे शहर में जारी किये गए। बावजूद इसके किसी को भनक नहीं लग रही थी कि पूजा सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी के समीप के एक मकान में ही रह रही थी।

बम धमाकों-गोलियों से गूंज उठी पुलिस लाईन

श्रीगंगानगर। स्थानीय पुलिस लाईन आज सुबह आतंकी हमले से गूंज उठी। आतंकवादियों ने हमला करते हुए बम छोड़े और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस की इमरजेंसी रेसक्यू टीम (ईआरटी) ने अदम्य साहस दिखाते हुए आतंकवादियों में से तीन को मार गिराया। इस कार्यवाही में ईआरटी का एक जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत एंबुलैंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रात: 8 बजे बम धमाकों और गोलियां की आवाजों ने पुलिस लाईन के आसपास रहने वाले लोगों को चांैकाया। लाईन के दोनों मुख्य द्वारों पर काफी भीड़ लग गई। लोग बाउंडरी वाल पर लाईन के मैदान पर हो रही इस मुठभेड़ को देखने के लिए चढ़ गये। दरअसल यह कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि सिर्फ इसका प्रदर्शन (डैमो) किया गया था। आतंकी हमले से निपटने का यह प्रदर्शन जिला पुलिस के आज से शुरू हुए वार्षिक निरीक्षण का एक हिस्सा था। इसमें स्मोक कैंडल शैल, वैरी लाईट गन से बमों और बंदूकों से खाली कारतूसों का इस्तेमाल किया गया। धुएं से उठते गुब्बार, ईआरटी के पॉजीशन लेते हुए जवान और बमों-गोलियों की आवाजें बिल्कुल आतंकवादियों से मुठभेड़ के दृश्य को जीवंत कर रही थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) आरएस ढिल्लो ने इस प्रदर्शन को बारीकी से देखा और इसकी खामियों को नोट किया।
आतंकी हमले के बाद बलवईयों (प्रदर्शनकारियों) को खदेडऩे की कार्यवाही का प्रदर्शन किया गया। महंगाई, बेरोजगारी, सिंचाई-पानी आदि के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ को पुलिस बल ने उनको चेतावनी दी। भीड़ द्वारा पुतला फूंके जाने के बाद पथराव कर दिये जाने पर मौजूद ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस की गैस पार्टी ने आंसू गैस के गोले छोड़े और सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायरिंग किये। भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी पार्टी ने उनका पीछा किया। इस प्रदर्शन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इसकी खामियां भी एडीजीपी ढिल्लो की नजर से बच नहीं पाईं। इन खामियों से उन्होंने पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों को अवगत करवाते हुए इसे सुधारने के निर्देश दिये।
प्रदर्शन का अगला हिस्सा क्राईम सीन को प्रस्तुत करने का था, जिसमें पुलिस लाईन स्थित पेट्रोल पंप को लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया। मोटरसाइकिल पर सवार दो नकाबपोश पंप कर्मचारी को गोली मारकर लूट ले गए। अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस पार्टी को उसके पीछे लगाया, जबकि दूसरी पुलिस पार्टी ने मौके पर जांच-पड़ताल की कार्यवाही को पूर्ण किया। घटनास्थल को सुरक्षा घेरे में लेने के बाद घायल पंप कर्मी को एंबुलैंस से अस्पताल भिजवाया गया। अपराधियों के फिंगर एवं फुट प्रिंट उठाने की कार्यवाही एमओबी पार्टी द्वारा की गई। लुटेरों का पता लगाने के लिए डॉग स्कवायड की भी मदद ली गई। मौके की जांच का काम सब इंस्पेक्टर गुरूभूपेंद्रसिंह ने किया। उधर पीछा कर रही पुलिस पार्टी ने लाईन के मैदान में नाकाबंदी के सहयोग से नकाबपोश लुटेरों को धर दबोचा। लुटेरों को पकडऩे की कार्यवाही का नेतृत्व सब इंस्पेक्टर धीरेंद्र शेखावत ने किया। अपराधियों के पकड़े जाने के बाद मौके पर मिले उनके पिस्तौल व मोटरसाइकिल को बिना फोटोग्राफी किये जब्त करने की गलती को एडीजीपी ढिल्लो ने पकड़ा और हिदायत दी कि ऐसी कार्यवाही में मौके की फोटोग्राफी किये बिना किसी वस्तु से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
इस वार्षिक निरीक्षण की शुरूआत प्रात: 7 बजे से सलामी परेड़ से हुई। परेड़ का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और अनूपगढ़ के डीएसपी दशरथसिंह भी थे। यह परेड़ काफी शानदार रही। प्रदर्शनों के बाद एडीजीपी ढिल्लो ने पुलिस लाईन की तमाम शाखाओं- मोटर वाहन, क्वार्टर गार्ड, ट्रेजरी, मालखाना, मैस, वायरलैस सैंटर, पोलनेट रूम, आवासीय भवनों तथा जल सप्लाई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने लाईन में रहने वाले पुलिस कर्मियों की सुविधाओं के लिए इन व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिये।

रिश्ते में भाई-बहन लगते प्रेमी युगल ने आत्महत्या की

चूरू। दूर के रिश्ते में बहन-भाई लगते युवक-युवती ने प्रेम संबंध परवान न होते देखकर मौत को गले लगा लिया। युवक ने कीटनाशक दवा पी ली और युवती ने पानी के कुंड में छलांग लगा दी। दोनों के शव मिलने से सनसनी फैल गई और गांव शोक में डूब गया। पुलिस ने गांव में आकर जांच-पड़ताल की और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये। आज शाम इनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
यह घटना चूरू जिले के भालेरी थानांतर्गत बूचास गांव में हुई। भालेरी के थानाप्रभारी महेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार रात को सूचना आई कि बूचास गांव के समीप जंगल-बीहड़ में एक युवक मृत पड़ा है। वहां जाकर जांच करने पर इस युवक की शिनाख्त फूलाराम (25) पुत्र गुरदयाल मेघवाल के रूप में हुई। इसी दौरान पता चला कि गांव की एक लड़की भी गायब है। रातभर तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। आज सुबह होने पर तलाश पुन: शुरू की गई। लड़की के घर से उसके पांव के निशान नजदीक के एक खेत में बने पानी के कुंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिये। कुंड में लड़की की लाश बरामद हुई। यह मृतका 18 वर्षीय लिछमा पुत्री मेघाराम मेघवाल थी।
थानाप्रभारी के अनुसार जांच-पड़ताल में पता चला कि फूलाराम और लिछमा में प्रणय संबंध थे, लेकिन ये दोनों दूर के रिश्ते में चचेरे भाई-बहन भी थे। इनके प्रणय संबंध की भनक करीब 6 महीने पहले परिवारवालों को हो गई, तब इन्हें मिलने-जुलने से रोका जाने लगा था। इससे निराश होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। आज अलग-अलग मरग रिपोर्टें दर्ज की गईं। दोनों के परिवारवालों ने शवों का देर शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।

डॉ. बाहरी के बैंक लॉकर ने लाखों का माल उगला

हनुमानगढ़। महज 500 रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल के मैडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. सुरेंद्र बाहरी की पत्नी के बैंक लॉकर ने लाखों रूपये का माल उगला है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा आज हनुमानगढ़ में सैंट्रल बैंक की शाखा में इस लॉकर को खुलवाये जाने के समय डॉ. बाहरी तथा उनकी पत्नी मौजूद थे। कार्यवाही मुकम्मल होने के बाद ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दलीप जाखड़ ने बताया कि लॉकर में से लगभग 10 लाख रूपये मूल्य के आभूषण, 2 लाख 19 हजार रूपये नगद तथा करीब 15 लाख के राष्ट्रीय बचत पत्र, पर्सनल प्रोविडेंड फंड, किसान विकास पत्र और एफडीआर के कागजात बरामद हुए। आभूषण मूल्यांकन के बाद डॉ. बाहरी की पत्नी के सुपुर्द कर दिये गए। बाकी सब कागजात और नगदी जांच के लिए कब्जे में कर ली गई है। आज बरामद हुए इस माल से डॉ. बाहरी की कुल चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल में झगड़े में घायल होकर भर्ती हुई नेठराना गांव की एक महिला की इंजरी रिपोर्ट बढिय़ा तरीके से बनाकर देने की एवज में उसके पुत्र तथा भाई से विगत शनिवार को 500 रूपये की रिश्वत लेते पकड़े जाने पर ब्यूरो ने डॉ. बाहरी के घर की सर्चिंग की तो करीब 34 लाख रूपये के पूंजी निवेश के कागजात, सात बैंक पासबुकें, चार भूखंडों की खरीद के कागजात और 16 हजार रूपये नगद बरामद किये थे। इनमें एक भूखंड बेनामी खरीदा हुआ था। ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित डॉ. बाहरी के आवास के मूल्यांकन को भी शामिल किया जाये तो उनकी कुल मिलाकर चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। अब ब्यूरो जांच में जुटेगा कि डॉ. बाहरी के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला बनता है या नहीं? उल्लेखनीय है कि डॉ. बाहरी को विगत सोमवार जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश

श्रीगंगानगर। राजस्थान और पंजाब के विभिन्न शहरों में वाहन चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के लिए चोरी के वाहन फर्जी नंबरों से आगे बेचने वाले एक शख्स की पुलिस को तलाश है, जो छापे की कार्यवाही के कुछ देर पहले निकल गया था। पकड़े गए वाहन चोरों का अदालत ने पूछताछ के लिए 15 मार्च तक का पुलिस रिमांड मंजूर किया है।
सादुलशहर पुलिस के मुताबिक बुधवार देर रात को मुखबिर से सूचना मिली कि कस्बे में एक चोरी का टाटा फोर व्हीलर टैम्पू को दो जने बेचने के प्रयास में घूम रहे हैं। इन व्यक्तियों ने एक जने की 80 हजार रूपये में टैम्पू बेचने का सौदा लगभग कर लिया है। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी राजेंद्र बेनीवाल ने दल-बल सहित इन व्यक्तियों की तलाश की तो कस्बे में गैस एजेंसी के पास टैम्पू सहित यह व्यक्ति पकड़े गए। पूछताछ में पता चला कि हरजिंद्रसिंह नामक जिस व्यक्ति को टैम्पू बेचा जा रहा था, वह रूपयों को इंतजाम करने का कहकर कुछ देर पहले ही वहां से निकला था। यह हरजिंद्रसिंह सादुलशहर के समीप पतली गांव का निवासी है।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए व्यक्तियों में पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी थानांतर्गत कुब्बे गांव का निवासी सरजीतसिंह पुत्र जंगसिंह मजबी तथा राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थानांतर्गत बीजवां गांव निवासी दर्शन पुत्र आशुसिंह रायसिख हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन दोनों ने फोर व्हीलर टैम्पू तीन-चार दिन पहले जयपुर से ट्रांसपोर्टनगर थाना क्षेत्र से चोरी करना बताया। इस टैम्पू पर आरजे 11 जीसी 4761 की नंबर प्लेट लगी थी। टैम्पू के कैबिन में से एक आरसी बरामद हुई, जिसके अनुसार इस टैम्पू के वास्तविक नंबर आरजे 14 जीसी 4864 हैं।
पुलिस ने बताया कि सरजीतसिंह और दर्शनसिंह ने लगभग दो महीने पहले अमृतसर में स्वर्ण मंदिर गुरूद्वारा के पास से एक मारूति वैगनार कार और जयपुर के समीप बगरू से विगत 20 फरवरी को एक इंडिका कार चोरी करना कबूल किया है। चुराये हुए वाहन यह दोनों सादुलशहर लेकर आते थे और हरजिंद्रसिंह को आगे बेच देने के लिए सौंप देते थे। वैगनार तथा इंडिका भी इन्होंने हरजिंद्रसिंह को देना बताया है। हरजिंद्रसिंह के घर पर छापा मारा गया, लेकिन वह नहीं मिला। वैगनार तथा इंडिका को पुलिस ने शीघ्र ही बरामद कर लेने के संकेत दिये हैं।
पुलिस के अनुसार सरजीतसिंह पंजाब से इस क्षेत्र में खेतों में दिहाड़ी-मजदूरी करने के लिए आया करता था, जबकि दर्शनसिंह पहले ट्रक चलाता था। ट्रक का एक्सीडेंट हो जाने के बाद उसके पास कोई काम नहीं रहा तो वह वाहन चोरी करने लग गया। सादुलशहर में उसकी मुलाकात सरजीतसिंह से हुई तो बाद में सरजीतसिंह भी उसके साथ मिलकर वाहनों की चोरियां करने लगा। हरजिंद्रसिंह को पकडऩे के लिए छापे मारे जा रहे हैं। सरजीतसिंह व दर्शनसिंह को आज अपराह्न मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर पुलिस को इन दोनों का 15 मार्च तक पूछताछ एवं बरामदगियां करने के लिए रिमांड मिला है।

फरार प्रेमी जोड़ा गिरफ्त में

सिरसा। गांव रोड़ी से फरार हुए प्रेमी जोड़े को पुलिस ने काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आज दोनों को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने युवक को जिला कारागार व युवती को हिसार स्थित नारी निकेतन भेजे जाने के आदेश दिए। ज्ञातव्य हो कि गांव रोड़ी निवासी बेअंत सिंह ने रोड़ी थाना में 12 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई थी कि गांव का ही श्रेयांंश जैन उर्फ हेमू पुत्र दयाल चंद जैन उसकी पुत्री को बहला-फुसला कर ले गया है। आरोप था कि हेमू के साथ उसके पिता दयाल, मां राजरानी, भाई सौरव तथा चाचा फूलचंद भी इस मामले में शामिल हैं। पुलिस ने भारतीय दंड संहिंता की धारा 363, 366 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। गत दिवस पुलिस को मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी उपरोक्त युवक-युवती सरदूलगढ़ में हैं। पुलिस ने दबिश देते हुए दोनों को काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच के लिए दोनों को सामान्य अस्पताल लाया। जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने दोनों को प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी सुखप्रीत सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने युवक को जिला कारागार तथा युवती को नारी निकेतन भेजने का आदेश दिया।

रेलगाड़ी के आगे कूदकर जान दी

कालांवाली। स्थानीय रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलो मीटर की दूरी पर एक व्यक्ति ने रेल गाड़ी के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला सामप्त कर ली। इस घटना की सूचना मिलते ही राजकीय रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब के जिला बठिंडा थाना तलवंडी के गांव गोलावाला निवासी 45 वर्षीय बोगा सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह आज प्रात: साईकिल पर सवार होकर कालांवाली की तरफ आया और रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पहले ही पंजाब की ओर जाने वाली सवारी गाड़ी के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण पिछले लंबे समय से बीमारी से परेशान बताया गया है।

दो जनों को 8 माह की कैद

डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने लड़ाई-झगड़े के एक मामले में दोषी करार दिये गये गांव तख्तमल के दो व्यक्तियों को 8 माह की कैद और कुल 500 रूपये अर्थदंड प्रत्येक को सुनाया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव तख्तमल निवासी रणजीत सिंह पुत्र गुरदेव सिंह ने अप्रैल 2004 में पुलिस को दिये ब्यान में कहा था कि पानी को लेकर उन्हीं के गांव के अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह पुत्रान करतार सिंह से उसका झगड़ा हो गया था। आरोपियों ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे चोटें मारीं। पुलिस ने धारा 323/324/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह को मुद्दई के चोटें मारने का दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड, धारा 324 के तहत 8 माह की कैद और 300 रूपये अर्थदंड सुनाया।

छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास

डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने एक अबोध बालिका के साथ छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव अबूबशहर निवासी नसीब कौर पत्नी नानक चन्द ने थाना सदर पुलिस डबवाली में 2004 में दर्ज करवाई शिकायत में कहा था कि उसकी 7 वर्षीय पौत्री शुगना पुत्री बलवन्त सिंह 2 नवम्बर को गली में खेल रही थी और वह घर पर चाय बनाने के बाद जैसे ही गली में अपनी पौत्री को आवाज लगाने के लिए आई तो पीछे से उनकी बड़ी पौत्रियां भी आ गयीं और उन्होंने जब जगराज सिंह के मकान का दरवाजा खटखटाया तो जगराज सिंह कुंडा खोल कर वहां से भाग निकला और वहीं पर उसकी पौत्री शुगना भी थी। उसने उसे बताया कि जगराज सिंह ने उसके साथ बुरी हरकत की है और मुंंह पर दंदी काटी है। वह इस मामले को लेकर पंचायत में गई और पंचायत में बुलाने पर भी आरोपी पंचायत में नहीं पहुंचा और उसने इस मामले को पुलिस के पास रखा। पुलिस ने नसीब कौर के ब्यान पर जगराज सिंह के खिलाफ धारा 354 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत के सुपुर्द कर दिया।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर आरोपी जगराज सिंह को अबोध बालिका से छेड़छाड़ का दोषी करार देते हुए उसे एक वर्ष के कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया।

11 मार्च 2010

अग्निकांड पीडि़तों ने निकाला कैंडल मार्च


डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़तों ने डीएवी संस्थान की जमीर को जगाने के लिए बुधवार शाम को कैंडल मार्च निकाला। जोकि अग्रवाल धर्मशाला से प्रारम्भ होकर अग्निकांड स्मारक स्थल तक पहुंचा।
यह जानकारी देते हुए डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन के महासचिव विनोद बांसल ने बताया कि अग्नि पीडि़त पिछले चौदह वर्षों से डीएवी संस्थान का अन्याय सहन करते आ रहे हैं और उन्होंने अदालत में गुहार लगाकर न्याय मांगा तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने न्याय देते हुए 55 प्रतिशत मुआवजा डीएवी संस्थान पर डाला और 45 प्रतिशत सरकार पर। सरकार ने तो यह राशि अदालत में जमा करवा दी। लेकिन डीएवी संस्थान ने अपने हिस्से की राशि जमा करवाने की अपेक्षा पीडि़तों के जख्म कुरेदते हुए इसके खिलाफ अपील भी कर दी।
उन्होंने कहा कि पीडि़तों की मांग है कि डीएवी संस्थान अन्याय बन्द करे और जो मुआवजा अदालत ने डाला है, उसे अदा करे।
इस अवसर पर रमेश सचदेवा आचार्य निदेशक हरियाणा पब्लिक स्कूल, ओमप्रकाश सचदेवा, डॉ. अरूण बांसल, इकबाल सिंह शान्त, राजीव वढेरा, केशव शर्मा संस्थापक वरच्युस क्लब, संजीव शाद रंगकर्मी, सुच्चा सिंह भुल्लर, प्रकाश चन्द बांसल प्रधान आढ़तिया एसोसिएशन, रामलाल बागड़ी, मथरा दास चलाना, हेमराज जिन्दल आदि उपस्थित थे।

30 मार्च को होगा अंग्रेजी का पेपर

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी की बुधवार को सायंकालीन संचालित होने वाली सीनियर सैकण्डरी शैक्षिक की द्वितीय सैमेस्टर की परीक्षाओं का अंग्रेजी (कोर) का पर्चा लीक होने के कारण प्रदेश भर में रद्द कर दिया गया है। अब यह परीक्षा 30 मार्च को आयोजित की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए बोर्ड के सचिव मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि आज प्रात: बोर्ड मुख्यालय पर उनके कार्यालय में पेपर लीक होने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी जिस पर तुरन्त कार्यवाही हुए बोर्ड के उच्चाधिकारियों की जांच टीमें विभिन्न स्थानों पर भेजी गई। तदोपरान्त उनसे प्राप्त प्राथमिक जानकारी के आधार पर बोर्ड द्वारा अंग्रेजी परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड द्वारा स्थानीय पुलिस में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है तथा उप सचिव संचालन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। पुलिस तथा जांच समिति की रिपोर्टें प्राप्त होने उपरान्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

मरीज छोडऩे के बहाने बोलेरो गाड़ी छीनी

संगरिया। मरीज को छोडऩे के लिए किराए पर की गई बोलेरी गाड़ी को डरा-धमकाकर छीन ले जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।

पीडि़त चालक सादुलशहर के वार्ड 12 निवासी बलराज पुत्र हरनाम ने गत रात्रि 1.30 बजे तीन अज्ञात जनों के विरूद्ध धारा 382, 34 आईपीसी में मामला पंजीबद्ध करवाया है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे टैक्सी स्टैंड सादुलशहर में गाड़ी मालिक भूषण कुमार के पास अरोड़ा नशामुक्ति केंद्र के आगे से एक मरीज को ढाणी छोडऩे के लिए 750 रूपए में गाड़ी किराए पर करके ले गए। गाड़ी में मरीज सहित तीन जने सवार हुए।
रात्रि करीब 7.30 बजे ढाबां गांव के आगे लोहगढ़ रास्ते पर पहुंचे तो वहां मरीज ने शराब पीने के लिए गाड़ी रोकने को कहा। चालक ने ज्यों ही गाड़ी की रफ्तार धीमी की मरीज ने उसका गला पकड़ लिया और अन्य दो जनों ने भी उसे जान से मारने की धमकी देकर नीचे उतार दिया तथा गाड़ी छीन कर लोहगढ की ओर भाग गए।

पुलिस थाने में ही अभियुक्त ने परिवादी को जड़ा चांटा

संगरिया। मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का एक प्रकरण बुधवार को अदालत के आदेश पर पंजीबद्ध हुआ। प्रकरण अनुसार वार्ड नं. 3 निवासी पूनमचंद पुत्र अमरलाल मोची ने कस्बे के अमित, दीपक, अनिल पुत्रगण मनीराम नागौरी व मोहित पुत्र हरिराम नागौरी के विरूद्ध मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का मामला ४५२, ३९२, ३२३-बी, ४२ आईपीसी में एससी-एसटी एक्ट में दर्ज करवाया है। परिवाद के अनुसार पूनमचंद फल-सब्जी का थोक विक्रेता है। उसने अनिल की पत्नी से एक रिहायशी भूखंड खरीदा हुआ है तथा अमित से एक गोदाम किराये पर लिया हुआ है। भूखंड में शर्त के अनुसार बकाया विद्युत बिल राशि आने पर वह अनिल के पास गया तो उसने गोदाम किराए में राशि समायोजित करने की बात कही। ३ मार्च की रात ७.३० बजे जब वह गोदाम में बैठा था तभी विद्युत बिल को लेकर रूष्ट अभियुक्तगण ने उसकेसाथ थप्पड़-मुक्कों से मारपीट की । जाति सूचक गालियां निकालते हुए बिल भरने की एवज में सोने की चैन छीनकर ले गये।

परिवादी ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिस थाना के पड़ौसी हैं। जिसके चलते राजीनामा के बहाने थाने में बुलाकर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। आरोपी मोहित नागौरी ने थाना परिसर में ही उसे थप्पड़ मारा। पुलिस वालों ने अभियुक्तगण से कुछ लिखवाकर परिवादी व उसके साथ आए दिनेश व रेशम को धमकाया तथा जेल में बंद करने की धमकी देकर हस्ताक्षर करवाकर वापिस भेज दिया। मामले की जंाच वृत्ताधिकारी रामकिशन सोनगरा कर रहे हैं।

मनरेगा मजदूरों ने बवाल काटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली के मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा में धांधली को लेकर बुधवार को बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया।
किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, खेत मजदूर यूनियन डबवाली के अध्यक्ष सन्त राम, महिला अध्यक्ष बलजिन्द्र कौर, मनरेगा मजदूर सुखदेव सिंह, बिमला देवी, हरदेव कौर, चरणजीत कौर, इन्द्रजीत कौर, सुशीला रानी, मुख्तियार सिंह, तरसेम कुमार, दर्शना रानी, भतेरी रानी, गुरदीप कौर, सुखपाल सिंह, जसवीर कौर आदि ने बताया कि 20 फरवरी से 8 मार्च तक किये गये काम के बदले में उन्हें मनरेगा राशि नहीं मिली। इस संदर्भ में वे सरपंच से लेकर बीडीपीओ तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन न्याय न मिलने पर आज मजबूरन उन्हें बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करके अपनी आवाज को उठाना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत पिछले वर्ष किये गये काम के बदले उन्हें कुछ पैसे देकर टरका दिया गया। उन्होंने सहायक और उच्च अधिकारियों पर मिलीभगती करके मनरेगा मजदूरी हड़पने का भी आरोप लगाया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
इधर बीडीपीओ राम सिंह से इस सम्बन्ध में पूछने पर उन्होंने बताया कि उपरोक्त मामला सहायक को हटाने का अधिक है और अन्य मांगों के सम्बन्ध में कम। सहायक को ग्राम सभा बैठक में प्रस्ताव पारित करके हटाया जा सकता है, उनके पास सहायक को हटाये जाने की कोई पावर नहीं है। गांव डबवाली में दो वाटर चैनल की सफाई का अस्टीमेट बनाया गया है। जिस पर करीब 4 लाख रूपये खर्च होने हैं। उनके अनुसार मजदूरों ने जितना काम किया, उनके खातों में जमा करवा दी गई है। घपलेबाजी सम्बन्धी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीडीपीओ ने कहा कि अगर कोई इसकी जांच करवाना चाहता है तो वह उन्हें लिखकर उसे दे दे और वे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे।

12वीं का पेपर लीक

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के पारदर्शितापूर्ण ढंग से परीक्षाएं सम्पन्न करवाने के दावे उस वक्त चकनाचूर हो गए जब 12वीं कक्षा का पर्चा लीक हो गया। रातभर 1 से लेकर 3 हजार रुपए तक यह पर्चा बिका और बोर्ड अधिकारियों को कानोंकान खबर तक नहीं हुई। आज सुबह जब पर्चा लीक होने समाचार प्रदेश भर में जंगल की आग की तरह फैल गया तो बोर्ड अधिकारियों की नींद खुली। बोर्ड ने यह पेपर रद्द कर जांच शुरू कर दी है। सिरसा में बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न करवाने में ड्यूटी पर लगाए गए अधिकारी पर्चे के जिले के बाहर से लीक होने की बात कह रहे हैं। बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में भिवानी व मुढाल से दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ में लगी हुई है और यह पता लगा रही है कि उन्होंने पर्चा किससे खरीदा। उल्लेखनीय है कि भिवानी बोर्ड की परीक्षाएं 8 मार्च से शुरू हुई है। आज 12वीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी और यह परीक्षा द्वितीय सत्र यानी अढ़ाई बजे ली जानी थी। बीती रात को बाजार में यह समाचार एक कान से दूसरे कान तक पहुंचना शुरू हो गया कि 12वीं का अंग्रेजी विषय का पेपर लीक हो गया है और यह पेपर एक हजार से तीन हजार रुपए तक बेचा जा रहा है। फिर क्या था संबंधित कक्षा के विद्यार्थी ही नहीं बल्कि उनके अभिभावक और रिश्तेदार तक पेपर को हासिल करने के लिए दौड़ पड़े। इस सम्बन्ध में जब जिला परीक्षा इंचार्ज शंकर लाल धंागड़ से बात की गई तो उन्होंने माना कि पर्चा लीक हो गया है। साथ ही यह भी जोड़ा कि यह पर्चा सिरसा से नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य स्थान से लीक हुआ है। फिर भी जिला के सैंटरों पर पहुंचे प्रश्रपत्रों के लिफाफों पर लगी सील की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी विषय की आज होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।

10 मार्च 2010

छात्रों ने जाम लगाया, कार तोड़ी

सिरसा: जिला के कस्बा नाथूसरी चौपटा में राजकीय चौ. देवीलाल बहुतकनीकी संस्थान के छात्रों ने दो छात्रों की एक प्राध्यापक द्वारा पिटाई को लेकर जाम लगा दिया। गुस्साएं छात्रों ने प्राध्यापक की कार भी तोड़ डाली।
मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के छात्र रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील जो कि संस्थान के छात्रावास में रहते हैं। छात्रावास के वार्डन एवं कम्प्यूटर प्राध्यापक जगमेल सिंह प्रात: छात्रावास आए तो उपरोक्त छात्र स्नान इत्यादि कर रहे थे। प्राध्यापक ने आव देखा न ताव और रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील की बार-बार पिटाई करनी आरंभ कर दी। प्राध्यापक ने रितेश पुनिया को संस्थान प्रांगण में घसीटकर छात्र-छात्राओं के समक्ष भी खूब धुना। उपरोक्त छात्रों पर संदीप नामक एक छात्र का फोन चुराने का इल्जाम बताया जा रहा है। संदीप ने दो दिन पहले छात्रावास वार्डन जगमेल सिंह को अपना मोबाइल चोरी होने की शिकायत की थी।
प्राध्यापक द्वारा छात्रों की धुनाई से संस्थान के अन्य छात्र उत्तेजित हो उठे और सिरसा नाथूसरी चौपटा मार्ग को नारेबाजी करते हुए अवरूद्ध कर दिया जिससे वाहनों की लम्बी कतार लग गई और सवारियों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गुस्साए छात्रों ने संस्थान परिसर में प्राध्यापक जगमेल सिंह की खड़ी कार पर डंडों व पत्थरों से वारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से पुलिस थाने में कोई भी अभियोग दर्ज नहीं करवाया गया था। संस्थान के प्राचार्य डा. एन.के. भ्याना ने बताया कि प्राध्यापक व छात्रों के बीच आपसी सुलह से मामला सुलझा लिया गया है।
इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो नाथूसरी चौपटा पुलिस थाना के रामकुमार सहायक उपनिरीक्षक दलबल सहित मौके पर पहुंचे मगर छात्रों ने उनकी एक न सुनी और अपने आंदोलन को ओर तेज कर दिया। संस्थान के प्राचार्य डा.एस.के भ्याना ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया।

विपक्ष का षडयंत्र के तहत विधानसभा से निलम्बन-चौटाला

चण्डीगढ़ (वि.) हरियाणा के विपक्षी विधायकों को विधानसभा से निलम्बित किए जाने की घटना को लोकतन्त्र की हत्या बताते हुए विपक्ष ने आज प्रदेश के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से तुरन्त इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। विपक्षी विधायकों ने हुड्डा सरकार पर प्रजातान्त्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने एक सोचे-समझे राजनीतिक षडय़ंत्र के तहत उन्हें विधानसभा से निलम्बित किया है। विधानसभा से निलम्बित किए गए विपक्ष के 35 विधायकों जिनमें इनेलो के 31, भाजपा के तीन व अकाली दल के एकमात्र विधायक ने विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया और हुड्डा सरकार द्वारा लोकतन्त्र को पैरों तले रौंदने का आरोप लगाया।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।

रामबाग में हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) यहां के रामबाग में घुसकर एक व्यक्ति ने खूब हंगामा मचाया और उस पर मौका पर पहुंची पुलिस ने काबू पाया।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।

बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) संयुक्त कर्मचारी मंच हरियाणा से सम्बन्धित हरियाणा बिजली कर्मचारी मंच के कार्यकर्ताओं ने मंच के प्रदेशाध्यक्ष खेता राम की अध्यक्षता में एक्सीयन तथा एसडीई के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इधर एक्सीयन ने प्रदर्शन को बेहुदा करार देते हुए इसे कामचोरों का प्रदर्शन बताया।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।