30 जुलाई 2011

इंतजार खत्म, मिलेगा टयूब्बैल कनेक्शन


डबवाली (लहू की लौ) लम्बे इंतजार के बाद हरियाणा सरकार के दरबार में राज्य के धरती पुत्रों की सुनी गई है। टयूब्बैल कनेक्शन के लिए लम्बित चली आ रही उनकी मांग पूरी हो गई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 40 हजार किसानों को टयूब्बैल देने की घोषणा के बाद जिला सिरसा के किसानों की बांछे भी खिल गई हैं। इन कनेक्शनों में जिला सिरसा के 4200 आवेदकों का नंबर लगना तय है। इसके लिए निगम ने जिला भर में डिमांड नोटिस जारी कर दिए हैं।
टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए बिजली निगम द्वारा आखिरी बार  साल 2009 में डिमांड नोटिस जारी किए गए थे। दो सालों के लम्बे अंतराल के बाद हरियाणा सरकार ने पुन: प्रदेश के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए टयूब्बैल कनेक्शन जारी करने का मन बनाया है। सरकार की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए बिजली निगम ने इसके लिए डिमांड नोटिस जारी किए हैं। अकेले सिरसा जिला में 31 दिसंबर 2010 तक टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए आए 4200 आवेदनों को ये नोटिस भेजे गए हैं। इनमें निगम के डबवाली मण्डल से संबंधित सब डिविजन डबवाली के 682, कालांवाली के 656 तथा चौटाला के 430 आवेदनकर्ता किसानों को फायदा होगा। निगम ने डिमांड नोटिस के बदले तीन माह के भीतर जवाबदेही मांगी है।
नोटिस के बदले किसान का जवाब मिलते ही निगम का अधिकारी साईट का निरीक्षण करेगा। इस प्रकार तीन माह तक डिमांड नोटिस का जवाब तथा निरीक्षण की रिपोर्ट जिला स्तर के अधिकारी तक भेजी जाएगी। योजना में खास बात यह है कि जिला स्तर पर ही टैण्डर जारी किए जाएंगे। ताकि तत्काल स्कीम के तहत किसानों को तत्काल ही कनेक्शन मुहैया करवाए जा सकें।
अपनी योजना के अनुसार बिजली निगम एक स्थान पर 100 केवी का ट्रांस्फार्मर रखेगा। इस ट्रांस्फार्मर से अगर तीन कनेक्शन जारी होते होंगे तो प्रति किसान को 30 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम देना होगा। अगर उसी ट्रांस्फार्मर से तीन से अधिक कनेक्शन जारी होंगे तो प्रति किसान 20 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम के हिसाब से निगम को देना होगा।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि टयूब्बैल कनेक्शन के लिए 31 दिसंबर 2010 तक जिन किसानों ने अप्लाई किया है, उन्हें ही डिमांड नोटिस जारी किए गए हैं। डबवाली मण्डल के 1768 किसानों को ये नोटिस भेजे गए हैं। नोटिसों पर तीन माह के भीतर कार्रवाई अमल में लाई जानी है।

गेट के सामने तम्बू गाड़कर मांगी बिजली


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में नवनिर्मित 132केवी बिजली घर से गांव को विद्युत आपूर्ति न देने से गुस्साए ग्रामीणों ने गुरूवार को बिजलीघर के गेट पर ताला जड दिया। गेट के सामने तंबू गाड़कर धरने पर बैठ गए। निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। लम्बी जद्दोजहद के बाद शाम करीब 7 बजे निगम अधिकारियों से आश्वासन पाने के बाद उत्तेजित ग्रामीण शांत हुए और धरना समाप्त किया।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि जसपाल सिंह, पूर्व सरपंच इकबाल सिंह, गुरमेल सिंह, गंडा सिंह, बुध सिंह, जंगीर सिंह, जगवंत सिंह, सुखपाल सिंह, राज सिंह, आसा राम, बाबू सिंह, जसपाल कौर, हरदेव कौर, जसविंद्र कौर के नेतृत्व में सैंकड़ों ग्रामीण बिजलीघर में जमा हो गए। ग्रामीणों ने बिजलीघर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद करवाकर कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। गेट के आगे तम्बू गाड़कर धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरने की सूचना पाकर कालांवाली के नायब तहसीलदार संजय चौधरी, थाना रोड़ी पुलिस प्रभारी कृष्णा यादव, बड़ागुढ़ा के थाना प्रभारी देवेंद्र नैन, राम चंद्र, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र भादू सहित मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। इसके अलावा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, कालांवाली के एसडीओ पंकज गंडा, विनोद जेई तथा सिरसा से सहायक कार्यकारी अभियंता वीके चौधरी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग रहे और धरने पर बैठे रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत ने बिजली घर के निर्माण के लिए लाखों रूपए कीमत की 10 एकड़ भूमि निगम को उपलब्ध करवाई थी। उस समय निगम ने गांव को उपरोक्त बिजलीघर से 24 घंटे बिजली देने का वायदा पंचायत से किया था। साथ में गांव के 10 युवकों को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया था। इस बिजलीघर का निर्माण अंतिम पड़ाव पर है। लेकिन निगम के अधिकारी पंचायत के साथ किए गए वायदों से पीछे हट रहे हैं। निगम के अधिकारी अब उनके गांव को विद्युत आपूर्ति गांव सुखचैन में निर्माणाधीन 33 केवी बिजली घर से करने की बात कह रहे हैं।
 इस संबंध में कार्यकारी अभियंता वीके रंजन ने बताया कि बिजलीघर से केवल सबस्टेशन को ही सप्लाई दी जा सकती है, इसके अलावा इस सबस्टेशन के माध्यम से सीधे तौर पर किसी भी गांव को बिजली मुहैया करवाने का प्रवधान नही है। गांव वासियों की मांग को देखते हुए जल्दी ही किसी नजदीकी सब स्टेशन से सप्लाई देने के लिए विभाग को लिखा जाएगा।

सड़क रोककर मांगी बस


पांच किलोमीटर पैदल जाते हैं पढ़ाई करने, जाम के दौरान बस को जलाने का प्रयास
बनवाला (जसवंत जाखड़) हरियाणा सरकार भले ही ग्रामीण आंचल में शिक्षा देने के कसीदे गढ़ रही हो, लेकिन हकीकत है कि शिक्षा के लिए आज भी ग्रामीण आंचल के बच्चे कई किलोमीटर पैदल यात्रा कर रहे हैं। बनवाला से पांच किलोमीटर पैदल चलकर रिसालियाखेड़ा जाने वाले स्कूली विद्यार्थियों ने बस की मांग को लेकर शुक्रवार को हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें और पत्थर लेकर सिरसा-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। संगरिया से सिरसा जा रही हरियाणा रोड़वेज की बस को जलाने का भी प्रयास किया। चार घंटे बाद मौका पर पहुंचे रोड़वेज के टीएम से बस शुरू होने का आश्वासन पाने के बाद विद्यार्थी सड़क से हटे।
गांव बनवाला की 30 लड़कियां तथा 25 लड़के गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव रिसालियाखेड़ा के सरकारी स्कूल में 11वीं तथा 12वीं में पढ़ते हैं। इन 55 विद्यार्थियों को पैदल रिसालियाखेड़ा जाना पड़ता है। स्कूल में पहुंचने से कुछ मिनट लेट होने पर इन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। क्लास अटेंड न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसी वजह से आज इन छात्र-छात्राओं ने सुबह करीब सात बजे गांव बनवाला के प्रथम बस अड्डा के समीप तथा गीता भवन के निकट दो अलग-अलग जगहों पर जाम लगाकर सिरसा-संगरिया मार्ग अवरूद्ध कर दिया। जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।
इसी दौरान करीब 7.30 बजे संगरिया से आई हरियाणा रोड़वेज की एक बस को विद्यार्थियों ने घेर लिया।  विद्यार्थियों के हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें तथा पत्थर पकड़े हुए देखकर बस के चालक तथा परिचालक ने खचाखच भरी बस को खाली करवा दिया। बस पर मिट्टी तेल छिड़कर कर आग लगाई जाती इससे पूर्व ही मौका पर गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी तथा गांव के लूना राम, सरवन कुमार, टेकचंद, काशी राम, भूप सिंह, महावीर सिंह, प्रभु राम, ललित कुमार, मोहन लाल आ गए। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसा करने से रोक लिया। सरपंच ने तनावपूर्ण स्थिति की जानकारी तुरंत एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को दी। एसडीएम के आदेश पर रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद तथा थाना औढ़ां के प्रभारी हवा सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि सोमवार से इस रूट पर बस शुरू कर दी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद 11 बजे स्टूडेंट सड़क से हटे।
स्टूडेंट अनिता, सुमन, रेखा, माया, कोमल, कमलेश, कांता, किरण, पूनम देवी, सुरेंद्र, विक्रम, विकास, राजेंद्र, संदीप, पृथ्वी राज, हरपाल ने बताया कि वे शिक्षा प्राप्ति के लिए हर रोज पांच किलोमीटर पैदल चलकर गांव रिसालियाखेड़ा जाते हैं। जिसके लिए उन्हें सुबह करीब 5.30 बजे घर से निकलना पड़ता है। समय पर न पहुंचने के कारण उनकी गैरहाजिरी लगती है, साथ में उन्हें कक्षा में भी बैठने नहीं दिया जाता। इन परेशानियों से गुजरने के बाद अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। विद्यार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर सोमवार से इस रूट पर बस शुरू नहीं की जाती, तो वे लोग पुन: मार्ग अवरूद्ध कर देंगे।
एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्हें उपरोक्त स्थिति की जानकारी मिली थी। रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद को मौका पर भेजा था। उनसे आश्वासन मिलने के बाद विद्यार्थियों ने जाम खोल दिया। उनके अनुसार बनवाला-रिसालियाखेड़ा के बीच सोमवार से रोड़वेज की बस सेवा बहाल कर दी जाएगी।