26 जून 2011

हत्यारोपी मां के साथ दूधमुंही बच्ची भी गई जेल


बलदेव नाथ हत्याकांड : हत्यारोपी बाजार नाथ एक दिन के रिमांड पर
डबवाली (लहू की लौ) रूठी बीवी को मनाने के लिए ससुराल आए दामाद की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने मृतक की पत्नी, सास तथा साले को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को शनिवार को चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट सिरसा नरेश कुमार सिंघल की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने महिलाओं को बोस्टल जेल हिसार भेजने के आदेश दिए। जबकि मृतक के साले को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। उल्लेखनीय है कि हत्यारोपी महिला के साथ उसकी तीन माह की दूधमुंही बेटी भी जेल में गई है।
सिरसा की जेजे कलोनी का रहने वाला बलदेव नाथ (30) 20-21 जून को गांव डबवाली में अपने ससुराल में अपनी पत्नी सुरती बाई (28) को लेने के लिए आया हुआ था। 21 जून की सुबह उसका शव एक कीकर के नीचे पड़ा मिला। उस समय बलदेव नाथ के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की। पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या किए जाने का खुलासा किया। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मृतक की बहन शिमला बाई (40) निवासी बरनाला रोड़, सिरसा के ब्यान पर मृतक की पत्नी सुरती बाई, सास ठरिया बाई तथा दो सालों बाजार नाथ तथा अंग्रेज नाथ के खिलाफ दफा 302/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी। शुक्रवार रात को पुलिस ने सुरती बाई, ठरिया बाई तथा बाजार नाथ को गिरफ्तार कर लिया।
थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि मृतक बलदेव नाथ समुदाय से था। समुदाय की परंपरा अनुसार उसकी शादी गांव पन्नीवाला मोटा हाल गांव डबवाली निवासी सुरती बाई के साथ हुई थी। परंपरा के मुताबिक ही उसकी बहन शिमला बाई की शादी सुरती के भाई बाजार नाथ से कर दी गई। शिमला बाई तथा बाजार नाथ के सात बच्चे हुए। लेकिन पिछले तीन साल से शिमला बाई बाजार नाथ को छोड़कर अपने देवर लोहार नाथ के साथ सिरसा के बरनाला रोड़ पर रहने लगी। बाजार नाथ बगैरा ने भरसक प्रयास किए लेकिन शिमला बाई वापिस नहीं आई। बाजार नाथ बगैरा सुरती बाई को अपनी ननद तथा उसके घरवालों को समझाने के लिए कहने लगे। लेकिन सुरती बाई के प्रयास भी नाकाफी रहे।
एसआई महावीर ने बताया कि इसी बात को लेकर दोनों परिवारों में मनमुटाव चला आ रहा था। बलदेव नाथ शराब पीने का आदि था। सुरती बाई अपने पति की शराब की लत तथा उपरोक्त विवाद के चलते गांव डबवाली में मायके आकर रहने लगी। घटना से कुछ दिन पूर्व बलदेव नाथ अपनी पत्नी को मनाने के लिए ससुराल आया हुआ था। 20 जून की रात को उपरोक्त विवाद को लेकर बाजार नाथ, सुरती बाई, ठरिया बाई तथा अंग्रेज नाथ का बलदेव नाथ से गाली-गलौज हो गया। मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। आरोपियों ने बलदेव नाथ की पिटाई शुरू कर दी। बाजार नाथ ने कंधाली (तेजधार हथियार) से बलदेव के सिर पर वार किया। जिससे वह वहीं ढ़ेर हो गया। हत्या के बाद आरोपियों ने बलदेव नाथ को कीकर के वृक्ष के पास लेटा दिया और मामला आत्महत्या का दिखाने की कोशिश की। 21 जून की सुबह बलदेव की आत्महत्या की खबर उसके परिजनों को दे दी।
थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार रात को सुरती बाई, ठरिया बाई तथा बाजार नाथ को गिरफ्तार कर लिया गया था। शनिवार को हत्यारोपियों को चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट सिरसा नरेश कुमार सिंघल की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी महिलाओं को बोस्टल जेल हिसार भेजने के आदेश दिए। जबकि बाजार नाथ को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। इस दौरान पुलिस हत्या में प्रयुक्त किए गए तेजधार हथियार तथा फरार आरोपी अंग्रेज नाथ का पता लगाएगी।
मां के साथ दूधमुंही बच्ची भी गई बोस्टल जेल
बलदेव नाथ की हत्या के आरोप में पकड़ी गई सुरती बाई को पुलिस ने शनिवार को सिरसा कोर्ट में पेश किया। उस समय उसके साथ उसकी दूधमुंही बेटी रेखा (तीन माह) भी थी। जो बिलख रही थी। अदालत ने सुरती बाई को बोस्टल जेल हिसार भेजने के आदेश दिए। जिसके चलते तीन माह की मासूम रेखा भी अपनी मां के साथ जेल काटने के लिए हिसार रवाना हो गई। इधर घटनाक्रम से अंजान सुरती के तीन बेटे संदीप नाथ (6), मनदीप नाथ (4) तथा मनप्रीत नाथ (2) अपनी चाची किलपा बाई के पास रह गए।