24 नवंबर 2014

सिर्फ नाम बदला, सिस्टम अंग्रेजों वाला

स्कूली बच्चों को पढ़ाया जा रहा है काल्पनिक इतिहास-डॉ. चमन लाल


डबवाली (लहू की लौ) आजादी के लिये चले आंदोलनों तथा भगत सिंह सरीखे क्रांतिकारी के जीवन का बिगड़ा हुआ स्वरूप देश में स्कूली बच्चों को इतिहास के रूप में पढ़ाया जा रहा है, जोकि महज कल्पना पर आधारित है। क्रांतिकारियों की जन्म शताब्दी पर करोड़ों रूपये बर्बाद करके सरकारें महज ड्रामा कर रही हैं। भगत सिंह के सपनों का भारत आज तक नहीं बसा है। यह कहना है चर्चित लेखक एवं विचारक डॉ. चमन लाल का।

वे रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गदर पार्टी, करतार सिंह सराभा की परंपरा तथा भगत सिंह की विचारधारा विषय पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। वरच्युस क्लब की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी में डॉ. चमन लाल ने मौजूदा सिस्टम पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुये सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि 1857 को जंग ए आजादी पर इतिहास में सबसे ज्यादा किताबें लिखी हैं। कुछ लेखकों ने बड़े अच्छे ढंग से इसको पेश किया है। लेकिन हमारे देश में ज्ञान की परंपरा नहीं है। हम लोग पढऩा नहीं जानते। हम अपना इतिहास न जाने, अंधे बने रहें, ऐसी सोच रखते वाले कुछ लोगों ने इतिहास को गट्टर में फेंक दिया है। जो स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है वह काल्पनिक इतिहास है। जिससे बच्चों को सही ज्ञान नहीं मिल पा रहा।
शहीद का दर्जा सरकार नहीं, लोग देते हैं
उन्होंने टिप्पणी करते हुये कहा कि शहीद का दर्जा मांगने से नहीं मिलता। यह दर्जा लोग देते हैं। शहीदों के नाम पर सरकार केवल नाटक करना जानती है। जन्म शताब्दी मनाने के नाम पर पैसे की बर्बादी की जाती है। ऐसा कम अक्ल वाले लोग करते हैं। जिनके पास ज्ञान नहीं होता, जो इतिहास नहीं पढ़ते।
अभी भी चल रही अंग्रेजों जैसी सरकार
प्रख्यात लेखक तथा विचारक ने कहा कि देश में आज भी अंग्रेजों जैसी व्यवस्था चल रही है। सिर्फ नाम बदला है। कलोनियन स्ट्रक्चर में चलने वाला इंडियन सिविल सर्विसज अब इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस हो गया है। लेकिन ढंग वहीं है। राजनीतिक लोग जनता की आवाज दबाने के लिये अधिकारियों का सहारा लेते हैं। क्रीमिनल लोग राजनीति में आराम से आ रहे हैं। बात चाहे रूलिंग पार्टी की हो या फिर विरोधी पार्टी के सांसदों की। इस बार भी ऐसे क्रीमिनल टाईप एमपी या मंत्रियों की तादाद कम नहीं है। जिनका स्थान कटघरे में होना चाहिये, उनकी सुरक्षा के लिये सैंकड़ों जवान तैनात रहते हैं।



राजनीतिकों ने दिखाये सब्जबाग


आजादी मिले को लंबा समय हो गया है। हमने प्रत्येक पार्टी को अवसर देते हुये सरकार बनाई। अब भी वे हमारे पास आ रहे हैं, हमें तरह-तरह के सब्जबाग दिखाते हैं। मेरा प्रश्न है कि क्या कभी समस्याओं में कमी आई? क्या इसी रास्ते पर चलते रहना सही है? आज अन्नदाता भूखा मर रहा है। बड़े-बड़े भवन बनाने वाला भूखा मर रहा है। एक किसान 1 क्विंटल फसल लेने के पांच हजार रूपये ले रहा था, आज उसे तीन हजार मिल रहे हैं। क्या अब उस किसान पर महंगाई की मार नहीं है? मैं मानता हूं कि बेशक इकनोमिक्स, मैथ भाड़ में जाये, अब जरूरत शहीद भगत सिंह के आदर्श अपनाने की है। उनके दिखाये रास्ते पर चलने की है। बच्चों को दी जा रही शिक्षा में परिवर्तन की जरूरत है। बड़ी शर्म आती है यह बात कहते हुये कि षडयंत्र के साथ भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी के जीवन को किताबों में हटा दिया गया।

-सतीश कुमार, एसडीएम, डबवाली (समारोह के अध्यक्ष)

भगत सिंह को जानने के मात्र दो रास्ते
उन्होंने कहा कि अगर भगत सिंह के जीवन को सही तरीके से जानना है, तो उसके केवल दो रास्ते हैं। शहीद ए आजाम की भतीजी वरिंद्र संधू की लिखित पुस्तक तथा दूसरा रास्ता भगत सिंह के खुद के लिखित पत्र। इस मौके पर उन्होंने स्पष्ट किया कि भगत सिंह ने अपने जीवन में कभी भी पीली पगड़ी नहीं पहनी थी। वे हमेशा सिर्फ सफेद रंग की पगड़ी पहना करते थे। कुछ लोग भ्रमित करने के लिये ऐसा कर रहे हैं। प्रसिद्ध लेखक ने भगत सिंह को तस्वीरों में पिस्तौल तथा बम वाला करार देने वालों की तीखी आलोचना करते हुये ऐसे लोगों को मूर्ख व गधे कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगत ङ्क्षसह की जेल डायरी पढऩे पर खुद-ब-खुद पता चल जाता है कि वे कैसे इंसान थे। भगत सिंह की एक जेब में अंग्रेजी का शब्दकोष तथा दूसरी जेब में नॉबेल होती थी।

प्रत्येक विद्यालय में बांटी जायेगी भगत सिंह की जीवनी
इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परिचर्चा स्थल की स्थापना करने की घोषणा हुई। वरच्युस क्लब ने भगत सिंह पर आधारित पुस्तकें विद्यालय की लाईब्रेरी में रखने की घोषणा की। इस मौके पर उपमंडलाधीश ने भगत सिंह पर लिखित पुस्तकों को प्रत्येक विद्यालय में पहुंचाने की घोषणा भी की। मंच का संचालन कोरियोग्राफर संजीव शाद ने बखूबी किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रिंसीपल सुरजीत मान, केशव शर्मा, परमजीत कोचर, वेदप्रकाश भारती, सतपाल जग्गा, शशिकांत शर्मा, राम लाल बागड़ी, नरेश शर्मा, मुकंद लाल सेठी, राजेंद्र सिंह देसूजोधा, राजेश हाकू, एडवोकेट जतिंद्र खैरा मौजूद थे।

साहब! अपने पैसे लेते जाईये

डबवाली (लहू की लौ) कार्य करने के बाद रिव्यू लेना कोई एसडीएम सतीश कुमार से सीखे। बिना सुरक्षा बल, बिना किसी गाड़ी के पैदल ही बाजार में टहलना और फिर आम आदमी की तरह भीड़ के बीच में खड़े होकर समस्या जानना एसडीएम की आदतों में शुमार है। एसडीएम ने शनिवार शाम को भी कुछ ऐसा ही किया।
शाम करीब साढ़े 6 बजे एसडीएम सतीश कुमार टहलते हुये गौशाला के नजदीक पहुंचे। वहां रेहड़ी मालिकों के लिये व्यवस्था का निरीक्षण किया। उनकी तकलीफ जानने के लिये वे उनके बीच आ खड़े हुये। वे रेहड़ी मालिक सुर्जन सिंह के पास पहुंचे। उससे मटर का भाव पूछा एक किलोग्राम देने के लिये कहा। फिर ढाई सौ ग्राम हरी मिर्च खरीदी। सब्जी विक्रेता ने एसडीएम से 50 रूपये मांगे। एसडीएम ने उसे 90 रूपये रखने के लिये कहा। ऐसा करके एसडीएम सब्जी विक्रेता को तोल रहे थे। सब्जी लेकर वापिस जा रहे एसडीएम को आवाज लगाकर सुर्जन सिंह ने कहा कि साहब! अपने पैसे लेते जाईये। सब्जी विक्रेता ने 40 रूपये उन्हें वापिस दे दिये।
एसडीएम को पहचान लिया था
नई सब्जी मंडी में रेहड़ी मालिक बेशक एसडीएम को पहचानने में नाकाम रहे हों। कुर्सी छोड़ बिना टाई-वाई के पहुंचे एसडीएम सर्जुन सिंह की आंखों से नहीं बच पाये थे। इस सब्जी विक्रेता ने एसडीएम के सब्जी मंडी में घूमने की सूचना जैसे ही अपने साथियों को दी, तो रेहड़ी मालिकों ने एसडीएम को घेर लिया। एक-एक करके अपनी समस्या बताने लगे। सब्जी विक्रेता विनोद भुराडिय़ा ने कहा कि उनके एक बार कहने पर ही वे इस जगह पर शिफ्ट हुये हैं। अभी भी कुछ ऐसे रेहड़ी मालिक हैं, जो पुरानी जगह पर रेहड़ी लगाते हैं। जिससे उनका व्यापार चौपट हो रहा है। एक सब्जी विक्रेता ने बरामदों में लगने वाले सब्जी/फल को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट करने की मांग की। एसडीएम ने सब्जी/फल विक्रेताओं की समस्याओं को सुनने के बाद हल करने का आश्वासन दिया।
आधा घंटा चला हंसी ठिठोली
दफ्तरी कामकाज निपटाकर सब्जी विक्रेताओं में पहुंचे एसडीएम ने करीब आधा घंटा तक हंसी ठिठोली की। उन्होंने सब्जी विक्रेताओं से पूछा आप यहां ठीक हो, या वहां ठीक थे। जिस पर सब्जी विक्रेताओं ने जगह मिलने पर खुशी जाहिर की। हंसी-ठिठोली में एसडीएम ने अपने दिल की बात भी कह दी। उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार में आपकी वजह से यातायात में बाधा आती थी। अब वह खुला-खुला सा नजर आने लगा है। वाहन चालकों को कोई परेशानी नहीं। साथ में मुख्य बाजार सहित शहर में घूमने वाले सांड आप लोगों के पीछे-पीछे गौशाला तक पहुंच जाएंगे। जिससे शहर को अवारा सांडों से मुक्ति मिल जायेगी।

डायल करना होगा नंबर, खाली हो जायेगा डस्टबिन

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार के स्वच्छ हरियाणा-स्वच्छ भारत अभियान को आगे लेजाते हुये प्रशासन ने कुछ नियम बना डाले हैं। यहां अब डस्टबिन बोलेगा, मुझे उठा लो। वहीं लघुशंका करने पर जुर्माना अदा करना होगा। इस बीच शहर की स्वच्छता का जिम्मा भी मातृ शक्ति के हाथ देना तय हो गया है। इसके लिये एसडीएम वार्ड वाईज महिला कमेटियों का गठन करेंगे।
1 नवंबर 2014 से लगातार चल रहे स्वच्छता अभियान में एक कड़ी ओर जोड़ते हुये प्रशासन ने शहर के अलग-अलग जगहों पर रखे डस्टबिन पर नंबर अंकित करने का फैसला लिया है। नगर परिषद के सफाई निरीक्षक को जवाबदेह करने के लिये उसका मोबाइल नंबर इन डस्टबिन पर लिखा जायेगा। संबंधित व्यक्ति को इस मोबाइल नंबर पर केवल डस्टबिन का नंबर बताना होगा। नगर परिषद कर्मी तुरंत गंदगी से भरे डस्टबिन को उठा ले जाएंगे। यहीं नहीं शहर में स्वच्छता की ओर एक कदम ओर बढ़ाते हुये प्रशासन ने नगर परिषद कर्मियों का चार्टर तैयार करने का मन बनाया है। इसके तहत प्रत्येक कर्मचारी के कार्यक्षेत्र का मेप प्रशासन के हाथ में होगा। सफाई संबंधी शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मचारी से जवाब तलबी की जायेगी।
महिलाओं के हाथ होगी स्वच्छता की बागडोर
डबवाली प्रशासन खट्टर सरकार के स्वच्छता अभियान की बागडोर मातृ शक्ति के हाथों में सौंपना चाहता है। इसके तहत एसडीएम सतीश कुमार वार्ड वाईज महिला कमेटियां गठित करेंगे। इससे पूर्व वे महिलाओं तथा समाजसेवियों के साथ बैठक करेंगे, ताकि योजना को अमलीजामा पहनाया जा सकें।
इधर जुर्माना लगाने की तैयारी
नई अनाज मंडी में स्वच्छता बनाये रखने के लिये मार्किट कमेटी लघुशंका करते पकड़े जाने पर जुर्माना लगाने जा रही है। मार्किट कमेटी सचिव हेतराम ने बताया कि अनाज मंडी में शौचालय बने हुये हैं। इसके बावजूद कुछ लोग शैड तथा शौचालयों के बाहर लघुशंका करते हैं। जिससे गंदगी का आलम बना रहता है। जिनस लेकर मंडी में आने वाले किसानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिये कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के साथ मिलकर लघुशंका करते पकड़े जाने पर 50 रूपये जुर्माना ठोका जायेगा, ताकि अनाज मंडी की स्वच्छता कायम रह सके।

शिकायतों के बाद निर्णय

डस्टबिन पर नंबर अंकित किये जाएंगे। इसके अतिरिक्त सीनेटरी इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर साथ में लिखा जायेगा। डस्टबिन भरे होने के बावजूद न उठने संबंधी लोगों की शिकायतों के बाद ही उपरोक्त निर्णय लिया गया है। स्वच्छता अभियान को जिंदा रखने के लिये महिला कमेटियां गठित की जाएंगी। मेरा मानना है कि मातृ शक्ति की आहुति के बिना प्रत्येक यज्ञ अधूरा है।
-सतीश कुमार, एसडीएम, डबवाली

हरियाणा में जल्द शुरू होने जा रहा है खनन कार्य-बजरंग दास गर्ग


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि उनके लिए व्यापारियों के हित सर्वोपरि हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यापारियों के प्रति अच्छी सोच और नीति के चलते उन्होंने भाजपा ज्वाईन की।
वे रविवार को डबवाली में भाजपा नेता सतीश जग्गा के निवास स्थान पर पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वह पिछले 25 वर्षों से व्यापारियों के हित में संघर्ष करते आ रहे हैं। पिछली हुड्डा सरकार से उन्होंने व्यापारियों की अनेक मांगों को पूरा करवाया। लेकिन जब इससे पूर्व ओमप्रकाश चौटाला की सरकार ने व्यापारियों की मांगों को मानने से इंकार किया था तो वह अपने साथियों के साथ सड़क पर उतरा था।
व्यापारी नेता ने कहा कि उनकी मांग पर ही हरियाणा की वर्तमान सरकार ने पिछले पांच वर्षों से बंद पड़े खनन कार्य को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। जिससे सरकार को सीधे तौर पर करीब 1500 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त होगा। इससे हजारों ट्रक ऑपरेटरों, व्यापारियों, मजदूरों को रोजगार मिलेगा। यहीं नहीं बल्कि इससे निर्माण सामग्री सस्ती होगी और भवन निर्माण अधिक होने से राज कारीगरों तथा मजदूरों को भी लाभ होगा। उन्होंने केन्द्र की मोदी तथा राज्य की खट्टर सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिक्रीकर की रिटर्न तथा लाईसैंस बनवाने की प्रक्रिया को ऑनलाईन करने का प्रस्ताव   व्यापारी हित में तथा भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी कर प्रणाली शीघ्र लागू करके व्यापारियों को अफसरशाही से मुक्ति दिलाई जाये। उनके अनुसार इस कर प्रणाली में खाद्य वस्तुओं को कर मुक्त तथा अन्य वस्तुओं पर न्यायोचित कर दर लगाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि  गुजरात मॉडल पर  हरियाणा में भी सिंगल विंडो सिस्टम लागू किये जाने से महत्वपूर्ण विभागों में भ्रष्टाचार रूकेगा। उनके अनुसार सबसे अधिक भ्रष्टाचार राजस्व विभाग में है जिस पर सिंगल विंडो सिस्टम से रोक लगेगी और समय भी बचेगा।  उन्होंने कहा कि व्यापारी सरकार बनाने, सरकार चलाने,सरकार का खजाना भरने की भूमिका अदा करते हैं और व्यापारी लेता नहीं बल्कि देता है। इसलिए सरकार को व्यापारी हित  को मुख्य रखकर कर नीतियां  बनानी चाहिएं। इस मौके पर व्यापारी नेता हीरा लाल शर्मा, प्रवीण सिंगला, इन्द्र जैन, सतपाल जग्गा, सुदर्शन मित्तल, गुरदीप कामरा उपस्थित थे। 

आरएसएस शांति न रखता तो अलग देश होता पंजाब

डबवाली (लहू की लौ) करीब चौबीस वर्ष पूर्व आएसएस शाखा पर हुये आतंकवादी हमले में शहीद हुये स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि दी गई। रविवार को मंडी किलियांवाली स्थित वारदात स्थल पर शाखा लगी। जिसके बाद हवन यज्ञ हुआ। 17 नवंबर 1990 को मंडी किलियांवाली स्थित जलघर में आरएसएस शाखा के दौरान एक जीप पर सवार होकर आये चार आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। जिसमें 11 स्वयंसेवकों की मृत्यु हो गई थी। रविवार को आएसएस ने स्वयंसेवकों की याद में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये आरएसएस के विस्तारक वीरभान ने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता सरकार से उपरोक्त वारदात स्थल पर पार्क बनाने की मांग करेंगे। ताकि शहीदों की याद में बने स्मारक स्थल को चिरस्थाई बनाया जा सके। इससे पूर्व हवन यज्ञ हुआ। जिसमें फिरंगी लाल ने मुख्य यजमान के तौर पर भाग लिया। इस अवसर पर आरएसएस के नगर कार्यवाहक अमृतपाल, सह नगर कार्यवाहक नरेश कुमार, भाजपा नेता देवकुमार शर्मा, शहीद स्मारक समिति के अध्यक्ष शाम लाल, संरक्षक एडवोकेट राजिंद्र गुप्ता, राम लाल बागड़ी, मुकंद लाल सेठी, राजेश डेयरी वाले, अरूण कुमार, राकेश वधवा, नीरज जिंदल, सुनील जिंदल, बहादर सिंह कूका उपस्थित थे।

दुर्घटना करके भाग रही अस्टीम कार काबू, चालक फरार

डबवाली (लहू की लौ) दुर्घटना करके फरार हुई एक अस्टीम कार ने मालवा बाईपास रोड़ पर भी कई वाहन चालकों को कुचलने का प्रयास किया। बाईपास पर बना रेलवे फाटक बंद होने के कारण कार सवार गाड़ी को वहीं छोड़कर फरार हो गये। मौका पर आई किलियांवाली पुलिस ने गाड़ी को कब्जे में करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

मीटर कार्य में बाधा बने 20 लोग काबू

डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में बिजली मीटर घर से बाहर निकालने पर हुये बवाल में किलियांवाली पुलिस ने सात महिलाओं सहित बीस लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें रविवार को नायब तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया।
शनिवार को पावर कार्पोरेशन के मुलाजिम मंडी किलियांवाली में बिजली मीटर बाहर निकालने की मुहिम छेड़े हुये थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने खेत मजदूर यूनियन किलियांवाली के अध्यक्ष फकीर चंद के नेतृत्व में कार्य में बाधा डालनी शुरू कर दी। कार्पोरेशन कर्मचारियों ने मौका पर पुलिस बुला ली। पुलिस ने सोनू, मंदर, संजू, खुशी राम, लालचंद, रवि कुमार, खुशी राम, हरदयाल सिंह, धर्मवीर, काला सिंह, प्रदीप कुमार, जसविंद्र सिंह, फकीर चंद, तारावंती, रेखा, आशा देवी, प्रवीण रानी, रानी, राज कौर, मुख्तियार कौर को हिरासत में लिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार श्रवण कुमार ने बताया कि हिरासत में लिये लोगों को रविवार को लंबी के नायब तहसीलदार जगमेल सिंह के समक्ष पेश किया गया। आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया।

90 फीसदी लोगों के दांतों में मिला कीड़ा

सामाजिक संस्था नई किरण ने लगाया शिविर, 304 मरीजों की हुई जांच


डबवाली (लहू की लौ) अपने दांतों की जांच करवाने पहुंचे करीब 90 फीसदी लोगों के दांतों पर कीड़ा लगा मिला। जिसे देखकर दंत चिकित्सक भी हैरान हो गये। दंत चिकित्सकों ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों को दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह दी।

304 मरीजों की हुई जांच
मौका सामाजिक संस्था नई किरण की ओर से तनसुख दास बिहारी लाल धर्मशाला में आयोजित दंत चिकित्सा शिविर का था। शिविर में 304 लोग अपने दांतों की जांच करवाने के लिये पहुंचे। दंत चिकित्सक अंशुल सचदेवा, नेहा सचदेवा तथा पायल ने जांच की। चिकित्सकों ने बताया कि अधिकतर लोगों के दांतों में कीड़ा लगा मिला है। अक्सर खाद्य पदार्थ दांतों में फंस जाते हैं। ब्रश न करने की वजह से यह रोग में बदल जाता है। यह ऐसा रोग है, एक बार होने पर वह तेजी से दांतों में फैलता है। जिसकी वजह से मसूड़े कमजोर हो जाते हैं। दर्द के साथ हिलना शुरू हो जाते हैं।
ब्रश करने का मैथेड
डॉ. अंशुल सचदेवा ने बताया कि ब्रश करने का अपना मैथेड है। कुछ लोग दांतों में चमक लाने के लिये जोर-जोर से ब्रश रगड़ते हैं। जो कि गलत है। नीचले दातों पर नीचे से ऊपर और ऊपर के दांतों पर ऊपर से नीचे ब्रश को रगडऩा चाहिये। लेकिन अधिक दबाव से नहीं। दांतों संबंधी बीमारियों से बचने के लिये सुबह तथा रात को खाना खाने के बाद ब्रश करना चाहिये।
इस नुस्खे से मिल सकती है निजात
चिकित्सकों के अनुसार सुबह तथा शाम को गुनगुने (थोड़ा सा गर्म) पानी में नमक मिलाने के बाद खारे पानी से कुरली की जाये तो बीमारियों से बचा जा सकता है।
इससे पूर्व शिविर का शुभारंभ एसडीएम सतीश कुमार ने किया। इस मौके पर वियोगी हरि शर्मा, मुकेश कामरा, डॉ. एमएल बागला, संस्था के अध्यक्ष कर्ण कामरा, गौरव सिंगला, लवली शर्मा, पंकज बांसल, सुमित मौजूद थे।

24 Nov. 2014