09 नवंबर 2010

शराब ने मारा दिहाड़ीदार मजदूर

डबवाली (लहू की लौ) शराब की आदत गांव पन्नीवाला मोरिकां के गुरदेव सिंह की मौत का कारण बन गई। नशे में गंदे पानी के जोहड़ में गिरने के 17 घंटो के बाद उसके शव को बाहर निकाला गया।
गांव पन्नीवाला मोरिकां निवासी गुरदेव सिंह (60) दिहाड़ीदार मजदूर था। रविवार शाम करीब 7 बजे वह डबवाली में दिहाड़ी करके घर वापिस आया। उसकी पत्नी बलवीर कौर (58) ने उसे खाना खाने को कहा। लेकिन उसने गांव में बने शराब के ठेके पर जाने की जिद पकड़ ली और चल दिया। शराब ठेका पर उसने शराब पी। शराब का अत्यधिक सेवन करने के बाद वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख सका और गांव के बस अड्डा पर आकर गिरने लगा।
गांव के सोनी खान (23), चेला राम (40), पिरथी (30) ने बताया कि रविवार रात को वे गांव के बस अड्डा पर बैठे थे। इसी दौरान गुरदेव की भेंट उनसे हुई। उस समय गुरदेव सिंह शराब पीए हुए था। उन्होंने उसे संभाला। कुछ देर बाद गुरदेव वहां से चला गया। निकट स्थित गंदे पानी के जोहड़ में कोई वस्तु गिरने की आवाज हुई। गुरदेव सिंह भी कहीं दिखाई नहीं दिया। वे लोग मौका पर पहुंचे, कोई व्यक्ति जोहड़ से बाहर निकलने के लिए छटपटा रहा था। शोर मचाने पर काफी लोग मौका पर जमा हो गए। जोहड़ में डूबते व्यक्ति को बचाने के लिए गांव के जगजीत सिंह, कैंची, भोला नामक तीन युवक जोहड़ में उतर गए। गांव के गुरूद्वारा में इस घटना की सूचना दी गई। गुरदेव को बचाने के लिए ग्रामीणों का हजूम उमड़ पड़ा। रात करीब अढ़ाई बजे तक प्रयास चलते रहे। लेकिन ग्रामीणों की तमाम कोशिशें धरी की धरी रह गई।
सोमवार सुबह पुन: तीन फीटर लगाकर 15 फुट गहरे जोहड़ का पानी निकाला गया। ग्रामीणों को 17 घण्टों के अथक प्रयास के बाद उस समय सफलता हाथ लगी, जब ग्रामीणों की दृष्टि गुरदेव के शव पर पड़ी। उसे बाहर निकाला गया। गांव के सरपंच जगदीप सिंह, ग्रामीण जगजीत सिंह, राजा सिंह, जोगिन्द्र सिंह, लक्ष्मण सिंह, मक्खन सिंह, राजू सिंह, बंसी सिंह, हरप्रीत सिंह, दीपा सिंह, परमेश्वर सिंह, राजेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि उन्होंने कभी भी गुरदेव सिंह को लड़ते-झगड़ते नहीं देखा। लेकिन वह शराब पीने का आदि था। शराब ही उसकी मौत की वजह बन गई।
गुरदेव के तीन बेटे गोपाल, इकबाल और विजय सिंह हैं। वे भी दिहाड़ी मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं। मृतक गुरदेव की पत्नी बलवीर कौर ने भी स्वीकारा कि उसका पति शराब पीने का आदि था।

16 साल की लड़की को भगा ले गया

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली से एक 16 वर्षीय लड़की को एक युवक भगा ले गया। पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज करके लड़की तथा आरोपी की तालाश में छापामारी शुरू कर दी है।
गांव डबवाली के महिन्द्र सिंह (47) ने बताया कि उसकी 16 वर्षीय लड़की सर्वजीत कौर गांव के ही सरकारी हाई स्कूल की 9वीं कक्षा की छात्रा है। 3 नवम्बर को सुबह 7 बजे स्कूल के घर से गई थी लेकिन शाम तक जब घर नहीं लौटी तो उन्होंने रिश्तेदारी में तालाश शुरू कर दी। वह कहीं नहीं मिली।
शिकायतकर्ता के अनुसार इसी दिन से उसके चाचा निहाल सिंह के सांडू जोगिन्द्र सिंह का 19 वर्षीय लड़़का जसवीर सिंह उर्फ वीर सिंह निवासी गुरूसर माडी जिला मोगा भी गायब है जो कि गांव डबवाली में आया हुआ था।
थाना शहर पुलिस डबवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि महिन्द्र सिंह के ब्यान पर आरोपी युवक के खिलाफ लड़की को भगा ले जाने के आरोप में धारा 363/366ए आईपीसी के तहत केस दर्ज करके जिला मुक्तसर और मोगा में संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू कर दी है। फिलहाल दोनों का पता नहीं चल पाया है।

मां-बेटा घायल

डबवाली (लहू की लौ) पड़ौसियों को लड़ाई में हस्तक्षेप करना उस समय महंगा पड़ा जब हमला करने आई पार्टी ने मां-बेटे को घायल कर दिया।
घायल सर्वजीत कौर (45) पत्नी सुखमन्दर सिंह निवासी गांव डबवाली ने बताया कि उनके पड़ौसी नाहर सिंह के साथ कुछ लोग हाथापाई कर रहे थे। जिस पर वह और उसका बेटा सुखजीत सिंह (25) छुड़ाने के लिए चले गये तो हमलावरों ने उनके चोटें मारीं और घायल कर दिया।
मौका पर उपस्थित नाहर ङ्क्षसह (30) पुत्र भगत सिंह ने बताया कि उसने गांव के ही शालू से 2800 रूपये कीमत का रस्सा लेना है और उसके 500 रूपये देने हैं। इसी बात को लेकर शालू के साथ उसका झगड़ा हो गया। शालू ने अपने साथियों की मदद से उस पर हमला बोल दिया लेकिन उसे छुड़ाने आये उनके पड़ौसी इस हमले में घायल हो गये।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि अभी दोनों पक्षों के ब्यान होने बाकी हैं। उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

पांच ट्राली पराली जली

डबवाली (लहू की लौ) गांव लखुआना में शनिवार रात को एक गाय के नौहरे में आग लग जाने से करीब पांच ट्राली धान की पराली जल कर राख हो गई। जिस पर मौका पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया।
गांव लखुआना में गौ पाल गोबिन्द पुत्र लेखराज शर्मा ने बताया कि शनिवार रात को पटाखों से उनकी गौशाला में पड़ी धान की पराली में आग लग गई। जिससे पांच ट्राली पराली जल कर राख हो गई। गांव वालों की सहायता से गायों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मौका पर पहुंची फायर ब्रिगेड के एएफएसओ धर्मपाल, फायरमैन रविकान्त, नन्द राम, चालक इन्द्रजीत ने बताया कि उन्हें आग पर काबू पाने में 4 घंटे लगे। इस आग से 20 हजार रूपये कीमत की धान की पराली जल गई।
उन्होंने यह भी बताया कि इसी दिन डबवाली के बस अड्डा की वर्कशाप में पड़े कूड़े-कचरे में आग लग गई। जिस पर काबू पाने में उन्हें आधा घंटा तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

कालूआना में झगड़ा, 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव कालूआना में घर में तांक झांक को लेकर हुए झगड़े में दोनों पक्षों के 7 लोगों को चोटें आयी हैं।  जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया है। घायल कपिल देव (27) पुत्र पिरथी राम निवासी कालूआना ने बताया कि वह दिहाड़ीदार मजदूर है। 5 नवम्बर को उसका छोटा भाई रवि (14) नरमा की ट्राली भरने के बाद घर वापिस लौट रहा था कि गांव की गली में कीचड़ होने के कारण राजेन्द्र बगैरा के घर के आगे बनी नाली के ऊपर से गुजरने लगा तो राजेन्द्र ने पकड़ कर उसे पीट दिया। लेकिन उस समय दोनों पक्षों में समझौता हो गया। रविवार रात को वह (कपिल देव), उसका पिता पिरथी राम (55), उसका भाई रवि (14) तथा ममेरा भाई सुनील (22) निवासी खारियां जब अपने पुराने घर जा रहे थे तो मार्ग में राजू, रोहताश, सुन्दरपाल, राकेश, संदीप, मांगेराम व 7-8 अन्य ने उन पर तेजघार हथियारों से हमला करके उन्हें चोटें मारीं।
इधर दूसरे पक्ष के घायल सुन्दरपाल (30) पुत्र दयाल राम निवासी कालूआना ने बताया कि रवि अक्सर उनकी गली से गुजरते समय गली में से न गुजर कर उनकी नाली के ऊपर से गुजरता है और घर की दीवार छोटी का लाभ उठा कर उनके घर में तांक झांक करता है। कई बार उसे समझाया-बुझाया भी लेकिन वह नहीं माना। रविवार रात को रवि बगैर उनके घर के आगे आकर उन्हें गालियां निकालने लगे। इस पर उन्होंने ऐतराज किया तो तैश में आये उपरोक्त आरोपियों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। जिसमें वह (सुन्दरपाल), उसका भाई राजेन्द्र (36),  रोहताश (25) घायल हो गये।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार ने बताया कि अभी दोनों पक्षों के ब्यान होने बाकी हैं। इसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

एचपीएस में मानसिक विकास एवं योग्यता विषय पर सेमिनार

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पब्लिक स्कूल में मानसिक विकास एवं योग्यता विषय पर रविवार शाम को सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में वैदिक गणित के माध्यम से सैकण्डों में अनेकों जोड़, गुणा, भाग, वर्ग तथा क्यूब के सवालों को हल करके दिखाया गया।
सेमिनार में मैमोरी एन एम  जयपुर के मेंटर सूरज मैहता ने बताया कि भारत में लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति से पूर्व गुरूकुल पद्धति में सारी शिक्षा मौखिम रूप में दी जाती थी। यहां तक की वेद की ऋचाएं भी गुरूजन कंठस्थ करवा देते थे। उन्होंने कहा कि युग बदल रहा है। भारत फिर से विश्व में नैतिक और शिक्षा के रूप में सिरमौर शक्ति बनने जा रहा है। ऐसे में बच्चों की मानसिक क्षमता के सदुपयोग करने वाली विधाओं का विकास किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्धति में हम अपने मस्तक का केवल 0.01 प्रतिशत भाग ही प्रयोग कर पाते हैं और शेष को कैसे प्रयोग करना है, इसके लिए उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मैमोरी बढ़ाने के लिए 16 घण्टे के प्रशिक्षण से जादू जैसे परिणाम सामने आ सकते हैं। इस मौके पर उन्होंने दो घंटे के सेमिनार में इसके अचूक नमूने प्रस्तुत किए। जिसमें 10वीं के विद्यार्थी नीतिश तथा मनोज ने 100 शब्दों को केवल मात्र सुनकर उनसे संबंधित सभी सवालों का सही उत्तर दिया। यहां तक की 10वीं कक्षा के विज्ञान के प्रथम 100 पृष्ठों से पूछे गए सवालों का भी सही उत्तर देकर उपस्थित अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। इस सेमिनार का शुभारंभ डॉ. योगेश गुप्ता ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। इस मौके पर मैमोरी एन एम टीम के विशाल वत्स, नरेश शर्मा, महेश शास्त्री उपस्थित थे। विद्यालय के आचार्य निदेशक रमेश सचदेवा ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। डॉ. प्रेमचन्द सचदेवा मैमोरियल समिति की ओर से महेन्द्र सचदेवा, डॉ. योगेश गुप्ता, एमएल ग्रोवर, सुल्तान सिंह वर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।