24 मार्च 2010

सिरसा पुलिस को लेने के देने पड़े

श्रीगंगानगर। सिरसा जिला पुलिस के एक दल को स्थानीय पुलिस का सहयोग लिए बिना एक मुल्जिम की धरपकड़ हेतु छापामारी करने पर लेने के देने पड़ गए। इस पुलिस दल को करीब आधा दर्जन अज्ञात व्यक्तियों ने घेर लिया और डंडों से हमला कर दिया। इसमें सिरसा पुलिस दल का नेतृत्व कर रहा सब इंस्पेक्टर घायल हो गए, जबकि उसके साथी पुलिस कर्मियों को भागकर जान बचानी पड़ी। हमलावर अज्ञात व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस दल की सरकारी टवेरा गाड़ी को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस हरकत में आई, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका। हमला करने वालों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
यह घटनाक्रम सोमवार देर रात को हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाना क्षेत्र के डोबी-भागवां गांव के रास्ते में हुआ, जब सिरसा में ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह दल-बल सहित एक मुल्जिम को पकडऩे के लिए छापा मारने जा रहे थे। भादरा पुलिस के मुताबिक सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा थाना में 18 मार्च को धारा 147, 148, 323 व 504 में दर्ज मुकदमे (नं. 38/10) में जांच अधिकारी एसआई विक्रमसिंह को एक अभियुक्त की तलाश थी। उन्हें पता चला कि यह अभियुक्त डोबी या भागवां गांवों में रणवीरसिंह नामक व्यक्ति के किसी ठिकाने पर शरण लिये हुए हैं। जब यह मुल्जिम डोबी गांव में नहीं मिला तो पुलिस दल भागवां के लिए रवाना हो गया। रात्रि करीब 10 बजे भागवां गांव पहुंचने से कुछ पहले सफेद रंग की सैंटरो कार में आये 5-6 व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस की टवेरा (एचआर 57-3345) को रोक लिया। यह व्यक्ति बेसबॉल के बैट व डंडों आदि से लैस थे, जिन्होंने टवेरा के रूकते ही उसमें सवार पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह हमलावरों के हत्थे चढ़ गया, जबकि उसके साथी पुलिसकर्मी भाग छूटे। इन पुलिस कर्मियों के शोर मचाने पर आसपास की ढाणियों के लोग भागकर आये, जिन्हें आते देखकर हमलावर भाग खड़े हुए।
भादरा पुलिस के अनुसार एसआई विक्रमसिंह ने अपने ऊपर हुए हमले की सूचना सिरसा पुलिस के अधिकारियों को दी। सिरसा पुलिस अधीक्षक ने इस बारे में हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक को बताया, तब भादरा थाने में इस घटनाक्रम की जानकारी मिली। भादरा थाने से पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना हो ही रहा था, तभी घायल एसआई विक्रमसिंह अपने दल सहित थाने में पहुंच गया। इसी बीच नोहर से डीएसपी नैविल क्लार्क भी आ गए। एसआई विक्रमसिंह की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात हमलावरों पर धारा 332, 353, 382 और पीडीपीपी एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा (138/10) किया गया। डीएसपी नैविल क्लार्क ने भादरा थाना के सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण को साथ लेकर दल बल सहित डोबी एवं भागवां गांवों और आसपास की ढाणियों में रात भर छापे मारे, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका।
एसआई विक्रमसिंह द्वारा दर्ज करवाये गए मुकदमे की जांच कर रहे एसआई सत्यनारायण ने बताया कि रात को अंधेरा होने के कारण सिरसा पुलिस दल हमलावरों की कार के नंबर नहीं देख पाया। अलबत्ता पता चला है कि सफेद सैंटरो के नंबर डीएल से शुरू होते हैं। दिल्ली के नंबरों वाली सैंटरों की इस क्षेत्र में तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज विक्रमसिंह का उपचार करवाया गया और एक्सरे करवाये जाने पर पता चला कि उनके एक हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। इस हाथ पर डंडे से प्रहार किया गया था। उन्होंने बताया कि विक्रमसिंह के साथ आये सिपाही राजेंद्र (1021), टवेरा चालक विनोद (947), सिपाही जगदीश (513), सुरेश (413) के चोट नहीं लगी। यह सभी सुरक्षित हैं। हमलावरों ने टवेरा को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। उसकी लाइटें और शीशे तोड़ दिये।
सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण ने बताया कि सिरसा पुलिस के इस दल ने इस क्षेत्र में मुल्जिम की गिरफ्तारी करने के लिए छापामारी करने की पूर्व सूचना न तो भादरा थाने में दी और न ही भिरानी थाने को। अगर यह पुलिस दल इन दोनों थानों में से किसी एक में पूर्व सूचना देकर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर जाती, तो शायद यह घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि पूर्व सूचना न देकर और स्थानीय पुलिस को साथ न ले जाकर इस पुलिस दल ने बहुत बड़ी गलती की है।

सीएम ने कहा, लोगों को गुमराह कर रहे विपक्षी नेता

डबवाली (सिरसा)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को विपक्ष की भूमिका पर ही सवाल खड़ कर दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं है। जो स्वयं को विपक्षी पार्टी के नेता कह रहे हैं, वे वास्तव में विपक्ष की भूमिका अदा न कर सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री मंगलवार को पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह के पुत्र अमित सिहाग की शादी क े प्रीति भोज में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने विधानसभा सत्र के दौरान बेतुका सवाल उठाकर विधानसभा का समय बर्बाद करने के साथ-साथ लोगों को भी गुमराह करने का प्रयास किया है। डबवाली में अग्निकांड के बाद घोषणा के अनुरूप सिविल अस्पताल में अभी तक बर्न यूनिट स्थापित न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घोषणा केंद्र सरकार की थी न कि हरियाणा सरकार की। इसलिए इस घोषणा के तहत काम भी केंद्र सरकार ही कराएगी। विधायक अजय सिंह चौटाला द्वारा उन पर क्षेत्रवाद को बढ़वा देने के आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने क्षेत्रवाद और परिवारवाद को बढ़वा दिया है, वही इस तरह के आरोप लगाते हैं।
पंजाबी भाषा के अध्यापकों की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय के 10 विद्यार्थी उन्हें यह लिखकर दे देंगे कि वे पंजाबी पढ़ना चाहते हैं, उस विद्यालय में तत्काल पंजाबी अध्यापक की नियुक्ति की जाएगी। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि हालांकि, यह काम राज्यपाल का है, फिर भी वे इसके लिए प्रयास करेंगे। एचएसजीपीसी के बारे में उन्होंने कहा कि हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा की रिपोर्ट आ चुकी है, लेकिन कुछ कानूनी अड़चने हैं। इन अड़चनों के दूर होते ही एचएसजीपीसी का रास्ता साफ हो जाएगा।
बिजली की किल्लत के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए बाहर से आठ रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी जा रही है। अगर किसानों को उनकी खरीदी गई जिंस का 72 घंटे के भीतर भुगतान नहीं होता है तो संबंधित खरीद एजेंसी के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में नगर परिषद और पंचायत चुनावों के संबंध में उन्होंने कहा कि ये चुनाव पार्टी के चुनाव चिह्न पर ही लड़ जाएंगे या बिना पार्टी चुनाव चिह्न के, इस पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर प्रो. संपत सिंह भी मौजूद थे