31 मई 2011

रोड़ी में रोड़वेज परिचालक को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) रोड़ी-सरदूलगढ़ मार्ग पर हरियाणा रोड़वेज के एक परिचालक को बाईक सवार तीन युवकों ने लूट लिया और फरार हो गए। घटना रविवार रात करीब पौने नौ बजे की बताई जाती है।
हरियाणा रोड़वेज की बस नं. एचआर57-0954 रविवार शाम 6.30 बजे डबवाली बस अड्डा से रोड़ी के लिए निकली थी। बस को चालक जीवन सिंह चला रहा था। यह बस करीब 8.30 बजे रोड़ी पहुंची। रोड़ी के स्वास्थ्य केंद्र के सामने बस को रोक कर बस का परिचालक गोमा राम निवासी बरूवाली (सिरसा) बाईक से खाना खाने के लिए अपने मित्र भागा राम के गांव कन्हैयावाला की ओर चल दिया।
गोमा राम के अनुसार उसने जैसे ही सरदूलगढ़ रोड़ पर रोड़ी पुलिस द्वारा लगाए गए नाके को क्रॉस किया तो पीछे से आए बाईक सवार तीन युवकों ने धक्का देकर उसे गिरा दिया। उसके हाथ में पकड़ा बैग जिसमें 1500 रूपए तथा 25-30 हजार रूपए की रोड़वेज की टिकट थी, आरोपी छीन कर फरार हो गए। परिचालक के अनुसार उसने इसकी शिकायत रोड़ी थाना में की। लेकिन पुलिस ने पंजाब क्षेत्र कहकर उसे टरका दिया। जब वह सरदूलगढ़ थाना में शिकायत लेकर गया तो वहां के कर्मचारियों ने मौका का मुआयना करने के बाद उसे हरियाणा का क्षेत्र कहकर उसे रोड़ी थाना में जाने की सलाह दी।
थाना रोड़ी के प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंंह ने बताया कि परिचालक के ब्यान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस को परिचालक गोमा राम ने बताया कि लुटेरे युवक 22-28 वर्ष के बीच के थे और देहाती मालूम हो रहे थे।

अस्पताल में पिटा डॉक्टर, मिली माफी


गांव मांगेआना में एएनएम से छेड़छाड़ मामले में पूरा दिन होती रहीं बैठकें, धरना तथा नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) एएनएम से छेड़छाड़ का मामला सोमवार को धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी और आरोपी डॉक्टर की पिटाई के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद निबट गया।
सोमवार को सब सैन्टर मांगेआना पर तैनात एएनएम सत्या देवी छेड़छाड़ प्रकरण को लेकर सरकारी अस्पताल में निर्मल बुलारा प्रदेशाध्यक्ष एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा, लक्ष्मी देवी बेगू प्रेस सचिव हरियाणा कर्मचारी महासंघ, प्रताप सिंह जाखू जिला सचिव एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, कृष्ण लाल मांडा डिंग स्टेट सलाहकार एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, राजकुमार प्रदेश उपप्रधान पब्लिक हैल्थ मैकेनिकल यूनियन, ओमप्रकाश शर्मा डबवाली ब्लाक प्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, मनोज शर्मा जिला उपप्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, केवल कृष्ण डबवाली यूनिट प्रधान हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन, पवन शर्मा प्रधान पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर कर्मचारी यूनियन डबवाली आदि पहुंचे। उन्होंने जमकर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इंसाफ की मांग को लेकर ये लोग धरने पर बैठ गए। मामले को सुलझाने के लिए कर्मचारी संगठनों की ओर से 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसमें कर्मचारियों की ओर से निर्मल बलारा, प्रताप सिंह, सुमन, मनोज शर्मा, रमेश कुमार, लक्ष्मी  देवी, जगविंद्र पाल कौर, कृष्ण लाल, राम विलास आदि शामिल थे। इनकी उपस्थिति में डॉ. विनोद महिपाल के समक्ष मामले को सुलझाने के लिए प्रशासन की ओर से बनाई गई दो सदस्यीय कमेटी डॉ. एमके भादू तथा लेडी डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने पीडि़त एएनएम सत्या देवी तथा आरोपी डॉ. गुरजीत सिंह के ब्यान दर्ज किए। मामले को सुलझाने के पूरा दिन कर्मचारी नेताओं और सरकारी अस्पताल प्रशासन के बीच बातचीत के कई दौर चले।
इसी दौरान डॉ. गुरजीत सिंह माफी मांगने पर रजामंद हो गए। लेकिन पीडि़ता सत्या देवी के यह कहने पर की डॉ. गुरजीत सिंह उसे दिखाई नहीं देना चाहिए। मामला फिर तूल पकड़ गया जब डॉक्टर ने हंसते हुए अपने को गोली मार देने की बात कही, तो कर्मचारी नेता गर्मा गए। बैठक का बहिष्कार करके बाहर चले गए।
लेकिन एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्षा निर्मल बलारा अपने साथियों के साथ दोबारा एसएमओ रूम में आ गई। इन लोगों ने डॉक्टर गुरजीत सिंह की पिटाई शुरू कर दी। 5-10 मिनट तक कर्मचारी नेताओं का गुस्सा डॉक्टर पर फूटता रहा। एसएमओ विनोद महिपाल तथा डॉ. एमके भादू ने हस्तक्षेप करके पिट रहे डॉक्टर को कर्मचारी नेताओं से छुड़ाया। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर के प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल पहुंच गया। अस्पताल में स्थिति अत्यन्त तनावपूर्ण हो गई।
तनाव की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल भी पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर राजी किया। कर्मचारी नेताओं की मांग के आधार पर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह ने लिखित रूप से तथा सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर अपना पिंड छुड़ाया।
एसएमओ डॉ. विनोद महिपाल ने बताया कि दोनों पक्षों को सुना गया। डॉक्टर की ओर से माफी मांग लेने के बाद मामला वहीं सुलझ गया। लेकिन सत्या देवी की मांग के आधार पर डॉक्टर का तबादला डबवाली उपमण्डल से बाहर करने के लिए उन्होंने हैल्थ कमीश्नर हरियाणा को अपनी रिपोर्ट भेज दी है।


एएनएम ने डॉक्टर पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के सब सैन्टर (डिलीवरी हट) गांव मांगेआना में तैनात एएनएम (आरसीएच) ने गांव देसूजोधा के पीएचसी इंचार्ज मैडीकल अफसर पर चैकिंग के बहाने उससे अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाते हुए उपमंडलाधीश डबवाली को एक दरख्वास्त देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
सब सैन्टर मांगेआना की एएनएम सत्या देवी निवासी डबवाली ने बताया कि 25 मई 2011 को वह सब सैंटर मांगेआना में अपनी डयूटी पर कार्यरत थी। करीब 10.30 बजे डॉ. गुरजीत सिंह मैडीकल अफसर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देसूजोधा उसके सब सैन्टर पर आये और उसे स्टॉक, एएनसी, टीकाकरण रजिस्टर के बारे में पूछा। इसके बाद डॉक्टर यह कहते हुए कि वह बहुत सोहनी है, उसकी आंखें बहुत सुन्दर हैं,  उसकी टांगों के साथ टांगें सटा कर बैठ गया। फिर कहने लगा कि वह उसकी बात मान ले अन्यथा उसे परेशान करेगा।
पीडि़ता के अनुसार इतना कह कर डॉक्टर गुरजीत सिंह डिलीवरी हट में चला गया और किसी न किसी बहाने से उसे बार-बार बुलाने लगा। इसी दौरान डॉक्टर ने अत्यन्त गलत तरीके से परिवार नियोजन मैथेड के बारे में पूछा और बहाने से उसका हाथ पकड़ कर कहने लगा कि लाईन पर आ जाओ, वरना तुम नहीं जानती मेरी पावर कितनी है और मैं क्या कर सकता हूं। पीडि़ता के अनुसार डॉक्टर ने उससे कहा कि अगर उसकी बात नहीं मानीं तो वह उसका बोरिया बिस्तर गोल करवा देगा। उसने कहा कि उसने अपनी शिकायत यूनियन की जिला प्रधान सुमन शर्मा के पास रखी और यूनियन प्रधान को इस बात से भी अवगत करवाया कि डॉक्टर उसके सब सैन्टर पर सुबह 10.30 से दोपहर बाद 3 बजे तक रहा। शनिवार को इस मामले को उपमंडलाधीश के पास लेकर गई।
गांव देसूजोधा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने अपने पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह 25 मई को सब सैन्टर पर रूटीन चैकिंग में गया था। वहां पर कई प्रकार की अनियमितताएं उसी मिलीं जिसमें डिलीवरी हट में एमटीपी किट बरामद हुई जो कि गर्भपात के काम आती है जिसे सरकारी संस्था में रखना गलत है। उसने यह भी कहा कि डीपीटी वैक्सीन, आयरन की गोलियां, विटामिन ए की शीशी डस्टबीन में फेंकी हुई मिली, जो अभी तक एक्सपायरी नहीं हुई थीं। सत्या देवी ने अपनी लापरवाही को छुपाने और उस पर कोई कार्यवाही न हो इसलिए उस पर मनगढंत आरोप लगा रही है। पीएचसी देसूजोधा में कार्यरत लेडी डॉक्टर तथा डॉ. गुरजीत सिंह की पत्नी अमनदीप कौर ने कहा कि वह अपने पति के साथ पिछले दो वर्षों से पीएचसी में कार्यरत है। उसे उसके पति के चरित्र के संबंध में आज तक कोई शिकायत नहीं मिली है। उसने अपने पति के बचाव में उतरते हुए कहा कि उसका पति बेकसूर है और सत्या देवी उस पर झूठे आरोप लगा कर अपनी लापरवाही से बचना चाहती है।
सब सैन्टर पर कार्यरत आशा वर्कर चरणजीत कौर ने बताया कि वह बुधवार को 2 बजे तक सब सैन्टर पर थी। उस समय डॉ. गुरजीत सिंह वहां उपस्थित थे। उसकी उपस्थिति में डॉक्टर ने सत्या देवी से कोई छेड़छाड़ नहीं की। इतना जरूर कहा कि सब सैन्टर से डिलीवरी केस कम क्यों आ रहे हैं।
उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि उन्होंने सत्या देवी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच का काम सीएचसी के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू को सौंपते हुए निर्देश दिये हैं कि एक महिला चिकित्सक को जांच में शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट सोमवार तक प्रस्तुत की जाये।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके  भादू ने बताया कि दोनों तरफ से उन्हें शिकायतें मिली हैं। लेकिन इसकी जांच को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया है।