17 जून 2011

बिजली किल्लत पर हैबूआना के ग्रामीणों ने दिया धरना

डबवाली (लहू की लौ) बिजली किल्लत से गुस्साए गांव हैबूआना के ग्रामीणों ने गुरूवार को गांव डबवाली स्थित दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम कार्यालय पर धरना दिया। ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार तथा बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व गांव हैबूआना के सरपंच दलबीर सिंह, जगसीर सिंह, डॉ. नरोत्तम सिंह, जगतार सिंह, पूर्व सरपंच जगदेव सिंह, गुरनाम सिंह, सुखविंद्र सिंह, भारू सिंह, सुखदेव सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरमेल सिंह, गुरां सिंह, जग्गा सिंह कर रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली निगम की ओर से उनके गांव को बिजली देने का शैड्यूल निर्धारित किया गया है। लेकिन उस अनुसार बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही। 24 घंटों के भीतर मुश्किल से एक घंटा बिजली नसीब होती है। इस एक घंटे के भीतर भी बिजली कई दफा गुल होती है। ग्रामीणों के अनुसार बिजली न रहने के कारण उन्हें पेयजल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। छह किलोमीटर दूर स्थित गांव पाना के पास गुजरती भाखड़ा नहर से उन्हें ट्रालियों में पानी भरकर प्रयोग करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर 25 जून तक शैड्यूल के अनुसार उन्हें बिजली नहीं दी जाती तो वे उनके गांव से होकर जाने वाली बिजली की आपूर्ति ठप्प कर दी जाएगी।
मौका पर किसी बिजली अधिकारी के न होने पर ग्रामीण बिफर पड़े। उन्होंने प्रदर्शन के बाद धरना दे दिया। धरने की सूचना पाकर बिजली निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन मौका पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत सुनी और समस्या का जल्द समाधान करवाने का आश्वासन दिया। आश्वासन पाने के बाद ग्रामीण शांत हुए।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार तय शैड्यूल के अनुसार ही बिजली की आपूर्ति करवाने का प्रयास किया जाएगा। ग्रामीणों ने उनसे यह भी शिकायत की कि निगम का कोई कर्मचारी उनके गांव की बिजली को जानबूझकर काट देता है। उनके अनुसार इस मामले की जांच कराई जाएगी।

एसएस मास्टर की संदिग्ध मौत

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल के समाज शास्त्र अध्यापक गुरमीत सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में मिला। वे पिछले आठ सालों से शहर के वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
गुरमीत सिंह की शादी दस साल पूर्व अबूबशहर हाल डबवाली निवासी बलवीर सिंह की पुत्री राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। जोकि गांव अबूबशहर के सरकारी स्कूल में बतौर हिन्दी अध्यापिका कार्यरत है। शादी के कुछ समय बाद ही गुरमीत डबवाली अपने ससुराल में आकर रहने लग गया था। मृतक गुरमीत सिंह के भाई हरदीप सिंह निवासी गांव कालझराणी ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे उसके पास राजेंद्र कौर का फोन आया कि उसका भाई गुरमीत सिंह घर से कहीं चला गया है। सूचना पाकर वह तुरन्त डबवाली पहुंचा। उन्होंने उसकी खोज शुरू की। लेकिन उसका भाई कहीं नहीं मिला। देर शाम को गुमशुदा रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए वे थाने में गए। वहां पुलिस ने उन्हें बताया कि अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में एक शव पड़ा है। वह पुलिस के साथ मौका पर पहुंचे। शव उसके भाई गुरमीत सिंह का था। हरदीप ने आरोप लगाया कि उसके भाई की हत्या की गई है। राजेंद्र कौर उसके भाई गुरमीत सिंह को माता-पिता तथा अन्य लोगों से भी नहीं मिलने देती थी। यहां तक उसके भाई की तनख्वाह भी खुद हजम करना चाहती थी। इसी विवाद के कारण उसका भाई काफी परेशानी में रहता था। उसे शक है कि उसके भाई की हत्या राजेंद्र कौर ने अपनी माता जसपाल कौर, पिता बलवीर सिंह तथा भाई बेअंत सिंह के साथ मिलकर की है।
इधर बलवीर सिंह ने बताया कि उन पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। गुरमीत सिंह अपनी तनख्वाह अपने माता-पिता को दे देता था। इस पर भी उन्हें कोई एतराज नहीं था। साल 2003 में डबवाली में उन्होंने उसे घर बनाकर दिया था। उनके साथ गुरमीत सिंह को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी।
गुरमीत सिंह की पत्नी राजेंद्र कौर ने बताया वह गांव अबूबशहर में हिन्दी अध्यापक के पद पर नियुक्त है। बुधवार दोपहर को वे दोनों घर के आंगन में सोए हुए थे। करीब 12.40 पर गुरमीत सिंह के पास गांव कालझराणी से किसी का फोन आया। फोन सुनने के बाद उन्होंने पीने के लिए उससे एक गिलास पानी मांगा। उसने पानी दे दिया और वापिस बैड पर लेट गई। कुछ देर बाद उठी तो गुरमीत सिंह को गायब पाया। जबकि उसका मोबाइल और बाईक घर पर ही था। उसने तत्काल इसकी जानकारी अपने पिता बलवीर सिंह, भाई बेअंत सिंह तथा गुरमीत सिंह के रिश्तेदारों को दी। उसने यह भी कहा कि उसका अपने पति गुरमीत सिंह के साथ कोई मनमुटाव नहीं था। आज तक उसने अपनी तनख्वाह में से एक पैसा भी उसे नहीं दिया। घर का गुजारा उसकी तनख्वाह से चलता। उस पर तथा उसके माता-पिता पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि थाना शहर पुलिस ने मृतक के भाई हरदीप सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए गुरूवार को शव का पोस्टमार्टम डबवाली के सरकारी अस्पताल से करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
शव का पोस्टमार्टम सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की दो सदस्यीय टीम ने किया। जिसमें डॉ. बलेश बांसल तथा डॉ. सुखवंत सिंह शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद टीम ने बताया कि विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। विसरे की जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा।
मृतक गुरमीत सिंह के दो बच्चे हैं। बेटी जसप्रीत (10) 5वीं में पढ़ती है। जबकि बेटा नवरोज (5) पहली कक्षा का में पढ़ता है।

बिजली निगम के थ्री टायर ने तोड़ी किसानों की कमर

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार की तर्ज पर हरियाणा में थ्री टायर योजना लागू करके किसानों की कमर तोड़ दी और साथ में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का पेट भी इतना भारी कर दिया कि वह थ्री टायर बन गया।
इसकी पोल खोलते हुए गांव खुइयांमलकाना के किसान तथा रिटायर्ड बिजली कर्मचारी बीएस भुल्लर ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा स्वयं को किसान हितैषी बताते हैं, लेकिन वास्तव में वह किसानों के कितने हितैषी है इसका उदाहरण दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम में किसानों के लिए टयूब्बैल कनैक्शन की थ्री टायर योजना से लग जाता है। उनके अनुसार इस योजना को दक्षिण हरियाणा बिजली निगम के चीफ इंजीनियर (कर्मिशियल) हिसार के सेल्ज सर्कुलर नं. 12/2011 दिनांक 16/5/2011 तथा सेल्ज इंस्ट्रक्शन नं. 10/2011 दिनांक 19/5/2011 के अनुसार अगर किसान एक टयूब्बैल कनैक्शन लेता है तो उसे ट्रांस्फार्मर की पूरी कीमत अदा करनी होगी जो लगभग 45 हजार रूपये है। जबकि पहले किसान को इसी कनैक्शन के लिए केवल 20 हजार रूपये निगम को अदा करने होते थे। जबकि एलटी गु्रप कनैक्शन के लिए किसान को तीन कनैक्शन लेने पर 90 हजार रूपये अदा करने होंगे। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन कर्ज के तले दबते और महंगी खेती का शिकार हो रहे किसान को वर्तमान कांग्रेस सरकार ने राहत देने की अपेक्षा उसे और बोझ तले लाद दिया है। उनके अनुसार सरकार जानबूझ कर ऐसी नीति तैयार कर रही है कि किसान अपने आप जमीन जोतना ही छोड़ जाये और वह मजबूर होकर औने-पौने भाव पर अपनी जमीन को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के पास गिरवी रख दे।

दुर्घटना में पंच की मौत

डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार दोपहर को गांव कुटी के पास बस-बाईक दुर्घटना में बाईक चालक की मौत हो गई। बस चालक बस सहित मौका से फरार हो गया।
डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के प्रधान आरके नीना ने बताया कि गांव कुद्दा का पंच गुरजंट सिंह उर्फ जंटा पुत्र बूटा सिंह अपनी हीरो हांडा बाईक पर गांव से डबवाली आ रहा था। लेकिन गांव कुटी के पास उसकी बाईक सामने से आ रही एक प्राईवेट बस से टकरा गई। जिससे बाईक चालक जंटा सिंह घायल हो गया। उसे तत्काल संस्था की एम्बुलैंस ने संगत के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बठिंडा रैफर कर दिया गया। लेकिन बठिंडा लेजाते समय मार्ग में ही उसकी मौत हो गई।

घरेलू हिंसा के खिलाफ युवती ने उठाई आवाज

डबवाली (लहू की लौ) गांव गोदीकां की एक युवती ने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज मांगने का आरोप लगाते हुए एसपी को एक शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।
गांव गोदीकां के जसवंत सिंह की पुत्री बब्बू जिला सिरसा के गांव साहूवाला प्रथम के रामजी लाल के बेटे निरंकार से विवाहिता है। उसेक दो बच्चे हैं। बब्बू करीब दस दिन पूर्व अपने बच्चों के साथ अपने मायके गोदीकां में आई हुई थी। इसी दौरान वह अपनी माता बिमला देवी के साथ रानियां में अपने ननिहाल चली गई। एसपी सिरसा को दी शिकायत में बब्बू ने कहा है कि उसका रानियां जाना उसके पति निरंकार को नागवार गुजरा। उसके पति ने उससे रानियां जाने पर डांटा। जीप पर सवार होकर आया निरंकार उसके बच्चों दो वर्षीय ज्योति तथा 11 माह के बेटे लक्की को गांव गोदीकां से उठा ले गया।
एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए पीडि़तो ने अपने पति पर दहेज मांगने का भी आरोप जड़ दिया है। साथ में पुलिस से कहा है कि उसके बच्चों को भी उसके साथ मिलाया जाए।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने एसपी के आदेश पर दोनों पक्षों को थाना में बुलाकर इस मामले को निपटाने के लिए तीन दिन का समय दिया है। अगर दोनों में राजीमंदा हो जाता है तो ठीक है, अन्यथा पुलिस कानूनी कार्रवाई को बाध्य होगी।

महिला ने जहर निगला

डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 5 में एक महिला संदिग्ध परिस्थितियों में जहर निगल गई। हालत गंभीर होने पर उसके परिजन उसे अस्पताल ले आए। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
यहां के वार्ड नं. 5 के निवासी केवल कृष्ण ने बताया कि बुधवार शाम को उसकी पत्नी राधा (32) का रक्तचाप अचानक बढ़ गया और उसे चक्कर आने लगे। जिस पर उसने अपनी बेटी तुलसी (7) को गोली लाने के लिए कहा। लेकिन भूलवश तुलसी ने रक्तचाप की अपेक्षा गेहूं में डालने वाली दवा की गोली दे दी। गोली को लेते ही राधा की तबीयत बिगडऩे लगी। उसे तत्काल अस्पताल लाया गया। वहां से प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।

बिना मीटर लगाए थमा दिया हजारों का बिल

कालांवाली (नरेश सिंगला) विद्युत निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बी.पी.एल. परिवारों की प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई राजीव गांधी विद्युत योजना का लाभ मिलने की बजाये परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम के अधिकारी लापरवाही की जिम्मेवारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं।
क्षेत्र के गांव खोखर के निवासी जगदेव सिंह, घोघर सिंह,रूपाली राम आदि ने बताया कि उन्होने उक्त योजना के तहत लगभग  एक वर्ष पूर्व दस रूपये की रसीद कटवा कर बिजली का मोटर लगवाने के लिए आवेदन पत्र जमा करवाए थे। उन्होने बताया कि योजना के तहत गावो मे अनेक बीपीएल परिवार घरों मे मीटर लग चुके है परंतु उनके घरो मे आज तक मीटर नही लगा। जबकि विभाग ने उन्हे बिल अवश्य भेज दिया। उन्होंने बताया की जब निगम का कर्मचारी बिल देने आया तो वह हैरान रह गए की मीटर तो लगा नही और विभाग ने बिल कैसे भेज दिया।
उन्होने बताया कि उनके घरो मे मीटर न लगने के कारण उन्हे  भीष्म गर्मी मे भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वे इस मामले को लेकर निगम के अधिकारियों मे भी मिल चुके है परंतु आज तक कोई समाधान नही हुआ।
गावं के सपंच मिटठू सिंह ने बताया की उक्त मामले को लेकर वह निगम के अधिकारियों से मिल चुके है। परंतु निगम ने इस बारे में कुछ नहीं किया।
इस सवंध मे विद्युत निगम कालांवाली के एसडीओ पंकज गण्डा ने बताया कि उक्त मामला उनके ध्यान मे है। यह गलती ठेकेदार की है कार्य की जांच के लिए उन्होंने कर्मचारियों की डयूटी लगाई है, शीघ्र ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा तथा जिसकी गलती होगी, उससे बिल की भरपाई की जाएगी।
योजना के जिला प्रभारी वरिष्ठ अभियन्ता एमआर सचदेवा ने बताया कि उन्होंने आवेदन पत्रों की जांच कर तैयार की सूची में शामिल परिवारों के घरों में मीटर लगाने के निर्देश दिये थे लेकिन ठेकेदार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मीटर लगाने में गडबड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात रह ेकि इससे पूर्व भी निगम की लापरवाही के कारण गांव ख्योवाली व देसू खुर्द मे भी ऐसे मामले प्रकाश में आए थे, लेकिन इसके बावजूद भी निगम के अधिकारी सुध नहीं ले रहे और उपभोक्ताओं की परेशानी का सामना करना पड रहा है।

एनएच पर पलटा आम से भरा कैंटर

डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा के पास गुरूवार अल सुबह करीब 2 बजे आमों का भरा एक कैंटर वृक्ष से टकराकर पलट गया। दुर्घटना में कैंटर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। परिचालक के चोटें आई।
कैंटर चालक सुशील (27) निवासी गांव राधौर (यमुनानगर) ने बताया कि वे बुधवार को शाम 5 बजे सहारणपुर से आढ़ती सलीम का 60 क्विंटल आम लेकर अनूपगढ़ के लिए रवाना हुआ था। उसके साथ उसका चचेरा भाई ईश्वर (16) निवासी गांव राधौर (यमुनानगर) भी था। सुबह करीब दो बजे गांव सांवतखेड़ा के पास कैंटर के आगे आए बछड़े को बचाते समय कैंटर कच्चे में उतर गया। अनियंत्रित हुआ टैंकर वृक्ष से टकराकर पलट गया। जिससे वह तो बाल-बाल बच गया। लेकिन उसका साथी परिचालक घायल हो गया। वहीं कैंटर का करीब चार लाख रूपए का नुक्सान हुआ। साथ में करीब 25 हजार रूपए की आम की कैरी खराब हो गई।

रोड़ जाम की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) गांव नरसिंह कलोनी ंमें पंजाब सरकार के आबादी में सीवरेज के गन्दे पानी को जमा करने का तालाब बनाये जाने के विरोध में पिछले 8 दिनों से धरना पर चल रहे ग्रामीणों ने गुरूवार को चेतावनी दी है कि सरकार ने अगर अपना फैसला वापिस न लिया तो 21 जून से वह लम्बी, मलोट सड़क जाम कर देंगे। इस जाम में गांव के सभी लोग अपने परिवारों सहित शामिल होंगे।
गुरूवार शाम को ग्रामीणों की आयोजित रैली को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पंजाब के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जगजीत सिंह जोगा ने अपने संबोधन में कहा कि सीवरेज बोर्ड के अधिकारी इस सीवरेज प्लांट को हटवाने के लिए गांव के सरपंच की मार्फत प्रति घर 500 रूपए की सुविधा शुल्क मांग रहे हैं। जोगा ने कहा कि पंजाब सरकार के दो मंत्री भ्रष्टाचार के दोषों में पहले ही जेल जा चुके हैं। लेकिन अब अधिकारी भी इस खेल में खुलकर शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सीवरेज प्लांट बनाने के लिए सरकार के पास डूमवाली के रकबा में ढाई किले जमीन दी जा चुकी है। लेकिन अधिकारी बेवजह इस प्लांट को गांव की आबादी में बनाने के लिए अड़े हुए हैं। जोगा ने कहा कि इसी पंचायत ने आबादी में सीवरेज प्लांट न बनाए जाने का प्रस्ताव डाला हुआ था, लेकिन अब अधिकारी सरपंच से मिलीभगत करके फिर प्रस्ताव डालकर इस प्लांट को आबादी में बनाने की स्वीकृति दे दी है। जबकि इस स्थान के नजदीक गुरूद्वारा और मंदिर भी है। एक कॉलेज और सरकारी गोदाम भी बना हुआ है।
इस रैली को पंजाब किसान सभा के चरणजीत सिंह बनवाली, खेत मजदूर नेता हरबंस सिंह, हीरा सिंह आदनियां, रमेश कुमार, सुखपाल सिंह, महिला नेत्री जसवीर कौर सरां ने भी संबोधित किया। गांव की ओर से सुरेंद्र कुमार पटवारी, दौलत सिंह सूबेदार, रछपाल सिंह, जगसीर सिंह, संपूर्ण सिंह, मुख्तियार सिंह, मिट्ठू सिंह, सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, सुरजीत सिंह, बीबी किरण, गुरविंद्र कौर, जसविंद्र कौर, सूबेदार बलविंद्र सिंह व जंगीर कौर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी जिद्द नहीं त्यागी तो इसके परिणाम बुरे होंगे।