26 सितंबर 2009

डेरामुखी हुए अदालत में पेश

सिरसा (लहू की लौ) गुमनाम पत्र, रणजीत सिंह और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या कांड मामले में शनिवार को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह सिरसा अदालत में पेश हुए और वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सीबीआई की अंबाला स्थित अदालत में उपस्थिति दर्ज करवाई। छह घंटे तक चली सुनवाई में डेरा प्रमुख शामिल रहे। डेरा प्रमुख पेशी को लेकर शनिवार को अदालत परिसर पूरी तरह से छावनी में तबदील कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किए गए और वाहनों को रोकने के लिए नाके लगाए गए। डेरा सच्चा सौदा के सेवादार भी सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। वाहनों की सघन जांच की जा रही थी। डेरा प्रमुख शनिवार की प्रात: साढे दस बजे अदालत में हाजिर हुए। वीडियो कांफेसिंग के माध्यम से उन्होंने अंबाला स्थित सीबीआई की अदालत में उपस्थिति दर्ज करवाई। बताया गया है कि शनिवार को गुमनाम पत्र, रणजीत सिंह और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड के मामले में सुनवाई की गई। गुमनाम पत्र और रणजीत सिंह हत्याकांड मामले की सुनवाई के लिए अदालत ने अब छह अक्तूबर और छत्रपति हत्याकांड मामले में 24 अक्तूबर की तिथि निर्धारित की है। डेरा प्रमुख करीब साढे चार बजे अदालत से बाहर आए। डेरा प्रमुख के दर्शनों के लिए श्रद्धालु सड़क के दोनों ओर खड़े हुए थे।

शराफत को इनेलो कमजोरी न समझे-केवी


डबवाली (लहू की लौ) कांग्रेस के हल्का डबवाली से प्रत्याशी डॉ. केवी सिंह ने कहा कि यदि डबवाली हल्का के लोग इनेलो का आतंक समाप्त करना चाहते हैं तो वे कांग्रेस को चुने। वे शुक्रवार को यहां की पुरानी अनाज मण्डी में नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद भारी संख्या में उपस्थित अपने समर्थकों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे शराफत की राजनीति करते आ रहे हैं और शराफत की राजनीति ही करना चाहते हैं। लेकिन विपक्ष इसे कमजोरी न समझे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत है और चुनाव के समय जनता जो फैसला करती है, वह फैसला ही सर्वमान्य होता है। वह जनता से जनता की सेवा के लिए राज की कलम की मांग करता है, अगर जनता उसे यह कलम सौंपती है तो वह लोगों के विश्वास को किसी भी प्रकार से डगमगाने नहीं देगा। इस मौके पर उन्होंने जनता के समक्ष संकल्प लिया कि वे उन द्वारा दी गई कलम का प्रयोग जनहित में ही करेंगे। डॉ. केवी सिंह अपने राजनीतिक जीवन में शायद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटों के खिलाफ मंच से गरजे हैं। उन्होंने अपनी सिंह गरजना में कहा कि इनेलो के राज-काज में डबवाली क्षेत्र की जनता में इन लोगों ने केवल आतंक फैलाने का काम किया है। यहीं नहीं बल्कि हरिजनों की जमीनों को हथिया कर वहां पर अपने फार्म हाऊस बनाये हैं। अगर किसी ने इसकी जानकारी लेनी है या इसे अपनी आंखों से देखना है तो वह हल्का डबवाली के गांव लम्बी, मटदादू, मौजगढ़, अबूबशहर के हरिजनों से मिलें। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग आज से साढ़े 6 वर्ष तक जनता में आतंक फैलाते थे, अब जनता के मिले उसे आपार सहयोग को देखकर उस (डॉ. केवी सिंह) से ही भय खाने लगे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने घरों पर कांग्रेस का झण्डा लगा दें और उनके बीच में पनपा इनेलो का आतंक स्वयं ही खत्म हो जाएगा। इस अवसर पर कांग्रेसी नेताओं में से ओमप्रकाश हिटलर, संजय हिटलर, संदीप चौधरी, अमित सिहाग, रणजीत सिंह मान, रणजीत सिंह एडवोकेट, गुररतन पाल सिंह किंगरा, कर्मचन्द शर्मा, रामजी लाल, विनोद बांसल, जगसीर मिठड़ी, रविन्द्र बिन्दू, सिम्पा जैन, आर.के. वर्मा, पवन गर्ग, बख्तावर मल दर्दी, इन्द्रजीत सिंह एडवोकेट, जसवन्त बराड़, डॉ. सुरेन्द्र पाल जस्सी, सुखमन्दर सिंह सरपंच शेरगढ़, राकेश वाल्मीकि, गोपाल मित्तल, उषा दहिया, केशव शर्मा, प्रकाश सिंह भाटी पूर्व विधायक बल्लुआना, प्रकाश सिंह बांसल गंगा, राजेन्द्र गर्ग, प्रशान्त गर्ग, दीपक गर्ग बाबा, राकेश गर्ग धुनिका, सुन्दर कण्डा, पवन रैगर, सूरज खटीक आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन चित्रगुप्त छाबड़ा ने किया।

कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. केवी सिंह ने भरा नामांकन


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा के हल्का डबवाली से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में डॉ. केवी सिंह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करते हुए अपने शपथ-पत्र में स्वयं को 25 लाख 44 हजार 83 रूपये की चल और 25 लाख रूपये की अचल सम्पत्ति का स्वामी दर्शाया है। अपने शपथ-पत्र में उन्होंने एमबीबीएस तक शिक्षित बताते हुए लिखा है कि उस पर कोई भी कोई भी केस दर्ज नहीं है और उसके पास एक लाख रूपये नकद, 9 लाख 79 हजार 83 रूपये बैंक में जमा है और उसके पास एक किलो चांदी तथा 150 ग्राम सोने के जेवरात हैं। जबकि उसकी पत्नी चावली देवी के पास 40 हजार रूपये नकद, 54 हजार रूपये बैंक में हैं, तीन किलो चांदी तथा 1 किलो सोने के जेवरात हैं। उसके अपने नाम कोई भी कृषि योग्य भूमि नहीं है। जबकि उसकी पत्नी 48 लाख रूपये की कृषि भूमि की मालिक है। इसके अतिरिक्त उसकी पत्नी के पास सिरसा में एक भवन भी है, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख 70 हजार रूपये है। उसके नाम पर केवल सिरसा में एक घरेलू अपार्टमेंट है, जिसकी कीमत 25 लाख रूपये है। लेकिन अगर संयुक्त परिवार की बात की जाये तो डॉ. केवी सिंह करोड़पति हैं।

बच्चों को सीखाये प्राकृतिक आपदा से लडऩे के गुर

डबवाली (लहू की लौ) एनडीआरएफ (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल) के जवानों द्वारा आपदा से लडऩे के लिए डबवाली क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से जन जागरण अभियान चला रखा है, जोकि 30 सितम्बर तक डबवाली के विभिन्न क्षेत्रों में चलेगा। इस प्रशिक्षण अभियान का नेतृत्व 27वीं वाहीनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के निरीक्षक प्रशान्त कुमार कर रहे हैं। उनकी टीम ने शुक्रवार को गांव चौटाला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों को प्राकृतिक व मानवीय आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया और साथ में प्रदर्शन करके भी दिखाया। उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि यदि बाढ़ जैसी स्थिति आ जाती है तो पेट पर टयूब, कैनी या पांच-छह रबड़ की बोतल बांध लेने से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ के दौरान संक्रामक बीमारियां फैलने का भय बना रहता है। उससे बचाव किया जाना चाहिए। उन्होंने मौका पर ही इनफलेटबल वोट को तैयार करने का प्रदर्शन किया। निरीक्षक प्रशान्त कुमार ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों को आपदा के प्रति जागरूक करना और साथ में आपदा प्रबन्धन की जानकारी देना भी है। अन्त में आपदा सम्बन्धी कुछ बुकलेट स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों को वितरित की।

रिसालियाखेड़ा में निकली भव्य कलश यात्रा

बनवाला (जसवन्त जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा में श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के दौरान शुक्रवार को कलश यात्रा का आयोजन किया गया। रिसालियाखेड़ा में जलघर के निकट नवनिर्मित श्री विश्वकर्मा मंदिर में आयोजित कलश यात्रा में गांव की 51 महिलाओं व कन्याओं अपने सिर पर कलश धारण करके तथा हरियाणा गौशाला संघ के उपाध्यक्ष पतराम बरड़वा ने श्रीमद्भगवदगीता को अपने सिर पर धारण करके कलश यात्रा में भाग लिया। पतराम बरड़वा की अगुवानी में यह कलशयात्रा श्री विश्वकर्मा मंदिर से चलकर श्रीगौशाला में स्थित श्रीकृष्णजी मंदिर पहुंची तथा श्रीकृष्णजी मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत कलशयात्रा गांव की विभिन्न गलियों से होते हुए वापिस श्री विश्वकर्मा मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई। कलश यात्रा में शामिल महिलाओं में विजय रानी, रजनी देवी, मंजू बाला गुड्डी रानी, मोनिका रानी, सीता देवी, मितूल रानी, सुलोचना देवी, ललिता रानी, ममता रानी, सुनीता देवी व राममूर्ति देवी सहित अन्य महिलाएं शामिल हुई। कलशयात्रा के उपरांत कथा वाचन के दौरान स्वामी सेवक राम शास्त्री ने आज श्रीकृष्णजी के जन्म से लेकर नंदबाबा के यहां उनके पालन पोषण तथा श्रीकृष्णजी द्वारा वृंदावन में की गई लीलाओं तक का वर्णन भक्तजनों को कह सुनाया। उन्होंने कहा कि सुख दुख आते जाते रहते हैं लेकिन माया के खेल निराले हैं परंतु माया के खेल से भी परे परमात्मा के मेल को माना गया है। उन्होंने कहा कि काम, क्रोध, लोभ, द्वेष, हिंसा, मतसर, अभिमान व ममत्व आदि दोष बड़े ही प्रबल हैं अत: इन सबका समूल नाश करने का प्रयत्न करो। उन्होंने कहा कि सत्संग व साधना के प्रभाव में कभी कभी मनुष्य अपने में इन दोषों का अभाव दिखाते हुए अपने धन, यौवन, रूप, पद, सम्मान, शक्ति, विद्या, बागीमता आदि पर इतराता है लेकिन इससे कुछ नहीं होता क्योंकि ये सब मौत का विकराल मुख देखते ही नष्ट हो जाएंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित थे।

मोबाइल चोरों की तलाश शुरू

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) औढ़ां पुलिस ने गांव राजपुरा निवासी भूरा राम पुत्र नानू राम की शिकायत पर बनवाला निवासी दो व्यक्तियों के खिलाफ मोबाइल चोरी करने का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। भूरा राम ने अपने बयान में बताया कि वो अपने घर में बैठा था कि दो व्यक्ति एक मोटरसाइकिल पर आए और कहने लगे कि हमने सालासर हनुमान जी का भंडारा लगाना है इसलिए श्रद्धानुसार दान देने की कृपा करें। इस पर भूरा राम अपने हाथ में पकड़ा मोबाइल वहीं चारपाई पर रखकर अपने घर में चले गए और श्रद्धानुसार नकद राशी लाकर उन्हें दे दी और वे व्यक्ति उन्हें दान राशी की रसीद देकर चले गए। कुछ देर बाद जब भूरा राम देखा कि उसका मोबाइल फोन गायब है तो उसे यकीन हो गया कि मोबाइल फोन उनके घर दान लेने आए युवक कृष्ण जाखड़ पुत्र हेतराम व हरीराम पुत्र आदराम दोनों निवासी बनवाला ले गए हैं और उन्होंने औढ़ां थाना में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। ओढ़ां पुलिस ने शिकायत दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

ताऊ के जन्म दिवस पर चौटाला ने किया कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान


डबवाली : इनेलो ने चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर किसानों, कमेरे व गरीब वर्ग के लोगों को अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने व सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का संकल्प लेते हुए प्रदेशवासियों से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। जींद के ऐतिहासिक हुडा मैदान में रिकार्डतोड़ रैली के माध्यम से अपनी जमीनी ताकत का एहसास कराते हुए इनेलो प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि रैली में उमड़ा जनसैलाब इस बात का सबूत है कि आने वाली 13 तारीख को प्रदेश की जनता कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर इनेलो को फिर से प्रदेश की बागडोर सौंपने का मन बना चुकी है। जननायक चौधरी देवीलाल के 96 वें जन्मदिवस पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, बिहार के केबिनेट मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामलाल ठाकुर, पूर्व राज्यपाल सुल्तान ङ्क्षसह, पूर्व केंद्रीय मंत्री संघप्रिय गौतम सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने रैली में भाग लिया और स्वर्गीय जननायक को श्रद्धासुमन अर्पित किए। रैली में ठाठे मारते जनसैलाब से उत्साहित चौटाला ने कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश पूरी तरह से बर्बादी के कागार पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि मंहगाई आसमान छू रही है, भ्रष्टाचार चरम पर है, अपराध दौगुने हो गए हैं और आए दिन लोगों से फिरौतियां वसूली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज मेहनतरत लोगों की हालत बेहद दयनीय हो गई है और किसान को उसकी फसल के पूरे दाम भी नहीं मिल रहे हैं। तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच इनेलो प्रमुख ने कहा कि आज किसान को गेंहू की लागत 1250 रूपये प्रति क्विंटल आती है जबकि उसे लागत भाव भी नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर हम चौधरी देवीलाल के नक्शेकदम पर चलने का संकल्प लेते हुए केंद्र को मजबूर कर देंगे कि किसानों को गेहूं के दाम 1400 रूपये प्रति क्विंटल की दर से मिले। उन्होंने कहा कि खाने वाले आदमी को गेहूं 700 रूपये प्रति क्विंटल दिया जाएगा और गरीब, बेबस व असहाय लोगों को हर महीने 25 किलोग्राम अनाज मुफ्त उपलब्ध करवाया जाएगा। चौटाला जिंदाबाद, इनेलो जिंदाबाद के गगनभेदी नारों के बीच इनेलो प्रमुख ने लोगों से जात-पात, धर्म-मजहब की दीवारें तोड़ कर इनेलो के झंडे तले एकत्रित होने और कांग्रेस को उखाड़ बाहर करने का आह्वान करते हुए कहा कि चौधरी देवीलाल ने किसानों व कमेरे वर्ग के कर्जे माफ करके उन्हें राहत पहुंचाई थी और अब प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर किसान, मजदूर, गरीब दुकानदार व व्यापारी वर्ग के एक लाख रूपये तक के कर्जे माफ किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल ने बुढ़ापा सम्मान पेंशन शुरू की थी और इनेलो सरकार ने इसमें लगातार दो बार बढ़ोतरी की। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश में चौधरी देवीलाल की नीतियों पर चलने वाली सरकार बनने पर बुढ़ापा पेंशन में न सिर्फ हरसाल 100 रूपये बढ़ोतरी की जाएगी बल्कि इनेलो सरकार की दौरान ही इसे 1200 रूपये महीना तक पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनेलो सरकार बनने पर शिक्षक पात्रता परीक्षा समाप्त करने के साथ ही छात्र संघों के चुनाव करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इनेलो सरकार बनने पर प्रदेश में पूरी बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी और अनुसूचित जाति का बैकलॉग समाप्त करने के साथ ही छात्राओं को 12वीं के बाद कालेज जाने के लिए स्कूटी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हर 12 वीं पास युवक सरकारी या गैर सरकारी नौकरी अथवा तीन हजार रूपये महीना बेरोजगारी भत्ता देने के साथ ही समाज के सभी वर्गों को पूरी सुख सुविधाएं देने के अलावा प्रदेश में फिर से विकास कार्यों को गति दी जाएगी। इनेलो प्रमुख ने कहा कि एक बाए ऐनक के सामने वाला बटन दबा देना, कांग्रेस के कुशासन से छुटकारा मिल जाएगा और इनेलो सरकार बनते हुए आपकी चार पीढ़ी का जुगाड़ कर दूंगा। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने चौधरी देवीलाल को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए स्वर्गीरू जननायक को किसानों, कमेरों व गरीबों का रहबर बताया। उन्होंने कहा कि आज की रैली में उमड़े जनसैलाब से दो बातें साफ हो जाती हैं कि लोगों के मन में चौधरी देवीलाल के प्रति बेहद श्रद्धा होने के साथ साथ आने वाली सरकार इनेलो की बनने जा रही है और ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अगामी विधानसभा चुनाव में इनेलो प्रत्याशियों की पूरी जी जान से मदद करेगी ताकि जनविरोधी कांग्रेस सरकार को चलता किया जा सके। उन्होंने कहा कि दुनिया में चंद नेता ऐसे हुए हैं जिन्हें लोगों से बहुत प्यार मिला है और जिन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में लगाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम लिंकन, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जयप्रकाश नारायण और नेल्सन मंडेला की गिनती होती है। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल भी उसी श्रेणी के नेता थे जिन्हें पूरे देश में बेहद आदर व सत्कार मिला। उन्होंने देवीलाल द्वारा देश को आजाद करवाने के लिए किए गए संघर्ष और इमरजेंसी के दौरान जेल में बिताए गए समय का उल्लेख करते हुए कहा कि देवीलाल ने प्रधानमंत्री पद को भी ठोकर मार दी थी। उन्होंने देश की खराब हालत के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि किसानों को कर्जे ने जकड़ लिया है और गरीब आदमी को दो वक्त की रोटी भी नहीं मिलती। उन्होंने लोगों से कहा कि जिस प्रकार चौधरी देवीलाल को 90 में से 85 सीटें देकर उनकी सरकार बनायी थी, ठीक उसी प्रकार इनेलो की सरकार बना देना, आपकी सभी समस्याओं का हल अपने आप हो जाएगा। उन्होंने रैली में उमड़े जनसैलाब पर कहा कि इतनी बड़ी रैली उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी नहीं देखी। रैली को पूर्व राज्यपाल सुल्तान सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री संघप्रिय गौतम, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कपूरी ठाकुर के बेटे व नितीश मंत्रीमंडल के वरिष्ठ मंत्री रामनाथ ठाकुर,इनेलो प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, सांसद तिरलोचन सिंह सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया और कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। मंच संचालन इनेलो के प्रधान महासचिव व राज्यसभा सांसद अजय सिंह चौटाला ने किया। रैली में उमड़े जनसैलाब की चमक इनेलो नेताओं के चेहरे से साफ पढ़ी जा रही थी और रिकार्डतोड़ रैली ने इनेलो समर्थकों में नए जोश और उत्साह संचार कर दिया है और रैली आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अहम् संदेश दे गई है। रैली में पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला, पूर्व क्रिकेटर योगराज, पूर्व सांसद तारासिंह, पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधू, पूर्व मंत्री सुभाष गोयल के अलावा पार्टी के अनेक प्रमुख नेता व सभी विधानसभा क्षेत्रों से इनेलो प्रत्याशी भी जनसभा में मौजूद थे। बलवान सिंह ने चौधरी देवीलाल की प्रतिमा भेंट कर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को सम्मानित किया और वंदना वाजपेयी ने चौधरी देवीलाल को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए गीत प्रस्तुत किया। रैली स्थल के अलावा कई गुना ज्यादा भीड़ रैली स्थल से बाहर मौजूद थी और रैली स्थल के चारों ओर पांच-पांच किलोमीटर तक सिर्फ रैली में आने वाले वाहनों की लाइनें लगी हुई थी।