26 अगस्त 2010

दादी की हत्या करने वाला पोता धरा

बठिंडा (सिंगला/शर्मा) बाबा दीप सिंह नगर गली नं. 9 में 23—24 अगस्त की मध्यरात्रि को गुरप्रीत सिंह गोपी ने अपनी दादी का गला घोंटकर कत्ल कर दिया था वहीं कैनाल कॉलोनी पुलिस ने उक्त मामले में मृतका की लड़की नसीब कौर के बयानों पर गुरप्रीत सिंह गोपी तथा उसके दोस्त गोबिंद सिंह के खिलाफ अधीन धारा 302, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया था और मात्र 24 घंटे में ही पुलिस ने गुरप्रीत सिंह गोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली।
आज पत्रकार वार्ता दौरान डीएसपी(एच) शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह के पिता दर्शन सिंह भी रोड एक्सीडैंट में मौत हो गई थी वहीं उसकी मां घर परिवार छोड़कर जालंधर चली गई थी इस कारण गुरप्रीत को माता-पिता का प्यार नसीब नहीं हुआ जिसको उसकी दादी सुरजीत कौर ने पाल पोसकर बड़ा किया था पर गुरप्रीत के नशे के आदी होने के कारण तथा मोगा की रहने वाली दो बच्चों की मां के साथ उसके अवैध संबंधों के कारण उसको सुरजीत कौर ने घर से निकाल दिया था। उन्होंने बताया कि सुरजीत कौर को गुरप्रीत के पिता की दुर्घटना में मौत होने के कारण करीब 4.5 लाख रूपये भी मिले थे पर गुरप्रीत को इसमें से कोई हिस्सा नहीं मिला इस कारण गुरप्रीत एक तो प्यार न मिलने के कारण चिड़चिड़ा हो गया था तथा दूसरी तरफ उसको पैसों का लालच भी आ गया था जिस कारण उसने अपनी दादी का कत्ल कर दिया था जिसको आज सुबह डबवाली रोड से गिरफ्तार कर लिया है जिससे उसकी दादी के गहने भी बरामद कर लिये हैं तथा उसको आज मानयोग अदालत में पेश किया जाना है वहीं बाकी रहते मामलों की जांच की जा रही है कि गोबिंद सिंह तथा गुरप्रीत की माशूका का इस कत्ल में कुछ  रोल है या नहीं। इस मौके डीएसपी के साथ एसएचओ कैनाल कॉलोनी यूसी चावला, वर्धमान चौंकी इंचार्ज अंग्रेज सिंह भी उपस्थित थे।

पीआरटीसी पेंशनरों ने डिपो एमडी की अर्थी फूंकी

बठिंडा (सिंगला/शर्मा) लंबे समय से लटकती आ रही मांगों को लेकर पीआरटीसी पैंशनरों ने बुधवार को बठिंडा बस स्टैंड के आगे पीआरटीसी के एमडी की अर्थी फूंकी।
इस मौके पर किये गये रोष धरने को संबोधित कर रहे पीआरटीसी पैंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की मांगों के संबंध में 9 अगस्त को पटियाला में एमडी के मुख्य कार्यालय पटियाला में पीआरटीसी के पैंशनरों की मीटिंग थी। जिसमें एमडी पैंशनरों की मांगों को सुने बिना ही वहां से उठकर चले गए। इसी बात को लेकर पैंशनरों में एमडी के खिलाफ काफी रोष पाया जा रहा है। इसी संदर्भ में सभी पीआरटीसी के डिपुओं के सामने एमडी की अर्थी फूंककर रोष प्रदर्शनों को किया गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रीतम सिंह बराड़ व महासचिव कुलदीप सिंह लांबा ने यूनियन वर्करों की मांगों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि पैंशनरों की  काफी लंबे समय से डीऐ की किस्तों का भुगतान न होना, आठ प्रतिशत डीऐ की किशत जुलाई 2010 से ना देना, पांचवें पे कमीशन का  बढ़ा हुआ  बकाया सभी पैंशनरों को न देना, सेवा मुक्त हुए पैंशनरों के बकाया लंबे समय से अदा ना करना। फैमली पासों में सोध न करना, मेडिकल बिलों का भुगतान पंजाब सरकार के आदेशों के अनुसार न करना आदि शामिल है। गुरबचन सिंह जस्सी प्रधान ने मैनेजमेंंट  व पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो इसके विरोध में यूनियन के सदस्य अपने संघर्ष को ओर तेज करेंगे।