28 जुलाई 2010

अब की बार हरे कार्ड पर नहीं मिलेगा पीला सोना!

डबवाली (लहू की लौ) सरकार की घोषणा पर हरे कार्डों पर पीला सोना पाने वाले जिला सिरसा के लोगों को इस बार सोना नसीब नहीं होगा। इसका कारण एपीएल कार्ड पर दी जाने वाली गेहूं में गोलमाल होना बताया गया है। हालांकि दबी जुबान से अधिकारी इसे स्वीकारते हैं। फिलहाल एक-दूसरे पर आरोप लगाकर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार सरकार के निर्देशानुसार एपीएल कार्ड धारकों को 9.29 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम गेहूं प्रति कार्ड दिया जाता है। लेकिन अब की बार सरकार की यह योजना जिला सिरसा में दम तोड़ रही है। योजना के अधीन जिला सिरसा के विभिन्न केन्द्रों पर एपीएल कार्ड धारकों को कुल 15530 क्विंटल गेहूं का वितरण होता है। जिसमें सिरसा में 4524, डबवाली में 2792, कालांवाली में 1246, ऐलनाबाद में 1533, रानियां में 847, जीवननगर में 809, खारियां में 332, औढ़ां में 549, रोड़ी में 402, नाथूसरी चौपटा में 987, सूचान कोटली में 387, डींग में 571 तथा मल्लेकां में 551 क्विंटल गेहूं का वितरण किया जाता है।इस संबंध में जब कन्फेड के जिला प्रबंधक महासिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डीएफएससी सिरसा ने आरओ देने से इंकार कर दिया। जिसके कारण डिपुओं पर गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई। भविष्य में भी एपीएल पर गेहूं मिलना मुश्किल है। चूंकि डीएफएससी सिरसा ने यह कहकर आरओ देने से इंकार किया है कि एपीएल में गेहूं का वितरण सही ढंग से नहीं होता। इसलिए इसे बंद किया जाता है। डीएफएससी सुल्तान सिंह ने बताया कि पूरे जिला में ही एपीएल गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई है। चूंकि कन्फेड के जिला स्टोर कीपर की पांच दिन पूर्व मौत हो गई और इसके चलते आरओ में विलम्ब हुआ है। उनके अनुसार जिला का आरओ वहीं बनवाता था। उन्होंने कन्फेड के जिला प्रबंधक के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कन्फेड का कोई कर्मचारी उनके पास आरओ लेने नहीं आया। उन्होंने सवाल किया कि आरओ देने में उन्हें क्यों एतराज हो सकता है।

युवक का सिर फोड़ा

डबवाली (लहू की लौ) सैर करके घर लौट रहे एक युवक के सिर पर कांच की बोतल मार कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने घायल कर दिया और फरार हो गए। घायल ललित बतरा (16) पुत्र अशोक बतरा निवासी वार्ड नं. 11, डबवाली ने बताया कि वह सोमवार रात को करीब 9.30 बजे रेलवे प्लेटफार्म से सैर करके अपने घर वापिस लौट रहा था कि मीना बाजार के बाहर उसके आगे मोटरसाईकिल लगा कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने रोक लिया और उनमें से दो ने हाथ में रखी दारू की खाली बोतलें उसके सिर बारी-बारी से दे मारी और फरार हो गये। उसे घायल अवस्था में लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
बतरा ने बताया कि हमला करने वालों में शरीफ, राहूल, अमित के नाम शामिल हैं। जबकि दो अन्य की उसे पहचान नहीं है। लड़ाई का कारण करीब अढ़ाई माह पूर्व इन युवकों को लवकुश पार्क में शोर करने से रोकना था।
थाना शहर पुलिस के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि घायल ललित के ब्यान पर उपरोक्त तीन व दो अन्य नामालूम के खिलाफ धारा 323 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।

कार-ट्रक टक्कर में दो घायल

डबवाली (लहू की लौ) किलियांवाली में नैशनल हाईवे नं. 10 पर एक कार और ट्रक के आपस में टकरा जाने से कार सवार दो लोगों के चोटें आयीं। जिन्हें इलाज के लिए लम्बी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
घायल तेजा सिंह (35) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी सिंघेवाला फतूहीवाला ने बताया कि वह रात को अपने गांव से डबवाली के लिए मारूति कार में उन्हीं के गांव के भूपिन्द्र सिंह ढिल्लों (40) पुत्र जोगिन्द्र सिंह के साथ जा रहे थे। इस कार को भूपिन्द्र सिंह चला रहा था। उनकी कार जैसे ही डबवाली-मलोट रोड़ किलियांवाली में स्थित ईंट-भट्ठा के पास पहुंची तो डबवाली साईड से आ रहे तेजगति ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी। जिससे उसके नाक पर चोट आयी है जबकि भूपिन्द्र के बाजू में फ्रेक्चरर आया है। गांव सिंघेवाला फतूहीवाला के बलविन्द्र सिंह ढिल्लों (35) पुत्र सुखदेव सिंह ने बताया कि जब उक्त घटना घटित हुई तो वह उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। उसी ने शोर मचा कर घायलों को लोगों के सहयोग से लम्बी के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।उसके अनुसार प्राथमिक चिकित्सा के बाद घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल मुक्तसर रैफर कर दिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार तथा जांच अधिकारी गुरलाल सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों में समझौता हो जाने पर मामले को फाईल कर दिया गया है।

विद्यार्थियों ने रोकी बसें

बनवाला (जसवन्त जाखड़) मंगलवार सुबह स्कूली छात्र-छात्राओं ने गांव बनवाला में शराब के ठेके के निकट स्थित बस अड्डे पर जाम लगाकर सिरसा से संगरिया जा रही बस को रोक लिया। जाम लगने की सूचना पाकर थाना औढ़ां से उपनिरीक्षक धर्मवीर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और इतने में गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी व अन्य गांववासी भी मौका पर आग गए। सुबह सात बजे लगाया गया जाम दो घंटे बाद नौ बजे खोला गया। छात्रा कमला, किरण, सरोज, कमलेश, पूनम, कमल, रूकमणी, छात्र सुनील, सतबीर, संदीप, अजय, गुरमीत व प्रेम आदि ने बताया कि वे 30 छात्र और 40 छात्राएं रिसालियाखेड़ा में कक्षा दस जमा एक और दो में पढ़ते हैं और कोई साधन न होने के कारण उन्हें प्रतिदिन पैदल जाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि उनके लिए पहले सुबह सात बजे रिसालियाखेड़ा के लिए एक बस जाती थी जिसे छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया है, छुट्टियां बीतने के बाद बस पुन: शुरू नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में पहले भी जाम लगाया था और जीएम ने मौके पर पहुंचकर बस शुरू करवा दी थी लेकिन वही बस अब छ़ट्टियों के बाद नहीं चलाई गई जिसके कारण उन्हें पैदल स्कूल जाना पड़ता है। अभिभावकों मनफूल, महेंद्र जाखड़, साहिब राम नंबरदार, छात्र नेता सुरेंद्र जाखड़ आदि ने विद्यार्थियों का समर्थन करते हुए कहा कि बस बंद हो जाने के कारण बच्चों को प्रतिदिन एक घंटा पहले जाना पड़ता है और वे एक घंटा बाद में आते हैं जिससे समय खराब होता है, उन्हें पैदल जाना पड़ता है, गर्मी का मौसम है बच्चे बीमार हो सकते हैं या किसी दुघर्टना के शिकार हो सकते हैं। जाम के दौरान विद्यार्थियों ने रोडवेज के खिलाफ नारेबाजी भी की। उपनिरीक्षक धर्मबीर और सरपंच भरत सिंह ने विद्यार्थियों को समझाया और आश्वासन दिया कि उनकी जायज समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत शीघ्र ही रोडवेज के जीएम से मिलेगी और विद्यार्थियों के लिए पहले वाली बस सेवा दोबारा शुरू करवा दी जाएगी। आश्वासन के बाद जाम खोल दिया गया।

दो वर्षों से टयूब्बैल कनेक्शन के लिए धक्के खा रहा है किसान

डबवाली (लहू की लौ) टयूब्बैल कनेक्शन के लिए एक किसान पिछले दो सालों से बिजली निगम कार्यालयों के धक्के खा रहा है। हालांकि इसके लिए किसान ने बिजली निगम को सिक्योरिटी भी जमा करवा रखी है। किसान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर अपनी समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया है।
गांव खुईयांमलकाना के किसान रघुवीर सिंह के पुत्र श्री कृष्ण ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी जमीन गांव मसीतां में है। जमीन में टयूब्बैल का कनेक्शन लेने लिए उसने 1500 रूपए दिनांक 15.03.2008 को सिक्योरिटी स्वरूप तथा 11.05.2009 को पोल के खर्चे के रूप में 21 हजार रूपए की राशि जमा करवा दी थी। इसके अतिरिक्त 11.05.2009 को ही ट्रांस्फार्मर के खर्चे के तौर पर 20,000 रूपए की राशि जमा करवाई। लेकिन अभी तक उसे टयूब्बैल का कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि इसके लिए वह बिजली विभाग के अनगिनित चक्कर काट चुका है।
किसान के ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि 42 हजार 500 रूपए की राशि विभाग के कार्यालय में जमा करवाए जाने और चक्कर लगाने के बावजूद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान ने सीएम से न्याय दिलाए जाने की मांग की है।
इस संबंध में दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि निगम ने 30-3-09 तक के सभी आवेदकों को टयूब्बैल कनेक्शन मुहैया करवा दिए हैं। अगले माह पुन: टैण्डर होंगे। आशा है कि निगम द्वारा शिकायतकर्ता का आवेदन पास कर लिया जाएगा।