27 मई 2020

कृषि यंत्रों की अनुदान प्रक्रिया में बड़ा बदलाव


परमिट के लिए नहीं आना पड़ेगा कार्यालय, ऑनलाइन बिल जमा करवा सकेंगे किसान

-स्मैम स्कीम के तहत कृषि यंत्रों पर अनुदान के लिए किसानों को 30 जून की बजाए 15 जून तक अपलोड करने होंगें बिल 
सिरसा(लहू की लौ)

कृषि विभाग ने कोविड-19 महामारी के चलते कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ लेने के लिए आवेदन करने वाले किसानों के हित में एक अहम निर्णय लिया है। विभाग ने किसानों को राहत देते हुए कृषि यंत्रों की अनुदान प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब किसानों को न तो परमिट लेने के लिए और न ही बिल जमा करवाने के लिए कार्यालय में नहीं आना पड़ेगा। यह कार्य अब किसान घर बैठे ही ऑनलाइन कर सकेंगे। 
सहायक कृषि अभियन्ता इंजिनियर डी0 एस0 यादव ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों ने स्मैम स्कीम के तहत 20 से 29 फरवरी 2020 तक आनलाइन आवेदन किया था तथा पिछले 4 वर्षों के दौरान कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ नही लिया है। ऐसे किसान बिना परमिट लिए विभागीय वैबसाइट पर अपलोडिड निर्माता/डीलर से खरीदे गए यंत्र का बिल, ई-वे बिल, कृषि यंत्र की फोटो व स्वघोषणा पत्र विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर 15 जून तक अपलोड करवा दें। ट्रेक्टर गृह जिला में पंजीकृत हो तथा ट्रेक्टर की वेद्य आरसी हो। उन्होंने बताया कि जिन किसानों को परमिट जारी कर 30 जून तक बिल जमा करवाने की तिथि निर्धारित की थी, उन किसानों को भी 15 जून तक अपने बिल व अन्य दस्तावेज उपरोक्त वेबसाइट पर अपलोड करवाने होंगे।
भौतिक सत्यापन के दौरान देने होगें दस्तावेज:- 
डी.एस. यादव ने बताया कि आरक्षित श्रेणी में आवेदन करने वाले किसानों को अतिरिक्त लाभ हेतु संबंधित कागजात जैसे अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड, ऑनलाइन आवेदन करने की रसीद, स्वघोषणा पत्र, बैंक की कॉपी तथा अपने जिले में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर के पंजीकरण की वैध कॉपी इत्यादि दस्तावेज मशीन के भौतिक सत्यापन के दौरान जमा करवाने होंगे। दस्तावेजों में किसी प्रकार की गलती व गलत जानकारी पर किसान अनुदान का पात्र नहीं होगा। किसान अधिक जानकारी के लिए सिरसा के उप कृषि निदेषक व सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। 
फरवरी में इन कृषि यंत्रों के लिए मांगे गए थे आवेदन :
डी.एस.यादव ने बताया कि फरवरी 2020 में कृषि विभाग ने कॉटन सीड ड्रिल, सीधी धान बीजाई मषीन (डी.एस.आर.), लेजर लेण्ड लेवलर, फर्टिलाइजर ब्राडकास्टर, हे-रेक, मोबाईल ष्रेडर, पैडी ट्रांसप्लांटर, रिपर बाइंडर, षर्ब मास्टर, ट्रैक्टर चालित स्प्रै पम्प, रोटावेटर, पोस्ट होल डिगर व स्ट्रा बेलर के  आनलाईन आवेदन आमंत्रित किए थे। मार्च में लैजर लेण्ड लेवलर को छोडकर अन्य सभी कृशि यन्त्रों को परमिट दे दिए जाने थे, परन्तु लॉक डाऊन के चलते ऐसा नही हो सका। 
अब 15 जून तक अपलोड करने होगें बिल:-
इंजीनियर डी.एस. यादव ने बताया कि विभाग ने स्मैम स्कीम के तहत अनुदान वाले कृषि यंत्रों के बिल जमा करवाने की अंतिम तिथि 30 जून 2020 निर्धारित करते हुए परमिट जारी किए थे। लेकिन मुख्यालय की नई हिदायतों अनुसार ïइन किसानों को भी 15 जून तक अपने बिल व अन्य दस्तावेज विभाग की वैबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर अपलोड करवाने होंगे।
निर्माता/डीलर बदलने का भी विकलप :- 
डी.एस.यादव ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को निर्माता/डीलर बदलने की भी छूट दी है। जिन किसानों ने 20 से 29 फरवरी 2020 तक अनुदान के लिए आवेदन करते समय वेबसाइट पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए जिस निर्माता/डीलर का चयन कर लिया था यदि किसान अब किसी और डीलर से कृषि यंत्र खरीदना चाहता है या कृषि यंत्र का साइज बदलना चाहता है तो किसान विभाग की वैबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर अपनी इच्छा अनुसार परिवर्तन कर सकता है। 

प्रेमिका के दूर होने का गम बर्दाश्त नहीं कर पाया बाइक मैकेनिक, घर में पंखे से लटकता मिला शव


फोन पर पुलिस से बोली प्रेमिका-आप झूठ बोल रहे हैं, मेरी बात करवाओ

दोस्तों ने दी पुलिस को सूचना, करीब साढ़े तीन घंटे बाद आई पुलिस

डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को गांव डबवाली में जोगेवाला रोड़ पर रह रहे 23 वर्षीय सोनू कुमार ने फांसी खाकर जान दे दी। मृतक एक विवाहित युवती से प्रेम करता था। चार दिन पहले पति को जब दोनों की हकीकत पता चली तो वह अपनी पत्नी को सोनू से बहुत दूर ले गया। प्रेमिका के दूर होने का गम युवक से बर्दाश्त नहीं हुआ, वह फांसी के फंदे पर झूल गया। मृतक बाइक मैकेनिक था। वह डबवाली के बठिंडा रोड़ पर सार्इं ऑटो के नाम से वर्कशॉप चलाता था।
घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जाती है। मृतक के दोस्तों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना देने के करीब साढ़े तीन घंटे बाद पुलिस मौका पर पहुंची। करीब ढाई बजे पुलिस पहुंची तो सोनू के मोबाइल की घंटी बज रही थी। पुलिसकर्मी ने फोन उठाया तो उसकी प्रेमिका बोली कि सोनू से उसकी बात करवा दो। पुलिस ने उसकी मौत की खबर दी तो वह बोली कि झूठ क्यों बोल रहे हो, उसकी बात करवा दो। तब पुलिसकर्मी ने पहचान बताते हुए कहा कि आपको मेरी बात समझ नहीं आती, उसके बाद फोन कट गया।

दोस्तों को बहाने से बाहर भेजा, खुद फांसी पर लटक गया
डबवाली निवासी विनेाद तथा साहिल ने बताया कि जब से उसकी प्रेमिका घर छोड़कर गई थी, तभी से सोनू मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था। वह आत्महत्या की बात करने लगा था। उसे समझाने के लिए वह उसके पास ही ठहरे हुए थे। उसने बहाने से विनोद को इकबाल के पास भेज दिया, जबकि भूख लगने का बहाना करके साहिल को समोसे लेने भेज दिया। कुछ देर बाद साहिल घर पर पहुंचा तो बैडरुम में उसका शव लटकता मिला।


सुसाइड के लिए प्लग वायर का प्रयोग किया
बाइक मैकेनिक सोनू ने सुसाइड के लिए बाइक की प्लग वायर का प्रयोग किया। साहिल के मुताबिक उसके दोस्त ने बाइक पर चढ़कर प्लग की तार को छत पर लगे पंखे से लपेट रखा था। उसका फंदा तैयार करके गले में डाल रखा था। उसने योजनाबद्ध तरीके से सुसाइड किया। जिसका डर था, वही हुआ। उसने इसकी सूचना अन्य दोस्तों को दी। जिसके बाद इकबाल ने पुलिस को
सूचित किया। सूचना देने के बाद साढ़े तीन घंटे बाद भी शव लटकता रहा।


आठ माह पुराने थे प्रेम प्रसंग
डबवाली निवासी विनोद ने बताया कि उसके दोस्त सोनू के प्रेम प्रसंग करीब आठ माह पुराने थे। विवाहित युवती रोपड़ में रहती थी। वह उसे तथा उसके पति को घर ले आया था। तब तक उसके पति को दोनों के संबंधों के बारे में मालूम नहीं था। सोनू उनसे कोई किराया नहीं लेता था, बल्कि उसे भोजन पकाने पर रखा था। चार दिन पहले दोनों की हकीकत पता चली तो पति अपनी पत्नी को ले गया। बताया जाता है कि दोनों दिल्ली चले गए थे। तब से दोनों में फोन पर ही बातचीत हो रही थी।

ये कैसा कानून....सामान अपराध पर बैंक मैनेजर को 200, रेहड़ी वाले को 500 रुपये जुर्माना



रेहड़ी वालों पर फिर चला नगरपरिषद का डंडा, सीएम को लिखी शिकायत- हमें प्रताडि़त किया जा रहा, एसडीएम समेत नप अधिकारियों से हो नुकसान की भरपाई 

डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को नगरपरिषद का डंडा खूब चला। निशाना बने फल-सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले। दनादन 22 रेहडिय़ां जब्त कर ली गई। कम्युनिटी हाल में लेजाया गया। उनमें से छह लोग 500-500 रुपये जुर्माना भरकर रेहड़ी वापिस ले गए। बचे 16 लोगों ने नगरपरिषद के एसआइ संदीप बुंदेला को गुहार लगाई तो उन्होंने एसडीएम कार्यालय भेज दिया। एसडीएम कार्यालय ने दो टूक कहा फाइन भरो, रेहड़ी लेजाओ। दोपहर बाद तक रेहड़ी वाले एक से दूसरे कार्यालय के चक्कर काटते रहे। शाम को कम्युनिटी हाल में रेहड़ी वालों के समर्थन में पार्षद पहुंचे तो बवाल खड़ा हो गया। रेहड़ी चालकों ने सीधा सवाल किया कि सब्जी-फल खराब हो रहे हैं, इसका जिम्मेवार कौन है? एसआइ ने जवाब दिए बगैर असमर्थता जता दी कि एसडीएम के आदेश 500-500 रुपये जुर्माना वसूलने के हैं। अगर जुर्माना देंगे तो रेहड़ी लेजाने दूंगा। रेहड़ी वाले यह कहकर बाहर आ गए कि एक रेहड़ी पर दो लोग काम करते हैं। दोनों को प्रतिदिन 400-400 रुपये दिहाड़ी दे दो, वे रेहड़ी लगाएंगे ही नहीं।
रेहड़ी संचालक काना राम, अरुण, अजय कुमार, जीवन शर्मा, पंकज, काली, सत्यवान, जोनी कुमार, अखिलेश कुमार, रवि, राजू, मदन लाल, बसंत कुमार, राजकुमार, सुरेंद्र पाल, पवन, काला नारंग आदि ने एसडीएम तथा नगरपरिषद अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी है। शिकायत में उन्होंने अधिकारियों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। रेहड़ी चालकों ने नुकसान की भरपाई उपरोक्त अधिकारियों से करवाने की मांग की है।

अपराध सामान, फिर कार्रवाई क्यों जुदा
नगरपरिषद का कहना है कि रेहड़ी वालों के कारण भीड़ जमा होती है, इससे डिस्टेंस टूटता है। इसलिए उन पर 25000 रुपये तक जुर्माना ठोका जा सकता है। वहीं नगरपरिषद ने मंगलवार को ही एचडीएफसी, पीएनबी तथा एसबीआइ मैनेजर के चालान किए। जानकर ताज्जुब होगा कि उन्हें 200-200 रुपये जुर्माना किया गया है। क्योंकि वहां भीड़ थी। डिस्टेंस का नियम टूट रहा था। सवाल उठता है कि जब अपराध सामान था, तो फिर कार्रवाई क्यों जुदा।

एसडीएम 11.30 बजे मुख्य बाजार तथा चौटाला हाईवे पर राऊंड पर निकले थे। उन्होंने रेहडिय़ां लगी देखी तो जब्त करने के आदेश दिए। उनके आदेशों की पालना करते हुए मैंने रेहडिय़ां जब्त की हैं। सामान लेजाने के लिए कहा था, लेकिन लोग लेकर नहीं गए। जब तक 500-500 जुर्माना नहीं भरते, तब तक रेहडिय़ां नहीं छोड़ी जाएंगी। आज बैंकों के चालान किए हैं, उन्हें 200-200 जुर्माना किया गया है।
-एसआइ संदीप बुंदेला, नगरपरिषद डबवाली

तेज गर्मी में हो सकता है लू-तापघात, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

आमजन के लिए सावधानी व बचाव की गाइड लाइंस जारी की

डबवाली(लहू की लौ)तापमान में अभूतपूर्व उछाल के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों एवं विभाग के अन्य कर्मचारियों को अलर्ट करते हुए आमजन से बचाव रखने के लिए कहा है। अत्यधिक गर्मी व सूखे मौसम में लू-तापघात होने की आशंका बढ़ गई है, इसलिए विभाग को इससे प्रभावितों को तुरंत राहत देने हेतू पूर्व तैयारियों के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने इस क्रम में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ व आशा सहयोगिनियों के माध्यम से आमजन में जागरुकता लाने व बचाव के साथ-साथ प्राथमिक उपचार सिखाने पर जोर दिया।
उन्होंने सभी अस्पतालों में लू-तापघात के रोगियों हेतु कुछ बैड आरक्षित रखते हुए वहां कूलर व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, संस्थान में रोगी के उपचार हेतु आपातकालीन किट में आवश्यक दवाइयां रखने के निर्देश दिए हैं। एसएमओ एमके भादू ने बताया कि लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि वे मास्क लगाने के साथ सिर को कपड़े से ढककर रखें।

क्या है लू तापघात ?
चिकित्सकीय दृष्टि से लू-तापघात के लक्षण, लवण व पानी की आवश्यकता व अनुपात विकृति के कारण होती है। मस्तिष्क का एक केन्द्र जो मानव के तापमान को सामान्य बनाए रखता है, काम करना छोड़ देता है। लाल रक्त कोशिकाएं रक्त वाहिनियों में टूट जाती हैं व कोशिकाओं में जो पोटेशियम लवण होता है वह रक्त संचार में आ जाता है, जिससे हृदय गति, शरीर के अन्य अंग व अवयव प्रभावित होकर लू तापघात के रोगी को मौत के मुंह में धकेल देते हैं।

लू तापघात के लक्षण
शरीर में लवण व पानी अपर्याप्त होने पर विषम गर्म वातावरण में लू व तापघात से सिर का भारीपन व अत्यधिक सिरदर्द होने लगता है। इसके अलावा अधिक प्यास लगाना, शरीर में भारीपन के साथ थकावट, जी मिचलाना, सिर चकराना व शरीर का तापमान बढना (105 एफ या अधिक), पसीना आना बंद होना, मुंह का लाल हो जाना, त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का लगना व बेहोशी जैसी स्थिति का होना आदि लक्षण आने लगते हैं।

बचाव के लिए बरतें सावधानियां
जहां तक सम्भव हो धूप में न निकलें, धूप में शरीर पूर्ण तरह से ढ़का हो। धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें। बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों से बचें, रेल बस आदि की यात्रा अत्यावश्यक होने पर ही करें, बिना भोजन किये बाहर न निकलें। भोजन करके एवं पानी पी कर ही बाहर निकलें। गर्दन के पिछले भाग कान एवं सिर को गमछे या तौलिये से ढ़क कर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्में एवं छतरी का प्रयोग करें। गर्मी मे हमेशा पानी अधिक मात्रा मे पियें एवं पेय पदार्थों जैसे निंबू पानी, नारियल पानी, ज्यूस आदि का प्रयोग करें। लू तापघात से प्राय: कुपोषित बच्चे, वृद्ध गर्भवती महिलाएं, श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित होते हैं। इन्हें प्राय: 10 बजे से सायं 6 बजे तक तेज गर्मी से बचाने हेतु छायादार ठण्डे स्थान पर रहने का प्रयास करें। अकाल राहत कार्यों पर अथवा श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं पानी का पूर्ण प्रबन्ध रखा जावे ताकि श्रमिक थोड़ी-थोड़ी देर में छायादार स्थानों पर विश्राम कर सकें।

रोगी का तत्काल करें प्राथमिक उपचार
लू तापघात से प्रभावित रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लेटा दिया जावे। रोगी को होश मे आने की दशा मे उसे ठण्डा पेय पदार्थ, जीवन रक्षक घोल, कच्चा आम का पन्ना दें। प्याज का रस अथवा जौ के आटे को भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए यदि सम्भव हो तो उसे ठण्डे पानी से नहलाएं या उसके शरीर पर ठण्डे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढंक दें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं, जब तक की शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है। उन्होंने बताया कि यदि उक्त सावधानी के बाद भी मरीज ठीक नहीं होता है, तो उसे तत्काल निकट की चिकित्सा संस्थान ले जाया जाए।

बिश्नेाई समाज बोला-विष्णु दत्त बिश्नोई की मौत की जांच सीबीआइ करे


राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम डबवाली को सौंपा मांग पत्र

डबवाली(लहू की लौ)बिश्नोई सभा डबवाली ने मंगलवार को एसडीएम डा. विनेश कुमार को राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर सादुलपुर के थानाधिकारी विष्णुदत्त बिश्नोई की मृत्यु मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग उठाई। सभा प्रधान कृष्ण लाल जादूदा के नेतृत्व में पहुंचे समाज के अनेक लोग ज्ञापन देने वालों में शामिल थे।
अखिल भारतीय  बिश्नोई युवा संगठन के  प्रदेश संरक्षक इंद्रजीत बिश्नोई ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि विष्णुदत्त बिश्नोई पुलिस विभाग के एक ईमानदार व निर्भीक अधिकारी थे। उनकी मृत्यु का कारण आत्महत्या बताया जा रहा है लेकिन वास्तव में इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाकर उनकी मौत के जिम्मेदार लोगों के नाम सामने लाने की जरुरत है। ज्ञापन में कहा गया है कि सामाजिक समूहों में हो रही चर्चाओं से यही पता चलता है कि  वे किसी दबाव में थे जिस कारण तनाव झेल रहे थे। यह तनाव व दबाव बनाने वाले कौन लोग थे इसकी जांच होनी चाहिए। इसीलिए बिश्नोई समाज के लोग व बिश्नोई युवा संगठन डबवाली के सदस्य मांग करते थे हैं जनभावनाओं के देखते हुए इस मामले की जांच का कार्य जल्द से जल्द सीबीआई को सौंपा जाए ताकि सच्चाई उजागर हो सके। इस अवसर पर शिव कुमार खीचड़, जीत राम पूनिया, राजेश खीचड़, सोमराज पुजारी मौजूद थे।

डबवाली में 2250 स्कवेयर फुट एरिया में बनेगा पार्क फोर पिलर

चार धर्मों के लोगों ने रखी नींव, इसलिए पार्क का नाम रखा गया फोर पिलर

डबवाली(लहू की लौ)पर्यावरण बचाने के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख तथा ईसाई एकजुट हो गए हैं। चारों ने एक साथ फोर पिलर पार्क की आधारशिला रखते हुए ईद की संध्या को खुशनुमा बना दिया। यह पार्क डबवाली के सिरसा हाईवे पर नंदीशाला के मुख्य द्वार पर बनेगा। पार्क का निर्माण डबवाली की संस्था 'अपनेÓ करवा रही है।
करीब 2250 स्कवेयर फु
ट एरिया में बनने वाले इस पार्क पर करीब 70 हजार रुपये से अधिक का खर्च आएगा। बच्चों, युवाओं तथा बुजुर्गों को तमाम सुविधाएं मिलेंगी। प्रॉजेक्ट इंचार्ज सुमित मिढ़ा ने बताया कि पार्क में चार फुट चौड़ाई वाला सेंटर पेसिज बनेगा। इसके अतिरिक्त बच्चों के लिए दो झूले लगेंगे, एक्सरसाइज के लिए दो स्विंग स्थापित किए जाएंगे। पार्क को सुंदरता देने के लिए कॉर्नर में एक वाटर बॉडी (फव्वारा) लगाने का प्लान है। पार्क के चारों ओर ग्रिल लगाई जाएगी, ताकि कोई बेसहारा पशु भीतर आकर पार्क की व्यवस्था को खराब न कर सकें। ईद के दिन धार्मिक एकता की नींव इंद्र शर्मा, महमूद आलम, रणजीत सिंह तथा पास्टर एॅगस्टीन मसीह ने संयुक्त रुप से रखी। साथ ही पार्क विकसित होने पर फोर पिलर ने देखरेख का बीड़ा उठाने की शपथ ग्रहण की।
इस मौके पर नंदीशाला प्रबंधन कमेटी के प्रधान विनोद बांसल, युवक मंडल के प्रधान राजेश जैन काला, पंकज मोंगा, सुमित मिढ़ा, संस्था अपने के सदस्य नवदीप चलाना, रजनीश मेहता, भगवान दास मेहता, भूपिंद्र गुप्ता, आशू सिंगला, हरीश सेठी, नवीन, भारत वधवा, अंग्रेज सिंह सग्गू, सुभाष गुप्ता, जितेंद्र ऋषि मौजूद थे।

फोर पिलर पार्क
रकबा 2250 स्कवेयर फुट
फाइक्स ट्री 10-12
लाइटिंग 06
गार्डन लाइट 20

गरीबों की रेहडिय़ां छीन भरवाया 3400 रुपये जुर्माना, सरकार की साख को लग रहा बट्टा


भाजपा के मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को भेजा मांग पत्र
डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को नगर के प्रबुद्ध जनों ने एसडीएम कार्यालय में एक मांग पत्र सौंपा। इस संबंध में जानकारी देते हुए भाजपा के मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा ने बताया कि डबवाली शहर की जनता के प्रति प्रशासन का रवैया उदासीन व उत्पीडऩ करने वाला है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय आम जनता पेट भरने के लिए रेहड़ी लगाकर अपना गुजारा कर रही है और प्रशासन ने उत्पीडऩपूर्वक रवैया अपनाते हुए रेहड़ी चालकों की रेहडिय़ां छीनकर जब्त कर ली और उन गरीब लोगों से जबरदस्ती 3400 रुपये का चालान भरवाया गया। जिसकी रसीद भी संलग्न की गई है।
उन्होंने कहा कि इन हालातों में प्रशासन ने उनकी मदद तो क्या करनी थी बल्कि उन्हें अपमानित कर जुुर्माना लगाया जा रहा है। दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन भी लगातार आमजन को परेशान कर रहा है और आवश्यकता पडऩे पर आने-जाने वाले आम लोगों के जबरदस्ती वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं। जिससे आमजन का सरकार व प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी रेहडिय़ां नई सब्जी मंडी में लगनी चाहिएं, यदि नई सब्जी मंडी तैयार है तो उद्घाटन के बाद भी अभी तक वहां शिफ्ट क्यों नहीं की गई? उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए कौन-कौन अधिकारी जिम्मेवार हैं, इसकी जांच होनी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि प्रशासनिक अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से आदेश दिए जाएं कि वह आम जनता का उत्पीडऩ बंद करें।
विजयंत शर्मा ने बताया कि उन्होंने कार्रवाई हेतु ज्ञापन की एक कॉपी सांसद सुनीता दुग्गल को भी प्रेषित कर दूरभाष पर भी संपर्क किया है। उन्होंने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मौके पार्षद शाम लाल कुक्कड़, पार्षद बलजीत सिंह, गरजा सिंह, रवि सेठी एडवोकेट, श्याम सुंदर आदि मौजूद थे।

दाना-पानी मुहिम के तहत तीन गांवों में बांटे सकोरे

डबवाली(लहू की लौ)राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विहिप, बजरंग दल व राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने डबवाली में सभी गांव में सकोरे वितरण करने की दाना-पानी नाम से एक मुहिम चलाई है। इसके तहत गांव सादेवाला, केहरवाला, रामगढ़ में सकोरे बांटे गए। जिसकी शुरुआत गांव सादेवाला से हुई। इस मौके पर लीलू कुलरिया गांव रामगढ़ सब इंस्पेक्टर वन्य प्राणी विभाग, गांव सादेवाला से ग्राम निवासी सुनील बिरडा, ग्राम सयोजक बजरंग दल विजय, पंकज बिरडा, सुरेश सिंहमार, राहुल नोखवाल, दिनेश मौजूद थे।
गांव केहरवाला में आरएसएस के खंड संघ चालक रानियां सुरेश सिंगल तथा विश्व हिंदू परिषद के डबवाली ग्रामीण प्रखंड अध्यक्ष पवन गांव बनवाला ने अपने हाथों से इस मुहिम का शुरुआत की। इस मौके पर मौके पर विष्णु पुरी, प्रदीप गोदारा, सुशील गोदारा, अमन गोदारा, सुमित, गांव रामगढ़ के सरपंच जोगिंद्र सिंह, क्लब प्रधान सुशील, राकेश, राकेश नम्बरदार, गगन, अनिल धामू, प्रमोद मक्कड़, सोनू मक्कड़, सुरेंद्र उत्तम, नारायण कुलरिया, महावीर कुलरिया मौजूद थे।

किसान को ब्याज देने के लिए तैयार हैं, सरकार हमें 1 फीसद दे, किसान को 2 फीसद की दर से देंगे

लेट पेमेंट के चलते आढ़तियों को जिम्मेवार ठहराने पर सरकार को घेरा

डबवाली(लहू की लौ)कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा दर्दी, सचिव राजेश जिंदल, उप प्रधान विकास बांसल ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार गलत बयानबाजी कर रही है। सरकार का कहना है कि यदि आढ़ती किसान को 72 घंटे में पेमेंट नहीं करता तो वह उसे ब्याज दे। जबकि हकीकत यह है कि डबवाली में हरियाणा वेयर हाउस ने 28 अप्रैल की पेमेंट आज की है, जबकि एफसीआइ ने 27 अप्रैल तक की गेहूं खरीद का भुगतान किया है।
सरकार से जो पेमेंट आई वह साथ की साथ किसान के खाते में डाल दी। लेकिन सरकार की ई खरीद की लचर प्रणाली और ऑनलाइन अव्यवस्था के कारण किसान के खाते में पेमेंट जाने में  चार-चार दिन लग जाते हैं। इसमें आढ़तियों को दोष देना बेमानी है। एसोसिएशन ने कहा की सरकार ने आढ़तियों से वादा किया था कि वह गेहूं का उठान 48 घंटे में करेंगे और भुगतान साथ के साथ करेंगे। अब जब भुगतान देरी से हो रहा है तो सरकार को आढ़तियों को ब्याज देना चाहिए यदि हम किसान को सरकार की पेमेंट आने के 72 घंटे के अंदर पेमेंट नहीं करते तो हम किसान को ब्याज देने को तैयार हैं। लेकिन जो सरकार ने आढ़तियों की पेमेंट 25 दिन देरी से की उसका ब्याज सरकार हमें दे। यदि सरकार हमें 1 फीसद की दर से ब्याज देती है तो वादा करते हैं कि जिस किसान की पेमेंट आढ़ती की वजह से लेट होती है तो आढ़ती किसान को 2 फीसद की दर से ब्याज देगा।

कृषि विभाग बोला-चौटाला या कालुआना की ओर से आ सकता है टिड्डी दल, अलर्ट रहें किसान


कृषि विभाग ने गांव चौटाला के पंचायत घर में बैठक करके किसानों से मांगी मदद

डबवाली(लहू की लौ)कृषि विभाग को सूचना मिली है कि टिड्डी दल हनुमानगढ़ के नजदीक गोलूवाला कैंचियां के समीप पहुंच गया है। ऐसे में कृषि विभाग उपमंडल डबवाली के अधिकारियों ने राजस्थान से सटे गांव कालुआना तथा चौटाला में गतिविधियां शुरु कर दी हैं। किसानों को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्प्रे पंप तैयार रखने के लिए कहा जा रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य गांवों में भी मुनादी करवा कर किसानों को अलर्ट जारी किया गया है। कृषि विभाग सूत्रों के अनुसार दमकल केंद्र को अलर्ट किया गया है। बताया जाता है कि दमकल केंद्र की गाडिय़ों का प्रयोग करके ही टिड्डी दल को मारने की दवा किसानों तक पहुंचाई जाएगी। टिड्डी दल की लोकेशन का पता लगाने के लिए अधिकारी राजस्थान कृषि विभाग से कोर्डिनेशन होने का दावा कर रहे हैं। बताया जाता है कि अगर हवा का रुख डबवाली की ओर हो गया तो टिड्डी दल आसानी से चौटाला या फिर कालुआना के रास्ते हरियाणा में प्रवेश कर जाएगा। इससे फसलों को भारी नुकसान होगा।


पांच माह में दूसरी बार खतरा
जनवरी 2020 में पंजाब तथा राजस्थान से सटे डबवाली के कई गांवों में टिड्डी दल नजर आया था। टिड्डी की संख्या कम होने के कारण फसलों को नुकसान नहीं पहुंचा। ऐसे में पांच माह के भीतर दूसरी बार टिड्डी दल के कारण खतरा पैदा हो गया है। चौटाला गांव के किसानों का कहना है कि वर्ष 1993 में करीब 25 किलोमीटर लंबा टिड्डी दल दिखाई दिया था।

हनुमानगढ़ के समीप टिड्डी दल पहुंचने की सूचना मिली है। अगर हवा का रुख हमारी तरफ हुआ तो मुसीबत आ सकती है। चौटाला या फिर कालुआना से टिड्डी दल प्रवेश कर सकता है। चौटाला गांव के पंचायत घर में बैठक करके किसानों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
-एडीओ विशाल भादू, कृषि विभाग डबवाली

27 May 2020