03 सितंबर 2010

मोबाइल सप्लायर को पीटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव रत्ताखेड़ा के पास बुधवार रात को रंजिशन हुए एक झगड़े में एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए गोरीवाला के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल सुभाष सहारण (22) पुत्र छोटू राम सहारण निवासी गोरीवाला ने बताया कि वह एरोमा कम्पनी के मोबाइल सप्लाई करने का काम करता है। बुधवार शाम को औढां से बाईक से वापिस अपने गांव गोरीवाला आ रहा था। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने जैसे ही नुइयांवाली नहर क्रॉस की तो उसके पीछे एक जीप और कार लग गई। रत्ताखेड़ा और रामपुरा बिश्नोइयां के बीच उसके आगे जीप लगा कर उसे घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। लड़ाई का कारण उसने मंगलवार को इसी रोड़ पर साईड को लेकर कुछ युवकों के साथ हुई तूतू मैंमैं बताया।
गंगा निवासी रवि (22) पुत्र बनवारी लाल ने बताया कि वह ही अपने दोस्त सुभाष सहारण को घायल अवस्था में गोरीवाला के सरकारी अस्पताल लेकर आया। लेकिन प्राथमिक चिकित्सा के बाद सुभाष को सिरसा रैफर कर दिया गया।
इस संबंध में थाना औढां के प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आ चुकी है। घायल के ब्यानों के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

बंटवारे को लेकर भिड़े बाप-बेटे

डबवाली (लहू की लौ) गांव अबूबशहर के एक घर में बंटवारे को लेकर हुए झगड़े में माता-पिता और बच्चे आमने-सामने हो गए। झगड़े में तेजधार हथियार लगने से एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल पारस (30) निवासी अबूबशहर ने बताया कि दिहाड़ी मजदूर है। दो माह पूर्व उसने मछली पालन के लिए अपने पिता काहन चंद के साथ डिग्गियों का निर्माण किया था। लेकिन उसके पिता ने उसकी बनती दिहाड़ी 30,000 रूपए उसे नहीं दी। उसने अपने पिता के सामने शर्त रख दी कि वे उसके पैसे उसे दे दें या फिर कोई जगह खरीदकर दे दें। इसी बात को लेकर उसका पिता काहन चंद तथा माता चमेली देवी उसकी पत्नी सुनीता से झगड़ रहे थे। जब उसने बीच-बचाव किया तो उसके छोटे भाई सुरेन्द्र तथा देवीलाल ने उस पर तेजधार हथियार से हमला करके उसके चोटें मारी।
इधर जब काहन चंद (55) निवासी अबूबशहर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करता है। आज सुबह उनके घर में झगड़ा हुआ था। घर में बंटवारे को लेकर उसका बड़ा बेटा पारस अपनी माता से झगड़ा रहा था। उसने अपने छोटे बेटे सुरेन्द्र (26) तथा देवीलाल (28) के साथ मिलकर उसे ऐसा करने से रोका। लेकिन पारस उग्र हो गया और उसने वहीं पड़े तेजधार हथियार से सुरेन्द्र पर हमला कर दिया। लेकिन सुरेंद्र बाल-बाल बच गया। भाईयों में झगड़ा बढ़ता देख उसने बीच-बचाव करते हुए तेजधार हथियारों को फेंक दिया। काहन चंद के अनुसार इतने में उसके छोटे भाई साधु राम ने उस पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में वह तो बच गया, लेकिन हथियार उसके बड़े बेटे पारस को जा लगा।
काहन चंद ने यह भी बताया कि उन्होंने करीब दो माह पूर्व सोनीपत में मछली पालन के लिए सात डिग्गियों का निर्माण किया था। पारस काम को बीच में छोड़कर घर लौट आया। लेकिन उसने पारस के बनते पैसे उसे दे दिए थे। पारस घर का बंटवारा करवाना चाहता है।
मामले की जांच रहे चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई कृष्ण लाल ने बताया कि बाप-बेटे के बीच झगड़े का कारण बंटवारा है। पुलिस ने घायल के ब्यान दर्ज करने के बाद दफा 323 के तहत रपट लिख ली गई है।

सफाई अव्यवस्था के खिलाफ गांधीगिरी

डबवाली (लहू की लौ) अनाज मंडी के पास हुड्डा के स्थान पर नगरपालिका द्वारा बनाया गया अस्थाई डिपू हटवाने के लिए इस क्षेत्र के नागरिकों ने गांधीगिरी का सहारा लिया है।
वार्ड नं. 9 के पूर्व पार्षद हरीश सेठी रिंका, सतपाल सेठी, अमन बांसल, चरणजीत, नीरज गुप्ता, पवन कुमार, नंद लाल गर्ग आदि ने बताया कि नई अनाज मंडी रोड़ पर उनके वार्ड की 9 गलियां पड़ती हैं। पिछले काफी वर्षों से नगरपालिका ने अनाज मण्डी के पास हुड्डा स्थल को गंदगी का अस्थाई डिपू बना रखा है। इस डिपू का प्रयोग नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के साथ इन गलियों के लोग भी करते आ रहे हैं। वे कई बार पालिका से गंदगी के इस डिपू को यहां से हटवाने के लिए अनुरोध कर चुके हैं। यहीं नहीं इस संदर्भ में वे उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन ढाक के वही तीन पात। गंदगी का डिपू वहीं का वहीं है।
नगरपालिका, उपमण्डलाधीश के समक्ष मांग रखने के बावजूद कार्रवाई न होने के कारण अब इन लोगों ने गांधी जी के सिद्धांतों पर चलने का निर्णय लिया है। सुबह होते ही ये हुड्डा स्थल पर आ जाते हैं और हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं। कूड़ा फेंकने वाला खुद शर्मसार होकर वापिस लौट जाता है।

घर से उठा ले गए थे लड़की को!

डबवाली (लहू की लौ) गांव अलीकां में बेहोशी की हालत में मिली 15 वर्षीय लड़की को गांव के दो युवक बेहोश करके उठा ले गए थे। इस बात का खुलासा बुधवार को होश में आने के बाद डबवाली के सरकारी अस्पताल में लड़की ने पुलिस के समक्ष किया। मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि गांव अलीकां के टेलर मास्टर रणजीत सिंह की 15 साल की बेटी वीरपाल को बुधवार को यहां के सरकारी अस्पताल में होश आ गया। लड़की को उसके परिजन मंगलवार सुबह बेहोशी की हालत में अस्पताल लाए थी। तभी से लड़की अचेत अवस्था में थी। होश में आने के बाद लड़की ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात करीब 1-1.30 बजे वह लघुशंका के लिए उठी थी। इसी दौरान उनके पड़ौसी छिन्द्रपाल सिंह उर्फ पप्पू राम के दो बेटे जग्गी और वीरचन्द आए। उनमें से एक ने उसे पकड़ लिया और दूसरे ने उसके मुंह पर रूमाल रख दिया। जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसे कुछ भी मालूम नहीं कि उसके साथ क्या हुआ। एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि पुलिस ने फिलहाल दफा 363/366 के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। लड़की का मेडीकल करवा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

शराब की सौगन्ध पर मान गये मिस्टर टिंकू

डबवाली (लहू की लौ) पहले शराब ने एक युवक को चोरी की लत डाली और फिर उसी शराब की सौगन्ध ने चुराया गया सामान उसे लौटाने के लिए मजबूर कर दिया। सब्जी मंडी के पीछे स्थित ठेका शराब देसी के सेल्जमैन रमेश कुमार (48) पुत्र भगवान दास निवासी डबवाली ने बताया कि ठेका पर मंडी किलियांवाली का टिंकू नामक युवक शराब पीने अक्सर आता था। इसी दौरान उसके दिल में बेईमानी आ गई और उसने ठेका मोबाइल फोन और कूलर की जाली चुरा ली। इसकी भनक लगते ही उसने इस युवक को दबोच लिया और काफी पूछताछ के बाद भी जब वह नहीं माना तो उसे शराब की सौगन्ध उठाने के लिए कहा गया। शराब की सौगन्ध की बात सुनते ही टिंकू का नशा टूटने लगा और वह सबकुछ माना ही नहीं, बल्कि उसने चुराया गया मोबाइल और कूलर की जाली भी उसे वापिस लौटा दी।

महिलाओं ने रेहड़ी मालिक को चप्पलों से धुना

डबवाली (लहू की लौ) अमरूद को लेकर मुख्य बाजार में एक फ्रूट विक्रेता और महिला के बीच हाथापाई हो गई। गुस्से में आई महिलाओं ने रेहड़ी मालिक की चप्पलों से धुनाई कर डाली।
रोशनी देवी (20) निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी मां सावित्री के साथ अबोहर से मंगलवार को डबवाली आई थी और उन्होंने पंजाब बस स्टैंड से अमरूद खरीदे थे। उसकी मां डबवाली के मुख्य बाजार में अमरूद खाती जब एक फ्रूट रेहड़ी के पास से गुजरी तो रेहड़ी मालिक ने थोड़ा आगे जाकर उन्हें पकड़ लिया और यह कहते हुए थप्पड़ रसीद कर दिया कि उसने उसकी रेहड़ी से अमरूद उठा कर खाया है। इसका उन्होंने विरोध किया, लेकिन रेहड़ी मालिक ने जब पुन: उसकी मां पर हाथ उठाने का प्रयास किया तो उन्होंने रेहड़ी मालिक को पकड़ लिया और अच्छा धुना।
इधर रेहड़ी मालिक रमेश (54) पुत्र रामकिशन निवासी डबवाली ने बताया कि वह बाजार में रेहड़ी लगाये हुए था। उसकी रेहड़ी पर शाम को दो महिलाएं आयीं और उन महिलाओं में से एक ने अमरूद उठा लिया। जिसका उसने विरोध किया तो महिलाएं गाली-गलौच पर उतर आयी। बाद में चप्पलों से उस पर टूट पड़ी। दोनों पक्षों में से किसी ने भी इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की।

अय्याशी करते पुलिसकर्मी काबू

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस के दो कर्मचारी अपने एक मित्र के साथ गांव पाना में महिला से अय्याशी कर रहे ग्रामीणों के धक्के चढ़ गये। मौका पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही एक पुलिस कर्मचारी और महिला ग्रामीणों को चकमा देकर भाग गये।
गांव पाना के सरपंच सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके गांव में दोपहर 2 बजे से चार लोग मोटरसाईकिल पर घूम रहे थे। जिनमें एक महिला भी थी। यह संदिग्ध लोग छह बजे तक गांव में घूमते रहे। लेकिन जब ग्रामीण नहर में एक कार गिरने की सूचना पाकर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह संदिग्ध लोग नहर के पास बने खतानों में आपत्तिजनक हालत में हैं। ग्रामीणों ने जब उन लोगों को ललकारा तो यह लोग उनके गल पड़ गये और कहने लगे कि वह तो पुलिस वाले हैं उनका क्या बिगाड़ लोगे।
इस पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाना सदर पुलिस को दी तो इन लोगों को पता चल गया कि वह अब पकड़े जायेंगे तो यह लोग भाग खड़े हुए। इसी दौरान ग्रामीणों ने दो को दबोच लिया। मोटरसाईकिल पर एक महिला और पुरूष भागने में सफल रहे। इतनी देर में मौका पर थाना सदर डबवाली पुलिस के एसआई रतन सिंह अपने दल बल के साथ पहुंच गये। एसआई रतन सिंह ने बताया पकड़े गये लोगों ने अपनी पहचान पंकज (27) पुत्र राजपाल निवासी गांव जाजी और सोनीपत के थाना सदर में सिपाही के पद पर तैनात बताया। दूसरे ने अपना नाम समन्दर सिंह (30) पुत्र गजे सिंह निवासी संदल खुर्द और ठेकेदारी करना बताया। इन लोगों ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि उनके साथ प्रवीन नामक सिपाही भी था जो सोनीपत में ही तैनात है। सिपाही पंकज ने बताया कि वह कुछ समय पूर्व कालांवाली में बतौर सिपाही सर्विस कर चुका है। इस दौरान उसकी दोस्ती कालांवाली की एक महिला से हो गई। उसी के साथ वह और उसके दोस्त घूमने के लिए पाना गांव की तरफ आये थे। थाना सदर पुलिस ने पकड़े गये पंकज और समुन्दर के खिलाफ धारा 109 सीआरपीसी के  तहत चालान कर दिया।

फसल के चक्कर में किसान ने जान दांव पर लगाई, अस्पताल में दाखिल

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली के गांव गोदीकां में अपनी फसल को बचाने के खातिर एक किसान ने अपनी जान दांव पर लगा दी। किसान को घायल अवस्था में डबवाली के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
गांव गोदीकां के किसान अर्जुन दास (32) ने बताया कि उसने अपनी 12 एकड़ भूमि पर कपास-नरमा की बिजाई की हुई है। उसे टयूब्बैल का कनेक्शन लिए हुए को दो वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन गांव में तैनात लाईनमैन धर्मपाल उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगता है। सोमवार शाम को लाईनमैन उसके पास आया और उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगने लगा। लेकिन उसने इंकार कर दिया। गुस्से में लाल धर्मपाल ने उसके टयूब्बैल का कनेक्शन काट दिया और बोला की पार्टी दे जाना और कनेक्शन लग जाएगा। अर्जुन दास के अनुसार अपनी फसल को बचाने के लिए वह टयूब्बैल का कनेक्शन करना चाहता था। मंगलवार सुबह वह अपने पड़ौसी सन्नी को साथ लेकर टयूब्बैलों को जाती बिजली की मेन स्विच काटने के लिए निकल गया। जैसे ही उसने लाईट बंद करने का प्रयास किया तो उसे करंट लग गया।
किसान अर्जुन दास करंट लगने से बुरी तरह से घायल हो गया। उसके हाथ, टांग और पैरों पर गंभीर चोट आई। मौका पर खड़े अर्जुन दास के पड़ौसी सन्नी ने उसे उपचार के लिए डबवाली के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। इस संदर्भ में जब दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता बी.के. रंजन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि किसान उन्हें लाईन मैन के खिलाफ लिखकर दे, तो वे मामले की जांच करवाएंगे। किसान ने खुद जोखिम मोल लिया। किसान को इसकी सूचना विभाग के उच्च अधिकारियों से करनी चाहिए थी। लेकिन  किसान ने बिजली निगम के सिस्टम से छेडख़ानी करके गलत किया। इसके चलते किसान पर भी कानूनी कार्रवाई बनती है।

लड़की पर ओपरी हवा का साया!

डबवाली (लहू की लौ) गांव अलीकां की एक पंद्रह साल की लड़की डबवाली के सरकारी अस्पताल में बदहवासी हालत में पड़ी है। लड़की के साथ क्या घटना घटित हुई यह किसी को मालूम नहीं। लड़की की अजीब स्थिति को देखते हुए पुलिस इसे ओपरी हवा का चक्कर मान रही है। यहां तक की लड़की के अभिभावक भी कुछ स्पष्ट नहीं कर रहे।
जानकारी अनुसार उपमण्डल डबवाली के गांव अलीकां में सोमवार रात को करीब 1 बजे गुरूद्वारा से अनाऊसमेंट हुई की गांव में चोर घुस आए हैं। लोग चोरों को पकडऩे के लिए घरों से बाहर आ गए। इसी दौरान गांव में रह रहे रणजीत सिंह नामक व्यक्ति की पंद्रह साल की बेटी अचानक घर से गायब हो गई। लड़की के परिजन उसकी खोज में जुट गए। लेकिन लड़की नहीं मिली। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे रणजीत सिंह का पड़ौसी उसके पास आया। लड़की के उसके घर में होने की बात कहकर उसे घर से लेजाने को कहा। लेकिन रणजीत सिंह ने लड़की को घर लाने से इंकार कर दिया और इसकी सूचना थाना शहर पुलिस डबवाली को दी। अचानक पड़ौसी ने लड़की को दीवार से उसके घर में फेंक दिया। परिजन लड़की को डबवाली के सरकारी अस्पताल में ईलाज के लिए ले आए।
अस्पताल में नियुक्त महिला चिकित्सक डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने उपरोक्त मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि लड़की के पिता रणजीत सिंह ने उन्हें उपरोक्त बात से अवगत करवाया है। उन्होंने भी लड़की के गले पर चोट के निशान पाए हैं। ऐसे निशान बलात्कार के दौरान हो सकते हैं। फिलहाल इसके बारे में ओर अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता। स्वैब को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा, रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल लड़की ब्यान देने की स्थिति में नही है। उन्होंने एमएलआर काटकर थाना शहर पुलिस में भेज दी है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि सूचना मिलने पर वे गांव अलीकां में गए थे। उस समय लड़की अपने घर की जमीन पर पड़ी हुई अजीबों गरीब हरकतें कर रही थी। जैसे उस पर ओपरी हवा का प्रभाव हो। फिलहाल लड़की अस्पताल में उपचाराधीन है और ब्यान देने के काबिल नहीं है। लड़की के ब्यानों के बाद ही मामला पता चल पाएगा।
इस संदर्भ में इस संवाददाता ने लड़की के पिता रणजीत सिंह से बात करने का भी प्रयास किया। उन्होंने अधिक कुछ नहीं बताया। इतना कहा कि जरूर उसकी लड़की के साथ कुछ गलत हुआ है। लड़की होश में आ जाए, सब मालूम पड़ जाएगा। रणजीत सिंह के परिवार की महिलाओं ने भी लड़की पर ओपरी हवा होने की बात कही।
सोमवार रात करीब 1 बजे के बाद लड़की अपने घर से गायब होकर पड़ौस के घर में कैसी पहुंची और उसके साथ क्या घटना घटित हुई, इस पर अभी संशय बरकरार है। लड़की डबवाली के सरकारी अस्पताल में अजीबो-गरीब हरकतें कर रही है। लेकिन बोलती कुछ नहीं। मामला क्या है, इसके बारे में लड़की के नॉर्मल होने का इंतजार किया जा रहा है।