01 जून 2020

हरियाणा में आज 265 कोरोना पॉजिटिव के साथ फूटा असली बम, सिरसा में कुल संख्या हुई32


अभय सिंह के नेतृत्व में इनेलो का लघुसचिवालय के समक्ष जिला स्तरीय धरना कल

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा सरकार द्वारा गेहूं व सरसों खरीद का भुगतान आढ़तियों व किसानों को 72 घंटे में न करने के विरोध में इनेलो
द्वारा कल सिरसा में लघुसचिवालय के समक्ष जिला स्तरीय धरना दिया जाएगा। धरने की अध्यक्षता खुद ऐलनाबाद के विधायक चौ. अभय सिंह चौटाला करेंगे। इनेलो के जिला प्रेस प्रवक्ता महावीर शर्मा ने बताया कि यह धरना कल सुबह 9 बजे शुरू होगा जो शाम 4 बजे तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने आढ़तियों व किसानों को गेहूं की खरीद का भुगतान 72 घंटे में करने का वादा किया था जो पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है। प्राइवेट बैंकों में खाता खोलने का जो आदेश दिया था, उसमें भी घोटाले की बू आ रही है। फसल पंजीकरण के लिए सरकार ने जो पोर्टल बनाया था, वह भी नकारा साबित हुआ है। इन सभी मुद्दों को उठाने के लिए अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में कल सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक जिला स्तरीय धरना दिया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि धरने के दौरान सरकार के नियमों व सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से निर्धारित समय व स्थान पर पहुंचने की अपील की है।

डबवाली में कोर्ट का नाजर भी कोरोना पॉजीटिव

डबवाली (लहू की लौ)  डबवाली में दो लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। एक प्रेम नगर और एक हूड्डा कलोनी का रहने वाला डबवाली में कोर्ट का मुलाजीम है

जोधपुर से 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध लेकर आ रहा चौटाला आइटीआइ का माली दोस्त समेत गिरफ्तार

एसटीएफ हिसार ने मुखबरी के आधार पर दबोचा, चौटाला गांव के पूर्व सरपंच का बेटा है माली रामचंद्र
अंतरराजीय सीमा क्रॉस की, राजस्थान के पांच जिलों से होते हुए चौटाला गांव में ले आए अफीम दूध
डबवाली(लहू की लौ)स्पैशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हिसार ने गांव चौटाला में संगरिया रोड पर कार सवार दो युवकों को 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध समेत गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव चौटाला के कांकरिया वास निवासी रामचंद्र (35) तथा संगरिया के वार्ड नं. 23 निवासी वेदप्रकाश (30) के रुप में हुई है। दोनों जिला जोधपुर (राजस्थान) के कस्बा ओसिया से डेढ़ लाख रुपये में अफीम खरीदकर लाए थे। अफीम को आगे दोगुणी कीमत पर बेचना था। पुलिस के अनुसार नशा तस्कर 29 मई को चौटाला से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शनिवार देर शाम को ओएसवीएन कॉन्वेंट स्कूल के सामने हरियाणा नंबर की इटियोस कार में सवार दोनों अफीम समेत पकड़े गए। एसटीएफ के एसआइ महेंद्र सिंह की शिकायत पर चौटाला पुलिस ने उपरोक्त दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने नशा तस्करों को रविवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विनय शर्मा की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों का तीन दिवसीय पुलिस रिमांड जारी किया है।

पूर्व सरपंच का बेटा है रामचंद्र, आइटीआइ में करता है नौकरी
नशा तस्करी में पकड़ा गया रामचंद्र चौटाला गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण बिश्नोई का बेटा है। वह पिछले करीब 10 सालों से चौटाला आइटीआइ में डीसी रेट पर माली के पद पर कार्यरत है। पूर्व सरपंच के मुताबिक करीब चार साल पूर्व उसका बेटा 100 ग्राम अफीम समेत राजस्थान में पकड़ा गया था। उस मामले में वह बरी हो गया था। लेकिन एक साल से उसकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। उसके पास गाडिय़ां आती-जाती रहती थीं। करीब 8 माह पहले उसे टोका था कि वह गलत धंधा कर रहा है, तो उसने कहा था कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा। रात 8.30 बजे उसे सूचना मिली थी कि रामचंद्र पकड़ा गया है। इधर दूसरा आरोपित वेदप्रकाश कार चालक है। उसके पिता राजस्थान में एक निजी बस चलाते हैं।

एसटीएफ हैरान-1900 किलोमीटर में किसी ने रोका तक नहीं
चौटाला से जोधपुर के कस्बा ओशिया की दूरी करीब 950 किलोमीटर है। मतलब आने-जाने पर 1900 किलोमीटर का सफर तय होता है। नशा तस्करों के लिए यह बेहद आसान सफर रहा। चूंकि नशा तस्करों के पास ई-पास नहीं था। बगैर ई-पास वे राजस्थान का जिला हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, मेड़ता सिटी क्रॉस करके जोधपुर पहुंच गए। फिर वापिस आ गए। एसटीएफ यह देखकर हैरान है। हालांकि पुलिस मुख्य नशा तस्कर को पकडऩे के साथ-साथ चोर रास्तों का मेप भी तैयार करेगी।


लॉक डाऊन मे 1 किलो 800 ग्राम अफीम खरीदने के लिए जोधपुर जाना और फिर जोधपुर से वापिस आना गंभीर मामला है। कहीं रास्ते पर चैकिंग नहीं हुई? मेरे साथ एएसआइ बलजीत सिंह, मुख्य सिपाही जलौरा सिंह, विजय कुमार, सिपाही विवेक कुमार थे। हम चौटाला बस अड्डा पर मौजूद थे, तभी मुखबरी मिली थी। पता चला है कि दोनों आरोपित 2-3 बार जोधपुर के कस्बा ओसिया से अफीम ला चुके हैं।
-एसआइ महेंद्र सिंह, एसटीएफ हिसार

वेयर हाऊस के गोदाम में भीग गया 42.30 करोड़ रुपये का अनाज


मंडी में गेहूं भीगने पर आढ़ती जिम्मेवार था, अब गोदाम में गेहूं भीगने पर जिम्मेवार कौन?
डबवाली(लहू की लौ)बारिश में मंडियों में पड़ा अनाज खूब भीगा था। प्रबंधों को लेकर खूब शोर मचा था। आढ़ती जिम्मेवार ठहराए गए थे, अब जब गोदामों में भंडारित है तो अनाज को जान बूझकर भिगौया जा रहा है। सवाल उठता है कि क्या अब संबंधित खरीद एजेंसी क्या खुद को जिम्मेवार ठहरा पाएगी?
हरियाणा राज्य भंडारण निगम (वेयर हाऊस) का चौटाला हाईवे पर गांव शेरगढ़ के समीप स्थित गोदाम याद ही होगा। यहां कुछ दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। आग कैसे लगी, यह तो अभी तक पता नहीं चला। लेकिन रविवार शाम को आई बरसात में अनाज को जरुर भिगौया गया। इसके लिए संबंधित एजेंसी जिम्मेवार है। बताया जाता है कि भाटी प्लींथ नाम के इस गोदाम में अनाज के करीब साढ़े पांच लाख बोरे भंडारित हैं। सीधे शब्दों में कहें तो 185 स्टैग लगे हुए हैं। प्रत्येक स्टैग में करीब 3000 बोरे हैं। खास बात यह है कि समें से महज 44 स्टैग ढके हुए थे। शेष 141 स्टैग को ढकने के लिए तिरपाल का बंदोबस्त जरुर था, लेकिन स्टैग ढके नहीं हुए थे। ऐसे में करीब 4.23 लाख बैग भीग गए। भीगे अनाज की कीमत 42.30 करो

ड़ रुपये है।

अलर्ट के बावजूद भीगा अनाज
कह सकते हैं कि अलर्ट के बावजूद करोड़ों रुपये का अनाज भीग गया। चूंकि हरियाणा कृषि विभाग की ओर से मौसम संबंधी अलर्ट जारी किया हुआ है। उसी अनुसार प्रदेश के सभी विभाग अलर्ट है, सिर्फ खरीद एजेंसियों को छोड़कर। सवाल उठता है कि क्या हरियाणा राज्य भंडारण निगम के अधिकारी लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे या फिर संदिग्ध मामला मानकर फाइल बंद कर देंगे।


गोदाम में गेहूं भंडारित करने का कार्य समाप्त हो गया है। स्टॉक की गिनती की जा रही थी। चूंकि 31 मई हो गई है, उच्च अधिकारियों को कागज पूरे करके जानकारी देनी है। इस वजह से कुछ स्टैग को ढका नहीं जा सका। अचानक बारिश आ गई, इसलिए भीग गए। स्टैग को हवा तथा धूप लगाने के बाद ढक दिया जाएगा।
-मैनेजर इंद्राज गुप्ता, 
हरियाणा राज्य भंडारण निगम डबवाली

मेरा पानी -मेरी विरासत, एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन-मुख्यमंत्री

फसल बोने के वक्त  पहली किस्त 2 हजार बाद में 5 हजार रूपए
चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि किसान धान की फसल लगाने की बजाए भूजल संरक्षण के दृष्टि
ïगत मक्का, तिलहन इत्यादि फसलों को लगाकर आने वाली पीढिय़ों के लिए विरासत में जलयुक्त भूमि देने का मार्ग प्रशस्त करें। 'मेरा पानी मेरी विरासत' योजना हरियाणा सरकार द्वारा इसी संदर्भ में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम हंै, जिसमें आम किसान स्वेच्छा से धान को त्यागकर दूसरी फसलें लेने के साथ-साथ हरियाणा सरकार से 7000 रूपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि लेने का हकदार भी होगा।
मुख्यमंत्री ने कैथल मेें किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की ये सरकार राजनीतिक तौर पर न सोचकर इससे आगे की बात सोचती है ताकि आने वाले समय में प्राकृतिक वातावरण किसानों के लिए लम्बे समय तक बना रहे। उन्होंने कहा कि पानी का संकट गहरा है, कहीं पानी कम है तो कहीं ज्यादा है, कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़ की स्थिति बनी रहती है। वातावरण के संतुलन व पेयजल के साथ सिंचाई हेतु भी पानी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि पानी का कुशल प्रबंधन ही आने वाली फसलों को पानी युक्त भूमि विरासत में दे पाए, इसके लिए कम पानी में फसलों को लेना सबसे बड़ी पहल है और इसके लिए फव्वारा, टपका सिंचाई की तरफ भी प्रदेश आगे बढ़ा है। उन्होंने बताया कि गुमथला गढू में शुरू की गई एक परियोजना से फव्वारा सिंचाई के माध्यम से जो धान पैदा हुआ है वह आम तौर पर लगाए जाने वाले धान से कम नहीं है। इस बात पर पिहोवा क्षेत्र से आए किसानों ने भी सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष जल ही जीवन योजना शुरू करने में कुछ बिलम्ब हुआ। इस वर्ष मेरा पानी मेरी विरासत योजना के संदर्भ में अपै्रल मास में ही इसे कार्य रूप देना प्रारम्भ कर दिया गया था ताकि किसान अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए सूखी जमीन छोडकऱ न जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से भूजल स्तर निरन्तर नीचे जा रहा है और किसान को हर वर्ष बोर में नई पाईप डालनी पड़ती है। इस प्रकार पिछले दस साल में पानी 100 फुट नीचे चला गया है। संकट और न गहराए इसलिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से किसानों से अपील की गई है वे स्वेच्छा से जल बचाने की तरफ कदम बढ़ाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि  इस योजना के तहत चिन्हित आठ खंडो में जिनका भूजल स्तर 40 मीटर व उससे अधिक है, वहां के किसानों को पचास प्रतिशत वैकल्पिक फसलें लगाने की सलाह दी है । किसानो को  मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां व फल की खेती धान के क्षेत्र में लगाने को कहा । दूसरी फसल लगाने के लिए किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। दो ऐकड़ से कम भूमि वाले किसान अपनी इच्छा से कोई भी फसल लगा सकते है । उन्होंने कहा कि वैकल्पिक फसल उगाने पर ड्रिप सिंचाई के अंतर्गत 85 प्रतिशत अनुदान राशि की भी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि धान की जगह मक्का, बाजरा, कपास व दाल उगाने पर फसल का बीमा सरकारी खर्च पर होगा और न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर सरकारी खरीद की गारंटी भी है। उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में किसान यदि चारे की बुआई करता है तो उसको प्रदेश सरकार खरीदेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले तीन साल में बाजरे व सरसों का एक-एक दाना खरीदा गया है। उन्होंने दोहराया कि मक्का लगाने वाले किसानों की शत-प्रतिशत खरीद सरकार करेगी।

पहली किस्त 2 हजार बाद में 5 हजार रूपए
मुख्यामंत्री ने कहा कि धान की जगह वैकल्पिक फसलें लगाने वालों को 7 हजार रूपए प्रति एकड़ मिलने के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल योजना का लाभ भी मिलेगा । उन्होंने कहा कि जो किसान सहमत हो, वह तुरन्त अपनी पंजीकरण करवा दें। फसल बोने के वक्त पहली किस्त के तौर पर 2 हजार रूपए तथा बाद में 5 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। इन चिन्हित आठ खंडो के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डी.एस. आर.  माध्यम से धान के विकल्प पर भी विचार किया जाएगा।

लॉकडाउन-4 खत्म, अनलोक-1 शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमैंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 खत्म हो गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अब अनलोक-1 जारी किया गया है। जो व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है।

एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है

मुख्यामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य को लेकर भी योजनाएं बना रही है। आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति की अनमोल देन, जल को बचाना बहुत जरूरी है, जो पानी आज हमारे पास है, उसका हमें उचित इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है, इसलिए हमें अपने व आने वाली पीढ़ी हेतू जल बचाने के लिए फसल विविधिकरण को अपनाना होगा, जिससे अनमोल पानी की बचत होगी। उन्होंने कहा कि एक अपील के माध्यम से किसानों का आह्वान किया गया है कि धान की बजाए अन्य फसल लगाकर पानी की बचत करें।

राष्ट्रव्यापी अनलॉक के दौरान और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता-दुष्यंत चौटाला

चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के उपमुख्यमंत्री  दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के लोगों से आह्वïान किया है कि अनलॉक-। के तहत चरणबद्घ तरीके से खोले जा रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान वे और अधिक सतर्क रहें और सावधानियां बरतें क्योंकि औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियां बढऩे से अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा खुल गया है। इस कड़ी में पहले की तरह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में लॉकडाउन से जुड़े कई अनछुए पहलुओं से लोगों को अवगत कराया है। अब सरकारी प्रयासों के साथ-साथ हम सब की जिम्मेदारी है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक-। चरण के दिशा-निर्देशों की पूर्णत: पालना की जाए।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रभारी दुष्यंत चौटाल ने कहा है कि
कोरोना वायरस के चलते विश्व की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। एमएसएमई व बड़े उद्योगों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए अब औद्योगिक श्रमिकों को भी कौशल विकास का प्रशिक्षण देना होगा। भारत सरकार ने इसके लिए नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं और हरियाणा ने भी अलग से एमएसएमई निदेशालय स्थापित किया है।

22 जिलों के वहां की उत्पादकता के अनुसार अलग-अलग कलस्टर बनाए जांएगे
जिसमें एग्रो बेसड उद्योग जैसे माइक्रो फूड प्रोसेसिंग यूनिट, एग्रो प्रोसेसिंग कलस्टर, कोल्ड चैन, बैकवर्ड-फारवर्ड लिंकेज, आप्रेशन ग्रीन तथा फलों एवं सब्जियों की उत्पादकता को बढ़ावा देने की केन्द्र सरकार की 'एक जिला-एक उत्पादÓ योजना को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार की विशाल संभावनाएं तलाशना उनका मुख्य उद्देश्य है।


टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट 
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में  हरियाणा सहित अन्य राज्यों में टिड्डïी दल के संभावित आक्रमण पर चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को एहतियाती तौर पर कदम उठाने होंगे ताकि हम इससे कृषि क्षेत्र को होने वाले नुकसान से बचा सकें। चौटाला के अनुसार हरियाणा में भी कृषि विभाग को टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है। 

हरियाणा में वृक्ष-क्षेत्र को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक किया जाएगा-कंवर पाल

पर्यावरण दिवस पर 5 जून को होगी अनेक प्रतियोगिताएं
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में वृक्ष-क्षेत्र को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक किया जाएगा ताकि वातावरण और अधिक शुद्घ हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष विश्व में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, इस बार की थीम जैव-विविधता है ताकि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति और अधिक जागरूक किया जा सके। 
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि हरियाणा में भी जैव-विविधता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कोवीड-19 को ध्यान में रखकर 'हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्डÓ द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन आयोजन किया गया जिनमें स्कूली बच्चो के लिए क्वीज प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं पेंटिंग प्रतियोगिता तथा हर आम नागरिक के लिए निबंध प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओ में प्रथम, द्वितिय एवं तृतिय स्थान पर आने वाले प्रतियोगियों को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र भी दिये जायेंगे।
कंवर पाल ने आगे बताया कि भारतीय परंपरा में हमेशा से ही प्रकृति के प्रति अपार प्रेम रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी जैव-विविधता पूरी मानवता के लिए अनोखा खजाना है जिसे हमें संजोना है, संरक्षित रखना
है। उन्होंने वनस्पति एवं जीवों के संरक्षण की जरूरत पर बल देते हुये कहा, हमारे देश की महान परम्पराएं हैं जिनको हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में दिया है। उन परंपराओं से जो शिक्षा और दीक्षा हमें मिली है उसमें जीव-मात्र के प्रति दया का भाव, प्रकृति-प्रेम जैसी सारी बातें, हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं। 

एकता नगरी में पशु ने महिला को पटका, बुरी तरह से घायल

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात एकता नगरी में बेसहारा पशु ने महिला को बुरी तरह से घायल कर दिया। उपचार के लिए उसे एक निजी अस्पताल में लेजाया गया। बताया जाता है कि वहां उसके पेट का ऑपरेशन करना पड़ा है। घटनाक्रम रात करीब 9 बजे का बताया जाता है। गली नं. 6 निवासी गीता रानी (53) आम के छिलकें फेंकने घर से बाहर आई थी। इसी दौरान बेसहारा पशु ने उसमें टक्कर मार दी। शरीर का वजन अधिक होने के कारण वह उठ नहीं पाई तो पशु उसके पेट में सींग से टक्कर मारता रहा। बताया जाता है कि सींग पेट में करीब 7 ईंच भीतर चला गया। शोर सुनकर आस-पड़ौस के लोग बाहर आए। एक व्यक्ति ने हिम्मत जुटाते हुए पशु को सींग से पकड़कर दूर हटाया। खून अधिक बह जाने के कारण उपचार के लिए महिला को अस्पताल में लेजाया गया।

किराए पर रह रहे लोगों की कुंडली बना रही पुलिस

डबवाली(लहू की लौ)सिरसा जिला में बढ़ते क्राइम को देखते हुए पुलिस चौकन्नी हो गई है। जिला पुलिस कप्तान डॉ. अरुण नेहरा के आदेशों पर कार्रवाई करते हुए रविवार को डबवाली पुलिस ने ऐसे लोगों की कुंडली जुटानी शुरु की जो किराए के मकानों में रह रहे हैं। इसके लिए पुलिस ने 9 टीमों का गठन किया। वार्ड नं. 1 से 6, 10 तथा 17 में डोर टू डोर सर्वे करके 145 किराएदारों का डेटा जुटाया।
पुलिस ने किराएदारों से पूछा कि वे कितने समय से डबवाली में रह रहे हैं। इससे पहले वे कहां रहते थे। पुलिस ने यह भी पता लगाने का प्रयास किया कि परिवार में कोई व्यक्ति सर्विस में तो नहीं है। पुलिस का अभियान शाम तक जारी रहा। शहर थाना प्रभारी सत्यवान ने बताया कि मकान मालिकों को हिदायत दी गई है कि वे जिसे अपना मकान किराए पर दें, वे उसका पहचान पत्र जरुर लें। इसकी सूचना पुलिस को दें। जब तक संबंधित व्यक्ति के बारे में पता न चल जाए, वे उसे किराए पर मकान न दें। रविवार को अभियान के दौरान जो डेटा सामने आएगा, उसे संबंधित थानों में पहुंचाकर उपरोक्त के बारे में क्राइम रिकॉर्ड प्राप्त किया जाएगा। अगर किसी ने गलत जानकारी दी होगी तो संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षा विभाग की रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया विरोध शुरु, 4 जून से गरजेंगे शिक्षक


सर्व कर्मचारी संघ के साथ प्रदर्शनों में भाग लेगा हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ
जेबीटी तथा टीजीटी शिक्षकों के लिए छात्र संख्या अनुपात के निर्धारण को गलत ठहराया

डबवाली(लहू की लौ)शिक्षा विभाग हरियाणा ने जेबीटी, सी एंड वी व मास्टर केडर
(टीजीटी) अध्यापकों की रेशनलाइजेशन प्रक्रिया के लिए आदेश जारी किए गए हैं जोकि स्कूली शिक्षा व विद्यार्थी हित में नहीं हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने आदेशों को तुगलकी करार देते हुए आंदोलन की घोषणा कर दी है। संघ का आरोप है कि यह सब सरकारी स्कूलों में अव्यवस्था फैलाने, सार्वजनिक शिक्षा के ढांचे को नष्ट करके तीव्रता से निजीकरण की तरफ ले जाने की कुचालें है। विभाग हर बार अव्यवहारिक प्रयोग करके सार्वजनिक शिक्षा की जड़ें खोखली कर रहा है। पिछले वर्ष लगभग सभी स्कूलों में एक पोस्ट तक पहला पद हिंदी विषय को मानकर संस्कृत विषय के पदों को समाप्त कर दिया गया और अब पहला पद संस्कृत मानकर हिंदी के पदों को समाप्त करने की कवायद की जा रही है। अध्यापक संघ आगामी 4 जून को सर्व कर्मचारी संघ के साथ मिलकर खंड  तथा जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन करेगा।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ब्लॉक डबवाली के प्रधान कृष्ण कायत ने बताया कि विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश अनुसार जेबीटी शिक्षकों की रेशनेलाइजेशन के लिए शिक्षक छात्र अनुपात 1 : 30 रखा गया है जबकि 2017 व 2018 में जेबीटी शिक्षकों की भर्ती 25 विद्यार्थी प्रति अध्यापक के आधार पर की गई थी । इस प्रकार अब छात्र संख्या का अनुपात 1: 30 कर देने से बहुत अधिक संख्या में जेबीटी शिक्षकों की पोस्टें सरप्लस हो जाएंगी और इससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा।
वहीं टीजीटी शिक्षकों के लिए छात्र संख्या अनुपात एक 1: 40 के आधार पर वैज्ञानिकीकरण करने की बात कही गई है और उनका वर्क लोड भी 6 से 8 तक गिना जा रहा है। जबकि वास्तविक हालात यह हैं कि अधिकतर उच्च विद्यालयों में पीजीटी के पद खाली हैं और टीजीटी ही कक्षा 9 व 10 कक्षा को पढ़ा रहे हैं। टीजीटी पदों के वैज्ञानिकीकरण के लिए सिर्फ कक्षा 6 से 8 का वर्क लोड गणना करने पर टीजीटी शिक्षकों व उच्च विद्यालयों के विद्यार्थियों को ही नुकसान होगा। जहां एक तरफ टीजीटी शिक्षकों का विद्यालय जबरन बदला जाएगा वहीं उन स्कूलों में कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होगी क्योंकि उन स्कूलों में पीजीटी अध्यापकों के विभिन्न विषयों के पद पहले से ही खाली हैं।

विष्णु दत्त बिश्नोई आत्महत्या मामला

सीबीआइ जांच के लिए विधायक ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
डबवाली(लहू की लौ)पुलिस अधिकारी विष्णु दत्त बिश्नोई की आत्महत्या मामले की सीबीआइ जांच करवाने की मांग राजस्थान में उठ रही है। डबवाली के कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने भी मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष उठाई है। सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान को मांग पत्र भेज कर राजस्थान के पुलिस ऑफिसर विष्णु दत्त बिश्नोई के आत्महत्या प्रकरण की जांच निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइ से करवाने की मांग की है। विधायक ने अपने मांग पत्र के माध्यम से कहा है कि विष्णु दत्त बिश्नोई एक ईमानदार, दबंग व जांबाज आफिसर थे। वे 1997 में अपनी प्रथम नियुक्ति के बाद जहां भी जिस क्षेत्र में रहे, ईमानदारी और तनदेही से अपना फर्ज अदा करते रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे जांबाज आफिसर द्वारा आत्महत्या करना शंका प्रकट करता है। अमित सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान से आह्वान करते हुए कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए उपरोक्त मामले की निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइजांच करवाई जाए ताकि परिजनों को न्याय मिल सके।

1 June 2020