14 अक्तूबर 2009

गिदडख़ेड़ा में इनेलो के वाहनों पर फायरिंग और पथराव

डबवाली (लहू की लौ) गांव गिदडख़ेड़ा में उस समय तनाव पैदा हो गया जब कुछ लोगों ने इनेलो के वाहनों पर हवाई फायरिंग की और पथराव किया। इसकी सूचना पाकर मौका पर इनेलो प्रत्याशी अजय सिंह चौटाला और डीएसपी बलवीर सिंह मौका पर पहुंचे। इनेलो प्रत्याशी तथा इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने बताया कि कांग्रेस ने बाहरी राज्यों से लोगों को बुलाकर चुनाव के दौरान गड़बड़ करवाने का प्रयास किया। उनके अनुसार दो वाहनों में सवार होकर आये बाहरी लोगों ने गांव लम्बी में पहले एक लड़के से मारपीट की और उसे चोटें मारी और फिर वहां पर इनेलो के झण्डे फाड़कर फरार हो गये। इसकी सूचना पाकर इनेलो के कार्यकर्ता भी उन वाहनों के पीछे हो लिये। लेकिन ये वाहन तेज गति से गांव गिदडख़ेड़ा में प्रवेश कर गये और वहां पर पूर्व सरपंच सुखराज सिंह कांग्रेसी नेता के घर में घुस गये। जब इनेलो कार्यकर्ता की गाड़ी वहां पहुंची तो वहां उपस्थित बाहरी लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी और साथ में पत्थर बरसाने लगे। इसी दौरान वे भी वहां पहुंच गये। लेकिन बाहरी व्यक्ति अपने वाहनों पर भाग गये। इस सम्बन्ध में पुलिस को भी जानकारी दे दी गई है। जब इस संदर्भ में डीएसपी बलवीर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास किसी की कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आते ही आपको बता दिया जाएगा।

अपने लड़कों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने की मांग

श्रीगंगानगर । बीकानेर की आदर्श कॉलोनी स्थित कच्ची बस्ती में रहने वाली बेवा कमला अपने अगवा हुए दो लड़कों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने की मांग को लेकर आज भी जिला पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना लगाकर बैठी है। पीड़ता का आरोप है कि गत 14 सितम्बर की रात उसके देवर दिलीप व यासीन उसके दोनों पुत्रों को जबरदस्ती अपने साथ ले गये, जिसके बाद उसके पुत्रों का कोई पता नहीं है। कमला ने बताया कि इस संबंध में जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मामला भी दर्ज करवाया गया, लेकिन पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उसने आरोप लगाया कि पुलिस उसके देवरों के साथ मिली हुई है।

युवक की संदिग्ध हालत में मौत

श्रीगंगानगर । बीकानेर में पावर हाउस चौराहा इलाके में एक रेडीमेड गारमेंट की दुकान में काम करने वाले युवक की बीती रात संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतक जगदीश सोढा पुत्र गणेशसिंह सोढा की बीती रात बंसल गारमेंट्स नामक प्रतिष्ठान में काम करते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसे पीबीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां देर रात दौराने इलाज उसने दम तोड़ दिया। इस संबंध में मृतक के फुफेरे भाई राजेन्द्रसिंह की रिपोर्ट पर सदर थाना पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही जगदीश की मौत के कारणों का खुलासा हो पायेगा। जहर खाने से वृद्ध की मौत: बीकानेर के नजदीकी गांव करमीसर में बीती रात 75 वर्षीय जियाराम पुत्र जवानाराम मेघवाल ने अज्ञात जहर का सेवन कर लिया, जिसे गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल लाया गया, जहां दौराने इलाज उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस संबंध में मर्ग दर्ज कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया है।

रिश्वत के आरोपी स्टोर कीपर को जेल भेजा

श्रीगंगानगर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा बीकानेर में भीनासर विद्युत सब स्टेशन के दफ्तर में रिश्वत लेते पकड़े गये स्टोर कीपर राजकुमार पारीक को आज न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उप अधीक्षक धर्माराम ने बताया कि आरोपी स्टोर कीपर को हिरासत में लेने के बाद बीती रात उसके पारीक चौक स्थित मकान की भी तलाशी ली गयी मगर वहां मकान में कोई खास बरामदगी नहीं हुई है। गौरतलब रहे कि ब्यूरो ने कल शाम स्टोर कीपर राजकुमार पारीक को कृषि कनैक्शन के लिए ट्रांसफार्मर लगाने की एवज में उदयरामसर निवासी भूपेन्द्र यादव से 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

पंजाब के संदिग्ध व्यक्ति अपने साथी को गोलियां मारकर भाग गए

मादक पदार्थों की तस्करी का संदेह
श्रीगंगानगर । पंजाब के फिरोजपुर और फरीदकोट जिलों से जिप्सी व मारूति कार में सवार होकर आये पांच-छह संदिग्ध व्यक्ति आज तड़के 4.30 बजे हनुमानगढ़ जंक्शन-संगरिया मार्ग पर रतनपुरा के निकट अपने एक साथी को दो गोलियां मारकर वापिस पंजाब की तरफ भाग गए। इनके साथ 20-22 वर्ष की एक युवती भी थी। घायल युवक को संगरिया के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और उसके बयान के आधार पर युवती समेत पांच जनों के विरूद्ध हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों के मादक पदार्थों का तस्कर होने की संभावना व्यक्त की है। संगरिया पुलिस के अनुसार घायल हुए युवक गुरमेलसिंह (32) पुत्र सोहनसिंह जटसिख निवासी बागूवाला, थाना गुरूहरसहाय (फिरोजपुर) के दायें कंधे और पीठ के पीछे कूल्हे के पास गोलियां लगी हैं। उसकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। उसके बयान के आधार पर जसपालसिंह पुत्र कश्मीरसिंह जटसिख निवासी हरिदरानगर कॉलोनी, फरीदकोट, हरदेवसिंह पुत्र जंगीरसिंह मिस्त्री निवासी मालूर, जिला मोगा, हरदेवसिंह की पुत्री जीवन ज्योति तथा दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 307 और आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई लालाराम ने बताया कि रतनपुरा चैक पोस्ट से लगभग 4 किमी. दूर गुरमेलसिंह आज सुबह साढ़े चार बजे एक कार वाले को घायल अवस्था में मिला, जिसने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। गुरमेलसिंह ने बाद में बयान देते हुए बताया कि वह सोमवार देर शाम को जिप्सी (डीईए 3171) में जसपालसिंह, हरदेवसिंह व जीवन ज्योति के साथ हनुमानगढ़ जंक्शन गया था। जसपाल व हरदेवसिंह के दो अज्ञात साथी उससे पहले एक मारूति कार में हनुमानगढ़ के लिए रवाना हुए थे। आज बड़े तड़के उन्हें मारूति में सवार यह दोनों व्यक्ति हनुमानगढ़ जंक्शन में टाउन बाईपास के निकट खड़े मिले। जसपालसिंह व हरदेवसिंह ने इनसे लगभग पौन घंटा तक बातचीत की। तत्पश्चात उन्होंने उसे वापिस चलने के लिए कहा। रतनपुरा चैक पोस्ट से लगभग 4 किमी. पहले जसपालसिंह व हरदेवसिंह ने उसे मारूति कार चलाने को कहा तथा उसमें बैठे दोनों व्यक्तियों को अपने साथ जिप्सी में लेकर चलने की बात कही। गुरमेलसिंह के मुताबिक वह जब कार के पास पहुंचा, तब उसे पिछली सीट पर दो बड़े थैले पड़े हुए दिखाई दिये। जिससे उसे संदेह हुआ कि इसमें कोई न कोई संदिग्ध वस्तु है। उसने कार चलाने से मना कर दिया। तब जसपालसिंह, हरदेवसिंह व उनके दोनों अज्ञात परिचित उससे झगड़ा करने लगे। जसपालसिंह ने उस पर पिस्तौल से तथा हरदेवसिंह ने बंदूक से गोली मार दी। उसे घायलावस्था में छोड़कर सभी भाग गए। जांच अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में गुरमेलसिंह कुछ बातों को छुपा रहा है। पूरी तरह ठीक हो जाने के बाद उससे गहन पूछताछ की जाएगी। देर शाम तक गुरमेलसिंह के परिजन पंजाब से संगरिया नहीं आये थे। रिश्ते में लगता उसका एक भाई उसकी तमीरदारी करने में लगा हुआ था।

एक सप्ताह से बन रही हैं ताजा मिठाईयां, दीवाली पर बिकेंगी

- रसद विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने मारे कोल्ड स्टोरों पर छापे
- भारी मात्रा में मावा-मिठाईयों को नष्ट करवाया, 200 लीटर केरोसीन जब्त
श्रीगंगानगर। दीपावली पर बेचने के लिए नगर में मिष्ठान विक्रेताओं द्वारा एक सप्ताह से ताजा मिठाईयां बनवाकर अपने गोदामों-कोल्ड स्टोरों में रखवाई जा रही हैं। शहर में जगह-जगह मिष्ठान विक्रेताओं ने अपने कारीगरों को मिठाईयां बनाने में लगा रखा है। बाहर से रोजाना सैंकड़ों टीन मावा आ रहा है, जबकि जिन शहरों से यह मावा मंगवाया जा रहा है, वहां छापामारी में सैंकड़ों टीन नकली मावा हाल ही पकड़ा गया है। इसे देखते हुए जिला रसद विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के संयुक्त दल ने आज शहरों में तीन कोल्ड स्टोरों पर छापे मारे। एक मिष्ठान विक्रेता के गोदाम पर भी छापा पड़ा, जहां से कई दिनों से बनाकर रखी हुई मिठाईयों के अलावा अवैध रूप से रखा हुआ 200 लीटर कैरोसीन जब्त किया गया। जिला रसद अधिकारी अजयपाल ज्याणी ने बताया कि इस कार्यवाही में उनके विभाग के प्रवर्तन निरीक्षक राकेश सोनी शामिल थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य निरीक्षक केके शर्मा और केडी शर्मा शामिल हुए। पहली कार्यवाही पायल सिनेमा के निकट इंडियन कोल्ड स्टोर पर की गई। जहां 15 पीपों में सड़ा हुआ मावा मिला। यह पीपे पता नहीं कि कितने दिनों से पड़े थे। इनमें भरा हुआ मावा पत्थर की तरह सख्त हो गया था। कोल्ड स्टोर के संचालक नहीं बता पाये कि यह मावा कौन रख गया था। पीपों पर लगे रैपर पढऩे में नहीं आ रही थे। इस मावे को तुरंत नष्ट करवा दिया गया। इस कोल्ड स्टोर चूकंदर के अलावा कुछ सब्जियां भी पड़ी थीं, जो गल-सड़ गई थीं। प्रवर्तन निरीक्षक राकेश सोनी ने बताया कि इस कोल्ड स्टोर का बहुत बुरा हाल था। दूसरा छापा हनुमानगढ़ मार्ग पर अंधविद्यालय के सामने सी-कोल्ड स्टोर में पड़ा, जहां 12 पीपों में मावा-मिठाईयां मिलीं। इनमें भरा हुआ माल खराब हो चुका था। श्री सोनी ने बताया कि मावे-मिठाईयों को इस तरह करवाया गया कि कोई आवारा पशु भी इसे नहीं खा सके। मावे-मिठाईयों में इतनी सड़ांध थी कि इसे खाने से पशु भी मर जाते। उन्होंने बताया कि छापामारी के दौरान के पता चला कि एच ब्लॉक के एक मकान में मिठाईयां स्टॉक करके रखी हुई हैं। 27 एच ब्लॉक स्थित इस मकान को चैक किया गया तो वहां कई दिनों से बनाकर रखी हुईं मिठाईयों के अलावा 50-50 लीटर की चार कैनियों में 200 लीटर कैरोसीन भी मिला। मिठाईयों में बदबू आ रही थी। खाद्य निरीक्षकों ने मिठाईयों के सैंपल लिये हैं। यह गोदाम पब्लिक पार्क स्थित मिठाईयों के दुकान स्वीट कॉर्नर का है। कैरोसीन बरामद होने के कारण इस मिष्ठान विक्रेता के विरूद्ध अवैध रूप से कैरोसीन स्टॉक करने की अलग से कार्यवाही की जाएगी। 6-ए का प्रकरण तैयार कर जिला कलक्टर को आगामी कार्यवाही के लिए पे्रेषित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पदमपुर रोड स्थित जनता कोल्ड स्टोर को चैक करने पर वहां कुछ गड़बड़ी नहीं मिली। इस छापामारी में कोल्ड स्टोरों के संचालकों की लापरवाही भी उजागर हो गई। कोल्ड स्टोरों में कौन कब कोई सामान रख जाये, इसका रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाता। सिर्फ रसीद काटकर दे दी जाती है, उस पर भी माल रखकर जाने वाले का पूरा नाम पता नहीं लिखा जाता। सिर्फ रसीद देखकर कोल्ड स्टोर से माल उठवा दिया जाता है। आज कोल्ड स्टोर संचालकों को पाबंद किया गया कि वे माल रखने वाले का पूरा नाम-पता और उनके फोन नंबर आदि रजिस्टर में दर्ज करें। उल्लेखनीय है कि शहर में हफ्ते-दस दिन से धड़ाधड़ मिठाईयां बन रही हैं। मिठाईयों की डिब्बा पैकिंग भी चल रही है। दीपावली पर ऐसी ताजा मिठाईयां मिलेंगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार मावे से बनी मिठाई 24 घंटे बाद नहीं खानी चाहिए, क्योंकि इसके बाद यह मिठाई खराब हो जाने लग जाती है। शहर में काजू-कतली का फंडा भी बढ़े जोर-शोर से चल रहा है। 200 से 250 रूपये किलो तक में काजू-कतली के ऑर्डर बुक किए जा रहे हैं, जबकि जानकार लोगों का कहना है कि सही तरीक से काजू-कतली बनाई जाये तो उसकी लागत ही 300 रूपये किलो आ जाती है। अभी तक खाद्य निरीक्षकों का ध्यान काजू-कतली बनाने वालों की तरफ नहीं गया है। जानकार सूत्रों के मुताबिक मावे की मिठाईयों को खराब होने से बचाने के लिए उनमें अरारोट डाला जाता है जोकि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इसी तरह और भी तरह-तरह के रंगीन कैमिकल मिठाईयों में डाले जा रहे हैं, जिससे मिठाईयां देखने में आकर्षक लगती हैं, लेकिन इन्हें खाने से आपका स्वास्थ्य दांव पर लग सकता है।

ट्रबो ट्रक में से 22 लाख की अवैध शराब बरामद, तस्कर भागे

चंडीगढ़ से जोधपुर जा रही थी शराब
श्रीगंगानगर। एक दिन के अंतराल पर लाखों रूपये की अवैध शराब ले जाते हुए एक ओर ट्रक आज बड़े तड़के श्रीगंगानगर-बीकानेर नेशनल हाइवे 15 पर राजियासर-लूणकरणसर के बीच पकड़ा गया। इस ट्रक में सेब की पेटियों की ओट में लगभग 22 लाख रूपये मूल्य की अवैध अंग्रेजी शराब लदी हुई थी, जिसे चंडीगढ़ से जोधपुर ले जाया रहा था। ट्रक के चालक और परिचालक रात के अंधेरे में आबकारी निरोधक पुलिस (ईपीएफ) को चकमा देकर फरार हो गए। ईपीएफ को ट्रक के कैबिन में से एक मोबाइल फोन मिला है। इसकी कॉल डिटेल हासिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ईपीएफ के डीएसपी (बीकानेर) जीवराजसिंह ने बताया कि रात लगभग एक बजे मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजियासर की ओर से आ रहे ट्रबो ट्रक (आरजे 19 1जी 4389) में अवैध रूप से शराब लाई जा रही है। ट्रक को लूणकरणसर से पहले रोकने की कोशिश की तो चालक ने उसे तेज गति से भगा लिया। पीछा करने पर चालक कुछ दूर जाकर ट्रक को छोड़कर भाग गया। परिचालक भी भाग जाने में कामयाब हो गया। उन्होंने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर उसमें लदी हुई पेटियों की जांच की गई तो सब में अंग्रेजी शराब भरी हुई थी। कुल 920 पेटियां शराब की मिली हैं। इनमें बैगपाईपर ब्रांड की शराब की 4,320 बोतलें व 9,360 पव्वे और कैरोजिन ड्राईजिन की 2100 बोतलें व 9,120 पव्वे भरे हुए थे। सभी बोतलों पर ऑनली सेल फॉर चंडीगढ़ लिखा हुआ है। अभी परसों ही श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने इसी तरह एक ट्रक में ले जाई जा रही लगभग 20 लाख रूपये की शराब जब्त की थी। डीएसपी के अनुसार ट्रक में यह शराब पेटियां बड़ी सफाई से रखी हुई थीं। डाले में सबसे पीछे फट्टों के पास हिमाचल एप्पल के कॉर्टून रखे हुए थे। इनमें भी सेब की जगह शराब की बोतलें थीं। इसी तरह सबसे ऊपर भी हिमाचल एप्पल के कॉर्टून शराब की बोतलों से भरकर रखे हुए थे। बीच में शराब के ही कॉर्टून थे। उन्होंने बताया कि ट्रक में से एक आरसी जोधपुर की तथा एक आरसी पंचकूला (हरियाणा) की मिली है। इसके अलावा हरियाणा के नंबर की तीन नंबर प्लेटें भी बरामद हुईं। उन्होंने ट्रक के चैसिस व ईंजन नंबर का मिलान करने पर जोधपुर की आरसी सही प्रतीत होती है। पंचकूला की आरसी फर्जी लगती है। जोधपुर की आरसी के अनुसार इस ट्रक का मालिक इकबाल नसरीन पुत्र निसार खां, निवासी शिवांची गेट, जोधपुर है। उसे तलब किया गया है। डीएसपी ने बताया कि यह ट्रक चंडीगढ़ के समीप शराब लादकर रवाना हुआ था और हरियाणा में सिरसा जिले के डबवाली से होते हुए हनुमानगढ़-पीलीबंगा-सूरतगढ़ होकर जोधपुर जा रहा था। उन्होंने कहा कि बरामद मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से तस्करों के बारे में सुराग मिलने की संभावना है।

76 प्रतिशत मतदान

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा के मंगलवार को सम्पन्न हुए चुनाव में डबवाली हल्का में कुल मतदान लगभग 76 प्रतिशत रहा। जोकि रिकॉर्डतोड़ मतदान है। छुटपुट घटनाओं को छोड़कर शान्तिपूर्ण सम्पन्न हुए चुनाव में लोगों ने बिना किसी भय के मतदान किया। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो गया था। लेकिन प्रारम्भ में इसकी गति धीमी रही और धीमी गति के चलते-चलते शाम 5 बजे तक मतदान 76 प्रतिशत तक पहुंच गया। चुपके से हुआ मतदान डबवाली विधानसभा के मतदाताओं ने अन्तिम समय तक भी अपनी चुप्पी को नहीं तोड़ा। जिसके चलते मतदान के बाद तक भी राजनीतिक मतदाताओं के रूझान को नहीं भांप पाये। सिर्फ राजनीतिक इतना ही कहते रहे कि मुकाबला सख्त है और मुख्य टक्कर में माने जाने वाले डॉ. केवी सिंह तथा अजय सिंह चौटाला ने अपने आपको विजेता घोषित कर दिया। जबकि असली जीत-हार का फैसला तो 22 अक्तूबर को ईवीएम मशीनों बन्द हुआ मतदाताओं का मतदान ही करेगा। भाईचारे में सबकुछ गया निपट डबवाली विधानसभा के चुनाव शान्तिपूर्ण तो सम्पन्न हुए ही लेकिन पहली बार यह भी देखने को मिला कि इनेलो और कांग्रेस के कार्यकर्ता तनाव में कहीं भी दिखाई नहीं दिये। बल्कि इन कार्यकर्ताओं ने आपस में मिल-बैठकर खाना भी खाया और एक-दूसरे से स्वस्थ प्रतियोगिता के सिद्धान्त को अपनाते हुए वोटों की लड़ाई को यहीं समाप्त कर दिया। रात को बंटी शराब और बंटे नोट डबवाली विधानसभा हल्का में सोमवार की रात को भी दिन का नजारा रहा। जब राजनीतिक गलियों में समर्थन पाने के लिए भागदौड़ करते रहे। यहीं नहीं बल्कि शराब और नोट भी बांटते रहे। पता चला है कि 1 हजार रूपये प्रति वोट से कीमत शुरू हुई लेकिन बोली लगने पर 1500 रूपये प्रति वोट से लेकर 5000 तक वोट बिकी और इसके बाद मंगलवार दिन को भी वोटों की खरीद फरोख्त गुप्त रूप से चलती रही और यह रेट बढ़कर 7500 से 10,000 रूपये तक जा पहुंचा। बताया जाता है कि दो पार्टियों ने खूब वोट खरीदे। लेकिन गांव गंगा में तो एक राजनीतिक पार्टी के प्रत्याशी को उस समय शराब लेकर जाना महंगा पड़ा जब गांव के लोग प्रत्याशी की गाडिय़ों पर टूट पड़े और लोगों ने उस प्रत्याशी से स्पष्ट लफ्जों में कहा कि जितनी शराब वह लाया है वापिस ले जाये। गांव का माहौल खराब न करे। दबे पांव प्रत्याशी ग्रामीणों की बात मानकर लौट आया। नाम को सीमाएं सील लेकिन नाका पर कोई नहीं चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से प्रशासन को निर्देश दिये थे कि सीमाएं सील करके नाकों पर पुलिस बल तैनात कर दिया जाये। ताकि अन्य राज्यों से कोई भी हरियाणा में न घुस सकें। चुनाव से 48 घण्टे पूर्व सीमाएं सील की जानी थी। लेकिन चुनाव के दिन भी सुबह 6 बजे मलोट नाका पर कोई भी पुलिस कर्मी नहीं था। वाहनों की तालाशी लेने वाले कौन? सोमवार रात को जीटी रोड़ पर स्थित रेलवे फाटक के पास वाहनों को रोककर कुछ युवक तालाशी ले रहे थे। इन युवकों के न तो पुलिस की वर्दी थी और न ही किसी को मालूम था कि वे कौन हैं। मजेदार बात तो यह रही कि किसी वाहन चालक ने उनसे यह भी नहीं पूछा कि वे तालाशी कौन है और क्यों तालाशी ले रहे हैं। बताया जाता है कि यह युवक किसी विशेष पार्टी के थे। तालाशी के दौरान रेलवे फाटक पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। देसूजोधा में गोली चली गांव देसूजोधा में मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे एक कार में सवार कुछ लोगों द्वारा फायरिंग किये जाने से गांव में हड़कम्प मच गया। बताया जाता है कि देसूजोधा निवासी कुलदीप उर्फ मिर्जा पुत्र बलराज सिंह ने पुलिस को एक शिकायत देकर आरोप लगाया है कि कुछ कार सवार लोगों ने उसके मकान पर सुबह अचानक करीब 5.30 बजे फायरिंग की। जिससे गोलियां उसके मकान के दरवाजे पर लगी और लोहे के दरवाजे में छेद हो गया। लेकिन गोलियां चलाने वाले उसके शोर मचाने पर भाग खड़े हुए। कांग्रेसी और इनेलो कार्यकर्ताओं में झड़प गांव देसूजोधा आज पूरा दिन संवेदनशील बना रहा। गांव में इनेलो कार्यकर्ताओं ने दो व्यक्तियों को यह कहकर पकड़ लिया कि ये बाहर से आये हुए हैं और गांव का माहौल खराब कर रहे हैं। इस बात को लेकर इनेलो और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई और बाद में यह मामला इतना तूल पकड़ गया कि बाहरी बताये जाने वाले व्यक्तियों को गांव वालों ने धुन दिया। अजय सिंह चौटाला अपने विधानसभा चुनाव क्षेत्र में स्थिति का जायजा ले रहे थे, उसी समय किसी ने उन्हें सूचना दे दी कि गांव देसूजोधा का सरपंच गुरमीत सिंह पप्पू गांव के राजकीय हाई स्कूल में बने बूथ नं. 28 पर बैठा हुआ है और वह किसी पार्टी का पोलिंग एजेन्ट भी नहीं है। इसी सूचना को पाकर मौका पर पहुंचे अजय चौटाला ने सरपंच के वहां बैठने पर एतराज किया और इसकी शिकायत प्रोजाईडिंग ऑफिसर से की जिस पर सरपंच को बाहर निकाल दिया गया। सरपंच से जब इस सम्बन्ध में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह खाना देने के लिए गया था।