31 मई 2011

रोड़ी में रोड़वेज परिचालक को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) रोड़ी-सरदूलगढ़ मार्ग पर हरियाणा रोड़वेज के एक परिचालक को बाईक सवार तीन युवकों ने लूट लिया और फरार हो गए। घटना रविवार रात करीब पौने नौ बजे की बताई जाती है।
हरियाणा रोड़वेज की बस नं. एचआर57-0954 रविवार शाम 6.30 बजे डबवाली बस अड्डा से रोड़ी के लिए निकली थी। बस को चालक जीवन सिंह चला रहा था। यह बस करीब 8.30 बजे रोड़ी पहुंची। रोड़ी के स्वास्थ्य केंद्र के सामने बस को रोक कर बस का परिचालक गोमा राम निवासी बरूवाली (सिरसा) बाईक से खाना खाने के लिए अपने मित्र भागा राम के गांव कन्हैयावाला की ओर चल दिया।
गोमा राम के अनुसार उसने जैसे ही सरदूलगढ़ रोड़ पर रोड़ी पुलिस द्वारा लगाए गए नाके को क्रॉस किया तो पीछे से आए बाईक सवार तीन युवकों ने धक्का देकर उसे गिरा दिया। उसके हाथ में पकड़ा बैग जिसमें 1500 रूपए तथा 25-30 हजार रूपए की रोड़वेज की टिकट थी, आरोपी छीन कर फरार हो गए। परिचालक के अनुसार उसने इसकी शिकायत रोड़ी थाना में की। लेकिन पुलिस ने पंजाब क्षेत्र कहकर उसे टरका दिया। जब वह सरदूलगढ़ थाना में शिकायत लेकर गया तो वहां के कर्मचारियों ने मौका का मुआयना करने के बाद उसे हरियाणा का क्षेत्र कहकर उसे रोड़ी थाना में जाने की सलाह दी।
थाना रोड़ी के प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंंह ने बताया कि परिचालक के ब्यान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस को परिचालक गोमा राम ने बताया कि लुटेरे युवक 22-28 वर्ष के बीच के थे और देहाती मालूम हो रहे थे।

अस्पताल में पिटा डॉक्टर, मिली माफी


गांव मांगेआना में एएनएम से छेड़छाड़ मामले में पूरा दिन होती रहीं बैठकें, धरना तथा नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) एएनएम से छेड़छाड़ का मामला सोमवार को धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी और आरोपी डॉक्टर की पिटाई के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद निबट गया।
सोमवार को सब सैन्टर मांगेआना पर तैनात एएनएम सत्या देवी छेड़छाड़ प्रकरण को लेकर सरकारी अस्पताल में निर्मल बुलारा प्रदेशाध्यक्ष एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा, लक्ष्मी देवी बेगू प्रेस सचिव हरियाणा कर्मचारी महासंघ, प्रताप सिंह जाखू जिला सचिव एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, कृष्ण लाल मांडा डिंग स्टेट सलाहकार एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, राजकुमार प्रदेश उपप्रधान पब्लिक हैल्थ मैकेनिकल यूनियन, ओमप्रकाश शर्मा डबवाली ब्लाक प्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, मनोज शर्मा जिला उपप्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, केवल कृष्ण डबवाली यूनिट प्रधान हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन, पवन शर्मा प्रधान पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर कर्मचारी यूनियन डबवाली आदि पहुंचे। उन्होंने जमकर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इंसाफ की मांग को लेकर ये लोग धरने पर बैठ गए। मामले को सुलझाने के लिए कर्मचारी संगठनों की ओर से 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसमें कर्मचारियों की ओर से निर्मल बलारा, प्रताप सिंह, सुमन, मनोज शर्मा, रमेश कुमार, लक्ष्मी  देवी, जगविंद्र पाल कौर, कृष्ण लाल, राम विलास आदि शामिल थे। इनकी उपस्थिति में डॉ. विनोद महिपाल के समक्ष मामले को सुलझाने के लिए प्रशासन की ओर से बनाई गई दो सदस्यीय कमेटी डॉ. एमके भादू तथा लेडी डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने पीडि़त एएनएम सत्या देवी तथा आरोपी डॉ. गुरजीत सिंह के ब्यान दर्ज किए। मामले को सुलझाने के पूरा दिन कर्मचारी नेताओं और सरकारी अस्पताल प्रशासन के बीच बातचीत के कई दौर चले।
इसी दौरान डॉ. गुरजीत सिंह माफी मांगने पर रजामंद हो गए। लेकिन पीडि़ता सत्या देवी के यह कहने पर की डॉ. गुरजीत सिंह उसे दिखाई नहीं देना चाहिए। मामला फिर तूल पकड़ गया जब डॉक्टर ने हंसते हुए अपने को गोली मार देने की बात कही, तो कर्मचारी नेता गर्मा गए। बैठक का बहिष्कार करके बाहर चले गए।
लेकिन एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्षा निर्मल बलारा अपने साथियों के साथ दोबारा एसएमओ रूम में आ गई। इन लोगों ने डॉक्टर गुरजीत सिंह की पिटाई शुरू कर दी। 5-10 मिनट तक कर्मचारी नेताओं का गुस्सा डॉक्टर पर फूटता रहा। एसएमओ विनोद महिपाल तथा डॉ. एमके भादू ने हस्तक्षेप करके पिट रहे डॉक्टर को कर्मचारी नेताओं से छुड़ाया। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर के प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल पहुंच गया। अस्पताल में स्थिति अत्यन्त तनावपूर्ण हो गई।
तनाव की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल भी पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर राजी किया। कर्मचारी नेताओं की मांग के आधार पर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह ने लिखित रूप से तथा सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर अपना पिंड छुड़ाया।
एसएमओ डॉ. विनोद महिपाल ने बताया कि दोनों पक्षों को सुना गया। डॉक्टर की ओर से माफी मांग लेने के बाद मामला वहीं सुलझ गया। लेकिन सत्या देवी की मांग के आधार पर डॉक्टर का तबादला डबवाली उपमण्डल से बाहर करने के लिए उन्होंने हैल्थ कमीश्नर हरियाणा को अपनी रिपोर्ट भेज दी है।


एएनएम ने डॉक्टर पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के सब सैन्टर (डिलीवरी हट) गांव मांगेआना में तैनात एएनएम (आरसीएच) ने गांव देसूजोधा के पीएचसी इंचार्ज मैडीकल अफसर पर चैकिंग के बहाने उससे अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाते हुए उपमंडलाधीश डबवाली को एक दरख्वास्त देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
सब सैन्टर मांगेआना की एएनएम सत्या देवी निवासी डबवाली ने बताया कि 25 मई 2011 को वह सब सैंटर मांगेआना में अपनी डयूटी पर कार्यरत थी। करीब 10.30 बजे डॉ. गुरजीत सिंह मैडीकल अफसर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देसूजोधा उसके सब सैन्टर पर आये और उसे स्टॉक, एएनसी, टीकाकरण रजिस्टर के बारे में पूछा। इसके बाद डॉक्टर यह कहते हुए कि वह बहुत सोहनी है, उसकी आंखें बहुत सुन्दर हैं,  उसकी टांगों के साथ टांगें सटा कर बैठ गया। फिर कहने लगा कि वह उसकी बात मान ले अन्यथा उसे परेशान करेगा।
पीडि़ता के अनुसार इतना कह कर डॉक्टर गुरजीत सिंह डिलीवरी हट में चला गया और किसी न किसी बहाने से उसे बार-बार बुलाने लगा। इसी दौरान डॉक्टर ने अत्यन्त गलत तरीके से परिवार नियोजन मैथेड के बारे में पूछा और बहाने से उसका हाथ पकड़ कर कहने लगा कि लाईन पर आ जाओ, वरना तुम नहीं जानती मेरी पावर कितनी है और मैं क्या कर सकता हूं। पीडि़ता के अनुसार डॉक्टर ने उससे कहा कि अगर उसकी बात नहीं मानीं तो वह उसका बोरिया बिस्तर गोल करवा देगा। उसने कहा कि उसने अपनी शिकायत यूनियन की जिला प्रधान सुमन शर्मा के पास रखी और यूनियन प्रधान को इस बात से भी अवगत करवाया कि डॉक्टर उसके सब सैन्टर पर सुबह 10.30 से दोपहर बाद 3 बजे तक रहा। शनिवार को इस मामले को उपमंडलाधीश के पास लेकर गई।
गांव देसूजोधा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने अपने पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह 25 मई को सब सैन्टर पर रूटीन चैकिंग में गया था। वहां पर कई प्रकार की अनियमितताएं उसी मिलीं जिसमें डिलीवरी हट में एमटीपी किट बरामद हुई जो कि गर्भपात के काम आती है जिसे सरकारी संस्था में रखना गलत है। उसने यह भी कहा कि डीपीटी वैक्सीन, आयरन की गोलियां, विटामिन ए की शीशी डस्टबीन में फेंकी हुई मिली, जो अभी तक एक्सपायरी नहीं हुई थीं। सत्या देवी ने अपनी लापरवाही को छुपाने और उस पर कोई कार्यवाही न हो इसलिए उस पर मनगढंत आरोप लगा रही है। पीएचसी देसूजोधा में कार्यरत लेडी डॉक्टर तथा डॉ. गुरजीत सिंह की पत्नी अमनदीप कौर ने कहा कि वह अपने पति के साथ पिछले दो वर्षों से पीएचसी में कार्यरत है। उसे उसके पति के चरित्र के संबंध में आज तक कोई शिकायत नहीं मिली है। उसने अपने पति के बचाव में उतरते हुए कहा कि उसका पति बेकसूर है और सत्या देवी उस पर झूठे आरोप लगा कर अपनी लापरवाही से बचना चाहती है।
सब सैन्टर पर कार्यरत आशा वर्कर चरणजीत कौर ने बताया कि वह बुधवार को 2 बजे तक सब सैन्टर पर थी। उस समय डॉ. गुरजीत सिंह वहां उपस्थित थे। उसकी उपस्थिति में डॉक्टर ने सत्या देवी से कोई छेड़छाड़ नहीं की। इतना जरूर कहा कि सब सैन्टर से डिलीवरी केस कम क्यों आ रहे हैं।
उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि उन्होंने सत्या देवी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच का काम सीएचसी के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू को सौंपते हुए निर्देश दिये हैं कि एक महिला चिकित्सक को जांच में शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट सोमवार तक प्रस्तुत की जाये।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके  भादू ने बताया कि दोनों तरफ से उन्हें शिकायतें मिली हैं। लेकिन इसकी जांच को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया है।

30 मई 2011

मंत्री की चिट्ठी से काम पर ब्रेक

सफेदपोश डूबो रहे हैं विकास की नैया
डबवाली। शहर में करीब तीस लाख रूपए की लागत से शुरू हुए विकास कार्यों पर स्थानीय शहरी निकाय मंत्री हरियाणा गोपाल काण्डा के एक पत्र ने ब्रेक लगा दिया है। मंत्री को शिकायत मिली थी कि कार्य से पूर्व होने वाली प्रक्रिया में प्रशासन ने गड़बड़ी की है। दूसरी ओर डबवाली प्रशासन ने किसी प्रकार की गड़बड़ी करने से पल्ला झाड़ते हुए कार्य शुरू करने से पूर्व प्रक्रिया पूर्ण करने का दावा किया है।
शहर में विकास कार्यों के लिए नगरपालिका डबवाली में लाखों रूपए की ग्रांट पड़ी हुई है। जून 2011 तक इसे खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समयावधि समाप्त होने के साथ ही ग्रांट का लैप्स हो जाना तय है। इसको ध्यान में रखते हुए करीब पंद्रह दिन पूर्व उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए करीब तीस लाख रूपए की लागत से शहर में विभिन्न विकास कार्य करवाने की योजना को अमलीजामा पहनाया। जिसमें शहर में नई गलियों के निर्माण, रिपेयर तथा निचले क्षेत्रों में मिट्टी डालना तय किया गया। इस कार्य के लिए नपा से लाईसेंस प्राप्त आठ ठेकेदारों को निर्माण सामग्री की आपूर्ति के लिए बराबर-बराबर ठेका दिया गया। साथ में यह भी प्रावधान किया गया कि ठेके की अपेक्षा नपा अपने स्तर पर निर्माण कराएगी। ठेकेदारों ने चुस्ती दिखाते हुए संबंधित जगहों पर निर्माण सामग्री गिरानी शुरू कर दी। लेकिन बराबर का हक मिलने के बावजूद कुछ ठेकेदार काम वितरण से असंतुष्ट थे।
माना जा रहा है कि ठेकेदारों में से किसी एक ने गुपचुप तरीके से स्थानीय शहरी निकाय मंत्री गोपाल काण्डा को शिकायत रिसका दी। गोपाल काण्डा ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 23 मई को काम बंद करने तथा प्रक्रिया की पूरी जानकारी देने के आदेश जारी कर दिए। 25 मई को आदेश संबंधी कॉपी मिलते ही डबवाली प्रशासन ने काम रूकवा दिया।

पारदर्शिता के लिए किया ऐसा
स्थानीय शहरी निकाय मंत्री गोपाल काण्डा को शिकायत मिली थी कि डबवाली नपा में करीब तीस लाख रूपए की लागत से कराए जा रहे कार्यों संबंधी बरती गई प्रक्रिया ठीक नहीं है। ये कार्य बिना टैण्डर के कराए जा रहे हैं। मंत्री के आदेश पर विभाग ने उपरोक्त कार्य रोके जाने के निर्देश जारी किए। निर्माण कार्य कराने से पूर्व अपनाई गई प्रक्रिया बताने के भी आदेश दिए गए हैं। बिना टैण्डर के उपरोक्त कार्यों को हरगिज नहीं किया जा सकता। कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ही ऐसा किया गया है।
-देवकांत शर्मा, पीएस, मंत्रालय स्थानीय शहरी निकाय, चण्डीगढ़

कार्य पूर्ण प्रक्रिया से हुए थे शुरू
उपायुक्त सिरसा से प्राप्त शक्तियों के आधार पर प्रक्रिया पूर्ण करके कार्य शुरू किए गए थे। स्थानीय शहरी निकाय चण्डीगढ़ से मिले पत्र में प्रक्रिया संबंधी पूछा गया है। उपायुक्त सिरसा को प्रक्रिया से अवगत करा दिया गया है।
-डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम डबवाली


यहां होना था काम
1. गली हरमेल पेंटर वाली
2.राजीव नगर में गली पटवारी वाली
3. राजीव नगर में गली दलीप जेई वाली
4. मस्जिद के पास वाली गली
5. वार्ड 5 में नागपाल वाली गली
6. ए-वन धर्मकांटा के सामने गली नं. 1
7. कलोनी रोड़ पर बजरंग दास वाली गली
8. मलोट रोड़ से गलियों को मिलने वाला भाग
9. जवाहर नगर में
कहां डलनी थी मिट्टी
1. उत्तम नगर में
2. जम्भेश्वर नगर
इन गलियों की होनी थी रिपेयर
1. वार्ड नं. 9,10,11 की गलियां।
2. डॉ. राजकपूर वाली गली।
3. बिन्दिया महंत वाली गली।
4. सुरेंद्र सिंह ठेकेदार वाली गली।


सफेदपोश डूबो रहे हैं विकास की नैया
डबवाली (लहू की लौ) कुछ दिन पूर्व शहर में शुरू हुए विकास कार्यों पर एक मंत्री के पत्र ने विराम लगा दिया। विराम क्यूं लगा, इसका क्या कारण रहा यह जानने के लिए इस संवाददाता ने पड़ताल की। पड़ताल में रिजल्ट आया कि सत्ता पक्ष के सफेदपोशों की आपसी राजनीतिक दुश्मनी शहर के लोगों के हितों पर भारी पड़ रही है। इन लोगों के गुर्गों के रूप में मलाईखोर ठेकेदार शहर में फिट हैं। जो एक नेता के ऑफिस की खुफिया रिपोर्ट यहां-वहां करते रहते हैं। रिपोर्ट के बदले नेता के आशीर्वाद के तौर पर शहर में विकास कार्य का ठेका लेकर जमकर मलाई चाट रहे हैं।
नगरपालिका डबवाली की ओर से पिछले दिनों तीस लाख रूपए की लागत से शुरू करवाए गए विकास कार्यों पर ब्रेक लगना इसी का नतीजा रहा। नपा से निर्माण सामग्री की आपूर्ति के लिए आठ ठेकेदार लाईसेंसशुदा हैं। ये सभी सत्ताधारी कांग्रेस से संबंधित हैं। सत्ता पक्ष से जुड़े होने के बावजूद इन लोगों ने अपने नेताओं का बंटवारा किया हुआ है। इनमें से चार अपने आपको डॉ. केवी सिंह, दो गोपाल काण्डा तथा दो कुमारी सैलजा को अपना नेता मानते हैं। ये आपस में काम के बंटवारे को लेकर झगड़ते रहते हैं।
तीस लाख की लागत से करवाए जा रहे विकास कार्यों का ठेका डॉ. केवी सिंह के समर्थक कहे जाने वाले कांग्रेसियों को मिल गया था। लेकिन गोपाल काण्डा और सैलजा गुट को यह रास नहीं आया। बताते हैं कि इनमें से एक ठेकेदार की घरवाली ने गोपाल काण्डा से इसकी यह कहते हुए शिकायत कर दी कि ठेका की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया गया है। इसी को आधार बनाते हुए गोपाल काण्डा के आदेश पर उनके पर्सनल सेक्रेटरी देवकांत शर्मा ने डीसी सिरसा को एक पत्र लिखकर नपा के कार्यों में ठेका देते समय प्रक्रिया न अपनाने की वजह बताते हुए शुरू किए गए कार्यों को तुरंत प्रभाव से रोकने के लिए कहा।

28 मई 2011

बारह साल बाद गिरफ्त में हत्यारोपी

डबवाली | दिल्ली पुलिस द्वारा शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया एक व्यक्ति हरियाणा के उपमण्डल डबवाली के गांव राजपुरा माजरा में साल 1999 में एक बिहारी युवक की हत्या करने का आरोपी निकला। दिल्ली पुलिस के सहयोग से सदर डबवाली पुलिस ने आरोपी को काबू कर लिया।
बिहार के गांव मलटोली का निवासी धर्मपाल पुत्र सतोराय साल 1999 में हरियाणा के उपमण्डल डबवाली के गांव राजपुरा माजरा में कृषि कार्य करने आया था। यहां उसे किसान लक्ष्मण पुत्र गणेशाराम के खेत में एक हजार रूपए प्रति माह की पगार पर काम मिल गया। लेकिन 10 अगस्त की रात को किसी व्यक्ति ने तेजधार हथियार से उसकी हत्या कर दी। 11 अगस्त को उसका शव नरमा के खेत से मिला। उस समय सदर पुलिस को दिए ब्यान में गणेशाराम पुत्र बसावा राम निवासी राजपुरा माजरा ने बताया था कि मृतक धर्मपाल करीब 10 दिन पूर्व ही उनके यहां काम पर लगा था। वह पास के खेतों में काम करने वाले रामप्रवेश, नवीन राय, बिन्दा राम निवासीगण मलटोली तथा नवल राय निवासी खरहुआ (बिहार) के साथ उठता-बैठता था।
गणेशाराम ने बताया था कि 10 अगस्त की रात को धर्मपाल उनके यहां खाना खाने के बाद प्रतिदिन की तरह रामप्रवेश बगैरा के पास चला गया। लेकिन 11 अगस्त की सुबह वह काम पर नहीं आया। जब उन्होंने रामप्रवेश बगैरा से धर्मपाल के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और उपरोक्त चारों गांव छोड़कर भाग गए। इसी दिन गांव के किसान बुल्ला राम के नरमा के खेत से धर्मपाल का शव मिला।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि उस समय पुलिस ने गणेशाराम के ब्यान पर दफा 302/201/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी थी। 2-2-2001 में एडीशनल सैशन जज सीबी जगलान ने उपरोक्त चारों आरोपियों को भगौड़ा करार दे दिया था। थाना प्रभारी के अनुसार साल 2008 में पुलिस ने घटना की गुत्थी को सुलझाते हुए घटना के एक आरोपी नवीन राय पुत्र रामशोभितराय निवासी मलटौली (बिहार) को काबू कर लिया था। अब दिल्ली पुलिस के सहयोग से इस मामले में वांछित उद्घोषित अपराधी रामप्रवेश पुत्र रामशोभित निवासी मलटोली (बिहार) को काबू किया है। पकड़े गए आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।

प्रशासन को जगाने के लिए कविता का सहारा

डबवाली (लहू की लौ) समस्या का समाधान न हो तो लोग आंदोलनरत होते हैं। कोई झण्डा, तो कोई डंडा पकड़कर आंदोलन में कूदता है। नारेबाजी, प्रदर्शन, अनशन, भूख हड़ताल आंदोलन के अंग हैं। शहर में विकराल होती जा रही गंदे पानी की समस्या को लेकर नारेबाजी, प्रदर्शन, मटका फोड़ प्रोग्राम जैसा सबकुछ हो लिया है। लेकिन इसके बावजूद विभाग मौन है।
    गंदे पेयजल की आपूर्ति आज शहर की सबसे प्रमुख समस्या है। लेकिन इस समस्या को दूर करने के लिए विभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा। एक बार मामूली बरसात आ जाती है तो शहर के लोगों को पंद्रह दिनों तक लगातार गंदा पानी नसीब होता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। थोड़ी सी बरसात आने भर से शहर में गंदे पेयजल की आपूर्ति शुरू हो गई। समस्या के समाधान के लिए चार दिनों से लोग प्रशासन से चीख-पुकार करके अपनी बात कह रहे हैं। लेकिन समस्या के प्रति न तो विभाग संजीदा है और न ही प्रशासन। प्रशासन और विभाग के अधिकारियों को जगाने के लिए शहर का एक युवक आगे आया है। बिना झण्डा और बिना लट्ठ बजाए इस युवा ने विभाग के खिलाफ एक नया आंदोलन खड़ा किया है।
    गंदे पानी की आपूर्ति से परेशान चल रहा यह युवक वार्ड नं. 15 का निवासी कमल छाबड़ा है। जिसने अपनी कविता की पंक्तियों के माध्यम से जनस्वास्थ्य विभाग की हठधर्मिता पर करारी चोट की है। छाबड़ा के अनुसार वह अपनी व्यंग्यात्मक कविता को शिकायत के तौर पर जनस्वास्थ्य विभाग तथा प्रदेश सरकार के आला मंत्रियों तक पहुंचाएंगे। ताकि चुनाव के दिनों में स्टेज पर अपने शायरों तथा चुटकुलों की मार्फत लोगों के वोट हथियाने वाले नेता शायद इस कविता से प्रभावित होकर शहर के लोगों के लिए स्वच्छ पानी का बंदोबस्त करवा सकें।

यह है कविता
जनस्वास्थ्य विभाग का नया उत्पाद
पिछले दो दिनों से मैंने जब भी खोला नल,
तो उसमें से निकला काले रंग का जल।
सीवरेज युक्त बदबूदार पानी है इतना मलिन और खराब,
पेश किया है जैसे जनस्वास्थ्य विभाग ने कोई नया उत्पाद।
संबंधित विभाग अति शीघ्र इसे पेटेंट करवा ले,
कहीं कोई बहुराष्ट्रीय कंपनी इसका फार्मूला ना चुरा ले।
शिकायत करने पर भी आंख मूंद बैठे हैं अधिकारी,
इस पानी के सेवन से लग सकती है कोई भी बीमारी।
    -कमल छाबड़ा, वार्ड नं. 15, डबवाली

    वार्ड नं. 19 की बराड़ों वाली गली के निवासी राकेश कुमार, डॉ. ललजीत गर्ग, मोहन लाल, कुलवन्त सोनी, लखबीर सिंह, पम्मी ने बताया कि उनके घरों में  पिछले तीन दिनों से जनस्वास्थ्य विभाग की सप्लाई में सीवरेजयुक्त पानी की आपूर्ति हो रही है। उनके अनुसार यह पानी नहाने के भी योग्य नहीं है। इस संबंधी विभाग में शिकायत करने के बावजूद उनकी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा। उन्हें अंदेशा है कि इस पेयजल से उनके वार्ड में कोई गंभीर रोग फैल सकता है।
    इसी प्रकार से वार्ड नं. 15 में स्वामी दयानन्द स्कूल वाले एरिया के निवासी कमल और विकास, वार्ड नं. 16 का नगर सुधार मंडल क्षेत्र के महिन्द्र कुमार, विपिन, सर्वजीत ने भी आरोप लगाया है कि उनके वार्ड  में भी पिछले तीन दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है।

    लोगों को मिलेगा स्वच्छ पेयजल   
स्वच्छ पेयजल आपूर्ति करने के आदेश जनस्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं। मानसून से पूर्व शहर के मुख्य चैम्बरों की मशीन से सफाई करने के लिए भी विभाग को कहा गया है।
    -डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम डबवाली

    चैम्बर जाम होने की वजह से आई समस्या
    पिछले दिनों तेज अंधड व बारिश के कारण चैम्बर में गंदगी चले जाने के चलते जीटी रोड़ पर एक चैम्बर जाम हो गया था। जिसकी वजह से प्रॉबल्म सामने आई। प्रॉबल्म ढूंढकर उसे हल किया गया। जिससे वार्ड नं. 15, 16 में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति शीघ्र बहाल हो जाएगी। जबकि वार्ड नं. 19 में जल्द ही स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
    -सतपाल, कनिष्ठ अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

27 मई 2011

मुसलमान ने दी हिन्दू की चिता को अग्नि

कट्टरता पर चोट : धर्म से ऊंची है इंसानियत
डीडी गोयल (093567-22045)
डबवाली।
एक मुसलमान ने हिन्दू को मरणोपरांत अग्नि देकर हिन्दू-मुसलमान के बीच फूट डालने वालों को करारा जवाब दिया है। यह मिसाल कहीं ओर नहीं बल्कि मण्डी किलियांवाली में कायम हुई। हिन्दू बहुल क्षेत्र होने के बावजूद भी एक हिन्दू साधु को मुसलमान ने केवल कंधा ही नहीं दिया, बल्कि डबवाली के रामबाग में उसके मृतक शरीर को अग्नि देकर उसे पंचतत्वों में विलीन भी किया।
धर्म के नाम पर लड़ाई-झगड़े तो अक्सर होते रहते हैं। लेकिन धर्म से ऊपर उठकर इंसानियत के लिए काम करने वाली मिसालें अक्सर कम ही मिलती हैं। अलग-अलग धर्मों के होने के बावजूद भी एक मुसलमान मुन्ना ने एक हिन्दू साधु राजेंद्र शुक्ला को पहले शरण दी और मृत्यु हो जाने पर उसे कंधा दिया। मूल रूप से कानपुर निवासी राजेंद्र कुमार शुक्ला पुत्र गंगा नारायण शुक्ला साधु वेष में काफी समय से मालवा बाईपास पर घूम रहा था। करीब डेढ़ साल पूर्व उसका संपर्क मालवा बाईपास पर सर्विस स्टेशन चलाने वाले मुन्ना से हुआ। मुन्ना मुसलमान है, लेकिन इसके बावजूद उसने हिन्दू साधु को अपने सर्विस स्टेशन पर जगह दी। मुन्ना हर रोज की तरह शाम को अपना सर्विस स्टेशन बंद करके घर जाता और राजेंद्र शुक्ला वहीं सर्विस स्टेशन के आगे चारपाई पर लेटकर रात बिताता।
मंगलवार को भी प्रतिदिन की तरह मुन्ना सर्विस स्टेशन बंद करके घर चला गया। बुधवार सुबह करीब 8 बजे वह सर्विस स्टेशन पर आया। चारपाई पर लेटे राजेंद्र को आवाज लगाई। उसने कोई जवाब नहीं दिया। राजेंद्र के ओढ़े कंबल को हटाया तो देखा कि वह खून से लथपथ मृत पड़ा था। किलियांवाली पुलिस ने मुन्ना की शिकायत पर मौका पर पहुंचकर राजेंद्र के शव को कब्जे में लिया। मलोट से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को मुन्ना को सौंप दिया। लेकिन मुन्ना की आर्थिक हालत दयनीय होने के कारण शव का संस्कार करने के लिए मुन्ना को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आरके नीना ने सहयोग दिया।
हिन्दू संस्कार के अनुसार मुन्ना ने मुसलमान होते हुए भी डबवाली के रामबाग में बुधवार देर शाम को मुखाग्नि देकर राजेंद्र शुक्ला के शरीर को पंचभूतों में समाहित कर दिया। मण्डी किलियांवाली में रहने वाले मुन्ना ने बताया कि उसने शुक्ला के परिवार से कानपुर संपर्क किया। उसके परिजनों से अनुमति मिलने के बाद ही शुक्ला के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।

कौन था राजेंद्र शुक्ला
कानपुर में कपड़ा के बिजनेस मैन संजय शुक्ला के अनुसार राजेंद्र शुक्ला उसका चाचा था। जोकि हिन्दुस्तानी फौज के असला खाना में बतौर बाबू तैनात था। किसी कारणवश असला खाना की नौकरी छोड़कर उसका चाचा बाबू से साधु बन गया। पिछले करीब सात सालों से वह साधु के रूप में घर से चला गया था। राजेंद्र शुक्ला की बीवी पुष्पा देवी, दो बच्चे कमल शुक्ला तथा लड़की बबली शुक्ला हैं। दोनों विवाहिता हैं। कमल आर्मी में है। संजय के अनुसार वे जल्द डबवाली आएंगे और राजेंद्र शुक्ला की अस्थियां कानपुर लेजाकर, अन्य संस्कार वहीं करेंगे। संजय के मुताबिक मुन्ना ने मुसलमान होते हुए भी उसके चाचा के शव को कंधा दिया और मुखाग्नि दी। इससे बढ़कर इंसानियत का उदाहरण कहीं और नहीं मिल सकता।

बीवी के वियोग में डेरा प्रेमी ने दी जान

डबवाली (लहू की लौ) पत्नी के वियोग में एक डेरा प्रेमी ने किलियांवाली जलघर की डिग्गी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक की पहचान राजपाल बठला उर्फ अंग्रेज सिंह (32) निवासी अबोहर हाल एकता नगरी, वार्ड नं.11, डबवाली के रूप में की है।
गुरूवार सुबह 9 बजे किलियांवाली जलघर में तैनात बेलदार सतपाल ने जलघर की डिग्गी में एक शव बहता हुआ देखा। उसने तत्काल इसकी जानकारी जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के जेई सतपाल तथा किलियांवाली पुलिस को दी। इधर इसकी जानकारी पाकर डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्य भी मौका पर आ गए। संस्था के सदस्यों ने मण्डी किलियांवाली के तैराक रतन लाल उर्फ जयसूर्या की सहायता से शव को डिग्गी से बाहर निकाला। मौका पर पहुंची किलियांवाली पुलिस को युवक के पहनी पेंट की जेब से डेरा सच्चा सौदा सिरसा का लॉकेट मिला। जिससे पता चला कि मृतक डेरा प्रेमी है। मृतक की दाई बाजू पर राजपाल बठला लिखा हुआ पाया। पुलिस ने लॉकेट के आधार पर युवक की पहचान करने के लिए डेरा सच्चा सौदा के स्थानीय मैम्बरों से संपर्क साधा।
करीब दो घंटे बाद मृतक की पहचान मौका पर पहुंचे उसके भाई कालू राम (36) निवासी एकता नगरी, डबवाली ने की। कालू राम ने पुलिस को बताया कि उसका भाई राजपाल उर्फ अंग्रेज उसके पास रहता था और सब्जी रेहड़ी में उसका हाथ बंटाता था। बुधवार सुबह 8 बजे वह घर से रेहड़ी पर जाने का कहकर निकला था। लेकिन उसके बाद घर वापिस नहीं आया। कालू राम ने बताया कि राजपाल की शादी साल 1995 में अबोहर की एक युवती से हुई थी। पति-पत्नी में अनबन के चलते दोनों में करीब डेढ़ साल पूर्व तलाक हो गया। वह बिल्कुल अकेला हो गया था। इसी के चलते उसका भाई मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। करीब डेढ़ माह पूर्व वह अबोहर छोड़कर उसके पास डबवाली आ गया और यहीं उसके पास रहने लगा। पत्नी के वियोग में मानसिक परेशानी के चलते उसने उपरोक्त कदम उठाया।
किलियांवाली पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई जीत सिंह ने बताया कि कालू राम के उपरोक्त ब्यान पर पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का मलोट के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

26 मई 2011

बरसे आंसूओं के बादल, सरदारनी विदा

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की धर्मपत्नी बीबी सुरेन्द्र कौर बादल का अन्तिम संस्कार बुधवार को बाद दोपहर 2.30 बजे धार्मिक रस्म रिवाज के साथ गांव बादल में कर दिया गया। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, त्रिलोचन सिंह जत्थेदार तख्तश्री केसगढ़ साहिब, हरनाम सिंह घुम्मा जत्थेदार दमदमी साहिब, बलवन्त सिंह आनन्दगढ़ जत्थेदार तख्त श्री दमदमा साहिब द्वारा की गई  अरदास के बाद बादल के बेटे तथा पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने मुख अग्नि देकर दाह संस्कार की रस्म अदा की।
    इस मौके पर अलग-अलग राज्यों व समाज के हर वर्ग के हजारों की गिनती में पहुंचे सुरेन्द्र कौर बादल के प्रशंसकों ने भरे हुए मन और अश्रु भरी आंखों के साथ उन्हें अन्तिम विदाई दी।  इससे पूर्व भीषण गर्मी के बावजूद बादल गांव में केन्द्रीय घर में उनकी रखी गई देह के अन्तिम दर्शन के लिए लोग सुबह से ही काफिलों के रूप में वहां पहुंचने शुरू हो गये थे। दरबार साहिब के हजूरी रागियों ने लगातार गुरवाणी का कीर्तन किया। शमशानघाट ले जाने के लिए विशेष तौर से सजाई गई गाड़ी में रखते समय बीबी बादल की अर्थी को उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल, भतीजे मनप्रीत सिंह बादल, दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों और नजदीकी रिश्तेदार विक्रम सिंह मजीठिया ने कंधा दिया। इस विशेष गाड़ी में प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल के अतिरिक्त बादल की बेटी परनीत कौर, दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों, पुत्रवधू हरसिमरत कौर बादल बैठे हुए थे। आज सुबह प्रकाश सिंह बादल के भाई और पूर्व सांसद गुरदास सिंह बादल अपने बेटे मनप्रीत सिंह बादल सहित उनसे दु:ख सांझा करने के लिए पहुंचे।
    पार्टी स्तर से ऊपर उठ कर बादल परिवार से दु:ख सांझा करने और बीबी सुरेन्द्र कौर बादल को श्रद्धांजलि भेंट करने वालों में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, केन्द्रीय संचार मंत्री सचिन पायलट, पूर्व कांग्रेस मंत्री तेजप्रकाश सिंंह, सुनीत जाखड़, पूर्व कांग्रेस विधायक अरविन्द्र खन्ना शामिल थे। बीबी बादल की मृतक देह पर फूल मालाएं चढ़ाने वाली हस्तियों में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा, हिमाचल के मुख्यमंत्री पे्रम कुमार धूमल, पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल, हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, सांसद आशीष कथूरिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री बूटा सिंह, आल इंडिया एंटी टेरारिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनजिन्द्र सिंह बिट्टा, लोक भलाई पार्टी के प्रधान बलवन्त सिंह रामूवालिया, दलजीत सिंह चीमा राजनीतिक सचिव सीएम पंजाब, हरचरण बैंस मीडिया एडवाईजर सीएम पंजाब, किरपाल सिंह चेयरमैन पिछड़ा वर्ग आयोग पंजाब, सुनील जाखड़ विधायक अबोहर,  हीरा सिंह गाबडिय़ा जेल मंत्री पंजाब, पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियाणवी की ओर से ईमाम उसमान रहमानी ने तथा हाजी मुस्लिम भाईचारा जिला मुक्तसर के चेयरमैन हाजी मोहम्मद अशरफ, निर्मल सिंह काहलों, परमन्द्रि सिंह ढींढसा शामिल थे।
    अन्तिम संस्कार के मौके पर पहुंची धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र की शख्सियत राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख वीरेन्द्र सिंह ढिल्लों, सन्त मान सिंह, सन्त अमरीक सिंह कार सेवा वाले, बाबा कश्मीरा सिंह, अवतार सिंह मक्कड़ प्रधान एसजीपीसी अमृतसर, बीबी जंगीर कौर, किरपाल सिंह बंडुगर पूर्व अध्यक्ष एसजीपीसी अमृतसर, शामिल थे।

सगे भाईयों के हत्यारोपी ने किया आत्मसमर्पण

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली उपमंडल के गांव देसूजोधा में जमीनी विवाद को लेकर 15 मई को दो सगे भाइयों की हत्या के एक आरोपी ने बुधवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने एक दिन का पुलिस रिमांड देते हुए आरोपी को पुलिस को सौंप दिया।
15 मई को गांव देसूजोधा में जमीनी विवाद को लेकर बठिंडा जिला के गांव गुरूसर सैहनेवाला के नत्था सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर देसूजोधा निवासी दर्शन सिंह उर्फ मट्टू कबड्डी खिलाड़ी और कौर सिंह दोनों भाइयों की दिन दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी थी। थाना शहर पुलिस ने दर्शन सिंह के बेटे वकील सिंह की शिकायत पर 7 व्यक्तियों नत्था सिंह, उसकी बेटी परमजीत कौर, दामाद, तीन अज्ञात ट्रेक्टर-ट्राली चालक व कार चालक के खिलाफ धारा 302/148/149/120बी और शस्त्र अधिनियम  के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश के लिए चार टीमें गठित की थीं।
घटना का मुख्य आरोपी घटना के बाद बठिंडा जाकर अस्पताल में दाखिल हो गया था। लेकिन बाद में अस्पताल से बिना बताये गायब हो गया। पुलिस के दबाब के चलते आज हत्या आरोपियों में से चरणजीत पुत्र गुरदेव सिंह निवासी गुरूसर सैहनेवाला जिला बठिंडा ने डबवाली की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया और अदालत ने आरोपी को पुलिस को सौंप दिया।
थाना शहर प्रभारी निरीक्षक बलवन्त जस्सू ने बताया कि अदालत से पकड़े गये आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया है ताकि हत्या में प्रयुक्त किये गये हथियार व अन्य आरोपियों के पते व ठिकानों के बारे में पता लगाया जा सके। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार किये गये चरणजीत, मुख्य आरोपी नत्था सिंह का सीरी है। अभी तक म ुख्य आरोपी और छह अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।

बिजली निगम के कैशियर से 72 हजार लूटे

डबवाली (लहू की लौ) चौटाला रोड़ पर बुधवार को दिनदिहाड़े बाईक सवार दो युवक दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के कैशियर का बैग छीनकर फरार हो गए। बैग में 72 हजार रूपए की राशि थी। जोकि वह एसबीआई से निकलवाकर पैदल ही बस अड्डा की ओर जा रहा था।
दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम कालांवाली में कैशियर के पद पर तैनात शाम लाल (52) पुत्र कन्हैया लाल निवासी कालांवाली ने बताया कि वह बस से डबवाली पहुंचा था। करीब 1.20 मिनट पर भारतीय स्टेट बैंक के पास बस से उतरकर सीधे ही बैंक में चला गया। वहां से उसने 72 हजार रूपए की राशि निकलवाई और निगम के खाकी रंग के बैग में उस राशि को डालकर बैंक से बस अड्डा के लिए पैदल ही चल पड़ा, ताकि डबवाली बस अड्डा से वह कालांवाली के लिए बस पकड़ सके।
शाम लाल के अनुसार वह जैसे ही इसी रोड़ पर स्थित एचडीएफसी बैंक के नजदीक पहुंचा तो पीछे से बाईक पर आए दो युवकों ने उसे पीछे से धक्का दिया और वह सड़क पर गिर गया। ये युवक उसके हाथ में पकड़े बैग को छीन ले गए। उसके नाक, घुटनों पर चोट आई है। उसके शोर मचाने पर एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी और शाखा प्रबंधक तुरंत बैंक से बाहर आए। उन्होंने उसे सड़क से उठाकर प्राथमिक चिकित्सा दी। उन्होंने ही इस घटना की सूचना थाना शहर पुलिस को दी। निगम के कैशियर ने बताया कि यह राशि सीएफसी फण्ड के अंतर्गत निकलवाई गई थी। उसके अनुसार इस राशि का प्रयोग निगम के छोटे खर्चों के लिए होता है। डबवाली डिविजन का मुख्य खाता एसबीआई डबवाली में होने के कारण, इस राशि को निकलवाने के लिए उन्हें डबवाली एसबीआई में ही आना पड़ता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक डिस्कवर बाईक पर थे। बाईक की नंबर प्लेट मुंडी हुई थी। जिस पर केवल डीएल4एस ही नजर आता था। बाईक चालक ने लाल रंग की शर्ट पहनी हुई थी, जबकि उसके पीछे बैठा लुटेरा कुर्ता-पजामा पहने हुए था। लुटेरों की आयु लगभग 30 साल आंकी जा रही है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि शाम लाल अग्रवाल की शिकायत पर दफा 356/379/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

25 मई 2011

पंजाब के पानी ने डूबोई सत्तर एकड़ फसल

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा को डूबोने के लिए पंजाब ने एक बार फिर शरारत करते हुए डबवाली डिस्ट्रीब्यूटरी में 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी रातों-रात छोड़ दिया। जिससे गांव डबवाली तथा मसीतां के पास डिस्ट्रीब्यूटरी टूट गई। दोनों गांवों की सत्तर एकड़ नरमा की फसल में चार-चार फुट पानी भर गया।
गांव डबवाली का किसान रिछपाल सिंह मंगलवार सुबह करीब 6 बजे अपने खेत की संभाल करने के लिए घर से खेत में आया। उसने देखा कि उसका खेत पानी से लबालब है। डबवाली डिस्ट्रीब्यूटरी टूटी हुई है, जिसका बहाव उनके खेतों की ओर है। रिछपाल सिंह उल्टे पांव गांव में लौट आया। गांव के गुरूद्वारा से डिस्ट्रीब्यूटरी टूटने की सूचना गांव को दी। इस ग्रामीण टूटी डिस्ट्रीब्यूटरी को भरने के लिए मौका पर पहुंच गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि कोई भी व्यक्ति इस बहाव के आगे ठहर नहीं सकता था। यह पानी सिर तक आ रहा था। किसानों ने इसकी सूचना तत्काल सिंचाई विभाग हरियाणा के कनिष्ठ अभियंता एसपी मैहता को दी।
किसान जगदीश सिंह, गुरमीत सिंह, रिछपाल सिंह, मुख्तियार सिंह, मोहन सिंह, सरदूल सिंह काला सिंह आदि ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि डिस्ट्रीब्यूटरी में करीब बीस फुट लम्बी सेंध लग चुकी है। किसानों ने आरोप लगाया कि जब उन्हें पानी की जरूरत होती है तो पंजाब पानी नहीं छोड़ता। लेकिन बरसात के दिनों में जब पानी ओवरलोड हो जाता है, तो उन्हें डूबोने के लिए पंजाब के सिंचाई अधिकारी इस नहर में पानी छोड़ देते हैं। पिछले साल भी पंजाब ने ऐसा ही किया था।
डिस्ट्रीब्यूटरी टूटने की सूचना पाकर मौका पर डबवाली के तहसीलदार राजेंद्र कुमार, कानूनगो हरदयाल सिंह, हरकिरत सिंह, पटवारी अमी लाल बिश्नोई, हरियाणा सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी मैहता, अंकुर चौपड़ा मौका पर पहुंचे।
जेई ने बंद कराया पानी
मौका पर पहुंचे हरियाणा नहरी विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी मैहता ने बताया कि डबवाली डिस्ट्रीब्यूटरी में पंजाब के साथ लगते हरियाणा के गांव देसूमलकाना से निकलती है। सोमवार रात को पंजाब सिंचाई विभाग ने बिना कोई सूचना दिए भाखड़ा नहर की कोटला ब्रांच के कोटबख्तू हैड से 200 क्यूसिक पानी देसूजोधा हैड की ओर धकेल दिया। इस माईनर की क्षमता 100 से लेकर 115 क्यूसिक पानी की है। पहले से ही इसमें 112 क्यूसिक पानी चल रहा था। लेकिन 200 क्यूसिक पानी अचानक छोड़े जाने से पानी का बहाव इतना बढ़ गया कि डबवाली और मसीतां के पास यह डिस्ट्रीब्यूटरी दो स्थानों पर टूट गई। उन्हें जैसे ही इसकी सूचना मिली वे तुरंत वे पंजाब के कोटबख्तू हैड पर पहुंचे वहां पर मौजूद पंजाब सिंचाई विभाग के कर्मी गीता राम तथा देवराज से पानी के बहाव को कम करवाया। इधर देसूजोधा हैड पर गेट गिरा दिए।
कनिष्ठ अभियंता ने बताया कि गांव मसीतां के पास डिस्ट्रीब्यूटरी की दरार को भर दिया गया है। जबकि गांव डबवाली के पास इसे भरने का प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए पीछे से पानी बंद करवा दिया गया है और जेसीबी मशीन लागकर काम को गति दी जा रही है।
नुक्सान का होगा सर्वे
किसानों की फसल का जो नुक्सान हुआ है। उसका सर्वे करने के लिए तहसीलदार राजेंद्र कुमार को निर्देश दे दिए गए हैं। उनकी रिपोर्ट आते ही उपायुक्त सिरसा को भेज दी जाएगी।
-डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम डबवाली
किसान को प्रति एकड़ आठ हजार का नुक्सान
किसान को प्रति एकड़ करीब आठ हजार रूपए का नुक्सान हुआ। किसानों के अनुसार उन्होंने प्रति एकड़ चार हजार रूपए कीमत के तीन पैकेट बीज, 1000 रूपए डीजल, दो हजार रूपए खाद तथा एक हजार रूपए लेबर का नुक्सान उठाना पड़ा है। उनके अनुसार पानी के घुस जाने से खेतों की जमीन दलदल बन गई है। शीघ्र न तो फसल की बिजाई हो पाएगी, जिससे उन्हें अपनी इस फसल से पूरी तरह हाथ धोना पड़ सकता है। जो नुक्सान आगे चलकर कई लाख रूपए में बदल जाएगा।
शरारत से बाज नहीं आता पंजाब
हरियाणा सिंचाई विभाग रोड़ी मण्डल के एसडीई बलवंत राम का कहना है कि पंजाब कई सालों से बरसात के दिनों में बिना सूचना दिए कोटला ब्रांच के कोटबख्तू हैड से अतिरिक्त पानी हरियाणा की ओर छोड़कर हरियाणा के किसानों को नुक्सान पहुंचाता आ रहा है। इस संबंध में पंजाब सिंचाई विभाग के आला अफसरों से कई बार पत्र व्यवहार किया जा चुका है और अभी भी जारी है। लेकिन पंजाब के अधिकारियों के कान पर कोई जूं नहीं रेंगती। शरारत के मद्देनजर पंजाब के अधिकारियों ने सोमवार रात को भी बिना सूचना दिए कोटला ब्रोच के कोटबख्तू हैड से 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी हरियाणा की ओर छोड़कर डबवाली डिस्ट्रीब्यूटरी में उफान मचा दिया। जिससे गांव डबवाली और मसीतां के किसानों को नुक्सान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब की यह शरारत सीमा से अधिक हो चुकी है। हरियाणा के किसानों के हितों को देखते हुए इस मामले को सिंचाई विभाग मुख्यमंत्री स्तर पर उठाएगा।

23 मई 2011

लाईफ पर कुदरत का ब्रेक

अंधड़ की वजह से चारों ओर तबाही, वृद्धा की मौत, एक दर्जन घायल
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात को बरसात के साथ आए तेज अंधड ने इलाके में तबाही मचा दी। रोड़ जाम हो गए, बिजली-पानी ठप्प हो गया, मोबाइल सेवा अस्त-व्यस्त हो गई। भवनों की दीवारें गिर गई। शैड़ उखड़कर दूर जा गिरे। उफनी भाखड़ा नहर ने ग्रामीणों की सांसे थमा दी। रात्रि 9 से 10 बजे तक चले तेज अंधड की वजह से गांव चौटाला मेें गिरी छत के नीचे दबने से एक वृद्धा की मौत हो गई। जबकि क्षेत्र में अंधड़ की वजह से दीवार तथा छत गिरने से करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।
हवा से दौड़ा ट्रक
शनिवार रात को एक ट्रक मलोट रोड़ नाका पर खड़ा था। अचानक आए तेज अंधड़ से खुद चलने लगा। अंधड़ इतना तेज था कि ट्रक को खींचता हुआ 200 फुट तक ले गया। ट्रक तभी रूका जब आगे सड़क के बीच बने डिवाईडर से टकरा गया।
मोबाइल सेवा ठप्प
तेज अंधड़ में लोगों का मोबाइल भी जवाब दे गए। हुआ यूं कि जब अंधड आया तो उस समय मोबाइल कंपनियों के टॉवर की रेंज भी चली गई। अंधड़ के बीच फंसे लोग अपने परिजनों से बात करने को तरसते देखे गए। मोबाइल सेवाएं रविवार सुबह करीब सात बजे ही बहाल हो पाईं।
उजड़ गई अनाज मण्डी
मण्डी किलियांवाली की अनाज मण्डी में अनाज को बरसात और आंधी से बचाने के लिए पंजाब मार्किटिंग बोर्ड द्वारा डाले गए शैड अंधड ने बुरी तरह से उखाड़ डाले। प्रत्यक्षदर्शी नागेश्वर मंडल ने बताया कि वह मण्डी में लेबर का कार्य करता है। रात को जब अंधड़ आया तो वह एक आढ़ती की दुकान के आगे लेटा हुआ था। उसके देखते ही देखते मण्डी में बने शैड धराशाई हो गए। शैड की प्लेट उड़कर दूर जा गिरी।
रैस्टोरेन्ट की दीवार व हटें गिरी
राजप्रीत रैस्टोरेन्ट किलियांवाली के मालिक गुरमेल सिंह भाटी ने बताया कि अंधड़ से रैस्टोरेन्ट की 5 फुट ऊंची 250 फुट लम्बी दीवार गिर गईं। रैस्टोरेन्ट में बनी लकड़ी की तीन हटें भी धराशायीं हो गयीं। इससे उनका 50 हजार रूपये का नुक्सान हुआ।
बिजली को झटका
तेज अधंड के कारण बिजली निगम को काफी नुक्सान उठाना पड़ा। रात्रि 9 बजे बंद हुई बिजली रविवार देर शाम तक बहाल हो सकी। चौटाला रोड़ पर डिस्पोजल के पास एक ट्रांस्फार्मर नीचे आ गिरा। वहीं शहर के सिरसा रोड़, चौटाला रोड़ तथा अन्य क्षेत्रों में करीब 17 पोल टूट गए। बिजली निगम के एसडीई गुलशन वधवा के अनुसार डबवाली सबडिविजन में करीब 90 पोल टूटने का समाचार है। उन्होंने बताया कि निगम को करीब बारह से पंद्रह लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। बिजली आपूर्ति बहाल करने कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
ठहर गया पहिया
अंधड़ की तबाही से सड़कों के किनारे खड़े वृक्ष मार्ग के बीचों-बीच गिरने से मार्ग जाम हो गए। वाहनों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। वृक्ष गिरने से डबवाली-सिरसा, बठिंडा, संगरिया, कालांवाली, मलोट मार्ग बाधित हुए। डबवाली-सिरसा मार्ग रविवार सुबह बहाल हो पाया। इस बीच हरियाणा रोड़वेज को करीब 70 हजार रूपए का नुक्सान उठाना पड़ा।
चौटाला में छत गिरी, वृद्धा की मौत
अंधड़ ने गांव चौटाला मेें तबाही मचाते हुए सुखराम के घर की छत गिरा दी। इस छत के नीचे सोई सुखराम की पत्नी केसर देवी (70) की छत के मलबे में दबने से मौत हो गई। मृतका के बेटे ओमप्रकाश (45) ने बताया कि उनका पूरा परिवार घर के भीतरी कमरों में तथा उसकी मां दरवाजे के पास बरामदे में सोई हुई थी कि रात को आये तेज अंधड़ से उनके घर के बरामदे की छत गिर गई और उसकी मां छत के मलबे में दब गई। बरामदे की छत गिरने की आवाज सुन कर वह लोग भागे और उन्होंने जब छत का मलबा उठाया तो उसमें उसकी मां की मौत हो चुकी थी।
गेहूं की भरी टंकी गायब
गांव चौटाला में अपने खेतों में रहने वाले विजय गोदारा ने बताया कि उसके घर के बाहर गेहूं की भरी पड़ी टैंकी अंधड़  से उड़ कर गायब हो गई। उसमें 5 बोरी गेहूं भरा हुआ था।
चौटाला गौशाला का शैड उड़ा, दीवार गिरी
भगवान श्रीकृष्ण गौशाला सेवा समिति के मैनेजर चरणदास ने बताया कि अंधड़ के कारण गौशाला के शैड नं. 7 से 15 चद्दरें, शैड नं. 1 से 10 चद्दरें, गैलरी की 50 सीमेंटेड चद्दरें उड़ कर गिरने से टूट गईं और गौशाला की 5 फुट ऊंची तथा 30 फुट लम्बी चारदीवारी गिर गई जिससे गौशाला का लगभग 50 हजार रूपये का नुक्सान हुआ।
गांव चौटाला के कृष्ण सिहाग ने बताया कि उसकी घर की बाहरी दीवार गिरने से वहीं बांधी अढ़ाई वर्ष की कटड़ी की मौत हो गई। चौटाला में अंधड़ के कारण हुए नुक्सान का सर्वे करते हुए शिव प्रकाश पटवारी तथा देवीलाल पटवारी ने उपरोक्त नुक्सान की पुष्टि की है। यह दोनों पटवारी चौटाला, आसाखेड़ा, तेजाखेड़ा, भारूखेड़ा गांवों में हुए नुक्सान का प्रशासन की ओर से सर्वे कर रहे हैं।
टहनी गिरने से घायल
गांव जण्डवाला बिश्नोइयां का 70 वर्षीय रामेश्वर रात को गांव से आसाखेड़ा की ओर मोटरसाईकिल पर जा रहा था कि रास्ते में आये अंधड़ से एक वृक्ष की टहनी उसके पैर आ गिरी जिससे वह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
डबवाली के चौटाला रोड़ पर स्थित श्री रामचंद्र कॉटन फैक्ट्री की दीवारें और मशीनरी को नुक्सान हुआ है। जबकि इसी के पास बन रहा सुशील बांसल का गोदाम भी बुरी तरह से ढह गया।

परिवार के लिए बेटी बनी संकटमोचक
दिन : शनिवार
समय : रात्रि 9.15 बजे
स्थान : मण्डी किलियांवाली की सरपंच पुष्पा खरोड़ वाली गली।
गली में रहने वाले खच्चर रेहड़ा चालक सिकंदर खरोड़ (35) अपने घर के कमरे में बैड पर अपनी बीवी सुनीता (32), बेटे गुल्लू (7) तथा कालू (5), बेटी एकता (9) के साथ बैठा खाना खा रहा था। इस बीच एकता कुछ सामान लेने के लिए कमरे से बाहर आई तो अचानक आए तेज अंधड़ से छत नीचे आ गिरी। बैड पर बैठा एकता का परिवार छत के नीचे दब गया। एकता ने गली में आकर बचाओ, बचाओ कहते हुए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर सरपंच पुष्पा खरोड़ का पति अजय खरोड़ मौका पर पहुंचा। गली वासियों के सहयोग से करीब आधा घंटा बाद छत के मलबे के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। अजय खरोड़ ने चारों घायलों को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।


भाखड़ा उफनी, ग्रामीणों की सांसे थमी
रात को बारिश के साथ आए तेज अंधड ने यहां किसानों की फसलों को नुक्सान पहुंचाया। वहीं भाखड़ा नहर में उफान लाकर गांव मौजगढ़ के ग्रामीणों की सांसें थमा दी। गांव मौजगढ़ के सरपंच ओमप्रकाश ने बताया कि भाखड़ा नहर में आए उफान से वे लोग पूरी रात नहीं सो पाए। मौजगढ़ हैड और पुल के पास सफेदे के 25 से 30 फुट ऊंचे वृक्ष अंधड़ के कारण नहर में जा गिरे। इन वृक्षों ने आगे बढऩे वाले पानी को वहीं रोक दिया। भाखड़ा नहर दनदनाने लगी। उन्होंने बचाव के लिए प्रशासन से भी सम्पर्क साधा। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली। नहर में पानी किनारे से मात्र एक फुट नीचा रह गया था। उनके अनुसार उन्होंने तीन जेसीवी मशीनों की व्यवस्था की। गांव के राजेंद्र चौधरी, पंच गुरमेल सिंह, राजकुमार व अन्य गणमान्य व्यक्तियों के सहयोग से सुबह 5.30 बजे से 10 बजे तक नहर में गिरे वृक्षों को बाहर निकाला, तब कहीं जाकर उनकी जान में जान आई। अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही से पूरा गांव डूबने की कगार पर पहुंच जाता। सरपंच ने बताया कि सरकारी लापरवाही की हद तो उस समय हो गई, जब काम निबट गया तो गांव में काननूगो तथा पटवारी भी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि नहर से मौजगढ़ 18 फुट नीचा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि प्रशासन नहर की पटरी पर मिट्टी डालकर भविष्य में गांव की रक्षा करे। तहसीलदार राजेन्द्र कुमार ने सरपंच ओमप्रकाश के आरोपों के नकारते हुए कहा कि वे सुबह 7 बजे ही कानूनगो तथा पटवारी के साथ नहर पर पहुंच गये थे। वहां पर नहरी विभाग अधिकारी भी मौजूद थे। नहरी विभाग के एससी एसएस हुड्डा ने  बताया कि  विभाग के अधिकारी सुबह 3 बजे से ही जिला की नहरों में गिरे वृक्षों को निकालने में जुटे हुए हैं। मौजगढ़ में वे रोड़ी डिविजन के एक्सीयन वीके जग्गा के साथ सुबह से ही मौजूद हैं। उनके अनुसार वृक्षों को निकालने का काम जोर शोर से चल रहा है। शाम तक नहरों से वृक्ष निकालने का काम पूरा हो जायेगा। फिलहाल कहीं भी नहरों में पानी से दरार आदि आने का खतरा नहीं है।


लापरवाही से भीग गया हजारों बैग गेहूं
यहां की अनाज मण्डी में पड़े गेहूं के हजारों बैग सरकार के अधिकारियों की लापरवाही से बरसात में भीग गए। अनाज मण्डी में विभिन्न सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदी गई गेहूं को पड़े हुए करीब एक माह से ऊपर का समय हो चला है। लेकिन बैग को उठवाने की जहमत किसी ने नहीं की। इसी का ही परिणाम रहा कि शनिवार रात को आई बरसात से गेहूं बुरी तरह से भीगकर खराब हो गया। सरकारी खरीद एजेंसियां कितनी लापरवाह हैं, इसकी बानगी रविवार को देखने को मिली। बरसात में गेहूं भीगने की खबर मिलने पर भी किसी भी खरीद एजेंसी का कोई अधिकारी मौका पर नहीं पहुंचा।
इस संबंध में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि अनाज मंडी में खरीद एजेंसियों की पड़ी गेहूं के भीगने की जांच का आदेश मार्किट कमेटी के सचिव सुभाष अरोड़ा को दे दिया गया है। सचिव से कहा गया है कि वह भीगी गेहूं को बोरियों में भरने से रोकें। उन्होंने यह भी बताया कि प्राकृतिक प्रकोप से निपटने के लिए उपमंडल के बीएण्डआर तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ तहसीलदार, थाना सदर प्रभारी, आरपीएफ की डयूटी लगा दी गई है। उनके अनुसार प्रशासन रात से ही इस काम में जुटा हुआ है।


सलम एरिया पर कुदरत का टूटा कहर
तेज अंधड़ से वार्ड नं. 7 के अंतर्गत आने वाली अन्नपूर्णा रिसोर्ट के पीछे स्थित बस्ती तथा वार्ड नं. 17 के तहत आने वाले हर्ष नगर का हाल बेहाल हो गया। रिसोर्ट के पीछे स्थित बस्ती के निवासी नानक राम, पूर्ण राम, मिश्रा राम, नत्थू राम, बहादर राम, भागू राम, कालू राम, शंकर, सोनी, मंगत राम आदि ने बताया कि बस्ती में करीब 100 परिवार झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहते हैं। लेकिन रात को आया तेज अंधड़ उनका सबकुछ अपने साथ ले गया। बस्ती के निवासी बहादर राम का पूरा घर तहस-नहस हो गया। मलबे में दबे उसके बेटे जालू (2), बेटी नेहा (10), सपना (8) तथा किरण (6), दो अन्य मकान गिरने से मंगत राम (35), रूको देवी (33), गगन (13), सपना (11), अनु (9), सोनी (40), गोरू (14), सुनीता (12) के चोटें आईं। बस्ती के लोगों के अनुसार उनके वोट बने हुए हैं। जब नेताओं को उनके वोटों की जरूरत होती है, तो वे उनकी बस्ती में चिलचिलाती धूप में भी आने से गुरेज नहीं करते। अब जबकि उन पर मुसीबत का पहाड़ टूटा है, कोई उनका दर्द सुनने को भी नहीं आया। इधर हर्ष नगर में रह रही वार्ड नं. 17 की पार्षद गीता चौहान तथा नगर के निवासी शगन लाल, दीपक, गुल्लू, मनोज, बलराज, बाबा राम, सुरजीत आदि ने बताया कि अंधड ने उनके घरों को बुरी तरह से तहस नहस कर दिया। वे लोग कागज बीनकर अपना अपना पेट पालते हैं। लेकिन इस अंधड़ ने तो उनकी छत भी छीन ली।

20 मई 2011

नशे के लिए मां को मारा

डबवाली। नशे की तलब पूरी करने के लिए पैसे नहीं मिले तो अपनी की मां को तेजधार से वार कर मौत के घाट उतार दिया। सुबह जब होश आने पर मां के शव को देख कर अपनी करतूत पर शर्मिंदा हो खुद को भी जिंदा जलाने का प्रयास किया। लेकिन आस पड़ोस के लोगों से आग को बुझा कर उसे काबू कर लिया। यह लोमहर्षक घटना उपमंडल के गांव मलिकपुरा की है। मृतक महिला की पहचान दान कौर के रूप में की गई है। जबकि उसका बेटा बोहड़ सिंह गांव में चौकीदार के तौर पर तैनात है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर हत्या के दौरान प्रयोग किये गये तेजधार हथियार को बरामद कर लिया है। हत्या की सूचना मिलते ही डबवाली के डीएसपी बाबू राम ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लिया।
पुलिस को दिये ब्यान में मलिकापुरा निवासी लीला राम ने बताया कि उसका चचेरा भाई बोहड़ सिंह जो कि गांव में चौकीदार के पद पर तैनात है और नशे का आदि है। नशे को लेकर वह अक्सर में घर में लड़ाई-झगड़ा करता है। कुछ दिन पूर्व उसकी चाची दान कौर को पैंशन मिली थी। बोहड़ सिंह की पत्नी सिमरजीत कौर दो दिन पहले अपनी बीमार माँ का पता लेने के लिए अपने मायके भीटीवाला गांव गई हुई थी। उन्होंने बताया कि कल शाम बोहड़ सिंह नशे से चूर था और नशे की लत पूरी करने के लिए वह अपनी मां से पेंशन में मिले रुपये की मांग करने लगा जो कि पूरी न होने पर उससे झगड़ा करने पर उतारू हो गया। उनके झगड़े को देख कर वे अपने भाई के घर चले गये।
उन्होंने बताया कि सुबह उन्होंने आ कर देखा कि उनकी चाची दान कौर एक कोने पर मृत पड़ी थी और घर में पड़ी काटन स्टीक को आग लगा कर बोड़ सिंह खुद को जलाने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने तुरंत आग को बुझा बोड़ सिंह को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसके पैर और शरीर का कुछ अन्य भाग झुलस चुका था। ओढां पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम करवाने के उपरांत उसे उसके वारिसों को सौंप दिया है।

शाबास राहुल

शहर का छोरा इंडियन आर्मी में कैप्टन सिलेक्ट
डबवाली। कुछ कर दिखाने की जिद्द हो तो सपनों को भी हकीकत में बदला जा सकता है। शहर के एक 20 साल के नौजवान ने इंडियन आर्मी ज्वाईन करके मुल्क की सेवा करने का स्वपन पाला था। जब अवसर मिला तो उसने अपने स्वपन को हकीकत में बदल डाला। हम बात कर रहे हैं शहर के चौटाला रोड़ पर स्थित ए-वन धर्मकांटा वाली गली में रहने वाले सुनील सुखीजा के बेटे राहुल सुखीजा की। राहुल का हाल ही में इंडियन आर्मी (टेक्निकल फील्ड) में कैप्टन रेंक पर चयन हुआ है।
सफर पर इक नजर
डबवाली में पला-बढ़ा यह नौजवान इन दिनों करनाल स्थित दूनवेली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रोनिक एण्ड कम्युनिकेशन की डिग्री प्राप्त करने के लिए अंतिम समेस्टर की परीक्षाएं दे रहा है। पिछले दिनों इंडियन आर्मी के अधिकारियों की एक टीम कॉलेज में आई। इस टीम ने कॉलेज के युवाओं के कुछ टैस्ट लिए, ताकि आर्मी की टेक्निकल फील्ड में इन्हें अजमाया जा सकें। आर्मी अधिकारियों की नजर कॉलेज के मेहनती 15 स्टूडेंट पर पड़ी। प्राथमिक टैस्ट में पास हुए इन स्टूडेंटस को आर्मी के इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) हैड क्वार्टर पर टैस्ट देने के लिए आमंत्रित किया गया। जिनमें राहुल सुखीजा भी था। आर्मी में शामिल होने की तमन्ना लिए देश के भिन्न-भिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज से करीब 600 युवा हैड क्वार्टर पर जमा हुए।
इलाहाबाद में हुआ टैस्ट
आर्मी अधिकारियों की देखरेख में टेक्निकल फील्ड के इन युवाओं ने पांच दिनों तक दिमागी कसरत की। आखिर में 600 युवाओं में से 60 युवा सेना के नियमों की कसौटी पर खरा उतरे। 60 नौजवानों की लिस्ट में डबवाली के दुलारे राहुल सुखीजा का नाम भी आ गया। राहुल सेना में सिलेक्ट होने वाला अपने कॉलेज से एकमात्र स्टूडेंट है। जुलाई 2011 में राहुल आर्मी की ट्रेनिंग प्राप्त करेगा। इधर राहुल के इंडियन आर्मी के टेक्निकल फील्ड में कैप्टन रेंक प्राप्त करने का समाचार जैसे डबवाली में सुखीजा परिवार को मिला तो पूरा परिवार बेटे की सफलता पर गौरवान्वित हो उठा।
राहुल की माता शशिलता, पिता सुनील सुखीजा का कहना है कि उनके बेटे की तमन्ना थी कि वह आर्मी ज्वाईन करे, जो उसने की। बेटे की सफलता पर चंद शब्दों में अपनी फिलिंग व्यक्त नहीं कर सकते। लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि परिवार के बेटे को देश की सेवा करने का मौका मिला, उनके लिए इससे बढ़ा तोहफा भला और क्या हो सकता
इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राहुल सुखीजा ने कहा कि सपना कब पूरा हुआ इसका पता ही नहीं चला। आज बहुत अच्छा लग रहा है। अन्दर से फिलिंग आ रही है। युवाओं में नशे की प्रवृत्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नशा करके युवा अपने आपको सजा दे रहे हैं। लेकिन युवाओं में नशे की इस प्रवृत्ति के पीछे 50 प्रतिशत भूमिका माता-पिता भी अदा करते हैं। सेना में क्रप्शन के संबंध में पूछे गए सवाल पर युवा कैप्टन ने कहा कि बाजार को गंदा कहने से समस्या का हल नहीं होने वाला। गंदगी कहां है, क्यों है यह भी जानना जरूरी है। सुखीजा के अनुसार वे अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करेगा। कैप्टन के अनुसार समझा जाता है कि आर्मी केवल मारधाड़ वाली फील्ड है। लेकिन इसमें डॉक्टर, इंजीनियरों के लिए काफी जॉब मौजूद हैं।
गुरू और पापा ने बढ़ाई हिम्मत
राहुल सुखीजा ने बताया कि स्कूल दिनों में प्राचार्य रणवीर सिंह नरवाल का अनुशासन देखकर उसके मन में भी सेना में भर्ती होने की उत्सुकता जागी। यही उत्सुकता उसका सपना और फिर मंजिल बन गई। पापा सुनील सुखीजा की हौंसला अफजाई की बदौलत इस मुकाम तक पहुंचा।

लाडवा में लहलहाएंगे इजराईली आम

डबवाली (लहू की लौ) इंडो इजरायल प्रोजेक्ट के तहत बनी राजकीय बाग एवं नर्सरी, गांव मांगेआना की तर्ज पर जिला कुरूक्षेत्र के लाडवा में इजराईली आम झूलेंगे। हरियाणा बागवानी विभाग इसके लिए मसौदा तैयार करने में जुट गया है। इजरायली साईट्रस एक्सपर्टस मिस्टर सिमोन होल्टजमैन तथा डूबी राबेर ने बुधवार को इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत गांव मांगेआना में स्थापित की जा रहे राजकीय बाग एवं नर्सरी का अवलोकन किया। मौका पर उपस्थित प्रदेश के बागवानी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
साईट्रस विशेषज्ञों ने अधिकारियों को साईट्रस पौधों के लिए से बेहतर उपज लेने के टिप्स बताते हुए इन पौधों के लिए कैसे सिंचाई की जाती है, कैसे स्प्रे की जाती है, इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डबवाली क्षेत्र और इजरायल का वातावरण लगभग मिलता-जुलता है। विशेषज्ञों ने बताया कि इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत राजकीय बाग एवं नर्सरी में किए जा रहे इजरायली वरायटी के ट्रायल सही दिशा में जा रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को सावधान करते हुए कहा कि सिंचाई करते समय पौधों के तनों में पानी अधिक समय तक नहीं रखा जाना चाहिए। अगर पौधों के तनों में पानी अधिक समय तक रहेगा तो उसको फाइटोपथोरा नामक बीमारी हो सकती है। जिससे पौधा जल जाएगा। उन्होंने राय दी कि पौधे पर स्प्रे प्राय: शाम को 4 बजे के बाद की जानी चाहिए। चूंकि उस समय कीट भोजन लेने के लिए पौधे के ऊपरी भाग पर आ जाते हैं। स्प्रे ऐसी हालत में कीटों पर अधिक प्रभावशाली साबित होती है।
इजरायली विशेषज्ञों ने तापमान की वृद्धि होने पर पौधे को कैसे जीवित रखा जा सकता है, इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पौधे पर गडलिंग करनी चाहिए। उन्होंने गडलिंग को विस्तार से बताया कि इस पद्धति में पानी की कमी को पूरा करने के लिए विकसित पौधे के तने के छिलके को उतार दिया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि मांगेआना नर्सरी में ट्रायल के तौर पर लगाई गई साईट्रस की इजरायली वरायटी मिखेल अगर चल निकली तो लोग हिंदुस्तानी किन्नू को बाय-बाय कह देंगे।
इस मौके पर उपस्थित बागवानी विभाग हरियाणा के फ्रूट विशेषज्ञ लक्ष्मी नारायण शर्मा ने बताया कि गांव मांगेआना की तर्ज पर जिला कुरूक्षेत्र के लाडवा में 25 एकड़ भूमि पर इजरायली आम की बुआई की जाएगी। चूंकि वहां की जलवायु इजरायली आम के लिए उपयुक्त है। मांगेआना नर्सरी में लगे इजरायली आम के पौधों को सीमित किया जा रहा है। उनके अनुसार योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। लाडवा में साल 2012 में इजरायली आम के पौधों का रोपण कर दिया जाएगा।
इस अवसर पर बागवानी विभाग हरियाणा के ज्वाईंट डायरेक्टर डॉ. हरजोत सिंह सैनी, जिला बागवानी अधिकारी आत्मप्रकाश, राजकीय बाग एवं नर्सरी मांगेआना के प्रोजेक्ट ऑफिसर पवन कुमार, सलाहकार डॉ. आरके अरोड़ा उपस्थित थे।