13 नवंबर 2014

खाद की कमी, किसानों ने किया पंजाब का रूख

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में खाद के नाम पर एक बैग भी नहीं है। जबकि जरूरत 80 हजार बैग की है। ऐसे में किसान पड़ौसी राज्य पंजाब पर निर्भर हो गये हैं। बुधवार को पंजाब से तीन ट्रालियों में भरकर जा रही खाद को उपमंडल कृषि अधिकारी ने पकड़ लिया। किसानों ने खाद के बिल पेश कर दिये। जिसके बाद खाद को छोड़ दिया गया।
घर द्वार पहुंचाने की योजना अधर में
किसानों के घर द्वार तक खाद पहुंचाने का जिम्मा हैफेड का है। जिसे वह पैक्स के जरिये निभाती है। हर वर्ष डबवाली क्षेत्र के लिये करीब एक लाख बैग की जरूरत होती है। इस वर्ष पैक्स की ओर से एडवाईज न किये जाने पर हैफेड ने खाद नहीं खरीदी। पहले से पड़ी खाद के करीब बीस हजार बैग को उठवा दिया। स्टॉक खाली है। अब हैफेड सिरसा तथा ऐलनाबाद पर निर्भर हो गई है। वहां पड़ी खाद को डबवाली में खपा देना चाहती है। मंगलवार शाम को अबूबशहर स्थित पैक्स में जमकर बवाल हुआ। किसान धरना देने की तैयारी में थे। इसी दौरान कृषि विभाग के एसडीई रामेश्वर दास मौका पर पहुंच गये। किसानों की शिकायत पर उन्होंने गांव सकताखेड़ा खरीद केंद्र पर दबिश दी। वहां सेल्जमैन मंदर सिंह दारू पीता हुआ मिला। एसडीई को देखकर मौका से फरार हो गया। वहां खाद के करीब 248 बैग स्टॉक रजिस्टर के हिसाब से कम मिले।
पंजाब से खाद खरीदने को मजबूर किसान : इधर किसान खाद के लिये पड़ौस राज्य पंजाब पर निर्भर हो गये हैं। बुधवार को गांव चौटाला के किसान सोहन लाल, राजू, कुलदीप सिंह, भरत राम तथा जगदीश ने पंजाब में खाद की खरीद की। किसान तीन ट्रालियों में खाद भरकर लेजा रहे थे। इसी दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में किसानों ने बताया कि डबवाली में खाद नहीं मिल रही। जिसके चलते उन्हें मजबूरीवश पंजाब का रूख करना पड़ा है। किसानों ने खाद के बिल पेश कर दिये। जिस पर विभाग ने उन्हें छोड़ दिया। तीनों ट्रालियों में किसानों के 446 बैग थे।
हफ्ते बाद खाद आने की उम्मीद : पैक्सों की ओर से मांग न होने पर इस बार हैफेड भी हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। जिसकी वजह से हैफेड के गोदाम खाली हैं, वहीं किसानों के आगे समस्या पेश आ रही है। बताया जा रहा है कि एक हफ्ते बाद डबवाली में इफ्को का रैक लगेगा। एक साथ 66 हजार बैग खाद आयेगी। सवाल उठ रहा है कि तब तक किसान कहा जाएंगे। प्रशासन के लचर प्रबंधन के चलते इस बार किसान पंजाब जाने को मजबूर हो रहे हैं।

किसानों को आ रही दिक्कत
डबवाली में सात पैक्स हैं। सीजन सिर पर होने के बावजूद पैक्स ने एडवाईज नहीं भेजी। जिसके चलते किसानों को दिक्कत आ रही है। फिलहाल हैफेड के पास एक बैग भी नहीं है। सिरसा तथा ऐलनाबाद से खाद उठाकर दी जाएगी।
-ख्याली राम, इंचार्ज, खाद कार्यक्रम, हैफेड डबवाली

मेरे पास अबूबशहर पैक्स का अतिरिक्त चार्ज है। अब एडवाईज भेज दी गई है। गलती दोबारा नहीं होगी। नशे में धुत्त मिले सेल्जमैन तथा कम मिले बैग के बारे में जांच की जा रही है। -श्रवण कुमार, मैनेजर, पैक्स, डबवाली

जब मैं वहां पहुंचा तो सेल्जमैन मंदर सिंह शराब पी रहा था। मुझे देखते ही वह लघुशंका का बहाना करके वहां से भाग गया। खरीद केंद्र पर 248 बैग खाद कम मिली है।
-रमेश्वर दास, एसडीई, कृषि विभाग, डबवाली

बैंकों की हड़ताल से 200 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित

डबवाली (लहू की लौ) वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बुधवार को सरकारी बैंकों में हड़ताल रही। डबवाली में कई बैंक खुले ही नहीं। जबकि कुछ बैंकों में मुख्य शाखा प्रबधंक डयूटी पर रहे। क्लीयरिंग, कैश ट्रांसफर न होने के कारण डबवाली के बैंकों को करीब दो सौ करोड़ रूपये का नुक्सान हुआ।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टॉफ एसोसिएशन की कॉल पर बुधवार को सभी सरकारी बैंक बंद रहे। भारतीय स्टेट बैंक, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, पंजाब नेशनल बैंक सहित शेष सरकारी बैंकों की शाखाएं बंद रही। बैंक खुलने के समय विभिन्न बैंकों के कर्मचारी इक्ट्ठे हुये। सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करके रोष जताया। हड़ताल के चलते कई बैंकों के शट्टर तक नहीं उठे। हड़ताल के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि हड़ताल के बीच एटीएम उपभोक्ताओं ने जमकर एटीएम का प्रयोग किया। चूंकि हड़ताल को देखते हुये बैंकों ने एटीएम मशीनों को नोटों से फुल रखा।
वेतन वृद्धि की मांग
एसोसिएशन के शाखा अध्यक्ष जसविंद्र सिंह बहल, सचिव प्रेम सिंगला तथा सर्कल डेलीगेट रामदित्ता मैहता ने बताया कि कर्मचारी पिछले दो वर्षों से वेतन वृद्धि की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन सरकार 11 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर अड़ी हुई है। कर्मचारियों से नाइंसाफी हो रही है। जिसके चलते कर्मचारियों ने एसोसिएशन की कॉल पर आज हड़ताल रखी। डबवाली क्षेत्र में स्थित पंद्रह बैंकों के ढाई सौ कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिससे अकेले डबवाली एरिया में ही करीब 200 करोड़ रूपये का कारोबार प्रभावित हुआ।
अपडेट लेते रहे अधिकारी
हड़ताल में बैंकों के मुख्य शाखा प्रबंधक शामिल नहीं हुये। उच्च अधिकारी शाखा प्रबंधकों से पल-पल की जानकारी लेते रहे। एसबीआई के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक इकबाल गर्ग ने बताया कि सुबह करीब 11.30 बजे रिजनल मैनेजर की कॉल आई थी। उन्होंने सवाल किया कि कितने कर्मचारी डयूटी पर हैं, कितने गैर हाजिर। जबकि मुझे छोड़कर कोई भी कर्मचारी हाजिर नहीं हुआ।

बेटे के साथ घर जा रही महिला से पर्स, मोबाइल छीना

एमपी कॉलेज क्षेत्र में शाम 6 बजे हुई वारदात

डबवाली (लहू की लौ) बुधवार को बाईक सवार दो युवक एमपी कॉलेज क्षेत्र में एक महिला से पर्स तथा मोबाइल छीन ले गये। महिला अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ वापिस घर लौट रही थी। गोल बाजार पुलिस चौकी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
झालरिया ट्रेडिंग कंपनी के मालिक बृजमोहन की पुत्रवधू सारिका पत्नी रोहित अपने पांच वर्षीय बेटे प्रणय के साथ शाम करीब 6 बजे एक निजी अस्पताल से वापिस घर लौट रही थी। अस्पताल से ही एक युवक ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। इसी दौरान बाईक सवार एक युवक दया अस्पताल वाली गली में स्थित उनके मकान के आगे आकर खड़ा हो गया। गली में महिला को अकेला पाकर पीछे आ रहे युवक ने सारिका से उसका पर्स तथा मोबाइल छीन लिया और बाईक पर जा बैठा। महिला के शोर मचाने पर बाईक सवार युवकों ने उनका पीछा भी किया। लेकिन लुटेरे चकमा देकर भागने में सफल रहे। सारिका के अनुसार एक युवक के टी शर्ट और पेंट तथा एक युवक के पेंट-शर्ट पहनी हुई थी।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देसराज ने बताया कि सूचना मिलने पर मौका का मुआयना किया गया था। लिखित रूप में कोई शिकायत नहीं आई है। उपरोक्त क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जायेगी।

भाजपाई बोले खत्म करो अभियान, एसडीएम ने कहा ऐसा नहीं हो सकता

अतिक्रमण के खिलाफ हल्ला बोल अभियान में एसडीएम के साथ आई मातृ शक्ति

अभी नहीं तो कभी नहीं

अतिक्रमण जाम तथा हादसों की मुख्य वजह बना हुआ है। हल्ला बोल अभियान के खिलाफ अब भाजपा ने सिर उठाया है। शहर की सबसे बड़ी समस्या पर क्या भाजपा नेताओं का यह चरित्र सही है। लिख भेजिये अपनी राय, हम देंगे आपकी आवाज को बल। मोबाइल नं. 098145-23743


डबवाली (लहू की लौ) अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे हल्ला बोल अभियान के तीसरे दिन मुख्य बाजार में जमकर हंगामा हुआ। दुकानदारों ने एसडीएम सतीश कुमार के साथ चल रहे समाजसेवियों पर तंज कसते हुये दूषित तथा सबसे बड़े अतिक्रमणकारी करार दिया। एक दुकानदार ने ऐसे समाजसेवियों का जूते मारने की बात कह दी। पलटवार करते हुये समाजसेवी ने इसका जवाब गाली से दिया। जिससे बखेड़ा खड़ा हो गया, भाजपा नेता भी लड़ाई में कूद गये। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सुबह 10 बजे एसडीएम सतीश कुमार ने हल्ला बोल अभियान के तीसरे दिन की शुरूआत की। एसडीएम के साथ मातृ शक्ति भी उतर आई। नारी शक्ति संस्था की संस्थापिका प्रेमकांता आहुवालिया, उर्मिल जौड़ा, सुदेश पाहूजा, अमरजीत कौर, सुरजीत कौर सहित समाजसेवी वियोगी हरि शर्मा, शशिकांत शर्मा, सतीश जग्गा, सर्वजीत सिंह, मुकेश कामरा, कर्ण कामरा, नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, एमई जयवीर डुडी, सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा ने दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर अतिक्रमण हटाने के लिये कहा। जैसे ही अभियान गति पकडऩे लगा दुकानदार विरोध में उतर आये। जैसे ही एसडीएम ने दुकानदार सुरेंद्र कुमार को थहड़े से बर्तन हटाने के लिये कहा तो सुरेंद्र कुमार तथा रमेश कुमार ने एसडीएम के साथ चल रहे समाजसेवियों पर तंज कस दिये। दुकानदार ने ऐसे समाजसेवियों के जूते मारने की बात कही। जिसका जवाब एक समाजसेवी ने गाली से दिया। एसडीएम दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर अतिक्रमण समाप्त करने की बात कहते हुये आगे बढ़ गये।
नारेबाजी करते हुये एसडीएम का घेराव किया : भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा, डबवाली मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा, धर्मवीर सिंगला के नेतृत्व में दुकानदार नारेबाजी करते हुये एसडीएम के पीछे आ गये। दुकानदारों ने एसडीएम का घेराव कर लिया। एक दुकानदार ने एसडीएम को धक्का मारकर समाजसेवी के गाली निकालने का कारण पूछा। जिस पर एसडीएम भी उखड़ गये। उन्होंने दुकानदार के धक्का मारने का कारण पूछा। भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा ने एसडीएम से अभियान को समाप्त करने के लिये कहा। लेकिन एसडीएम ने दुकानदारों के बीच अभियान समाप्त न करने से साफ इंकार कर दिया।
बीच चौराहे एसडीएम ने पूछे दुकानदारों से सवाल :एसडीएम सतीश कुमार ने बीच चौराहे पर अभियान का विरोध कर रहे भाजपा नेताओं तथा दुकानदारों से ही सवाल पूछ डाले। उन्होंने कहा कि यह शहर किसका है?, अतिक्रमण से ज्यादा तकलीफ किसको होती है? क्या अतिक्रमण के खिलाफ मेरा तरीका गलत है? कानून के अनुसार आप गलत हो, हाथ मैं जोड़ रहा हूं, क्या यह गलत है? किसी भी भाजपा नेता तथा विरोध कर रहे दुकानदार ने प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया।
सुबह 9 बजे बुलाई बैठक
एसडीएम सतीश कुमार ने विरोध कर रहे भाजपा नेताओं तथा दुकानदारों से कहा कि अगर किसी को गिला-शिकवा है, शिकायत है वह सुनने के लिये तैयार हैं। एसडीएम ने इसके लिये वीरवार को सुबह 9 बजे कार्यालय में आने के लिये कहा।

99 प्रतिशत लोग मेरे साथ
शहर के 99 प्रतिशत लोग मेरे साथ हैं। राजनीतिक कारणों या साथ चले रहे लोगों से द्वेष भावना के कारण विरोध किया जा रहा है। जो अनुचित है। अगर किसी को शिकायत है, तो वे सीधा उसे बताये। किसी से ज्याददती नहीं होगी। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।-सतीश कुमार एसडीएम, डबवाली

13 Nov. 2014 lahoo Ki lau