04 जून 2020

हरियाणा में आज कोरोना के 327 नये केस, देखें मेडिकल बुलेटिन


एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन करने वाले भाजपा नेता समेत पार्षदों पर हो सकती है कार्रवाई

27 मई को लघुसचिवालय में रेहड़ी चालकों के समर्थन में हुआ था विरोध प्रदर्शन, एसडीएम ने पुलिस को भेजा शिकायत पत्र
डबवाली(लहू की लौ) धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में भाजपा युवा मोर्चा डबवाली के अध्यक्ष विजयंत शर्मा समेत कुछ पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। एसडीएम डॉ. विनेश कुमार ने उपरोक्त के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को
पत्र लिखा है। पत्र के आधार पर शहर थाना पुलिस ने रपट दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है।
यह है मामला
27 मई को विजयंत शर्मा समेत पार्षद बलजीत सिंह, विनोद बांसल, रविंद्र बिंदु, रमेश बागड़ी, रविंद्र बबलू तथा पार्षद प्रतिनिधि राकेश बब्बर ने फल-सब्जी रेहड़ी चालकों के समर्थन में एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना दिया था। इस दौरान उपरोक्त लोगों ने नारेबाजी करके एसडीएम के प्रति रोष जाहिर किया था। जबकि धारा 144 लगी हुई थी। उस दौरान पांच या पांच से अधिक लोग इक्ट्ठे नहीं हो सकते थे। एसडीएम ने शिकायत पत्र में भाजपा युवा मोर्चा डबवाली के अध्यक्ष समेत कुछ पार्षदों पर धारा-144 का उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई करने के लिए कहा है।

क्या होती है धारा 144
सीआरपीसी की धारा 144 किसी भी इलाके में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगाई जाती है। आपातकालीन स्थिति होने पर 144 को सुरक्षित रखने के आदेश कार्यकारी मजिस्ट्रेट को दिए गए हैं, मतलब इस धारा को लागू करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट या जिलाधिकारी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। जिसके बाद धारा लागू कर दी जाती है।

ब्रिटिश राज से जुड़ा इतिहास
इस धारा का इतिहास ब्रिटिश राज के समय का है। 1861 में ब्रिटिश राज में पहली बार धारा 144 का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सभी राष्ट्रवादी विरोधों को रोकने के लिए यह धारा ब्रिटिश का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गई थी।

तीन साल की सजा हो सकती है
धारा 144 लागू होने के बाद इसका पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है, इस दौरान सारे कानूनी अधिकार इलाके के मजिस्ट्रेट को दे दिए जाते हैं, ताकि शांति व्यवस्था को फिर से बनाया जा सके। इस दौरान कानून का उल्लंघन करने पर अधिकतम तीन साल तक की सजा हो सकती है, साथ ही भारी जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

एसडीएम का पत्र मिला है। उसमें विजयंत शर्मा समेत कुछ पार्षदों पर धारा 144 का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। इसकी रपट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
-सत्यवान, शहर थाना प्रभारी, डबवाली

कोरोना संक्रमितों का आरोप...

कोविड अस्पताल में मिल रहा भोजन हाइजेनिक नहीं
डबवाली(लहू की लौ)कोविड अस्पताल में उपचाराधीन कोरोना संक्रमितों ने व्यवस्थाओं के अभाव का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि पांच संक्रमितों को एक कॉमन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। सुबह 7 बजे नाश्ते के रुप में एक कप दूध तथा डबल रोटी दी जाती है। जो पूरी तरह से हाइजेनिक नहीं होती। आरोप है कि डबल रोटी एक कागज में लिपटी आती है। इसके बाद दोपहर 1 बजे सब्जी के साथ चार चपाती आती हैं। शाम 7 बजे डिनर पहुंच जाता है। संक्रमित ने बताया कि वे कोई डिमांड करते हैं, तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी ध्यान तक नहीं देते। यहां तक कि स्वास्थ्य कर्मी बिना पीपीई के उनके पास आते-जाते रहते हैं। कॉमन टॉयलेट होने से अन्य मरीज यहीं थूकते रहते हैं। एक संक्रमित ने बताया कि मैंने प्राइवेट रुम देने या फिर घर में ही क्वारंटाइन करने की मांग की थी। उस पर भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया।
मोबाइल पर रिपोर्ट नहीं आई
कोविड अस्पताल में
उपचाराधीन डबवाली निवासी एक संक्रमित ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद उसे सिरसा लेजाया गया था। उसी दिन उसका ब्लड सैंपल लिया गया था। उसे बताया गया था कि रिपोर्ट मोबाइल पर आएगी। आज तक रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसा अकेले उसके साथ नहीं हुआ, उसके वार्ड में बैठे कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट भी नहीं आई है। संक्रमितों ने व्यवस्था सुधार की मांग की है। उनके लिए सरकार की गाइडलाइंस अनुसार व्यवस्था करने के लिए कहा है।

दादी-पोते के लिए बस बनी सहारा

डेढ़ माह पहले खत्म हो गई थी दवा, बाइक पर चल दिए थे दादी-पोता, लेकिन राजस्थान पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया था

हरियाणा रोड़वेज के साथ दौडऩा शुरु हुआ जिंदगी का पहिया, कोई दवा लेने तो कोई घर पहुंचने के लिए सवार हुआ

डबवाली(लहू की लौ)बुधवार से हरियाणा रोड़वेज का पहिया दौडऩा शुरु हो गया। जिससे लोगों को राहत मिली। पहले दिन डबवाली से सिरसा, हनुमानगढ़ तथा श्रीगंगानगर रुट पर चार बसें रवाना हुई। नियमानुसार एक बस में 30 सवारियां बैठ सकती थी, लेकिन उतनी तो बस अड्डा पर पहुंची ही नहीं। इस वजह से बसों की रवानगी तय समानुसार नहीं हो सकी। सुबह 7.15 बजे हनुमानगढ़ के लिए पहली बस जानी थी, महज 10 सवारियां होने के कारण बस 8.20 बजे रवाना हो सकी। इसी प्रकार श्रीगंगानगर के लिए बस रवानगी 10.05 बजे होनी थी, लेकिन सवारियां न होने के कारण बस 10.30 बजे चली।
लाइव रिपोर्ट :
करीब ढाई माह बाद डबवाली बस अड्डा के काऊंटर पर बस नजर आई है। चालक बलकौर सिंह तथा परिचालक अनिल कुमार की डयूटी है। बस में 9 लोग सवार हैं। जो श्रीगंगानगर जाना चाहते हैं। सीट पर बैठे डबवाली निवासी अंकुश का कहना है कि वह गांधी खादी भंडार पर कार्य करता है। दो माह बाद दुकान पर जा रहा है। इससे पहले वहां तक पहुंचने का कोई जरिया नहीं था। डबवाली निवासी सोनू अपनी दादी हरदेवी को दवा दिलाने के लिए श्रीगंगानगर जा रहा है। युवक के अनुसार उसकी दादी मानसिक रोगी है। लॉक डाऊन से पहले एक माह की दवा लेकर आई थी। एक माह से ज्यादा समय हो गया, दवा खत्म हुए। दादी को बाइक पर बैठाकर श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में हमें रोक लिया था। इसलिए वापिस आना पड़ा। आज श्रीगंगानगर के दवा लेने जा रहे हैं। इधर हनुमानगढ़ निवासी लक्ष्मण अपनी पत्नी, माता-पिता तथा बहन के साथ वापिस घर लौट रहा है। लक्ष्मण के अनुसार बठिंडा में जमींदार के खेत में कार्य करते थे। 15 दिन पहले कार्य खत्म हो चुका था, हम खुद का कमाया खा रहे थे। हरियाणा रोड़वेज की सेवा हनुमानगढ़ तक शुरु होने का हमें पता चला तो हम बठिंडा से मंडी किलियांवाली पहुंचे। अब डबवाली से होकर अपने घर जा रहे हैं।

किस बस में कितनी सवारी
रुट सवारी
डबवाली-सिरसा 13
डबवाली-सिरसा 20
डबवाली-हनुमानगढ़ 10
डबवाली-श्रीगंगानगर 09

ढाई माह बाद आज चार बसें अलग-अलग रुट पर चलनी शुरु हुई हैं। डिस्टेंस का खास ख्याल रखा गया। साथ ही सवारियों को मास्क पहने बिना बस में नहीं बैठने दिया गया। उम्मीद है कि भविष्य में सवारियों की संख्या बढ़ेगी।
-डीआइ सुच्चा सिंह, सबडिपो डबवाली

घर पर मोबाइल टॉवर नहीं लगाएंगे सीडीएलयू रजिस्ट्रार

डबवाली(लहू की लौ) सीडीएलयू सिरसा के रजिस्ट्रार डॉ. राकेश वधवा ने डबवाली के वार्ड नं. 11 की गली नं. 12 स्थित अपने मकान में मोबाइ
ल टॉवर न लगाने का निर्णय लिया है। जिसका गली वालों ने स्वागत किया है। पिछले दिनों गली वासियों ने वधवा से मिलकर मोबाइल टॉवर न लगाने की प्रार्थना की थी। मामला प्रशासन की संज्ञान में आने से रजिस्ट्रार का कदम चर्चा का विषय बन गया था। अब वधवा खुद ही मोबाइल टॉवर स्थापित करने से पीछे हट गए हैं। डॉ. राकेश वधवा के अनुसार उनके पिता दिवंगत गिरधारी लाल वधवा हमेशा समाज हित में कार्य करते थे। वे हमेशा सर्वसम्मति के कार्यों को तवज्जो देते थे। उन्हीं के आदेशों पर चलते हुए सर्वसम्मति से टॉवर न लगाने का निर्णय लिया है।

पेयजल के साथ आने लगे पक्षियों के पंख

हरकत में आया जनस्वास्थ्य विभाग
डबवाली(लहू की लौ) गांव मुन्नांवाली में पेयजल आपूर्ति के दौरान नलों से कबूतर के पंख आने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। पानी भी बदबूदार था तो शिकायतों का सिलसिला शुरु हो गया। लोगों ने अपने कनेक्शनों की जांच शुरु की तो मरे हुए कबूतर निकले। इस संबंध में ग्रामीण विजय सहारण ने एसडीओ सूरज प्रकाश जैन को शिकायत की। जिसके बाद महकमा हरकत में आया। हालांकि फोन पर ग्रामीणों तथा एसडीओ के बीच कहासुनी तक हो गई थी।
ग्रामीण विजय सहारण के मुताबिक मुन्नांवाली स्थित जलघर की ओर जनस्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। कुछ दिन पूर्व टंकी के ऊपर से जाली टूट गई थी। उसमें पक्षी मरकर गिरते रहे। महकमें ने जिम्मेवारी नहीं समझी। ऐसे में बदबूदार पानी आने लगा। बुधवार को हद हो जब पेयजल के साथ पक्षियों के पंख बहकर आने लगे। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर जांच करते हुए पाया कि मुख्य पेयजल पाइप में मरे हुए कबूतर फंसे हुए थे। विद्यालय तथा गोदिकां रोड पर दो जगह से पक्षी निकले। इस संबंध में एसडीओ को शिकायत की गई तो वे बोले कि वे बाहर हैं, आज ही के दिन आप ऐसा पानी पी लो। जब एसडीओ को पीने के लिए बदबूदार पानी की बोतल भरकर भेजने की बात कही तो उन्होंने संज्ञान लिया।

परसों आई आंधी से जाली हवा में उड़ गई थी। ऐसे में पक्षी टंकी में गिर गए थे। सूचना मिलने पर टंकी का पानी निकाल दिया गया। उसमें दवा का छिड़काव करके पानी भरा जाएगा। मैंने फोन पर ग्रामीण को यह कहा था कि आज पेयजल आपूर्ति नहीं आएगी, पानी बंद रहेगा। अब भी कर्मचारी वहां कार्य कर रहे हैं।
-एसडीओ सूरज प्रकाश जैन, जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली

10 से 1 बजे तक बिजली रहेगी बंद

डबवाली(लहू की लौ) 4 जून 2020 दिन वीरवार को 11 केवी मंडी 1, 2, 4 फीडर की नई लाईन के ट्रायल के लिए सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक बिजली बंद रहेगी।
यह जानकारी देते हुए एसडीओ युगांक जैन बताया कि जिसमें जवाहर नगर, धालीवाल नगर, चौहान नगर, सिरसा रोड, बठिंडा रोड, मलोट रोड, मुख्य बाजार, सब्जी मंडी, क्लब क्षेत्र, लूना फैक्ट्री क्षेत्र, दुर्गा मंदिर क्षेत्र, न्यू बस स्टैंड क्षेत्र, खटीक मुहल्ला, मीना बाजार, रामलीला ग्राउंड क्षेत्र की बिजली बंद रहेगी।

अब देशभर में जिला, राज्य और नेशनल स्तर पर स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया नहीं करा सकेगी स्कूली खेलों का आयोजन

अब निजी स्कूल बच्चों से नहीं ले सकेंगे खेल फंड की राशि, शिक्षा विभाग में निजी स्कूलों को भी नहीं जमा कराना होगा स्पोर्टस फंड
चंडीगढ़ (लहू की लौ) अब देशभर में जिला, राज्य और नेशनल स्तर पर स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया
(एसजीएफआई) स्कूली खेलों का आयोजन नहीं करा सकेगी। देशभर में आयोजित होने वाली स्कूली खेल स्पर्धाओं से लाखों रुपए के हेरफेर होने व खराब संचालन के चलते इसे खेल मंत्रालय ने अपनी मान्यता सूची में शामिल नहीं किया है। यही वजह है कि अब देश भर में स्कूली खेलों का आयोजन एसजीएफआई नहीं करा सकेगी।
स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि भारतीय खेल मंत्रालय की तरफ से देशभर में नेशनल खेल फेडरेशनों को विभिन्न खेलों के आयोजन की मान्यता दी जाती है। एसजीएफआई अलग अलग राज्यों में स्कूली शिक्षा विभाग और फिर जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में खेलों का आयोजन कराती है। इसके लिए शिक्षा निदेशालय साल भर की खेल गतिविधियों का खेल कलेंडर भी जारी करता है। बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि कक्षा छठी से लेकर बारहवीं तक स्कूलों में प्रत्येक बच्चे लगभग 27 रुपये खेल फंड की राशि भी वसूल की जा रही है। इसी वजह से प्रत्येक निजी स्कूल शिक्षा विभाग में हजारों रुपयों का स्पोर्टस फंड जमा कराता है। प्रत्येक जिले में सैंकड़ों निजी स्कूल हैं और इस लिहाज से लाखों रुपयों का स्पोर्टस फंड जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इक_ा हो जाता है। इसके अलावा शिक्षा निदेशालय भी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को खेलों के नाम पर लाखों रुपयों की ग्रांट भेजता रहता है। अब खेल मंत्रालय स्कूली खेलों के आयोजन के लिए नई व्यवस्था पर मंथन करने में जुटा है।
बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि अब से स्कूली खेलों के आयोजन में किसी भी बच्चे को खेल फंड की राशि नहीं देनी होगी वहीं निजी स्कूल भी शिक्षा विभाग को स्पोर्टस फंड के नाम पर कोई शुल्क नहीं देगा।

डीईओ व डीईईओ की खेल शक्तियां छीनी, स्पोर्टस ग्रेडेशन का भी नहीं मिलेगा लाभ
खेल मंत्रालय ने स्कूली खेलों के आयोजन में एसजीएफआई को अपनी मान्यता सूची में शामिल नहीं किए जाने के बाद से हजारों खिलाडिय़ों का भविष्य भी दाव पर लग गया। एसजीएफआई द्वारा जारी किए गए खेल प्रमाण पत्रों के आधार पर नेशनल स्तर के खिलाडिय़ों को स्पोर्टस ग्रेडेशन, सालाना स्कॉलरशीप, खेल कोटा और रेलवे की सुविधाओं के साथ सरकारी नौकरी का कोई लाभ नहीं मिलेगा। अधिकांश प्रमाण पत्रों पर जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं। इसके बाद खेल विभाग के अधिकारियों के भी हस्ताक्षर इन प्रमाण पत्रों पर होते हैं। जिनसे इन प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर बहुत बड़ा सवाल उठेगा।

52 नेशनल स्कूली स्पर्धाएं चैम्पियनशीप हुई रदद
एसजीएफआई की वेबसाइट पर खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता रदद करने के आदेशों के कारण 52 नेशनल स्कूली खेल चैम्पियनशिप रदद करने का नोटिस लगा दिया है। इन खेल स्पर्धाओं में कक्षा तीसरी से बारहवीं तक के खिलाड़ी भाग लेते हैं। जिनकी स्पर्धाआएं जून और जुलाई माह में आयोजित की जानी थी। लेकिन अब इन खेलों को रद्द करने का नोटिस लगाने के बाद खेलों की तैयारियों में जुटे खिलाडिय़ों के भविष्य पर ही दाव पर लग गया है। 

हरियाणा सरकार ने नगर पालिका क्षेत्र में 30 जून तक के लिए संचालन प्रक्रिया की जारी

चंडीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने 30 जून, 2020 तक नगरपालिका सीमाओं के भीतर बाजार क्षेत्रों में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है।
शहरी स्थानीय निकाय विभाग के एक प्रवक्ता ने आज इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक लोगों के आवागमन के संबंध में लगाए गए रात्रि कफ्र्यू का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक वस्तुओं के अलावा सभी अनुमत दुकानें प्रात: 9 बजे से सायं 7 बजे तक खुलेंगी। ऐसे सभी बाजार क्षेत्रों में आने वाले सभी लोगों अर्थात् दुकानदारों के साथ-साथ आगंतुकों या ग्राहकों को बाजार क्षेत्रों में सामाजिक दूरी (दो गज की दूरी) सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने बताया कि दुकानदारों को हाथ के संपर्क से बचने के लिए दस्ताने और मास्क पहनने होंगे और मानव संपर्क में आने वाले सभी बिंदुओं जैसे कि दरवाजे, हैंडल आदि को बार-बार सेनेटाइज करना होगा।
उन्होंने बताया कि दुकानदारों को अपनी दुकानों पर कम से कम स्टाफ को बुलाना होगा ताकि दुकानों पर भीड़ न हो और वे अपने स्टाफ को वैकल्पिक रूप से पारियों में बुला सकते हैं। बड़े प्रवेश बिंदुओं और एसी दुकानों पर सुरक्षा गार्ड को सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनर उपलब्ध किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि दुकानदार और सेल्समेनस को ग्राहकों को अटेंड करते हुए हमेशा मास्क पहनना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी ग्राहक थर्मल स्कैनिंग, सैनेटाइजेशन और मास्क के बिना दुकान में प्रवेश न करें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि दुकान में एक समय पर दुकानदार, हेल्पर और ग्राहक सहित 5 से अधिक व्यक्ति उपस्थित नहीं हों।
प्रवक्ता ने बताया कि ग्राहकों या आगंतुकों को मास्क पहनना होगा और उन्हें आपस में कम से कम छह फीट की दूरी रखते हुए कतार में खड़े होने को कहा जाएगा। दुकानों के बाहर नियमित आधार पर आवश्यक दूरी पर गोले बनाए जाएंगे ताकि ग्राहक या आगंतुक वहां खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर सकें। उन्होंने बताया कि बाजार के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर थर्मल स्केनिंग प्रणाली के साथ अस्थायी अवरोधक बनाए जाएं ताकि ग्राहकों या आगंतुकों के आवागमन के दौरान सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नगरपालिका के कर्मचारी ऐसे बाजार स्थलों या क्षेत्रों की दिन और रात के समय नियमित अंतराल पर उचित सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, खुले या बाजार क्षेत्रों में थूकने पर चालान किया जाएगा। जन साधारण या ग्राहकों को जागरूक करने के लिए दुकानदारों या स्ट्रीट वेंडर्स को 'आरोग्यसेतु मोबाइल एपÓ डाउनलोड करने के लिए एक पब्लिक नोटिस लगाना होगा और वे उन्हें एप डाउनलोड करने और नियमित रूप से इस एप पर अपनी स्वास्थ्य स्थिति को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इसके अलावा, दुकानदार यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके सभी कर्मचारी आरोग्यसेतु मोबाइल एप इंस्टॉल करें और उसका नियमित रूप से उपयोग करें।
प्रवक्ता ने बताया कि यदि किसी नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में भीड़भाड़ वाले बाजारों में केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित किए गए सामाजिक दूरी बनाए रखने के मानदंडों को लागू करना संभव नहीं है तो संबंधित उपायुक्त द्वारा संबंधित नगर निगम के आयुक्त के परामर्श से बाजारों आदि में 50 प्रतिशत दुकाने खोलने जैसे प्रोटोकॉल को अधिसूचित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बाजार खोलने के दौरान सभी नगर पालिका क्षेत्रों (नगरनिगमों/परिषदों /समितियों) में सामाजिक दूरी के साथ-साथ स्वच्छता बनाए रखने के सभी मानकों का पालन करना आवश्यक होगा।
उन्होंने बताया कि फूड रेस्तरां और फूड एग्रीगेटर्स जैसे ज़ोमेटो, स्विगी आदि को खाद्य पदार्थों की होम डिलीवरी के लिए रसोई संचालित करने की अनुमति है। रसोई चलाने की अधिकतम समय सीमा सायं 8 बजे होगी और सभी माध्यमों से होम डिलीवरी का कार्य रात्रि 8.30 बजे या इससे पहले पूरा किया जाना सुनिश्चित करना होगा ताकि कोई भी डिलीवरी बॉय रात्रि 9 बजे के बाद बाहर सडक़ों पर न हो। ऐसी रसोइयों में खाना बनाते समय स्वच्छता के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित करना होगा, जिसमें मास्क, दस्ताने, टोपी आदि पहनना  शामिल है। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि रसोई में काम करने वाले स्टाफ या डिलीवरी बॉयज़ को कोई बीमारी या सर्दी-जुकाम का कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने बताया कि मालिक द्वारा दैनिक आधार पर स्टाफ की थर्मल स्कैनिंग और नियमित आधार पर मेडिकल चैकअप किया जाना भी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि होम डिलीवरी के दौरान डिलीवरी बॉयज़ के लिए दस्ताने और मास्क पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही, वस्तुओं की डिलीवरी करते समय उन द्वारा ग्राहकों के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान नहीं लिया जाएगा। अदायगी के लिए ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक मोड पर बल दिया जाएगा ताकि संपर्क से बचना और सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा, नगर पालिकाओं को भी इन दिशानिर्देशों का प्रचार-प्रसार करने का प्रयास करना चाहिए ताकि दुकानदार या रेहड़ीवालों या फल और सब्जी विक्रेताओं आदि को सामाजिक दूरी बनाए रखने के बारे में जागरूक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों को लागू करने के लिए उपायुक्त द्वारा गठित संयुक्त टीमें जारी निर्देशों के अनुसार व्यापक जाँच करेंगी और उल्लंघनकर्ताओं का चालान करना सुनिश्चित करेंगी। नगरपालिकाएं ई-मेल ह्यह्वस्रड्ड.द्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्डञ्च4ड्डद्धशश.ष्श.द्बठ्ठ पर दैनिक समेकित रिपोर्ट भेजेंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि नाई एवं मिठाई की दुकानों और बैंक्वेट या मैरिज हॉलस के संबंध में पहले से जारी दिशा-निर्देश ही लागू रहेंगे। ऐसे बाजार, जहां दैनिक आधार पर दुकानें खोलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है, वहां लॉकडाउन से पहले प्रचलित साप्ताहिक बंद प्रणाली लागू होगी। हालांकि, भीड़भाड़ वाले बाजार, जहां दुकानों को रोजाना खोलने पर प्रतिबंध है, वहां 22 मई, 2020 के निर्देशों में साप्ताहिक बंद की शर्त को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि एसओपी का अनुपालन करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 30 मई, 2020 को जारी लॉकडाउन संबंधी दिशानिर्देशों का भी पूरी तरह से पालन करना होगा और इनमें कोई छूट नहीं दी जाएगी। सभी नगरपालिकाओं द्वारा इनका व्यापक प्रचार-प्रसार करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक ये निर्देश दुकानों को खोलने से संबंधित हैं और इन्हें खोले रखने की अवधि आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर लागू नहीं होगी।
प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन की अवधि को 30 जून,2020 तक बढ़ा दिया गया है और कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में चरणबद्ध ढंग से (अनलॉक-1) निषिद्ध गतिविधियों को फिर से खोला जाएगा। इसके अलावा, जिला प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन में दुकानों आदि को बंद करने से संबंधित लगाए गए प्रतिबंध आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे।

स्टेडियम में खेल प्रशिक्षण तथा अन्य संबंधित गतिविधियों की अनुमति

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा सरकार ने कोविड-19 की रोकथाम के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के दिशा-निर्देशों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करते हुए प्रदेश में खेल परिसरों और स्टेडियमों में खेल प्रशिक्षण तथा अन्य संबंधित गतिविधियों की अनुमति दी है।
खेल एवं युवा मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि चूंकि रात्रि कफ्र्यू के कारण रात 9:00 बजे से प्रात: 5:00 बजे के बीच लोगों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध है, इसलिए प्रशिक्षुओं को केवल प्रात: 5:00 बजे के बाद तथा रात 9:00 बजे से पहले ही प्रशिक्षण या अभ्यास की अनुमति होगी।
उन्होंने बताया कि जिम्नेजियम और स्वीमिंग पूल को किसी भी परिस्थिति में खोला नहीं जाएगा। प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करते समय गर्मी की स्थितियों को ध्यान में रखना होगा। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रशिक्षुओं/प्रशिक्षकों की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो। इसके अलावा, खेल स्टेडियमों व परिसरों में दर्शकों की अनुमति नहीं होगी तथा अगले आदेशों तक इनमें किसी भी स्पर्धा या समारोह की भी अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी जिला खेल एवं युवा मामले अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। आवश्यकता अनुसार प्रत्येक जगह पर सैनिटाइजर उपलब्ध करवाया जाए और सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं ने मास्क पहने हुए हों। उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।

हरियाणा सरकार ने ऋण संबंधी दिक्कत को दूर करने के लिए शिकायत पोर्टल किया लांच

चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा में एमएसएमई को 'आत्मनिर्भर भारत अभियानÓ आर्थिक पैकेज के तहत, राज्य सरकार ने ऋण प्राप्त करने के बारे में एमएसएमई की शिकायतें प्राप्त करने के लिए 'हरियाणा उधम सहयोगÓ  के नाम से एक समर्पित पोर्टल शुरू किया है।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के  प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोविड-19 महामारी का आर्थिक प्रभाव काफी हद तक विघटनकारी रहा है। इस महामारी के कारण देशभर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने इन उद्योगों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक महत्वाकांक्षी 'आत्मनिर्भर भारत अभियानÓ
आर्थिक पैकेज लॉन्च किया है। इस आर्थिक पैकेज में संशोधित परिभाषाओं के अनुसार खुदरा व्यापारी, व्यापारी, दुकानदारों आदि समेत सभी एमएसएमई को शामिल किया गया है।
यदि उन्हें ऋण से संबंधित चुनौतियां पेश आती हैं तो वे इस पोर्टल के माध्यम से दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि दर्ज की गई शिकायतों की दैनिक आधार पर बैंकों के साथ पैरवी की जाएगी और उनका तेजी से समाधान किया जाएगा।
उद्यमी एमएसएमई के लिए वित्त संबंधित शिकायतों को उठाने के लिए सरल हरियाणा पोर्टल (द्धह्लह्लश्चह्य://ह्यड्डह्म्ड्डद्यद्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ) पर पंजीकरण करने के बाद शिकायत फार्म भरकर अपनी समस्या को दर्ज करवा सकते हैं।

युवाओं ने किया श्रमदान


डबवाली(लहू की लौ)गांव नया राजपुरा में बुधवार को शहीद उधम सिंह युवा क्लब ने श्रमदान किया। गांव के मुख्य रास्ते में नाली के ऊपर बने पुल को ठीक किया। ये पुल क्षतिग्रस्त हो चुके थे, अक्सर ग्रामीणों तथा बेजुबान जानवरों के पैर फंस जाते थे। युवा क्लब ने पैसे जुटाकर निर्माण सामग्री ले आए और एक मिस्त्री लगाकर पुल ठीक करवाए। इससे पहले अच्छी प्रकार से नाली की सफाई भी की। इस मौके पर क्लब के प्रधान रवि कंबोज, उपप्रधान प्रगट, नवीन संधा, विक्की, कर्ण मिरोक, मिट्ठू कंबोज, पारुल, जगदीश कंबोज, राहुल मौजूद थे।

फायर ब्रिगेड कर्मियों की भूख हड़ताल को समर्थन

सिरसा(लहू की लौ)हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन रजिस्टर्ड नंबर 1 संबंधित सर्व कर्मचारी संघ सिरसा डिपो के वरिष्ठ उपप्रधान व डबवाली सब डिपो के प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर फायर ब्रिगेड कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को समर्थन देने पहुंचे भूख हड़ताल पर उपस्थित चालक रोहताश कुमार फायरमैन विक्रम कुमार वह साथ दे रहे महासचिव सुखदेव सिंह सचिव राजेश सरवन कुमार सुरेंद्र पाल कुलदीप मौजूद थे।

4 June. 2020





पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को याद किया

डबवाली(लहू कीलौ)बिश्नोई सभा द्वारा बुधवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बिश्नोई रतन चौ. भजन लाल की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया। बिश्नोई धर्मशाला डबवाली में सभा अध्यक्ष कृष्ण लाल जादूदा, विनोद कुमार कानूननगो, दलीप कुमार कड़वासरा, रामगोपाल कड़वासरा, सचिव इन्द्र जीत बिश्नोई. रिटायर्ड एस डीऔ महैन्द्र भादू ,परविंदर कडवासरा, विनोद कुमार धायल, सोमराज पुजारी आदि ने बिश्नोई. रत्न स्व. भजनलाल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए व भजनलाल द्वारा समाज हित में किये कार्यों बारे चर्चा की।

बाल मंदिर स्कूल के सफाई कर्मचारियों ने स्कूल परिसर व आसपास को बनाया साफ सुथरा

डबवाली (लहू की लौ) बाल मंदिर स्कूल के सफाई कर्मचारियों ने वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के अन्तर्गत अपनी अहम् भूमिका निभाते हुए  कोरोना जंग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यह जानकारी देते हुए स्कूल प्रिंसीपल सुरेन्द्र कुमार कौशिक ने बताया कि इन सफाई कर्मचारी योद्धाओं ने पूरे लॉकडाऊन में विद्यालय के आसपास परिसर को स्वच्छ बनाने में एवं विद्यालय भवन को पूरी तरह साफ सुथरा बनाने में पूरी जिम्मेदारी निभाई। जिससे जब भी स्कूल खुले तो विद्यालय के छात्रों को संक्रमण से बचाया जा सके। अपनी सक्रिया भूमिका का निर्वहन करते हुए उन्होंने रीगल पैलेस के सामने सड़क पर जहां गंदगी के ढेर लगे होते थे उन्हें साफ किया और इसको हटाने से मक्खी एवं मच्छर भी अब वहां पैदा नहीं होंगे।
प्रिंसीपल कौशिक ने बताया कि बाल मन्दिर स्कूल सरकार के आदेशों के इंतजार में है कि जैसे ही आदेश मिलेंगे स्कूल को खोल दिया जायेगा। इसके लिए छात्रों की सेहत की सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया जा रहा है।