01 मार्च 2010

बस सेवा ठप्प होने के चलते जनजीवन प्रभावित

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) शनिवार की शाम बसों में आगजनी के कारण आज दूसरे दिन दोपहर तक बस व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प रहने के कारण आम जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ा और यात्री मारे मारे फिरते रहे। इस दौरान निजी वाहन चालकों ने खूब चांदी कूटी तथा यात्रियों से मनमाना किराया बसूल किया।

इस विषय अनेक यात्रियों से बात किए जाने पर ओढ़ां निवासी मुखत्यार सिंह ने बताया कि उन्हें आज रिश्तेदारी में रस्म क्रिया में शामिल होना था लेकिन बसें बंद होने के कारण वे जा न सके। दैनिक यात्री रामलाल ने बताया कि रात को वो एक टैक्सी चालक को 25 रुपए किराया देकर व जान जोखिम में डालते हुए टैक्सी के पीछे लटककर अपने घर ओढ़ां पहुंचे।
नुहियांवाली निवासी सोहन लाल ने बताया कि ओढ़ां आने के लिए उन्हें साधन नहीं मिला और उन्हें पैदल ओढ़ां आना पड़ा। कृष्ण लाल ने बताया कि उन्हें एक विवाह समारोह में शामिल होने हेतु प्राइवेट वाहन किराए पर करके जाना पड़ा। इसी प्रकार अन्य यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में दूर जाने वाले यात्रियों के चेहरों पर काफी चिंता व परेशानी से जूझना पड़ा। अनेक गांवों जैसे बनवाला, रामगढ़, रत्ताखेड़ा, रामपुरा, राजपुरा, रिसालियाखेड़ा, सालमखेड़ा, जंडवाला, किंगरे, मलिकपुरा, टप्पी, ख्योवाली, रोहिडांवाली, आनंदगढ़ सहित अनेक गांवों के लोगों को कहीं भी आने जाने हेतु काफी मशक्कत व परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि इन गांवों में न तो कोई सरकारी बस ही पहुंची और न ही निजी वाहन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके।

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