25 अगस्त 2010

तस्करों और पुलिस कर्मियों में झड़प, एक तस्कर दबोचा

डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने पंजाब में सप्लाई होने जा रहे हजारों रूपए कीमत के अफीम दूध की एक बड़ी खेप पकडऩे में सफलता हासिल की है। तस्करों ने पुलिस के साथ हाथापाई भी की। इस दौरान एक तस्कर भागने में सफल रहा। जबकि एक दबोचा गया।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि उनके नेतृत्व में एसआई भागीरथ तथा एएसआई सूबे सिंह यादव सहित पुलिस पार्टी ने गांव शेरगढ से बडिंगखेडा (पंजाब) जाने वाले कच्चे मार्ग पर नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान गांव शेरगढ की तरफ से डिस्कवर बाईक पर सवार दो युवक आए। युवकों को पुलिस ने जैसे ही रूकने का इशारा किया तो उन्होने मौके से फरार होने का प्रयास किया। इसी बीच उनकी पुलिस पार्टी के साथ झड़प भी हुई। इस दौरान एक युवक भाग निकला। परंतु उनमें से एक बाईक सहित पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शक के आधार पर पुलिस ने जब युवक की तलाशी ली तो उसके पास से अफीम दूध बरामद हुई, जिसका वजन एक किलो पांच सौ ग्राम था।
थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त आरोपियों ने पुलिस की सरकारी डयूटी में बाधा डालने का प्रयास भी किया तथा पुलिस कर्मियों से दुव्र्यवहार किया। दोनो आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं 332, 353, 186 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान कृष्ण (28) पुत्र भागीरथ निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। जबकि फरार हुए युवक की पहचान बिंद्र (35) पुत्र गुरचरण निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। थाना शहर प्रभारी के अनुसार बाईक को बिंद्र चला रहा था। पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उन्होंने इस खेप को पंजाब के जिला मुक्तसर के गांवों में सप्लाई करना था। पकड़े गए अफीम दूध की कीमत करीब डेढ़ लाख रूपए आंकी जा रही है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।

ईंट भट्ठों में गूंजेगा क,ख,ग

चण्डीगढ़। हरियाणा में ईंट-भट्ठों में कार्य करने वाले लोगों के बच्चों को बेहतर गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने, मिड-डे-मील योजना को और प्रभावी बनाने तथा संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने एक कलस्टर रूट अपनाने और प्रतिष्ठिïत एवं विश्वसनीय स्वैच्छिक एजेंसियों को वैकल्पिक अनूठे शिक्षा केन्द्र, जोकि 'भट्ठपाठशालाÓ के नाम से प्रसिद्घ हैं, स्थापित करने एवं संचालिक करने का कार्य सौंपने का निर्णय लिया है।
प्रदेश मेंं ईंट-भ_ïों पर कार्य परिस्थितियों को सुधारने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में आज यहां हुई एक बैठक में यह जानकारी दी गई। ईंट-भ_ïा मौसम आमतौर पर वर्ष में अक्तूबर मास से शुरू होकर मई मास तक चलता है।
श्रीमती गुलाटी ने निर्देश किए कि ईंट-भट्ठा मौसम शुरू होने से पहले सभी आरम्भिक कार्य शुरू कर दिए जाएं ताकि ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों की समस्याओं को कम किया जा सके। प्रदेश के ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए सम्बन्धित प्राधिकरणोंं  एवं विभागों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं, उनके बच्चों के लिए शिक्षा तथा आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का प्रावधान करने के अलावा उनका मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक र्इंट-भ_ïे पर श्रमिकों के लिए उसी प्रकार स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएं, जैसेकि पहले मोबाईल वैनस की मदद से चिकित्सा अधिकारियों तथा सहायक स्टाफ द्वारा ईंट-भ_ïों का दौरा करके  उपलब्ध करवाई जाती रही हैं।
    बैठक में बताया गया कि एक योजना बनाई गई है जिसके तहत जिला में ईंट-भ_ïों के  समूह के लिए एक स्थल पर भ_ïा पाठशाला खोली जाएगी ताकि श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। इस कार्य के लिए पात्र स्वैछिक एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इस कार्य के लिए एजेंसियों को सूचीबद्घ करने की प्रक्रिया समाप्त होने के उपरांत अक्तूबर एवं नवम्बर में बच्चों के दाखिले किए जाएंगे। भ_ïा पाठशाला अब एक दिन में चार घण्टों के बजाए छ: घण्टों के लिए चलाई जाएंगी।
    बैठक में यह भी बताया गया कि सर्वशिक्षा अभियान की वैकल्पिक अनूठी शिक्षा योजना को और आगे बढ़ा दिया गया है ताकि ईंट भ_ïा परिसरों में अपने माता-पिता के साथ रहने वाले छ: से 14 वर्ष की आयु वर्ग के सभी मौसमी प्रवासी बच्चों को इस योजना का लाभ उपलब्ध करवाया जा सके। भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शिक्षण एवं अध्ययन सामग्री, उपकरण तथा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। सतही वास्तविकताओं के आधार पर ही कलस्टर पद्घति निर्धारित की गई है। प्रदेश में हजारों ईंट-भ_ïे हैं और उनमें से अधिकतर में स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या बहुत कम है। प्रत्येक ईंट-भ_ïे पर स्कूल स्थापित करना न तो सम्भव है और न ही उचित, इसलिए सभी बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए निकटवर्ती ईंट-भ_ïों का एक समूह बनाकर एक सुविधाजनक स्थल पर भ_ïा पाठशाला स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसा किए जाने से इन पाठशालाओं का परिविक्षण करना सरल होगा और साथ ही संसाधनों का उचित उपयोग और शिक्षा एवं उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता को सुधारने में भी मदद मिलेगी। कलस्टरस, जहां भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की जानी हैं, की सूची पहले ही तैयार की जा चुकी है।
    भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को मिड-डे-मिल उपलब्ध करवाने की प्रणाली को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है। गैर सरकारी संगठनों की मदद से उन्हें गर्म एवं ताजा तैयार पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे, जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा राशन की आपूर्ति की जाएगी। बेहतर विकल्प उपलब्ध न होने की स्थिति में निकटवर्ती सरकारी स्कूल, जहां रसोइयों द्वारा बच्चों के लिए भोजन तैयार किया जाता है, से इस कार्य में मदद ली जाएगी। बहरहाल, बच्चों को ताजा एवं पौष्टिïक भोजन उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित करने के लिए सम्बन्धित अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा भ_ïा पाठशालाओं का दौरा किया जाएगा।
    वर्ष 2009-10 के दौरान ईंट-भ_ïों में पात्र बच्चों का सर्वेक्षण करवाने के उपरांत विभिन्न जिलों में 681 भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की गई और उनमें लगभग 17000 प्रवासी बच्चों को दाखिला दिया गया। इन 681 भ_ïा पाठशालाओं में से अधिकतम 50 अम्बाला जिला में, 21 भिवानी में, 42 फरीदाबाद में, 35-35 फतेहाबाद एवं जींद में, आठ गुडग़ांव में, 46 हिसार में, 25 झज्जर में, 21 कैथल में, नौ करनाल में, 40 कुरूक्षेत्र में, 30-30 महेन्द्रगढ़ एवं मेवात में, 39 पलवल में, 45 पानीपत में, 29 पंचकूला में, 40 रोहतक में, 33 रेवाड़ी में, 24 सिरसा में, 47 सोनीपत में और 32 यमुनानगर में स्थापित की गईं।
    बैठक में बताया गया कि ईंट भटï्ठों पर कार्य करने के लिए आने के बाद श्रमिकों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड जारी किए जाएंगे, ताकि उन्हें सस्ते मूल्यों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा सकें। सम्बन्धित जिला प्रशासन के वरिष्ठï अधिकारियों द्वारा अपने क्षेत्रों के ईंट-भ_ïों का दौरा करके श्रमिकों का उचित मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा। श्रम विभाग के कर्मचारियों द्वारा श्रमिकों के उचित मेहनताने के साथ-साथ उनका बीमा भी सुनिश्चित किया जाएगा।

राजस्व कोर्ट केस के निपटान की समीक्षा का निर्णय

चण्डीगढ़। हरियाणा सरकार ने ऑनलाइन वैब आधारित राजस्व कोर्ट केस परिवीक्षण प्रणाली के माध्यम से सभी जिलों में राजस्व कोर्ट केस के निपटान की प्रगति की समीक्षा करने का निर्णय है।
इस संबंध में आज यहां राजस्व विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री नरेश गुलाटी ने सभी मंडलायुक्तों एवं उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मामलों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। कान्फ्रेंस के दौरान यह निर्णय लिया गया कि पुराने मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। यदि किसी एक अधिकारी के अधीन अधिक मामले हैं, तो जिला उपायुक्तों को उपलब्ध अधिकारियों में मामलों को बांट कर कार्यभार को कम करना चाहिए। सभी उपायुक्तों को न्यायालय मामलों की जानकारी आगामी एक माह के अन्दर-अन्दर सॉफवेयर पर डालने के निर्देश दिये गये। सभी मंडलायुक्तों को नियमित आधार पर मामलों की स्थिति की समीक्षा करने तथा जहां आवश्यक हो उपचारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
कान्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी गई कि हाल ही में बाढ़ के कारण खराब हुई खरीफ-2010 की फसलों के लिए सरकार द्वारा अतिशीघ्र राहत राशि जारी की जाएगी। प्रभावित किसानों को राहत राशि वितरित करने के लिए उपायुक्तों को तहसील अनुसार वितरण कार्यक्रम बनाने के लिए कहा गया है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये गये हंै।
प्रदेश में सार्वजनिक भूमि पर धार्मिक संस्थाओं द्वारा किये गये अनाधिकृत निर्माण को हटाने, अन्य स्थान स्थापित करने और नियमित करने की नीति के क्रियान्वयन की स्थिति पर विचार विमर्श करते हुए कुछ उपायुक्तों ने बताया कि उन्होंने ढांचे हटाने के लिए जैसा सम्भव हुआ है। कार्यवाही की है और वे नीति के अनुसार इन्हें अन्य स्थानों पर स्थापित करने और नियमित करने के लिए कार्यवाही कर रहे हैं। वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, राजस्व उपायुक्तों द्वारा नीति मार्गदर्शन का अनुसरण करके कानून के अनुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने से प्रभावित हुए।
    कान्फं्रेस के दौरान हरियाणा भूमि सुधार सूचना प्रणाली (हैलरिस), हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली (हैरिस), रैवन्यू मामलों की स्थिति तथा कोर्ट केस मोनिटरिंग सिस्टम के क्रियान्वयन तथा प्राकृतिक आपदाओं के लिए राहत वितरण की समीक्षा पर भी चर्चा की गई।
    हरियाणा सरकार द्वारा तहसीलों में भूमि रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकरण के लिए विजुअल बैसिक  सर्वर बेसड सॉफ्टवेयर सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर एनआईसी हरियाणा राज्य इकाई द्वारा विकसित किया गया है और सभी उपायुक्तों दिसम्बर, 2010 तक सभी जमाबंदी ऑनलाइन करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त, वर्तमान ऑनलाइन जमाबंदियों का नियमित रूप से अद्यतन करने पर भी बल दिया गया। इसके अतिरिक्त हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली भी एनआईसी हरियाणा द्वारा विकसित की गई है। इस प्रणाली का उद्देश्य एकल खिड़की सेवा प्रदान करना, समयबद्घ पंजीकरण, पारदर्शी और विश्वसनीय कार्य प्रणाली सुनिश्चित करना है। यह पंजीकरण से सृजित राजस्व के परिवीक्षण का एक औजार है।

माता-पिता के साथ नहीं, मैं तो प्रेमी संग जाऊंगी

डबवाली (लहू की लौ) गांव पाना से सोमवार रात को रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हुई 20 वर्षीय युवती को गांव मांगेआना के खेतों से पुलिस ने बरामद करके अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे नारी निकेतन भेजने के आदेश दिये।
थाना सदर के कार्यकारी प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि गांव पाना के मिट्ठू सिंह की बेटी भूपिन्द्र कौर (20) सोमवार की रात को लगभग 12 बजे घर से गायब हो गई। लेकिन मंगलवार सुबह गांव मांगेआना के भूपिन्द्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के खेतों में संदिग्ध अवस्था में एक लड़की घूम रही है। इसी आधार पर पुलिस ने मौका पर पहुंच कर लड़की को बरामद कर लिया। लड़की ने अपना नाम भूपिन्द्र कौर पुत्री मि_ू सिंह निवासी पाना बताया। जिसकी सूचना लड़की के माता-पिता को दी गई। इधर लड़की ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से अपने ही गांव के अवतार सिंह के साथ आई थी और वह उसी के साथ रहना चाहती है। ब्यानों के आधार पर पुलिस ने लड़की को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने 164 सीआरपीसी के तहत लड़की के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद लड़की को नारी निकेतन करनाल भेजने के आदेश दिये। इस मौके पर उपस्थित भूपिन्द्र कौर की माता जसविन्द्र कौर (45) पत्नी मिट्ठू सिंह ने बताया कि उसकी लड़की पिछले दो वर्ष से मानसिक रूप से परेशान है और उसे अक्सर मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और अक्सर वह दौरे के बाद अपनी सुधबुध खो बैठती है।

दो बाईक चोर काबू, जेल भेजे

डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने बाईक चोर गिरोह के दो सदस्यों को काबू करने में सफलता अर्जित की है। जबकि गिरोह का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि बाईक चोर गिरोह के तीन सदस्य डबवाली में घूम रहे हैं। उनके पास चोरी का एक बाईक भी है। वे यहां ग्राहक की तालाश में हैं। मौका पर दबिश दी जाए तो उन्हें पकड़ा जा सकता है। उन्होंने हवलदार खेता राम के नेतृत्व में एक टीम गठित करके मौका पर भेजा।
थाना प्रभारी के अनुसार टीम ने 22 अगस्त को डॉ. गुलाटी अस्पताल वाली रोड़ पर दबिश दी तो चोरी के बाईक सहित एक युवक को काबू कर लिया। जबकि उसके दो अन्य साथी पुलिस को देखकर भाग निकले। पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान जसकरण उर्फ जस्सा (23) निवासी क्खांवाली (पंजाब) के रूप में करवाई। आरोपी को अदालत में पेश किया गया। यहां से उसका एक दिन का रिमांड प्राप्त हुआ। आरोपी जसकरण सिंह को निशानदेही के लिए मलोट रोड़ की ओर लेजाया जा रहा था। इसी दौरान रेलवे फाटक के नजदीक उसने अपने एक अन्य साथी को देख लिया। जिसे पुलिस ने दबोच लिया। पकड़े गए दूसरे आरोपी ने अपनी पहचान प्रविन्द्र सिंह (19) निवासी क्खांवाली के रूप में करवाई। एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि गिरोह के मुखिया की पहचान कुलविंद्र सिंह (26) निवासी क्खांवाली के रूप में हुई है। वह बाईक चोरी में पकड़े गए जसकरण का बड़ा भाई है। पुलिस आरोपी की तालाश कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बरामद हुआ मोटरसाईकिल गांव डबवाली के राजदीप सिंह बराड़ का है। आरोपी बीती 4 अगस्त को इसे कलोनी रोड़ से चुरा ले गए थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों को मंगलवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए।

नोट छीन भागी युवती

डबवाली (लहू की लौ) सार्वजनिक स्थानों पर असामाजिक तत्वों की गतिविधियां जारी हैं। मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए लाईन में लगी एक महिला के हाथ में पकड़ा नोट छीनकर एक युवती फरार हो गई। महिला के पति ने काफी शोर मचाया। लेकिन वहां खड़े लोग मूकदर्शक बने रहे। गली संतोषी माता मंदिर वाली में रहने वाले सुभाष सेठी (40) ने बताया कि रक्षाबंधन पर अपने भाई को राखी बांधने के लिए उसकी पत्नी सीमा (38) ने बेटियों रिया (16) और रजनी (14) के संग जैतो मण्डी जाना था। वह उन लोगों को रेलगाड़ी पर चढ़ाने के लिए रेलवे स्टेशन पर आया हुआ था। टिकट के लिए उसकी पत्नी विंडो पर खड़ी थी और उसने हाथ में सौ रूपए का नोट पकड़ रखा था। अचानक एक 20-22 साल की युवती ने सीमा के हाथ में पकड़ा नोट छीन लिया और भाग गई। उसने पीछा करके युवती को दबोच लिया। स्टेशन पर खड़े लोगों को भी उसने उपरोक्त घटनाक्रम के बारे में बताया लेकिन उसकी सहायता के लिए कोई आगे नहीं बढ़ा। मौका पाकर लड़की बठिंडा जाने के लिए खड़ी गाड़ी में जा बैठी और फरार हो गई। इस संबंध में जब स्टेशन मास्टर महेश सरीन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे मिनट-दर-मिनट अनाऊंसमेंट करवाकर रेल यात्रियों को सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दे रहे हैं।

चोरी की गुत्थी सुलझाई

डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने धालीवाल नगर स्थित वेद प्रकाश मास्टर के हुई चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार करने और चोरी हुआ समान बरामद करने में सफलता हासिल की है।
थाना शहर के एएसआई तथा जांच अधिकारी  कैलाश चन्द्र ने बताया कि 16-17 अगस्त को धालीवाल नगर स्थित मास्टर वेद प्रकाश के घर के बाहर खड़ी स्कूल वैन से डीजल और स्कार्पियों कार से बैंटरी,एलसीडी,डीवीडी अज्ञात ने चुरा ली थी।
वेद प्रकाश के ब्यान पर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने जांच के दौरान इस चोरी के आरोप में गांव डबवाली के पाल उर्फ पालू (40)पुत्र सीता राम तथा गांव दारेवाला के श्रवण (24) पुत्र जगदीश  को गिरफ्तार करके उन से चुराये गये समान को बरामद करने के बाद आरोपियों को पुलिस ने उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनो को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।

ईक कुड़ी पंजाब दी 17 सितंबर को होगी रिलीज

बठिंडा (प्रवीण सिंगला) पंजाबी फिल्म ईक कुड़ी पंजाब दी 17 सितंबर को रिलीज होने जा रही है तथा यह फिल्म पंजाबी सभ्यता, पंजाबियत के रंग में रंगी हुई साफ सुथरी पारिवारिक फिल्म है। यदि पंजाब के लोग, खासकर युवा वर्ग इस फिल्म को देखेगा तो फिल्म की टीम अपने आपको भागों वाली समझेगी।
इन बातों का प्रगटावा आज स्वामी विवेकानंद गल्र्ज कॉलेज में फिल्म के मुख्य कलाकार तथा प्रसिद्ध पंजाबी गायक नौजवान दिलों की धड़कन अमरेंद्र गिल ने किया। उनके साथ सह कलाकार, प्रसिद्ध पंजाबी कॉमेडियन राणा रणवीर, प्रसिद्ध पंजाबी गीतकार अमरदीप  गिल, प्रसिद्ध थियेटर कलाकार और रंगकर्मी टोनी बातिश, पत्रकार तथा गीतकार हरिंद्र भुल्लर भी उपस्थित थे। इस मौके कॉलेज की छात्राओं को संबोधन करते हुए अमरेंद्र गिल ने बताया कि यह फिल्म मशहूर नाटककार स.गुरशरण सिंह को समर्पित है। जबकि फिल्म के निर्माता निर्देशक मनमोहन सिंह हैं जिनके द्वारा मुंडे यूके दे फिल्म में उनको सह कलाकार का किरदार दिया गया था और उस किरदार में उनके द्वारा अच्छी मेहनत करने के फल के तौर पर स.मनमोहन सिंह ने उनको आने वाली इस ईक कु ड़ी पंजाब की फिल्म में मुख्य कलाकार की भूमिका दी है।
इस मौके उन्होंने छात्राओं की इच्छाओं के मुताबिक अपने गीत भी अपनी सुरीली आवाज में सुनाए।  इस मौके राणा रणबीर ने बताया कि उनका इस फिल्म में शरारती रोल है और फिल्म के डॉयलॉग भी उनके द्वारा लिखे गये हैं जबकि नौजवान पीढ़ी पर आधारित एक गीत भी उनके द्वारा लिखा गया फिल्म में सुनने को मिलेगा। उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि यह गीत सुनने के लिए ओरिजनल कैसटें ही खरीदी जाएं क्योंकि डुप्लीकेट कैसटों में यह गाना नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इस फिल्म की प्रमोशन के लिए बठिंडा आने का मतलब है कि इस फिल्म की हीरोईन जसपिंद्र चीमा बठिंडा से बिलांग करती है और फिल्म में किरदार भी बठिंडा से संबंधित हैं और यह फिल्म देखकर बठिंडा वाले सीना चौड़ा करके घूमा करेंगे कि बठिंडा भी किसी से पीछे नहीं है। अमरदीप गिल ने बताया कि इस फिल्म का टाईटल सांग उनके द्वारा लिखा गया है जबकि एक सैड सांग भी है। फिल्म में सुखजिंद्र छिंदा द्वारा म्यूजिक दिया गया है जबकि निम्मा लोहारका के भी गीत इस फिल्म में हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में गग्गू गिल, दीप ढिल्लों, किम्मी वर्मा, अमन धालीवाल, कंवलजीत सिंह, गुरप्रीत घुग्गी तथा नवनीत निशान मुख्य सितारे हैं। उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह जो फिल्म के निर्माता निर्देशक हैं जो एक अच्छे कैमरामैन भी हैं जिनके द्वारा दिल वाले दुल्हनियां ले जायेंगे, बेताब, चांदनी, लम्हें, डर जैसी हिंदी फिल्मों का फिल्मांकन भी किया गया है।
इस मौके कॉलेज की पिं्रसीपल मैडम राज गुप्ता ने पहुंचे हुए कलाकारों का भारी स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि पंजाबी कलाकारी में प्रसिद्ध नाम रखने वाले अमरेंद्र गिल, राणा रणबीर, अमरदीप गिल और उनकी टीम ने आज उनके कॉलेज में पहुंचकर कॉलेज को बनता सम्मान दिया है और उनको धन्यवाद का पात्र बनाया है। उन्होंने ऐलान किया कि इस फिल्म को उनके कॉलेज की पूरी टीम सहित छात्राऐं देखेंगीं।

अब नम्बरदार कर सकेंगे फ्री बस यात्रा

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के परिवहन मंत्री ओम प्रकाश जैन ने आज कहा कि हरियाणा राज्य परिवहन आम लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है। अब कोई भी व्यक्ति बस पास बनवा सकता है। जन साधारण को सुरक्षित व आरामदायक परिवहन सेवाएं मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना के तहत लड़कियों के लिए मास में केवल 20 दिन का एक तरफा मासिक किराया लेकर बस पास बनाकर स्पेशल बस यात्रा सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार हरियाणा सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल,कालेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत्त विद्यार्थियों को रोड़वेज की सामान्य बसों में 60 कि०मी० तक यात्रा करने के लिए 6 माह का रियायती पास बनवाने की सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार सरकारी कर्मचारियों को एक मास में 35 टिकटों का किराया लेकर बस पास बनवाने की सुविधा दी गई है।
इसी प्रकार, अर्जुन अवार्ड विजेता, ओलम्पिक व राज्य पुरस्कार विजेता खिलाडियों, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाक ारों के अलावा नम्बरदारों को तहसील कार्यालय द्वारा जारी किए गए कूपन दिखाने पर मास में दो बार घर से जिला मुख्यालय तक तथा 10 बार तहसील कार्यालय तक हरियाणा परिवहन की बसों में आने जाने की नि:शुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की गई है।
जैन ने बताया कि 25 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले भूतपूर्व सैनिकों को भी हरियाणा परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा उपलब्ध करवाकर सरकार ने एक अनूठी पहल की है।

युवाओं में अंग्रेजी भाषा स्किल अपग्रेड करने के लिए जिला में चलेगा कार्यक्रम

सिरसा। यूथ एनर्जी मैनेजमेंट कार्यक्रम के तहत ब्रिटिश कोंसिल, कांफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) तथा सीटी एंड गिल्ड (यूके)द्वारा सिरसा जिला के युवाओं में अंग्रेजी भाषा में स्किल अपग्रेड करने तथा व्यावसायिक शिक्षा में प्रशिक्षण देने के लिए कार्यक्रम शुरु किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां जिला उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने ब्रिटिश कौंसिल द्वारा आयोजित बैठक में जिला के अंग्रेजी प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए दी। इस कार्यक्रम को शत् प्रतिशत सफल बनाने के लिए विभिन्न राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत अंग्रेजी के कनिष्ठ प्राध्यापकों का सहयोग लिया जाएगा।
कांथन ने बताया कि यूथ एनर्जी मैनजमेंट कार्यक्रम के लिए पूरे देश में सिरसा और सीतापुर (उत्तर प्रदेश)जिलों का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए शिक्षा में पिछड़ेपन के आधार पर इन जिलों का चयन किया गया है। हालांकि यह कार्यक्रम सबसे पहले सिरसा जिला में ही पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया गया है। इसके बाद सीतापुर में सिरसा की तर्ज पर शुरु किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए ब्रिटिश कोंसिल द्वारा जिला के तीस से भी अधिक प्राध्यापकों को अंग्रेजी भाषा में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए सिरसा मुख्यालय में अंग्रेजी भाषा की लैब स्थापित की जाएगी जिसमें ब्रिटिश कोंसिल के मास्टर ट्रेनर प्राध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्थानीय बहुतकनीकी महाविद्यालयों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राध्यापकों और अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

पुलिस थाने होंगे ऑनलाईन-कांडा

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के गृह एवं राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा ने कहा कि 48 करोड़ रुपए के राशि खर्च करके प्रदेश के सभी 250 पुलिस थानों को इंटरलिंक कर ऑनलाइन किया जाएगा। कांडा मंगलवार को सिरसा के मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुनकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में इंटरलिंक के प्रथम चरण का कार्य पूरा हो चुका है। सभी पुलिस थानों में कंप्यूटर आदि की सुविधा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी सभी पुलिस थानों को ऑनलाइन किया जाना है। यह सुविधा शुरु होने के बाद विभाग के अधिकारियों को अपराधियों की धरपकड़ में मदद मिलेगी यानी कोई भी अपराधी देश के किसी भी हिस्से में छुप नहीं पाएगा। सभी अपराधियों का रिकार्ड ऑनलाइन होगा। किसी भी पुलिस थाने में अपराधी की हिस्ट्री का पता लगाकर उसे बिना किसी विलंब के गिरफ्तार किया जाएगा।
कांडा ने बताया कि यह योजना पूरे देश में लागू की जा रही है। योजना के तहत देश के लगभग 15 हजार से भी अधिक पुलिस थानों को इंटरलिंक किया जा रहा है। इस योजना के तहत जेल, अदालतों व अन्य कई विभागों को भी जोड़ा जाएगा। हरियाणा में यह कार्य आगामी 2011 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक के इस कार्य के लिए राज्य में मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति द्वारा इस कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में कंप्यूटर स्थापित होने से सभी एफआईआर कंप्यूटर से दर्ज की जा रही है। अब अदालतों में भी चालान कंप्यूटर से पिं्रट करके निकालकर पेश किए जा रहे है। सभी थानों में कार्यरत कर्मचारियों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक करने के दूसरे फेज में नेटवर्किंग का कार्य किया जाना है। इस योजना के लागू होने से अपराधियों को पकडऩे में सुविधा होगी ही साथ ही साथ अपराधों में भी कमी आएगी। कांडा ने बताया कि प्रदेश में पब्लिक और पुलिस में बेहतर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से  सभी जिला में एक-एक थाने को मॉडल थाना बनाया गया है जिन्हें आई.एस.ओ प्रमाणित  करवाया गया है। पूरे प्रदेश में अब तक दो दर्जन से भी अधिक थानों को आईएसओ प्रमाणित करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सभी थानों में शिकायत दर्ज करवाने के लिए कमप्लेंट विंडो सिस्टम शुरु किया गया है जिसके माध्यम से थानों में आने वाली सभी शिकायतों को कम्यूटराईजड कर पंजीकृत किया गया है। शिकायत दर्ज करवाने वाले को शिकायत नंबर और उसकी रसीद भी दी जा रही है। आई.एस.ओ के मापदंडों के अनुसार थानों का पूरा रिकार्ड व्यवस्थित रखा गया है। थानों में रखे सभी 25 तरह के रजिस्ट्ररों को पूरी तरह तिथि वार व्यवस्थित रखा गया है।
उन्होंने बताया कि आई.एस.ओ प्रमाणित थानों में सफाई की भी विशेष व्यवस्था है। शिकायत करवाने वाले लोगों के बैठने के लिए वेटिंग रुम तथा वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है।