25 जुलाई 2010

ब्रि‍टि‍श सांसद ने उठायी भारत को कोहि‍नूर लौटाने की मांग

लंदन | भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज चाहते हैं कि कोहिनूर हीरे को भारत को लौटा दिया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से आग्रह किया है कि वह अगले सप्ताह अपनी भारत यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा करें।
वाज ने कहा, "मेरा मानना है कि कोहिनूर मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री के पास यह सही मौका है। जिस देश से 161 साल पहले यह कोहिनूर यहां आया था, उसे यह लौटा देना उपयुक्त होगा।"
उन्होंने कहा कि इस बहुमूल्य रत्न को भारत को लौटाने से यह संदेश जाएगा कि नई गठबंधन सरकार भारत के साथ सहयोग के नए युग में प्रवेश करने की इच्छुक है।
वाज ने कहा, "यह कदम भारत-ब्रिटेन संबंधों को निश्चित रूप से एक नए युग में पहुंचा देगा। कोहिनूर को भारत में प्रदर्शित करने या हमेशा के लिए लौटा देने पर यदि प्रधानमंत्री चर्चा के लिए तैयार हैं तो वह निश्चित रूप से सभी भारतीयों का दिल जीत लेंगे।"
वर्ष 1849 में पंजाब क्षेत्र के शासक दलीप सिह की हार के बाद कोहिनूर को इंग्लैण्ड ले जाया गया था। लाहौर समझौता संधि के रूप में इस रत्न को महारानी विक्टोरिया को समर्पित कर दिया गया था।
आजादी के बाद इसे भारत लौटाने के लिए कई बार आग्रह किया गया। सबसे हालिया आग्रह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पिछले महीने किया। इसके लिए यूनेस्को और इस क्षेत्र के अन्य देशों के समर्थन से एक संयुक्त अभियान चलाने की भी योजना है।
ब्रिटिश सरकार ने हालांकि इस मांग को खारिज करते हुए तर्क दिया है कि इस हीरे को 'वैध तरीके से अधिग्रहित' किया गया था। इसके पक्ष में ब्रिटिश संग्रहालय अधिनियम 1963 का उल्लेख किया जाता है, जो सरकार को इसे वापस करने से रोकती है।

मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे : शाह


अहमदाबाद, 25 जुलाई | सोहराबुद्दीन कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री अमित शाह रविवार दोपहर अचानक मीडिया के सामने उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि वह सीधे सीबीआई कार्यालय जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत, मनगढ़ंत और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के निर्देश पर सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप-पत्र तैयार किया है।
शाह ने सीबीआई को दिए जाने वाले अपने बयान की वीडियो रिकार्डिग कराने और उसे आवश्यकता होने पर न्यायालय में पेश किए जाने की मांग की।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि न्यायपालिक में उनका पूरा भरोसा है और सीबीआई ने अगर उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके लिए सभी कानूनी रास्ते खुले हैं।
शाह ने मीडिया को तथ्यों की पड़ताल के बाद रिपोर्टिग करने की सलाह देते हुए कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को फर्जी मुठभेड़ का आरोपी बनाकर जेल भेजा गया है, उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करीब 400 लोगों को पकड़कर जेल भेजा है। मीडिया ने इस तथ्य की अनदेखी की।
शाह ने आरोप लगाया कि उनसे पूछताछ से पहले ही सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर लिया था। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। शाह ने गुजरात की जनता के नाम एक पत्र भी जारी किया।

जुआरियों ने पुलिस को पीटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में एक ढाणी पर जुआ खेल रहे लोगों को पकडऩे गई आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस पर ढाणी के निवासियों और जुआ खेल रहे लोगों ने हमला कर दिया। जिसके चलते पुलिस को अपनी जान-बचाकर वहां से भागना पड़ा। लेकिन इसके बावजूद भी पांच जुआरी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को मुखबरी मिली थी कि गांव चौटाला की ढाणी झण्डू राम में शाम को हर रोज हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के जुआरी जुआ खेलते हैं। जिसमें लाखों रूपए के दांव लगाए जाते हैं। ये लोग असर-रसूख वाले हैं। ढाणी का मालिक झण्डू राम जुआ खेलाने की एवज में जुआरियों से मोटी रकम वसूलता है। मुखबरी के आधार पर उनके नेतृत्व में आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने दल-बल के साथ शुक्रवार की शाम को झण्डू राम की ढाणी पर दबिश दी और मौका पर करीब 14 लोगों को ताश पर जुआ खेलते हुए पाया।
एसआई ने आगे बताया कि पुलिस को देखकर जुआ खेल रहे लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस ने जुआ खेल रहे लोगों को हिरासत में लेकर उनकी तालाशी लेनी शुरू कर दी। मौका पर पुलिस को ताश और 39 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए। पुलिस का तालाशी अभियान चल रही रहा था कि जुआरियों ने पुलिस दल पर हल्ला बोल दिया। पुलिस आने की सूचना पाकर ढाणी के अन्य लोग भी लाठियों और तेजधार हथियारों से लैस होकर वहां आ गए। उन्होंने भी हमला कर रहे जुआरियों का साथ देते हुए पकड़े गए पांच साथियों को पुलिस से छुड़वाने का प्रयास किया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने अपनी पहचान बलदेव (32) पुत्र मनोहर लाल वार्ड नंबर 18, संगरिया (राजस्थान), सतपाल (38) पुत्र बाबू लाल निवासी पिपली, इन्द्रपाल (45) पुत्र लीलाधर निवासी चौटाला, गोरीशंकर (40) पुत्र दीनानाथ निवासी पिपली व सुरजीत (32) पुत्र ठाकर सिंह निवासी संगरिया राजस्थान के रूप करवाई। इन लोगों पर थाना सदर पुलिस डबवाली ने एसआई बैनीवाल की शिकायत पर जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज करके शनिवार को डबवाली की अदालत में पेश किया।
इधर पुलिस ने पुलिस पार्टी से हाथापाई करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने आदि धाराओं के तहत ढाणी मालिक झण्डू राम पुत्र वीरू राम, तारा चन्द पुत्र वीरू राम, राजू पुत्र झण्डू राम, रणजीत पुत्र झण्डू राम, लाल चन्द पुत्र झण्डू राम, झण्डू राम की पत्नी व दो-तीन अन्य नामालूम महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त मौका पर जुआ खेल रहे और पुलिस पार्टी पर हमला करने के बाद फरार हो गए राजू पुत्र बनवारी लाल निवासी चौटाला, काली पुत्र ट्टिटी अरोड़ा निवासी चौटाला, स्वर्ण बिश्नोई निवासी जण्डवाला बिश्नोईयां, बिट्टू निवासी सिक्खवाली, प्रधान गट्टू यूनियन मटीली, दाना राम उपसरपंच नीलांवाली, तारा चन्द, मास्टर जी कुरंगावाली, सुरेन्द्र पूनियां निवासी अबूबशहर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी दो भाईयों को थाना शहर पुलिस ने शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। इधर अदालत ने पीडि़त महिला के 164 सीआरपीसी के तहत ब्यान भी दर्ज कर लिए।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि पीडि़त सिरसा की प्रेम सिंह ढाणी से बाढ़ के कारण उजड़ कर आए परमिन्द्र सिंह के मजदूर परिवार को गांव शेरगढ़ में पिरथी सिंह ने शरण दी थी। लेकिन उसके दो बेटों ने शरण को कलंकित करते हुए परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी की अस्मत लूट ली और रजनी ने ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस तक अपनी पहुंच बनाई। पुलिस ने पीडि़ता के ब्यान पर शुक्रवार को मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी थी। आज शाम को आरोपी हरदीप सिंह तथा सोनू  पुत्रान पिरथी सिंह निवासी शेरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि पीडि़ता ने अदालत में प्रस्तुत होकर 164सीआरपीसी के तहत उसके साथ हुए बलात्कार के ब्यान भी कलमबद्ध करवाए।

अब तक पकड़े 11 भगौड़े

डबवाली। जिला पुलिस द्वारा माह जुलाई की अवधि के दौरान उद्घोषित अपराधियों, पैरोल जम्परों, पुलिस हिरासत से भगौड़ों तथा बेलजम्परों के विरुद्ध जोरदार अभियान चलाया गया। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस को सार्थक परिणाम मिले। जिला पुलिस द्वारा जुलाई माह की अवधि में अब तक के दौरान 11 भगौड़ों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों में से दो पुलिस हिरासत से भागे भगौड़े भी शामिल हैं, जिनको महत्वपूर्ण सुराग जुटाकर गिरफ्तार कर संबंधित अदालतों में पेश कर पुन: जेल भेजा गया। इस अवधि के दौरान तीन उद्घोषित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक कुख्यात तस्कर मेजर सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी बुर्ज कर्मगढ़ जिला सिरसा का नाम भी शामिल है। जुलाई माह में अब तक की अवधि के दौरान जिला जेल से पैरोल छुट्टी बीत जाने के बाद फरार हुए तीन लोगों को जिला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, जिनमें जिला के गांव अरनियांवाली का रामचन्द्र, रघुआना का अवतार सिंह तथा मिठनपुरा के अंग्रेज सिंह का नाम शामिल है। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस द्वारा अपने मुखबिरों का जाल फैलाकर पांच बेलजम्परों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों के विरुद्ध जिला के विभिन्न थानों में विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत अभियोग दर्ज थे तथा इनके नाम जिला की उद्घोषित व बेलजम्पर सूची में शामिल थे।

ग्रामीण लोक अदालत आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गांव मौजगढ़ के राजकीय विद्यालय में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह तथा न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं सचिव उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति अमरजीत सिंह ने की।
इस मौके पर महावीर सिंह की अदालत के कुल 54 केस प्रस्तुत हुए। जिसमें से 31 का मौका पर निपटारा कर दिया गया। जबकि अमरजीत सिंह की अदालत के 56 केस प्रस्तुत हुए जिसमें से 30 का निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर राजेन्द्र कुमार तहसीलदार की प्रशासनिक अदालत में कुल 34 इंतकाल प्रस्तुत हुए। सभी को मौका पर निपटारा कर दिया गया।
एडवोकेट कुलवन्त सिंह, सुखबीर बराड़ ने उपस्थित ग्रामीणों को लोक अदालतों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एडवोकेट एसके गर्ग ने घरेलू हिंसा से स्त्रियों की सुरक्षा अधिनियम 2005 तथा मनरेगा के बारे में अपने विचार रखे। इस मौके पर मंच का संचालन एडवोकेअ युधीष्ठिर शर्मा, इन्द्रपाल बिश्नोइ्र, हंसा सिंह कानूनगो, हरमेश पटवारी, रामसरूप मैहता, जितेन्द्र दंदीवाल, महिपाल सिंह, ओपी गांधी, विनोद बिश्नोई, बलजीत सिंह, रमेश बिश्नोई, इन्द्रजीत, गुरप्रीत बराड़, बीएस सूर्या, राजेश यादव, चरणजीत सिधू, कंवलजीत कम्बोज, जसविन्द्र सिंह, राधेश्याम, एससी शर्मा, वाईके शर्मा, शविन्द्र सिंह, गांव मौजगढ़ के हनुमान नम्बरदार, हरदम पटवारी, अमरीक बैनीवाल आदि उपस्थित थे।

लूट की योजना बनाते तीन गिरफ्तार

सिरसा। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने गत रात्रि सदर थाना के खाजाखेड़ा गांव क्षेत्र से लूट की योजना बनाते तीन युवकों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किये गये युवकों की पहचान मोहित पुत्र देवेन्द्र कुमार, मोनू पुत्र रूड़की सिंह व ललित पुत्र हरी चंद निवासी हरनाथपुर जिला गाजियाबाद (यूपी) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक 38 बोर का रिवाल्वर तथा एक कारतूस, एक लोहे की पाईप, एक लोहे की राड़ व एक बैटरी  भी बरामद की है। आरोपियों के विरुद्ध थाना सदर सिरसा में भादसं की धारा 398/401 के तहत अभियोग दर्ज कर दिया गया है।
सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान सीआईए सिरसा की एक पुलिस टीम जिसमें सहायक उपनिरीक्षक रमेश, ओमप्रकाश, रणसिंह, त्रिलोक सिंह व सिपाही रतन सिंह शहर के रानियां रोड क्षेत्र में मौजूद थे। इसी दौरान सीआईए की टीम को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ युवक रात के अंधेरे में खाजाखेड़ा क्षेत्र में सड़क के किनारे बने एक मकान के पास खड़े होकर आने-जाने वाले वाहनों को लूटने की फिराक में हैं। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर सीआईए की पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को हथियारों समेत काबू कर लिया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा उनसे पूछताछ के दौरान चोरी की कई अन्य वारदातों की परतें खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।