21 सितंबर 2009

ब्रिटेन में सबसे छोटा संदिग्घ अपराधी


लंदन : पुलिस की जांच के बाद ब्रिटेन में तीन साल का एक बच्चा संदिग्घ अपराघी माना गया है। पुलिस की जांच में इस बच्चो को अव्यवस्था और जानबूझकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति का पाया गया है। यह बालक पांच वर्ष और उससे कम उम्र के उन 10 बच्चों में शामिल है, जिनके खिलाफ मई के बाद यौन अपराघों सहित विभिन्न आपराघिक मामलों की जांच की गई थी।
"द संडे टाइम्स" ने आघिकारक आंकडों के हवाले से रविवार को यह रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसमें बताया गया है कि स्ट्राथक्लाइड में गर्मी के दौरान एक घर की संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की शिकायत पर पुलिस अघिकारी इस बालक के घर जांच के लिए गए थे। आंकडो से यह भी पता चला है कि जून में बेडफोर्डशायर से गिरफ्तार छह साल का बच्चा सबसे कम उम्र का अपराघी है। इसे जून में चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सबसे चौकाने वाली बात यह है कि ब्रिटेन में पिछले 10 साल से कम उम्र के बच्चों द्वारा 6000 से ज्यादा अपराघ किए गए। इनमें नौ साल के एक बच्चें को दुष्कर्म का दोषी पाया गया था। बच्चों में तजी से बढती आपराघिक प्रवृत्ति ने अपराघ और सामाजिक कार्यकर्ताओं की चिंता बढा दी है। ये बच्चे इतनी कम उम्र के है कि इन पर न तो अपराघ की जवाबदेही तय की जा सकती है, न मुकदमा चलाया जा सकता और न ही इन्हे गिरफ्तार किया जा सकता है।

अबोध बालिका से बलात्कार

डबवाली (लहू की लौ) गांव लोहगढ़ में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का मामला थाना सदर पुलिस के पास आया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव लोहगढ़ निवासी श्रीचन्द ने अपने एक पड़ौसी के बेटे छिन्दा पुत्र प्रेम चन्द पर आरोप लगाया है कि उसने उसके घर में घुस कर उसकी 13 वर्षीय बेटी के साथ मुंह काला किया और उसकी चीख-पुकार सुन कर गांव के लोगों ने लड़की को लड़के की चंगुल से मुक्त करवाया। शिकायतकर्ता के अनुसार वे शनिवार को खेत में काम करने के लिए गये हुए थे और घर पर उसकी 13 वर्षीय लड़की तथा पांच वर्षीय बेटा राजेन्द्र था। दोपहर को करीब 2 बजे उनके पड़ौसी प्रेम चन्द का लड़का छिन्दा घर में घुसा और बर्तन साफ कर रही उसकी बेटी के मुंह पर हाथ लगाकर उसे अपने घर पर ले गया और वहां जाकर उससे मुंह काला किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार थाना सदर पुलिस ने लड़की के ब्यान पर आरोपी के खिलाफ धारा 376 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।

रक्तदान शिविर आयोजित


डबवाली (लहू की लौ) यहां के लायंस क्लब सुप्रीम की ओर से शिव शक्ति ब्लड बैंक सिरसा के सहयोग से तनसुखदास बिहारी लाल धर्मशाला में रविवार को रक्तदान शिविर लगाया गया। डॉ. आर.एम. अरोड़ा की टीम ने रक्त संग्रह किया। शिविर की शुरूआत सचिव राजकुमार मिढ़ा ने अपनी धर्मपतनी सुमन मिढ़ा के साथ रक्तदान करके की। एक अन्य महिला दर्शना ग्रोवर ने भी रक्तदान किया। शिविर में क्लब के प्रधान डॉ. विनय सेठी के साथ-साथ बी.एस. अरोड़ा, गुरदीप कामरा, संजय कटारिया, विपिन अरोड़ा, संदीप जिन्दल एवं राजेन्द्र जैन ने भी रक्तदान किया। रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुकेश कामरा, सुधा कामरा, प्रेम सिंह सेठी, सिम्पा जैन, सुरेन्द्र चावला, मनोहर लाल ग्रोवर, राकेश वधवा, सुदेश वर्मा एवं सीमा वर्मा उपस्थित थे

कम्प्यूटर शिक्षकों पर ज्यादतियों के खिलाफ प्रदर्शन


डबवाली (लहू की लौ) कम्प्यूटर एजूकेशन एण्ड सोशल वैल्फेयर सोसायटी के सभी प्रशिक्षित व डिग्री धारकों व अन्य डिप्लोमा धारकों ने रविवार को अनाज मण्डी रोड़ पर कम्प्यूटर शिक्षकों के साथ हो रही ज्यादतियों के विरोध में हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सोसायटी के प्रधान भजन मैहता ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश सरकार हरियाणा को नम्बर एक राज्य घोषित कर रही है, दूसरी तरफ हरियाणा में सबसे ज्यादा कम्प्यूटर शिक्षक ही हैं जो सबसे बेरोजगार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में कम्प्यूटर एक आवश्यक विषय है, जिसे हरियाणा सरकार अनदेखा कर रही है। मैहता ने यह भी कहा कि सरकार राज्य के प्रत्येक सरकारी विद्यालय में कम्प्यूटर लैब तो प्रदान कर रही है, लेकिन लैब में छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए एक भी कम्प्यूटर डिग्री धारक नहीं है। बल्कि इन विद्यालयों में विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए निजी बेसिक कोर्स किये गये शिक्षक लगाये जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि कम्प्यूटर शिक्षकों को प्रोत्साहित करके रिक्त पड़े पदों को भरा जाये ताकि कम्प्यूटर शिक्षक भी अपना भविष्य सुरक्षित कर सकें। इस अवसर पर सोसायटी के तरूण बिश्नोई, अनिल शर्मा, सुनील सेठी, मकुश शेखावत, पवन मैहता, अंशुल ग्रोवर, विपिन ग्रोवर व अन्य सोसायटी के सदस्य उपस्थित थे।

204 महानुभावों ने किया रक्तदान

डबवाली (लहू की लौ) सन्त निरंकारी मण्डल शाखा डबवाली की ओर से निरंकारी भवन में विशाल रक्तदान शिविर के दौरान एम्स दिल्ली से आई डॉक्टरों की टीम ने 204 यूनिट रक्त एकत्रित किया। यह जानकारी देते हुए सन्त निरंकारी मण्डल शाखा डबवाली के प्रमुख राजकुमार मैहता ने बताया कि इस शिविर का उद्घाटन मण्डल के जोनल इंचार्ज गोविन्द राम टोहाना वालों ने किया। इस रक्तदान शिविर का आयोजन बाबा गुरबचन सिंह की याद में 1980 से लगातार निरंकारी भवन में लगाया जा रहा है। उनके अनुसार बाबा के अन्तिम वचनों के अनुसार मनुष्य का रक्त इंसान की नाडिय़ों की बहना चाहिए, नालियों में नहीं, की पालना करते आयोजित किया जाता है। इस शिविर में सबसे पहले रवि कुमार ने रक्तदान किया। स्थानीय प्रमुख राजकुमार मैहता ने 29वीं बार रक्तदान किया। रक्त एकत्रित करने के लिए एम्स दिल्ली से डॉ. प्रेमचन्द, डॉ. मुकेश, डॉ. बीएस राणा के नेतृत्व में टीम डबवाली पहुंची। रक्तदान शिविर में श्रद्धालुओं के बढ़ चढ़कर भाग लेने से रक्तदानियों ने 204 यूनिट रक्तदान करके मानवता की सेवा में सफलतापूर्वक कदम रखा। इस मौके पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों में से डॉ. सीता राम पूर्व विधायक डबवाली, संदीप चौधरी, सिम्पा जैन, रमेश बागड़ी, राजेन्द्र जैन, हरबिलास निरंकारी उपस्थित थे। शिविर के अन्त में शाखा प्रमुख राजकुमार मैहता ने अरदास की कि यह रक्त जिस भी मनुष्य की नाड़ी में जाये वह कल्याण का ही स्वरूप बने।