09 सितंबर 2009

मुख्यमंत्री के हैलीकॉप्टर ने की इमरजैंसी लैंडिंग

हिसार (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री आज एक निजी हैलीकॉप्टर के द्वारा दिल्ली से मुक्तसर पंजाब के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने हरियाणा के पूर्व राज्यपाल तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री एच.एस. बराड़ को श्रद्धांजलि अर्पित करनी थी। परन्तु मौसम खराब होने के कारण उनका हैलीकॉप्टर हिसार उतारा गया जहां से वह सड़क मार्ग द्वारा दिल्ली के लिये वापिस रवाना हो गये। आज यहां जारी एक पै्रस विज्ञप्ति में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पै्रस सचिव सुरेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिंग एक सामान्य घटना है क्योंकि मौसम के खराब हो जाने पर हैलीकॉप्टर को सुरक्षित स्थान पर उतारा जाता है और ऐसा ही आज भी हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तथा उनके साथ सफर कर रहे सभी सुकुशल और सुरक्षित हैं।

धार्मिक स्थलों का प्रयोग चुनावी मंच के रूप में नहीं किया जाये : चुनाव आयोग

डबवाली (लहू की लौ) भारत के चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों एवं प्रत्याशियों को हरियाणा विधानसभा 2009 के आम चुनावों के दौरान उनके सामान्य आचरण के बारे सुझाव दिए हैं। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सज्जन सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव प्रचार के लिए मस्जिदों, गिरिजाघरों, मंदिरों या अन्य धार्मिक स्थलों का उपयोग मंच के रूप में नहीं किया जाएगा। कोई भी पार्टी या प्रत्याशी ऐसी गतिविधि में संलिप्त नहीं होगा, जिससे विद्यमान मतभेद और अधिक गंभीर हों या आपसी घृणा उत्पन्न होती हो या विभिन्न जातियों एवं समुदायों, धर्र्मों या भिन्न-भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच तनाव उत्पन्न हों। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक पार्टियों की आलोचना करते समय केवल उनकी नीतियों एवं कार्यक्रमों, पिछले रिकार्ड तथा कार्य तक ही सीमित रहना होगा। पार्टियों एवं प्रत्याशियों को अन्य पार्टियों के नेताओं या कार्यकत्र्ताओं के निजी जीवन, जिसका सम्बन्ध उनकी सार्वजनिक गतिविधियों से नहीं है, के विभिन्न पहलुओं की आलोचना करने से बचना होगा। वोट प्राप्त करने के लिए जाति या सामुदायिक भावनाओं के आधार पर अपील नहीं की जाएगी। सभी पार्टियों एवं प्रत्याशियों को ऐसी सभी गतिविधियों से परहेज करना होगा, जो चुनाव कानून के तहत भ्रष्टï या अपराध हैंं, जैसेकि-मतदाता को रिश्वत देना, मतदाताओं को धमकी देना, मतदाताओं का प्रतिरूपण, मतदान केन्द्रों की 100 मीटर की परिधि में प्रचार करना, मतदान समाप्त होने के निर्धारित समय को समाप्त होने वाले 48 घण्टों के दौरान सार्वजनिक बैठकें आयोजित करना तथा मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक ले जाना और वापिस लाना। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के शांतिपूर्ण एवं विघ्ररहित पारिवारिक जीवन के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए चाहे राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी उनके राजनीतिक विचारों या गतिविधियों को कितना भी बुरा मानते हों। लोगों के विचारों एवं गतिविधियों के विरूद्घ विरोध के रूप में उनके घरों के सामने प्रदर्शन करना या धरना देने को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी या प्रत्याशी अपने कार्यकत्र्ताओं को किसी भी व्यक्ति की अनुमति के बिना उसकी जमीन, भवन, चारदीवारी आदि पर झण्डे लगाने, बैनर लगाने, नोटिस चिपकाने, स्लोगन आदि लिखने की अनुमति नहीं देगा। राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके समर्थकों द्वारा अन्य पार्टियों द्वारा आयोजित बैठकों एवं जुनूसें में कोई व्यवधान उत्पन्न न किया जाए। एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकत्र्ताओं या उनके समर्थकों द्वारा अन्य राजनीतिक पार्टी द्वारा आयोजित सार्वजनिक बैठकों में मौखिक या लिखित रूप से प्रश्न पूछक र या अपनी पार्टियों के पैम्फलैटस वितरित करके व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जाएगा जहां एक पार्टी द्वारा बैठकें आयोजित की जा रही हैं, उसके पास दूसरी पार्टी द्वारा जलसे नहीं निकाले जाएंगे। किसी पार्टी द्वारा लगाए गए पोस्टरों को दूसरी पार्टी के कार्यकत्र्ताओं द्वारा हटाया नहीं जाएगा। पार्टी या प्रत्याशी प्रस्तावित बैठक के स्थान एवं समय के बारे स्थानीय पुलिस प्राधिकारियों को समय पर सूचित करेंगी ताकि पुलिस यातायात को नियंत्रित करने तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक प्रबन्ध कर सके । पार्टी या प्रत्याशी बैठक आयोजित किए जाने के प्रस्तावित स्थल पर लागू किसी प्रतिबंध या निषेध आदेश के बारे पहले ही पता लगा लेंगे। यदि ऐसे कोई आदेश हैं, तो वे उसका कड़ाई से पालन करेंगे। यदि ऐसे आदेशों से कोई छूट ली जानी आवश्यक है, तो उसके लिए समय पर आवेदन करना होगा। किसी भी प्रस्तावित बैठक के सम्बन्ध में लाऊड स्पीकर या कोई अन्य सुविधा के उपयोग के लिए अनुमति या लाईसैंस लिया जाना आवश्यक है, तो पार्टी या प्रत्याशी ऐसी अनुमति या लाईसैंस प्राप्त करने के लिए सम्बन्धित प्राधिकारियों को समय रहते आवेदन करेंगे। बैठक के आयोजकों द्वारा बैठक में बाधा उत्पन्न करने या उपद्रव मचाने का प्रयास करने वाले लोगों से निपटने के लिए डयूटी पर तैनात पुलिस की सहायता ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आयोजक स्वयं ऐसे व्यक्तियों के विरूद्घ कार्रवाई नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जुलूस आयोजित करने वाली पार्टी या प्रत्याशी स्थान एवं समय, जहां से और जिस समय जुलूस शुरू होगा, उसका मार्ग तथा जुलूस समाप्त होने के समय एवं स्थान के बारे पहले ही निर्णय ले लेंगे। सामान्य तौर पर कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं होगा। आयोजकों को स्थानीय पुलिस प्राधिकारियों को कार्यक्रम के बारे समय पर सूचित करना होगा ताकि वे आवश्यक प्रबन्ध कर सकें। आयोजक इस बात का भी पता लगाएंगे कि उन स्थलों, जहां से जुलूस निकलेगा, पर कोई प्रतिबन्ध आदेश तो जारी नहीं हैं और जब तक कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा विशेष छूट नहीं ली जाती तब तक वह उन प्रतिबंधों को भी मानेेगा। उन्होंने कहा कि यातायात विनियमों एवं प्रतिबंधों का भी ध्यानपूर्वक पालन किया जाएगा। आयोजक जुलूस के मार्ग के लिए समय रहते कदम उठाएंगे ताकि यातायात में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि जुलूस को इस प्रकार नियोजित किया जाना चाहिए कि जहां तक सम्भव हो सके जुलूस सड़क के दाईं ओर ही रहे तथा डयूटी पर तैनात पुलिस के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए। यदि दो या दो से अधिक राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी एक ही समय पर एक ही मार्ग से जुलूस निकालना चाहें तो आयोजक समय रहते आपस में सम्पर्क करेंगे तथा किए जाने वाले उपायों के बारे निर्णय लेंगे ताकि जुलूसों का आपस में टकराव न हो या उनके कारण यातायात में क ोई व्यवधान उत्पन्न न हो। संतोषजनक व्यवस्था करने के लिए स्थानीय पुलिस की सहायता लेनी होगी तथा इस कार्य के लिए पार्टियांं शीघ्रातिशीघ्र पुलिस से सम्पर्क करेंगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों या प्रत्याशियों द्वारा जुलूस में चलने वाले लोगों द्वारा ले जाई जा रही ऐसी वस्तुएं, जिनका अवांछित तत्वों द्वारा विशेष रूप से जोश के क्षणों में, दुरूपयोग किया जा सकता है, को जहां तक संभव हो सके नियंत्रित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। किसी भी राजनीतिक पार्टी या प्रत्याशी द्वारा अन्य राजनीतिक पार्टियों के सदस्यों या उनके नेताओं के पुतले ले जाना, सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे पुतलों को जलाना और ऐसे ही अन्य प्रदर्शन नहीं किए जाएंगे।

चौटाला ने किया जनविरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान

होडल (लहू की लौ) इनेलो ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए विधिवत रूप से आज चुनाव अभियान का श्रीगणेश करते हुए प्रदेश की जनता से राज्य की भ्रष्ट व जनविरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फैंकने का आह्वान किया है। इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने आज पलवल जिले के होडल विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की और पार्टी प्रत्याशी व पूर्व मन्त्री जगदीश नैयर के समर्थन में एक विशाल चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने लोगों से होडल के प्रत्याशी जगदीश नैयर और हथीन के प्रत्याशी केहर सिंह रावत को भारी मतों से विजयी बनाने का आह्वान किया। कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए श्री चौटाला ने कहा कि आज कांग्रेस सरकार से प्रदेश का कर्मचारी, व्यापारी, किसान, मजदूर व युवाओं सहित हर वर्ग बेहद दुखी और परेशान है। उन्होंने कहा कि आज किसानों की बेशकीमती जमीन कौडिय़ों के भाव अधिग्रहण करके बड़े-बड़े बिल्डरों व भू-माफिया को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़े बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए पहले सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण करने के नाम पर धारा 4 व 6 के नोटिस जारी किए जाते हैं और जब दबाव में आया परेशान किसान अपनी जमीन कौडिय़ों के भाव बिल्डरों को बेच देता है तो सरकार उसी जमीन को न सिर्फ रिलीज कर देती है बल्कि उसी जमीन पर बिल्डरों को लाइसेंस भी दे दिए जाते हैं। इनेलो प्रमुख ने कहा कि एसईजेड के नाम पर हजारों एकड़ जमीन बड़े-बड़े बिल्डरों को रियल अस्टेट का धन्धा करने के लिए दे दी गई है और उसमें से किसी भी बिल्डर ने अभी तक कहीं कोई निर्माण नहीं किया है। उन्होंने कहा कि रिलायंस एसईजेड के नाम पर प्रदेश सरकार ने अरबों रुपए का घोटाला किया है और प्रदेश के हितों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि प्रदेश के उनकी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को न सिर्फ फसलों के पूरे दाम दिए जाएंगे बल्कि जनहित के कार्यों के लिए सरकार द्वारा जो भी जमीन एनसीआर क्षेत्र में अधिग्रहण की जाएगी उसका किसान को कम से कम एक करोड़ रुपए और एनसीआर क्षेत्र से बाहर 50 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। श्री चौटाला ने कहा कि आज बढ़ती महंगाई, सरकारी भ्रष्टाचार, बिजली-पानी संकट और कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर प्रदेश की जनता बेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि किसानों को न तो समय पर खाद मिलती है और न ही बीज मिल रहे हैं और सिंचाई के लिए पानी मिलना तो दूर लोगों को पीने के पानी के लिए भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार से एक युवा को नौकरी देने का वायदा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने सत्ता सम्भालते ही राजनीतिक द्वेष के कारण 25 हजार युवकों को नौकरी से निकालकर युवा वर्ग के साथ भारी अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर न सिर्फ छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को वापिस लिया जाएगा बल्कि प्रदेश के युवाओं को सरकारी अथवा गैर सरकारी नौकरियां उपलब्ध करवाई जाएंगी और प्राइवेट क्षेत्र में भी प्रदेश के युवाओं को नौकरियां दिलाने के लिए 50 फीसदी आरक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं को नौकरी नहीं मिल जाती तब तक हर बारहवीं अथवा इससे ज्यादा शिक्षा हासिल हर युवा को तीन हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। इनेलो प्रमुख ने बादशाहपुर में पार्टी प्रत्याशी व पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत के समर्थन में भी चुनावी सभा को सम्बोधित किया। होडल की जनसभा में इनेलो नेता देवेंद्र चौहान, पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव अलावलपुर, पूर्व मन्त्री जगदीश नैयर, होडल चौबीसी के प्रधान युद्धवीर जैलदार, जिलाध्यक्ष महेंद्र चौहान, लाल रामकिशन सिकरैया, किरण सिंह चौधरी, उदय सिंह सरोत, भूदेव शर्मा, रामदत्त शर्मा, डॉ. किशोर, लाला रमेश चंद सहित पार्टी के अनेक नेता भी मौजूद थे।

न्यायालय के आदेश पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज

सिरसा (लहू की लौ) दहेज प्रताडऩा के आरोप में न्यायालय के आदेश पर सदर थाना पुलिस ने पति, सास व ससुर के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार एकता नगर निवासी सरोज उर्फ पिंकी पुत्री खरैती लाल का विवाह कुछ वर्ष पूर्व किलियांवाली निवासी जगदीश पुत्र नत्थुराम के साथ हुआ था। विवाहोपरांत पिंकी को ससुराल पक्ष द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाने लगा। मामले को निपटाने के लिए अनेकों बार पंचायतें हुईं, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। ससुराल पक्ष द्वारा पिंकी के साथ मारपीट जारी रही। पीडि़ता ने सदर थाना पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। आखिरकार पीडि़ता ने न्यायालय की शरण ली। दायर याचिका में पीडि़ता ने आरोप लगाया कि पति जगदीश, सास बंसो देवी तथा ससुर नत्थुराम और दहेज लाने की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर आरोपियों ने मार-पिटाई शुरू कर दी। आरोप था कि दहेज न लाने की सूरत में ससुराल पक्ष द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। न्यायालय ने सदर थाना पुलिस को पति जगदीश सहित उक्त तीनों लोगों के खिलाफ मारपीट, दहेज प्रताडऩा व जान से मारने की धमकी देने का अभियोग दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।

भाजपा को ढूंढे नहीं मिल रहे उम्मीदवार, बोले अजय चौटाला

सिरसा (लहू की लौ) इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं राज्य सभा सदस्य चौ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर पार्टी ने आदेश दिया तो वह चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो ने 42 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुनावी बिगुल बजा दिया है। चौटाला आज अपने आवास पर पत्रकारवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने आज होडल से चुनावी अभियान शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस में खींचतान जारी है और टिकट की दावेदारी को लेकर पर्यवेक्षकों के समक्ष नंगा नाच हो रहा है। जो लोग चुनाव से पूर्व गुंडागर्दी कर रहे हैं वे जनता के अधिकारों के प्रति कैसे सजग रह सकते हैं। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर सौदेबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 45 सीटों पर दावेदारी जताने वाली भाजपा को उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं जिसकी शिकायत राज्यपाल और मुख्य चुनाव आयोग से की जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बैक डेट में नियुक्तियां और पदोन्नति कर रही है जिसकी शिकायत चुनाव आयोग से शीघ्र ही की जाएगी। उन्होंने एक आजाद उम्मीदवार का नाम लिए बिना कहा कि ऐसे लोग पैसे के बल पर शहर की शांति और भाईचारा खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उक्त लोगों से पार्टी का कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि इनेलो का गठबंधन केवल जनता से है। इनेलो का उदेश्य जनता को कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों से दूर रखना है क्योंकि कांगे्रस जनता का शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस को चुनाव में ही गरीबों की याद आती है। इनेलो का मुकाबला केवल कांगे्रस से है। चौटाला ने कहा कि पार्टी का घोषणा पत्र वायदा नहीं इरादा है जिसे अवश्य पूरा करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इनेलो जनता के सहयोग से बहुमत हासिल कर अवश्य सरकार बनाएगी। विदेश नीति से संबंधित पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि चीन द्वारा घुसपैठ करना सरकार की कमजोर नीति का परिणाम है। सरकार की गलत नीति के चलते पड़ोसी देशों के साथ संबंध अच्छे नहीं रहे। इस मौके पर पदम जैन, कृष्णा फौगाट, आरके भारद्वाज, अमीर चावला, प्रदीप मेहता, महाबीर बागड़ी, डा. हरि सिंह भारी आदि उपस्थित थे।

प्योर फूड इंस्पेक्टर की दस्तक, दुकानें बन्द कर भागे मिलावटखोर

डबवाली (लहू की लौ) प्योर फूड इंस्पेक्टर के मंगलवार देर शाम को अचानक नगर में दस्तक देने से दुकानदारों में हड़कम्प मच गया और कई मिलावटखोर अपनी दुकानें बन्द करके भाग खड़े हुए। प्राप्त जानकारी अनुसार प्योर फूड इंस्पेक्टर सुभाष चौधरी ने यहां के सिविल अस्पताल के डॉ. राजकुमार के साथ अचानक कुछ दुकानों से सैम्पल लिये। जिसमें एक सूजी का, दो देसी घी, एक चाय, नमक, दो वनस्पति घी, खोया बर्फी और आलू भुजिया के नमूने शामिल हैं। प्योर फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि उन्होंने उक्त खाद्य पदार्थो के नमूने राजवन्त सिंह चैनसुख दास, कलोनी रोड़ पर बीकानेरी मिष्ठान भण्डार और सचदेवा ट्रेडिंग कम्पनी से भरे। उन्होंने यह भी बताया कि इन नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्योर फूड इंस्पेक्टर ने सब्जी मण्डी और बस अड्डा पर हलवाईयों तथा सब्जी-फल विक्रेताओं की दुकानों का भी निरीक्षण किया और मौका पर आदेश दिये कि मिठाईयां ढक कर रखी जायें और गले-सड़े फल किसी भी कीमत पर न बेचे जायें। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए प्योर फूड इंस्पेक्टर सुभाष चौधरी ने यह भी बताया कि पिछले महीनों भरे गये खाद्य पदार्थो के नमूनों में से अबूबशहर से लिया गया पारस देसी घी का नमूना मिलावटी पाया गया है। जबकि डबवाली से लिया गया भारत देसी घी का नमूना भी फेल आया है। इसके अतिरिक्त महेश ब्रांड के दलिया, अजवायन, नमक और प्रिंस ऑयल में अनियमितताएं पाई गई हैं। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में केस भी आज दर्ज करवा दिये हैं।

सैन समाज ने दिया कांग्रेस को समर्थन

डबवाली (लहू की लौ) यहां की मैहता धर्मशाला में सैन समाज ने डॉ. केवी सिंह को सम्मान की सूचक पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और साथ में सैन समाज की ओर से चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की। इस मौके पर उपस्थित सैन समाज के ब्लाक प्रधान ओमप्रकाश, बारबर ट्रेड यूनियन के चेयरमैन छत्तर सिंह तथा प्रधान रमेश कुमार ने डॉ. केवी सिंह को पगड़ी पहनाने के बाद सैन समाज की ओर से एक मांग पत्र भी दिया। जिसमें सैन समाज की धर्मशाला के लिये स्थान देने का अनुरोध किया गया। इस मौके पर डॉ. केवी सिंह ने कहा कि डबवाली हल्का के लोगों ने चौटाला की तानाशाही के खिलाफ पहले नगरपालिका में, फिर लोकसभा चुनाव में इनेलो को साफ करके अपना फतवा दिया और अब जो थोड़ा-मोटा आतंक बचा है उसे समाप्त करने के लिए विधानसभा चुनाव में भी इनेलो को साफ करके चौटाला के आतंक को झटका दे दें। उन्होंने सैन समाज के मांग पत्र पर कहा कि कांग्रेस की सरकार फिर से आएगी और सैन समाज को जगह दे दी जाएगी, लेकिन सरकार जगह की तय कीमत समाज को अदा करनी होगी। इस मौके पर संदीप चौधरी, पार्षद रमेश बागड़ी, पवन गर्ग, संजय मिढ़ा, बख्तावर मल दर्दी, चित्रगुप्त छाबड़ा, सुन्दर कण्डा, साहब राम पुहाल, मोहन लाल कौशिक के अतिरिक्त सैन समाज के दर्शन कुमार पप्पू, टेकचन्द, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।

विधवा से बलात्कार

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) अबूबशहर निवासी एक विधवा के साथ दो व्यक्तियों द्वारा जबरदस्ती बलात्कार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। ओढ़ां पुलिस चरणजीत कौर विधवा बीरबल मेहरा की शिकायत पर चोरमार निवासी बिकर सिंह व मलकीत सिंह के खिलाफ जबरदस्ती बलात्कार करने का मामला दर्ज कर लिया है। चरणजीत कौर ने अपने बयान में बताया कि 5 वर्ष पूर्व उसके पति का देहांत हो गया था और उसके दो बच्चे एक लड़का व एक लड़की है। सोमवार की रात्रि को करीब नौ बजे वह अपने एक जानकार लाभ सिंह के साथ उसके गांव जंडवाला जाटान पैदल जा रही थी कि मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों ने आकर धक्के से उसे मोटरसाइकिल पर बिठा लिया और चोरमार की ओर एक कच्चे रास्ते पर खेतों में ले गए। वहां एक तुड़ी के कुप के पास मोटरसाइकिल रोककर पहले बिकर सिंह व बाद में मलकीत सिंह ने उसकी मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती बलात्कार किया तथा उसे अकेली छोड़कर फरार हो गए। फिर वो वहां से पैदल जंडवाला जाटान पहुंची तथा लाभ सिंह को साथ लेकर ओढ़ां थाने में आई। पुलिस ने चरणजीत कौर के बयान पर मामला दर्ज करके उसे मैडिकल जांच हेतु सिरसा भेज दिया है। इस विषय में थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापे मारे हैं लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि एक पुलिस पार्टी को आरोपियों की रिश्तेदारी में भेज रखा है तथा आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

डिपू की गेहूं पुलिस ने दबोची

डबवाली (लहू की लौ) मण्डी किलियांवाली की सरपंच पुष्पा खरोड़ के पति अजय खरोड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल गरीबों के लिए डिपुओं पर सस्ती दर पर गेहूं और दालें उपलब्ध करवा रहे हैं। लेकिन कुछ डिपू होल्डर रोकड़ा कमाने के चक्कर में इस सामान को उपभोक्ताओं को न देकर महंगे दाम पर मुनाफाखोरों को बेच रहे हैं। इसका भांडा सोमवार रात को उस समय फूटा जब पुलिस को सूचना देकर अजय खरोड़ ने डिपू की गेहूं रेहड़ी से चक्की पर बेचने के लिए लेजाई जा रही थी, को पकड़वा दिया और पूछताछ के दौरान पुलिस को रेहड़ी मालिक ने यह गेहूं विनोद डिपू वाले पुत्र किशोर पूर्व सरंपच की बताई। खरोड़ ने बताया कि डिपुओं पर य गेहूं 4 रूपये प्रति किलो के हिसाब से गरीबों को दी जाती है। लेकिन इसे 10 रूपये प्रति किलो के हिसाब से चक्की मालिक को बेचा जाना था। उसने यह भी बताया कि 20 रूपये किलो डिपुओं पर दी जाने वाली दाल अक्सर डिपू होल्डर 50 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बाजार में दुकानदारों को बेची जा रही है। इसकी पुष्टि करते हुए पुलिस चौकी किलियांवाली के प्रभारी एएसआई जसवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और चक्की पर बिकने के लिए जा रहा गेहूं कब्जे में ले लिया है।

नाले व सीवर की सफाई करवाने की मांग

बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव बनवाला में चौ. देवीलाल चौक के निकट चंदूराम जाखड़ के घर से लेकर जोहड़ तक गंदे पानी की निकासी हेतु बना नाला और बृजलाल टाडा के घर से जोहड़ तक डाली गई पाइप लाइन दोनों के अवरूद्ध हो जाने के कारण गांववासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांववासी भूप सिंह, महेंद्र सिंह, नरेश कुमार, श्रवण राम गोदारा, राजबीर, हरपाल व जयपाल आदि ने बताया कि नाले में मिट्टी जम गई है और घास उग आई है तथा गंदे जल की निकासी अवरूद्ध होकर रह गई है जिसके कारण गांववासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि नाले में घास उगने और मिट्टी जमा हो जाने के कारण नाला बंद हो गया है और पानी ओवरफ्लो होकर गली में से होते हुए जोहड़ तक पहुंच रहा है और इसी प्रकार सीवर बंद हो जाने के कारण उसका पानी भी गली से होकर जाता है जिसके कारण गली में कीचड़ व जलभराव की समस्या पैदा हो गई है जिसके चलते राहगीरों को काफी परेशानी होती है। गांववासियों ने बताया कि इस विषय में सरपंच से अनेक बार कहा गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने मांग की कि इस नाले और सीवर की सफाई करवाकर जल निकासी को सुनिश्चित किया जाए। इस विषय गांव के सरपंच सतबीर जाखड़ से बात किए जाने पर उन्होंने कहा कि नाले व सीवर को एक सप्ताह के भीतर साफ करवा दिया जाएगा और मिट्टी व गंदगी भी उठवा दी जाएगी ताकि गांववासियों को परेशानी न हो।

प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) ओढ़ां में बसें न रूकने और छात्राओं के समक्ष आ रही विभिन्न परेशानियों को देखते हुए ओढ़ां के छात्र छात्राओं ने एक छात्र संघर्ष समिति का गठन करने का निर्णय लेते हुए ओढ़ां में बस स्टेंड की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण प्रशासन व सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। ओढ़ां छात्र संघर्ष समिति के अनेक सदस्यों मुकेश चौधरी, इकबाल सिंह, रतन सिंह, पलविंद्र सिंह, संदीप कुमार, जगबीर सिंह व मुकेश टोनी आदि छात्रों ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि ओढ़ां में बसें न रूकने के कारण छात्रों को जबरदस्ती बसें रूकवाने पर मजबूर होना पड़ता है जिस कारण पुलिस छात्र व छात्राओं को परेशान करती है तथा बसों के चालक परिचालक छात्रों के खिलाफ रुपयों से भरा बैग छीनने आदि के झूठे केस दर्ज करवाते हैं। छात्रों ने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि नंबर वन कहे जाने वाले हरियाणा में छात्र छात्राएं घंटों सड़कों पर खड़े रहकर बसों की प्रतीक्षा करते हैं और थक हार कर अपने घरों को वापिस चले जाने पर मजबूर हो रहे हैं। छात्रों ने मांग की है कि यदि 3 दिन के भीतर सैकड़ों छात्रों की समस्या को हल न किया गया तो छात्रों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के लिए जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

डीएम ने की पैक्स घोटाले की जांच

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सहकारी समिति ओढ़ां में हुए लाखों रूपये के घोटाले के मामले में सिरसा सहकारी समिति के एडिशनल एमडी बलजीत सिंह जौहर मंगलवार को मामले की जांच करने के लिए ओढ़ां आए और समिति में एकत्र 4 दर्जन के लगभग किसानों से मिलकर उनकी शिकायतें सुनी तथा खाते चैक किए। गांव नुहियांवाली, ख्योवाली व ओढ़ां के किसानों लाधूराम, कुलदीप, कृष्णलाल, पिरथीराम, राजेंद्र, भागाराम कूकना, रामकुमार ज्याणी, छाजूराम व महेंद्र निमीवाल आदि ने कहा कि सहकारी समिति कर्मचारियों ने किसानों के नाम पर पैसे निकलवाए लेकिन उन्हें नहीं दिए। किसानों ने मांग की कि इस मामले में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से निकाला जाए। किसानों ने कहा उनके खातों में पैसे जमा करवाकर उनके खाते क्लीयर किए जाएं। किसानों ने एडिशनल एमडी बलजीत सिंह को चेतावनी देते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ 4 दिन के अंदर अंदर कार्रवाई करके उन्हें गिरफ्तार न किया गया तो वे ओढ़ां पैक्स का घेराव करेंगे। इस विषय में एमडी से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि किसानों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दे दी जाएगी और जो कर्मचारी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि किसानों के साथ हुए लाखों रुपए के घोटाले का पता चलने पर किसानों ने गत माह 19 अगस्त को किसानों ने किसान सभा के नेतृत्व में सहकारी समिति में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और कहा कि उनके साथ न्याय किया जाए। तब उच्चाधिकारियों ने सहकारी समिति ओढ़ां में पहुंचकर किसानों की बात सुनी और 4 कर्मचारियों को निलंबित किया। सहकारी समिति व पैक्स कर्मचारियों ने वर्ष के आरंभ में खाता धारकों के नाम पर फर्जी व्यक्तियों के नाम पैसा निकालकर लाखों रुपए का गबन किया। मार्च अप्रैल में जब रिकबरी का काम चला तो यह मामला प्रकाश में आया और इस पैसे की भरपाई के लिए दवाब बढ़ा तो पैक्स कर्मियों ने एक और घोटाले की योजना के तहत किसानों को लोन लेने के लिए उकसाया और कहा कि इस हेतु डिमांड भेजनी पड़ेगी। डिमांड भेजने के नाम पर पैक्स कर्मियों ने 31 किसानों से चैक बुक, पास बुक, रजिस्टर व अन्य कागजों पर साइन करवा लिए और शीघ्र लोन मंजूर होने की बात कही। काफी समय बाद जब किसान पैसा लेने बैंक गए तो पैक्स कर्मियों ने पैसा देने से इंकार करते हुए सबूत के तौर पर उनके हस्ताक्षर दिखाए और कहा कि पैसा आप ले चुके हैं। इस प्रकार 31 किसानों के साथ 18 लाख रुपए के गबन के बाद किसानों की समझ में आया कि उनके साथ धोखा हुआ है।