15 दिसंबर 2009

मुंह बन्द रख, वरना चोरी का केस बनवा दूंगा!

डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन डबवाली में तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर गेहूं भिगोने के मामले में जांच कर रहे सैन्टर कमाण्डर शीघ्र ही इस मामले की रिपोर्ट होमगार्ड कमाण्डर जनरल चण्डीगढ़ को सौंपने वाले हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार स्टेट वेयर हाऊस डबवाली के डीएवी स्कूल के सामने स्थित गोदाम में तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करके विभाग के चौकीदारों द्वारा गेहूं भिगोने और इस मामले को उठाने के बाद होमगार्ड जवानों द्वारा अपने ब्यानों से पलटने के रहस्य से सोमवार को पर्दा उठ गया। होमगार्ड जवान इन्द्राज ने एक धमकी के चलते अपने ब्यान पलटे थे। इस बात की पुष्टि उस समय हुई जब उक्त होमगार्ड जवान ने अपनी आप-बीती अपने सैन्टर कमाण्डर के समक्ष की और अपने ब्यान कलमबद्ध करवाये कि उसे दबाव के तहत ब्यान बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जब इस संदर्भ में जिला सैन्टर कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से बातचीत की गई तो उन्होंने होमगार्ड जवान इन्द्राज के ब्यानों की पुष्टि करते हुए बताया कि जवान ने उन्हें ब्यान दिये हैं कि ब्यान बदलने के लिए स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम कीपर सत्यनारायण ने उसे धमकाया था। गोदाम कीपर ने उसे अपना मुंह बन्द रखने की भी धमकी दी थी और मुंह खोलने पर उस पर गोदाम में चोरी का मामला बनाये जाने की बात कही थी। गंगाजल बिश्नोई ने बताया कि होमगार्ड जवान के ब्यान के मद्देनजर वे रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और जिला कमाण्डर ओमप्रकाश से भी इस मामले में राय-मश्विरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही रिपोर्ट तैयार हो जाएगी और रिपोर्ट को कमाण्डेंट जनरल, चण्डीगढ़ को फैक्स द्वारा प्रेषित कर दिया जाएगा।
इधर वेयर हाऊस कार्पोरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा साहब आज कुछ भिन्न ही अंदाज में दिखाई दिये। जब उनसे गेहूं भिगोने सम्बन्धी जांच के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि मैं अभी बाहर हूं। लेकिन जांच चल रही है। उनसे पूछा गया कि जांच कहां तक पहुंची है तो वे बोले मैं गेहूं के सैम्पल ले आया था और सैम्पल जांच में सैम्पल सही पाये गये हैं, उनमें नमी सही पाई गई है। लेकिन जांच चल रही है। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गत दिवस जब स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस जिला प्रबन्धक से बातचीत की गई थी तो उन्होंने कहा था कि उन्होंने भिगोई गई गेहूं का कोई सैम्पल नहीं लिया है। फिर जिन गेहूं के सैम्पलों की जांच की गई वे कहां से आये और अब जिला प्रबन्धक सैम्पल लेने और उनके सही भी पाये जाने की बात कर रहे हैं। जिला प्रबन्धक की जुबान बार-बार फिसल रही है। जोकि संदेह को जन्म देती है।
इधर जब डीएसपी डबवाली बलवीर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वे अभी आऊट ऑफ स्टेशन चल रहे हैं।

सरकारी गेहूं भिगोने के दोषियों को मिले सजा-गर्ग


डबवाली (लहू की लौ) भिवानी और डबवाली में सरकारी गेहूं को भिगोने के मामले को लेकर उठे बवाल पर व्यापार मण्डल ने भी भृगुटी तानते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करने और दोषियों को सजा देने की मांग की है।
हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल जिला सिरसा के उपाध्यक्ष तथा शहर कांग्रेस डबवाली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन गर्ग ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से अनुरोध किया है कि जो सरकारी कर्मचारी और अधिकारी गेहूं भिगोकर बोरियों का वजन बढ़ाकर डिपुओं पर माल की आपूर्ति करके सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं, उन पर शीघ्र ही शिकंजा कसा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से यह मामला अखबारों की सुर्खियां बना हुआ है। लेकिन राज्य सरकार इस मामले को लेकर मौन धारण किये हुए है, जो प्रजातंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यापारी अनजाने में ही गलती से एक बोरी में 100 ग्राम गेहूं भी अधिक तोल ले तो सरकार और अधिकारी उसके खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करने पर आमदा हो जाते हैं। लेकिन जो लोग एक से तीन किलो तक बैगों का वजन भिगोकर बढ़ाते हैं उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही। आखिर क्यों? उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अवश्य ही इन मामलों में बड़े अधिकारी शामिल हो सकते हैं। सरकार को चाहिए कि वह अपनी भ्रष्टाचार उन्मूलन की छवि को बरकरार रखते हुए दोषियों का पता लगाये और जो भी दोषी पाया जाये उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करे।

सरकार भ्रष्टाचारियों से मिली हुई है-सीता राम


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ इनेलो नेता डॉ. सीता राम ने कहा कि गेहूं भिगोकर बोरियों का वजन बढ़ाने का गड़बड़झाला लम्बे समय से होता आ रहा है। लेकिन अब इसकी कलई खुल गई है, तो सरकार को चाहिए कि वह ऐसे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्यवाही करे और दोषी अधिकारियों को दण्डित करे। वे सोमवार को इस संवाददाता से डबवाली और भिवानी के सरकारी गोदामों में गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसका वजन बढ़ाये जाने के प्रकरणों पर बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसियों के ये अधिकारी अनाज मण्डी में पहले गेहूं खरीदते समय शॉर्टेज के नाम पर किसान को चूना लगाते हैं और साथ में ही व्यापारी को भी नहीं बख्शते और बाद में सरकार को चूना लगाते हैं। इस प्रकार से ये अधिकारी सरकार और जनता को चूना लगाकर अपनी जेबें भरते हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न किये जाने का मामला इनेलो के विधायक विधानसभा में जोर-शोर से उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार स्वयं को भ्रष्टाचार विरोधी तो कहती है, वास्तव में भ्रष्टाचारियों के साथ मिली हुई है। यही कारण है कि भिवानी और डबवाली में गेहूं भिगोने के प्रकरण में फंसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया।

गायों से भरे तीन ट्रक पकड़े, छित्तर-परेड

ग़ौरक्षा समिति रक्षक नहीं भक्षक-जैन
डबवाली (लहू की लौ) गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने बठिंडा चौक में नाका लगा कर तीन गायों के भरे ट्रकों को पकड़ा और गौशाला ले आये।
प्राप्त जानकारी अनुसार गौ रक्षा समिति के रम्मी, योगित, संदीप, पेट्रोल, कुलविन्द्र मान, दीपक, सुरेश, बलवीर धारणिया ने सोमवार को बठिंडा चौक में नाका लगा कर तीन ट्रकों को काबू किया जिनमें पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन करते हुए ठुंस-ठुंस कर गाय और बछड़े भरे हुए थे। पकड़े गये ट्रकों में एक ट्रक में वसीक पुत्र नजीर निवासी भनक जिला मुजफ्फरनगर हाल बीकानेर, अहमद हुसैन पुत्र अली हुसैन निवासी मुरादाबाद, शकील अहमद पुत्र मकबूल अहमद निवासी नहटोर जिला बिजनौर, शमशीद पुत्र अब्बदुल अजीज़ निवासी धामपुर जिला बिजनौर, रशीद पुत्र सद्दीक निवासी नहटोर के रूप में करवाई। जबकि इनका एक साथी जामीन पुत्र इजराइल भागने में सफल हो गया।
सूचना पाकर पुलिस भी मौका पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि एक ट्रक में 15 गाय और बछड़े, दूसरे में 16 गाय और बछड़े, तीसरे में 8 भैंसें और एक गाय थी। गाय और भैंसें दुधारू बताई जाती हैं।
इधर युवा कांग्रेसी नेता राजेन्द्र जैन ने गौ रक्षा समिति पर व्यापारियों को परेशान करने तथा बिना किसी कारण के तंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दुधारू पशु ले जाने वाले इन व्यापारियों को समिति के सदस्यों ने बेरहमी से मारा-पीटा। जबकि यह अधिकार तो पुलिस के पास भी नहीं है। उन्होंने गौ रक्षा समिति पर रक्षक नहीं भक्षक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह गुंडागर्दी है। जिस पर पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिए।

इन्दिरा गांधी आवास योजना की राशि बांटने के नाम पर हजारों रूपये वसूलने का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिका के बसन्त सिंह, भिन्द्र कौर, हाकम सिंह, बलवीर सिंह उर्फ पप्पी, गोरा सिंह, जगसीर सिंह आदि ने मुख्यमंत्री हरियाणा को एक शिकायत पत्र भेजकर इन्दिरा गांधी आवास योजना की सहायता राशि बांटने के नाम पर पंचायत सचिव पन्नीवाला मोरिकां द्वारा लोगों से हजारों रूपये वसूल करने का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ताओं में से बसन्त सिंह ने तो अपना हल्फिया ब्यान भी इस संदर्भ में दिया है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि वह गरीब, मजदूर, किसान (बीपीएल) दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं। सरकार द्वारा इन्दिरा गांधी आवास योजना के तहत उन्हें मकान बनाने के लिए 35 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की जानी थी। लेकिन यह सहायता राशि बांटने की एवज में उनके गांव के पंचायत सचिव गुरदेव सिंह ने कई-कई चक्कर लगवाये और 2500-2500 रूपये लेकर उन्हें योजना की आधी राशि 19 हजार रूपये के चैक वितरित किये।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि 19 हजार रूपये की राशि में मकान का निर्माण कर पाना, किसी भी प्रकार से संभव नहीं है। वह बार-बार पंचायत सचिव के पास इसके लिए चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा रहा और उन्हें हर बार यह कहकर टाल दिया जाता है कि ऊपर से अभी तक बाकी राशि नहीं आई है। जिसके चलते उनके मकान अधर में लटके हुए हैं।
इधर इस संदर्भ में पंचायत सचिव गुरदेव सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने शिकायत को झूठी और राजनीति से प्रेरित बताया। उसने कहा कि उसके पास जितनी राशि आई थी। वह बांटी जा चुकी है और यह राशि बीडीपीओ द्वारा तैयार क्रॉस चैक से दी गई है। जोकि सीधे खाता में जमा हुई है। अगली किश्त अभी तक सरकार से नहीं मिली है। सचिव के अनुसार केवल उन्हीं का गांव ही इस राशि से वंचित नहीं है। बल्कि अन्य 16 गांवों में भी स्थिति ऐसे ही है। वहां भी सरकार ने बकाया राशि नहीं भेजी है।

मांगों को लेकर वामपंथी दलों का जोरदार प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया और महंगाई व जन समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम उपमण्डल अधिकारी (ना.) डबवाली की मार्फत एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सिरसा के सचिव जयचन्द सहारणी ने कहा कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान व मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन राज्य की पुलिस इन आत्महत्याओं को सम्बन्धित किसान या मजदूर का पारिवारिक मामला बताकर अपने कत्र्तव्य से इतिश्री कर रही है। सहारणी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री शरद पवार बार-बार महंगाई बढऩे की बात कहकर गरीब व आम जनता के जख्मों पर नमक लगाने का काम कर रहे हैं। पवार ऐसा ब्यान कालाबाजारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दे रहे हैं। भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि राजस्थान से लगते हरियाणा के क्षेत्र में सूखा पडऩे के कारण किसान की फसल बर्बाद हो चुकी है। इस सम्बन्ध में हरियाणा सरकार को अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन इस पर कोई भी ध्यान न दिये जाने से किसान को भूखे मरने की नौबत आ गई है। इस मौके पर उन्होंने भिवानी और डबवाली में गेहूं भिगोने के मामले को उठाते हुए कहा कि राष्ट्रीय सम्पति को नुक्सान पहुंचाने वाले भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सरकारी सम्पति को नुक्सान पहुंचाने का केस दर्ज करके उनके खिलाफ कार्यवाही की जाये।
वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव राजकुमार शेखूपुरिया, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव जयचन्द सहारणी, भाकियू जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा, भवन निर्माण कामगार यूनियन के ब्लाक डबवाली प्रधान नत्थू राम भारूखेड़ा, भाला राम भारूखेड़ा, मनदीप सिंह, कृष्णा देवी, ओमप्रकाश बिश्नोई, अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा को सौंपा। जिसमें उन्होंने महंगाई पर अंकुश लगाने, जरूरतमंद लोगों को राशन प्रणाली के माध्यम से सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने, नरेगा को गांवों व शहरों में प्रभावशाली ढंग से लागू करके दिहाड़ी बढ़ाने के साथ-साथ 100 दिन की बजाये 200 दिन का रोजगार दिये जाने, रिहायशी प्लाट आवंटित किये जाने की योजना लागू करने, सूखे से बर्बाद फसलों का मुआवजा दिये जाने, प्राईवेट शिक्षण संस्थानों, हस्पतालों द्वारा वसूली जा रही मनमर्जी की फीसों पर रोक लगाये जाने, ट्रेड यूनियन अधिकरों की बहाली और छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर किये जाने की मांग की।