01 सितंबर 2009

चुनाव आयोग की सरकार को फटकार

डबवाली (लहू की लौ) भारत के चुनाव आयोग ने स्पष्टï किया है कि यदि कोई उपायुक्त आदर्श आचार संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन में कोताही बरतेगा तो उसके विरूद्घ सखत कार्यवाही की जाएगी।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री सज्जन सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आदर्श आचार संहिता उसी समय से लागू हो चुकी है, जिस समय भारत के चुनाव आयोग द्वारा हरियाणा विधानसभा के आम चुनावों की घोषणा की गई थी।
उन्होंने बताया कि भारत के निर्वाचन आयोग के ध्यान में लाया गया है कि सरकार द्वारा सार्वजनिक खजाने की लागत पर इलैक्ट्रोनिक या प्रिंट मीडिया में विज्ञापन जारी करके सरकार की उपलब्धियों का प्रचार किया जा रहा है। यह प्रचार शहरों या कस्बों और गांव में केबल नेटवर्क के माध्यम से भी किया जा रहा है। सरकार द्वारा प्रदेश भर में राष्टï्रीय राजमार्गों, राज्यीय राजमार्गों और अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंगस लगा कर अपनी उपलब्धियां प्रदर्शित की जा रही है। बसों के पिछले हिस्से पर विज्ञापन प्रदर्शित करके भी प्रचार किया जा रहा है। सरकार द्वारा अपनाये गई प्रचार की ये सभी पद्घतियां आचार संहिता का उल्लंघन है।
उन्होंने बताया कि भारत के निर्वाचन आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है और आज दूरभाष पर निर्देश जारी किये हैं, कि इस तरह के प्रचार को तुरन्त बंद किया जाये।

युवाओं ने फूंका मुख्यमंत्री हुड्डा का पुतला

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा की हुड्डा सरकार अध्यापक पात्रता परीक्षा को लेकर उनकी योग्यता का मजाक उड़ा रही है और अध्यापकों का अपमान कर रही है जोकि पूरे समाज का अपमान है। इनेलो की सरकार आने पर इस पात्रता परीक्षा को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा। यह बात हरियाणा के पूर्व मंत्री श्री सुभाष गोयल ने कही। वे आज जिला युवा इनेलो व इनसो द्वारा संयुक्त रूप से किए जा रहे रोष प्रदर्शन से पूर्व युवाओं को संबोधित कर रहे थे।


गोयल ने कहा कि हरियाणा सरकार पढ़े-लिखे बेरोजगार युवकों के साथ नौकरियों में भेदभाव करके उनके साथ खिलवाड़ कर रही है। आज हरियाणा के बेरोजगार युवक रोजगार ना मिलने की स्थिति में हताश होकर अनैतिक धंधों में लगे हुए है। जबकि पड़ौसी राज्य यू.पी. से हजारों लोगों को सरकारी नौकरियां देकर राहुल गांधी व सोनिया गांधी को खुश किया जा रहा है। इस रोष प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री श्री सुभाष गोयल, युवा जिला अध्यक्ष धर्मवीर नैन व इनसो के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने संयुक्त रूप से किया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता इनेलो जिला अध्यक्ष पदम जैन व डबवाली के विधायक डा. सीता राम ने की।

इस अवसर पर हजारों युवाओं का उत्साह बढ़ाने के लिए पहुंचे युवा नेता दुष्यंत चौटाला ने सिंह गर्जना करते हुए कहा कि जबसे हुड्डा सरकार ने हरियाणा में सत्ता संभाली है तबसे आज तक सरकारी नौकरियां व दूसरे रोजगार देने के मामले में मुख्यमंत्री हुड्डा केवल रोहतक तक सीमट कर रह गए है। इस कांग्रेस शासन में रोजगार की मांग करने वाले व अपने साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आंदोलन करने वाले छात्रों व युवाओं पर लाठियां व गोलियां चलाकर अलौकतांत्रिक ढंग़ से युवाओं की आवाज को दबाने का काम इस कांग्रेस सरकार ने किया है।

उपस्थित युवाओं को आश्वासत करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भविष्य में इनेलो के सत्ता में आने पर युवाओं को डिग्री कलास तक की पढ़ाई का खर्चा सरकार खुद उठाऐगी व रोजगार देने की व्यापक व्यवस्था की जाएगी, नौकरी का आवेदन देने में 5 वर्ष उम्र में छूट दी जाएगी, बेरोजगार स्नातक पास युवकों को 3 हजार रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाएगा। इन घोषणााओं का युवाओं ने तालियां बजाकर जोरदार स्वागत किया।

सभा को संबोधित करते हुए युवा शहरी प्रधान बंसी सचदेवा ने युवाओं को आह्वान किया कि वे एकजुट होकर इस युवा विरोधी कांग्रेस सरकार को हटाने का संकल्प ले क्योंकि युवा ही किसी कार्य को मोडऩे की क्षमता रखता है।

इस रोष प्रदर्शन में पूर्व युवा जिला अध्यक्ष श्री महावीर बागड़ी, श्रीमती कृष्णा फोगाट, श्री अमीर चावला, श्री अशोक वर्मा, श्री रणधीर जोधकां, नंद लाल बैनीवाल, बलवीर नागोकी, सर्वजीत मसीतां, हरदीप नकौड़ा, केवल मोंगा, तरसेम फुटेला, दर्शन मोंगा, रवि लढ़ा, अजनीश बिश्रोई, सुरेंद्र छपौला, अमित गनेरीवाला, प्रदीप बैनीवाल, प्रकट सिंह भीमां, गुरजीत मम्मू, हरप्रीत साहूवाला, रमणीक भांभू, गुरजीत भंभूर, विनोद लाला, कुशल रिनाणियां, अरविंद दूहन, कर्मजीत जीवननगर, मनोज कोचर, सुनील मिढ़ा, बंटी, बंधु, महेंद्र शर्मा बंटी, संजीव देसवाल, अत्री भिवानी, सरवेंद्र, हरेंद्र लौहरा, रणजीत लौहरिया, विशाल शर्मा, रमन शर्मा, राहुल बजाज, नरेंद्र सोनी, जोनी पाल सोनी सहित अनेक युवाओं ने भाग लिया।

युवाओं ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा की हुड्डा सरकार अध्यापक पात्रता परीक्षा को लेकर उनकी योग्यता का मजाक उड़ा रही है और अध्यापकों का अपमान कर रही है जोकि पूरे समाज का अपमान है। इनेलो की सरकार आने पर इस पात्रता परीक्षा को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा। यह बात हरियाणा के पूर्व मंत्री सुभाष गोयल ने कही। वे आज जिला युवा इनेलो व इनसो द्वारा संयुक्त रूप से किए जा रहे रोष प्रदर्शन से पूर्व युवाओं को संबोधित कर रहे थे।
गोयल ने कहा कि हरियाणा सरकार पढ़े-लिखे बेरोजगार युवकों के साथ नौकरियों में भेदभाव करके उनके साथ खिलवाड़ कर रही है। आज हरियाणा के बेरोजगार युवक रोजगार ना मिलने की स्थिति में हताश होकर अनैतिक धंधों में लगे हुए है। जबकि पड़ौसी राज्य यू.पी. से हजारों लोगों को सरकारी नौकरियां देकर राहुल गांधी व सोनिया गांधी को खुश किया जा रहा है। इस रोष प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, युवा जिला अध्यक्ष धर्मवीर नैन व इनसो के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने संयुक्त रूप से किया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता इनेलो जिला अध्यक्ष पदम जैन व डबवाली के विधायक डा. सीता राम ने की।
इस अवसर पर हजारों युवाओं का उत्साह बढ़ाने के लिए पहुंचे युवा नेता दुष्यंत चौटाला ने सिंह गर्जना करते हुए कहा कि जबसे हुड्डा सरकार ने हरियाणा में सत्ता संभाली है तबसे आज तक सरकारी नौकरियां व दूसरे रोजगार देने के मामले में मुख्यमंत्री हुड्डा केवल रोहतक तक सीमट कर रह गए है। इस कांग्रेस शासन में रोजगार की मांग करने वाले व अपने साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आंदोलन करने वाले छात्रों व युवाओं पर लाठियां व गोलियां चलाकर अलौकतांत्रिक ढंग़ से युवाओं की आवाज को दबाने का काम इस कांग्रेस सरकार ने किया है।
उपस्थित युवाओं को आश्वासत करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भविष्य में इनेलो के सत्ता में आने पर युवाओं को डिग्री कलास तक की पढ़ाई का खर्चा सरकार खुद उठाऐगी व रोजगार देने की व्यापक व्यवस्था की जाएगी, नौकरी का आवेदन देने में 5 वर्ष उम्र में छूट दी जाएगी, बेरोजगार स्नातक पास युवकों को 3 हजार रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाएगा। इन घोषणााओं का युवाओं ने तालियां बजाकर जोरदार स्वागत किया।
सभा को संबोधित करते हुए युवा शहरी प्रधान बंसी सचदेवा ने युवाओं को आह्वान किया कि वे एकजुट होकर इस युवा विरोधी कांग्रेस सरकार को हटाने का संकल्प ले क्योंकि युवा ही किसी कार्य को मोडऩे की क्षमता रखता है।
इस रोष प्रदर्शन में पूर्व युवा जिला अध्यक्ष  महावीर बागड़ी, श्रीमती कृष्णा फोगाट, अमीर चावला,  अशोक वर्मा, श्री रणधीर जोधकां, नंद लाल बैनीवाल, बलवीर नागोकी, सर्वजीत मसीतां, हरदीप नकौड़ा, केवल मोंगा, तरसेम फुटेला, दर्शन मोंगा, रवि लढ़ा, अजनीश बिश्रोई, सुरेंद्र छपौला, अमित गनेरीवाला, प्रदीप बैनीवाल, प्रकट सिंह भीमां, गुरजीत मम्मू, हरप्रीत साहूवाला, रमणीक भांभू, गुरजीत भंभूर, विनोद लाला, कुशल रिनाणियां, अरविंद दूहन, कर्मजीत जीवननगर, मनोज कोचर, सुनील मिढ़ा, बंटी, बंधु, महेंद्र शर्मा बंटी, संजीव देसवाल, अत्री भिवानी, सरवेंद्र, हरेंद्र लौहरा, रणजीत लौहरिया, विशाल शर्मा, रमन शर्मा, राहुल बजाज, नरेंद्र सोनी, जोनी पाल सोनी सहित अनेक युवाओं ने भाग लिया।

भारतीय मूल के आनंद जान को 59 साल की कैद

अमेरिकी फैशन डिजाइनर आनंद जान को अमेरिका के लास एंजिलिस स्थित सुपीरियर कोर्ट ने यौन उत्पीड़न मामले में दोषी करार देते हुए 59 साल कैद की सजा सुनाई है.
अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि युवा लड़कियों और महिलाओं को शिकार बनाने के लिए उसे जितनी संभव हो सके, उतनी अधिक से अधिक सजा दी जानी चाहिए. जान को 45 साल की उम्रकैद और उसके साथ साथ 14 साल की एक अन्य कैद भी दी गई है.
जान को पिछले साल नवम्बर में बलात्कार सहित 14 मामलों में दोषी ठहराया गया था.

पूजा स्थल विवाद फिर भड़का, महिलाओं ने दी बलिदान की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) मण्डी किलियांवाली स्थित जनस्वास्थ्य विभाग हरियाणा डबवाली के पुराने जलघर में बने पूजा स्थल को ढाहने को लेकर उठा विवाद नये मोड़ पर आ गया है। पूजा करने वाले लोग दो हिस्सों में बंट गये हैं और उन्होंने अपना अलग-अलग पूजा स्थल वहीं बनाने का निर्णय ले लिया है।
विवादित स्थल को लेकर मण्डी किलियांवाली निवासी बाली, शरबती, संतोष, भतेरी, बाबू राम, टेकचन्द, धीरज, बनारसी दास, रघुदास आदि ने कहा कि उनके बुजुर्गो ने इस पूजा स्थल को बनाया था। यह पूजा स्थल यहां पर जलघर बनने से पहले का बना हुआ है। उनके अनुसार वाटर वक्र्स स्थल पर पहले कभी छोटा सा जोहड़ हुआ करता था, लेकिन वाटर वक्र्स बनने के बाद यह स्थल हरियाणा बनने के उपरान्त डबवाली नगरपालिका के पास चला गया था। जब नगरपालिका से वाटर वक्र्स जनस्वास्थ्य विभाग को दे दिये गये तो ये स्थल जनस्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत आ गया है। हालांकि इस जमीन की मालिक पंजाब सरकार है और वाटर वक्र्स स्थल पंजाब सरकार ने पटे पर हरियाणा को दिया हुआ है।
उन्होंने कहा कि वाटर वक्र्स के भीतर उनके पूर्वजों द्वारा बनाये गये पूजा स्थल को वे किसी भी कीमत पर हटाने नहीं देंगे। इस पूजा स्थल को कुछ दिन पूर्व गिरा दिया गया था और जनस्वास्थ्य विभाग ने अपने योजना अनुसार यहां पर वाटर टैंक बनाना तय किया हुआ है। सोमवार को उपरोक्त लोगों ने इक्ट्ठे होकर ढहाये गये पूजा स्थल की नींव खोदकर फिर से वहां पर मन्दिर बना दिया।
लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि इस विवाद को हल करने के लिए और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मन्दिर बनाने के लिए वाटर वक्र्स में ही एक अन्य स्थान दे दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि पुराने स्थल पर जब वाटर टैंक का निर्माण शुरू होगा तब लोगों को वहां से इस पूजा स्थल को हटवाने के लिए मनवा लिया जाएगा।

यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि जो स्थान वाटर वक्र्स में पूजा स्थल के लिये दिया गया है उस पर बसन्ती माता सेवा समिति ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। अब पूजा स्थल को लेकर पूजा करने वाले ही दो भागों में बंट गये हैं। एक पक्ष जिस स्थान पर पहले पूजा स्थ बना हुआ था, उसी पर ही पूजा स्थल बनाने के लिए अडिग ही नहीं बल्कि उसने वहां पर पूजा स्थल बना भी दिया है। जबकि दूसरे पक्ष ने नये दिये गये स्थान पर पूजा स्थल बनाना शुरू कर दिया है। अब दोनों ही पक्ष दोनों ही स्थानों पर पूजा स्थल का निर्माण कर रहे हैं। जबकि जनस्वास्थ्य विभाग मूक बनकर यह सब देख रहा है।

रेलगाड़ी तले आने से मौत

डबवाली (लहू की लौ) यहां के पीरखाना के सामने रेलगाड़ी तले आ जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके शव को जीआरपी डबवाली ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद 174सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए शव को उसके वारिसों को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मंगत राम उर्फ मंगा निवासी रायसिंह नगर (राजस्थान) पिछले करीब 10 वर्षो से महाशा मोहल्ला किलियांवाली में अपने ससुराल में रह रहा था और रिक्शा चलाने का काम करता था। लेकिन सुबह और शाम पीरखाना में सेवा भी करता था। बताते हैं कि रात को पीरखाना में सेवा के बाद लाईन को क्रॉस करते समय किसी गाड़ी के नीचे आ गया और उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मंगत राम के सांडू रविन्द्र कुमार के ब्यान पर कार्यवाही करते हुए शव का डबवाली के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव उसके वारिसों को सौंप दिया। मृतक के एक लड़का और एक लड़की बताई जाती है।

कुएं में गिरा, बचाया

डबवाली (लहू की लौ) गांव दीवानखेड़ा के रकबा में स्थित रामनारायण मैहता खुईयांमलकाना के खेत में बने कुएं में एक व्यक्ति रात को अचानक गिर गया और उसे गांव दीवानखेड़ा के लोगों के सहयोग से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
गांव खुईयांमलकाना निवासी काला सिंह पुत्र जीत सिंह ने बताया कि उसने उनके गांव के रामनारायण नम्बरदार की जमीन हिस्से पर ली हुई है और वह ही अपने गांव से लखवीर सिंह पुत्र प्रकाश सिंह को दिहाड़ी पर खेत में पानी लगाने के लिए लाया था। लेकिन रविवार रात को पानी लगाने के बाद लखवीर सिंह वहीं खेत में सो गया और जब सोमवार सुबह अचानक उठा तो कुएं में गिर गया। इसकी जानकारी मिलते ही उसने इसकी सूचना रामनारायण मैहता को दी और वह मौके पर पहुंचे।
इधर गांव दीवानखेड़ा के गुरूद्वारा में इस घटना की सूचना गांव में दी गई। जिस पर गांव के लोग मौका पर पहुंचे और उन्होंने रस्सी डालकर लखवीर सिंह को बाहर निकाला। कुएं में गिर जाने से लखवीर सिंह के सिर, टांग और बाजू पर चोट आई है।
घायल अवस्था में लखवीर सिंह को अस्पताल लाया गया। लेकिन प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे बठिण्डा रैफर कर दिया गया। लखवीर सिंह को कुएं से निकालने में गांव दीवानखेड़ा के पूर्व सरपंच गुरतेज सिंह, लभा राम, हंसराज, जगपाल सिंह पूर्व पंच, सेवक सिंह आदि ने मदद की।

युवक ने रेलवे स्टेशन पर बरपाया हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) यहां के रेलवे स्टेशन पर रविवार रात को एक युवक द्वारा टीटी का गला पकड़ लेने से हंगामा खड़ा हो गया और काफी देर तक रेलवे स्टेशन पर लोगों का हुजूम लगा रहा।


प्राप्त जानकारी अनुसार जम्मूतवी एक्सप्रेस पर संगरिया से एक युवक सवार हुआ। लेकिन जैसे ही यह गाड़ी संगरिया से चलकर डबवाली पहुंची तो गाड़ी में चल रहे टीटी ने चैकिंग के दौरान युवक से टिकट दिखाने के लिए कहा। इस पर युवक तैश में आ गया और गाड़ी से उतर गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गाड़ी से उतरते ही युवक ने टीटी को भी डिब्बे से नीचे उतार लिया और उसका गला पकड़ लिया। इस दौरान अन्य यात्री भी इक्ट्ठे हो गये और मौका पर रेलवे पुलिस बल भी पहुंच गया। रेलवे पुलिस बल ने युवक को काबू करके अपने पास बैठा लिया। इतनी ही देर में युवक का पीछा करते हुए सड़क मार्ग से रेलवे स्टेशन पर युवक के अभिभावक पहुंच गये और उन्होंने बताया कि यह युवक मानसिक रूप से विक्षप्त है। वे सुबह से इसे ढूंढ रहे हैं। युवक की मानसिक हालत को देखते हुए टीटी ने भी कोई कार्यवाही करने से इंकार कर दिया। जिस पर युवक को माफी मांगने पर उसके अभिभावकों के साथ भेज दिया गया।