12 जून 2020

हरियाणा में कोरोना के 366 नए मामले, अब तक 70 मौत, देखिये मेडिकल बुलेटिन


12 June. 2020





राजस्थान सीमा से लाइव राजस्थान ने शहरी क्षेत्र में प्रवेश रोका, बाइपास से इंट्री कर सकते हैं हरियाणा-पंजाब के लोग


बाइपास पर पहचान पत्र दिखाकर स्क्रीनिंग के बाद राजस्थान दे रहा प्रवेश

पड़ौसी सूबे के मूल निवासियों को अधिक परेशानी, बाहर जाने के लिए अनुमति जरुरी हुई


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा-पंजाब के लोगों के लिए राजस्थान में इंट्री बैन नहीं है। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। सीमा पर उन्हें पहचान पत्र दिखाना होता है, वे कहां जा रहे हैं, सिर्फ यहीं बताना होता है। पड़ौसी सूबे ने स्थानीय नागरिकों के लिए सीमा सील की है। स्थानीय नागरिक बिना पास राजस्थान से बाहर नहीं जा सकते।
लाइव रिपोर्ट :
हरियाणा के आखिरी छोर पर स्थित गांव चौटाला से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान पुलिस ने स्वामी केशवानंद महाविद्यालय ग्रामोत्थान के सामने सीमा सील कर रखी है। किसी को संगरिया शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। राजस्थान पुलिस के 8-10 जवानों के साथ-साथ भारत स्काऊटस के वॉलंटियर्स योगेश के नेतृत्व में डयूटी कर रहे हैं। हरियाणा, पंजाब के अतिरिक्त राजस्थान के मूल निवासी को भी इस गेट से इंट्री नहीं दी जा रही। लोग राजस्थान के मूल निवासी होने के प्रमाण पत्र तक दिखा रहे हैं, सभी को संगरिया बाइपास के रास्ते से आने के लिए कहा जा रहा है। यह गेट केवल उनके लिए ही खोला जा रहा है, जिनके पास सूबे से बाहर जाने के लिए राजस्थान सरकार की अनुमति है। संगरिया के मूल निवासी हरप्रीत को गेट पर रोका गया है। कार में उसके साथ उसकी पत्नी तथा बच्चा है। तीनों चौटाला से वापिस घर जा रहे हैं। उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा। बाइक पर पत्नी, बच्चे संग बठिंडा से लौटा संगरिया का रमेश कुमार भी जाम में फंसा हुआ है। उसका कहना है कि वह ससुराल गया था। पंजाब, हरियाणा सीमा क्रॉस करने में मुझे कोई परेशानी नहीं आई। अपने सूबे पहुंचा हूं तो सीमा पर रोक लिया गया। कहते हैं कि संगरिया बाइपास के रास्ते आओ।

राजस्थान से बाहर जाने वालों को परमिशन जरुरी है। अन्य प्रदेशों से आने वालों को शहर की सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें संगरिया बाइपास से आने के लिए कहा जा रहा है। क्योंकि वहां स्क्रीनिंग हो रही है। राजस्थान में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। हां, बसें तो पूरी तरह से बंद हैं।
-अनिल कुमार
(संगरिया शहर की सीमा पर तैनात राजस्थान का अध्यापक)

राजस्थान को सुरक्षित रखने के लिए हम वालंटियर्स सेवारत हैं। हमारा कार्य लोगों को जागरुक करना है। संगरिया शहर के प्रवेश द्वार को बंद किया गया है। यहां से किसी को इंट्री नहीं दी जा रही।
-योगेश कुमार, भारत स्काऊट

हरियाणा सरकार का गुमराह पत्र

प्रदेश में दिव्यांगता की सभी 21 श्रेणियों को नहीं मिल रहा लाभ, सिर्फ प्रचार तक सीमित है मनोहर सरकार

केंद्र सरकार के फैसले के प्रपत्रों पर मोदी-मनोहर लाल की तस्वीर लगा प्रचार कर रहा हरियाणा राज्य का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग


डबवाली (लहू की लौ) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा का प्रपत्र दिव्यांगजनों को गुमराह कर रहा है। दिव्यांगजन प्रपत्र के मुताबिक पेंशन के आवेदन करते हैं, लेकिन वे खारिज हो जाते हैं। ऐसा इसलिए कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 प्रदेश में लागू नहीं हुआ है। नियमानुसार केंद्र सरकार ने अधिनियम लागू करके दिव्यांगता की श्रेणियां 7 से बढ़ाकर 21 कर दी हैं। नई श्रेणियों में शामिल दिव्यांगजन लाभ से वंचित हैं। बताया जाता है कि पिछले चार साल से हरियाणा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। हालांकि केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी छाप लगाकर खूब प्रचार कर रही है। साफ तौर पर इसे गुमराह प्रपत्र कहा जा सकता है। दिव्यांगजन तो परेशान हैं ही, संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों के लिए प्रपत्र टेंशन का सबब बना हुआ है। जिला स्तरीय अधिकारी दावा करते हैं कि वे नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए कई बार प्रदेश स्तरीय बैठकों में मुद्दा उठा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर मामला अटका हुआ है।

सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, नहीं जागी सरकार 
डबवाली के वार्ड नं. 10 निवासी सुरिंद्र सिंह, वार्ड नं. 05 निवासी कृष्ण लाल, बाबा रामदेव वाली गली निवासी निमा देवी ने बताया कि सरकार आम लोगों को प्रपत्र के जरिए जानकारी दे रही है कि दिव्यांगजन की 7 श्रेणी को बढ़ाकर 21 कर दिया गया है। जिसमें बौनों को शामिल किया गया है। प्रप्रत्र अनुसार कदम 4 फुट 10 ईंच यानी 147 सेंमी. या होने पर वह बौना भत्ता का हकदार होगा। उन्होंने सीएमओ सिरसा से मेडिकल जांच करवाई थी, वे सरकार के नए नॉमर्स पूरे करते हैं। इसके बाद भत्ता के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनका भत्ता रिजेक्ट कर दिया गया कि वे बौना भत्ता पाने के पात्र नहीं है। सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, इसके बावजूद सरकार नहीं जागी। अधिकारी ने जवाब दिया कि ऐसा कोई नियम नहीं है।


पेंशन बढ़ी पर नए नियम लागू नहीं हुए
हरियाणा सरकार बेशक केंद्र सरकार के फैसले का हरियाणा में खूब प्रचार कर रही हो। खुद पुराने ढर्रे पर चल रही है। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अब भी सालों पुराने नियमों पर कार्य कर रहा है। हरियाणा में अब भी दिव्यांगता की सात श्रेणियां मानी जाती हैं। 7वीं श्रेणी बौनापन की है। जिसमें साफ दर्शाया गया है कि 3 फीट 8 ईंच कदम वाले पुरुष तथा 3 फीट 3 ईंच कद वाली महिला को बौना माना जाता है। उसके अनुसार ही उसे पेंशन मिलती है। ताज्जुब की बात यह है कि बौने को प्रदेश सरकार 2000 रुपये मासिक भत्ता दे रही है। जोकि 1 नवंबर 2018 को प्रभावी हुआ था।
  • दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत दिव्यांगजनों की श्रेणियां 7 से बढ़कर 21 हो गई हैं। यह फैसला केंद्र सरकार का है। अभी हरियाणा में यह लागू नहीं हुआ है। हां, हम इसका प्रचार जरुर कर रहे हैं। विशेष बच्चों के सेमिनार में स्पैशल टीचर अभिभावकों को बता रहे हैं। जब लोग उस अनुसार आवेदन करते हैं, तो हम उन्हें लाभ नहीं दे पा रहे। इस मुद्दे पर कई बार डिसकस हो चुकी है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करनी है।
  • -नरेश बत्तरा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सिरसा

महामारी से लडऩे की बजाए प्रचार का भोंपू बजा रही है बीजेपी- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

प्रदेश में चल रही है घोटालों और यूटर्न की सरकार, अंदरूनी समन्वय का है अभाव- हुड्डा
सिरसा (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गांव गुडियाखेड़ा में किसानों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुना। इस मौक़े पर उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी की तरफ से प्रदेशभर 14 से 17 जून तक होने वाली राजनीतिक रैलियों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये समय महामारी से लडऩे का है, ना कि प्रचार का भोंपू बजाने का। अगर इस लड़ाई में सरकार ने लापरवाही बरती तो हरियाणा में भी दिल्ली या मुम्बई जैसे हालात हो सकते हैं। क्योंकि प्रदेश में रोज़ 300 से 400 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। सरकार अपनी पीठ थपथपाने और बीमारी को राजनीतिक इवेंट बनाने की बजाय, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे। आज राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का समय चाहे सरकार हो या विपक्ष।
हुड्डा ने कहा कि रू॥्र की गाइडलाइनंस में ऐसे तमाम राजनीतिक, सामाजिक समारोहों, सेमिनार और बैठकों पर रोक है जिनमें भीड़ जुटने की संभावना है। बावजूद इसके बीजेपी सैंकड़ों लोगों को इक_ा करके उनकी जान से खिलवाड़ करना चाहती है। अगर बीजेपी के पास ख़र्च करने के लिए इतना ही धन है तो उसे कोरोना की लड़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि वर्चुअल रैलियों में। अपनी उपलब्धियां गिनवाने से पहले सरकार को अपनी विफलताओं पर भी नजऱ डाल लेनी चाहिए।
आज प्रदेश के युवा देश में बेरोजग़ारी की मार झेल रहे हैं। बरसों से भर्तियां लटकी पड़ी हैं और उनकी ज्वाइनिंग नहीं करवाई जा रही है। स्वास्थ्य महकमें में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे हज़ारों लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। धान, सरसों, मीटर, चना खऱीद और शराब की अवैध बिक्री जैसे घोटाले हो रहे हैं। सरकार उनकी जांच करवाने की बजाए, उनपर पर्दा डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सिफऱ् विफलताओं, घोटालों और यूटर्न की सरकार बनकर रह गई है। अगर हम सरकार की विफलताएं गिनवाने के लिए रैलियां करेंगे तो लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी। लेकिन ये समय राजनीतिक टकराव की बजाए आपसी सहयोग का है। जब हम सब मिलकर इस महामारी को हरा देंगे तो उसके बाद राजनीतिक कार्यक्रम भी होते रहेंगे। फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक इवेंटबाज़ी करना ग़लत है।
इस वक्त सरकार को लोगों की जान और उनके रोजग़ार की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उसे किसानों को सुविधाएं और रियायतें देने पर ज़ोर देना चाहिए। लेकिन सरकार इसके उल्ट किसानों पर रोज़ कोई ना कोई पाबंदी थोप देती है। पिछले दिनों किसानों की मांग के आगे झुकते हुए सरकार ने धान पर लगाई पाबंदी को तो हटाया लेकिन वो अभी भी पंचायती ज़मीन पर रोक हटाने के लिए तैयार नहीं है। ऊपर से धान किसानों पर अप्रत्यक्ष मार मारने के लिए नई राईस शूट पॉलिसी भी लेकर आई है। राईस शूट के रेट को 150 रुपये से बढ़ाकर सीधे 300 रुपये कर दिया है। पॉलिसी की मंशा पुराने लाभार्थी किसानों को बरसाती मोगे की सप्लाई बंद करके, उन्हें ट्यूबवैल के सहारे छोडऩे की लगती है। सरकार को कोरोना काल में किसानों के साथ नए-नए प्रयोग बंद करने चाहिए। उसे पुरानी नीति पर ही आगे बढऩा चाहिए। अगर कोई नया किसान मोगे की सप्लाई के लिए अप्लाई करता है तो उसके लिए सप्लाई सुनिश्चित करनी चाहिए। भूजल संरक्षण के लिए किसानों पर पाबंदी लगाने की बजाए दादूपुर नलवी नहर परियोजना को फिर से शुरू करना चाहिए। ओटू झील,रिचार्ज बोर,ड्रेन और तालाबों की खुदाई करवानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड धारकों की समस्या पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से पीले राशन कार्ड धारकों के साथ, ग्रीन राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने की अपील की थी। लेकिन आज भी उन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाकी (ह्रक्क॥) राशनकार्डों के लिए चीनी और सरसों का तेल आजतक किसी डिपो पर नहीं आए। यहां तक कि डिपो होल्डर्स के कमीशन का भुगतान भी कई महीने से लटका हुआ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, डबवाली से विधायक अमित सिहाग, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, रामनिवास घोड़ेला, होशियारी लाल शर्मा, डॉ सुशील इन्दौरा, भरत सिंह बेनीवाल, नवीन केडिया, मा. दलीप, रवि शर्मा, मोहन खत्री समेत कई नेता मौजूद थे।

महिला बैंककर्मी से क्लर्क ने की मारपीट

संगरिया (लहू की लौ) केंद्रीय सहकारी बैंक नई धान मंडी ब्रांच में कार्यरत महिला बैंककर्मी की इसी बैंक के क्लर्क ने भोजनावकाश दौरान मारपीट हो गई। सिर में आई चोट से खून बहने लगा तो अन्य कर्मचारियों ने बीच बचाव किया। बैंक की महिला सहायक कर्मचारी गांव नाथवाना निवासी पार्वती स्वामी ने पुलिस को दिए परिवाद में बताया कि गुरुवार दोपहर लंच टाइम में वो खाना खाने के बाद सेफरुम में आराम कर रही थी। करीब पौने तीन बजे बैंक क्लर्क कमल किशोर आया और बाल पकड़कर खींचते हुए मारपीट की। अल्मारी से पटककर थापा-मुक्की व गाली गलौज की व जान से मारने की धमकी दी। शोर मचाने पर कर्मचारियों शकुंतला व साजन सिंह ने छुड़वाया। उसके सिर में चोट आई। मौके पर बैंक कर्मी यूनियन पदाधिकारी जितेंद्र व अन्य पहुंचे।

विदेश जाने का चाहवान हो रहे हैं ठग्गी के शिकार, विदेश भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये ठगे

बठिंडा(लहू की लौ)लोग कबूतरबाजों के पंजे में फंसते जा रहा है, लेकिन सरकार व जिला प्रशासन की ओर से इन कबूतरबाजों के पंख कुतरने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। विदेश जाने के जुनून में युवा और उनके घरवाले अपनी जमापूंजी तक लुटा रहे हैं। लेकिन उन्हें विदेश भेजने के नाम पर सिर्फ धोखा मिलता है। इतना ही नहीं अवैध तरीके से विदेश जाने के चक्कर में कई युवाओं को जान भी गंवानी पड़ी है। बठिंडा में कुछ ही ट्रेवल एजेंट है जो पंजीकृत है। कैप्टन सरकार ने ऐलान किया था कि अवैध ट्रेवल एजेंटों पर शिकंजा कसा जाएगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फर्जी एजेंटों के बारे में ब्लू प्रिंट तैयार करने व फॉरेन इंप्लॉयमेंट ब्यूरो खोलने के भी आदेश दिए थे। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा और ठगी का सिलसिला जारी है। अब ताजा मामला बठिंडा का है जहां विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठग्गी मारने के आरोप में थाना रामा पुलिस ने वीरपाल कौर पत्नी गुरबचन सिंह निवासी रामा के बयानों पर जगप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, कुलदीप कौर पत्नी जगप्रीत सिंह निवासी प्रताप नगर बठिंडा,बूटा सिंह पुत्र हजूरा सिंह,बेअंत सिंह, गुरबंत सिंह पुत्र बूटा सिंह,जसविंदर कौर पत्नी बूटा सिंह निवासी घुद्दा, गुरलाल सिंह निवासी बहादजगढ़ जंडिया के खिलाफ धारा 420, के तहत मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता वीरपाल कौर ने पुलिस को अपने ब्यानों में बताया कि उक्त व्यक्तियों ने उसे सिंगापुर भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये की ठग्गी मार ली। जिसके बाद पुलीस द्वारा उक्त मामले की लंबी तफ्तीश के बाद उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।

महिला से जबरदस्ती करने का आरोप

एक लाख 80 हजार रुपए व सोने का आभूषण भी गायब
संगरिया(लहू की लौ)गांव नगराना स्थित अपने घर में नहा रही एक विवाहिता के साथ जबरदस्ती और अलमारी में रखे एक लाख अस्सी हजार रुपए तथा सोने का आभूषण चुराकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि तीन जून की सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर में नहा रही थी। तभी अचानक परिवत छिम्पा आ गया। वह उसके साथ जबरदस्ती करने लगा। शोर मचाने पर आई सास ने उसे ललकारा तो वहां से भाग गया। जब उसने अपनी अलमारी को संभाला तो उसमें रखे एक लाख 80 हजार रुपए व एक सोने की तवीती गायब मिलीं। इस पर पुलिस ने धारा 354ग, 376/511 एवं 380 भादंसं तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान एएसआई सुखपालसिंह को सौंपा है।

एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी

चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के सभी सरकारी व एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी ताकि विद्यार्थियों को एडमिशन से लेकर फीस, टाइम टेबल व एकेडमिक कैलेंडर की घर बैठे जानकारी मिल सके।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने प्रदेश के सभी सरकारी व एडिड कालेजों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी 20 जून 2020 तक अपने-अपने कालेज की वैबसाइट का निर्माण कर लें।
उन्होंने बताया कि इन निर्देशों में कालेज की वैबसाइट में कालेज द्वारा संचालित कोर्स, प्रवेश प्रक्रिया, फीस का विवरण,नेक स्टेटस, पुस्तकालय का विवरण, खेल सुविधाएं, फोटो गैलरी, प्रिंसिपल का संदेश, कालेज स्टॉफ का विवरण, टाइम टेबल, एकेडमिक कैलेंडर, वच्र्युवल टूर,परीक्षाओं की सुविधाओं के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो। वैबसाइट को आऊटसोर्सिंग की बजाए कालेज में ही तैयार करवाया जाए।

राज्य की अनाज मंडियों में होगी मक्का-ड्रायर की व्यवस्था

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  जयप्रकाश दलाल ने बताया कि राज्य की अनाज मंडियों में मक्का-ड्रायर की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने आज यहां बताया कि राज्य सरकार किसानों को भूजल के स्तर को बनाए रखने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए सरकार ने  'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ नामक एक महत्वाकांक्षी एवं दूरगामी योजना शुरू की है जिसके तहत बहुत से किसान धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलें अपना रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस अनूठी योजना से भू-जल बचाने की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा।
दलाल ने बताया कि जो किसान 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ पोर्टल पर पंजीकरण करेंगे,उनको योजना के अनुसार 'मेज मल्टी क्रॉप प्लांटरÓ 40 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा अपने खेतों में धान की जगह मक्का की फसल लगाने पर सरकार की ओर से 7,000 रूपए प्रति एकड़ दिए जाएंगे। यही नहीं राज्य सरकार द्वारा मक्का को न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,850 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से खरीदा जाएगा।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर मक्का के प्रदर्शन-प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिए ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की सोच को साकार रूप देने के लिए राज्य सरकार किसान हित में अनेक कदम उठा रही है, इसी के दृष्टिïगत ही सरकार द्वारा 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ जैसी अनूठी योजना लागू की गई है।

संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है-शर्मा

चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि आज के माहौल में संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है क्योंकि कोरोना जैसी महामारी से बचने में सर्वाधिक उपयोगी संयम एवं अनुशासन की सीख संस्कृत ही दे सकती है। समय का फायदा उठाते हुए हमें चरक संहिता जैसे ग्रन्थ पढऩ़े चाहिए।
डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने ये विचार गत दिवस हरियाणा संस्कृत अकादमी एवं श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में 'संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षणÓ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत वेबिनार संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत और संस्कृति भारत का गौरव व विरासत है। इन दोनों का संरक्षण करना प्रत्येक भारतीय का नैतिक कर्तव्य है।
वेबिनार संगोष्ठी का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से आचार्य नितिन प्रवक्ता आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, अम्बाला छावनी द्वारा किया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी में देश के अनेक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वानों व शोधार्थियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के मुख्यातिथि डॉ. बलदेव धीमान, कुलपति श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र ने संबंधित विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के लिये सम्यक् कर्म करना नितान्त आवश्यक है जबकि संगोष्ठी में सारस्वत अतिथि के रूप में शामिल संस्कृत भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री जय प्रकाश ने संस्कृत भाषा को अत्यन्त मधुर व सरलतम बताते हुए इसे जन-जन की भाषा बनाने की बात कही।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत की आत्मा है। संस्कृत का ज्ञान प्रत्येक भारतीय के लिये अपरिहार्य है। इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर फतेहाबाद के संजीव कुमार ने भी संबंधित विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कुरूक्षेत्र में कोविड-19 के दृष्टिïगत आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले सूर्यग्रहण मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जाएगा ,परंतु आदिकाल से चली आ रही परम्परा एवं कोरोना वायरस को मद्देनजर रखते हुए विश्व शांति एवं कल्याण के लिए ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का एक छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार एवं जिला प्रशासन कुरूक्षेत्र द्वारा भारत के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के तहत जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना के तहत इस बार सूर्यग्रहण के अवसर पर 21 जून को मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह सूर्यग्रहण मेले में स्नान एवं पूजा-अर्चना हेतु कुरुक्षेत्र ना जाएं ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त सहित दो युवक काबू

सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए कालांवाली पुलिस टीम ने गस्त व चैकिंग के दौरान मल्लेकां क्षेत्र से दो युवकों को 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त के साथ काबू किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए कालांवाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान बलविंदर सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी मल्लेकां व परमजीत सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी परलीकां राजस्थान के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ थाना सदर सिरसा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है । उन्होंने बताया कि सीआईए कालांवाली पुलिस टीम के सहायक उप निरीक्षक सोमित कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मल्लेकां क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे दोनों युवकों ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त दोनों युवकों को रोककर उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जा से 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ।

पैनल अधिवक्ता वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को करेंगे जागरुक


सिरसा(लहू की लौ)जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनमोल सिंह नय्यर ने बताया कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 को ध्यान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहा है। पैनल अधिवक्ता 17 जून तक जागरुकता अभियान के तहत व्हाट्स ऐप वेब, वीडियो कॉफ्रेंसिंग व वोडियों कॉलिंग द्वारा लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के आमजन को प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में अवगत करवाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके तथा मौलिक कर्तव्यों के बारे में जनता में जागरूकता पैदा की जा सके। 

सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को मिलेगा राज्य पुरस्कार

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों से राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 हेतु मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में विलक्षण सेवाएं देने वाले व्यक्ति को राज्य पुरस्कार दिया जाएगा, जिसके तहत प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय 30 हजार व तृतीय पुरस्कार के रूप में 20 हजार रूपए दिए जाएंगे। आवेदक इस पुरस्कार के लिए 20 जून सायं चार बजे तक संबंधित जिला कार्यालय में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।

600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों सहित बाईक सवार काबू

सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए डबवाली पुलिस टीम ने गश्त व चैकिंग के दौरान मम्मड़ खेड़ा क्षेत्र से मोटरसाइकिल सवार एक युवक को 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों के साथ गिरफ्तार किया है ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली प्रभारी इंस्पैक्टर अवतार सिंह ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान विनोद कुमार पुत्र हंसराज निवासी नथौर के रूप में हुई है।
सीआईए डबवाली प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ थाना रानियां में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीआईए डबवाली के सहायक उप निरीक्षक चरणजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मम्मड़ खेड़ा में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार युवक ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त मोटरसाइकिल सवार युवक को काबू कर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद हुए।

नमांकन / पद्म अवाड्र्स 2021 के लिए आवेदन मांगे

सिरसा(लहू की लौ)भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 के लिये पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं जिसकी अंतिम तिथि केन्द्र सरकार द्वारा 15 सितम्बर 2020 तय की गई है।
यह जानकारी देते हुए नगराधीश कुलभूषण बंसल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतन्त्र दिवस के अवसर पर पद्म पुरस्कार श्रृखंला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। इनमें कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, औषधि, सामाजिक कार्य, विज्ञान, अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामलों, नागरिक सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि क्षेत्र शामिल हैं। इन पुरस्कारों हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन ऑनलाइन वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट पद्मअवाड्र्स डॉट जीओवी डॉट इन (222. श्चड्डस्रद्वड्डड्ड2ड्डह्म्स्रह्य. द्दश1.द्बठ्ठ) के माध्यम से ही किया जा सकेगा। इस वेबसाइट पर निर्धारित पात्रता और मापदंड की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।