26 मई 2011

बरसे आंसूओं के बादल, सरदारनी विदा

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की धर्मपत्नी बीबी सुरेन्द्र कौर बादल का अन्तिम संस्कार बुधवार को बाद दोपहर 2.30 बजे धार्मिक रस्म रिवाज के साथ गांव बादल में कर दिया गया। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, त्रिलोचन सिंह जत्थेदार तख्तश्री केसगढ़ साहिब, हरनाम सिंह घुम्मा जत्थेदार दमदमी साहिब, बलवन्त सिंह आनन्दगढ़ जत्थेदार तख्त श्री दमदमा साहिब द्वारा की गई  अरदास के बाद बादल के बेटे तथा पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने मुख अग्नि देकर दाह संस्कार की रस्म अदा की।
    इस मौके पर अलग-अलग राज्यों व समाज के हर वर्ग के हजारों की गिनती में पहुंचे सुरेन्द्र कौर बादल के प्रशंसकों ने भरे हुए मन और अश्रु भरी आंखों के साथ उन्हें अन्तिम विदाई दी।  इससे पूर्व भीषण गर्मी के बावजूद बादल गांव में केन्द्रीय घर में उनकी रखी गई देह के अन्तिम दर्शन के लिए लोग सुबह से ही काफिलों के रूप में वहां पहुंचने शुरू हो गये थे। दरबार साहिब के हजूरी रागियों ने लगातार गुरवाणी का कीर्तन किया। शमशानघाट ले जाने के लिए विशेष तौर से सजाई गई गाड़ी में रखते समय बीबी बादल की अर्थी को उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल, भतीजे मनप्रीत सिंह बादल, दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों और नजदीकी रिश्तेदार विक्रम सिंह मजीठिया ने कंधा दिया। इस विशेष गाड़ी में प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल के अतिरिक्त बादल की बेटी परनीत कौर, दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों, पुत्रवधू हरसिमरत कौर बादल बैठे हुए थे। आज सुबह प्रकाश सिंह बादल के भाई और पूर्व सांसद गुरदास सिंह बादल अपने बेटे मनप्रीत सिंह बादल सहित उनसे दु:ख सांझा करने के लिए पहुंचे।
    पार्टी स्तर से ऊपर उठ कर बादल परिवार से दु:ख सांझा करने और बीबी सुरेन्द्र कौर बादल को श्रद्धांजलि भेंट करने वालों में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, केन्द्रीय संचार मंत्री सचिन पायलट, पूर्व कांग्रेस मंत्री तेजप्रकाश सिंंह, सुनीत जाखड़, पूर्व कांग्रेस विधायक अरविन्द्र खन्ना शामिल थे। बीबी बादल की मृतक देह पर फूल मालाएं चढ़ाने वाली हस्तियों में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा, हिमाचल के मुख्यमंत्री पे्रम कुमार धूमल, पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल, हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, सांसद आशीष कथूरिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री बूटा सिंह, आल इंडिया एंटी टेरारिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनजिन्द्र सिंह बिट्टा, लोक भलाई पार्टी के प्रधान बलवन्त सिंह रामूवालिया, दलजीत सिंह चीमा राजनीतिक सचिव सीएम पंजाब, हरचरण बैंस मीडिया एडवाईजर सीएम पंजाब, किरपाल सिंह चेयरमैन पिछड़ा वर्ग आयोग पंजाब, सुनील जाखड़ विधायक अबोहर,  हीरा सिंह गाबडिय़ा जेल मंत्री पंजाब, पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियाणवी की ओर से ईमाम उसमान रहमानी ने तथा हाजी मुस्लिम भाईचारा जिला मुक्तसर के चेयरमैन हाजी मोहम्मद अशरफ, निर्मल सिंह काहलों, परमन्द्रि सिंह ढींढसा शामिल थे।
    अन्तिम संस्कार के मौके पर पहुंची धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र की शख्सियत राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख वीरेन्द्र सिंह ढिल्लों, सन्त मान सिंह, सन्त अमरीक सिंह कार सेवा वाले, बाबा कश्मीरा सिंह, अवतार सिंह मक्कड़ प्रधान एसजीपीसी अमृतसर, बीबी जंगीर कौर, किरपाल सिंह बंडुगर पूर्व अध्यक्ष एसजीपीसी अमृतसर, शामिल थे।

सगे भाईयों के हत्यारोपी ने किया आत्मसमर्पण

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली उपमंडल के गांव देसूजोधा में जमीनी विवाद को लेकर 15 मई को दो सगे भाइयों की हत्या के एक आरोपी ने बुधवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने एक दिन का पुलिस रिमांड देते हुए आरोपी को पुलिस को सौंप दिया।
15 मई को गांव देसूजोधा में जमीनी विवाद को लेकर बठिंडा जिला के गांव गुरूसर सैहनेवाला के नत्था सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर देसूजोधा निवासी दर्शन सिंह उर्फ मट्टू कबड्डी खिलाड़ी और कौर सिंह दोनों भाइयों की दिन दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी थी। थाना शहर पुलिस ने दर्शन सिंह के बेटे वकील सिंह की शिकायत पर 7 व्यक्तियों नत्था सिंह, उसकी बेटी परमजीत कौर, दामाद, तीन अज्ञात ट्रेक्टर-ट्राली चालक व कार चालक के खिलाफ धारा 302/148/149/120बी और शस्त्र अधिनियम  के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश के लिए चार टीमें गठित की थीं।
घटना का मुख्य आरोपी घटना के बाद बठिंडा जाकर अस्पताल में दाखिल हो गया था। लेकिन बाद में अस्पताल से बिना बताये गायब हो गया। पुलिस के दबाब के चलते आज हत्या आरोपियों में से चरणजीत पुत्र गुरदेव सिंह निवासी गुरूसर सैहनेवाला जिला बठिंडा ने डबवाली की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया और अदालत ने आरोपी को पुलिस को सौंप दिया।
थाना शहर प्रभारी निरीक्षक बलवन्त जस्सू ने बताया कि अदालत से पकड़े गये आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया है ताकि हत्या में प्रयुक्त किये गये हथियार व अन्य आरोपियों के पते व ठिकानों के बारे में पता लगाया जा सके। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार किये गये चरणजीत, मुख्य आरोपी नत्था सिंह का सीरी है। अभी तक म ुख्य आरोपी और छह अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।

बिजली निगम के कैशियर से 72 हजार लूटे

डबवाली (लहू की लौ) चौटाला रोड़ पर बुधवार को दिनदिहाड़े बाईक सवार दो युवक दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के कैशियर का बैग छीनकर फरार हो गए। बैग में 72 हजार रूपए की राशि थी। जोकि वह एसबीआई से निकलवाकर पैदल ही बस अड्डा की ओर जा रहा था।
दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम कालांवाली में कैशियर के पद पर तैनात शाम लाल (52) पुत्र कन्हैया लाल निवासी कालांवाली ने बताया कि वह बस से डबवाली पहुंचा था। करीब 1.20 मिनट पर भारतीय स्टेट बैंक के पास बस से उतरकर सीधे ही बैंक में चला गया। वहां से उसने 72 हजार रूपए की राशि निकलवाई और निगम के खाकी रंग के बैग में उस राशि को डालकर बैंक से बस अड्डा के लिए पैदल ही चल पड़ा, ताकि डबवाली बस अड्डा से वह कालांवाली के लिए बस पकड़ सके।
शाम लाल के अनुसार वह जैसे ही इसी रोड़ पर स्थित एचडीएफसी बैंक के नजदीक पहुंचा तो पीछे से बाईक पर आए दो युवकों ने उसे पीछे से धक्का दिया और वह सड़क पर गिर गया। ये युवक उसके हाथ में पकड़े बैग को छीन ले गए। उसके नाक, घुटनों पर चोट आई है। उसके शोर मचाने पर एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी और शाखा प्रबंधक तुरंत बैंक से बाहर आए। उन्होंने उसे सड़क से उठाकर प्राथमिक चिकित्सा दी। उन्होंने ही इस घटना की सूचना थाना शहर पुलिस को दी। निगम के कैशियर ने बताया कि यह राशि सीएफसी फण्ड के अंतर्गत निकलवाई गई थी। उसके अनुसार इस राशि का प्रयोग निगम के छोटे खर्चों के लिए होता है। डबवाली डिविजन का मुख्य खाता एसबीआई डबवाली में होने के कारण, इस राशि को निकलवाने के लिए उन्हें डबवाली एसबीआई में ही आना पड़ता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक डिस्कवर बाईक पर थे। बाईक की नंबर प्लेट मुंडी हुई थी। जिस पर केवल डीएल4एस ही नजर आता था। बाईक चालक ने लाल रंग की शर्ट पहनी हुई थी, जबकि उसके पीछे बैठा लुटेरा कुर्ता-पजामा पहने हुए था। लुटेरों की आयु लगभग 30 साल आंकी जा रही है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि शाम लाल अग्रवाल की शिकायत पर दफा 356/379/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।