28 नवंबर 2010

रोमिंग फ्री हो सकते हैं बॉर्डर पर पडऩे वाले क्षेत्र!

डबवाली (लहू की लौ) बीएसएनल हिसार मण्डल महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल की मोबाइल सेवा को ओर लोकप्रिय बनाने के लिए हिसार मण्डल में पंजाब तथा राजस्थान के साथ पडऩे वाले क्षेत्रों को रोमिंग फ्री करने की योजना तैयार की जा रही है। जो शीघ्र ही कार्यरूप लेने की आशा है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।

रोमिंग फ्री हो सकते हैं बॉर्डर पर पडऩे वाले क्षेत्र!

डबवाली (लहू की लौ) बीएसएनल हिसार मण्डल महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल की मोबाइल सेवा को ओर लोकप्रिय बनाने के लिए हिसार मण्डल में पंजाब तथा राजस्थान के साथ पडऩे वाले क्षेत्रों को रोमिंग फ्री करने की योजना तैयार की जा रही है। जो शीघ्र ही कार्यरूप लेने की आशा है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।

लोगों की समस्याओं के आगे महाप्रबंधक मजबूर

डबवाली (लहू की लौ) भारत संचार निगम लि. द्वारा दूरभाष केन्द्र डबवाली में शनिवार को खुला दरबार आयोजित किया गया। शिकायतें सुनाने आए उपभोक्ताओं ने दरबार को 'निगम का खेलÓ करार देते हुए निगम के महाप्रबंधक को खूब खरी-खोटी सुनाई। बाद में निगम के महाप्रबंधक ने इसे अपनी 'मजबूरीÓ करार दिया।
शनिवार को बीएसएनएल की ओर से डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए खुला दरबार सजाया गया। लेकिन दरबार में शिकायती कम और दरबारी ज्यादा पहुंचे। लोगों की अधिकतर शिकायत बिल, एक्सचैंज के टेलीफोन कनेक्शन, मोबाईल सेवा, लैंडलाईन सेवा से संबंधित थी। आचार्य रमेश सचदेवा ने शिकायत की कि निगम द्वारा जब भी खुला दरबार आयोजित किया जाता है, वे अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं। लेकिन आज तक उनकी एक भी शिकायत का निपटान 'निगम के इस खेलÓ में नहीं हुआ। सचदेवा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि स्थानीय टेलीफोन एक्सचैंज में न तो कम्प्यूटर टेक्निकल है और न ही चैक के जरिए बिल पेमेंट करने का कोई प्रोसिजर बताया जाता। बीएसएनएल की कस्टमर केयर से फोन पर करीब पांच मिनट तक माथापच्ची करने के बाद बात होती है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे कम्प्यूटरों की कंफिरगेशन तक नहीं बताई जाती। यहां तक की निगम योजनाएं बनाता है, लेकिन डबवाली एक्सचैंज के अधिकारियों की इसकी जानकारी योजनाओं की समयावधि खत्म होने के बाद ही मिलती है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
कोच दीदार सिंह, मनीष कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने लैंडलाईन फोन के लिए अप्लाई किया हुआ है। लेकिन निगम के कर्मचारी बार-बार उन्हें टरका रहे हैं। इसी प्रकार मुकन्द लाल सेठी ने भी बिल की शिकायत दर्ज करवाई। गुरमेल सिंह लखेसर ने हरियाणा में रहते हुए रोमिंग पडऩे की शिकायत महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री से की।
उपभोक्ताओं की शिकायतें और खरी-खोटी सुनने के बाद महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल सरकारी डिपार्टमेंट है। निगम में स्टॉफ की कमी चल रही है। हिसार मण्डल की काफी प्रोपजलें उन्होंने उच्च अधिकारियों को मंजूरी के लिए भेजी हुई हैं। लेकिन पिछले तीन सालों से एक भी टैण्डर क्लीयर नहीं हुआ है। 15-20 टावर लगाए जा चुके हैं और सरकार पर उनका किराया भी पड़ गया है। लेकिन मंजूरी आज तक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट द्वारा उन पर टारगेट थोपा जाता है, इस टारगेट को पूरा करना उनके लिए आवश्यक होता है। जीएम अग्निहोत्री ने मजबूरी बताते हुए कहा कि बीएसएनएल वन मैन शो नहीं है। हर कार्य एक सिस्टम के तहत होता है। फाईलें कई टेबलों पर पहुंचकर पास की जाती हैं। हर कार्य उनकी खुद की पावर में नहीं है, ऑल इंडिया लेवल पर योजनाएं बनती हैं और लागू होती हैं। उन्होंने अपने स्तर की हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उपमहाप्रबंधक हिसार ओपी जांगिड़, एलसी सहारण एजीएम मार्केटिंग हिसार, मण्डल अभियंता सिरसा अमर सिंह, एसडीई मनमोहन सिंह, एसडीई भारत भूषण वधवा, जेई राकेश बांसल, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।

16 साल की लड़की से बलात्कार

डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस ने एक नाबालिग लड़की की शिकायत पर गांव चौटाला के एक युवक के खिलाफ अपहरण करके बलात्कार करने के आरोप में केस दर्ज किया है।
गांव चौटाला निवासी रेणू देवी (16) पुत्री बलराम सोनी ने चौटाला पुलिस चौकी में दिये ब्यान में कहा है कि 24-25 नवम्बर की रात को उनके गांव का अमित पुत्र मंगतू राम उसके घर से उसका अपहरण करके अपने खेत में बने एक कोठे में ले गया और वहां पर आरोपी ने उसके साथ मुुंह काला किया और भाग गया। 25 नवम्बर को सुबह उसका ताऊ वीरू राम अमित के खेत में उसे ढूंढ़ता हुआ पहुंचा और उसे अपने साथ घर ले आया।
पीडि़ता के अनुसार उसने अपनी आपबीती अपने घर आकर अपने अभिभावकों को बताई। इसके बाद दोनों पक्षों की पंचायत हुई तथा मामला सुलझ गया। लेकिन इसके बाद 26 नवम्बर की रात को लगभग साढ़े बजे अमित अपने भाई विनोद व अन्य राजकुमार, बबलू बगैरा उनके घर आ धमके और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की। चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू ने बताया कि लड़की के उपरोक्त ब्यान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 363/366ए/376/342/147/149/323/452  आईपीसी के तहत केस दर्ज करके पीडि़ता का चौटाला के सिविल अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाई। सिविल अस्पताल चौटाला की डॉ. कुलविन्द्र कौर ने बताया कि लड़की का स्वैब लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया।

लड़कियों के स्कूल के बाहर हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार देर शाम को राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के बाहर सड़क पर छात्राओं द्वारा साईकिलें खड़ी करने की मामला इतना तूल पकड़ गया कि विद्यालय के मुख्य अध्यापक और आसपास के परेशान लोग आमने-सामने आ गये।
भड़के लोगों ने प्रिंसीपल को शाम करीब साढ़े छह बजे विद्यालय के पास घेर लिया। उस पर नशे में होने का आरोप लगाते हुए उसे मारने को दौड़े लेकिन उसने भाग कर एक मकान में छुप कर जान बचाई। कांग्रेसी नेता इन्द्र जैन, मुनीष जैन, गुरबचन, सुनील कुमार आदि ने बताया कि स्कूल प्रिंसीपल ने साईकिलों को स्कूल के बाहर खड़े करने की उपमंडलाधीश को शिकायत करने के बाद उनसे दुव्र्यवहार किया और नशे में धुत्त होकर गाली-गलौच किया।
वार्ड नं. 2 के निवासी गुरबचन दास पुत्र प्रभु दयाल ने थाना शहर पुलिस डबवाली में एक दरख्वास्त देकर आरोप लगाया कि वह लोग उपमंडलाधीश डबवाली को स्कूल के सामने सड़क पर खड़ी साईकिलों को हटवाने के लिए मिले, इस पर स्कूल का मुख्य अध्यापक इन्द्रजीत सागवान उनको गाली-गलौच करने लगा तथा शराब पीकर जान से मारने की धमकियों पर उतर आया।
इधर विद्यालय के पिं्रंसीपल इन्द्रजीत सागवान ने इस बात को स्वीकार किया कि साईकिल खड़े करने को लेकर उनका कुछ लोगों से झगड़ा हुआ है लेकिन उन्होंने शराब पीये होने से इंकार किया। उन्होंने बताया कि उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने भी उनसे साईकिलों को खड़े करने संबंधी व्यवस्था करने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि साईकिलों का मामला आने पर उन्होंने गली में लगे जनरेटरों को भी हटवाने की मांग उपमंडलाधीश के समक्ष रखी थी। इसी मामले को लेकर कुछ लोग उसके पीछे पड़े हुए हैं। उसकी किसी के साथ लड़ाई नहीं है।
विद्यालय की शिक्षा समिति के सदस्य तथा वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि विद्यालय के बाहर छात्राओं द्वारा साईकिल खड़े करने से यातायात में बाधा आती है और इससे इस क्षेत्र के दुकानदार तथा निवासी परेशान होते हैं। इसको मद्देनजर रखते हुए मंगलवार से साईकिलों को विद्यालय के भीतर खड़े करने की व्यवस्था कर दी जायेगी।
थाना शहर पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है और दोनों पक्षों को थाना में बुलाया गया है। उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।