12 सितंबर 2009

पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देंगे: बीएसएफ


अमृतसर। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में 107 एमएम रॉकेट दागे जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि वे पड़ोसी देश की ओर से होने वाली किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं। पाकिस्तान ने हालांकि अपनी सीमा की ओर से रॉकेट दागे जाने से इंकार किया है।
बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार सुबह उन स्थानों का मुआयना किया, जहां रॉकेट दागे गए थे। अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार रात अटारी-वाघा सीमा चौकी पर 107 एमएम के तीन रॉकेट दागे गए थे। पंजाब सीमा के पुलिस उपमहानिरीक्षक जागीर सिंह ने आईएएनएस को बताया, “दुनिया भर में 107 एमएम रॉकेट का इस्तेमाल सेना द्वारा किया जाता है। कुछ आतंकवादी संगठन भी इनका इस्तेमाल करते हैं। जुलाई में भी इस क्षेत्र में ऐसे ही रॉकेट दागे गए थे। हम घटना की जांच कर रहे हैं।”
सिंह ने कहा, “हमने शुक्रवार रात पाकिस्तानी रेंजरों के साथ बैठक की थी हालांकि रेंजरों ने पाकिस्तान की ओर से रॉकेट दागे जाने से इंकार किया है। हमने उन्हें मामले की जांच के लिए वक्त दिया है। उन्होंने हमसे कहा कि वे मामले की जांच करेंगे। इस संबंध में हम उनसे फिर मुलाकात करेंगे।” पाकिस्तान की ओर से शुक्रवार रात भारतीय सीमा में अमृतसर सेक्टर पर रॉकेट दागे जाने के बाद बीएसएफ के जवानों ने भी मशीनगन से जवाबी गोलीबारी की थी। रॉकेट अटारी संयुक्त सीमा चौकी के समीप पुल कंजारी क्षेत्र के गांवों में आकर गिरे थे। घटना के बाद यहां तनाव है हालांकि बीएसएफ ने गश्त बढ़ा दी है।
पंजाब सीमा पर बीएसएफ के पुलिस महानिरीक्षक हिम्मत सिंह ने बताया कि अटारी- वाघा सीमा के समीपवर्ती गांवों के लोगों ने खेतों में रॉकेट गिरने के बारे में बीएसएफ के अधिकारियों को सूचित किया था। बाद में बीएसएफ ने इलाके की घेराबंदी कर जवाब में मशीनगनों से गोलीबारी की थी। बीएसएफ के कमांडेंट्स और पाकिस्तान रेंजर्स ने मामले की जांच के लिए शनिवार तड़के बैठक की। बैठक में भारतीय पक्ष ने सीमा पार से बार-बार होने वाली गोलाबारी पर कड़ा ऐतराज जताया। इससे पहले भी जुलाई में पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा पर तीन रॉकेट दागे गए थे।
शुक्रवार को इस सीमा पर पहली बार महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के कुछ घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से ये रॉकेट दागे गए। अधिकारी ने कहा, “इस घटना से महिला सुरक्षाकर्मियों के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्हें सीमा से हटाने का कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।” बीएसएफ की 118 महिला सुरक्षाकर्मियों को शुक्रवार को यहां तैनात किया गया था।

तालिबान धमकी से छूटे पुलिसवालों को पसीने, डयूटी से नदारद

पेशावर, 12 सितंबर। पाकिस्तान के खैबर जिले में तालिबान से जुडे एक अन्य आतंकी गिरोह की धमकी से घबराए 500 पुलिसकर्मी डयटी से नदारद हो गए हैं। खैबर के प्रशासनिक प्रमुख तारिक हयात ने बताया कि खैबर में सक्रिय एक आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-इस्लाम की धमकियों के बाद तकरीबन पांच सौ आदिवासी पुलिसकर्मियों ने डयूटी पर आना छोड दिया। इन लोगों को नोटिस देकर चौबीस घंटों के भीतर डयूटी पर उपस्थित होने को कहा गया है। यदि वे फिर भी डयूटी पर नहीं आते हैं तो उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाएगा। इस जिले में आदिवासी पुलिसकर्मियों की कुल तादाद ढाई हजार के लगभग है। तहरीक के कमांडर मंगल बाग ने एफएम रेडियो प्रसारण में धमकी दी थी कि यदि यहां पर तैनात सेना और अद्र्धसैनिक बल अपनी नौकरी नहीं छोडेंगे, तो उनके घरों को उडा दिया जाएगा और उन पर कडा जुर्माना लगाया जाएगा। इस प्रसारण के बाद ही आतंकवादियों ने तीन पुलिसवालों के घरों को विस्फोट करके तहस-नहस कर दिया था।

तालिबान ने 7 पुलिस अफसरों को मौत के घाट उतारा

काबुल, 12 सितंबर। अफगानिस्तान में तालिबान ने शनिवार को एक नाके पर हमला कर सात पुलिस अफसरों को मौत के घाट उतार दिया। कुंदूज में हुए इस हमले में इस नाके का पुलिस कमांडर भी मारा गया। घटना की अभी विस्तृत रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। इस साल की शुरूआत तक कुंदूज में अन्य स्थानों की तुलना में शांति थी, लेकिन उसके बाद वहां हमलों की संख्या बढ गई है। एक सप्ताह पहले तालिबान ने वहां दो पत्रकारों का अपहरण कर लिया था। इनमें से एक न्यूयार्क टाइम्स के पत्रकार स्टीफन फैरल और उनके सहयोगी सुलतान मुनादी थे। नाटो के सैन्य अभियान में स्टीफन को तो छुडा लिया गया, मगर उसमें सुलतान मुनादी मारे गए थे।

मणिपुर में बीएसएफ के तीन जवान शहीद

इम्फाल, 12 सितंबर। मणिपुर में शनिवार को अलगाववादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के तीन जवानों की मौत हो गई पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इम्फाल से करीब बीस किलोमीटर दूर ओक्सू गांव के नजदीक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अलगाववादियों ने बीएसएफ के एक काफिले पर भारी गोलीबारी की। बीएसएफ जवान नियमित गश्त से लौट रहे थे, उसी दौरान एक पहाडी से अलगाववादियों ने उन पर गोलीबारी कर दी। अलगावादी हमले में मारे गए जवानों के हथियार लेकर फरार हो गए। इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि उनके पास विस्तृत जानकारी नहीं है। यह स्पष्ट नहीं है कि बीएसएफ के जवान जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम थे या नहीं। पीएलए मणिपुर में मेतेई समुदाय के लिए अलग राज्य की मांग कर रहा है। राज्य में करीब बीस अलगाववादी संगठन सक्रिय हैं।

फकीर चन्द प्रकरण को लेकर सीबीआई पहुंची दीवानखेड़ा

डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीर चंद की गुमशुदगी के मामले में जांच में जुटी सीबीआई के टीम दूसरे दिन भी सिरसा में रूकी रही। टीम के डीएसपी सतीश डागर के नेतृत्व में आए टीम के सदस्य आज दीवानखेड़ा, गांव में गए। इस मामले में शिकायतकर्ता रामकुमार बिश्रोई से जानकारी जुटाई। मालूम हो कि डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीरचंद एकाएक लापता हो गए थे। करीब डेढ़ दशक पूर्वक गायब हुए फकीरचंद का कोई सुरा$ग नहीं लगा। इस सिलसिले में परिजनों की गुहार पर की गई पुलिस जांच में भी फकीरचंद के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। दूसरी ओर डेरा के पूर्व साधु रामकुमार बिश्रोई ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। इस याचिका के माध्यम से फकीरचंद की गुमशुदगी के मामले में उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की गई। उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने सीबीआई को फकीरचंद के लापता होने की जांच के आदेश दिए थे। इस सिलसिले में एक पखवाड़े पूर्व भी सीबीाआई की उच्चस्तरीय टीम सिरसा में आई थी। उस समय टीम ने डेरा सच्चा सौदा तथा फूलकां सहित अन्य स्थानों पर फकीरचंद से संबंधित दस्तावेज एकत्रित किए थे। कल सीबीआई की टीम केस के सिलसिले में सिरसा पहुंची। टीम ने अपने स्तर पर कई जगह पूछताछ की। दूसरी ओर, आज टीम के सदस्य दीवानखेड़ा गांव में गए और मामले के शिकायतकर्ता से जानकारी जुटाई।

बेदी आत्महत्या प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

सिरसा (लहू की लौ) बहुचर्चित सुखविन्द्र बेदी आत्महत्या मामले में पीडि़त परिजनों ने आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है। पीडि़त परिजनों का कहना है कि इस मामले को एक वर्ष हो गया है लेकिन पुलिस अब तक केवल एक ही व्यक्ति को गिरफ्त में ले सकी है। शेष सभी आरोपी खुले घूम रहे हैं। मालूम हो कि एक साल पहले फाइनेंसरों के दबाव के चलते रेडीमेड गारमेंट संचालक सुखविन्द्र बेदी ने आत्महत्या कर ली थी। मृतक ने सुसाइड नोट में करीब आधा दर्जन लोगों के नाम लिखे थे और उन्हीं लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर छह लोगों को नामजद किया था। बाकायदा मधुबन स्थित पुलिस प्रयोगशाला से सुसाइड नोट की जांच करवाई गई थी जिसमें पुष्टि हुई थी कि सुसाइड नोट मृतक सुखविन्द्र बेदी के द्वारा ही लिखा गया था। मृतक की पत्नी गुरविन्द्र कौर व मां मंजीत कौर ने जारी किए प्रेस वक्तव्य में पुलिस कार्रवाई पर असंतोष जताया। उनका कहना है कि 13 सितंबर 2008 को मामला दर्ज किया गया था लेकिन अब तक केवल एक भूप सिंह नामक आरोपी को ही पुलिस गिरफ्तार कर सकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। इसी वजह से अब तक उन लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई।

अफीम के साथ युवक काबू

रोड़ी (लहू की लौ) बड़ागुढ़ा पुलिस ने गश्त के दौरान एक युवक को 320 ग्राम अफीम सहित गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूृत्रों के अनुसार बड़ागुढ़ा पुलिस गांव लकड़ावाली क्षेत्र में गश्त पर थी। इस दौरान पुलिस टीम ने एक युवक को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाया। आरोपी को काबू कर पूछताछ की गई, लेकिन युवक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पुलिस ने संदेह के आधार पर युवक की तलाशी ली। युवक के कब्जे से 320 ग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार अफीम की अनुमानित कीमत 16 हजार रुपये आंकी गईहै। युवक की पहचान लकड़ांवाली निवासी जगदीप सिंह पुत्र बाला सिंह के रूप में हुई है।

दहेज प्रकरण में तीन पर केस दर्ज

रानियां (लहू की लौ) न्यायालय के आदेश पर रानियां थाना पुलिस ने दहेज प्रताडऩा के आरोप में ससुराल पक्ष के तीन लोगों पर मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार संतनगर निवासी सुमित्रा पुत्री दारासिंह का विवाह दमदमा निवासी बलकार सिंह पुत्र सोहनसिंह के साथ हुआ। ससुराल पक्ष द्वारा विवाहोपरांत दहेज की मांग को लेकर सुमित्रा को प्रताडि़त किया जाने लगा। पीडि़ता ने पुलिस में शिकायत दी किंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुमित्रा ने न्यायालय में ससुराल पक्ष पर कार्रवाई को लेकर इस्तगासा दायर किया। आरोप लगाया कि पति बलकार सिंह, ससुर सोहनसिंह व सास रूपो उसे और दहेज लाने के लिए दबाव बनाते थे। दहेज न लाने की सूरत में उसे जान से मारने की धमकी दी गई। आरोप था कि उक्त लोगों द्वारा प्रताडि़त किए जाने का सिलसिला जारी रहा। न्यायालय ने रानियां थाना पुलिस को उक्त तीनों के खिलाफ मारपीट, दहेज प्रताडऩा व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

डबवाली गौशाला पर कब्जे को लेकर फिर उठा विवाद

डबवाली (लहू की लौ) यहां की गौशाला एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। जब नई प्रबन्धक कमेटी के खिलाफ पुरानी कमेटी ने बैठक कर जंग का ऐलान करते हुए नई कमेटी शीघ्र ही गठन करने की घोषणा कर डाली है। गौशाला पर कब्जे को लेकर पुरानी कमेटी ने अपनी रणनीति तय करने के लिए श्री वैष्णों माता मन्दिर में आज सुबह अपनी एक बैठक बुलाई। इस बार पूर्व प्रधान हेमराज जिन्दल तथा पूर्व सरप्रस्त दीपक गर्ग ने अपने साथ किलियांवाली के भाटी परिवार और साथ लगते गांवों के कुछ लोगों को भी इस बैठक में शामिल किया। इस मौके पर गौशाला की व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए उपस्थित लोगों ने कहा कि व्यवस्था सुधारने की जरूरत है और यह भी कहा कि नई कमेटी असवैधानिक है। इस बैठक में घोषणा की गई कि शीघ्र ही शहर की बैठक बुलाकर गौशाला की नई कमेटी बनाई जाएगी। पुरानी प्रबन्धक कमेटी के लोगों ने बैठक में किलियांवाली के भाटी परिवार को मोहरा बनाते हुए उनसे यह ब्यान दिलवाये कि उनके परिवार ने डबवाली गौशाला के निर्माण के समय 10 एकड़ जमीन दान में दी थी। लेकिन आज उनके परिवार को पूछा तक नहीं जाता। बल्कि वे लोग गौशाला की अव्यवस्था के माहौल से आहत हैं। इस मौके पर यह मुद्दा भी उठाया गया कि गौशाला की वर्तमान प्रबन्धक समिति ने श्री सौदागर मल ट्रस्ट के परिवार के सदस्यों को भी मान-सम्मान नहीं दिया। जबकि गौशाला के लिए वे अपनी जमीन की पैदावार का एक तिहाई हिस्सा देते हैं। इस बैठक में गौशाला प्रबन्धक समिति के पूर्व प्रधान हेमराज, पूर्व उपप्रधान सतपाल जिन्दल, पूर्व सरप्रस्त दीपक गर्ग के साथ-साथ निर्मल कण्डा, मनोज सिडाना, मनोज शर्मा, राजेन्द्र गर्ग, राधेश्याम शर्मा, अंग्रेज सिंह बनवाला, सुखमन्दर सिंह भाटी, विकास शर्मा, जग्गी शर्मा, राजविन्द्र सिंह भाटी, बंटू भाटी, राजा भाटी, गुरबाज सिंह बनवाला, कुलवीर बनवाला, नवीन डूडी, कुलवन्त सिंह सरपंच सिंघेवाला, गुरदास बनवाला, प्रकाश चन्द, अजीत सिहाग, सुखराज सिंह धौला किंगरा, जसकरण सिंह भारू, मन्दर भाटी, भिन्द्र भाटी, रूपा भाटी और गौ सेवा समिति के सुरेश बिश्नोई उपस्थित थे। इस मौके पर सुरेश बिश्नोई ने नई प्रबन्धक कमेटी का पक्ष भी रखा।

रूईं के गोदाम में आग, लाखों का नुक्सान

डबवाली (लहू की लौ) यहां के चौटाला रोड़ पर स्थित मै. ज्योति लाल चिरंजी लाल की कॉटन फैक्ट्री में बने रूईं के गोदाम में अचानक आग लग जाने से करीब दो लाख रूपये की रूईं जलकर राख हो गई। फायर ब्रिगेड सूत्रों ने बताया कि डबवाली की नगरपालिका फायर ब्रिगेड सूचना मिलते ही मौका पर पहुंची और कड़े संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जाता है।

शिक्षण संस्थान से हजारों के कम्प्यूटर उपकरण चोरी

डबवाली (लहू की लौ) यहां के सिविल अस्पताल के नजदीक स्थित एक शिक्षण संस्थान में चोरों ने सेंध लगाकर करीब 50 हजार रूपये के कम्प्यूटर और उसके उपकरण चुरा लिये और फरार हो गये। नेशनल इंस्टीच्यूट की संचालिका सविता चौधरी ने बताया कि रात को उनके इंस्टीच्यूट की छत पर अज्ञात चोर आये और सीढिय़ों के गेट को तोड़कर इंस्टीच्यूट के भीतर घुस गये। चोरों ने गेट को तोडऩे के लिए सब्बल का प्रयोग किया। जाते हुए चोर सब्बल को वहां छोड़ गये। उनके अनुसार चोर तीन एलएसडी, दो सीपीयू व अन्य सामान चुरा ले गये। जिसकी कीमत करीब 50 हजार रूपये आंकी गई है। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि पिछले करीब एक सप्ताह से लगातार नगर में चोरों का आतंक कायम है। कहीं न कहीं असामाजिक तत्व वारदात को अंजाम देकर भाग निकलते हैं।

मोटरसाईकिल चोरी

डबवाली (लहू की लौ) यहां के कांग्रेसी नेता पवन गर्ग के बेटे टोनी का नया सपलेंडर मोटरसाईकिल कोई अज्ञात व्यक्ति रात को पीरखाना के आगे से चुरा ले गया। टोनी ने बताया कि पीरखाना में भण्डारा था और वह रात को करीब 10 बजे अपने बाला जी टैण्ट हाऊस से निवृत होकर माथा टेकने के लिए अपने मोटरसाईकिल पर गया था। लेकिन जब वापिस पीरखाना से लौटा तो देखा कि पीरखाना के बाहर खड़ा उसका लाल रंग का सपलेंडर मोटरसाईकिल नं. पीबी03के-2215 गायब है। टोनी के अनुसार उसने हाल ही में इस मोटरसाईकिल को खरीदा था। जिसकी कीमत करीब 32,000 रूपये है। इसकी सूचना पुलिस को दी जा चुकी है।

करंट लगने से बकरियां मरी

डबवाली (लहू की लौ) यहां के खेल स्टेडियम के पास लगे ट्रांस्फार्मर की जाली में करंट आ जाने से एक भेड़ पालक की तीन बकरियां दम तोड़ गई। भेड़ पालक जसवीर सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह डबवाली का निवासी बताया जाता है। वह स्टेडियम क्षेत्र में अपनी भेड़-बकरियां चरा रहा था कि अचानक बकरियां जैसे ही खम्बे की जाली के नजदीक पहुंची तो करंट के आगोश में आ गई और वहीं दम तोड़ गई। इससे उसका करीब 10,000 रूपये का नुक्सान हो गया।

सत्संग करने से दूर होते हैं दोष-मुक्तानन्द

डबवाली (लहू की लौ) डॉ. स्वामी मुक्तानन्द महाराज ने कहा कि समाज में ईष्र्या, द्वेष, क्रोध, लोभ भयंकर रूप से व्यप्त होने के कारण समाज सुख-शांति से वंचित है। महापुरूषों के सत्संग करने से ही जीवन से दुर्गुण, दुव्र्यसन, दुराचार आदि दोष दूर होते हैं। वे यहां के वाटर वक्र्स के सामने स्थित शिव मन्दिर में सत्संग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महापुरूषों का जीवन परोपकार के लिए होता है और महापुरूषों के संग से प्रेम, मैत्री, करूणा, कृपा आदि सद्गुण आ जाते हैं। उनके अनुसार मन, वाणी एवं शरीर से होने वाले सभी कर्मो को ईश्वर के प्रति समर्पण भाव से करना ही निष्काम कर्म है। यही उपदेश श्री कृष्ण ने अर्जुन को दिया था।

विदेशों से आते है नकली नोट

रायपुर, 12 सितंबर। रिजर्व बैक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अन्य राज्यों में पकडे गए नकली नोटों के स्क्रीनिंग के बाद यह खुलाया किया है। रिपोर्ट के बाद साफ हो गया है कि नकली नोटों का रैकेट अंतराष्ट्रीय स्तर पर ऑपरेट कर रह है।
छतीसगढ में इस रिपोर्ट के आने के बाद खुफिया तंत्र हरकत में आ गया है। शुक्रवार को पुलिस की दो टीमें अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना की गई। आघा दर्जन टीमें पहले से बंगाल और महाराष्ट्र में बोर जहान से मिली जानकारी के आघार पर हडताल कर रही है। मालदा जिले की पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर नकली नोटों के सप्लायरों का नेटवर्क भेदने के प्रयास हो रहे है। पुलिस को शक है कि राज्य के कुछ अन्य शहरों में भी नोट छपाने वाले सक्रिय है। इसके चलते सभी जिलों की पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। आईजी एमडी अवस्थी ने बताया कि इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) ने पहले ही रिपोर्ट दी है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई नकली नोट छापकर भारत के विभिन्न राज्यों में सप्लाई कर रही है। बरखा होटल से जब्त नोट इंटरनेशनल क्वालिटी के है। इससे यह स्पष्ट है कि इन नोटों को आईएसआई ने छापकर बंगलादेश के माघ्यम से यहां भेजा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को देवेंद्रनगर से बोर जहान नकली नोटों के साथ पकडा गया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बरखा होटल से दो लाख के नकली नोट जब्त किए। बोर जहान का साथी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था। तस्कर से पुलिस की एक विशेष टीम लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि बांगलादेश नकली भारतीय करंसी का बडा कंसाइनमेट लाया गया था, जिसे साथ में लेकर कई लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में निकल गए थे।

पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी

अमृतसर 12,सितम्बर। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिग मामले में पंजाब सरकार डीजीसीए से शिकायत करने जा रही है। हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को-पायलट बैठी हुई थी यही नहीं, पायलट की महिला मित्र के पास लाइसेंस भी नही था। उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिह बादल ने इसे सुरक्षा में बडी चूक बताते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर कम्पनी और पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली से जलालाबाद के लिए उडे सुखबीर सिंह बादल को इमरजेंसी लैडिंग करनी पडी थी। यह घटना 30 अगस्त की है। उल्लेखनीय है कि राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत के लिए भी पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी के हेलीकॉप्टर के पायलट भाटिया अनुभवी पायलयट नहीं थे और उनकी लापरवाही के कारण ही हलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई।
अमृतसर 12,सितम्बर। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिग मामले में पंजाब सरकार डीजीसीए से शिकायत करने जा रही है। हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को-पायलट बैठी हुई थी यही नहीं, पायलट की महिला मित्र के पास लाइसेंस भी नही था। उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिह बादल ने इसे सुरक्षा में बडी चूक बताते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर कम्पनी और पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली से जलालाबाद के लिए उडे सुखबीर सिंह बादल को इमरजेंसी लैडिंग करनी पडी थी। यह घटना 30 अगस्त की है। उल्लेखनीय है कि राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत के लिए भी पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी के हेलीकॉप्टर के पायलट भाटिया अनुभवी पायलयट नहीं थे और उनकी लापरवाही के कारण ही हलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई।

छात्रों की गुन्डागर्दी से मची भगदड

नई दिल्ली 12,सितम्बर। दिल्ली में उच्च माघ्यमिक विद्यालय में पढने वाले लडको द्वारा छेड-छाड की गई थी तथा लडकियों के कपडे फाडे गये थे जिसकी वजह से स्कूल में भगदड मच गई थी और यह दहलाने वाला हादसा हुआ। यह लडके दूसरी पारी में पढने के लिए स्कूल में आते है। फिलहाल पुलिस और सरकार मुजरिमों की तलाश करने में जुटी है, स्कूल प्रबन्घन से छात्राओं ने कई बार शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन स्कूल प्रबन्घन उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की थी।
इस भगदड में मारी गई मुमताज की सहपाठी  ने बताया कि वह दोनों एक साथ स्कूल गई थी। उनका अंग्रेजी का पेपर था। वे लोग स्कूल की ऊपरी मंजिल पर थे कि अचानक टीचर ने क्लास में बैठी लडकियों से कहा कि आप लोग नीचे जाओ, आपका पेपर नीचे के रूम में होगा। जब छात्रांए नीचे जाने लगी, तो लडको ने छेडछाड शुरू कर दी और उनके कपडे खींचने लगे। इसी बीच स्कूल के अन्य छात्र भी यहां आ गये और इन्होने भी छात्राओं से बदतमीजी शुरू कर दी। सभी लडकियां बहुत डरी हुई थी और बचाव के लिए चिल्ला रही थीं।

पाक ने की उकसावे की कार्रवाई, पंजाब में दागे रॉकेट

अमृतसर, 12 सितंबर। पंजाब के अमृतसर सेक्टर में शुक्रवार देर रात भारत-पाक सीमा से सटे दो गांवों में पाकिस्तान की तरफ से तीन रॉकेट गिरे। इसका जवाब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी फायरिंग कर दिया। हालांकि इनसे किसी तरह की जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।
अमृतसर, 12 सितंबर। पंजाब के अमृतसर सेक्टर में शुक्रवार देर रात भारत-पाक सीमा से सटे दो गांवों में पाकिस्तान की तरफ से तीन रॉकेट गिरे। इसका जवाब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी फायरिंग कर दिया। हालांकि इनसे किसी तरह की जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।