16 मई 2010

इंटरनेट पर चल रही ब्लू क्लीपिंग पर शिकंजा कसने की तैयारियां शुरू

डबवाली (लहू की लौ) यूटयूब पर डबवाली कांड के बैनर तले चल रही ब्लू फिल्म की क्लिपिंग का मामला पुलिस के आला अधिकारियों तक जा पहुंचा है। पुलिस ने इस ब्लू फिल्म को लेकर अपनी जांच शुरू कर दी है।
पता चला है कि डबवाली में चर्चा का विषय बनी डबवाली कांड की ब्लू फिल्म की क्लिपिंग का मामला पुलिस तक पहुंंचने के बाद इस साईट को पुलिस के आला अधिकारियों ने आज जांचा और इसके बाद अधिकारी इस बात का पता लगाने में जुट गये हैं कि यह फिल्म किसने तैयार करवाई और किसने बनाई तथा इसे किस प्रकार से नेट पर डाला गया।  चर्चा है कि एक युवक अपना मोबाइल लेकर एक कंप्यूटर वाले के पास गाने डाऊन लोड करवाने के लिए ले गया और उस कंप्यूटर वाले की निगाह मोबाइल में रखी ब्लू फिल्म पर पड़ी तो उसने उसकी कॉपी कंप्यूटर में कर ली और बाद में अन्य मोबाइल पर एमएमएस के जरिये पहुंचने लगी। जिससे पूरे नगर में हड़कम्प मच गया। पुलिस और खुफिया विभाग सक्रिय हो गया।
इंटरनेट पर और मोबाइल में डाली जा रही अश्लील वीडियो क्लीपिंग के संदर्भ में जब डीएसपी बाबू लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिकायतें पुलिस को मिली हैं और एसपी सिरसा कार्यालय से इन साईटों को बन्द करवाने के लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं। शीघ्र ही इन साईंटों को बन्द करवा दिया जाएगा और जो इस प्रकार की शरारत करेगा, उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।

चर्चा का विषय बनी ब्लू फिल्म की क्लीपिंग

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली कांड नामक एक ब्लू फिल्म की क्लीपिंग शुक्रवार को दिनभर शहर में चर्चा का विषय बनी रही। फिल्म की क्लीपिंग में नगर ही युवक-युवती को अश्लील हरकतें करता हुआ दिखाया गया है। इतना ही नहीं दो सप्ताह पूर्व इसे किसी व्यक्ति ने इंटरनेट से जोड़ दिया है।
जानकारी अनुसार इस क्लीपिंग को लेकर शहर में दिन-भर हलचल होती रही। लोग इस वीडियो की सीडी या क्लीपिंग के लिए सीडी विक्रेताओं तथा मोबाईल शॉप के चक्कर लगाते रहे। बताते हैं कि यह फिल्म करीब डेढ़ घण्टा की है। लेकिन मोबाइल शॉप द्वारा मोबाइलों में डाऊनलोड की जा रही इस वीडियो की क्लीपिंग मात्र 8 मिनट है। इंटरनेट पर 1 मिनट की वीडियो क्लीपिंग अपलोड की गई है। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि वीडियो को बीती 26 अप्रैल को इंटरनेट पर डाला गया है। इंटरनेट पर डालने के लिए एक वेबसाईट का इस्तेमाल किया गया है। यह भी पता चला है कि कुछ लोग 200-200 रूपये लेकर मोबाइल पर इस क्लीपिंग को डाल रहे हैं।