20 फ़रवरी 2010

जिला मुख्यालयों पर खुलेंगे प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट-बादल

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार जल्दी ही ब्लाक स्तर पर अति आधुनिक प्रतिभा विकास केन्द्र खोलकर बेरोजगारों और कम पढ़े-लिखे युवकों को लाभदायक रोजगार प्राप्त करने के लिए शिक्षित करेगी। वे शुक्रवार को गांव माहूआना में करीब 18 करोड़ रूपये की लागत से तैयार हुए स्टेट इंस्टीच्यूट ऑफ ऑटोमोटिव और ड्राईविंग स्किल के उद्घाटन के बाद उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों पर प्राईवेट सुरक्षा प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट स्थापित करने की घोषणा भी की और कहा कि ये इंस्टीच्यूट होशियारपुर के जहान खेलों में सिक्योरिटी ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट की तर्ज पर खोल जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने मानव संस्थानों को विकसित करने से पूरी तरह से लापरवाही की हुई है। जब इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी का आपसी सम्बन्ध है और इससे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए केन्द्र को राज्य सरकार से सलाह मश्विरे द्वारा बहु पक्षीय रणनीति तैयार करनी चाहिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गांव माहूआना के मैरिट में आये पांच बच्चों को इस संस्था में मुफ्त प्रशिक्षण देने की घोषणा की।

पंजाब ने देश को दिखाई ऊर्जा उत्पादन की नई राह

डबवाली (लहू की लौ) गांव चन्नू में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कृषि कचरे से बिजली पैदा करने वाले14.5 मेगावाट बिजलीघर को देश को समर्पित किया। जिस पर 80 करोड़ रूपये की लागत आई है। यह प्लांट 400 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाले 29 बायोमास प्लांटों में तीसरा प्लांट है।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब ने नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त की जा रही उपलब्धियों से उत्साहित होकर उनके मंत्रालय ने पंजाब के लिए 21 और ऐसे बिजलीघरों की स्वीकृति देने के साथ-साथ सौर ऊर्जा और छोटी पन तथा हवाई ऊर्जा प्रोजैक्टों को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय एक योजना के तहत पंजाब के किसानों को सौर और हवा ऊर्जा वाले टयूब्बैल मुहैया करवाने जा रहा है। जिसके लिए किसानों को मामूली लागत देनी होगी। उनके अनुसार यदि यह योजना सफल रही तो इससे सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दी जा रही 3500 करोड़ रूपये की सबसिडी बचाई जा सकेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आगामी 18 महीनों में पंजाब भर में 29 ऐसे बिजलीघर ऊर्जा उत्पादन करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्लांट अपने 30 किलोमीटर के घेरे में आने वाले किसानों से प्रतिवर्ष 30-40 करोड़ रूपये कीमत की कृषि कचरा खरीदेगा। उन्होंने कहा कि इन ऊर्जा घरों से चलने वाले कृषि उद्योग को 900 करोड़ रूपये का लाभ होगा।