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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

13 जून 2020

कोरोना वायरस संकट की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार

चंडीगढ(लहू की लौ) हरियाणा की मुख्य सचिव  केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने और प्रभावी ढंग से इसका मुकाबला करने के लिए समय-समय पर सक्रिय रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
मुख्य सचिव ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और जिला उपायुक्तों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, कंटेनमेंट जोन पर कड़ी निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य है और इन निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाए
मुख्य सचिव ने नियंत्रण क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) की निगरानी के बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अब नियंत्रण क्षेत्र में एंट्री और एग्जि़ट पॉइंट का सीमा निर्धारण करने के साथ साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्लिनिकल प्रबंधन पर प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि कस्बों और गांवों में निगरानी पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता समय की जरूरत है और इसके लिए पंचायतों, रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और स्वयंसेवकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, अस्पताल में बेड की क्षमता, पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता और मृत शरीर का प्रबंधन को भी प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिक और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) या इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) की निगरानी सावधानीपूर्वक की जाए ताकि प्रारंभिक चरण में ही किसी भी संभावित  संक्रमण का पता लगाया जा सके।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करें, एक ऐसा तंत्र तैयार करें जिसमें कोविड लक्षण होने वाले किसी भी व्यक्ति को पता होना चाहिए कि उसे कहां जाना है। इसके अलावा, वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए।
होम आईसोलेशन के संबंध में मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हए कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसी भी रोगी, जिनमें कोविड-19 के हल्के या पूर्व-लक्षण पाए जाते हैं, उस स्थिति में संक्रमण की श्रंख्ला को तोडऩे के लिए ऐसे रोगियों को तुरंत होम आईसोलेशन में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में रोगियों के स्वास्थ्य की निगरानी नियमित रूप से इंसिडेंट कमांडरों द्वारा की जानी चाहिए और इस सूचना को निगरानी टीमों के साथ भी साझा किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि टीबी, किडनी संबंधी, आदि जैसे पूर्व बीमारियों से पीडि़त लोगों की मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ प्रत्येक घर की निगरानी के कार्य को जारी रखी जाए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा में वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं और लगातार कठोर रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्त प्रदेश में कोविड से निपटान के प्रबंधन की रणनीतियों में और तेजी लाना सुनिश्चित करें और मुख्य रूप से कोरोना मामलों की निगरानी से लेकर इसके उपचार पर अधिक जोर दिया जाए। जन जागरूकता गतिविधियों में तेजी लाने के साथ-साथ यूनिट टीमों के माध्यम से हाई रिस्क वाले मरीजों की पहचान करने के लिए फीडबैक तंत्र विकसित करने पर जोर दिया जाए।

दो ट्रांसफार्मर से तेल तथा कॉपर चोरी, केस दर्ज

डबवाली(लहू की लौ)गांव चौटाला में ट्रांसफार्मर चोरी होने का मामला सामने आया है। किसान बलराम की शिकायत पर उपमंडल चौटाला के एसडीओ नगिंद्र सिंह ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। शिकायतकर्ता के अनुसार किसान के खेत में 16 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर स्थापित था। रात को अज्ञात चोर उसमें से कॉपर तथा ऑयल चोरी कर ले गए। जिसकी कीमत करीब 44061 रुपये है। चौटाला गांव में ही ट्रांसफार्मर चोरी का दूसरा मामला सामने आया है। परमेश्वरी देवी के नाम पर खेत में 16केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर लगा हुआ था। 9 जून की रात को अज्ञात चोर उसमें से कॉपर तथा तेल चोरी कर ले गए। नुकसान करीब 44061 रुपये हुआ है। दोनों मामलों में सदर थाना पुलिस ने एसडीओ नागिंद्र सिंह की शिकायत पर केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।

लोहगढ़ में शराब की चलती भट्ठी पकड़ी, 160 लीटर लाहन समेत दो गिरफ्तार

डबवाली(लहू की लौ)सीआइए डबवाली ने गांव लोहगढ़ में छापामारी करके घर में चलती शराब की भट्ठी पकड़ी है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करके मौका से 160 लीटर लाहन तथा चार बोतल शराब बरामद की है। आरोपितों की पहचान लक्ष्मण तथा सुरेंद्र पाल उर्फ छानी के रुप में हुई है। सीआइए के एचसी अशोक कुमार को मुखबरी मिली थी कि गांव लोहगढ़ में लक्ष्मण के घर पर चलती भट्ठी पकड़ी जा सकती है। सूचना पाकर टीम मौका पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि एक व्यक्ति चूल्हे में लकड़ी डाल रहा था तो दूसरा बर्तन में पानी बदल रहा था। पुलिस को देखकर दोनों ने भागने की कोशिश की तो पकड़े गए। पुलिस ने 160 लीटर लाहन तथा चार बोतल नजायज शराब बरामद की। लक्ष्मण तथा सुरेंद्रपाल उर्फ छानी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।
इधर देसूजोधा पुलिस के एचसी मनोहर लाल ने गांव देसूजोधा निवासी जसविंद्र सिंह को 10 बोतल शराब समेत गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मुखबरी मिली थी कि आरोपित बिना परमिट ठेका देसी शराब बेचता है। वह एक कैनी में शराब लेकर घर से निकल चुका है। पुलिस ने उसे रास्ते में पकड़ लिया। कैनी में बरामद शराब का माप किया तो 10 बोतल मिली।

इधर 30 लीटर लाहन बरामद
सदर थाना पुलिस के एचसी सुरेंद्र कुमार ने गांव मांगेआना में छापामारी करके बिंदर सिंह के घर पर नाजायज शराब निकालने के लिए तैयार किया जा रहा 30 लीटर लाहन बरामद किया है। पुलिस के अनुसार आरोपित घर के आंगन में एक कैनी में लाहन तैयार कर रहा था। 

13 June. 2020





12 जून 2020

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12 June. 2020





राजस्थान सीमा से लाइव राजस्थान ने शहरी क्षेत्र में प्रवेश रोका, बाइपास से इंट्री कर सकते हैं हरियाणा-पंजाब के लोग


बाइपास पर पहचान पत्र दिखाकर स्क्रीनिंग के बाद राजस्थान दे रहा प्रवेश

पड़ौसी सूबे के मूल निवासियों को अधिक परेशानी, बाहर जाने के लिए अनुमति जरुरी हुई


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा-पंजाब के लोगों के लिए राजस्थान में इंट्री बैन नहीं है। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। सीमा पर उन्हें पहचान पत्र दिखाना होता है, वे कहां जा रहे हैं, सिर्फ यहीं बताना होता है। पड़ौसी सूबे ने स्थानीय नागरिकों के लिए सीमा सील की है। स्थानीय नागरिक बिना पास राजस्थान से बाहर नहीं जा सकते।
लाइव रिपोर्ट :
हरियाणा के आखिरी छोर पर स्थित गांव चौटाला से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान पुलिस ने स्वामी केशवानंद महाविद्यालय ग्रामोत्थान के सामने सीमा सील कर रखी है। किसी को संगरिया शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। राजस्थान पुलिस के 8-10 जवानों के साथ-साथ भारत स्काऊटस के वॉलंटियर्स योगेश के नेतृत्व में डयूटी कर रहे हैं। हरियाणा, पंजाब के अतिरिक्त राजस्थान के मूल निवासी को भी इस गेट से इंट्री नहीं दी जा रही। लोग राजस्थान के मूल निवासी होने के प्रमाण पत्र तक दिखा रहे हैं, सभी को संगरिया बाइपास के रास्ते से आने के लिए कहा जा रहा है। यह गेट केवल उनके लिए ही खोला जा रहा है, जिनके पास सूबे से बाहर जाने के लिए राजस्थान सरकार की अनुमति है। संगरिया के मूल निवासी हरप्रीत को गेट पर रोका गया है। कार में उसके साथ उसकी पत्नी तथा बच्चा है। तीनों चौटाला से वापिस घर जा रहे हैं। उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा। बाइक पर पत्नी, बच्चे संग बठिंडा से लौटा संगरिया का रमेश कुमार भी जाम में फंसा हुआ है। उसका कहना है कि वह ससुराल गया था। पंजाब, हरियाणा सीमा क्रॉस करने में मुझे कोई परेशानी नहीं आई। अपने सूबे पहुंचा हूं तो सीमा पर रोक लिया गया। कहते हैं कि संगरिया बाइपास के रास्ते आओ।

राजस्थान से बाहर जाने वालों को परमिशन जरुरी है। अन्य प्रदेशों से आने वालों को शहर की सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें संगरिया बाइपास से आने के लिए कहा जा रहा है। क्योंकि वहां स्क्रीनिंग हो रही है। राजस्थान में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। हां, बसें तो पूरी तरह से बंद हैं।
-अनिल कुमार
(संगरिया शहर की सीमा पर तैनात राजस्थान का अध्यापक)

राजस्थान को सुरक्षित रखने के लिए हम वालंटियर्स सेवारत हैं। हमारा कार्य लोगों को जागरुक करना है। संगरिया शहर के प्रवेश द्वार को बंद किया गया है। यहां से किसी को इंट्री नहीं दी जा रही।
-योगेश कुमार, भारत स्काऊट

हरियाणा सरकार का गुमराह पत्र

प्रदेश में दिव्यांगता की सभी 21 श्रेणियों को नहीं मिल रहा लाभ, सिर्फ प्रचार तक सीमित है मनोहर सरकार

केंद्र सरकार के फैसले के प्रपत्रों पर मोदी-मनोहर लाल की तस्वीर लगा प्रचार कर रहा हरियाणा राज्य का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग


डबवाली (लहू की लौ) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा का प्रपत्र दिव्यांगजनों को गुमराह कर रहा है। दिव्यांगजन प्रपत्र के मुताबिक पेंशन के आवेदन करते हैं, लेकिन वे खारिज हो जाते हैं। ऐसा इसलिए कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 प्रदेश में लागू नहीं हुआ है। नियमानुसार केंद्र सरकार ने अधिनियम लागू करके दिव्यांगता की श्रेणियां 7 से बढ़ाकर 21 कर दी हैं। नई श्रेणियों में शामिल दिव्यांगजन लाभ से वंचित हैं। बताया जाता है कि पिछले चार साल से हरियाणा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। हालांकि केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी छाप लगाकर खूब प्रचार कर रही है। साफ तौर पर इसे गुमराह प्रपत्र कहा जा सकता है। दिव्यांगजन तो परेशान हैं ही, संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों के लिए प्रपत्र टेंशन का सबब बना हुआ है। जिला स्तरीय अधिकारी दावा करते हैं कि वे नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए कई बार प्रदेश स्तरीय बैठकों में मुद्दा उठा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर मामला अटका हुआ है।

सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, नहीं जागी सरकार 
डबवाली के वार्ड नं. 10 निवासी सुरिंद्र सिंह, वार्ड नं. 05 निवासी कृष्ण लाल, बाबा रामदेव वाली गली निवासी निमा देवी ने बताया कि सरकार आम लोगों को प्रपत्र के जरिए जानकारी दे रही है कि दिव्यांगजन की 7 श्रेणी को बढ़ाकर 21 कर दिया गया है। जिसमें बौनों को शामिल किया गया है। प्रप्रत्र अनुसार कदम 4 फुट 10 ईंच यानी 147 सेंमी. या होने पर वह बौना भत्ता का हकदार होगा। उन्होंने सीएमओ सिरसा से मेडिकल जांच करवाई थी, वे सरकार के नए नॉमर्स पूरे करते हैं। इसके बाद भत्ता के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनका भत्ता रिजेक्ट कर दिया गया कि वे बौना भत्ता पाने के पात्र नहीं है। सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, इसके बावजूद सरकार नहीं जागी। अधिकारी ने जवाब दिया कि ऐसा कोई नियम नहीं है।


पेंशन बढ़ी पर नए नियम लागू नहीं हुए
हरियाणा सरकार बेशक केंद्र सरकार के फैसले का हरियाणा में खूब प्रचार कर रही हो। खुद पुराने ढर्रे पर चल रही है। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अब भी सालों पुराने नियमों पर कार्य कर रहा है। हरियाणा में अब भी दिव्यांगता की सात श्रेणियां मानी जाती हैं। 7वीं श्रेणी बौनापन की है। जिसमें साफ दर्शाया गया है कि 3 फीट 8 ईंच कदम वाले पुरुष तथा 3 फीट 3 ईंच कद वाली महिला को बौना माना जाता है। उसके अनुसार ही उसे पेंशन मिलती है। ताज्जुब की बात यह है कि बौने को प्रदेश सरकार 2000 रुपये मासिक भत्ता दे रही है। जोकि 1 नवंबर 2018 को प्रभावी हुआ था।
  • दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत दिव्यांगजनों की श्रेणियां 7 से बढ़कर 21 हो गई हैं। यह फैसला केंद्र सरकार का है। अभी हरियाणा में यह लागू नहीं हुआ है। हां, हम इसका प्रचार जरुर कर रहे हैं। विशेष बच्चों के सेमिनार में स्पैशल टीचर अभिभावकों को बता रहे हैं। जब लोग उस अनुसार आवेदन करते हैं, तो हम उन्हें लाभ नहीं दे पा रहे। इस मुद्दे पर कई बार डिसकस हो चुकी है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करनी है।
  • -नरेश बत्तरा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सिरसा

महामारी से लडऩे की बजाए प्रचार का भोंपू बजा रही है बीजेपी- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

प्रदेश में चल रही है घोटालों और यूटर्न की सरकार, अंदरूनी समन्वय का है अभाव- हुड्डा
सिरसा (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गांव गुडियाखेड़ा में किसानों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुना। इस मौक़े पर उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी की तरफ से प्रदेशभर 14 से 17 जून तक होने वाली राजनीतिक रैलियों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये समय महामारी से लडऩे का है, ना कि प्रचार का भोंपू बजाने का। अगर इस लड़ाई में सरकार ने लापरवाही बरती तो हरियाणा में भी दिल्ली या मुम्बई जैसे हालात हो सकते हैं। क्योंकि प्रदेश में रोज़ 300 से 400 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। सरकार अपनी पीठ थपथपाने और बीमारी को राजनीतिक इवेंट बनाने की बजाय, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे। आज राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का समय चाहे सरकार हो या विपक्ष।
हुड्डा ने कहा कि रू॥्र की गाइडलाइनंस में ऐसे तमाम राजनीतिक, सामाजिक समारोहों, सेमिनार और बैठकों पर रोक है जिनमें भीड़ जुटने की संभावना है। बावजूद इसके बीजेपी सैंकड़ों लोगों को इक_ा करके उनकी जान से खिलवाड़ करना चाहती है। अगर बीजेपी के पास ख़र्च करने के लिए इतना ही धन है तो उसे कोरोना की लड़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि वर्चुअल रैलियों में। अपनी उपलब्धियां गिनवाने से पहले सरकार को अपनी विफलताओं पर भी नजऱ डाल लेनी चाहिए।
आज प्रदेश के युवा देश में बेरोजग़ारी की मार झेल रहे हैं। बरसों से भर्तियां लटकी पड़ी हैं और उनकी ज्वाइनिंग नहीं करवाई जा रही है। स्वास्थ्य महकमें में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे हज़ारों लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। धान, सरसों, मीटर, चना खऱीद और शराब की अवैध बिक्री जैसे घोटाले हो रहे हैं। सरकार उनकी जांच करवाने की बजाए, उनपर पर्दा डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सिफऱ् विफलताओं, घोटालों और यूटर्न की सरकार बनकर रह गई है। अगर हम सरकार की विफलताएं गिनवाने के लिए रैलियां करेंगे तो लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी। लेकिन ये समय राजनीतिक टकराव की बजाए आपसी सहयोग का है। जब हम सब मिलकर इस महामारी को हरा देंगे तो उसके बाद राजनीतिक कार्यक्रम भी होते रहेंगे। फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक इवेंटबाज़ी करना ग़लत है।
इस वक्त सरकार को लोगों की जान और उनके रोजग़ार की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उसे किसानों को सुविधाएं और रियायतें देने पर ज़ोर देना चाहिए। लेकिन सरकार इसके उल्ट किसानों पर रोज़ कोई ना कोई पाबंदी थोप देती है। पिछले दिनों किसानों की मांग के आगे झुकते हुए सरकार ने धान पर लगाई पाबंदी को तो हटाया लेकिन वो अभी भी पंचायती ज़मीन पर रोक हटाने के लिए तैयार नहीं है। ऊपर से धान किसानों पर अप्रत्यक्ष मार मारने के लिए नई राईस शूट पॉलिसी भी लेकर आई है। राईस शूट के रेट को 150 रुपये से बढ़ाकर सीधे 300 रुपये कर दिया है। पॉलिसी की मंशा पुराने लाभार्थी किसानों को बरसाती मोगे की सप्लाई बंद करके, उन्हें ट्यूबवैल के सहारे छोडऩे की लगती है। सरकार को कोरोना काल में किसानों के साथ नए-नए प्रयोग बंद करने चाहिए। उसे पुरानी नीति पर ही आगे बढऩा चाहिए। अगर कोई नया किसान मोगे की सप्लाई के लिए अप्लाई करता है तो उसके लिए सप्लाई सुनिश्चित करनी चाहिए। भूजल संरक्षण के लिए किसानों पर पाबंदी लगाने की बजाए दादूपुर नलवी नहर परियोजना को फिर से शुरू करना चाहिए। ओटू झील,रिचार्ज बोर,ड्रेन और तालाबों की खुदाई करवानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड धारकों की समस्या पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से पीले राशन कार्ड धारकों के साथ, ग्रीन राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने की अपील की थी। लेकिन आज भी उन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाकी (ह्रक्क॥) राशनकार्डों के लिए चीनी और सरसों का तेल आजतक किसी डिपो पर नहीं आए। यहां तक कि डिपो होल्डर्स के कमीशन का भुगतान भी कई महीने से लटका हुआ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, डबवाली से विधायक अमित सिहाग, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, रामनिवास घोड़ेला, होशियारी लाल शर्मा, डॉ सुशील इन्दौरा, भरत सिंह बेनीवाल, नवीन केडिया, मा. दलीप, रवि शर्मा, मोहन खत्री समेत कई नेता मौजूद थे।

महिला बैंककर्मी से क्लर्क ने की मारपीट

संगरिया (लहू की लौ) केंद्रीय सहकारी बैंक नई धान मंडी ब्रांच में कार्यरत महिला बैंककर्मी की इसी बैंक के क्लर्क ने भोजनावकाश दौरान मारपीट हो गई। सिर में आई चोट से खून बहने लगा तो अन्य कर्मचारियों ने बीच बचाव किया। बैंक की महिला सहायक कर्मचारी गांव नाथवाना निवासी पार्वती स्वामी ने पुलिस को दिए परिवाद में बताया कि गुरुवार दोपहर लंच टाइम में वो खाना खाने के बाद सेफरुम में आराम कर रही थी। करीब पौने तीन बजे बैंक क्लर्क कमल किशोर आया और बाल पकड़कर खींचते हुए मारपीट की। अल्मारी से पटककर थापा-मुक्की व गाली गलौज की व जान से मारने की धमकी दी। शोर मचाने पर कर्मचारियों शकुंतला व साजन सिंह ने छुड़वाया। उसके सिर में चोट आई। मौके पर बैंक कर्मी यूनियन पदाधिकारी जितेंद्र व अन्य पहुंचे।

विदेश जाने का चाहवान हो रहे हैं ठग्गी के शिकार, विदेश भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये ठगे

बठिंडा(लहू की लौ)लोग कबूतरबाजों के पंजे में फंसते जा रहा है, लेकिन सरकार व जिला प्रशासन की ओर से इन कबूतरबाजों के पंख कुतरने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। विदेश जाने के जुनून में युवा और उनके घरवाले अपनी जमापूंजी तक लुटा रहे हैं। लेकिन उन्हें विदेश भेजने के नाम पर सिर्फ धोखा मिलता है। इतना ही नहीं अवैध तरीके से विदेश जाने के चक्कर में कई युवाओं को जान भी गंवानी पड़ी है। बठिंडा में कुछ ही ट्रेवल एजेंट है जो पंजीकृत है। कैप्टन सरकार ने ऐलान किया था कि अवैध ट्रेवल एजेंटों पर शिकंजा कसा जाएगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फर्जी एजेंटों के बारे में ब्लू प्रिंट तैयार करने व फॉरेन इंप्लॉयमेंट ब्यूरो खोलने के भी आदेश दिए थे। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा और ठगी का सिलसिला जारी है। अब ताजा मामला बठिंडा का है जहां विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठग्गी मारने के आरोप में थाना रामा पुलिस ने वीरपाल कौर पत्नी गुरबचन सिंह निवासी रामा के बयानों पर जगप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, कुलदीप कौर पत्नी जगप्रीत सिंह निवासी प्रताप नगर बठिंडा,बूटा सिंह पुत्र हजूरा सिंह,बेअंत सिंह, गुरबंत सिंह पुत्र बूटा सिंह,जसविंदर कौर पत्नी बूटा सिंह निवासी घुद्दा, गुरलाल सिंह निवासी बहादजगढ़ जंडिया के खिलाफ धारा 420, के तहत मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता वीरपाल कौर ने पुलिस को अपने ब्यानों में बताया कि उक्त व्यक्तियों ने उसे सिंगापुर भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये की ठग्गी मार ली। जिसके बाद पुलीस द्वारा उक्त मामले की लंबी तफ्तीश के बाद उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।

महिला से जबरदस्ती करने का आरोप

एक लाख 80 हजार रुपए व सोने का आभूषण भी गायब
संगरिया(लहू की लौ)गांव नगराना स्थित अपने घर में नहा रही एक विवाहिता के साथ जबरदस्ती और अलमारी में रखे एक लाख अस्सी हजार रुपए तथा सोने का आभूषण चुराकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि तीन जून की सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर में नहा रही थी। तभी अचानक परिवत छिम्पा आ गया। वह उसके साथ जबरदस्ती करने लगा। शोर मचाने पर आई सास ने उसे ललकारा तो वहां से भाग गया। जब उसने अपनी अलमारी को संभाला तो उसमें रखे एक लाख 80 हजार रुपए व एक सोने की तवीती गायब मिलीं। इस पर पुलिस ने धारा 354ग, 376/511 एवं 380 भादंसं तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान एएसआई सुखपालसिंह को सौंपा है।

एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी

चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के सभी सरकारी व एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी ताकि विद्यार्थियों को एडमिशन से लेकर फीस, टाइम टेबल व एकेडमिक कैलेंडर की घर बैठे जानकारी मिल सके।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने प्रदेश के सभी सरकारी व एडिड कालेजों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी 20 जून 2020 तक अपने-अपने कालेज की वैबसाइट का निर्माण कर लें।
उन्होंने बताया कि इन निर्देशों में कालेज की वैबसाइट में कालेज द्वारा संचालित कोर्स, प्रवेश प्रक्रिया, फीस का विवरण,नेक स्टेटस, पुस्तकालय का विवरण, खेल सुविधाएं, फोटो गैलरी, प्रिंसिपल का संदेश, कालेज स्टॉफ का विवरण, टाइम टेबल, एकेडमिक कैलेंडर, वच्र्युवल टूर,परीक्षाओं की सुविधाओं के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो। वैबसाइट को आऊटसोर्सिंग की बजाए कालेज में ही तैयार करवाया जाए।

राज्य की अनाज मंडियों में होगी मक्का-ड्रायर की व्यवस्था

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  जयप्रकाश दलाल ने बताया कि राज्य की अनाज मंडियों में मक्का-ड्रायर की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने आज यहां बताया कि राज्य सरकार किसानों को भूजल के स्तर को बनाए रखने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए सरकार ने  'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ नामक एक महत्वाकांक्षी एवं दूरगामी योजना शुरू की है जिसके तहत बहुत से किसान धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलें अपना रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस अनूठी योजना से भू-जल बचाने की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा।
दलाल ने बताया कि जो किसान 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ पोर्टल पर पंजीकरण करेंगे,उनको योजना के अनुसार 'मेज मल्टी क्रॉप प्लांटरÓ 40 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा अपने खेतों में धान की जगह मक्का की फसल लगाने पर सरकार की ओर से 7,000 रूपए प्रति एकड़ दिए जाएंगे। यही नहीं राज्य सरकार द्वारा मक्का को न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,850 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से खरीदा जाएगा।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर मक्का के प्रदर्शन-प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिए ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की सोच को साकार रूप देने के लिए राज्य सरकार किसान हित में अनेक कदम उठा रही है, इसी के दृष्टिïगत ही सरकार द्वारा 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ जैसी अनूठी योजना लागू की गई है।

संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है-शर्मा

चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि आज के माहौल में संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है क्योंकि कोरोना जैसी महामारी से बचने में सर्वाधिक उपयोगी संयम एवं अनुशासन की सीख संस्कृत ही दे सकती है। समय का फायदा उठाते हुए हमें चरक संहिता जैसे ग्रन्थ पढऩ़े चाहिए।
डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने ये विचार गत दिवस हरियाणा संस्कृत अकादमी एवं श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में 'संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षणÓ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत वेबिनार संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत और संस्कृति भारत का गौरव व विरासत है। इन दोनों का संरक्षण करना प्रत्येक भारतीय का नैतिक कर्तव्य है।
वेबिनार संगोष्ठी का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से आचार्य नितिन प्रवक्ता आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, अम्बाला छावनी द्वारा किया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी में देश के अनेक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वानों व शोधार्थियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के मुख्यातिथि डॉ. बलदेव धीमान, कुलपति श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र ने संबंधित विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के लिये सम्यक् कर्म करना नितान्त आवश्यक है जबकि संगोष्ठी में सारस्वत अतिथि के रूप में शामिल संस्कृत भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री जय प्रकाश ने संस्कृत भाषा को अत्यन्त मधुर व सरलतम बताते हुए इसे जन-जन की भाषा बनाने की बात कही।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत की आत्मा है। संस्कृत का ज्ञान प्रत्येक भारतीय के लिये अपरिहार्य है। इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर फतेहाबाद के संजीव कुमार ने भी संबंधित विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कुरूक्षेत्र में कोविड-19 के दृष्टिïगत आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले सूर्यग्रहण मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जाएगा ,परंतु आदिकाल से चली आ रही परम्परा एवं कोरोना वायरस को मद्देनजर रखते हुए विश्व शांति एवं कल्याण के लिए ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का एक छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार एवं जिला प्रशासन कुरूक्षेत्र द्वारा भारत के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के तहत जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना के तहत इस बार सूर्यग्रहण के अवसर पर 21 जून को मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह सूर्यग्रहण मेले में स्नान एवं पूजा-अर्चना हेतु कुरुक्षेत्र ना जाएं ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त सहित दो युवक काबू

सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए कालांवाली पुलिस टीम ने गस्त व चैकिंग के दौरान मल्लेकां क्षेत्र से दो युवकों को 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त के साथ काबू किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए कालांवाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान बलविंदर सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी मल्लेकां व परमजीत सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी परलीकां राजस्थान के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ थाना सदर सिरसा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है । उन्होंने बताया कि सीआईए कालांवाली पुलिस टीम के सहायक उप निरीक्षक सोमित कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मल्लेकां क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे दोनों युवकों ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त दोनों युवकों को रोककर उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जा से 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ।

पैनल अधिवक्ता वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को करेंगे जागरुक


सिरसा(लहू की लौ)जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनमोल सिंह नय्यर ने बताया कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 को ध्यान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहा है। पैनल अधिवक्ता 17 जून तक जागरुकता अभियान के तहत व्हाट्स ऐप वेब, वीडियो कॉफ्रेंसिंग व वोडियों कॉलिंग द्वारा लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के आमजन को प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में अवगत करवाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके तथा मौलिक कर्तव्यों के बारे में जनता में जागरूकता पैदा की जा सके। 

सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को मिलेगा राज्य पुरस्कार

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों से राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 हेतु मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में विलक्षण सेवाएं देने वाले व्यक्ति को राज्य पुरस्कार दिया जाएगा, जिसके तहत प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय 30 हजार व तृतीय पुरस्कार के रूप में 20 हजार रूपए दिए जाएंगे। आवेदक इस पुरस्कार के लिए 20 जून सायं चार बजे तक संबंधित जिला कार्यालय में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।

600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों सहित बाईक सवार काबू

सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए डबवाली पुलिस टीम ने गश्त व चैकिंग के दौरान मम्मड़ खेड़ा क्षेत्र से मोटरसाइकिल सवार एक युवक को 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों के साथ गिरफ्तार किया है ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली प्रभारी इंस्पैक्टर अवतार सिंह ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान विनोद कुमार पुत्र हंसराज निवासी नथौर के रूप में हुई है।
सीआईए डबवाली प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ थाना रानियां में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीआईए डबवाली के सहायक उप निरीक्षक चरणजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मम्मड़ खेड़ा में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार युवक ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त मोटरसाइकिल सवार युवक को काबू कर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद हुए।

नमांकन / पद्म अवाड्र्स 2021 के लिए आवेदन मांगे

सिरसा(लहू की लौ)भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 के लिये पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं जिसकी अंतिम तिथि केन्द्र सरकार द्वारा 15 सितम्बर 2020 तय की गई है।
यह जानकारी देते हुए नगराधीश कुलभूषण बंसल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतन्त्र दिवस के अवसर पर पद्म पुरस्कार श्रृखंला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। इनमें कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, औषधि, सामाजिक कार्य, विज्ञान, अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामलों, नागरिक सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि क्षेत्र शामिल हैं। इन पुरस्कारों हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन ऑनलाइन वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट पद्मअवाड्र्स डॉट जीओवी डॉट इन (222. श्चड्डस्रद्वड्डड्ड2ड्डह्म्स्रह्य. द्दश1.द्बठ्ठ) के माध्यम से ही किया जा सकेगा। इस वेबसाइट पर निर्धारित पात्रता और मापदंड की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।

11 जून 2020

हरियाणा में कोरोना के 389 नए मामले, अब तक 64 मौत, देखिये मेडिकल बुलेटिन


25 लाख रुपये की 11 किलोग्राम अफीम सहित कार सवार व्यक्ति काबू

सिरसा(लहू की लौ) जिला भर में पुलिस अधीक्षक सिरसा उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अरुण सिंह के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्यवाही करते हुए जिला की सीआईए सिरसा पुलिस टीम ने लाखों रूपये की अफीम के साथ कार सवार एक व्यक्ति काबू कर बड़ी सफलता हासिल की है । सीआईए पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान महत्वपूर्ण सुचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए जमाल क्षेत्र से कार सवार एक व्यक्ति को करीब 25 लाख रुपये की 11 किलोग्राम अफीम के साथ काबू किया गया है । इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पैक्टर रविंद्र कुमार ने संयुक्त रुप से बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान दिनेश कुमार पुत्र मांगी लाल निवासी वार्ड नं. 6, तुरकिया मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है । उन्होने बताया कि पकड़े गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर इस संबंध में थाना नाथूसरी चौपटा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर व अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश शुरु कर दी है। इस संबंध में उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस के उप निरीक्षक सतबीर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान चौपटा क्षेत्र के जमाल गांव में मौजूद थी । इसी दौरान महत्तवपूर्ण सुचना मिली कि कार में सवार एक व्यक्ति मध्यप्रदेश से अफीम की एक बड़ी खेप लेकर नाथूसरी चौपटा क्षेत्र में अफीम सप्लाई करने की फिराक में है । डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि इस सुचना को पाकर सीआईए सिरसा पुलिस टीम ने जमाल क्षेत्र में सेमनाला के पास नाकाबंदी कर आने जाने वाले वाहनों की चैकिंग शुरू की । इसी दौरान सामने से आ रही कार को शक के बिनहा पर रोककर कार की तलाशी लेने पर उक्त कार में से 11 किलोग्राम अफीम बरामद हुई । प्रारंम्भिक पूछताछ में पता चला है  कि यह अफीम आरोपी द्वारा मध्यप्रदेश क्षेत्र से लाई गई थी और उसे चौपटा क्षेत्र के गांव दड़बा व अन्य क्षेत्रों में सप्लाई की जानी थी । उन्होंने बताया कि पकड़ी गई अफीम की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 25 लाख रुपए आंकी गई है । पकड़े गए व्यक्ति को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में नाम पता मालूम कर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी ।

चरित्र सन्देह में कस्सी मारकर की पत्नी की हत्या, ठंडा पानी पीकर बेटी से बोला-आज कलेजा ठंडा हो गया

मृतका की बेटी में 100 नम्बर पर कॉल करके पुलिस को सूचित किया, हत्यारोपित हिरासत में
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार सुबह गांव गंगा में पति ने कस्सी मारकर पत्नी की हत्या कर दी। आरोपित पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। वारदात के बाद आरोपित फरार नहीं हुआ। बल्कि ठंडा पानी पीकर बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है। मृतका की पहचान पंजाब के जिला मोगा के गांव थिराज निवासी अजीत कौर (45) के रूप में हुई है। जोकि करीब एक साल से पति चंद सिंह तथा दो बच्चों के साथ गांव में कालुआना रोड किसान मुख्तियार सिंह उर्फ बग्गा के खेत मे बने कोठे में रह रही थी। वारदात को अपनी बेटी सोमा के सामने अंजाम दिया। बेटी ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके पिता की करतूत बताई। सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौका पर पहुंची। पुलिस ने चंद सिंह को हिरासत में ले लिया। बताया जाता है कि मृतका के चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी विवाहित है। जबकि बेटा पंजाब में मजदूरी करता है। एक बेटा और बेटी उसके पास रहते थे। सदर थाना पुलिस ने मृतका के बेटे कर्मजीत सिंह निवासी थिराज की शिकायत पर हत्यारोपी पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है।

पहले डराया, फिर सिर पर मारी कस्सी
पिता की काली करतूत की गवाह उसकी बेटी सोमा है। चश्मदीद ने बताया कि रात को 9 बजे चंद सिंह घर आया था। उसने शराब पी रखी थी। वह झगड़ा करने लगा। बाद में बैंटरी उठाकर इधर उधर घूमता रहा। वह रात भर सोया नहीं। सुबह करीब साढ़े 5 बजे पुन: झगड़ा शुरू हो गया। उसने सामना उठाकर घर छोड़ जाने के लिए कहा। बाद में कस्सी से डराने लगा। पहली बार तो डराया, दूसरी बार कस्सी का पीछा हिस्सा मां के सिर पर मारा। मौके पर ही मां की मौत हो गई।

लॉक डाउन के कारण यहीं रूका था परिवार
सोमा के मुताबिक उसका पिता चरित्र पर संदेह करता था। पंजाब में रहते समय घर फूंककर राजस्थान भाग गया था। करीब एक माह बाद राजस्थान में बुला लिया। वहां भी मां पर इल्जाम लगाकर हरियाणा में आ गया। वह अक्सर कहता था कि तेरा हाल बहन जैसा होगा। जैसे मेरे मुंह बोली बहन को हथौड़ों से मारा गया था, वैसे ही मारूंगा। डबवाली इलाके में हम पहले किसी अन्य गांव में ठहरे थे। वहां भी उसके पिता ने मां पर लांछन लगाने शुरू कर दिए थे। मां को मारने के बाद ठंडा पानी पीकर पिता बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है।

किसान को फोन कर बोला-मैंने पत्नी को मार डाला
चंद सिंह ने पत्नी की हत्या करने के बाद अपने परिजनों तथा अन्य को कॉल की। पहले गंगा गांव के किसान जय सिंह को कॉल करके बोला-मेरी पत्नी को कुछ हो गया है। बाद में किसान सुखदेव को कॉल कर कहा है मैंने पत्नी की हत्या कर दी है। सूचना पाकर किसान मौका पर पहुंचे। इधर पुलिस भी मौका पर पहुंच गई।


  • वाक्य सुबह करीब साढ़े 5 बजे का है। मां को मारने के बाद पिता चंद सिंह ने मुझे कॉल की थी। वह बोला कि तेरी मां को टिकाने लगा दिया है, आकर इसका अंतिम संस्कार कर देना। मां पर जो लांछन लगाता था, वह बेबुनियाद थे। मेरे पिता ने जो घिनोना काम किया है। उसकी कड़ी सजा मिलनी चाहिए।                -कर्मजीत सिंह (मृतका का बेटा)


एक हफ्ते के लिए राजस्थान सीमा सील, हरियाणा रोड़वेज को नो एंट्री

सीमाएं सील होते ही लगा जाम, वापिस भेजे वाहन
नाके लगाकर नियंत्रित होगा यातायात, जांच व स्वीकृति के बाद होगा आवागमन

डबवाली(लहू की लौ)राजस्थान में कोरोना महामारी मामलों में वृद्धि होने से बुधवार को हरियाणा व पंजाब सीमाएं बंद होने के साथ नाकाबंदी दौरान गहनता से छानबीन करने व बिना स्वीकृति वाहनों को वापिस भेजने का दौर शुरु हो गया। दोपहर में संशोधित आदेश के बाद आवागमन को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया। हरियाणा सीमा से सटे इलाके रतनपुरा तिराहे से हरियाणा, दिल्ली व पंजाब की ओर, ग्रामोत्थान कॉलेज के पास हरियाणा ढाबां व हरिपुरा के पास से पंजाब व हरियाणा तथा माला रामपुरा में पंजाब सीमाओं पर अंतरराज्यीय आवागमन को पुलिस चैक पोस्ट लगा कर यातायात को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया है। बिना अनुमति-पत्र के राजस्थान में अन्य राज्य के लोगों को प्रवेश नहीं दिया। राज्य से बाहर जाने वालों को बिना पास जाने की अनुमति नहीं दी गई। अचानक आए आदेश के चलते मानवीय दृष्टिकोण से विशेष परिस्थितियों में  कुछ देर राहत दी गई। कॉलेज नाके पर अध्यापक अनिल व जोगेंद्र, हवलदार गुरतेज सिंह तथा दो आरएसी जवान तैनात हैं। यहां नाकाबंदी होने के साथ दोनों ओर तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। हरियाणा रोड़वेज, कुछ निजी वाहनों समेत इधर से हरियाणा की ओर जा रही बसों को वापिस भेज दिया। नाकाबंदी की व्यवस्था सात दिनों के लिए प्रारंभिक तौर पर लागू की गई है।

विफलता छिपाने के लिए सीमाएं सील करना है औचित्यहीन
उधर झोरड़ खाप ने राजस्थान की सीमाओं को सील करने को औचित्यहीन बताया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद झोरड़ ने कहा कि राजस्थान सरकार ने अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए ऐसा निर्णय लिया है। प्रदेश में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या चिंता पैदा करती है लेकिन एकाएक निर्णय से पहले लोगों की परेशानियों की अनदेखी की गई। श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, रावतसर, हनुमानगढ़, संगरिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या ना के बराबर है।

हरियाणा में कोई रोक टोक नहीं
इधर राजस्थान सीमा से सटी हरियाणा सीमा आवाजाही के लिए खुली हुई है। कोई रोक टोक नहीं है। चौटाला सीमा पर तैनात डयूटी मजिस्ट्रेट सुनील जोशी ने बताया कि राजस्थान में सख्ती बरती जा रही है। हरियाणा सरकार की ओर से सीमा सील सम्बन्धी कोई आदेश पारित नहीं है।

राजस्थान के अधिकारी बोले-हरियाणा रोड़वेज पुन: ना आएं
हरियाणा रोड़वेज की बस दोपहर को डबवाली से हनुमानगढ़ के लिए चली थी। दोपहर बाद करीब 1 बजे संगरिया बायपास पर रोक लिया गया। बस को बिट्टू सिंह चला रहा था, जबकि परिचालक रणबीर सिंह तैनात था। बस में करीब 22 सवारियां मौजूद थी। राजस्थान के अधिकारी ने कहा कि बस को पुन: ना लाया जाए। हालांकि उन्होंने रोड़वेज में सवारियों होने के कारण बस को जाने दिया। डबवाली सबडिपो के अधिकारी सुच्चा सिंह ने कहा कि राजस्थान में बस को रोका गया है। उच्च अधिकारियों से विचार विमर्श के बाद ही वीरवार को बस रवाना होगी।

मानदेय के लिए सफाई योद्धाओं ने घेरा एसडीएम कार्यालय

दो माह तक काम करने के बावजूद नहीं मिला मानदेय, सफाई निरीक्षक बोले-एसडीएम के हस्ताक्षर होते ही ठेकेदार को दिया जाएगा चैक 
डबवाली(लहू की लौ)कोरोना संकट के बीच दो माह तक शहर को चकाचक करने वाले नगरपरिषद के अस्थाई सफाई कर्मचारियों को पिछले दो माह से मानदेय नहीं मिला है। उनकी सेवाएं समाप्त हो गई हैं। बुधवार को एसडीएम कार्यालय के आगे धरना लगाने को मजबूर हुए कोरोना योद्धाओं ने तहसीलदार संजय चौधरी को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा।
सफाई कर्मी कूड़ा संघर्ष समिति के बैनर तले एसडीएम कार्यालय के आगे एकजुट हुए थे। उनका नेतृत्व पूर्व चेयरपर्सन आशा वाल्मीकि, नरेश सेठी कर रहे थे। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें कोरोना संकट के बीच उन्हें डीसी रेट पर नियुक्त किया गया था। नियुक्ति संबंधी उन्हें कोई पत्र नहीं दिया गया था। दो माह का मानदेय बकाया है, अब नप उन्हें रिलीव करने पर तुली हुई है। कर्मचारियों के अनुसार उन्होंने अपने खर्चे पर झाड़ू, ग्लब्ज खरीदे थे। मानदेय के अतिरिक्त उपरोक्त सामान का पैसा नहीं दिया गया। उनकी समस्या सुनने को कोई अधिकारी तैयार नहीं है।

ठेकेदार के जरिये कर्मचारियों को रखा गया था। प्रत्येक कर्मचारी को डीसी रेट के मुताबिक ?12,800 मिलने हैं। 26 मई को सभी का दो माह का समय पूरा हो गया है। खाते में सैलरी जानी है, कर्मचारियों ने बीते शुक्रवार को ही खाते दिए हैं। ठेकेदार के नाम चेक तैयार है। सिर्फ एसडीएम के हस्ताक्षर होने शेष हैं। मास्क, ग्लब्ज नप ने मुहैया करवाएं हैं।
-संदीप बुंदेला, सफाई निरीक्षक, नगरपरिषद, डबवाली

अदालत के नाजर की रिपोर्ट निगेटिव

एम्बुलेंस ने 7 रुपए प्रति किलोमीटर वसूला किराया 
डबवाली(लहू की लौ)अदालत के नाजर की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। बुधवार सुबह वह डबवाली स्थित घर पहुंच गया। इसी के साथ ही डबवाली कोरोना मुक्त हो गया। इससे पहले डबवाली में सभी सात मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। डिस्चार्ज होकर डबवाली पहुंचे नाजर ने बताया कि उसकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बाद में दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से चिंता बढ़ गई थी। इस बार दो केंद्रों पर जांच के लिए सैम्पल भेजे गए थे। मंगलवार रात को दोनों केंद्रों से रिपोर्ट निगेटिव आई है। उसे घर वापिस छोडऩे पर एम्बुलेंस ने प्रति किलोमीटर 7 रुपए वसूल किये हैं। सिरसा से डबवाली की दूरी 60 किलोमीटर है। इसके पीछे स्वास्थ्य विभाग ने नई पॉलिसी बताया है। वि
भाग का कहना है कि मरीज को एक साइड का किराया देना होगा।

भूजल रिचार्जिंग के लिए 1000 बोरवेलों का निर्माण करवाने की घोषणा

 चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों के हितों और भावी पीढ़ी के लिए भू-जल संरक्षण के उद्देश्य से शुरू की गई योजना मेरा पानी मेरी विरासत के बारे में जानकारी देते हुए आज राज्य में भूजल रिचार्जिंग के लिए 1000 बोरवेलों का निर्माण करवाने की घोषणा की। इस  योजना की शुरुआत रतिया, इस्माइलाबाद और गुहला खंडों से की जाएगी।
इन योजनाओं की जानकारी मुख्यमंत्री ने आज यहां सैक्टर-3 स्थित हरियाणा निवास में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बुलाए गए एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए दी। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल भी मौजूद थे। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बोरवेल पर लगभग 1.5 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।  इस योजना के तहत 90 प्रतिशत खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा और किसानों को केवल 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना पड़ेगा और बोरवेल बनाने के बाद इसे किसानों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि धान-बाहुल्य क्षेत्रों में भूजल स्तर 81 मीटर से नीचे चला गया है जोकि 10 साल पहले 40 से 50 मीटर हुआ करता था।
मनोहर लाल ने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना को न केवल किसानों ने सराहा क्योंकि यह न केवल उनके हित में है बल्कि यह भावी पीढिय़ों के लिए भी लाभदायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ कृषि भी हमारी अर्थव्यवस्था का एक प्राथमिक क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 17 लाख किसान परिवारों की सहायता और आर्थिक विकास सरकार की जिम्मेवारी है और हम इसके लिए योजनाएं बना रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने अब तक किसानों को केवल राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करते हुए उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि वे किसानों को अपना मित्र और भाई मानते हैं तथा किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और सरकार की प्राथमिकता किसानों का हित और उनकी खुशहाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण की ''मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का शुरू में विरोध हुआ। विपक्ष समेत कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं, परंतु किसान इस योजना की गंभीरता को समझते हुए स्वेच्छा से आगे आ रहे हैं और अब तक 58,421 हैक्टेयर क्षेत्र में धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें उगाने के लिए लगभग 53,000 किसान अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बजट भाषण में धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें उगाने के लिए 1,00,000 हैक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य रखा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भी अब समझ गए हैं कि जमीन के साथ ही पानी की अपनी विरासत भावी पीढ़ी को देकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष को मेरा पानी मेरी विरासत योजना का विरोध करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रतिया, इस्माइलाबाद और गुहला खंड घग्गर नदी के निकट होने के कारण बाढग़्रस्त क्षेत्र में आते हैं, इसलिए सरकार ने किसानों को कुछ छूट दी है। उन्होंने कहा कि किसान यदि इस योजना के तहत स्वयं को पंजीकृत करता है तो उनका प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रीमियम भी सरकार द्वारा भरा जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार किसानों को बागवानी को अपनाने के लिए भी 30 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि देगी।
मनोहर लाल ने कहा बेहतर जल प्रबंधन के चलते राजस्थान की सीमा से सटे दक्षिण हरियाणा के नांगल चौधरी, सतनाली व लोहारू जैसे क्षेत्रों में हम ऐसी-ऐसी टेलों तक पानी पहुंचाने में सफल रहे हैं, जहां पिछले 25-30 वर्षों से पानी नहीं पहुंचा था। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसी 300 टेलों में से 293 टेलों में पानी पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूरे नहरी तंत्र का जीर्णोद्धार तीन चरणों में किया जा रहा है। पश्चिमी-यमुना नहर के जीर्णोद्धार पर लगभग 2200 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं और इसके दो चरणों का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि वर्ष 2022 तक तीन चरणों का कार्य पूरा किया कर दिया जाएगा। इसी प्रकार, लखवार, किशाऊ व रेणुका बांधों से भी हरियाणा को 47 प्रतिशत पानी मिलेगा और इस प्रकार हरियाणा की पानी की क्षमता 17500 क्यूसिक से बढकऱ 23,500 क्यूसिक हो जाएगी और इस तरह प्रदेश को 6000 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार गन्ना उत्पादक किसानों को भी समृद्ध बनाने के लिए प्रदेश की 11 सहकारी चीनी मिलों और 3 प्राईवेट चीनी मिलों की पिराई क्षमता चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 में सभी चीनी मिलों की पिराई क्षमता 24,800 टीसीडी थी, जो आने वाले वर्षों में बढ़कर 32,100 टीसीडी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चीनी मिलों में चीनी रिकवरी 10 प्रतिशत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी मिलों का बेहतर प्रबन्धन हो और यह लाभ में चलें, इसके लिए तीन चीनी मिलों के प्रबन्ध निदेशक आऊटसोर्सिंग पर लगाए जाएंगे, जिन्हें इस क्षेत्र में अनुभव हो।

हरियाणा में बनेगे पांच नयें पुलिस रेंज मुख्यालया और छ: साईबर क्राइम स्टेशन

चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य में पांच पुलिस रेंज मुख्यालयों और कमिश्नरेट, फरीदाबाद में छ: नए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बनाने के एक प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। इन पुलिस स्टेशनों में कर्मचारियों के वेतन और भत्ते के लिए 14.38 करोड़ से अधिक और साइबर अपराध पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने के लिए उपकरणों की खरीद के लिए 1.44 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में राज्य में पंचकूला और गुरुग्राम कमिश्नरेट में दो साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन हैं। साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों की संख्या, प्रकृति और जटिलता को देखते हुए इन शिकायतों के निपटान के लिए पुलिस कमिश्नरेट तथा रेंज स्तर पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की आवश्यकता है। प्रशासनिक विभाग (गृह) ने राज्य में छ: और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसमें साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, फरीदाबाद, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, साउथ रेंज, रेवाड़ी, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, रोहतक रेंज, रोहतक, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, हिसार रेंज, हिसार, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, करनाल रेंज, करनाल और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, अंबाला रेंज, अंबाला शामिल हैं।

गांव मल्लेकां से पांच पिस्तौल बरामद, अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज

सिरसा(लहू की लौ) जिला की सदर थाना सिरसा पुलिस ने गांव मल्लेकां स्थित एक मकान की छत से पांच पिस्तौल बरामद की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि बरामद किए गए पिस्तौलों में चार पिस्तौल 32 बोर के तथा एक पिस्तौल 30 बोर का है। उन्होंने बताया कि मल्लेकां निवासी बलजोध सिंह पुत्र दयाल सिंह ने सदर थाना सिरसा की मल्लेकां पुलिस चौकी को सूचना दी थी कि उसके तुडी के मकान की छत पर अज्ञात व्यक्ति ने असला रख दिया है।
इस सूचना को पाकर मल्लेकां पुलिस चौकी ने मौके पर पहुंचकर सभी हथियारों को कब्जे में ले लिया। 
इस संबंध में सदर थाना सिरसा में अज्ञात के खिलाफ अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

लैंड लीज पॉलिसी को अंतिम रूप दिया, उद्यमी 6 प्रतिशत वार्षिक की आरक्षित दर से भूमि पटटे पर ले सकेंगे

चण्डीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ने प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने और निवेशकों की भूमि से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से लैंड लीज पॉलिसी को अंतिम रूप दिया है जिसके तहत इच्छुक उद्यमी 6 प्रतिशत वार्षिक की आरक्षित दर से भूमि पट्टे पर ले सकेंगे।
यह जानकारी एचएसआईआईडीसी  के एस्टेट डिवीजन के प्रमुख  सुनील शर्मा ने आज पंचकूला में आयोजित वर्चुअल वैबडैस्क की बैठक के दौरान दी। निगम के प्रबंध निदेशक अनुराग अग्रवाल ने बैठक की अध्यक्षता की।
  सुनील शर्मा ने बताया कि ई-कामर्स कंपनी अमेजन ने प्रदेश में वेयरहाउसिंग में रुचि दिखाई है। इसी तरह एक बैटरी विनिर्माण कंपनी, जिसमें जापान का भी हिस्सा है, आईएमटी मानेसर में जमीन लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि एचएसआईआईडीसी चाहता है कि हरियाणा में आने की इच्छुक कंपनियों को जल्द से जल्द भूमि आबंटित की जाए ताकि वे यहां अपना कारोबार शुरू कर सकें।
 उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री  मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रदेश में अधिक से अधिक पूंजी निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयासरत हैं। वे चीन, अमेरिका और जापान आदि देशों से भारत में आने की इच्छुक कंपनियों के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रूबरू हुए हैं। उन लोगों द्वारा उठाए गए विषयों को देखते हुए एचएसआईआईडीसी ने सप्ताह में 3 दिन- सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को वैब डैस्क के नाम से एक श्रंखला की शुरुआत की है। एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक इसकी अध्यक्षता करते हैं और मौके पर ही उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता है।
 सुनील शर्मा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते बदले हालात में हरियाणा सरकार और एचएसआईआईडीसी ने सूचना प्रौद्योगिकी के प्रति विशेष बल दिया है। उन्होंने बताया कि इस महामारी ने प्रदेश को कई चीजों में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया है। पहले जहां हरियाणा में कई चीजों का निर्माण नहीं होता था, वहीं कोविड-19 के कारण अब प्रदेश में इन चीजों का निर्माण होने लगा है। हरियाणा में इस महामारी से पहले पीपीई किट्स और एन-95 मास्क का निर्माण नहीं होता था। लेकिन एचएसआईआईडीसी ने 9 अप्रैल, 2020 को व्हाट्सएप पर पीपीई किट्स के लिए एक प्लेटफार्म बना दिया था जिसके माध्यम से पीपीई किट्स के निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और व्यापारियों को एक मंच उपलब्ध करवाया गया। इससे एक नई शुरुआत हुई और उसी माध्यम से एचएसआईआईडीसी ने वैबिनार और वैब डैस्क की शुरुआत की। इसके माध्यम से सप्ताह में 3 दिन तक उच्चाधिकारी विभिन्न कंपनियों की समस्याएं सुनते हैं और उनका समाधान करते हैं।

सेनिटाइजर सवामणी प्रसाद और उसे भोग स्वरूप लगाने पर धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कड़ी निंदा की

सिरसा (लहू की लौ) लॉकडाउन प्रक्रिया के बाद तथाकथित नेता द्वारा अग्रोहा मंदिर के कपाट खोलकर सेनिटाइजर सवामणी प्रसाद और उसे भोग स्वरूप लगाने पर धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कड़ी निंदा की है।
ज्ञात रहे कि पिछले कुछ समय से उक्त नेता द्वारा अपने ही कुछ लोगों के साथ मिलकर मंदिर के कपाट खोलकर सेनेटाईजर का प्रसाद के रूप भोग व सवामणी लगाई गई थी और उक्त नेता द्वारा ही स्वयंभू प्रचार के लिए सवामणी भोग की फोटो सहित प्रैस विज्ञप्ति भी मीडिया को जारी की गई थी। इस मामले पर अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने खुद सामने आकर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि कोविड-19 के चलते मंदिर को सैनेटाइज करने की व्यवस्था तो ठीक है लेकिन सैनिटाइजर को प्रसाद बताकर भगवान का भोग लगाया जाना अत्यंत निंदनीय है। बुवानीवाला ने कहा कि मेरे स्व. पिता भगीरथमल बुवानीवाला जी मंदिर के संस्थापक सदस्य थे जिस कारण न केवल सामाजिक और धार्मिक बल्कि नीजि तौर से भी इस घटना ने मुझे आहत किया है। उन्होंने कहा कि कुछ चापलूस लोगों का गिरोह मंदिर को नीजि संपत्ति समझ बैठा है और अपने प्रचार के लिए ऐसे घृणित कार्य को अंजाम दे रहा है। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए बुवानीवाला ने कहा कि पवित्र अग्रोहा धाम देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था का केन्द्र है, जिसे वैश्य समाज का पांचवा धाम तक माना जाता है। बुवानीवाला ने कहा कि कोरी पब्लिसिटी के चक्कर में पिछले तीन दिन से तमाशे के रूप से इस कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है, जो सिर्फ भगवान का अपमान ही नहीं बल्कि भगवान के भक्तों की आस्था का भी अपमान है।
अग्रवाल वैश्य समाज की महिला प्रदेश अध्यक्षा सुशीला सर्राफ ने भी तीखी प्रक्रिया देते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए जिन लोगों ने इस अशुद्ध व अशोभनीय काम को अंजाम दिया है प्रशासन को उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए ताकि खुद की राजनीति चमकाने के चक्कर में ये लोग भविष्य में हिंदू धर्म की धार्मिक आस्थाओं को आहत न कर सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार लोगों की धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाना किसी भी नेता को शोभा नहीं देता। इसलिए उक्त नेता को सार्वजनिक तौर पर लोगों की भावनाएं आहत करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वहीं नगर परिषद हिसार के पूर्व अध्यक्ष हनुमान ऐरन ने भी अग्रोहा धाम की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाले स्वयंभू नेता को धाम के सभी पदों से तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अग्रोहा धाम मंदिर में भगवान को अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का भोग लगाकर व उसके साथ फोटो खिंचवाकर उसका प्रचार करके स्वयंभू नेता ने राजनीतिक चमकाने के चक्कर में भगवान तक को नहीं छोड़ा है। हनुमान ऐरन ने कहा कि पिछले दो माह से अग्रवाल समाज सहित सभी लोगों की आस्था का केंद्र अग्रोहा धाम को उक्त नेता ने राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। उन्होंने कहा कि हद तो तब हो गई जब उक्त स्वयंभू नेता ने अग्रवाल समाज की कुलदेवी तक की गरिमा का ख्याल नहीं रखा और अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर की सवामणी लगाकर उसका भोग उन्हें लगावा दिया। उक्त नेता ने ऐसा करके अग्रोहा धाम की मर्यादा और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है।
अग्रवाल सभा सिरसा के उपप्रधान विष्णु सिंगला ने भी अग्रोहा धाम मंदिर में शराब (अल्कोहल) युक्त सैनिटाइजर  से सवामणी बना भगवान को भोग स्वरूप लगाए जाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सिंगला ने कहा कि कोविड-19 के चलते मंदिर को सैनेटाइज करने की व्यवस्था तो ठीक है लेकिन सैनिटाइजर को प्रसाद बताकर भगवान का भोग लगाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पवित्र अग्रोहा धाम देशभर के न केवल अग्रवाल समाज बल्कि सभी लोगों की आस्था का केन्द्र है,  सिंगला ने कहा कि अग्रवाल समाज हिंदू धर्म की रक्षा में अग्रणी व भगवान में विशेष आस्था रखने वाला समाज है। लेकिन कुछ लोग भगवान को अशुद्ध भोग व सवामणी लगाकर ऐसे अशोभनीय कृत्य को अंजाम दे रहे है जो अत्यंत शर्मनाक है। सिंगला ने कहा कि अग्रवाल समाज इस कृत्य की निंदा करता है व दोषियों के खिलाफ कड़ी करवाई की मांग करता है।   

हजारों रुपये की जुआ व सट्टा राशि के साथ चार लोग काबू


सिरसा (लहू की लौ)जिला भर में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्यवाही करते हुए जिला पुलिस ने विभिन्न स्थानों से चार लोगों को 11 हजार 140 रुपये की जुआ व सट्टा राशि के साथ काबू किये हैं।
प्रथम घटना में जिला की शहर डबवाली थाना पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान गांधी नगर मण्डी डबवाली क्षेत्र से महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर सार्वजनिक जगह पर जुआ खेल रहे दो लोगों को 7500/- रु की जुआ राशि व ताश के पत्तों के साथ काबू किये हैं। इस संबधं में जानकारी देते हुए थाना शहर डबवाली प्रभारी सब इंस्पैक्टर सत्यवान ने बताया की पकड़े गये लोगों की पहचान रमेश कुमार पुत्र माधो राम निवासी गांधी नगर, मण्डी डबवाली व अमनदीप सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी धारीवाल नगर, वाडऱ् नं. 20, मण्डी डबवाली के रुप में हुई है। पुलिस ने पकड़े गए लोगों के खिलाफ थाना शहर डबवाली में गेम्बलिंग एक्ट व भा.द.स. की धारा 188 के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है।
  जिला की शहर डबवाली थाना पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान गांव देसूजोधा क्षेत्र से महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर सार्वजनिक जगह पर सट्टा खाईवाली करते हुए एक युवक को 1490/ रुपयों के साथ काबू किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए थाना शहर डबवाली प्रभारी सब इंस्पैक्टर सत्यवान ने बताया कि पकड़े गये युवक की पहचान किमत पुत्र रविंद्र सिंह निवासी देसूजोधा के रुप में हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पकड़े गए युवक के खिलाफ थाना शहर डबवाली में गेम्बलिंग एक्ट व भा.द.सं. की धारा 188 के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है।
  जिला की थाना सदर सिरसा पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान गांव बाजेकां क्षेत्र से महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर सार्वजनिक जगह पर सट्टा खाईवाली करते हुए एक युवक को 2150/ रुपयों के साथ काबू किया है। इस संबधं में जानकारी देते हुए थाना सदर सिरसा प्रभारी इंस्पैक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि पकड़े गये युवक की पहचान बलराम पुत्र रतन लाल निवासी बाजेकां के रुप में हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पकड़े गए युवक के खिलाफ थाना सदर सिरसा में गेम्बलिंग एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है।
सिंह ने बताया कि पकड़े गये युवक की पहचान बलराम पुत्र रतन लाल निवासी बाजेकां के रुप में हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पकड़े गए युवक के खिलाफ थाना सदर सिरसा में गेम्बलिंग एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है।

11 June 2020





10 जून 2020

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सीएम मनोहर लाल बोले-मैं धान का दुश्मन नहीं, मुझे पानी से प्यार


सीएम ने कहा-सिरसा जिला में 5573 किसानों ने धान की जगह दूसरी फसल उगाने पर जताई सहमति

सिरसा (लहू की लौ) मैं धान का दुश्मन नहीं, मुझे पानी से प्यार है। आने वाली पीढ़ी को विरासत में अगर पानी देना है, तो हमें आज संभलना होगा। जल सरंक्षण की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा गंभीरता से से प्रयास किए जा रहे हैं और कई कारगर योजनाएं क्रियान्वित की गई है। इसी कड़ी में मेरा पानी मेरी विरासत योजना का उद्देश्य किसानों को धान की बजाए दूसरी फसल लगाने के लिए प्रेरित करना है ताकि किसान फसल विविधिकरण की ओर अग्रसर होकर सरकार की जल बचाव मुहिम में अपना योगदान दें। ये बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को सिरसा के पंचायत भवन में सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए सिरसा ब्लॉक के किसानों से सीधा संवाद करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा किसानों पर योजना को थोपने की नहीं है, बल्कि भूमिगत पानी को बचाने की है, जिन क्षेत्रों में भूमिगत जल स्तर 40 मीटर से नीचे है, उन क्षेत्रों में किसानों से धान न लगाने का आह्ïवान किया जा रहा है, ताकि भविष्य में जल संकट उत्पन्न न हो और किसान की भूमि भी उपजाऊ बनी रहे। अब तक प्रदेश में योजना के तहत 55 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बजाए दूसरी फसल उगाने के लिए अपनी सहमति जताई है और जल बचाव मुहिम में किसान जुड़ रहे हैं।

5573 किसान दूसरी फसल उगाने के लिए तैयार
उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में अब तक मेरा पानी-मेरी विरासत योजना में 5573 किसानों ने धान की जगह दूसरी फसल उगाने के लिए सहमति जताई है। किसान धान की अतिरिक्तकोई भी फसल या बागवानी अपना सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसमें 2 हजार रूपये रजिस्ट्रेशन करने के साथ ही किसान को दिए जाएंगे और शेष 5 हजार रूपये की राशि फसल तैयार होने पर ही दी जाएगी। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जहां पर विविधिकरण के अंतर्गत वैकल्पिक फसल लगाना संभव नहीं है। ऐसे किसान बासमती किस्म की सीधी बजाई (डीएसआर) कर सकते हैं। जो किसान फसल विविधिकरण करके कपास, मक्का व दलहन फसलों की बिजाई करेंगे। उन किसानों को फसलों की खरीद सरकार द्वारा निर्धारित मूल्यों पर की जाएगी। इसके अलावा जल बचाव मुहिम के तहत किसान टपका सिंचाई प्रणाली प्रयोग करें। किसानों को टपका सिंचाई विधि पर 85 फीसद अनुदान दिया जाएगा।

सुझाव पर मुख्यमंत्री ने बजाई ताली
किसानों से संवाद के दौरान जिला के हांडीखेड़ा गांव के किसान नेकी राम ने मेरा पानी-मेरी विरासत योजना को कारगर बताया और इस मुहिम में दूसरे किसानों को भी आगे आने को कहा। नेकी राम ने सुझाव दिया कि जल बचाना और भू-जल स्तर को ऊपर लाने के लिए रिचार्ज पद्घति पर गंभीरता से प्रयास किए जाने चाहिए, जिससे भविष्य में जल संकट न हो। इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं ताली बजाकर उनके सुझाव का अभिनंदन किया। इस दौरान अन्य किसानों ने भी जल बचाव को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए। मुख्यमंत्री  ने सभी के सुझावों को लेकर भविष्य में योजनाबद्घ तरीके से काम करने का आश्वासन दिया।

फिर शुरू की जाएगी राइस-सूट योजना
प्रदेश में राइस-सूट योजना फिर से शुरू की जाएगी। इसके तहत बरसाती मौसम में 20 एकड़ के किसान को नहर से स्पेशल मोगा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवेदन करने वाले सभी इच्छुक किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कृषि उपनिदेशक, बागवानी अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित (डाकर) जमीन में डेमोस्ट्रेशन पार्क विकसित करवाने, नहरी पानी की चोरी रोकने, पानी का समान वितरण सुनिश्चित करने तथा योजना के संबंध में अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।

सामाजिक संस्थाओं ने निभाई अहम् भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरे प्रदेश में प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं ने भी फ्रंट लाइन पर आकर अहम भूमिका निभाई है। इसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में कोरोना काफी हद तक कंट्रोल में है। उन्होंने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई को मिल जुलकर लडऩा है और इस पर विजय प्राप्त करनी है। जिस प्रकार लॉकडाउन के सभी चरणों में नागरिकों ने संयम का परिचय सहयोग किया है। उसी प्रकार अनलॉक के
दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए देश व प्रदेश कोरोनामुक्त करना है।

एसवाईएल व हांसी बुटाना नहर में पानी लाने के किए जा रहे गंभीर प्रयास 
पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार द्वारा एसवाईएल नहर व हांसी-बुटाना नहर में पानी लाने के गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड में लखवार डैम व रेणुका बांध परियोजना सहित अन्य माध्यमों से पानी लाने की योजना प्रगति पर है। लेकिन फिलहाल हमें अपने पास उपलब्ध पानी के उचित इस्तेमाल की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया कि प्रति किलोग्राम धान पैदा करने पर 4000 से 5000 लीटर पानी खर्च होता है जो पानी की बर्बादी का एक बड़ा कारण है। पिछली सरकारों द्वारा इस ओर ध्यान न दिए जाने के कारण आज हालत यह हो गई है कि अनेक स्थानों पर भूमिगत जलस्तर 200 फुट से भी गहराई पर चला गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2008 से भूजल स्तर निरन्तर नीचे जा रहा है और किसान को हर वर्ष बोर में नई पाइप डालनी पड़ती है। इस प्रकार पिछले दस साल में पानी 100 फुट नीचे चला गया है। संकट और न गहराए इसलिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से किसानों से अपील की गई है वे स्वेच्छा से जल बचाने की तरफ कदम बढ़ाए।

सरकार की घोषणा लोगों के लिए महंगी, 2 रुपये वाला मास्क 10 में बेचा जा रहा

डबवाली(लहू की लौ)कोरोना संकट में मास्क के उपयोग का पता चला तो कीमतों में भारी उछाल आया। मौके को भुनाने के लिए लोगों ने मास्क का निर्माण शुरु कर दिया। अंधाधुंध तरीके से मास्क बनाए और बेचे गए। यह खेल यहीं नहीं रुका है। हरियाणा सरकार ने बाजारों को अनलॉक करने के साथ ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया। ऐसे में कीमतें स्थिर जरुर हो गई हैं, लेकिन लोगों से ठगी का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
लोगों को कैसे ठगा जा रहा है, इसके लिए मास्क को जानना बेहद जरुरी है। मास्क डबल या ट्रिपल लेयर कपड़े या प्लास्टिक का बना होता है। डिस्पोजेबल मास्क का थोक रेट 2 से 3 रुपये है। जबकि मेडिकल स्टोरों पर यह 8 से 10 रुपये में बेचा जा रहा है। इसमें सरकार भी कुछ नहीं कर सकती। कोरोना के कारण पहली बार लॉक डाऊन हुआ था, तब सरकार ने स्वयं ही डिस्पोजेबल मास्क का उपरोक्त मूल्य निर्धारित किया था। डबवाली के ग्रामीण आंचल को ही लेते हैं, ग्रामीण शहर जाने के लिए मास्क खरीदने सीधा मेडिकल पर जाते हैं और मास्क मांगते हैं। मेडिकल संचालक डबल लेयर डिस्पोजल पकड़ाकर उससे मनमाना दाम वसूल लेता है। यह तो रही ग्रामीण आंचल की बात।

वॉशेबल मास्क के नाम पर ठगी
शहर में स्थिति कोई ज्यादा भिन्न नहीं है। डबवाली की बात करें तो स्थानीय स्तर पर मास्क निर्माता हैं, इसके अलावा पंजाब के लुधियाना से काफी माल शहर में लाया गया। अब भी वॉशेबल मास्क का नाम देकर खूब बेचा जा रहा है। बताते हैं कि 50-60 रुपये तक मास्क बिका। सामने नेट, पीछे मुलायम कपड़े से बना बिना सर्टिफाइड यह मास्क खूब प्रचलित है।
डबल लेयर यह मास्क फिलहाल 15-17 रुपये में बिक रहा है। जोकि निर्माण मूल्य से दुगुनी कीमत है। वहीं सरकार को जीएसटी का चूना लगाया गया। चूंकि ये मास्क बिना बिल, बिना मार्का बिक रहे हैं।

मल्टी नेशनल कंपनियां मैदान में
देसी निर्माताओं के साथ-साथ स्वास्थ्य प्रॉडक्ट बनाने वाली कई मल्टी नेशनल कंपनियों के मास्क भी मैदान में पहुंचे हैं। ये मास्क भी वॉशेबल हैं। मल्टीनेशनल कंपनी की मुहर लगी होने के कारण इनकी कीमत करीब 65 से 70 रुपये है। अनिवार्य होने के कारण लोग रंग-बिरंगे मास्क को खरीदने में खूब रुची दिखा रहे हैं। हालांकि सीधे तौर पर उनकी जेब पर डाका डाला जा रहा है।

सीए बोले-सब्जी मंडी के लिए नगर सुधार मंडल से ली थी जमीन, कुछ असंजस के कारण नहीं आवंटित हो रही दुकानें

विधायक अमित सिहाग ने सब्जी मंडी शुरु करवाने के लिए मार्केटिंग बोर्ड के सीए जे. गणेशन से की मुलाकात
डबवाली(लहू की लौ)विधायक अमित सिहाग डबवाली में नई सब्जी मंडी को जल्द शुरू करवाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। मंगलवार को सीए मार्केटिंग बोर्ड जे. गणेशन से मुलाकात कर अपडेट ली। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री हरियाणा से मिल कर मंडी को शुरू करवाने की मांग की थी।
विधायक ने सीए मार्केटिंग बोर्ड से मुलाकात कर कहा कि वर्तमान में नई सब्जी मंडी को शुरू करवाना हमारी प्राथमिकता है। साथ ही मंडी शुरू होने में हो रही देरी का कारण भी उन्होंने अधिकारी से पूछा, जिसके जवाब में सीए मार्केटिंग बोर्ड ने विधायक को बताया कि नई सब्जी मंडी को जगह नगर सुधार मंडल ने दी थी उसमें कुछ असमंजस की स्थिति बनी हुई थी जिस कारण दुकानों का आवंटन नहीं हो पाया। उन्होंने विधायक को बताया कि अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अधिकारी प्राथमिकता से मंडी का निरीक्षण कर मंडी शुरू होने में आ रही कमियों को दूर करेंगे और जल्द ही दुकानों का आवंटन कर मंडी को शुरू करवा दिया जाएगा।
अमित सिहाग ने कहा कि पुराने लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें न्यूनतम दर पर दुकानों अलॉट करनी चाहिए। इस पर सीए मार्केटिंग बोर्ड ने विधायक को आश्वस्त करते हुए कहा कि जो पुराने लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेता हैं उनको ड्रॉ के माध्यम से दुकानों का आवंटन कर दिया जाएगा और बची हुई दुकानों की ही नीलामी की जाएगी।

पीजी स्टूडेंट व रिसर्च स्कॉलर के लिए खुल सकती है यूनिवर्सिटी, दुष्यंत चौटाला मिले राज्यपाल से

चण्डीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री  दुष्यंत चौटाला ने आज राजभवन में हरियाणा के राज्यपाल  सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाका०त कर विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
बातचीत के दौरान राज्यपाल आर्य ने कोविड-19 संक्रमण से निपटने के लिए अब तक सरकार द्वारा उठाए गए कदमों एवं प्रबंधों के बारे भी उप-मुख्यमंत्री से जानकारी प्राप्त की। उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में औद्योगिक, वाणिज्य व अन्य आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं।
राज्यपाल ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। इसके साथ-साथ उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, सामाजिक-धार्मिक संगठनों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्य की भी प्रशंसा की।
उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला, जिनके पास राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग भी है ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने में केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों व मापदंडों का पूर्णत:पालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि होना चिंता का विषय है। इस समय आमजन को और अधिक जागरूक रहने के जरूरत है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हुए हैं कि संबंधित क्षेत्रों में सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के बाहर न निकले। इसके साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना करवाई जाए।
उप-मुख्यमंत्री ने राज्यपाल, जो प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं, से  विश्वविद्यालयों में लॉकडाउन के कारण प्रभावित अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों को पुन: संचालित करने पर भी चर्चा की और इसके लिए विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से बातचीत कर आगे की कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए ताकि केन्द्र सरकार की तरफ से भविष्य में आने वाले अनलॉक-2 की गाइडलाईन के अनुरूप इन गतिविधियों को आगे बढ़ाया जा सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विभिन्न कक्षाओं के सैमेेस्टर की तिथियों में संशोधन करने पर भी राज्यपाल से चर्चा की। 

कबूतरबाजी और धोखाधड़ी से विदेश में भेजने वाले लोगों के खिलाफ 139 एफआईआर दर्ज

चंडीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि कबूतरबाजी और धोखाधड़ी से विदेश में भेजने वाले लोगों के खिलाफ 139 एफआईआर दर्ज की गई है। इसके तहत आरोपियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्ता
र किया है तथा उनके कब्जे से एक कार और 10.52 लाख रुपए की नकदी बरामद की है।
विज ने कहा कि हरियाणा की धरती से कबूतरबाजी जैसे गोरखधंधे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा, जिसके लिए हालही में राज्य स्तर पर ऐसे मामलों की निगरानी एवं जांच करने के लिए 'विशेष जांच दलÓ (एसआईटी) का गठन किया गया है। इस दल में एक पुलिस महानिरीक्षक की अध्यक्षता में 6 एसपी स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है। यह टीम पूरे प्रदेश के युवाओं से धोखाधड़ी से लाखों रुपये ऐंठकर गैरकानूनी तरीके से विदेशों में भेजने वाले कबूतरबाजों की जांच करेगी। ऐसा ही मामला अमेरिकी जेलों में बन्द कुछ भारतीयों को भारत वापिस भेजने पर सामने आया था।
एसआईटी प्रमुख भारती अरोड़ा ने बताया कि इस संबंध में टीम को सख्त एवं त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके फलस्वरूप पुलिस ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कैथल जिला से जगतार उर्फ जग्गी को गिरफ्तार करते हुए उसके कब्जे से 10 हजार नकद एवं एक कार बरामद की है। इसी प्रकार दो अलग अलग मामलों में इस्माईलाबाद के सोमनाथ को गिरफ्तार किया गया है और उसके कब्जे से 7.50 लाख की नकदी बरामद की है।
अरोड़ा ने बताया कि कैथल जिले की ढाण्ढ निवासी राजकुमार उर्फ राजू को 1.37 लाख रूपए तथा सीतामाई करनाल के जगदीश उर्फ जग्गी को  70 हजार रुपए सहित गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उसी प्रकार बलदेव नगर अंबाला में दर्ज मामले में पटियाला निवासी लाभ सिंह उर्फ काका, जुंडला के रविन्द्र, मतलौड़ा के दीपक नरवाल, मधुबन के अनिल उर्फ महावीर, कबूलपुर खेड़ा असंध के हरदीप सिंह, असंध के राजेंद्र तथा इसराना के ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया है। उक्त सभी सात आरोपियों से 85 हजार रुपए नकद बरामद किये है। इनके खिलाफ इमीग्रेशन एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है तथा आगे की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि घरौंडा, निगदु, इंद्री तथा असंध में पीडि़तों लोगों की शिकायतों पर भी 4 मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सरकारी नौकरी में चरित्र प्रमाण के सत्यापन में आंशिक छूट

चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने हरियाणा लोक सेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 31 जुलाई, 2020 तक विभिन्न सरकारी पदों पर नव चयनित उम्मीदवारों को उनके चरित्र प्रमाण के सत्यापन में आंशिक छूट देकर उन्हें
प्रोविजनल आधार पर नियुक्त करने का निर्णय लिया है। उम्मीदवारों के चरित्र प्रमाण का सत्यापन प्रोविजनल नियुक्ति होने के दो महीने के अंदर-अंदर करना होगा। सरकार द्वारा यह छूट 31 जुलाई, 2020 के बाद स्वत: समाप्त हो जाएगी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से एक पत्र सभी प्रशासनिक सचिवों और विभागाध्यक्षों को लिखा जा चुका है।
प्रवक्ता ने बताया कि सरकार के निर्देशों में निहित प्रावधान नव चयनित उम्मीदवारों को उनके चरित्र प्रमाण के सत्यापन के बिना सरकारी नौकरी पर नियुक्त होने की अनुमति नहीं देते हैं। उम्मीदवारों के चरित्र प्रमाण के सत्यापन के कार्य में बहुत समय लगता है और नई नियुक्तियां न होने के कारण विभागों के कार्य प्रभावित होते हैं। इसलिए सरकार ने नियुक्तियों में चरित्र प्रमाण के सत्यापन में आंशिक छूट देने का निर्णय लिया है। उम्मीदवारों के चरित्र प्रमाण का सत्यापन प्रोविजनल नियुक्ति होने के दो महीने के अंदर-अंदर करना होगा। हालांकि, यदि सत्यापन के बाद उम्मीदवार के खिलाफ कुछ भी प्रतिकूल रिपोर्ट दर्ज की जाती है तो इस छूट से किसी उम्मीदवार को नौकरी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं मिलता है। 

राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते चरणबद्घ तरीके से प्रदेश में पुन: संचालित की गई औद्योगिक एवं आर्थिक गतिविधियां

चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं ढांचागत विकास निगम ने कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते चरणबद्घ तरीके से प्रदेश में पुन: संचालित की गई औद्योगिक एवं आर्थिक गतिविधियों के चलते श्रमिकों की आवासीय जरूरतों के संभावित बदलते परिदृश्य को देखते हुए अपनी औद्योगिक सम्पदाओं में स्थापित श्रमिक आवासीय इकाइयों को लीज होल्ड आधार पर आवंटित करने का निर्णय लिया है।
निगम के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा औद्योगिक श्रमिकों की आवासीय इकाइयों का आबंटन लीज होल्ड आधार पर देने के लिए एक ड्राफ्ट पॉलिसी तैयार की जा रही है जिसके लिए पणधारकों से 10 जून,2020 तक सुझाव आमंत्रित किए हैं।
उन्होंने कहा कि निगम द्वारा इसके लिए ड्राफ्ट दस्तावेज पब्लिक डोमेन में निगम की वैबसाइट पर डाले गए हैं। पणधारक ई-मेल  labourhousingwv@ gmail.com       और ctp.hsiidc.hry@ gmail.com..   के माध्यम से भी सुझाव भेज सकते हैं। निगम की औद्योगिक सम्पदाओं में औद्योगिक श्रमिकों के लिए आवासीय स्थल पहले से ही चिह्निïत किए गए हैं। औद्योगिक मॉडल टाउनशिप मानेसर तथा औद्योगिक सम्पदा कुण्डली में एक कमरे वाले व सामूहिक शयनकक्ष बनाए गए हैं। कुण्डली में 76 सामूहिक शयनकक्ष तथा 280 एक कमरे वाले आवास और मानेसर में 16 सामूहिक शयनकक्ष तथा 93 एक कमरे वाले आवास उपलब्ध हैं और इसके लिए ई-ऑक्शन के माध्यम से प्रतिस्पर्धी निविदा प्रक्रिया अपनाकर आबंटन किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि हितधारक HSIIDC की अधिकारिक वैबसाईट  http://hsiidc.org.in      पर निति के प्रारूप को देख सकते हैं।

सीवरेज हो रहे हैं साफ पर गंदगी दिख रही है बाहर

डबवाली(लहू की लौ) डबवाली में इन दिनों सीवरेज हौज साफ करने का कार्य जोरों पर है। सीवरेज तो साफ हो रहे है लेकिन उन से निकाली गई गंदगी बहार दिख रहीं है।
जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा बरसात के अल्र्ट जारी होने के कारण सीवरेज की सफाई का कार्य चल रहा है सीवरेज से निकाली गई गंदगी बहार सड़कों पर ही पड़ी है। जो बहा से गुजरने वाले वाहनों के साथ गली में और घरो तक पहुंच रहीं। वार्ड नं. 15,16 के वासियों का कहना सीवरेज से निकाली गंदगी को करीब दो-तीन दिन हो गये हैं। इसे किसे ने उठाने प्रयास तक नहीं किया। बाहर पड़ी गंदगी से बदबू तो फैली ही है और अगर बरसात आ गई तो यह गंदगी फिर से सीवरेज में चली जायेगी। इससे गंदगी निकालने की मेहनत बेकार जायेगी और साथ में सीवरेज भी चॉक हो जायेंगे। चॉक सीवरेज के कारण घरों में वॉटर सप्लाई के दौरान यह गंदगी पानी में मिल कर फिर से नलकों से घरों तक पहुंचेगी।
उपरोक्त वार्डों के निवासियों ने जनस्वास्थ्य विभाग तथा नगरपरिषद डबवाली से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।

नशीले पदार्थो की तस्करी के आरोप में महिला सहित 4 लोगों पर मामला दर्ज

बठिंडा (लहू की लौ)जिला पुलिस ने अलग अलग जगहों पर नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले 4 लोगों के कब्जे से नशीले पदार्थ बरामद कर सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
जानाकरी अनुसार थाना कैंट पुलिस ने हरदीप सिंह पुत्र नछतर सिंह निवासी गोबिंदपुरा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 9 नशीली शीशियां विंसीरेक्स, 90 नशीली गोलियां केरिसोमा व 5.5 मिलीग्राम चिट्टा बरामद किया है। वहीं थाना कोटफत्ता पुलिस ने किरण सिंह पुत्र बाघ सिंह निवासी रायेखाना को काबू कर उसके कब्जे से 200 ग्राम अफीम बरामद की है। थाना नंदगढ़ पुलिस ने जसविंदर कौर पत्नी मंदर सिंह, तरसेम सिंह पुत्र मंदर सिंह निवासी रायके कलां को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2100 नशीली गोलियां कलेविडोल 100 एस.आर बरामद की है। पुलिस ने उक्त 4 आरोपियों में से 3 को मौके पर गिरफ्तार कर लिया है जबकि आरोपी तरसेम सिंह अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। 

सोनाली फौगाट के समर्थन में एक नई उम्मीद ट्रस्ट

डबवाली(लहू की लौ)एक नई उम्मीद ट्रस्ट डबवाली की ओर से मंगलवार को उपायुक्त सिरसा की मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल को एक मांग पत्र भेजकर आदमपुर की भाजपा प्रतिनिधि सोनाली सिंह फोगाट की जान-माल की सुरक्षा की मांग की है। ट्रस्ट के सरप्रस्त विजयंत शर्मा ने बताया कि आदमपुर में पिछले कुछ समय से भाजपा प्रतिनिधि सोनाली सिंह फोगाट के साथ अभद्र व्यवहार का मामला चर्चा में है। अभद्र व्यवहार कुछ अधिकारियों ने किया था। मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना करने का दुस्साहस न कर सकें।
उन्होंने कहा कि सोनाली सिंह फोगाट को दिन प्रतिदिन जो धमकीयां मिल रही हैं। इससे उनकी जान-माल का खतरा प्रतीत हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि इसको देखते हुए उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। उन्होंने बताया कि उक्त मांग पत्र की एक कॉपी चेयरपर्सन राष्ट्रीय महिला आयोग दिल्ली एवं राज्य महिला आयोग हरियाणा को भी प्रेषित की गई है।

10 से 4 बजे तक रहेगी लाईट बंद

डबवाली(लहू की लौ)  बुधवार को मीना बाजार में  केबल डालने की कारण 11 केवी मंडी- 2 फीडर की सप्लाई सुबह 10:00 बजे से दोपहर 4:00 बजे तक बंद रहगी। जिससे न्यू बस स्टैंड रोड एरिया, रेलवे डिग्गी रोड क्षेत्र, खटीक मुहल्ला, वाल्मीकि चौक मीना बाजार, रामलीला ग्राउंड एरिया, अरोड़वंश गुरुद्वारा रोड एरिया की बिजली सप्लाई बंद रहेगी। यह जानकारी एसडीओ बिजली विभाग युगांक जैन ने दी।

इस वर्ष करीब एक करोड़ 25 लाख पौधे लगाए जाएंगे

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री  कंवर पाल ने बताया कि वन विभाग द्वारा प्रदेश में वन क्षेत्र को 7 से 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके तहत इस वर्ष करीब एक करोड़ 25 लाख पौधे लगाए जाएंगे। राज्य के 1100 गांवों में 'कोविड वाटिकाÓ स्थापित की जाएंगी जिनमें औषधीय पौधे रोपित किए जाएंगे।
वन मंत्री आज यहां वन विभाग के प्रदेश मुख्यालय से वीडियो कान्फ्रैंसिंग द्वारा राज्य के वन अधिकारियों से समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। इससे पूर्व हुई बैठक में वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, प्रिंसिपल चीफ कजंरवेटर (वन एवं वन्य जीव) आलोक वर्मा, प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर (वन) अमरिंद्र कौर  के अलावा विभाग के अन्य वरिष्ठï अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने वन विभाग हरियाणा द्वारा तैयार की गई 'औषधीय पौधों की जानकारी से संबंधित पुस्तिकाÓ का भी विमोचन किया।
वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने बताया कि वन विभाग द्वारा जो सवा करोड़ पौधे लगाए जाएंगे उनमें अधिकतर फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य है। ये पौधे स्कूल, कालेज, धार्मिक स्थलों, सडक़ किनारों के अलावा पंचायती जमीन पर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन पौधों की देखभाल करने के लिए वृक्षमित्र नियुक्त किए जाएंगे ताकि शत-प्रतिशत पौधे जीवित रह सकें। उन्होंने बताया कि इस बार राज्य सरकार कीमती पौधे लगाने की अपेक्षा हरियाली बनाए रखने वाले पौधों को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि  पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़-पौधों के अलावा वन्य जीव व पक्षियों का सुरक्षित होना भी आवश्यक है इसलिए उन पौधों को प्रमुखता दी जाएगी जिन पौधों के बड़े होने पर पक्षी उनमें घोसला बना सकें तथा उनके फल खाकर अपना गुजारा भी कर सकें।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार इस बार कई गांवों की पंचायती जमीन पर मॉडल के तौर पर बाग लगाएगी, अगर यह प्रयास सफल रहा तो बाद में इसको पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इससे जहां पंचायतों को अच्छी आमदनी होगी वहीं बाग के पेड़ 50 वर्ष तक क्षेत्र को हरा-भरा रखकर पर्यावरण को शुद्घ रखने में सहयोग करेंगे।
मीडिया से बात करने से पूर्व, वन मंत्री कंवर पाल ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में उन गांवों की सूची तैयार करें जिनके पास पर्याप्त मात्रा में पंचायती जमीन है ताकि उनको बाग लगाने के लिए प्रेरित किया जा सके।  उन्होंने वन विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों को यह भी कहा कि वे स्वयं भी अपने जिला में वन क्षेत्र बढ़ाने के लिए नया-आइडिया ला सकते हैं, अगर सकारात्मक परिणाम आए तो अन्य जिलों में भी उसको फलीभूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे गांव में सरपंच, नंबरदार व अन्य मौजिज लोगों से पौधारोपण करवाएं ताकि वे भी इन पौधों से जुड़ाव महसूस कर सकें। अधिकारी समाज के लोगों को यह समझाएं कि पर्यावरण शुद्घ रखने के लिए पेड़-पौधे लगाने आवश्यक हैं ताकि असंतुलन के कारण कोविड-19 जैसी महामारी भविष्य में न फैल सकें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी व कर्मचारी किसानों को राज्य सरकार की उस योजना को अच्छे-से समझाएं जिसमें किसान की जमीन के साथ लगती सरकारी भूमि पर पौधों की देखभाल करने से बिक्री के समय उसको भी सरकार द्वारा 50 प्रतिशत लाभ दिया जाता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इस बात की भी समय-समय पर जांच करते रहें कि कोई व्यक्ति वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा न कर ले।