11 जून 2020

मानदेय के लिए सफाई योद्धाओं ने घेरा एसडीएम कार्यालय

दो माह तक काम करने के बावजूद नहीं मिला मानदेय, सफाई निरीक्षक बोले-एसडीएम के हस्ताक्षर होते ही ठेकेदार को दिया जाएगा चैक 
डबवाली(लहू की लौ)कोरोना संकट के बीच दो माह तक शहर को चकाचक करने वाले नगरपरिषद के अस्थाई सफाई कर्मचारियों को पिछले दो माह से मानदेय नहीं मिला है। उनकी सेवाएं समाप्त हो गई हैं। बुधवार को एसडीएम कार्यालय के आगे धरना लगाने को मजबूर हुए कोरोना योद्धाओं ने तहसीलदार संजय चौधरी को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा।
सफाई कर्मी कूड़ा संघर्ष समिति के बैनर तले एसडीएम कार्यालय के आगे एकजुट हुए थे। उनका नेतृत्व पूर्व चेयरपर्सन आशा वाल्मीकि, नरेश सेठी कर रहे थे। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें कोरोना संकट के बीच उन्हें डीसी रेट पर नियुक्त किया गया था। नियुक्ति संबंधी उन्हें कोई पत्र नहीं दिया गया था। दो माह का मानदेय बकाया है, अब नप उन्हें रिलीव करने पर तुली हुई है। कर्मचारियों के अनुसार उन्होंने अपने खर्चे पर झाड़ू, ग्लब्ज खरीदे थे। मानदेय के अतिरिक्त उपरोक्त सामान का पैसा नहीं दिया गया। उनकी समस्या सुनने को कोई अधिकारी तैयार नहीं है।

ठेकेदार के जरिये कर्मचारियों को रखा गया था। प्रत्येक कर्मचारी को डीसी रेट के मुताबिक ?12,800 मिलने हैं। 26 मई को सभी का दो माह का समय पूरा हो गया है। खाते में सैलरी जानी है, कर्मचारियों ने बीते शुक्रवार को ही खाते दिए हैं। ठेकेदार के नाम चेक तैयार है। सिर्फ एसडीएम के हस्ताक्षर होने शेष हैं। मास्क, ग्लब्ज नप ने मुहैया करवाएं हैं।
-संदीप बुंदेला, सफाई निरीक्षक, नगरपरिषद, डबवाली

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