Adsense

Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

water लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
water लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

15 जून 2020

शेरगढ़ में पेयजल में आ रहे पक्षियों के पंख

डबवाली (लहू की लौ) गांव शेरगढ़ के निवासी हनुमान कड़वासरा ने बताया कि उनके घर में लगी मोटर में मुर्गी के पंख आने से मोटर बार बार खराब हो रही है।
शिकायतकत्र्ता ने बताया कि करीब एक माह से उसके साथ यह हो रहा है। उसने यह भी बताया कि उसने वॉटर वक्र्स के स्थानीय कर्मचारी से इस संदर्भ में शिकायत की तो उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। शिकायतकत्र्ता ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से उसकी इस समस्या का हल निकालने का अनुरोध किया है। 

11 जून 2020

भूजल रिचार्जिंग के लिए 1000 बोरवेलों का निर्माण करवाने की घोषणा

 चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों के हितों और भावी पीढ़ी के लिए भू-जल संरक्षण के उद्देश्य से शुरू की गई योजना मेरा पानी मेरी विरासत के बारे में जानकारी देते हुए आज राज्य में भूजल रिचार्जिंग के लिए 1000 बोरवेलों का निर्माण करवाने की घोषणा की। इस  योजना की शुरुआत रतिया, इस्माइलाबाद और गुहला खंडों से की जाएगी।
इन योजनाओं की जानकारी मुख्यमंत्री ने आज यहां सैक्टर-3 स्थित हरियाणा निवास में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बुलाए गए एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए दी। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल भी मौजूद थे। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बोरवेल पर लगभग 1.5 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।  इस योजना के तहत 90 प्रतिशत खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा और किसानों को केवल 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना पड़ेगा और बोरवेल बनाने के बाद इसे किसानों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि धान-बाहुल्य क्षेत्रों में भूजल स्तर 81 मीटर से नीचे चला गया है जोकि 10 साल पहले 40 से 50 मीटर हुआ करता था।
मनोहर लाल ने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना को न केवल किसानों ने सराहा क्योंकि यह न केवल उनके हित में है बल्कि यह भावी पीढिय़ों के लिए भी लाभदायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ कृषि भी हमारी अर्थव्यवस्था का एक प्राथमिक क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 17 लाख किसान परिवारों की सहायता और आर्थिक विकास सरकार की जिम्मेवारी है और हम इसके लिए योजनाएं बना रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने अब तक किसानों को केवल राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करते हुए उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि वे किसानों को अपना मित्र और भाई मानते हैं तथा किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और सरकार की प्राथमिकता किसानों का हित और उनकी खुशहाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण की ''मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का शुरू में विरोध हुआ। विपक्ष समेत कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं, परंतु किसान इस योजना की गंभीरता को समझते हुए स्वेच्छा से आगे आ रहे हैं और अब तक 58,421 हैक्टेयर क्षेत्र में धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें उगाने के लिए लगभग 53,000 किसान अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बजट भाषण में धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें उगाने के लिए 1,00,000 हैक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य रखा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भी अब समझ गए हैं कि जमीन के साथ ही पानी की अपनी विरासत भावी पीढ़ी को देकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष को मेरा पानी मेरी विरासत योजना का विरोध करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रतिया, इस्माइलाबाद और गुहला खंड घग्गर नदी के निकट होने के कारण बाढग़्रस्त क्षेत्र में आते हैं, इसलिए सरकार ने किसानों को कुछ छूट दी है। उन्होंने कहा कि किसान यदि इस योजना के तहत स्वयं को पंजीकृत करता है तो उनका प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रीमियम भी सरकार द्वारा भरा जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार किसानों को बागवानी को अपनाने के लिए भी 30 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि देगी।
मनोहर लाल ने कहा बेहतर जल प्रबंधन के चलते राजस्थान की सीमा से सटे दक्षिण हरियाणा के नांगल चौधरी, सतनाली व लोहारू जैसे क्षेत्रों में हम ऐसी-ऐसी टेलों तक पानी पहुंचाने में सफल रहे हैं, जहां पिछले 25-30 वर्षों से पानी नहीं पहुंचा था। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसी 300 टेलों में से 293 टेलों में पानी पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूरे नहरी तंत्र का जीर्णोद्धार तीन चरणों में किया जा रहा है। पश्चिमी-यमुना नहर के जीर्णोद्धार पर लगभग 2200 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं और इसके दो चरणों का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि वर्ष 2022 तक तीन चरणों का कार्य पूरा किया कर दिया जाएगा। इसी प्रकार, लखवार, किशाऊ व रेणुका बांधों से भी हरियाणा को 47 प्रतिशत पानी मिलेगा और इस प्रकार हरियाणा की पानी की क्षमता 17500 क्यूसिक से बढकऱ 23,500 क्यूसिक हो जाएगी और इस तरह प्रदेश को 6000 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार गन्ना उत्पादक किसानों को भी समृद्ध बनाने के लिए प्रदेश की 11 सहकारी चीनी मिलों और 3 प्राईवेट चीनी मिलों की पिराई क्षमता चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 में सभी चीनी मिलों की पिराई क्षमता 24,800 टीसीडी थी, जो आने वाले वर्षों में बढ़कर 32,100 टीसीडी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चीनी मिलों में चीनी रिकवरी 10 प्रतिशत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी मिलों का बेहतर प्रबन्धन हो और यह लाभ में चलें, इसके लिए तीन चीनी मिलों के प्रबन्ध निदेशक आऊटसोर्सिंग पर लगाए जाएंगे, जिन्हें इस क्षेत्र में अनुभव हो।

04 जून 2020

पेयजल के साथ आने लगे पक्षियों के पंख

हरकत में आया जनस्वास्थ्य विभाग
डबवाली(लहू की लौ) गांव मुन्नांवाली में पेयजल आपूर्ति के दौरान नलों से कबूतर के पंख आने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। पानी भी बदबूदार था तो शिकायतों का सिलसिला शुरु हो गया। लोगों ने अपने कनेक्शनों की जांच शुरु की तो मरे हुए कबूतर निकले। इस संबंध में ग्रामीण विजय सहारण ने एसडीओ सूरज प्रकाश जैन को शिकायत की। जिसके बाद महकमा हरकत में आया। हालांकि फोन पर ग्रामीणों तथा एसडीओ के बीच कहासुनी तक हो गई थी।
ग्रामीण विजय सहारण के मुताबिक मुन्नांवाली स्थित जलघर की ओर जनस्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। कुछ दिन पूर्व टंकी के ऊपर से जाली टूट गई थी। उसमें पक्षी मरकर गिरते रहे। महकमें ने जिम्मेवारी नहीं समझी। ऐसे में बदबूदार पानी आने लगा। बुधवार को हद हो जब पेयजल के साथ पक्षियों के पंख बहकर आने लगे। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर जांच करते हुए पाया कि मुख्य पेयजल पाइप में मरे हुए कबूतर फंसे हुए थे। विद्यालय तथा गोदिकां रोड पर दो जगह से पक्षी निकले। इस संबंध में एसडीओ को शिकायत की गई तो वे बोले कि वे बाहर हैं, आज ही के दिन आप ऐसा पानी पी लो। जब एसडीओ को पीने के लिए बदबूदार पानी की बोतल भरकर भेजने की बात कही तो उन्होंने संज्ञान लिया।

परसों आई आंधी से जाली हवा में उड़ गई थी। ऐसे में पक्षी टंकी में गिर गए थे। सूचना मिलने पर टंकी का पानी निकाल दिया गया। उसमें दवा का छिड़काव करके पानी भरा जाएगा। मैंने फोन पर ग्रामीण को यह कहा था कि आज पेयजल आपूर्ति नहीं आएगी, पानी बंद रहेगा। अब भी कर्मचारी वहां कार्य कर रहे हैं।
-एसडीओ सूरज प्रकाश जैन, जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली