नयी दिल्ली। देखते-देखते एक और साल गुजरने को है और २०१० की हलकी सी दस्तक सुनाई देने लगी है। बीते बरस में चंद्रमा पर पानी की खोज, अमेरिका में अश्वेत राष्ट्रपति का चुनाव और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की सुखोई में उड़ान जैसी बड़ी और अपने तरह की पहली घटनाओं की सुखिर्यो के बीच कुछ ऐसी अनूठी बातें भी पहली बार हुईं, जो आने वाले वर्ष में एक मिसाल बनकर रहेंगी। आने वाले वर्ष में भी इस तरह की घटनाएं होगी, लेकिन तब भी इस बरस पहली बार हुई इन घटनाओं को याद जरूर किया जाएगा। राष्ट्रपति र्पतिभा पाटिल ने २५ नवंबर को सुखोई-३० एमकेआई लड़ाकू विमान से उड़ान भर कर अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज करा लिया।
रूस निर्मित सुखोई में ३० मिनट की उड़ान भर कर प्रतिभा ऐसा करने वाली किसी भी देश की पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बन गईं। चौहत्तर वर्षीय प्रतिभा ने किसी भी युद्धक विमान में ३० मिनट की यात्रा करने वाली सबसे उम्रदराज महिला का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। पिछले साल २२ अक्तूबर २००८ चंर्दमा के रहस्य सुलझाने के लिए भारत द्वारा प्रक्षेपित पहले मानवरहित मिशन 'चंर्दयान—१Ó ने पृथ्वी के इकलौते उपग्रह पर इस साल पानी की खोज कर भारत के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करा दी।
चंर्दयान-१ के साथ भेजे गए नासा के उपकरण 'मून मिनरलोजी मैपर एम-३Ó ने चंर्द्रयान१ द्वारा जुटाए गए विवरण का विश्लेषण कर चंर्दमा पर पानी के अस्तित्व की पुष्टि कर दी। इस खोज ने चार दशक से चले आ रहे इन कयासों पर विराम लगा दिया कि चंर्दमा पर पानी है या नहीं।
अमेरिका के इतिहास में नया अध्याय जोड़ते हुए बराक ओबामा ने २० जनवरी को देश के ४४ वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह करिश्माई डेमोक्रेट नेता अमेरिका का पहला अश्वेत राष्ट्रपति है। आंध्र र्पदेश में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में भक्तजनों को दिए जाने वाले 'तिरपति लड्डूÓ को भौगोलिक कापीराइट प्रदान किया जाना इस वर्ष की एक अनूठी घटना रही। अब अन्य कोई भी इसी नाम से लड्डू न तो बना सकेगा और न ही इसकी मार्केटिंग कर सकेगा।
तिरमाला पहाड़ी पर वेंकटेश्वर मंदिर की देखरेख करने वाले ट्रस्ट तिरमाला-तिरपति देवस्थानम ने पिछले साल मार्च में चेन्नई स्थित ''जियोग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्रीÓÓ में लड्डू के भौगोलिक कापीराइट के लिए आवेदन किया था और सितंबर में उसे यह अधिकार मिल गया।
तिरुपति के लड्डू और दार्जिलिंग की चाय के साथ साथ जीआई तमगा बनारसी साडिय़ों को भी मिल गया। उम्दा गुणवत्ता एवं बुनाई के लिए प्रसिद्ध बनारसी साडिय़ां सितंबर में विशिष्ट भौगोलिक पहचान जीआई दर्जा मिलने के साथ ही कई संरक्षित वस्तुओं की सूची में शामिल हो गईं। कुदरत की सबसे खूबसूरत कलाकृतियों को राष्ट्रीय चिन्ह का दर्जा देकर उनके संरक्षण को बढ़ावा देने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने गंगा की डाल्फिन को इस साल राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित कर दिया। यह पहला मौका है जब किसी जलचर को राष्ट्रीय जीव घोषित किया गया है। सितंबर माह में र्पधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की बैठक में लुप्तप्राय: गंगा डालफिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित करने का निर्णय किया गया। दरअसल गंगा नदी के जलस्तर में कमी आने और बढ़ते र्पदूषण के कारण यह खूबसूरत प्राणी अपने अस्तित्व के लिए संघषर्रत है। हालत यह है कि आज २००० से भी कम गंगा डालफिन बची हैं। यह अनूठी डालफिन दृष्टिहीन है और केवल अपने सूंघने की शक्ति से अपना जीवन बसर करती है।
अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान को जब तब सराहा जाता रहा है। लेकिन राष्ट्रपति ओबामा पर भारत का रंग गहरा चढ़े होने की झलक तब साफ दिखाई दी, जब इस वर्ष व्हाइट हाउस में पहली बार प्रकाश का त्यौहार दीपावली और गुरूनानक देव का जन्मदिन गुरूपर्व के रूप में धूमधाम से बनाया गया। इस मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पाठियों ने मनोहर प्रस्तुति दी और समारोह में पूरे अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों ने भाग लिया। व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ पब्लिक इंगेजमेंट द्वारा आयोजित यह समारोह राष्ट्रपति ओबामा की खास पहल पर हुआ। दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला द्वारा शांति के क्षेत्र में दिए योगदान का सम्मान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार १८ जुलाई को 'अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवसÓ घोषित कर दिया। विश्व संस्था की १९२ सदस्यीय महासभा में इस संबंध में ११ नवंबर को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसके तहत २०१० से हर साल इस दिन को अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के १९९४ से १९९९ तक राष्ट्रपति रहे मंडेला आज भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों और अन्य वैश्विक मुद्दों पर लोगों के लिए आवाज उठा रहे हैं।
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Lahoo Ki Lau
14 दिसंबर 2009
पुरुषों को भी होता है जुदाई का गम
मुम्बई । अगर आप सोचते हैं कि जुदाई का गम सिर्फ लड़कियों को ही होता है तो यह विचार बदलने की जरूरत है। दरअसल लड़कियों से भी ज्यादा दुख लड़कों को होता है। उनके लिए भी रिश्ते से बाहर आने और पुराने प्यार को भुला पाना बहुत आसान नहीं होता है। डेट डॉट कॉम नाम की वेबसाइट द्वारा कराए गए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। यहां तक कि बुरे लड़के यानी बैड बॉयज भी इस दुख को झेलते हैं। हालांकि लड़कियों को यह दुख कम होता है। रिश्ते से बाहर निकलने के बाद वो जल्द ही नई डेट पर चली जाती हैं। वेबसाइट के मुताबिक ८५ प्रतिशत पुरुषों ने स्वीकार किया है कि ब्रेकअप के बाद वो अवसाद में चले गए थे। वहीं महिलाओं के मामले में यह संख्या सिर्फ ८ प्रतिशत रही।
12 दिसंबर 2009
स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण
बनवाला (जसवन्त जाखड़) जिला शिक्षा अधिकारी आशा किरण ग्रोवर ने शुक्रवार को कई स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण किया।
ओचक्क निरीक्षण के दौरान उन्होंने गांव पंजुआना में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो अध्यापकों की अनुपस्थिति लगाते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। पंजुआना के अलावा उन्होंने आज सहुवाला, बनवाला, रत्ताखेड़ा, रिसालियाखेड़ा व बिज्जूवाली आदि विद्यालयों का निरीक्षण किया।
आशा किरण ग्रोवर ने पंजुआना के हाई स्कूल में सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंची और दो घंटे तक रूकी। इस दौरान स्कूल के ज्यादातर अध्यापक व स्टाफ आठ बजे के बाद ही पहुंचे जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उनसे जवाब तलबी की। इसी दौरान एक शिक्षक रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो गया। इस पर उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अनुशासन में रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान स्कूली शिक्षकों व अन्य स्टाफ में हडकंप मचा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों के दोपहर के भोजन की जानकारी ली और स्कूलों के हाजिरी रजिस्टर व रिकार्ड जांचा।
ओचक्क निरीक्षण के दौरान उन्होंने गांव पंजुआना में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो अध्यापकों की अनुपस्थिति लगाते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। पंजुआना के अलावा उन्होंने आज सहुवाला, बनवाला, रत्ताखेड़ा, रिसालियाखेड़ा व बिज्जूवाली आदि विद्यालयों का निरीक्षण किया।
आशा किरण ग्रोवर ने पंजुआना के हाई स्कूल में सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंची और दो घंटे तक रूकी। इस दौरान स्कूल के ज्यादातर अध्यापक व स्टाफ आठ बजे के बाद ही पहुंचे जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उनसे जवाब तलबी की। इसी दौरान एक शिक्षक रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो गया। इस पर उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अनुशासन में रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान स्कूली शिक्षकों व अन्य स्टाफ में हडकंप मचा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों के दोपहर के भोजन की जानकारी ली और स्कूलों के हाजिरी रजिस्टर व रिकार्ड जांचा।
पुलिस संदेह के घेरे में
डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे करने का मामला जैसे-जैसे कार्पोरेशन के अधिकारी और पुलिस दबाने का प्रयास कर रहे हैं, वैसे ही वे उलझते जा रहे हैं और इसको लेकर नये-नये सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले का होमगार्ड विभाग ने भी संज्ञान लेते हुए अपने होमगार्ड जवानों के पक्ष में उतरने का फैसला लिया है। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें।
पता चला है कि जिला सिरसा होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई ने वीरवार देर शाम को डबवाली का दौरा किया और स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में डयूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करने और बाद में कार्पोरेशन के दो चौकीदारों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी का स्प्रे करने और होमगार्ड जवानों द्वारा इस मामले को पुलिस तथा विभाग के पास उठाये जाने के बाद इसे दबाने के सम्बन्ध में होमगार्ड जवानों से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर होमगार्ड जवान इन्द्राज तथा अशोक ने आप बीती सुनाई और इस बात की पुष्टि की कि गेहूं पर पानी की स्प्रे की गई। लेकिन बाद में उन पर दबाव डालकर पुलिस ने यह लिखवा लिया कि यह शिकायत गलत-फहमी में हुई और वे इस पर कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
जांच अधिकारी होमगार्ड कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से इस संवाददाता ने शुक्रवार को जब मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि होमगार्ड जवानों ने जो देखा था उसकी शिकायत पुलिस को की और बाद में उन पर दबाव डालकर कार्यवाही न किये जाने की बात लिखवा ली। अब वे अपने तौर पर इसकी रिपोर्ट बनाकर होमगार्ड के उच्च अधिकारियों तथा हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड के जवान सच्चाई पर डटे हुए हैं। बातचीत में बिश्नोई ने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण लाल परदेसी से बात की और मामले की असलीयत जानी। इस बातचीत के दौरान होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने की घटना सामने आने के बाद उनका डॉक्टरी जांच न करवाकर जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उनके अनुसार होमगार्ड जवानों की पुलिस को डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए थी।
गेहूं पर पानी की स्प्रे करना राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुक्सान-भारूखेड़ा
गेहूं पर पानी का छिड़काव एजेंसी अधिकारियों की पुरानी आदत-बांसल
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे किये जाने के मामले को किसान यूनियन ने भी गंभीर रूप से लेते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करने की मांग की है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान लगन और मेहनत से गेहूं का उत्पादन करके देश के अन्न भण्डार को भरता है। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान की इस मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने स्वार्थ के लिए सरकार और लोगों को चूना लगाने की नियत से इस गेहूं पर पानी का स्प्रे करते हैं। जिसका सीधा नुक्सान देश की गरीब जनता को होता है।
उन्होंने कहा कि सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसके वजन को बढ़ाने का प्रयास करना सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दण्डनीय अपराध है। राष्ट्र की सम्पत्ति को इस प्रकार से नुक्सान पहुंचाने की हिमाकत करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल ने बताया कि वह सरकारी खरीद एजेंसियों को मण्डी से गेहूं खरीदते समय 50 किलो 700 ग्राम का वजन प्रत्येक बोरी के पीछे देते हैं। अगर ज्यादा गर्मी पडऩे के कारण इसमें नमी कम हो जाती है तो इसकी कटौती भी विभाग उनसे लेते हैं। उनके अनुसार अक्सर मौसम बदलने से गेहूं में फिर से नमी आ जाती है। बरसात के बाद तो अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन इस बार बरसात नहीं हुई, जिसके चलते वजन में बढ़ौतरी स्वाभाविक तौर पर नहीं होनी थी और इसकी पूर्ति के लिए विभाग पानी की स्प्रे कर रहे हैं। यह बढ़ौतरी भ्रष्ट अधिकारी आपस में बांटकर चांदी कूटते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस पानी के स्प्रे प्रकरण की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए और दोषी दण्डित होने चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनर्रावृत्ति न हो।
पता चला है कि जिला सिरसा होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई ने वीरवार देर शाम को डबवाली का दौरा किया और स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में डयूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करने और बाद में कार्पोरेशन के दो चौकीदारों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी का स्प्रे करने और होमगार्ड जवानों द्वारा इस मामले को पुलिस तथा विभाग के पास उठाये जाने के बाद इसे दबाने के सम्बन्ध में होमगार्ड जवानों से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर होमगार्ड जवान इन्द्राज तथा अशोक ने आप बीती सुनाई और इस बात की पुष्टि की कि गेहूं पर पानी की स्प्रे की गई। लेकिन बाद में उन पर दबाव डालकर पुलिस ने यह लिखवा लिया कि यह शिकायत गलत-फहमी में हुई और वे इस पर कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
जांच अधिकारी होमगार्ड कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से इस संवाददाता ने शुक्रवार को जब मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि होमगार्ड जवानों ने जो देखा था उसकी शिकायत पुलिस को की और बाद में उन पर दबाव डालकर कार्यवाही न किये जाने की बात लिखवा ली। अब वे अपने तौर पर इसकी रिपोर्ट बनाकर होमगार्ड के उच्च अधिकारियों तथा हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड के जवान सच्चाई पर डटे हुए हैं। बातचीत में बिश्नोई ने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण लाल परदेसी से बात की और मामले की असलीयत जानी। इस बातचीत के दौरान होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने की घटना सामने आने के बाद उनका डॉक्टरी जांच न करवाकर जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उनके अनुसार होमगार्ड जवानों की पुलिस को डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए थी।
गेहूं पर पानी की स्प्रे करना राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुक्सान-भारूखेड़ा
गेहूं पर पानी का छिड़काव एजेंसी अधिकारियों की पुरानी आदत-बांसल
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे किये जाने के मामले को किसान यूनियन ने भी गंभीर रूप से लेते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करने की मांग की है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान लगन और मेहनत से गेहूं का उत्पादन करके देश के अन्न भण्डार को भरता है। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान की इस मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने स्वार्थ के लिए सरकार और लोगों को चूना लगाने की नियत से इस गेहूं पर पानी का स्प्रे करते हैं। जिसका सीधा नुक्सान देश की गरीब जनता को होता है।
उन्होंने कहा कि सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसके वजन को बढ़ाने का प्रयास करना सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दण्डनीय अपराध है। राष्ट्र की सम्पत्ति को इस प्रकार से नुक्सान पहुंचाने की हिमाकत करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल ने बताया कि वह सरकारी खरीद एजेंसियों को मण्डी से गेहूं खरीदते समय 50 किलो 700 ग्राम का वजन प्रत्येक बोरी के पीछे देते हैं। अगर ज्यादा गर्मी पडऩे के कारण इसमें नमी कम हो जाती है तो इसकी कटौती भी विभाग उनसे लेते हैं। उनके अनुसार अक्सर मौसम बदलने से गेहूं में फिर से नमी आ जाती है। बरसात के बाद तो अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन इस बार बरसात नहीं हुई, जिसके चलते वजन में बढ़ौतरी स्वाभाविक तौर पर नहीं होनी थी और इसकी पूर्ति के लिए विभाग पानी की स्प्रे कर रहे हैं। यह बढ़ौतरी भ्रष्ट अधिकारी आपस में बांटकर चांदी कूटते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस पानी के स्प्रे प्रकरण की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए और दोषी दण्डित होने चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनर्रावृत्ति न हो।
11 दिसंबर 2009
गेहूं भिगोने के मामले पर कहानियां गढ़ कर की जा रही है लीपापोती
डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन की गेहूं की हजारों बोरियों पर पानी स्प्रे करने का मामला अभी तक सुलग रहा है। हालांकि इस मामले से उठी आग पर पानी डालने का प्रयास विभाग के डीएम से लेकर पुलिस के जांच अधिकारी तक कर चुके हैं।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।
बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल कर पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
डबवाली (लहू की लौ) टेक्निकल सर्विस यूनियन के सर्कल मुक्तसर के अन्तर्गत आने वाली 25 सब यूनिटों में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को एक दिवसीय कलम छोड़-औजार छोड़ हड़ताल करके अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई तथा पंजाब सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
10 दिसंबर 2009
वित्तीय संकट के लिए हुड्डा सरकार जिम्मेवार-अजय
डबवाली। इनेलो ने हुड्डा सरकार को प्रदेश में गंभीर वित्तिय संकट व खराब आर्थिक हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से इस मामले में तुरन्त श्वेतपत्र जारी किए जाने की मांग की है। इनेलो ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों अनुसार कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन व भत्तों का बकाया राशि का सरकार द्वारा भुगतान करने में की जा रही आनाकानी की भी कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार से अपने वायदे अनुसार कर्मचारियों को बकाया राशि का भुगतान तुरन्त किए जाने की मांग की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत नीतियों व सरकारी भ्रष्टाचार के कारण आज प्रदेश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो गई है और सरकार रोजमर्रा का कामकाज चलाने के लिए भी कर्जा ले रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।
साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश
पंचकूला। जिला पंचकूला के मजिस्ट्रेट पंकज यादव ने अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जिला के सभी साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के लिए तुरंत प्रभाव से आदेश जारी किए है, जो आगामी 4 फरवरी 2010 तक लागू रहेगें।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।
30 साल बाद हरियाणा रोड़वेज के ड्राईवरों को मिलेगा पदोन्नति का तोहफा
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार 30 साल के बाद रोडवेज के ड्राइवरों को पदोन्नति का तोहफा देने जा रही है। प्रदेश के विभिन्न डिपुओं में कार्यरत्त 35 ड्राइवरों को यह लाभ मिलेगा। वरिष्ठता के आधार पर दी जाने वाली इस सुविधा के लिए परिवहन के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय द्वारा डिपुओं से ड्राइवरों की सूचि मंगवा ली गई है। ड्राइवरों की शैक्षणिक योग्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।
05 दिसंबर 2009
वेश्यावृति से जुड़ी लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध-अकाली दल
डबवाली (लहू की लौ) शिरोमणि अकाली दल (अ) धार्मिक विंग पंचप्रधानी जिला सिरसा, खालसा एक्शन कमेटी हरियाणा सिरसा ने उपमण्डलाधीश की मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा और उपायुक्त सिरसा को एक ज्ञापन भेजकर डेरा में आने वाली वेश्या लड़कियों की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।
25 नवंबर 2009
कांग्रेस बैठक में उछली पगडिय़ां
सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान सिरसा लोकसभाई चुनाव क्षेत्र के आठ विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में से सात विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद आज स्थानीय बेगू रोड़ पर स्थित कांग्र्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करने के लिए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना मुख्य रूप से उपस्थित थे।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
मैक्स पेड़ से टकराई, 3 की मौत
डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आज सुबह साहुवाला प्रथम के पास हुई एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें सरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ये घटना सुबह साढे पांच बजे घटित हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची बडागुढ़ा पुलिस ने एक घायल के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। गाड़ी सवार लोग वेटर का कार्य करते थे और एक शादी में अपनी सेवा देकर वापिस लौट रहे थे।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
झगड़ों में 7 घायल
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
झगड़ों में 7 घायल
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
बेटी ने लगाया माता-पिता पर बेचने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के रेलवे स्टेशन के पीछे उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब एक पुरूष एक महिला को बुरी तरह पीटने लगा और लोगों ने हस्तक्षेप करके महिला को पुरूष के चंगुल से आजाद करवाकर पुलिस को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।
इंटरनेट उपभोक्ताओं को ठगने के प्रयास
डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगर में कुछ दिनों से विदेशों से मोबाइल पर ईनाम निकलने की सूचना देकर लोगों को ठगने का प्रयास किये जाने का मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ है कि अब इंटरनेट से ई-मेल द्वारा इस प्रकार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व इस प्रकार की ठगी का शिकार डबवाली के कुछ लोग हो चुके हैं।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।
24 नवंबर 2009
उठी आवाज कुडी चंगी के मुंडा चंगा
डबवाली (लहू की लौ) यूथ वैल्फेयर फेडरेशन महिला विंग के तत्वाधान में नशा उन्मूलन, कन्या भ्रूण हत्या विरोधी और वेश्यावृति उन्मूलन को लेकर सोमवार को जागरूकता रैली निकाली गई। जिसको एसएमओ डॉ. राजकुमार तथा थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने हरी झण्डी देकर रवाना किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।
रॉड मारकर सरपंच की कार क्षतिग्रस्त की
बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा के सरपंच दलीप सिंह की कार को उसी गांव के एक व्यक्ति ने राड से प्रहार करके क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।
झगड़ों में वृद्ध महिलाओं सहित तीन घायल
डबवाली (लहू की लौ) यहां के इन्दिरा नगर में रविवार रात को ऊंची आवाज में अश्लील गीत लगाने को रोकने पर तेजधार हथियार चले। जिसमें एक पक्ष के वृद्ध महिला सहित दो जने घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
परमजीत कौर पत्नी प्रितपाल सिंह ने बताया कि रविवार रात को उनके पड़ौसी बलदेव के लड़के सतपाल ने ऊंची आवाज में अपने मोबाइल पर अश्लील गीत लगाये हुए थे। जिस पर उसके पति प्रितपाल सिंह ने एतराज किया और उसे उलाहना देने के लिए वह गली में सतपाल के पास गया। लेकिन सतपाल नहीं माना और उसने अपने पिता बलदेव सिंह के साथ तेजधार हथियारों से प्रितपाल सिंह व उसकी सास सुरजीत कौर पत्नी मुख्तियार सिंह पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
इधर गांव हैबूआना में सोमवार सुबह पानी की मोटर को लेकर हुए एक झगड़े में एक महिला घायल हो गई। डबवाली के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन अमरजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक उनके पड़ौसी अजमेर सिंह पुत्र हजूर सिंह, सेवक सिंह, गाशी सिंह पुत्रान राज सिंह, बलकरण, बलविन्द्र सिंह पुत्रान इकबाल सिंह बगैरा ने उनके घर में घुसकर उसके पुत्र गुरदीप पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन जब उसने अपने पुत्र को आरोपियों से छुड़वाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसके चोटें मारी।
परमजीत कौर पत्नी प्रितपाल सिंह ने बताया कि रविवार रात को उनके पड़ौसी बलदेव के लड़के सतपाल ने ऊंची आवाज में अपने मोबाइल पर अश्लील गीत लगाये हुए थे। जिस पर उसके पति प्रितपाल सिंह ने एतराज किया और उसे उलाहना देने के लिए वह गली में सतपाल के पास गया। लेकिन सतपाल नहीं माना और उसने अपने पिता बलदेव सिंह के साथ तेजधार हथियारों से प्रितपाल सिंह व उसकी सास सुरजीत कौर पत्नी मुख्तियार सिंह पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
इधर गांव हैबूआना में सोमवार सुबह पानी की मोटर को लेकर हुए एक झगड़े में एक महिला घायल हो गई। डबवाली के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन अमरजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक उनके पड़ौसी अजमेर सिंह पुत्र हजूर सिंह, सेवक सिंह, गाशी सिंह पुत्रान राज सिंह, बलकरण, बलविन्द्र सिंह पुत्रान इकबाल सिंह बगैरा ने उनके घर में घुसकर उसके पुत्र गुरदीप पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन जब उसने अपने पुत्र को आरोपियों से छुड़वाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसके चोटें मारी।
बस अड्डा पर धूम्रपान, भुगतना पड़ा जुर्माना
डबवाली (लहू की लौ) बस अड्डा पर धुम्रपान करने वालों पर जैसे-जैसे स्वास्थ्य विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। वैसे उसके कारगर परिणाम भी सामने आने लगे हैं। धुम्रपान करने वाले लोगों की संख्या कम होने लगी है।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोड़वेज डबवाली के बस अड्डा इंचार्ज जगदीश बिश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हिसार के रविन्द्र मोंगा के नेतृत्व में बस अड्डा पर अचानक तीन बार धुम्रपान के खिलाफ छेड़े गये अभियान के तहत अब तक करीब 85 लोगों को 9000 रूपये जुर्माना किया जा चुका है जो उनसे मौका पर ही वसूल लिया गया।
बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को तीसरी बार बस स्टैंड पर धुम्रपान करते हुए 20 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने 1500 रूपये जुर्माना किया।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोड़वेज डबवाली के बस अड्डा इंचार्ज जगदीश बिश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हिसार के रविन्द्र मोंगा के नेतृत्व में बस अड्डा पर अचानक तीन बार धुम्रपान के खिलाफ छेड़े गये अभियान के तहत अब तक करीब 85 लोगों को 9000 रूपये जुर्माना किया जा चुका है जो उनसे मौका पर ही वसूल लिया गया।
बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को तीसरी बार बस स्टैंड पर धुम्रपान करते हुए 20 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने 1500 रूपये जुर्माना किया।
कॉटन फैक्ट्री में आग से 4.50 लाख का नरमा जला
डबवाली(लहू की लौ) गांव शेरगढ़ के बडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित डबवाली राईस एण्ड कॉटन फैक्टरी में अचानक आग लग जाने से करीब 150 क्विंटल नरमे को नुक्सान हुआ।
फैक्टरी में तैनात महावीर ने बताया कि सुबह नरमा की बिलाई का काम चल रहा था कि अचानक रोलर जीन के सपरेटर से चिंगारी निकलने से नरमा रूई में आग लग गई। इसकी सूचना फायरब्रिगेड को दी गई और मौका पर पहुंचे लीडिंग फायर मैन श्याम सुन्दर, अग्निशमक कर्म सिंह, कर्ण सिंह, नन्द राम, चालक इन्द्रजीत और राजवीर ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मशीनों के प्लेटफार्म पर पड़ी नरमा की आग पर काबू पाया।
फैक्टरी ठेकेदार दीपक गोयल ने बताया कि इस आग से करीब साढ़े 4 लाख रूपये की कीमत का 150 क्विंटल नरमा जल गया।
फैक्टरी में तैनात महावीर ने बताया कि सुबह नरमा की बिलाई का काम चल रहा था कि अचानक रोलर जीन के सपरेटर से चिंगारी निकलने से नरमा रूई में आग लग गई। इसकी सूचना फायरब्रिगेड को दी गई और मौका पर पहुंचे लीडिंग फायर मैन श्याम सुन्दर, अग्निशमक कर्म सिंह, कर्ण सिंह, नन्द राम, चालक इन्द्रजीत और राजवीर ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मशीनों के प्लेटफार्म पर पड़ी नरमा की आग पर काबू पाया।
फैक्टरी ठेकेदार दीपक गोयल ने बताया कि इस आग से करीब साढ़े 4 लाख रूपये की कीमत का 150 क्विंटल नरमा जल गया।
नरेगा में धांधली को लेकर सरपंच को कारण बताओ नोटिस
डबवाली (लहू की लौ) उपायुक्त सिरसा ने ग्राम पंचायत सुकेराखेड़ा की सरपंच को एक पत्र भेजकर जांच रिपोर्ट में सरपंच पद का दुरूपयोग करने का प्रथम दृष्टि में दोषी ठहराया है और कारण बताओ नोटिस जारी करके सरपंच से 7 दिन के भीतर जवाब मांगा है।
जानकार सूत्रों के अनुसार गांव की सरपंच पार्वती देवी को भेजे गये अपने पत्र में उपायुक्त ने कहा है कि नरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2008 में पंचायत द्वारा भूमि विकास का कार्य करवाया गया था। जिसमें इस कार्य स्थल पर सुनीता पत्नी पृथ्वी, सुमन पत्नी वेदप्रकाश आया का कार्य करती थीं। लेकिन उसे पैसे कम दिये गये और हस्ताक्षर अधिक रूपयों पर करवाये गये हैं। जांच में रिकॉर्ड के अवलोकन के बाद पाया गया कि उसने आया को दिये गये 6862 रूपये पर हस्ताक्षर करवाये हैं, जबकि वास्तव में उनको 1400 और 700 रूपये की राशि का भुगतान किया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि गांव के मजदूरों द्वारा कार्य की मांग करने पर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, डबवाली के कार्यालय ने 18 सितम्बर को कार्य के लिए 1 लाख 71 हजार 500 रूपये की राशि जारी की थी और इस राशि को जारी करते हुए पंचायत को लिखा गया था कि मजदूरों को शीघ्र-अतिशीघ्र कार्य दिया जाये। लेकिन मजदूरों को कार्य नहीं दिया गया। 29 सितम्बर को मौका पर जाकर निरीक्षण करने पर उस जमीन पर ज्वार की फसल की बिजाई पाई गई। जिसकी सूचना खण्ड कार्यालय को नहीं दी गई थी।
हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 (1) (बी) के तहत सरपंच को नोटिस भेजकर उपरोक्त जांच रिपोर्ट में सरपंच पद का दुरूपयोग करने का उत्तर 7 दिन के भीतर देने के लिए कहा गया है।
जानकार सूत्रों के अनुसार गांव की सरपंच पार्वती देवी को भेजे गये अपने पत्र में उपायुक्त ने कहा है कि नरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2008 में पंचायत द्वारा भूमि विकास का कार्य करवाया गया था। जिसमें इस कार्य स्थल पर सुनीता पत्नी पृथ्वी, सुमन पत्नी वेदप्रकाश आया का कार्य करती थीं। लेकिन उसे पैसे कम दिये गये और हस्ताक्षर अधिक रूपयों पर करवाये गये हैं। जांच में रिकॉर्ड के अवलोकन के बाद पाया गया कि उसने आया को दिये गये 6862 रूपये पर हस्ताक्षर करवाये हैं, जबकि वास्तव में उनको 1400 और 700 रूपये की राशि का भुगतान किया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि गांव के मजदूरों द्वारा कार्य की मांग करने पर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, डबवाली के कार्यालय ने 18 सितम्बर को कार्य के लिए 1 लाख 71 हजार 500 रूपये की राशि जारी की थी और इस राशि को जारी करते हुए पंचायत को लिखा गया था कि मजदूरों को शीघ्र-अतिशीघ्र कार्य दिया जाये। लेकिन मजदूरों को कार्य नहीं दिया गया। 29 सितम्बर को मौका पर जाकर निरीक्षण करने पर उस जमीन पर ज्वार की फसल की बिजाई पाई गई। जिसकी सूचना खण्ड कार्यालय को नहीं दी गई थी।
हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 (1) (बी) के तहत सरपंच को नोटिस भेजकर उपरोक्त जांच रिपोर्ट में सरपंच पद का दुरूपयोग करने का उत्तर 7 दिन के भीतर देने के लिए कहा गया है।
1 लाख की अफीम के साथ गिरफ्तार
डबवाली(लहू की लौ) किलियांवाली पुलिस ने रविवार सुबह एक व्यक्ति को दो किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। जिसकी बाजार कीमत करीब एक लाख रूपये आंकी जा रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला मुक्तसर के एसएसपी गुरप्रीत सिंह गिल द्वारा चलाये गये नशा विरोधी अभियान और डीएसपी मलोट मुखविन्द्र सिंह भुल्लर की हिदायतों पर एएसआई गुरमेज सिंह ने अपने साथी हवलदार हरबन्स सिंह, अमरीक सिंह के साथ किलियांवाली-बडिंगखेड़ा रोड़ पर गश्त चल रही थी कि अचानक शेरगढ़ से लौहारा कच्चा रास्ते पर एक व्यक्ति पैदल आता हुआ दिखाई दिया जिसके कंधे पर थैला था। पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर रोक लिया और इधर इस संबंध में डीएसपी जगजीत सिंह भगताना गिदड़बाहा को सूचित किया और वह मौका पर पहुंचे। थैला की तालाशी लेने पर उसमें दो किलोग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार अफीम के साथ पकड़े गये व्यक्ति ने अपनी पहचान मदन लाल पुत्र फकीर चन्द निवासी खजूरी बड़ा तेल्ला थाना 22बी, जिला मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में करवाई। पकड़ी गई इस अफीम कीमत एक लाख रूपये आंकी जा रही है। आरोपी ने इस अफीम को पंजाब के विभिन्न गांवों में 70 हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई करना था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला मुक्तसर के एसएसपी गुरप्रीत सिंह गिल द्वारा चलाये गये नशा विरोधी अभियान और डीएसपी मलोट मुखविन्द्र सिंह भुल्लर की हिदायतों पर एएसआई गुरमेज सिंह ने अपने साथी हवलदार हरबन्स सिंह, अमरीक सिंह के साथ किलियांवाली-बडिंगखेड़ा रोड़ पर गश्त चल रही थी कि अचानक शेरगढ़ से लौहारा कच्चा रास्ते पर एक व्यक्ति पैदल आता हुआ दिखाई दिया जिसके कंधे पर थैला था। पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर रोक लिया और इधर इस संबंध में डीएसपी जगजीत सिंह भगताना गिदड़बाहा को सूचित किया और वह मौका पर पहुंचे। थैला की तालाशी लेने पर उसमें दो किलोग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार अफीम के साथ पकड़े गये व्यक्ति ने अपनी पहचान मदन लाल पुत्र फकीर चन्द निवासी खजूरी बड़ा तेल्ला थाना 22बी, जिला मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में करवाई। पकड़ी गई इस अफीम कीमत एक लाख रूपये आंकी जा रही है। आरोपी ने इस अफीम को पंजाब के विभिन्न गांवों में 70 हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई करना था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
21 नवंबर 2009
गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाना चाहते हैं गुप्ता
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) विश्व में सुखशांति व स्मृद्धि की मंगल कामना हेतु बठिंडा के 49 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता गत 21 वर्षों से अनेक धार्मिक तीर्थ स्थानों की लगभग साढ़े तीन लाख किलोमीटर यात्रा साइकिल पर कर चुके हैं।
आज बठिंडा से मेहंदीपुर धाम जाते समय राजेंद्र गुप्ता ने ओढ़ां में पत्रकारों को बताया कि वे अब तक 65 बार माता वैष्णों देवी की यात्रा कर चुके हैं और छह बार बर्फानी बाबा अमरनाथ की यात्रा के अलावा बाबा रामदेव, जैसलमेर, बाडमेर, खाटूजी श्याम, सालासर, कर्मी माता मंदिर, माता मनसा देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, मां चामूंडा व माता कांगड़ा सहित अनेक दर्शनीय स्थानों की साइकिल पर यात्रा कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान रास्ते में कई भक्तजन व श्रद्धालु उन्हें सहयोग देते रहते हैं। उनकी धर्म के प्रति इतनी आस्था है कि उन्होंने शादी नहीं करवाई और वे हर जगह धर्म का प्रचार करते हुए भाईचारे का संदेश देते हैं। राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वे एक साल में नौ महीने साइकिल पर यात्रा करते हैं और एक दिन में 60—70 किलोमीटर के लगभग यात्रा करने के बाद रात्रि विश्राम करते हैं। वे जहां भी जाते हैं वहां के अधिकारी व उनके बड़े भाई एडवोकेट अशोक गुप्ता उन्हें समय समय पर सहयोग देकर प्रोत्साहित करते रहते हैं।
अपने लक्ष्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वे अपना नाम गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करवाना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि उन्हें साइकिल यात्रा पर पाकीस्तान जाने की अनुमति दी जाए ताकि वे शांति का संदेश लेकर पाकिस्तान जा सकें। उनका कहना है कि गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड व लिम्का बुक आफ रिकार्ड में अभी तक 4 लाख किलोमीटर तक साइकिल यात्रा का रिकार्ड दर्ज है जिसे तोडऩे की इच्छा उनके मन में है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि वे मरते दम तक साइकिल यात्रा करते हुए शांति का पैगाम देने का अभियान जारी रखेंगे।
आज बठिंडा से मेहंदीपुर धाम जाते समय राजेंद्र गुप्ता ने ओढ़ां में पत्रकारों को बताया कि वे अब तक 65 बार माता वैष्णों देवी की यात्रा कर चुके हैं और छह बार बर्फानी बाबा अमरनाथ की यात्रा के अलावा बाबा रामदेव, जैसलमेर, बाडमेर, खाटूजी श्याम, सालासर, कर्मी माता मंदिर, माता मनसा देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, मां चामूंडा व माता कांगड़ा सहित अनेक दर्शनीय स्थानों की साइकिल पर यात्रा कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान रास्ते में कई भक्तजन व श्रद्धालु उन्हें सहयोग देते रहते हैं। उनकी धर्म के प्रति इतनी आस्था है कि उन्होंने शादी नहीं करवाई और वे हर जगह धर्म का प्रचार करते हुए भाईचारे का संदेश देते हैं। राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वे एक साल में नौ महीने साइकिल पर यात्रा करते हैं और एक दिन में 60—70 किलोमीटर के लगभग यात्रा करने के बाद रात्रि विश्राम करते हैं। वे जहां भी जाते हैं वहां के अधिकारी व उनके बड़े भाई एडवोकेट अशोक गुप्ता उन्हें समय समय पर सहयोग देकर प्रोत्साहित करते रहते हैं।
अपने लक्ष्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वे अपना नाम गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करवाना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि उन्हें साइकिल यात्रा पर पाकीस्तान जाने की अनुमति दी जाए ताकि वे शांति का संदेश लेकर पाकिस्तान जा सकें। उनका कहना है कि गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड व लिम्का बुक आफ रिकार्ड में अभी तक 4 लाख किलोमीटर तक साइकिल यात्रा का रिकार्ड दर्ज है जिसे तोडऩे की इच्छा उनके मन में है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि वे मरते दम तक साइकिल यात्रा करते हुए शांति का पैगाम देने का अभियान जारी रखेंगे।
स्कूल बस से गिरकर छात्र की मौत
डबवाली (लहू की लौ) यहां के सतलुज पब्लिक स्कूल की बस से गिरकर शुक्रवार सुबह एक छात्र की मौत हो गई।
गांव शेरगढ़ निवासी यादविन्द्र सिंह ने बताया कि उसका 8 वर्षीय भतीजा गगनदीप पुत्र मानमिन्द्र सिंह उर्फ विक्की सतलुज पब्लिक स्कूल डबवाली में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार सुबह गगनदीप गांव से स्कूल बस में सवार हुआ था। बस को उन्हीं के गांव का जगदेव सिंह चला रहा था। बताते हैं कि जब बस डबवाली के चौटाला रोड़ पर स्थित हैफेड गोदाम के पास पहुंची और वहां पर खड़े विद्यालय के दो बच्चों को चढ़ाने के लिए रूकी। बस में कोई हैल्पर न होने की वजह से गगनदीप ने उन बच्चों के लिए बस का दरवाजा खोला तो अचानक वह दरवाजे से नीचे गिर गया और उसके सिर पर चोट आई। घायल अवस्था में बस चालक उसे डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया। यहां पर डॉक्टर ने गगनदीप को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने छात्र गगनदीप के दादा नायब सिंह के ब्यान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए गगनदीप के शव का डबवाली के सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया। गांव वासी गुरपाल सिंह पाली और दरबारा सिंह शेरगढ़ ने बताया कि रिटायर्ड कानूनगो नायब सिंह के परिवार को यह दूसरा शोक है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व करीब दो माह पूर्व नायब सिंह के पुत्र यादविन्द्र सिंह के बेटे आकाशदीप (8 वर्षीय) की लम्बी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। वह भी सतलुज पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र था।
गांव शेरगढ़ निवासी यादविन्द्र सिंह ने बताया कि उसका 8 वर्षीय भतीजा गगनदीप पुत्र मानमिन्द्र सिंह उर्फ विक्की सतलुज पब्लिक स्कूल डबवाली में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार सुबह गगनदीप गांव से स्कूल बस में सवार हुआ था। बस को उन्हीं के गांव का जगदेव सिंह चला रहा था। बताते हैं कि जब बस डबवाली के चौटाला रोड़ पर स्थित हैफेड गोदाम के पास पहुंची और वहां पर खड़े विद्यालय के दो बच्चों को चढ़ाने के लिए रूकी। बस में कोई हैल्पर न होने की वजह से गगनदीप ने उन बच्चों के लिए बस का दरवाजा खोला तो अचानक वह दरवाजे से नीचे गिर गया और उसके सिर पर चोट आई। घायल अवस्था में बस चालक उसे डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया। यहां पर डॉक्टर ने गगनदीप को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने छात्र गगनदीप के दादा नायब सिंह के ब्यान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए गगनदीप के शव का डबवाली के सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया। गांव वासी गुरपाल सिंह पाली और दरबारा सिंह शेरगढ़ ने बताया कि रिटायर्ड कानूनगो नायब सिंह के परिवार को यह दूसरा शोक है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व करीब दो माह पूर्व नायब सिंह के पुत्र यादविन्द्र सिंह के बेटे आकाशदीप (8 वर्षीय) की लम्बी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। वह भी सतलुज पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र था।
आपने जीते हैं 25 लाख रूपये...
डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगर में मोबाइल पर विदेशों से यह फोन आ रहे हैं कि उनका 25 लाख रूपये का ईनाम निकला है, वह अपना बैंक खाता नम्बर बतायें।
इस बात का रहस्य खोलते हुए एयरटेल के उपभोक्ता मुरारी लाल डोडा ने बताया कि उनके मोबाइल पर नं. 00923055563108 से मिस कॉल आई और जब उसने इस पर सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया गया कि वह 00923426901930 पर बात करें। उन्होंने इस नम्बर पर बात की तो उनसे कहा गया कि उन्हें एयरटेल कम्पनी की ओर से 25 लाख रूपये का पुरस्कार निकला है। इस पुरस्कार को पाने के लिए वे अपना बैंक खाता नम्बर दें।
डोडा के अनुसार उसके यह कहने पर कि उसका तो बैंक खाता ही नहीं है, उन्होंने उसका नम्बर कहां से लिया। इस पर बात करने वाले ने उसका पता मांगा। लेकिन डोडा द्वारा यह जवाब देने पर की वह कोर्ट में ही अपना पता देगा, इस पर फोन उन्होंने रख दिया।
इस बात का रहस्य खोलते हुए एयरटेल के उपभोक्ता मुरारी लाल डोडा ने बताया कि उनके मोबाइल पर नं. 00923055563108 से मिस कॉल आई और जब उसने इस पर सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया गया कि वह 00923426901930 पर बात करें। उन्होंने इस नम्बर पर बात की तो उनसे कहा गया कि उन्हें एयरटेल कम्पनी की ओर से 25 लाख रूपये का पुरस्कार निकला है। इस पुरस्कार को पाने के लिए वे अपना बैंक खाता नम्बर दें।
डोडा के अनुसार उसके यह कहने पर कि उसका तो बैंक खाता ही नहीं है, उन्होंने उसका नम्बर कहां से लिया। इस पर बात करने वाले ने उसका पता मांगा। लेकिन डोडा द्वारा यह जवाब देने पर की वह कोर्ट में ही अपना पता देगा, इस पर फोन उन्होंने रख दिया।
अजय सिंह चौटाला के उपाध्यक्ष बनने पर खेल प्रेमियों में उत्साह
डबवाली (लहू की लौ) विधायक अजय सिंह चौटाला के एशियाई टेबल टेनिस संघ के उपाध्यक्ष चुने जाने पर खेल प्रेमियों में भारी उत्साह है।
अजय सिंह चौटाला वर्तमान में भारतीय टेबल टेनिस संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष है उनके नेतृत्व में टेबल टेनिस खेल ने देश में नई उंचाइयो को छुआ है। इनेलो कार्यकर्ताओं डा0 सीता राम, डा0 गिरधारी लाल, टेकचन्द छाबड़ा, जगरूप सिंह सक्ता खेड़ा, रणवीर राणा, गुरजीत सिंह पार्षद, महेन्द्र डूडी, नरेन्द्र बराड़, सर्वजीत मसीतां, दर्शन मोंगा, बलदेव गर्ग, महावीर सहारण, गुरचरण सिंह, राजेन्द्र सिंह व प्रहलाद सिंह ने अजय चौटाला की इस नियुक्ति पर उन्हें बधाई संदेश देते हुए उम्मीद जाहिर की है कि वे इस उच्च पद पर आसीन होकर अपने कुशल नेतृत्व द्वारा प्रदेश एंव देश में टेबल टेनिस को उच्च आयाम प्रदान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला हमेशा से ही परम्परागत खेलो में विशेष रूचि लेते रहें है तथा अभय चौटाला जब से मुक्केबाजी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं मुक्केबाजी में आज हरियाणा प्रदेश का पूरे विश्व में विशेष स्थान है। इनेलो कार्यकर्ताओं ने आशा व्यक्त की कि टेबल टेनिस के खिलाड़ीयों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु श्री चौटाला विशेष प्रयास करेंगे तथा इस खेल के ढांचागत विकास में अहम योगदान करेंगे।
अजय सिंह चौटाला वर्तमान में भारतीय टेबल टेनिस संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष है उनके नेतृत्व में टेबल टेनिस खेल ने देश में नई उंचाइयो को छुआ है। इनेलो कार्यकर्ताओं डा0 सीता राम, डा0 गिरधारी लाल, टेकचन्द छाबड़ा, जगरूप सिंह सक्ता खेड़ा, रणवीर राणा, गुरजीत सिंह पार्षद, महेन्द्र डूडी, नरेन्द्र बराड़, सर्वजीत मसीतां, दर्शन मोंगा, बलदेव गर्ग, महावीर सहारण, गुरचरण सिंह, राजेन्द्र सिंह व प्रहलाद सिंह ने अजय चौटाला की इस नियुक्ति पर उन्हें बधाई संदेश देते हुए उम्मीद जाहिर की है कि वे इस उच्च पद पर आसीन होकर अपने कुशल नेतृत्व द्वारा प्रदेश एंव देश में टेबल टेनिस को उच्च आयाम प्रदान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला हमेशा से ही परम्परागत खेलो में विशेष रूचि लेते रहें है तथा अभय चौटाला जब से मुक्केबाजी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं मुक्केबाजी में आज हरियाणा प्रदेश का पूरे विश्व में विशेष स्थान है। इनेलो कार्यकर्ताओं ने आशा व्यक्त की कि टेबल टेनिस के खिलाड़ीयों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु श्री चौटाला विशेष प्रयास करेंगे तथा इस खेल के ढांचागत विकास में अहम योगदान करेंगे।
नकली नोट बनाने के अड्डे का पर्दाफाश
हरियाणा पुलिस के एएसआई की पत्नी-पुत्र सहित तीन जने गिरफ्तार
श्रीगंगानगर। हरियाणा पुलिस के एक एएसआई की पत्नी और उसके पुत्र को हजार-हजार रूपये के नकली नोट चलाते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने पर पुलिस ने हिसार के एक मकान पर छापा मारकर नकली नोट बनाने के अड्डे का पर्दाफाश किया है। इस अड्डे के संचालक को गिरफ्तार कर 2 लाख 18 हजार की असली मुद्रा, प्रिंटर, स्केनर और सफेद कागज की 13 गड्डियां बरामद की हैं।
भादरा के थानाधिकारी नंदराम भादू ने बताया कि नकली नोट चलाते हुए पकड़ी गई 40 वर्षीय सुनीता का पति चंद्रभान जाट हरियाणा के फतेहबाद जिले में एएसआई के पद पर नियुक्त है। सुनीता के साथ उसके पुत्र दीपक (20) को पकड़ा गया था। इनके पास से एक-एक हजार के 14 नकली नोट बरामद हुए थे। सुनीता ने पूछताछ में बताया कि उसने यह रूपये कृष्ण कुमार (40) पुत्र खुशीराम जाट निवासी सैक्टर 16-17, हिसार से लिये थे। रात को कृष्ण कुमार के इस मकान पर छापा मारा तो लोहे की एक अलमारी में से नोट के साइज के सफेद कागज की 13 गड्डियां, स्केनर व प्रिंटर बरामद हुआ। इसके अलावा दो लाख 18 हजार रूपये के असली नोट बरामद हुए। कृष्ण कुमार ने नकली नोट बेचकर यह असली नोट प्राप्त किए थे।
उन्होंने बताया कि सुनीता का ससुराल हरियाणा के हांसी उपखंड क्षेत्र के थाना बरवाली अधीन दाता गांव में है। कृष्ण कुमार भी मूलत: इसी गांव का वासी है। फिलहाल यह दोनों हिसार में रह रहे हैं। कृष्ण कुमार ने मकान किराये पर लिया हुआ है। विवाहित दीपक बीए का छात्र है। रिमांड मिलने पर नकली नोटों के बारे में इनसे गहन पूछताछ की जाएगी।
पुलिस के अनुसार बरामद हुए हजार रूपये के 14 नकली नोट- 3 ईए 647701 की सीरिज के हैं। सभी नोटों के नंबर अलग-अलग हैं। यह नोट कम्प्यूटर-स्केनर और प्रिंटर से तैयार किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार सुनीता की भादरा क्षेत्र में कोई रिश्तेदारी नहीं है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मां-बेटा नकली नोट चलाने के लिए भादरा आये थे। इन दोनों ने एक होटल पर नाश्ता किया, जिसके तीस रूपये देने के लिए हजार रूपये का नोट दिया। बाद में एक अन्य दुकान पर बिस्कुट-भुजिया खरीदने पर दुकानदार को हजार रूपये का नोट दिया। इस दुकानदार को नोट पर संदेह हुआ, तब उसने पड़ोसी दुकानदार को बुलाया। इसी बीच मां-बेटे ने बिस्कुट-भुजिया वापिस देकर नोट ले लिया और अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए।
दुकानदार की सूचना पर पुलिस ने राजस्थान बैंक की शाखा के पास इन दोनों को पकड़ा और थाने में ले गई, जहां तलाशी लेने पर नकली नोट बरामद हुए। एक बैंक के मैनेजर को बुलवाकर नोट चैक करवाये गए। मैनेजर ने नोट नकली होने की पुष्टि कर दी।
श्रीगंगानगर। हरियाणा पुलिस के एक एएसआई की पत्नी और उसके पुत्र को हजार-हजार रूपये के नकली नोट चलाते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने पर पुलिस ने हिसार के एक मकान पर छापा मारकर नकली नोट बनाने के अड्डे का पर्दाफाश किया है। इस अड्डे के संचालक को गिरफ्तार कर 2 लाख 18 हजार की असली मुद्रा, प्रिंटर, स्केनर और सफेद कागज की 13 गड्डियां बरामद की हैं।
भादरा के थानाधिकारी नंदराम भादू ने बताया कि नकली नोट चलाते हुए पकड़ी गई 40 वर्षीय सुनीता का पति चंद्रभान जाट हरियाणा के फतेहबाद जिले में एएसआई के पद पर नियुक्त है। सुनीता के साथ उसके पुत्र दीपक (20) को पकड़ा गया था। इनके पास से एक-एक हजार के 14 नकली नोट बरामद हुए थे। सुनीता ने पूछताछ में बताया कि उसने यह रूपये कृष्ण कुमार (40) पुत्र खुशीराम जाट निवासी सैक्टर 16-17, हिसार से लिये थे। रात को कृष्ण कुमार के इस मकान पर छापा मारा तो लोहे की एक अलमारी में से नोट के साइज के सफेद कागज की 13 गड्डियां, स्केनर व प्रिंटर बरामद हुआ। इसके अलावा दो लाख 18 हजार रूपये के असली नोट बरामद हुए। कृष्ण कुमार ने नकली नोट बेचकर यह असली नोट प्राप्त किए थे।
उन्होंने बताया कि सुनीता का ससुराल हरियाणा के हांसी उपखंड क्षेत्र के थाना बरवाली अधीन दाता गांव में है। कृष्ण कुमार भी मूलत: इसी गांव का वासी है। फिलहाल यह दोनों हिसार में रह रहे हैं। कृष्ण कुमार ने मकान किराये पर लिया हुआ है। विवाहित दीपक बीए का छात्र है। रिमांड मिलने पर नकली नोटों के बारे में इनसे गहन पूछताछ की जाएगी।
पुलिस के अनुसार बरामद हुए हजार रूपये के 14 नकली नोट- 3 ईए 647701 की सीरिज के हैं। सभी नोटों के नंबर अलग-अलग हैं। यह नोट कम्प्यूटर-स्केनर और प्रिंटर से तैयार किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार सुनीता की भादरा क्षेत्र में कोई रिश्तेदारी नहीं है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मां-बेटा नकली नोट चलाने के लिए भादरा आये थे। इन दोनों ने एक होटल पर नाश्ता किया, जिसके तीस रूपये देने के लिए हजार रूपये का नोट दिया। बाद में एक अन्य दुकान पर बिस्कुट-भुजिया खरीदने पर दुकानदार को हजार रूपये का नोट दिया। इस दुकानदार को नोट पर संदेह हुआ, तब उसने पड़ोसी दुकानदार को बुलाया। इसी बीच मां-बेटे ने बिस्कुट-भुजिया वापिस देकर नोट ले लिया और अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए।
दुकानदार की सूचना पर पुलिस ने राजस्थान बैंक की शाखा के पास इन दोनों को पकड़ा और थाने में ले गई, जहां तलाशी लेने पर नकली नोट बरामद हुए। एक बैंक के मैनेजर को बुलवाकर नोट चैक करवाये गए। मैनेजर ने नोट नकली होने की पुष्टि कर दी।
20 नवंबर 2009
ठेकेदार पहुंचा बाबा की दरगाह पर
डबवाली(लहू की लौ) हरियाणा कॉटन फैक्टरी में इन दिनों बार-बार रहस्यमय ढंग से आग लगने का कारण चर्चा का विषय बना हुआ है।
फैक्टरी में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस फैक्टरी के पीछे बाबा की समाध बनी हुई है। उसके अनुसार मान्यता है कि जो भी कोई व्यक्ति इस फैक्टरी को चलाता है उसे इस बाबा को नियाज़ देनी पड़ती है। यदि नियाज़ नहीं दी जाती तो फैक्टरी में नुक्सान की संभावना रहती है।
इस व्यक्ति के अनुसार दो माह पूर्व यह फैक्टरी सीसीआई के पास थी और सीसीआई के अधिकारी बाबा की समाध पर नियाज़ करते थे जिसके चलते कभी भी फैक्टरी में बड़ा नुक्सान नहीं हुआ था। लेकिन वर्तमान ठेकेदार बाबा की सेवा करने में आनाकानी करता था। शायद यहीं कारण है कि पिछले 5 दिनों में करीब पांच बार आग लग चुकी है और दो बार तो बड़ी आग।
जब उससे इस संवाददाता ने पूछा कि वह अपने तर्क कैसे सही ठहराता है तो उसका कहना था कि आज सुबह 5 बजे जब सार्जन बन्द थी तो आग सार्जन के पास रूई को अचानक आग लग गई और इसके कुछ समय बाद फैक्टरी के पीछे पड़ी रूई को आग लग गई। जिस पर पल्लेदारों ने नियंत्रण पा लिया था और आज शाम को भी अचानक आग लगी है। इसी व्यक्ति ने मौका दिखाते हुए बताया कि आखिर आज ठेेकेदार बाबा की दरगाह पर हाजिर हो ही गया।
फैक्टरी में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस फैक्टरी के पीछे बाबा की समाध बनी हुई है। उसके अनुसार मान्यता है कि जो भी कोई व्यक्ति इस फैक्टरी को चलाता है उसे इस बाबा को नियाज़ देनी पड़ती है। यदि नियाज़ नहीं दी जाती तो फैक्टरी में नुक्सान की संभावना रहती है।
इस व्यक्ति के अनुसार दो माह पूर्व यह फैक्टरी सीसीआई के पास थी और सीसीआई के अधिकारी बाबा की समाध पर नियाज़ करते थे जिसके चलते कभी भी फैक्टरी में बड़ा नुक्सान नहीं हुआ था। लेकिन वर्तमान ठेकेदार बाबा की सेवा करने में आनाकानी करता था। शायद यहीं कारण है कि पिछले 5 दिनों में करीब पांच बार आग लग चुकी है और दो बार तो बड़ी आग।
जब उससे इस संवाददाता ने पूछा कि वह अपने तर्क कैसे सही ठहराता है तो उसका कहना था कि आज सुबह 5 बजे जब सार्जन बन्द थी तो आग सार्जन के पास रूई को अचानक आग लग गई और इसके कुछ समय बाद फैक्टरी के पीछे पड़ी रूई को आग लग गई। जिस पर पल्लेदारों ने नियंत्रण पा लिया था और आज शाम को भी अचानक आग लगी है। इसी व्यक्ति ने मौका दिखाते हुए बताया कि आखिर आज ठेेकेदार बाबा की दरगाह पर हाजिर हो ही गया।
ठेकेदार पहुंचा बाबा की दरगाह पर
डबवाली(लहू की लौ) हरियाणा कॉटन फैक्टरी में इन दिनों बार-बार रहस्यमय ढंग से आग लगने का कारण चर्चा का विषय बना हुआ है।
फैक्टरी में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस फैक्टरी के पीछे बाबा की समाध बनी हुई है। उसके अनुसार मान्यता है कि जो भी कोई व्यक्ति इस फैक्टरी को चलाता है उसे इस बाबा को नियाज़ देनी पड़ती है। यदि नियाज़ नहीं दी जाती तो फैक्टरी में नुक्सान की संभावना रहती है।
इस व्यक्ति के अनुसार दो माह पूर्व यह फैक्टरी सीसीआई के पास थी और सीसीआई के अधिकारी बाबा की समाध पर नियाज़ करते थे जिसके चलते कभी भी फैक्टरी में बड़ा नुक्सान नहीं हुआ था। लेकिन वर्तमान ठेकेदार बाबा की सेवा करने में आनाकानी करता था। शायद यहीं कारण है कि पिछले 5 दिनों में करीब पांच बार आग लग चुकी है और दो बार तो बड़ी आग।
जब उससे इस संवाददाता ने पूछा कि वह अपने तर्क कैसे सही ठहराता है तो उसका कहना था कि आज सुबह 5 बजे जब सार्जन बन्द थी तो आग सार्जन के पास रूई को अचानक आग लग गई और इसके कुछ समय बाद फैक्टरी के पीछे पड़ी रूई को आग लग गई। जिस पर पल्लेदारों ने नियंत्रण पा लिया था और आज शाम को भी अचानक आग लगी है। इसी व्यक्ति ने मौका दिखाते हुए बताया कि आखिर आज ठेेकेदार बाबा की दरगाह पर हाजिर हो ही गया।
फैक्टरी में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस फैक्टरी के पीछे बाबा की समाध बनी हुई है। उसके अनुसार मान्यता है कि जो भी कोई व्यक्ति इस फैक्टरी को चलाता है उसे इस बाबा को नियाज़ देनी पड़ती है। यदि नियाज़ नहीं दी जाती तो फैक्टरी में नुक्सान की संभावना रहती है।
इस व्यक्ति के अनुसार दो माह पूर्व यह फैक्टरी सीसीआई के पास थी और सीसीआई के अधिकारी बाबा की समाध पर नियाज़ करते थे जिसके चलते कभी भी फैक्टरी में बड़ा नुक्सान नहीं हुआ था। लेकिन वर्तमान ठेकेदार बाबा की सेवा करने में आनाकानी करता था। शायद यहीं कारण है कि पिछले 5 दिनों में करीब पांच बार आग लग चुकी है और दो बार तो बड़ी आग।
जब उससे इस संवाददाता ने पूछा कि वह अपने तर्क कैसे सही ठहराता है तो उसका कहना था कि आज सुबह 5 बजे जब सार्जन बन्द थी तो आग सार्जन के पास रूई को अचानक आग लग गई और इसके कुछ समय बाद फैक्टरी के पीछे पड़ी रूई को आग लग गई। जिस पर पल्लेदारों ने नियंत्रण पा लिया था और आज शाम को भी अचानक आग लगी है। इसी व्यक्ति ने मौका दिखाते हुए बताया कि आखिर आज ठेेकेदार बाबा की दरगाह पर हाजिर हो ही गया।
कॉटन फैक्ट्री में आग से 40 लाख का नुक्सान, महिलाएं बाल-बाल बची
डबवाली (लहू की लौ) यहां की हरियाणा कॉटन फैक्टरी के दो बैरगों में वीरवार शाम अचानक आग लग गई और वहां काम कर रही 9 मजदूर महिलाएं बाल-बाल बच गईं। जबकि उनकी चप्पलें और कोटियां इस आग में जल गईं।
फैक्टरी के ठेकेदार दीपक गोयल ने बताया कि बाद दोपहर दो बजे अचानक फैक्टरी बैरगों में आग लग गई। इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई और मौका पर पहुंच कर फायर ब्रिगेड ने करीब तीन घंटे के कड़े संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया। गोयल के अनुसार इस आग से सारजन के पास पड़ी 300 गांठ रूई प्रभावित हुई है। जिसकी कीमत 40 लाख रूपये है।
इधर फायर बिग्रेड नगरपालिका के लीडिंग फायरमैन श्याम सुन्दर और मार्किट कमेटी के लीडिंग फायरमैन आत्मा राम ने बताया कि उन्हें लगभग 3.55 पर आग की सूचना मिली और तुरन्त उनकी गाडिय़ां मौका पर पहुंची और एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
फैक्टरी में बतौर मजदूर काम करने वाली कृष्णा देवी, भागवन्ती, शान्ति, कमला देवी, केसर, लाजो, संतोष, नानकी और मंजू देवी ने बताया कि वह बैरग में बैठी रूई चुग रह थी कि अचानक उन्हें आग ने घेर लिया। वह कूद कर बाहर निकल गईं। लेकिन इस दौरान उनकी चप्पलें और कोटियां वहीं रह गईं जो आग की भेंट चढ़ गईं।
इस घटना की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बलवीर सिंह, थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह अपने दल-बल के साथ पहुंंचे और घटना का निरीक्षण किया। ज्ञातव्य रहे इन पांच दिनों में इस फैक्टरी में आग लगने की यह दूसरी घटना है।
फैक्टरी के ठेकेदार दीपक गोयल ने बताया कि बाद दोपहर दो बजे अचानक फैक्टरी बैरगों में आग लग गई। इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई और मौका पर पहुंच कर फायर ब्रिगेड ने करीब तीन घंटे के कड़े संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया। गोयल के अनुसार इस आग से सारजन के पास पड़ी 300 गांठ रूई प्रभावित हुई है। जिसकी कीमत 40 लाख रूपये है।
इधर फायर बिग्रेड नगरपालिका के लीडिंग फायरमैन श्याम सुन्दर और मार्किट कमेटी के लीडिंग फायरमैन आत्मा राम ने बताया कि उन्हें लगभग 3.55 पर आग की सूचना मिली और तुरन्त उनकी गाडिय़ां मौका पर पहुंची और एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
फैक्टरी में बतौर मजदूर काम करने वाली कृष्णा देवी, भागवन्ती, शान्ति, कमला देवी, केसर, लाजो, संतोष, नानकी और मंजू देवी ने बताया कि वह बैरग में बैठी रूई चुग रह थी कि अचानक उन्हें आग ने घेर लिया। वह कूद कर बाहर निकल गईं। लेकिन इस दौरान उनकी चप्पलें और कोटियां वहीं रह गईं जो आग की भेंट चढ़ गईं।
इस घटना की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बलवीर सिंह, थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह अपने दल-बल के साथ पहुंंचे और घटना का निरीक्षण किया। ज्ञातव्य रहे इन पांच दिनों में इस फैक्टरी में आग लगने की यह दूसरी घटना है।
होमगार्ड जवानों ने लगाया रिश्वतखोर को बचाने के लिए उच्च अधिकारियों पर दबाव डालने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली के होमगार्ड जवान यहां के खेल परिसर में वीरवार को इक्ट्ठे हुए और उन्होंने आरोप लगाया कि रिश्वत के आरोप में सिरसा में सतर्कता ब्यूरो के हाथों पकड़े गये होमगार्ड इंचार्ज को बचाने के लिए होमगार्ड के उच्च अधिकारी प्रयासरत हैं तथा उन पर दबाव डाल रहे हैं।
वीरवार को सुबह होते ही डबवाली के खेल परिसर में होमगार्ड में कार्यरत जवान इक्ट्ठे होने शुरू हो गये। लगभग 40 होमगार्ड जवानों ने इस मौके पर अपनी यूनियन का गठन करने की घोषणा की और सर्वसम्मति से जवान विनोद कुमार बिश्नोई को अपना प्रधान मनोनित कर दिया। चुनाव के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विनोद कुमार बिश्नोई ने बताया कि सतर्कता विभाग द्वारा सिरसा में पकड़ा गया उनका इंचार्ज राजेश कुमार उनसे उनके वेतन में से मनमर्जी से पैसे काटता था। बिश्नोई के अनुसार वह उन्हें काम के बदले 4500 रूपये का चैक देता और चैक भुगतान के समय बैंक के आगे खड़ा हो जाता, जो भी होमगार्ड जवान चैक कैश करवाकर बैंक से निकलता, उससे 1500 से 2000 रूपये प्रति होमगार्ड जवान वसूलता।
अगर वे इस सम्बन्ध में शिकायत करते तो उन्हें अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ता और तीन-तीन माह तक उन्हें डयूटी पर तैनात नहीं करता था। अब जब वे पैसे लेता हुआ पकड़ा गया और उसे निलम्बित कर दिया गया, तो उन पर उनका कम्पनी कमांडर गंगाजल बिश्नोई वेतन देते समय यह लिखवाकर ले रहा है कि कोई कुछ नहीं लेता था। उन पर अनावश्यक दबाव डालकर राजेश प्रकरण को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने इस मौके पर इस संवाददाता को यह भी बताया कि वह अब राज्य स्तर पर यूनियन का गठन करेंगे और रेगुलर किये जाने की मांग करेंगे। इस मौके पर होमगार्ड जवानों में से मंगत सिधू, हरपाल, राजू, जसवन्त, जग्गा राम, राजेश, साहिल, लालचन्द, जसपाल, विक्की, सुखमन्दर, गुरतेज, पवन कुमार, बलवन्त, मोहन लाल, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर होमगार्ड जवानों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
वीरवार को सुबह होते ही डबवाली के खेल परिसर में होमगार्ड में कार्यरत जवान इक्ट्ठे होने शुरू हो गये। लगभग 40 होमगार्ड जवानों ने इस मौके पर अपनी यूनियन का गठन करने की घोषणा की और सर्वसम्मति से जवान विनोद कुमार बिश्नोई को अपना प्रधान मनोनित कर दिया। चुनाव के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विनोद कुमार बिश्नोई ने बताया कि सतर्कता विभाग द्वारा सिरसा में पकड़ा गया उनका इंचार्ज राजेश कुमार उनसे उनके वेतन में से मनमर्जी से पैसे काटता था। बिश्नोई के अनुसार वह उन्हें काम के बदले 4500 रूपये का चैक देता और चैक भुगतान के समय बैंक के आगे खड़ा हो जाता, जो भी होमगार्ड जवान चैक कैश करवाकर बैंक से निकलता, उससे 1500 से 2000 रूपये प्रति होमगार्ड जवान वसूलता।
अगर वे इस सम्बन्ध में शिकायत करते तो उन्हें अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ता और तीन-तीन माह तक उन्हें डयूटी पर तैनात नहीं करता था। अब जब वे पैसे लेता हुआ पकड़ा गया और उसे निलम्बित कर दिया गया, तो उन पर उनका कम्पनी कमांडर गंगाजल बिश्नोई वेतन देते समय यह लिखवाकर ले रहा है कि कोई कुछ नहीं लेता था। उन पर अनावश्यक दबाव डालकर राजेश प्रकरण को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने इस मौके पर इस संवाददाता को यह भी बताया कि वह अब राज्य स्तर पर यूनियन का गठन करेंगे और रेगुलर किये जाने की मांग करेंगे। इस मौके पर होमगार्ड जवानों में से मंगत सिधू, हरपाल, राजू, जसवन्त, जग्गा राम, राजेश, साहिल, लालचन्द, जसपाल, विक्की, सुखमन्दर, गुरतेज, पवन कुमार, बलवन्त, मोहन लाल, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर होमगार्ड जवानों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
बोली न होने पर किसानों ने लगाया जाम
रानियां (लहू की लौ) धान की बोली सुचारू रूप से न होने से नाराज क्षेत्र के अनेक गांव के लोगों ने आज सुबह करीब साढ़े 11 बजे रानियां-सिरसा स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस मौके पर ढाणी सतनाम सिंह, नानू आना, गोबिंदपुरा, अभोली, नगराना आदि गांवों के ग्रामीणों कश्मीर सिंह, छिंद्रपाल, गुरबक्श सिंह, भागमल, रमेश चंद्र, माझीराम आदि ने आरोप लगाया कि अधिकारी बोली पर धान नहीं खरीदते बल्कि बाद में बिना बोली के ही धान बेचने पर दबाव बनाते हैं। उन्होंने बिना बोली के बिकवाली बंद करवाए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर मार्केट कमेटी के सचिव मदन लाल सिहाग व एएसआई गुलजारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि बोली सुचारू रूप से करवाई जाएगी। इस आश्वासन ग्रामीणों ने एक घंटे से लगाया गया जाम खोल दिया।
इस मौके पर ढाणी सतनाम सिंह, नानू आना, गोबिंदपुरा, अभोली, नगराना आदि गांवों के ग्रामीणों कश्मीर सिंह, छिंद्रपाल, गुरबक्श सिंह, भागमल, रमेश चंद्र, माझीराम आदि ने आरोप लगाया कि अधिकारी बोली पर धान नहीं खरीदते बल्कि बाद में बिना बोली के ही धान बेचने पर दबाव बनाते हैं। उन्होंने बिना बोली के बिकवाली बंद करवाए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर मार्केट कमेटी के सचिव मदन लाल सिहाग व एएसआई गुलजारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि बोली सुचारू रूप से करवाई जाएगी। इस आश्वासन ग्रामीणों ने एक घंटे से लगाया गया जाम खोल दिया।
बोली न होने पर किसानों ने लगाया जाम
रानियां (लहू की लौ) धान की बोली सुचारू रूप से न होने से नाराज क्षेत्र के अनेक गांव के लोगों ने आज सुबह करीब साढ़े 11 बजे रानियां-सिरसा स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस मौके पर ढाणी सतनाम सिंह, नानू आना, गोबिंदपुरा, अभोली, नगराना आदि गांवों के ग्रामीणों कश्मीर सिंह, छिंद्रपाल, गुरबक्श सिंह, भागमल, रमेश चंद्र, माझीराम आदि ने आरोप लगाया कि अधिकारी बोली पर धान नहीं खरीदते बल्कि बाद में बिना बोली के ही धान बेचने पर दबाव बनाते हैं। उन्होंने बिना बोली के बिकवाली बंद करवाए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर मार्केट कमेटी के सचिव मदन लाल सिहाग व एएसआई गुलजारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि बोली सुचारू रूप से करवाई जाएगी। इस आश्वासन ग्रामीणों ने एक घंटे से लगाया गया जाम खोल दिया।
इस मौके पर ढाणी सतनाम सिंह, नानू आना, गोबिंदपुरा, अभोली, नगराना आदि गांवों के ग्रामीणों कश्मीर सिंह, छिंद्रपाल, गुरबक्श सिंह, भागमल, रमेश चंद्र, माझीराम आदि ने आरोप लगाया कि अधिकारी बोली पर धान नहीं खरीदते बल्कि बाद में बिना बोली के ही धान बेचने पर दबाव बनाते हैं। उन्होंने बिना बोली के बिकवाली बंद करवाए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर मार्केट कमेटी के सचिव मदन लाल सिहाग व एएसआई गुलजारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि बोली सुचारू रूप से करवाई जाएगी। इस आश्वासन ग्रामीणों ने एक घंटे से लगाया गया जाम खोल दिया।
नवोदय विद्यालय में युवा संसद का आयोजन
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) जवाहर नवोदय विद्यालय ओढ़ां में विद्यार्थियों ने युवा संसद का आयोजन किया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में डबवाली के भूतपूर्व विधायक डॅा. सीताराम मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हुए और अध्यक्षता रानियां के विधायक कृष्ण कंबोज ने की। विद्यालय की ओर से दोनों अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट करके सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि डॉ. सीताराम ने मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर किया और छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागतगीत प्रस्तुत करके किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम जरूरी हैं। उन्होंने कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए विद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप 2100 रुपए प्रदान किए और रानिया के विधायक कृष्ण कंबोज ने 11000 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। अतिथियों का अभिनंदन करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरपी शर्मा ने युवा संसद के आयोजन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आज हमारे देश की राजनीति को योग्य, ईमानदार, देशभक्त तथा दूरदृष्टि वाले नेताओं की आवश्यकता है जिसके लिए देश के सभी विद्यालयों में युवा संसद के आयोजन का प्रावधान किया गया है। ऐसा करने से बच्चे विद्यार्थी जीवन से राजनीति में आने को प्रेरित होंगे और देश को सुयोग्य, चरित्रवान तथा दूरदृष्टि वाले राजनेता मिल सकें।
युवा संसद के आरंभ में शपथ ग्रहण, विदेशी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत, एक सांसद की मृत्यु पर शोक तथा प्रधानमंत्री द्वारा नवनियुक्त मंत्रियों का सदन से परिचय करवाया गया। इसके बाद प्रश्नकाल में विपक्षी सांसद अनुराधा व अन्य सांसदों द्वारा समसामयिक विषयों पर प्रश्न पूछे गए जिनके उत्तर संबंधित मंत्रियों ने प्रभावपूर्ण ढंग से दिए। शून्यकाल में वीरपाल सिंह ने वित्तमंत्री, अमित ने विदेशमंत्री से प्रश्र पूछे जिसका मंत्रियों ने सटीक उत्तर दिए। हुनरप्रीत कौर ने स्वाइन फ्लू के बारे में ध्यानाकर्षण जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री रविकुमार ने सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में इतने प्रभावपूर्ण ढंग से जवाब दिए कि रविकुमार इस कार्यक्रम में प्रथम स्थान मिला। विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव विपक्षी सांसद वीरपाल ने रखा जिस पर जांच का आश्वासन देते हुए महासचिव को विशेषाधिकार हनन समिति को शिकायत भेजने के निर्देश दिए। युवा संसद की अंतिम कड़ी के रूप में विधेयक प्रस्ताव रखा गया जिसमें महिला व बाल विकास मंत्री प्रियंका ने सभी विधायिकाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटों के आरक्षण का प्रावधान करने की मांग की जिसे युवा संसद ने बहुमत से पारित किया। इस प्रकार युवा संसद के माध्यम से बच्चों को संसदीय प्रक्रिया से अवगत करवाने, बच्चों में नेतृत्व के गुण पैदा करने, जनसाधारण के मामलों में अपनी राय बनाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा सहनशीलता के साथ सुनने की प्रतिभा का विकास करने का सफल प्रयास किया गया। इस प्रस्तुति हेतु बच्चों को सज्जन कुमार, राजीव शर्मा, हरिओम, वासूदेव व राधेश्याम ने तैयार किया। मंच का संचालन कक्षा नौ की कुमारी प्रतिभा अग्रवाल ने किया। वरिष्ठ शिक्षिका वनिता देवी ने सभी को धन्यवाद दिया। रावमा विद्यालय के प्राचार्य सुभाष फुटेला ने दोनों विधायकों के साथ तीसरे जज के रूप में मूल्यांकन का कार्य किया। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री के रूप में रविकुमार को प्रथम, अध्यक्ष के रूप में ममता को द्वितीय व विपक्षी सांसद के रूप में हुनरप्रीत एवं प्रधानमंत्री के रूप में विक्रम बाना को तृतीय स्थान पर रखा गया। अंत में प्राचार्य ने दोनों विधायकों को स्मृृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न होने की घोषणा की गई। इस अवसर पर भरत सिंह ओढ़ां, एमएचडी कालेज की प्राचार्या शमीम शर्मा, अनेक गणमान्य लोग, समस्त स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि डॉ. सीताराम ने मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर किया और छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागतगीत प्रस्तुत करके किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम जरूरी हैं। उन्होंने कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए विद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप 2100 रुपए प्रदान किए और रानिया के विधायक कृष्ण कंबोज ने 11000 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। अतिथियों का अभिनंदन करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरपी शर्मा ने युवा संसद के आयोजन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आज हमारे देश की राजनीति को योग्य, ईमानदार, देशभक्त तथा दूरदृष्टि वाले नेताओं की आवश्यकता है जिसके लिए देश के सभी विद्यालयों में युवा संसद के आयोजन का प्रावधान किया गया है। ऐसा करने से बच्चे विद्यार्थी जीवन से राजनीति में आने को प्रेरित होंगे और देश को सुयोग्य, चरित्रवान तथा दूरदृष्टि वाले राजनेता मिल सकें।
युवा संसद के आरंभ में शपथ ग्रहण, विदेशी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत, एक सांसद की मृत्यु पर शोक तथा प्रधानमंत्री द्वारा नवनियुक्त मंत्रियों का सदन से परिचय करवाया गया। इसके बाद प्रश्नकाल में विपक्षी सांसद अनुराधा व अन्य सांसदों द्वारा समसामयिक विषयों पर प्रश्न पूछे गए जिनके उत्तर संबंधित मंत्रियों ने प्रभावपूर्ण ढंग से दिए। शून्यकाल में वीरपाल सिंह ने वित्तमंत्री, अमित ने विदेशमंत्री से प्रश्र पूछे जिसका मंत्रियों ने सटीक उत्तर दिए। हुनरप्रीत कौर ने स्वाइन फ्लू के बारे में ध्यानाकर्षण जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री रविकुमार ने सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में इतने प्रभावपूर्ण ढंग से जवाब दिए कि रविकुमार इस कार्यक्रम में प्रथम स्थान मिला। विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव विपक्षी सांसद वीरपाल ने रखा जिस पर जांच का आश्वासन देते हुए महासचिव को विशेषाधिकार हनन समिति को शिकायत भेजने के निर्देश दिए। युवा संसद की अंतिम कड़ी के रूप में विधेयक प्रस्ताव रखा गया जिसमें महिला व बाल विकास मंत्री प्रियंका ने सभी विधायिकाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटों के आरक्षण का प्रावधान करने की मांग की जिसे युवा संसद ने बहुमत से पारित किया। इस प्रकार युवा संसद के माध्यम से बच्चों को संसदीय प्रक्रिया से अवगत करवाने, बच्चों में नेतृत्व के गुण पैदा करने, जनसाधारण के मामलों में अपनी राय बनाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा सहनशीलता के साथ सुनने की प्रतिभा का विकास करने का सफल प्रयास किया गया। इस प्रस्तुति हेतु बच्चों को सज्जन कुमार, राजीव शर्मा, हरिओम, वासूदेव व राधेश्याम ने तैयार किया। मंच का संचालन कक्षा नौ की कुमारी प्रतिभा अग्रवाल ने किया। वरिष्ठ शिक्षिका वनिता देवी ने सभी को धन्यवाद दिया। रावमा विद्यालय के प्राचार्य सुभाष फुटेला ने दोनों विधायकों के साथ तीसरे जज के रूप में मूल्यांकन का कार्य किया। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री के रूप में रविकुमार को प्रथम, अध्यक्ष के रूप में ममता को द्वितीय व विपक्षी सांसद के रूप में हुनरप्रीत एवं प्रधानमंत्री के रूप में विक्रम बाना को तृतीय स्थान पर रखा गया। अंत में प्राचार्य ने दोनों विधायकों को स्मृृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न होने की घोषणा की गई। इस अवसर पर भरत सिंह ओढ़ां, एमएचडी कालेज की प्राचार्या शमीम शर्मा, अनेक गणमान्य लोग, समस्त स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे।
अल्ट्रासांऊड मशीन का कम्प्यूटर सील
सिरसा (लहू की लौ) जिला प्रशासन ने सरकुलर रोड स्थित गर्ग डायग्रोस्टिक सैंटर की अल्ट्रासांऊड मशीन के कंप्यूटर को सील कर दिया है। प्रशासन द्वारा कंप्यूटर में फीड रिकार्ड को खंगाला जा रहा है। प्रशासन द्वारा कंप्यूटर सील करने की यह कार्रवाई पंजाब के मानसा जिला प्रशासन के आग्रह पर अमल में लाई गई है। दरअसल मानसा जिला प्रशासन को सिरसा के गांव सूरतिया में विवाहित एक युवती का गर्ग अल्ट्रासाउंड से गर्भपात करवाए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस सूचना पर फौरी कार्रवाई करते हुए मानसा के उपायुक्त कुमार राहुल ने सिरसा के उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया को मामले की जांच करने का निवेदन किया। इसी के तहत उपायुक्त ने एसडीएम एसके सेतिया को जांच अधिकारी नियुक्त कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। बीते दिवस एसडीएम स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों के साथ गर्ग डायग्रोस्टिक सेंटर पहुंचे और अल्ट्रासाउंड मशीन के कंप्यूटर को सील कर दिया। एसडीएम ने कहा कि कंप्यूटर में फीड पिछले 1 वर्ष के डाटे को खंगाला जा रहा है। अभी जांच में एक-दो दिन लगेंगे, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। एसडीएम ने कहा कि जांच पूरी होते ही रिपोर्ट उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत कर दी जाएगी और उसके बाद उपायुक्त ही आगे की कार्रवाई करेंगे।
किसान के घर से लाखों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) रात को गांव जोतांवाली में अज्ञात चोरों ने एक किसान के घर में घुसकर लाखों रूपये के जेवरात और नकदी चुरा ली और फरार हो गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार गांव जोतांवाली के किसान सतपाल पुत्र बृजलाल ने थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर आरोप लगाया है कि रात को उनके घर में घुसकर अज्ञात चोरों ने घर की अलमारी का कुंडा तोड़कर अलमारी में पड़ी 20,000 रूपये की नकदी, 15-16 तोले सोना के जेवरात जिसमें 4 तोले की 4 चूडिय़ां, 5 तोले की माला, 2 तोले का कंगन, डेढ़-डेढ़ तोले सोने की 3 अंगूठियां, डेढ़ तोले सोना का बोरला और 6 तोले चांदी के जेवरात चुरा ले गये। चोरी हुए सामान की कीमत करीब 3 लाख रूपये बताई जाती है।
शिकायतकर्ता का अनुमान है कि चोर दीवार फांदकर आये होंगे। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची और मौका का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है।
यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गांवों में इन दिनों चोर गिरोह सक्रिय है। जो बड़े जमींदारों के घरों में चोरियों को अंजाम दे रहा है।
मोटरसाईकिल चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री बालाजी स्टील वक्र्स के मालिक मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र धर्मपाल का मोटरसाईकिल गत रात को अज्ञात युवक चुरा ले गया। मनोज कुमार के अनुसार वह दुकान से रात को कुएं वाली गली में स्थित अपने घर वापिस लौटा और उसने अपना मोटरसाईकिल घर के बाहर खड़ा कर दिया तथा मन्दिर जाने के लिए हाथ-मुंह धोने के लिए घर में चला गया और जब बाहर निकला तो देखा कि मोटरसाईकिल गायब है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मोटरसाईकिल को चुराकर लेजाते हुए उसने एक युवक को देखा और इसकी जानकारी अपने भाई अशोक कुमार को दी। उन्होंने युवक का पीछा भी किया लेकिन युवक फरार होने में सफल हो गया।
पाठशाला से हजारों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के कलोनी रोड़ पर स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला नं. 3 में अज्ञात चोर हजारों रूपये का सामान चुरा ले गये।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्यशिक्षक राजेन्द्र देसूजोधा ने बताया कि विद्यालय के प्राईमरी सैक्शन में बने स्टोर रूम का ताला टूटे होने और सामान बिखरा होने की सूचना कलोनी रोड़ के एक व्यक्ति ने उन्हें दी। जिस पर वे मौका पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि स्टोर में रखा काफी सामान गायब है। जिसमें दो हजार रूपये कीमत का एक सिलेण्डर, 300 रूपये का टेप रिकॉर्डर और 20 हजार रूपये कीमत का साऊंड सिस्टम शामिल है। समझा जाता है कि चोर स्कूल में निर्माणाधीन कमरों के लिए तोड़ी गई दीवार के रास्ते से स्टोर में घुसे होंगे।
इसकी सूचना पुलिस को दी चुकी है। मौका पर एसआई रामनिवास पहुंचे और उन्हें मौका का निरीक्षण किया।
शिकायतकर्ता का अनुमान है कि चोर दीवार फांदकर आये होंगे। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची और मौका का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है।
यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गांवों में इन दिनों चोर गिरोह सक्रिय है। जो बड़े जमींदारों के घरों में चोरियों को अंजाम दे रहा है।
मोटरसाईकिल चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री बालाजी स्टील वक्र्स के मालिक मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र धर्मपाल का मोटरसाईकिल गत रात को अज्ञात युवक चुरा ले गया। मनोज कुमार के अनुसार वह दुकान से रात को कुएं वाली गली में स्थित अपने घर वापिस लौटा और उसने अपना मोटरसाईकिल घर के बाहर खड़ा कर दिया तथा मन्दिर जाने के लिए हाथ-मुंह धोने के लिए घर में चला गया और जब बाहर निकला तो देखा कि मोटरसाईकिल गायब है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मोटरसाईकिल को चुराकर लेजाते हुए उसने एक युवक को देखा और इसकी जानकारी अपने भाई अशोक कुमार को दी। उन्होंने युवक का पीछा भी किया लेकिन युवक फरार होने में सफल हो गया।
पाठशाला से हजारों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के कलोनी रोड़ पर स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला नं. 3 में अज्ञात चोर हजारों रूपये का सामान चुरा ले गये।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्यशिक्षक राजेन्द्र देसूजोधा ने बताया कि विद्यालय के प्राईमरी सैक्शन में बने स्टोर रूम का ताला टूटे होने और सामान बिखरा होने की सूचना कलोनी रोड़ के एक व्यक्ति ने उन्हें दी। जिस पर वे मौका पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि स्टोर में रखा काफी सामान गायब है। जिसमें दो हजार रूपये कीमत का एक सिलेण्डर, 300 रूपये का टेप रिकॉर्डर और 20 हजार रूपये कीमत का साऊंड सिस्टम शामिल है। समझा जाता है कि चोर स्कूल में निर्माणाधीन कमरों के लिए तोड़ी गई दीवार के रास्ते से स्टोर में घुसे होंगे।
इसकी सूचना पुलिस को दी चुकी है। मौका पर एसआई रामनिवास पहुंचे और उन्हें मौका का निरीक्षण किया।
किसान के घर से लाखों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) रात को गांव जोतांवाली में अज्ञात चोरों ने एक किसान के घर में घुसकर लाखों रूपये के जेवरात और नकदी चुरा ली और फरार हो गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार गांव जोतांवाली के किसान सतपाल पुत्र बृजलाल ने थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर आरोप लगाया है कि रात को उनके घर में घुसकर अज्ञात चोरों ने घर की अलमारी का कुंडा तोड़कर अलमारी में पड़ी 20,000 रूपये की नकदी, 15-16 तोले सोना के जेवरात जिसमें 4 तोले की 4 चूडिय़ां, 5 तोले की माला, 2 तोले का कंगन, डेढ़-डेढ़ तोले सोने की 3 अंगूठियां, डेढ़ तोले सोना का बोरला और 6 तोले चांदी के जेवरात चुरा ले गये। चोरी हुए सामान की कीमत करीब 3 लाख रूपये बताई जाती है।
शिकायतकर्ता का अनुमान है कि चोर दीवार फांदकर आये होंगे। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची और मौका का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है।
यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गांवों में इन दिनों चोर गिरोह सक्रिय है। जो बड़े जमींदारों के घरों में चोरियों को अंजाम दे रहा है।
मोटरसाईकिल चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री बालाजी स्टील वक्र्स के मालिक मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र धर्मपाल का मोटरसाईकिल गत रात को अज्ञात युवक चुरा ले गया। मनोज कुमार के अनुसार वह दुकान से रात को कुएं वाली गली में स्थित अपने घर वापिस लौटा और उसने अपना मोटरसाईकिल घर के बाहर खड़ा कर दिया तथा मन्दिर जाने के लिए हाथ-मुंह धोने के लिए घर में चला गया और जब बाहर निकला तो देखा कि मोटरसाईकिल गायब है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मोटरसाईकिल को चुराकर लेजाते हुए उसने एक युवक को देखा और इसकी जानकारी अपने भाई अशोक कुमार को दी। उन्होंने युवक का पीछा भी किया लेकिन युवक फरार होने में सफल हो गया।
पाठशाला से हजारों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के कलोनी रोड़ पर स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला नं. 3 में अज्ञात चोर हजारों रूपये का सामान चुरा ले गये।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्यशिक्षक राजेन्द्र देसूजोधा ने बताया कि विद्यालय के प्राईमरी सैक्शन में बने स्टोर रूम का ताला टूटे होने और सामान बिखरा होने की सूचना कलोनी रोड़ के एक व्यक्ति ने उन्हें दी। जिस पर वे मौका पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि स्टोर में रखा काफी सामान गायब है। जिसमें दो हजार रूपये कीमत का एक सिलेण्डर, 300 रूपये का टेप रिकॉर्डर और 20 हजार रूपये कीमत का साऊंड सिस्टम शामिल है। समझा जाता है कि चोर स्कूल में निर्माणाधीन कमरों के लिए तोड़ी गई दीवार के रास्ते से स्टोर में घुसे होंगे।
इसकी सूचना पुलिस को दी चुकी है। मौका पर एसआई रामनिवास पहुंचे और उन्हें मौका का निरीक्षण किया।
शिकायतकर्ता का अनुमान है कि चोर दीवार फांदकर आये होंगे। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची और मौका का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है।
यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गांवों में इन दिनों चोर गिरोह सक्रिय है। जो बड़े जमींदारों के घरों में चोरियों को अंजाम दे रहा है।
मोटरसाईकिल चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री बालाजी स्टील वक्र्स के मालिक मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र धर्मपाल का मोटरसाईकिल गत रात को अज्ञात युवक चुरा ले गया। मनोज कुमार के अनुसार वह दुकान से रात को कुएं वाली गली में स्थित अपने घर वापिस लौटा और उसने अपना मोटरसाईकिल घर के बाहर खड़ा कर दिया तथा मन्दिर जाने के लिए हाथ-मुंह धोने के लिए घर में चला गया और जब बाहर निकला तो देखा कि मोटरसाईकिल गायब है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मोटरसाईकिल को चुराकर लेजाते हुए उसने एक युवक को देखा और इसकी जानकारी अपने भाई अशोक कुमार को दी। उन्होंने युवक का पीछा भी किया लेकिन युवक फरार होने में सफल हो गया।
पाठशाला से हजारों का सामान चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के कलोनी रोड़ पर स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला नं. 3 में अज्ञात चोर हजारों रूपये का सामान चुरा ले गये।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्यशिक्षक राजेन्द्र देसूजोधा ने बताया कि विद्यालय के प्राईमरी सैक्शन में बने स्टोर रूम का ताला टूटे होने और सामान बिखरा होने की सूचना कलोनी रोड़ के एक व्यक्ति ने उन्हें दी। जिस पर वे मौका पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि स्टोर में रखा काफी सामान गायब है। जिसमें दो हजार रूपये कीमत का एक सिलेण्डर, 300 रूपये का टेप रिकॉर्डर और 20 हजार रूपये कीमत का साऊंड सिस्टम शामिल है। समझा जाता है कि चोर स्कूल में निर्माणाधीन कमरों के लिए तोड़ी गई दीवार के रास्ते से स्टोर में घुसे होंगे।
इसकी सूचना पुलिस को दी चुकी है। मौका पर एसआई रामनिवास पहुंचे और उन्हें मौका का निरीक्षण किया।
19 नवंबर 2009
गायब हुए गेहूं के बैगों का मामला बढ़ा, 9 गोदामों की जांच के आदेश
सिरसा (लहू की लौ) खाद्य आपूर्ति विभाग के आईटीआई रोड स्थित गोदाम से गेहूं चोरी होने का मामला बढ़ गया है। विभाग ने गेहूं चोरी के इस मामले में विभाग के इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर की कथित लापरवाही को देखते हुए उनके तहत आने वाले सभी 9 गोदामों की जांच के आदेश दिए हैं।
जिला खाद्य आपूर्ति एवं नियंत्रक ने आज सुबह विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग के इंस्पेक्टर अरुण दत्ता व सब इंस्पेक्टर महेश कुमार के अंडर में विभाग के शहर में 9 गोदाम है। इसलिए सभी गोदामों की जांच करके गेहूं के बैगों की गिनती की जाए। उनके आदेश के बाद अधिकारियों ने टीम बनाकर अलग-अलग गोदामों में भेज दी है और उम्मीद है कि शाम तक सभी गोदामों में लगे हुए स्टॉक की गिनती कर ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि आईटीआई रोड स्थित विभाग के गोदाम में जांच के दौरान 150 गेहूं के बैग कम मिले थे। विभाग के अधिकारी अशोक बंसल ने उक्त गोदाम की जांच की थी। उस समय चौकीदारों ने कहा था कि गोदाम में चोरी हुई थी जबकि इंस्पेक्टर ने चोरी की बात से इनकार किया था। इसी कारण यह मामला पैचिदा हो गया है तथा उपायुक्त ने भी इस पूरे मामले की जांच कराने को कहा था।
जिला खाद्य आपूर्ति एवं नियंत्रक ने आज सुबह विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग के इंस्पेक्टर अरुण दत्ता व सब इंस्पेक्टर महेश कुमार के अंडर में विभाग के शहर में 9 गोदाम है। इसलिए सभी गोदामों की जांच करके गेहूं के बैगों की गिनती की जाए। उनके आदेश के बाद अधिकारियों ने टीम बनाकर अलग-अलग गोदामों में भेज दी है और उम्मीद है कि शाम तक सभी गोदामों में लगे हुए स्टॉक की गिनती कर ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि आईटीआई रोड स्थित विभाग के गोदाम में जांच के दौरान 150 गेहूं के बैग कम मिले थे। विभाग के अधिकारी अशोक बंसल ने उक्त गोदाम की जांच की थी। उस समय चौकीदारों ने कहा था कि गोदाम में चोरी हुई थी जबकि इंस्पेक्टर ने चोरी की बात से इनकार किया था। इसी कारण यह मामला पैचिदा हो गया है तथा उपायुक्त ने भी इस पूरे मामले की जांच कराने को कहा था।
पाइप लाइन से किसानों का नुकसान
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बठिंडा में स्थित रिफाइनरी को जाने वाली आयल पाइपलाइन जो कांडला गुजरात से आती है ने अपने मार्ग में आती फसलों को तबाह कर दिया है तथा पाइप लाइन डालते समय किसानों की जो फसलें बरबाद हुई हैं उन्हें उनका पर्याप्त मुआवजा भी नहीं मिला है।
गांव घुकांवाली के किसान प्रेमचंद सोखल, मिठू सिंह, हरनेक सिंह, सुखदेव सिंह, देवी लाल, लाभ सिंह, सीता सिंह पंच व काला सिंह आदि किसानों ने बताया कि गेहूं की बीजाई का समय है और पाइप लाइन के कारण उनकी साठ से सत्तर फुट जगह खराब कर रखी है जो बीजाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके कारण पक्के खाल टूट गए हैं और कच्चे खालों में पानी फसलों तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचता। पाइप लाइन डाले जाने से पूर्व किसानों ने खरीफ की फसल जो वहां बो रखी थी उसे तो बरबाद कर ही दिया गया है लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद पाइप लाइन के आसपास की भूमि को समतल भी नहीं किया गया जिसके कारण उबड़ खाबड़ जमीन पर किसान अगली फसल रबी की बीजाई भी नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार किसानों को डबल नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कई बार अधिकारियों को इस विषय में बताया है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों की मांग है कि पाइप लाइन के आसपास बने गड्ढों को भरवाया जाए, भूमि को समतल करवाया जाए और किसानों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
गांव घुकांवाली के किसान प्रेमचंद सोखल, मिठू सिंह, हरनेक सिंह, सुखदेव सिंह, देवी लाल, लाभ सिंह, सीता सिंह पंच व काला सिंह आदि किसानों ने बताया कि गेहूं की बीजाई का समय है और पाइप लाइन के कारण उनकी साठ से सत्तर फुट जगह खराब कर रखी है जो बीजाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके कारण पक्के खाल टूट गए हैं और कच्चे खालों में पानी फसलों तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचता। पाइप लाइन डाले जाने से पूर्व किसानों ने खरीफ की फसल जो वहां बो रखी थी उसे तो बरबाद कर ही दिया गया है लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद पाइप लाइन के आसपास की भूमि को समतल भी नहीं किया गया जिसके कारण उबड़ खाबड़ जमीन पर किसान अगली फसल रबी की बीजाई भी नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार किसानों को डबल नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कई बार अधिकारियों को इस विषय में बताया है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों की मांग है कि पाइप लाइन के आसपास बने गड्ढों को भरवाया जाए, भूमि को समतल करवाया जाए और किसानों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
डकैती का तीसरा आरोपी काबू
ओढ़ां (जितेंद्र गर्ग) औढ़ां पुलिस ने डकैती के आरोपी मल सिंह निवासी कबरवाल जिला मुक्तसर को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया और दो दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गत 24 जुलाई रात को गांव रोहिडांवाली के पास तीन युवकों ने एक ट्रक चालक को रोककर उससे पिस्तौल की नोक पर दो हजार रुपए की नकदी व एक मोबाइल छीन लिया था। ओढ़ां पुलिस ने ट्रक चालक गुरमीत सिंह निवासी कोटकपुरा की शिकायत पर तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। हीरा सिंह ने आगे बताया कि इनमें से दो व्यक्तियों बलतेज सिंह पुत्र सोहन सिंह निवासी पंजावा और देवेंद्र सिंह उर्फ काका निवासी कंदुखेड़ा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और तीसरे आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया है।
यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गत 24 जुलाई रात को गांव रोहिडांवाली के पास तीन युवकों ने एक ट्रक चालक को रोककर उससे पिस्तौल की नोक पर दो हजार रुपए की नकदी व एक मोबाइल छीन लिया था। ओढ़ां पुलिस ने ट्रक चालक गुरमीत सिंह निवासी कोटकपुरा की शिकायत पर तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। हीरा सिंह ने आगे बताया कि इनमें से दो व्यक्तियों बलतेज सिंह पुत्र सोहन सिंह निवासी पंजावा और देवेंद्र सिंह उर्फ काका निवासी कंदुखेड़ा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और तीसरे आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया है।
हांसी-बुटाना मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर सभी एक मंच पर इक्ट्ठे हों-रवि चौटाला
सिरसा (लहू की लौ) भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रवि चौटाला ने दो टूक कहा है कि हांसी बुटाना नहर का उद्घाटन किसी भी हालत में नहीं होने दिया जाएगा। अगर उन्हें इसके लिए अपनी जान की बाजी भी लगानी पड़ी तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
वे बुधवार को होटल जयविलास में पत्रकारों से मुखातिब रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर बनने से सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा और फतेहाबाद के लोगों को होगा। उन्होंने बताया कि भाखड़ा शाखा माइनर से सिरसा और फतेहाबाद को 4200 क्यूसिक पानी की आपूर्ति होती है, जबकि इसी नहर से निकाली जा रही हांसी-बुटाना नहर को 2086 क्यूसिक पानी दिया जाएगा और इसी नहर को पानी के रिसाव से 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा। ऐसे में सिरसा जिला को केवल 1900 क्यूसिक पानी की आपूर्ति ही हो पाएगी। इससे जिला में पानी का संकट और गहरा जाएगा।
रवि चौटाला ने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में अभी से ही पानी की घोर किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण 600 रुपए प्रति टैंकर खरीदने पर मजबूर हैं। हांसी-बुटाना नहर शुरू हो गई तो गांव तो क्या शहरवासी भी ट्यूब्वैल के पानी पर निर्भर हो जाएंगे। रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर के निर्माण की खिलाफत वे राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए नहीं कर रहे हैं, बल्कि जिला वासियों के हित के लिए ही उन्होंने आवाज उठाई है। उन्होंने विभिन्न राजनैतिक दलों का आह्वान किया कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर एक मंच पर इक्_े हों, ताकि जिला वासियों को भूखों मरने की नौबत न आए।
रवि चौटाला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार की मंशा ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हंासी-बुटाना नहर का रिबन काटने की है, लेकिन इधर मुख्यमंत्री नहर का रिबन काटेंगे और उधर वे नहर मेंं मिट्टी डलवाने का कार्य शुरू कर देंगे, चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो।
रवि चौटाला ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर आगामी 6 दिसम्बर को डबवाली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा और एसडीएम को नहर का उद्घाटन न किए जाने की मंाग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी दल अथवा नेता हांसी-बुटाना नहर निर्माण का समर्थन करेगा, भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति उसका डटकर विरोध करेगी।
वे बुधवार को होटल जयविलास में पत्रकारों से मुखातिब रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर बनने से सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा और फतेहाबाद के लोगों को होगा। उन्होंने बताया कि भाखड़ा शाखा माइनर से सिरसा और फतेहाबाद को 4200 क्यूसिक पानी की आपूर्ति होती है, जबकि इसी नहर से निकाली जा रही हांसी-बुटाना नहर को 2086 क्यूसिक पानी दिया जाएगा और इसी नहर को पानी के रिसाव से 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा। ऐसे में सिरसा जिला को केवल 1900 क्यूसिक पानी की आपूर्ति ही हो पाएगी। इससे जिला में पानी का संकट और गहरा जाएगा।
रवि चौटाला ने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में अभी से ही पानी की घोर किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण 600 रुपए प्रति टैंकर खरीदने पर मजबूर हैं। हांसी-बुटाना नहर शुरू हो गई तो गांव तो क्या शहरवासी भी ट्यूब्वैल के पानी पर निर्भर हो जाएंगे। रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर के निर्माण की खिलाफत वे राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए नहीं कर रहे हैं, बल्कि जिला वासियों के हित के लिए ही उन्होंने आवाज उठाई है। उन्होंने विभिन्न राजनैतिक दलों का आह्वान किया कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर एक मंच पर इक्_े हों, ताकि जिला वासियों को भूखों मरने की नौबत न आए।
रवि चौटाला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार की मंशा ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हंासी-बुटाना नहर का रिबन काटने की है, लेकिन इधर मुख्यमंत्री नहर का रिबन काटेंगे और उधर वे नहर मेंं मिट्टी डलवाने का कार्य शुरू कर देंगे, चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो।
रवि चौटाला ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर आगामी 6 दिसम्बर को डबवाली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा और एसडीएम को नहर का उद्घाटन न किए जाने की मंाग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी दल अथवा नेता हांसी-बुटाना नहर निर्माण का समर्थन करेगा, भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति उसका डटकर विरोध करेगी।
पीटीसी के चालक और परिचालक की पिटाई
सिरसा (लहू की लौ) बस को न रोकने से गुस्साए छात्रों ने आज सुबह पंजाब रोडवेज की बस के चालक व परिचालक की पिटाई कर दी। इस मारपीट में परिचालक को काफी चोटें आई। उसे सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटना के रोष स्वरूप रोडवेज गेट के बाहर कुछ देर के लिए चालकों व परिचालकों ने जाम लगा दिया।
बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी दो छात्रों को काबू कर लिया है। मामले के अनुसार पंजाब रोडवेज की लुधियाना से वाया बरनाला होकर सिरसा की ओर आने वाली बस आज सुबह गांव फरवाईं पहुंची। यहां सिरसा के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले कई छात्र खड़े थे। उन्होंने बस को रूकने का इशारा किया लेकिन चालक ने बस नहीं रोकी और सिरसा आ गया। चालक द्वारा बस न रोके जाने से छात्र बिफर गए और किसी अन्य बस में सवार होकर सिरसा बस अड्डे पहुंच गए।
बताया गया है कि छात्रों ने बस न रोकने वाले चालक रिछपाल पुत्र कुलवंत व परिचालक विक्रम पुत्र महेन्द्र को पकड़ लिया और दोनों की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट में परिचालक विक्रम को गंभीर चोटें आई। इस घटना का सिरसा रोडवेज के कर्मचारियों को पता चला तो वे मारपीट के शिकार चालक व परिचालक के समर्थन में उतर आए। सभी ने मिलकर कुछ देर के लिए डिपो गेट के बाहर यातायात अवरूद्ध कर दिया।
उन्होंने चालक व परिचालक पर हमला करने वाले आरोपी छात्रों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। बताया गया है कि पुलिस ने आरोपी छात्रों मेें से दो को दबोच लिया है। जबकि शहर थाना प्रभारी हंसराज ने इसकी पुष्टि नहीं की। साथ ही उन्होंने कहा कि मारपीट में घायल हुए परिचालक विक्रम को सामान्य अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। अभी तक उसके बयान नहीं लिए गए है। बयान लेने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी दो छात्रों को काबू कर लिया है। मामले के अनुसार पंजाब रोडवेज की लुधियाना से वाया बरनाला होकर सिरसा की ओर आने वाली बस आज सुबह गांव फरवाईं पहुंची। यहां सिरसा के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले कई छात्र खड़े थे। उन्होंने बस को रूकने का इशारा किया लेकिन चालक ने बस नहीं रोकी और सिरसा आ गया। चालक द्वारा बस न रोके जाने से छात्र बिफर गए और किसी अन्य बस में सवार होकर सिरसा बस अड्डे पहुंच गए।
बताया गया है कि छात्रों ने बस न रोकने वाले चालक रिछपाल पुत्र कुलवंत व परिचालक विक्रम पुत्र महेन्द्र को पकड़ लिया और दोनों की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट में परिचालक विक्रम को गंभीर चोटें आई। इस घटना का सिरसा रोडवेज के कर्मचारियों को पता चला तो वे मारपीट के शिकार चालक व परिचालक के समर्थन में उतर आए। सभी ने मिलकर कुछ देर के लिए डिपो गेट के बाहर यातायात अवरूद्ध कर दिया।
उन्होंने चालक व परिचालक पर हमला करने वाले आरोपी छात्रों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। बताया गया है कि पुलिस ने आरोपी छात्रों मेें से दो को दबोच लिया है। जबकि शहर थाना प्रभारी हंसराज ने इसकी पुष्टि नहीं की। साथ ही उन्होंने कहा कि मारपीट में घायल हुए परिचालक विक्रम को सामान्य अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। अभी तक उसके बयान नहीं लिए गए है। बयान लेने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष 2010 के दौरान होने वाले सार्वजनिक अवकाश घोषित
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने अपने कार्यालयों में वर्ष 2010 के दौरान होने वाले सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किये हैं।
सभी शनिवार और रविवार। अन्य दूसरे अवकाशों में गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती (5 जनवरी), सर छोटू राम जयन्ती एवं बसन्त पंचमी (20 जनवरी), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), , महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती (8 फरवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), रामनवमी (24मार्च), वैसाखी (14 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), महाराणा प्रताप जयन्ती (15 जून), तीज (12 अगस्त), जन्माष्टïमी (2 सितम्बर), हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस (23 सितम्बर) महाराजा अग्रसेन जयंती (8 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), हरियाणा दिवस (1 नवम्बर), दिवाली (5 नवम्बर), ईद-उल-जूहा (बकरीद) (17 नवम्बर)शामिल हैं।
अवकाश के दिन आने वाले जिन त्यौहारों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है, वे इस प्रकार हैं-गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महावीर जयन्ती (28 मार्च), भगवान परशुराम जयंती (16 मई), संत कबीर जयंती (26 जून), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), महात्मा गांधी जयन्ती (2अक्तूबर) विश्वकर्मा दिवस (6 नवम्बर), गुरूनानक जयंती (21 नवम्बर), क्रिसमिस दिवस (25 दिसम्बर) तथा शहीद उधम सिंह जयंती (26 दिसम्बर)शामिल हैं।
कर्मचारी निम्न प्रतिबन्धित अवकाशों में से कोई दो अवकाश ले सकते हैं। ईद-ए-मिलाद/मिलाद-उल-नबी (27 फरवरी), गुड फ्राईडे (2 अप्रैल), बुद्घ पूर्णिमा (27 मई), गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस (16 जून), शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस (31 जुलाई), रक्षा बंधन (24 अगस्त), करवा चौथ (26 अक्तूबर), गोवर्धन पूजा (6 नवम्बर), गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस (24 नवम्बर) तथा मुहर्रम (17 दिसम्बर)।
निम्न दिवसों पर परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत अवकाश रहेगा। सरकार ने राज्य में वर्ष 2010 के लिए परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत (न्यायिक अदालतों को छोड़कर) भी सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किए हैं, वे इस प्रकार हैं:- सभी रविवार, गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), महावीर जयन्ती (28 मार्च), बैंक अवकाश (1 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), जन्माष्टमïी (2 सितम्बर), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), अद्र्घवार्षिक बैंक अवकाश (30 सितम्बर), महात्मा गांधी जयंती (2 अक्तूबर), दशहरा (17 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), दीवाली (5 नवम्बर), गुरु नानक देव जयन्ती (21 नवम्बर) तथा क्रिसमस दिवस (25 दिसम्बर)।
सभी शनिवार और रविवार। अन्य दूसरे अवकाशों में गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती (5 जनवरी), सर छोटू राम जयन्ती एवं बसन्त पंचमी (20 जनवरी), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), , महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती (8 फरवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), रामनवमी (24मार्च), वैसाखी (14 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), महाराणा प्रताप जयन्ती (15 जून), तीज (12 अगस्त), जन्माष्टïमी (2 सितम्बर), हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस (23 सितम्बर) महाराजा अग्रसेन जयंती (8 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), हरियाणा दिवस (1 नवम्बर), दिवाली (5 नवम्बर), ईद-उल-जूहा (बकरीद) (17 नवम्बर)शामिल हैं।
अवकाश के दिन आने वाले जिन त्यौहारों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है, वे इस प्रकार हैं-गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महावीर जयन्ती (28 मार्च), भगवान परशुराम जयंती (16 मई), संत कबीर जयंती (26 जून), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), महात्मा गांधी जयन्ती (2अक्तूबर) विश्वकर्मा दिवस (6 नवम्बर), गुरूनानक जयंती (21 नवम्बर), क्रिसमिस दिवस (25 दिसम्बर) तथा शहीद उधम सिंह जयंती (26 दिसम्बर)शामिल हैं।
कर्मचारी निम्न प्रतिबन्धित अवकाशों में से कोई दो अवकाश ले सकते हैं। ईद-ए-मिलाद/मिलाद-उल-नबी (27 फरवरी), गुड फ्राईडे (2 अप्रैल), बुद्घ पूर्णिमा (27 मई), गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस (16 जून), शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस (31 जुलाई), रक्षा बंधन (24 अगस्त), करवा चौथ (26 अक्तूबर), गोवर्धन पूजा (6 नवम्बर), गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस (24 नवम्बर) तथा मुहर्रम (17 दिसम्बर)।
निम्न दिवसों पर परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत अवकाश रहेगा। सरकार ने राज्य में वर्ष 2010 के लिए परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत (न्यायिक अदालतों को छोड़कर) भी सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किए हैं, वे इस प्रकार हैं:- सभी रविवार, गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), महावीर जयन्ती (28 मार्च), बैंक अवकाश (1 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), जन्माष्टमïी (2 सितम्बर), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), अद्र्घवार्षिक बैंक अवकाश (30 सितम्बर), महात्मा गांधी जयंती (2 अक्तूबर), दशहरा (17 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), दीवाली (5 नवम्बर), गुरु नानक देव जयन्ती (21 नवम्बर) तथा क्रिसमस दिवस (25 दिसम्बर)।
निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 16 में नगर सुधार मंडल पार्क के सामने वाली समाध वाली गली में गली वासियों ने ठेकेदार पर गली की साईडों का पलस्तर करते समय निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगा कर गली को रूकवा दिया।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 16 में नगर सुधार मंडल पार्क के सामने वाली समाध वाली गली में गली वासियों ने ठेकेदार पर गली की साईडों का पलस्तर करते समय निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगा कर गली को रूकवा दिया।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में महिला सहित दो घायल
डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिका में पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में एक महिला और पुरूष को चोट आई। जिसे घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया।
घायल परमजीत कौर के पति सतनाम सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई मनदीप उसके साला ज्ञान सिंह के साथ मंगलवार की रात को घर आ रहा था कि अचानक लाठियों से लैस उनके पड़ौसी हरदीप पुत्र छिन्दो मक्खन पुत्र जग्गा, नछत्तर पुत्र जग्गा और छिन्दो पत्नी रेशम ने उन पर हमला कर दिया और उनका शोर सुनकर छुड़वाने के लिए उसकी पत्नी परमजीत कौर बाहर निकली तो उसे भी लाठियों से आरोपियों ने पीटा, जिसके चलते ज्ञान सिंह जोकि अंगहीन है, के चोटें आई और गर्भवती परमजीत कौर को भी चोटें आई। सतनाम सिंह ने झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताया।
घायल परमजीत कौर के पति सतनाम सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई मनदीप उसके साला ज्ञान सिंह के साथ मंगलवार की रात को घर आ रहा था कि अचानक लाठियों से लैस उनके पड़ौसी हरदीप पुत्र छिन्दो मक्खन पुत्र जग्गा, नछत्तर पुत्र जग्गा और छिन्दो पत्नी रेशम ने उन पर हमला कर दिया और उनका शोर सुनकर छुड़वाने के लिए उसकी पत्नी परमजीत कौर बाहर निकली तो उसे भी लाठियों से आरोपियों ने पीटा, जिसके चलते ज्ञान सिंह जोकि अंगहीन है, के चोटें आई और गर्भवती परमजीत कौर को भी चोटें आई। सतनाम सिंह ने झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताया।
18 नवंबर 2009
आरएसएस के शहीद स्वयंसेवकों को दी श्रद्धांजलि
डबवाली(लहू की लौ) देश धर्म के लिए शहीद होने को ही बलिदान होना कहा जाता है। इसी बलिदान के कारण मानवता बचती है। देश अखंड होता है। इसी प्रकार का बलिदान मंडी किलियांवाली में डबवाली के वाटरवक्र्स में 17 नवम्बर 1990 को हुआ था जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 11 स्वयं सेवी पंजाब के आतंकवादियों ने गोलियों से शहीद कर दिये थे। उनका 19वां शहीदी दिवस संघ के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मनाया।
यह जानकारी देते गोभक्त रामलाल बागड़ी ने बताया कि इसी बलिदान को नमन करने के लिए यहां के स्थानीय वाटर वक्र्स में संघ के स्वयंसेवकों ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर प्रारंभ में एक घंटे की वहीं शाखा का दृश्य दिखाया जिस शाखा पर आतंकियों ने हमला किया। बाद में देशभक्ति गीत हुए। कविता के माध्यम से उन शहीदों को एवं घायलों को याद किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में सिरसा से पधारे डॉ. सुरेन्द्र मल्होत्रा जिल संघ चालक ने श्रद्धा सुमन चढ़ाए एवं घटना का पूरा वृतांत दोहराया। उपस्थित स्वयंसेवकों ने पुष्पांजली दी। स्थानीय कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से संतोष दुआ, राजेन्द्र कुमार, हर्षक एवं अन्य लोग उपस्थित हुए।
यह जानकारी देते गोभक्त रामलाल बागड़ी ने बताया कि इसी बलिदान को नमन करने के लिए यहां के स्थानीय वाटर वक्र्स में संघ के स्वयंसेवकों ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर प्रारंभ में एक घंटे की वहीं शाखा का दृश्य दिखाया जिस शाखा पर आतंकियों ने हमला किया। बाद में देशभक्ति गीत हुए। कविता के माध्यम से उन शहीदों को एवं घायलों को याद किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में सिरसा से पधारे डॉ. सुरेन्द्र मल्होत्रा जिल संघ चालक ने श्रद्धा सुमन चढ़ाए एवं घटना का पूरा वृतांत दोहराया। उपस्थित स्वयंसेवकों ने पुष्पांजली दी। स्थानीय कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से संतोष दुआ, राजेन्द्र कुमार, हर्षक एवं अन्य लोग उपस्थित हुए।
दुर्घटनाओं में तीन की मौत
सिरसा (लहू की लौ) क्षेत्र में अलग-अलग हुई सड़क दुर्घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल हो गया। घायल को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मृतकों के शवों का अंत: परीक्षण वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार जोधकां निवासी राजेश पुत्र शीशपाल आज प्रात: अपने साथी मेनपाल पुत्र धन्ना लाल के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गदली जा रहा था। धुंध होने की वजह मोटरसाइकिल सामने जा रहे रेहड़े से जा टकरायसा। जबरदस्त भिडं़त में राजेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मेन पाल घायल हो गया। राहगीरों ने घटना की जानकारी डिंग थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को सामान्य अस्पताल पहुंचाया और शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया।
उधर, जीवननगर के निकट बस तले कुचले जाने से एक बिहारी युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। परिजनों की शिकायत पर रानियां थाना पुलिस ने बस चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरीनंदन राय पुत्र सुदेना राय निवासी धर्मपुरा (बिहार) एलनाबाद में रह रहा था। गत दिवस दिवस व किसी कार्यवश जीवननगर आया था। बस से उतरते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह बस तले कुचला गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं गत दिवस डिंग के निकट अज्ञात जीप की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। फिलहाल मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने संसार सिंह पुत्र सुखविंद्र सिंह निवासी बग्गूवाली की शिकायत पर अज्ञात जीप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार जोधकां निवासी राजेश पुत्र शीशपाल आज प्रात: अपने साथी मेनपाल पुत्र धन्ना लाल के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गदली जा रहा था। धुंध होने की वजह मोटरसाइकिल सामने जा रहे रेहड़े से जा टकरायसा। जबरदस्त भिडं़त में राजेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मेन पाल घायल हो गया। राहगीरों ने घटना की जानकारी डिंग थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को सामान्य अस्पताल पहुंचाया और शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया।
उधर, जीवननगर के निकट बस तले कुचले जाने से एक बिहारी युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। परिजनों की शिकायत पर रानियां थाना पुलिस ने बस चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरीनंदन राय पुत्र सुदेना राय निवासी धर्मपुरा (बिहार) एलनाबाद में रह रहा था। गत दिवस दिवस व किसी कार्यवश जीवननगर आया था। बस से उतरते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह बस तले कुचला गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं गत दिवस डिंग के निकट अज्ञात जीप की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। फिलहाल मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने संसार सिंह पुत्र सुखविंद्र सिंह निवासी बग्गूवाली की शिकायत पर अज्ञात जीप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दुर्घटनाओं में तीन की मौत
सिरसा (लहू की लौ) क्षेत्र में अलग-अलग हुई सड़क दुर्घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल हो गया। घायल को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मृतकों के शवों का अंत: परीक्षण वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार जोधकां निवासी राजेश पुत्र शीशपाल आज प्रात: अपने साथी मेनपाल पुत्र धन्ना लाल के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गदली जा रहा था। धुंध होने की वजह मोटरसाइकिल सामने जा रहे रेहड़े से जा टकरायसा। जबरदस्त भिडं़त में राजेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मेन पाल घायल हो गया। राहगीरों ने घटना की जानकारी डिंग थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को सामान्य अस्पताल पहुंचाया और शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया।
उधर, जीवननगर के निकट बस तले कुचले जाने से एक बिहारी युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। परिजनों की शिकायत पर रानियां थाना पुलिस ने बस चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरीनंदन राय पुत्र सुदेना राय निवासी धर्मपुरा (बिहार) एलनाबाद में रह रहा था। गत दिवस दिवस व किसी कार्यवश जीवननगर आया था। बस से उतरते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह बस तले कुचला गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं गत दिवस डिंग के निकट अज्ञात जीप की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। फिलहाल मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने संसार सिंह पुत्र सुखविंद्र सिंह निवासी बग्गूवाली की शिकायत पर अज्ञात जीप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार जोधकां निवासी राजेश पुत्र शीशपाल आज प्रात: अपने साथी मेनपाल पुत्र धन्ना लाल के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गदली जा रहा था। धुंध होने की वजह मोटरसाइकिल सामने जा रहे रेहड़े से जा टकरायसा। जबरदस्त भिडं़त में राजेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मेन पाल घायल हो गया। राहगीरों ने घटना की जानकारी डिंग थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को सामान्य अस्पताल पहुंचाया और शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया।
उधर, जीवननगर के निकट बस तले कुचले जाने से एक बिहारी युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। परिजनों की शिकायत पर रानियां थाना पुलिस ने बस चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरीनंदन राय पुत्र सुदेना राय निवासी धर्मपुरा (बिहार) एलनाबाद में रह रहा था। गत दिवस दिवस व किसी कार्यवश जीवननगर आया था। बस से उतरते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह बस तले कुचला गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं गत दिवस डिंग के निकट अज्ञात जीप की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। फिलहाल मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने संसार सिंह पुत्र सुखविंद्र सिंह निवासी बग्गूवाली की शिकायत पर अज्ञात जीप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गोदाम से गेहूं के 150 बैग गायब
सिरसा (लहू की लौ) यहां के आईटीआई के निकट स्थित गेहूं के एक गोदाम से करीब 150 बैग गायब हो गए। मामले की जानकारी जिला के आला अधिकारियों को भी है, लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी पूरे मामले में लीपापोती करने का प्रयास कर रहे हैं। उपायुक्त ने मामले की जांच करवाने को कहा है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा किराये पर लिए गए फुटेला ओपन पलिंथ-ाा से अचानक करीब 150 बोरी गेंहू गायब हो गया। मामले की जानकारी तब मिली जब विभाग के ही एक अधिकारी अशोक बंसल ने रूटीन जांच के दौरान बैग की गणना करनी शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने पाया कि यहां से करीब 150 बैग गायब है।
उन्होंने इनकी जानकारी तुरंत लिखित रूप से अपने उच्चाधिकारी जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक को लिखित रूप में दे दी। कल दोपहर में बेनकाब हुई इस घटना को लेकर विभाग हरकत में नहीं आया। न ही अभी तक पुलिस में कोई शिकायत की गई है और न ही विभाग स्तर पर कोई पूछताछ शुरू हुई है।
सूत्र बताते हैं कि इस मामले में शक की सूई इस गोदाम के प्रभारी विभाग अधिकारियों की तरफ घूम रही है। क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह गेंहू कब से गायब है और इसे चोरी का मामला कहा जाए या गड़बड़ झाला समझा जाए। बताया जाता है कि गोदाम के बाहर ताला लगा हुआ है, लेकिन चौकीदार वहीं आसपास घूम रहा था। हालांकि चौकीदार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। सूत्र यह भी बताते है कि गोदाम के प्रभारी अरूण दत्ता और महेश कुमार की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। यदि इस प्रकरण में घोटाला है तो इन दोनों अधिकारियों के इलावा कुछ अन्य का हाथ भी हो सकता है। घटना पर टिप्पणी लेने के लिए विभाग के आला अधिकारियों से फोन पर सम्पर्क करने के प्रयास किए गए, लेकिन सब के फोन बंद थे। यहां तक कि डीएफएससी, अरूण दत्ता और महेश कुमार के भी फोन लगातार बंद आ रहे हैं। उपायुक्त ने मामले की जांच करवाने को कहा है।
उन्होंने इनकी जानकारी तुरंत लिखित रूप से अपने उच्चाधिकारी जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक को लिखित रूप में दे दी। कल दोपहर में बेनकाब हुई इस घटना को लेकर विभाग हरकत में नहीं आया। न ही अभी तक पुलिस में कोई शिकायत की गई है और न ही विभाग स्तर पर कोई पूछताछ शुरू हुई है।
सूत्र बताते हैं कि इस मामले में शक की सूई इस गोदाम के प्रभारी विभाग अधिकारियों की तरफ घूम रही है। क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह गेंहू कब से गायब है और इसे चोरी का मामला कहा जाए या गड़बड़ झाला समझा जाए। बताया जाता है कि गोदाम के बाहर ताला लगा हुआ है, लेकिन चौकीदार वहीं आसपास घूम रहा था। हालांकि चौकीदार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। सूत्र यह भी बताते है कि गोदाम के प्रभारी अरूण दत्ता और महेश कुमार की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। यदि इस प्रकरण में घोटाला है तो इन दोनों अधिकारियों के इलावा कुछ अन्य का हाथ भी हो सकता है। घटना पर टिप्पणी लेने के लिए विभाग के आला अधिकारियों से फोन पर सम्पर्क करने के प्रयास किए गए, लेकिन सब के फोन बंद थे। यहां तक कि डीएफएससी, अरूण दत्ता और महेश कुमार के भी फोन लगातार बंद आ रहे हैं। उपायुक्त ने मामले की जांच करवाने को कहा है।
स्कूल में बर्तन धोते हैं विद्यार्थी
बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव बनवाला के राजकीय उच्च विद्यालय में बच्चों से चाय बनाने व बर्तन धोने का काम करवाया जाता है। स्कूल में काम कर रहे बच्चों भीमसैन, मुकेश कुमार, सुनील कुमार व पवन कुमार आदि ने बताया कि स्कूल में उनसे अक्सर काम करवाया जाता है। गांववासियों की मांग है कि स्कूल में पीयन द्वारा किए जाने वाले कार्यों को बच्चों से नहीं करवाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि स्कूल में चाय बनाना, स्टाफ को पानी पिलाना, घंटी बजाना डाक भेजना व पौधों की रखवाली करना आदि कार्य स्कूल के पीयन रामस्वरूप व माली राजेंद्र का है लेकिन ये कार्य भी बच्चों से करवाए जाते हैं जो कि अनुचित है।
इस विषय में स्कूल की इंचार्ज मनजीत कौर से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि यह काम चतुर्थश्रेणी कर्मियोंका है लेकिन वे दोनों उनके कहने से बाहर हैं इसलिए कई बार बच्चों से काम करवाना पड़ता है।
इस विषय में स्कूल की इंचार्ज मनजीत कौर से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि यह काम चतुर्थश्रेणी कर्मियोंका है लेकिन वे दोनों उनके कहने से बाहर हैं इसलिए कई बार बच्चों से काम करवाना पड़ता है।
फ्रैंडशिप करवाने के नाम पर पैसे ऐंठने वाला युवक गिरफ्तार
गुडग़ांव (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को अखबारों में फ्रैंडशिप के बारे में विज्ञापन देकर लोगों से पैसे ऐठने वाले एक युवक को गुडग़ांव में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किया गया युवक राजेन्द्र पुत्र काशीनाथ नई दिल्ली के कापसहेड़ा का रहने वाला है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मारूति उद्योग के सहायक प्रबन्धक सुमित धवन ने संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई कि अखबार में हाई प्रोफाईल लड़कियों से फ्रैंडशिप करने बारे विज्ञापन देखकर उसने विज्ञापन में दिये गये फोन नम्बर पर सम्पर्क किया जिस पर आगे वाले व्यक्ति ने 2000 रूपए अपने खाते में जमा कराने को कहा। खाते में पैसे जमा कराने के पश्चात्ï उस व्यक्ति से एक लड़की का नम्बर प्राप्त हुआ जिस पर शिकायतकत्र्ता ने सम्पर्क किया तो उस लड़की ने 15000 रूपए अपने खाते में जमा कराने के लिए कहा। शिकायतकत्र्ता द्वारा उस लड़की के खाते में पैसा जमा कराने के बाद लड़की तथा विज्ञापन देने वाले व्यक्ति ने फोन उठाना बन्द कर दिया। पुलिस को मिली शिकायत पर एक टीम बनाकर दिल्ली के कापसहेड़ा निवासी राजेन्द्र कुमार पुत्र काशीनाथ को गिरफ्तार किया जिसने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल लिया है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मारूति उद्योग के सहायक प्रबन्धक सुमित धवन ने संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई कि अखबार में हाई प्रोफाईल लड़कियों से फ्रैंडशिप करने बारे विज्ञापन देखकर उसने विज्ञापन में दिये गये फोन नम्बर पर सम्पर्क किया जिस पर आगे वाले व्यक्ति ने 2000 रूपए अपने खाते में जमा कराने को कहा। खाते में पैसे जमा कराने के पश्चात्ï उस व्यक्ति से एक लड़की का नम्बर प्राप्त हुआ जिस पर शिकायतकत्र्ता ने सम्पर्क किया तो उस लड़की ने 15000 रूपए अपने खाते में जमा कराने के लिए कहा। शिकायतकत्र्ता द्वारा उस लड़की के खाते में पैसा जमा कराने के बाद लड़की तथा विज्ञापन देने वाले व्यक्ति ने फोन उठाना बन्द कर दिया। पुलिस को मिली शिकायत पर एक टीम बनाकर दिल्ली के कापसहेड़ा निवासी राजेन्द्र कुमार पुत्र काशीनाथ को गिरफ्तार किया जिसने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल लिया है।
खेतीहर मजदूर की हत्या कर शव को खेत में दबा दिया
श्रीगंगानगर (लहू की लौ) एक खेतीहर मजदूर युवक की नृशंस हत्या करने के बाद खेत मालिक ने लाश को खेत के रेतीले धोरों में दबा दिया। पांच दिन बाद इस हत्याकांड का खुलासा होने पर पुलिस ने लाश को खेत में से निकलवाया और खेत मालिक पर मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है। यह नृंशस हत्या का मामला चूरू जिले के सांडवा थाना क्षेत्र के गांव कल्याणसर में उजागर हुआ है। डीएसपी नितेश आर्य ने विवरण देते बताया कि हरजीराम जाट के खेत में काम करने वाला एक युवक रामनिवास 11 नवंबर को अचानक लापता हो गया। हरजीराम ने 14 नवंबर को रामनिवास के घरवालों को उसके काम पर नहीं आने के बारे में बताया, तब उसकी तलाश शुरू की गई। 25 वर्षीय रामनिवास लगभग 3 महीने पहले हरजीराम जाट के खेत में काम करने की नौकरी पर लगा था। दो दिन घरवालों ने रामनिवास की तलाश की, तब उन्हें हरजीराम पर ही संदेह हुआ।
रामनिवास के भाई राजूदास स्वामी ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि जब उन्होंने हरजीराम से पूछताछ की तो उसने कथित रूप से स्वीकार कर लिया कि कत्ल करने के बाद रामनिवास की लाश को अपने खेत में दबा दिया है। डीएसपी आर्य ने बताया कि खेत में एक रेतीले धोरे में दबाई हुई रामनिवास की लाश बरामद कर ली गई है। उसकी ललाट पर चोट का निशान है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर हत्या के सही कारण का पता चल पायेगा। उन्होंने बताया कि हरजीराम से पूछताछ की गई तो उसने हत्या करने से इंकार किया है। दूसरी तरफ एक-दो ऐसे गवाह मिले हैं, जिन्होंने 11 नवंबर को खेत में हरजीराम को खड्ढा खोदते हुए देखा था। उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच जारी है और हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
रामनिवास के भाई राजूदास स्वामी ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि जब उन्होंने हरजीराम से पूछताछ की तो उसने कथित रूप से स्वीकार कर लिया कि कत्ल करने के बाद रामनिवास की लाश को अपने खेत में दबा दिया है। डीएसपी आर्य ने बताया कि खेत में एक रेतीले धोरे में दबाई हुई रामनिवास की लाश बरामद कर ली गई है। उसकी ललाट पर चोट का निशान है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर हत्या के सही कारण का पता चल पायेगा। उन्होंने बताया कि हरजीराम से पूछताछ की गई तो उसने हत्या करने से इंकार किया है। दूसरी तरफ एक-दो ऐसे गवाह मिले हैं, जिन्होंने 11 नवंबर को खेत में हरजीराम को खड्ढा खोदते हुए देखा था। उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच जारी है और हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
बैंक का 93वां स्थापना दिवस मनाया
डबवाली (लहू की लौ) स्टेट बैंक ऑफ पटियाला किलियांवाली की स्थानीय शाखा द्वारा बैंक का 93वां स्थापना दिवस महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय के प्रांगण में वृक्षारोपण करके मनाया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ. गिरधारी लाल गर्ग, नरेश मित्तल, ओम प्रकाश कामरा, महाविद्यालय की ङ्क्षप्रसीपल आशा गर्ग सहित महाविद्यालय स्टॉफ के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए शाखा प्रबन्धक प्रेम गुप्ता ने कहा कि बैंक की स्थापना 17 नवम्बर सन् 1917 को पटियाला में तत्कालीन महाराज पटियाला द्वारा की गई थी। वर्तमान समय में बैंक की 892 शाखाएं एवं 619 एटीएम खाताधारकों की सेवा में दिन रात कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि इस माह की 30 तारीख तक बैंक द्वारा हाऊस लोन, कार लोन मात्र 8 प्रतिशत ब्याज दर पर दे रहा है।
जबकि चालू बचत खाता व फिक्स डिपोजिट करवाने पर खाताधारक का 5 लाख तक का इन्श्योरैंश केवल 100 रूपये में किया जा रहा है तथा अन्य जानकारी बैंक परिसर में जाकर प्राप्त की जा सकती हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ. गिरधारी लाल गर्ग, नरेश मित्तल, ओम प्रकाश कामरा, महाविद्यालय की ङ्क्षप्रसीपल आशा गर्ग सहित महाविद्यालय स्टॉफ के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए शाखा प्रबन्धक प्रेम गुप्ता ने कहा कि बैंक की स्थापना 17 नवम्बर सन् 1917 को पटियाला में तत्कालीन महाराज पटियाला द्वारा की गई थी। वर्तमान समय में बैंक की 892 शाखाएं एवं 619 एटीएम खाताधारकों की सेवा में दिन रात कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि इस माह की 30 तारीख तक बैंक द्वारा हाऊस लोन, कार लोन मात्र 8 प्रतिशत ब्याज दर पर दे रहा है।
जबकि चालू बचत खाता व फिक्स डिपोजिट करवाने पर खाताधारक का 5 लाख तक का इन्श्योरैंश केवल 100 रूपये में किया जा रहा है तथा अन्य जानकारी बैंक परिसर में जाकर प्राप्त की जा सकती हैं।
कुआं धसने से किसान की मौत
रानियां (लहू की लौ) रानियां थाना के गांव कुस्सर में आज दोपहर कुआं धसने से किसान उसके तले दब गया। इस बात की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और किसान को बचाने के प्रयास शुरू कर दिए। बताया जाता है कि गांव कुस्सर निवासी सुखराम आज दोपहर अपने खेत में बने कुएं से ईंटे निकाल रहा था। इसी दौरान अचानक कुआं धंस गया और उसका मलबा सुखराम के ऊपर आ गिरा। सुखराम मलबे के तले पूरी तरह दब गया। आसपास के लोगों को जब इसका पता चला तो उन्होंने अपने स्तर पर मलबा हटाकर सुखराम को बाहर निकालने की काफी कोशिश की लेकिन मलबा ज्यादा होने की वजह से वे सुखराम को बाहर निकालने में असहाय नजर आए। आखिरकार उन्होंने पुलिस व प्रशासन को सूचित किया। सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने जेसीबी मौके पर बुलाई और उसकी सहायता से मलबा हटाने का कार्य शुरू करवाया। लेकिन जब उसे बाहर निकाला गया तो वह मृत मिला।
17 नवंबर 2009
कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बनाई योजना
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने कृषि वानिकी व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक योजना बनाई है, जिसके अंतर्गत वन विभाग द्वारा कृषि भूमि पर विशेष आर्थिक महत्व के वृक्षों की प्रजातियों के रोपण की योजना है और इसके लिए किसानों को दूसरे और तीसरे वर्ष क्रमश: 2 रुपये और 3 रुपये की दर से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
यह जानकारी हरियाणा के वन एवं वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने आज वरिष्ठï वन अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी।
कैप्टन यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य में पोपलर की रोपाई को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पोपलर की पौध किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध पर 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी और 5 रुपये प्रति पौध की दर से बेची जायेगी जबकि इससे पहले किसानों को 10 रुपये प्रति पौध की दर से इसकी कीमत चुकानी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध की आपूर्ति केवल उन्हीं किसानों को की जायेगी, जो अपनी भूमि पर पोपलर लगायेंगे और किसानों को पोपलर की अधिकतम 200 पौध पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दी जायेगी।
वन मंत्री ने पोपलर पौध की बेहतर किस्म, जिनमें क्रांति, विमको सीडलिंग लिमिटेड (डब्ल्यूएसलएल) क्लोन्स, डब्ल्यूएसलएल 22, 29, 32 शामिल हैं, को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि ये अधिकतम संख्या में उगाई जानी चाहिए ताकि किसानों को इनके उत्पाद से अधिकतम मुनाफा हो सके। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटन में भी वृद्धि होगी।
कैप्टन यादव ने कहा कि पूरे राज्य के स्थाई हरियाली को बढ़ाने के लिए बड़, पीपल, नीम और जामुन जैसे परम्परागत महत्व के वृक्षों की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य में पट्टीदार वन, सड़क और रेलवे लाइनों के साथ बड़े पट्टीदार वनों का बड़ा क्षेत्र नई रेल पटरियों को बिछाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। शिवालिक और अरावली में प्राकृतिक वन समिति रह गये है और विकास का दबाव झेल रहे है। कृषि भूमि ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर किसानों की मदद से वृक्षारोपण का विस्तार किया जा सकता है।
बारिश के पानी के अनुकूलतम प्रयोग के लिए इसके संरक्षण पर बल देते हुए कैप्टन यादव ने कहा कि जल संचयन संरचनाओं (विशेष रूप से पहाड़ों पर) की भूमिका ने एक महत्वपूर्ण आयाम ले लिया है। उन्होंने विचार व्यक्त किये कि शिवालिक और अरावली की पहाडिय़ों के उपयुक्त स्थलों पर ऐसी संरचनाओं का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि विभाग के पास उपलब्ध संभव संसाधनों का उपयोग बांधों के निर्माण पर किया जाना चाहिए।
यह जानकारी हरियाणा के वन एवं वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने आज वरिष्ठï वन अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी।
कैप्टन यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य में पोपलर की रोपाई को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पोपलर की पौध किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध पर 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी और 5 रुपये प्रति पौध की दर से बेची जायेगी जबकि इससे पहले किसानों को 10 रुपये प्रति पौध की दर से इसकी कीमत चुकानी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध की आपूर्ति केवल उन्हीं किसानों को की जायेगी, जो अपनी भूमि पर पोपलर लगायेंगे और किसानों को पोपलर की अधिकतम 200 पौध पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दी जायेगी।
वन मंत्री ने पोपलर पौध की बेहतर किस्म, जिनमें क्रांति, विमको सीडलिंग लिमिटेड (डब्ल्यूएसलएल) क्लोन्स, डब्ल्यूएसलएल 22, 29, 32 शामिल हैं, को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि ये अधिकतम संख्या में उगाई जानी चाहिए ताकि किसानों को इनके उत्पाद से अधिकतम मुनाफा हो सके। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटन में भी वृद्धि होगी।
कैप्टन यादव ने कहा कि पूरे राज्य के स्थाई हरियाली को बढ़ाने के लिए बड़, पीपल, नीम और जामुन जैसे परम्परागत महत्व के वृक्षों की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य में पट्टीदार वन, सड़क और रेलवे लाइनों के साथ बड़े पट्टीदार वनों का बड़ा क्षेत्र नई रेल पटरियों को बिछाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। शिवालिक और अरावली में प्राकृतिक वन समिति रह गये है और विकास का दबाव झेल रहे है। कृषि भूमि ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर किसानों की मदद से वृक्षारोपण का विस्तार किया जा सकता है।
बारिश के पानी के अनुकूलतम प्रयोग के लिए इसके संरक्षण पर बल देते हुए कैप्टन यादव ने कहा कि जल संचयन संरचनाओं (विशेष रूप से पहाड़ों पर) की भूमिका ने एक महत्वपूर्ण आयाम ले लिया है। उन्होंने विचार व्यक्त किये कि शिवालिक और अरावली की पहाडिय़ों के उपयुक्त स्थलों पर ऐसी संरचनाओं का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि विभाग के पास उपलब्ध संभव संसाधनों का उपयोग बांधों के निर्माण पर किया जाना चाहिए।
कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बनाई योजना
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने कृषि वानिकी व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक योजना बनाई है, जिसके अंतर्गत वन विभाग द्वारा कृषि भूमि पर विशेष आर्थिक महत्व के वृक्षों की प्रजातियों के रोपण की योजना है और इसके लिए किसानों को दूसरे और तीसरे वर्ष क्रमश: 2 रुपये और 3 रुपये की दर से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
यह जानकारी हरियाणा के वन एवं वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने आज वरिष्ठï वन अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी।
कैप्टन यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य में पोपलर की रोपाई को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पोपलर की पौध किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध पर 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी और 5 रुपये प्रति पौध की दर से बेची जायेगी जबकि इससे पहले किसानों को 10 रुपये प्रति पौध की दर से इसकी कीमत चुकानी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध की आपूर्ति केवल उन्हीं किसानों को की जायेगी, जो अपनी भूमि पर पोपलर लगायेंगे और किसानों को पोपलर की अधिकतम 200 पौध पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दी जायेगी।
वन मंत्री ने पोपलर पौध की बेहतर किस्म, जिनमें क्रांति, विमको सीडलिंग लिमिटेड (डब्ल्यूएसलएल) क्लोन्स, डब्ल्यूएसलएल 22, 29, 32 शामिल हैं, को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि ये अधिकतम संख्या में उगाई जानी चाहिए ताकि किसानों को इनके उत्पाद से अधिकतम मुनाफा हो सके। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटन में भी वृद्धि होगी।
कैप्टन यादव ने कहा कि पूरे राज्य के स्थाई हरियाली को बढ़ाने के लिए बड़, पीपल, नीम और जामुन जैसे परम्परागत महत्व के वृक्षों की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य में पट्टीदार वन, सड़क और रेलवे लाइनों के साथ बड़े पट्टीदार वनों का बड़ा क्षेत्र नई रेल पटरियों को बिछाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। शिवालिक और अरावली में प्राकृतिक वन समिति रह गये है और विकास का दबाव झेल रहे है। कृषि भूमि ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर किसानों की मदद से वृक्षारोपण का विस्तार किया जा सकता है।
बारिश के पानी के अनुकूलतम प्रयोग के लिए इसके संरक्षण पर बल देते हुए कैप्टन यादव ने कहा कि जल संचयन संरचनाओं (विशेष रूप से पहाड़ों पर) की भूमिका ने एक महत्वपूर्ण आयाम ले लिया है। उन्होंने विचार व्यक्त किये कि शिवालिक और अरावली की पहाडिय़ों के उपयुक्त स्थलों पर ऐसी संरचनाओं का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि विभाग के पास उपलब्ध संभव संसाधनों का उपयोग बांधों के निर्माण पर किया जाना चाहिए।
यह जानकारी हरियाणा के वन एवं वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने आज वरिष्ठï वन अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी।
कैप्टन यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य में पोपलर की रोपाई को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पोपलर की पौध किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध पर 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी और 5 रुपये प्रति पौध की दर से बेची जायेगी जबकि इससे पहले किसानों को 10 रुपये प्रति पौध की दर से इसकी कीमत चुकानी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि पोपलर की पौध की आपूर्ति केवल उन्हीं किसानों को की जायेगी, जो अपनी भूमि पर पोपलर लगायेंगे और किसानों को पोपलर की अधिकतम 200 पौध पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दी जायेगी।
वन मंत्री ने पोपलर पौध की बेहतर किस्म, जिनमें क्रांति, विमको सीडलिंग लिमिटेड (डब्ल्यूएसलएल) क्लोन्स, डब्ल्यूएसलएल 22, 29, 32 शामिल हैं, को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि ये अधिकतम संख्या में उगाई जानी चाहिए ताकि किसानों को इनके उत्पाद से अधिकतम मुनाफा हो सके। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटन में भी वृद्धि होगी।
कैप्टन यादव ने कहा कि पूरे राज्य के स्थाई हरियाली को बढ़ाने के लिए बड़, पीपल, नीम और जामुन जैसे परम्परागत महत्व के वृक्षों की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य में पट्टीदार वन, सड़क और रेलवे लाइनों के साथ बड़े पट्टीदार वनों का बड़ा क्षेत्र नई रेल पटरियों को बिछाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। शिवालिक और अरावली में प्राकृतिक वन समिति रह गये है और विकास का दबाव झेल रहे है। कृषि भूमि ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर किसानों की मदद से वृक्षारोपण का विस्तार किया जा सकता है।
बारिश के पानी के अनुकूलतम प्रयोग के लिए इसके संरक्षण पर बल देते हुए कैप्टन यादव ने कहा कि जल संचयन संरचनाओं (विशेष रूप से पहाड़ों पर) की भूमिका ने एक महत्वपूर्ण आयाम ले लिया है। उन्होंने विचार व्यक्त किये कि शिवालिक और अरावली की पहाडिय़ों के उपयुक्त स्थलों पर ऐसी संरचनाओं का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि विभाग के पास उपलब्ध संभव संसाधनों का उपयोग बांधों के निर्माण पर किया जाना चाहिए।
प्रदेश में स्वाईन फ्लू के 657 मामले
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री गीता भुक्कल ने आज लोगों से आग्रह किया कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्य का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और संदिग्ध स्वाइन फ्लू के मामलों का निरीक्षण करके इस बीमारी से पीडि़त पाए जाने वाले लोगों का उपचार कर रहा है।
गीता भुक्कल ने यहां जारी एक वक्तव्य में कहा कि सभी उपायुक्तों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अभिभावकों और अध्यापकों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के रोकथाम के उपायों के बारे में शिक्षित करें। यदि कोई संदिग्ध मामला पाते हैं तो वे उसको नजदीकी अस्पतालों में लायें।
उन्होंने कहा कि अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 1108 संदिग्ध मामलों का परीक्षण एवं जाँच की गई है। इन मामलों में से 657 मामले पॉजि़टिव पाए गए। अब तक 49 पॉजि़टिव मामलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया गया है तथा उपचार के बाद उन्हें अस्पतालों से छुट्टïी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा के 563 पॉजि़टिव मामलों का घरों में ही अलग रखकर उपचार किया गया तथा उनका उपचार पूरा हो चुका है। इस समय भी 37 पॉजि़टिव मामलों का घरों में अलग रखकर उपचार किया जा रहा है। अब तक ऐसे किसी भी पीडि़त को अस्पताल में दाखिल नहीं करवाया गया है। पॉजि़टिव मामलों के सम्पर्क में आए कुल 1378 लोगों को कैमोप्रोफिलैक्सिस दी गई है।
उन्होंने कहा कि 657 पॉजि़टिव मामलों में से 466 मामले जिला गुडग़ांव से, 73 मामले जिला फरीदाबाद से, 41 मामले जिला पंचकूला से, 15 मामले अम्बाला से, 13-13 मामले हिसार, पानीपत और सोनीपत से तथा आठ मामले सिरसा से हैं। करनाल, भिवानी और रोहतक से तीन-तीन मामले, यमुनानगर और कैथल से दो-दो मामले तथा कुरूक्षेत्र और झज्जर का एक-एक मामला है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 657 पॉजि़टिव मामलों में से 451 यानि 68.6 प्रतिशत मामलों को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा पॉजि़टिव घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कारण आठ लोगों की मृत्यु हुई है। जहां एक व्यक्ति की मृत्यु गत 20 अगस्त को जिला गुडग़ांव में हुई, वहीं 26 अगस्त एवं 11 सितम्बर को जिला फरीदाबाद में दो लोगों की तथा 28 सितम्बर को जिला अम्बाला में एक व्यक्ति की और 20 अक्तूबर को जिला झज्जर में एक व्यक्ति की, 30 अक्तूबर को करनाल में एक व्यक्ति की, 5 नवम्बर को जिला पानीपत में एक व्यक्ति की तथा 9 नवम्बर, 2009 को पंचकूला में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के लक्षणों वाले रोगियों के साथ पूरी चौकसी बरती जा रही है। लोगों को इस बीमारी से बचाव के उपायों बारे अवगत कराया गया है। जिला इकाइयों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के मामलों की शीघ्र पहचान करने, परीक्षण करने, उन्हें अलग रखने तथा उपचार करने के लिए तैयार किया गया है।
गुडग़ांव मण्डल के लिए फरीदाबाद एवं गुडग़ांव में, हिसार मण्डल के लिए हिसार में, रोहतक मण्डल के लिए रोहतक में तथा अम्बाला मण्डल के लिए अम्बाला में दवाइयां एवं व्यक्तिगत संरक्षण किट्स उपलब्ध करवाई गई हैं, क्योंकि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के परीक्षण एवं उपचार के लिए इनकी आवश्यकता होती है। इन केन्द्रों में दवाइयों तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का नियमित अद्यतन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 6670 तीन परतों वाले मास्क्स, 555 एन95 मास्क्स, 91,500 टैमीफ्लू कैपसूल्स और 1734 टैमीफ्लू सिरप्स जिला इकाइयों को जारी की गई हैं।
राज्य सरकार द्वारा महामारी अधिनियम, 1897 के तहत पहले ही कुछ विनियम लागू किये जा चुके हैं। इन विनियमों के तहत निजी चिकित्सक को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के संदिग्ध मामलों का पता लगते ही तुरंत बिना समय गंवाए सम्बन्धित जिला के सिविल सर्जन को इस बारे सूचित करना होगा।
गीता भुक्कल ने यहां जारी एक वक्तव्य में कहा कि सभी उपायुक्तों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अभिभावकों और अध्यापकों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के रोकथाम के उपायों के बारे में शिक्षित करें। यदि कोई संदिग्ध मामला पाते हैं तो वे उसको नजदीकी अस्पतालों में लायें।
उन्होंने कहा कि अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 1108 संदिग्ध मामलों का परीक्षण एवं जाँच की गई है। इन मामलों में से 657 मामले पॉजि़टिव पाए गए। अब तक 49 पॉजि़टिव मामलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया गया है तथा उपचार के बाद उन्हें अस्पतालों से छुट्टïी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा के 563 पॉजि़टिव मामलों का घरों में ही अलग रखकर उपचार किया गया तथा उनका उपचार पूरा हो चुका है। इस समय भी 37 पॉजि़टिव मामलों का घरों में अलग रखकर उपचार किया जा रहा है। अब तक ऐसे किसी भी पीडि़त को अस्पताल में दाखिल नहीं करवाया गया है। पॉजि़टिव मामलों के सम्पर्क में आए कुल 1378 लोगों को कैमोप्रोफिलैक्सिस दी गई है।
उन्होंने कहा कि 657 पॉजि़टिव मामलों में से 466 मामले जिला गुडग़ांव से, 73 मामले जिला फरीदाबाद से, 41 मामले जिला पंचकूला से, 15 मामले अम्बाला से, 13-13 मामले हिसार, पानीपत और सोनीपत से तथा आठ मामले सिरसा से हैं। करनाल, भिवानी और रोहतक से तीन-तीन मामले, यमुनानगर और कैथल से दो-दो मामले तथा कुरूक्षेत्र और झज्जर का एक-एक मामला है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 657 पॉजि़टिव मामलों में से 451 यानि 68.6 प्रतिशत मामलों को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा पॉजि़टिव घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कारण आठ लोगों की मृत्यु हुई है। जहां एक व्यक्ति की मृत्यु गत 20 अगस्त को जिला गुडग़ांव में हुई, वहीं 26 अगस्त एवं 11 सितम्बर को जिला फरीदाबाद में दो लोगों की तथा 28 सितम्बर को जिला अम्बाला में एक व्यक्ति की और 20 अक्तूबर को जिला झज्जर में एक व्यक्ति की, 30 अक्तूबर को करनाल में एक व्यक्ति की, 5 नवम्बर को जिला पानीपत में एक व्यक्ति की तथा 9 नवम्बर, 2009 को पंचकूला में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के लक्षणों वाले रोगियों के साथ पूरी चौकसी बरती जा रही है। लोगों को इस बीमारी से बचाव के उपायों बारे अवगत कराया गया है। जिला इकाइयों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के मामलों की शीघ्र पहचान करने, परीक्षण करने, उन्हें अलग रखने तथा उपचार करने के लिए तैयार किया गया है।
गुडग़ांव मण्डल के लिए फरीदाबाद एवं गुडग़ांव में, हिसार मण्डल के लिए हिसार में, रोहतक मण्डल के लिए रोहतक में तथा अम्बाला मण्डल के लिए अम्बाला में दवाइयां एवं व्यक्तिगत संरक्षण किट्स उपलब्ध करवाई गई हैं, क्योंकि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के परीक्षण एवं उपचार के लिए इनकी आवश्यकता होती है। इन केन्द्रों में दवाइयों तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का नियमित अद्यतन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 6670 तीन परतों वाले मास्क्स, 555 एन95 मास्क्स, 91,500 टैमीफ्लू कैपसूल्स और 1734 टैमीफ्लू सिरप्स जिला इकाइयों को जारी की गई हैं।
राज्य सरकार द्वारा महामारी अधिनियम, 1897 के तहत पहले ही कुछ विनियम लागू किये जा चुके हैं। इन विनियमों के तहत निजी चिकित्सक को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के संदिग्ध मामलों का पता लगते ही तुरंत बिना समय गंवाए सम्बन्धित जिला के सिविल सर्जन को इस बारे सूचित करना होगा।
कांग्रेस पर झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप
चंडीगढ़ (लहू की लौ) इनेलो ने हुड्डा सरकार पर प्रदेश की जीवनरेखा एसवाईएल की अनदेखी करने और लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस की तीखी आलोचना की है।
इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लेकर वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय यादव तक पहले भी साढ़े चार साल तक लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करते रहे हैं और अब फिर लोगों को गुमराह करने के लिए वही पुराने राग अलापने लगे हैं।
इनेलो के प्रधान महासचिव ने कहा कि हुड्डा सरकार एसवाईएल के मुद्दे पर गम्भीर नहीं है और कांग्रेस आलाकमान के दबाव में पिछले पांच सालों से एसवाईएल के मुद्दे को प्रदेश सरकार जानबूझकर दबाने के प्रयासों में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि लोगों से झूठ बोलकर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस पार्टी ने पिछले पांच सालों के दौरान एसवाईएल के निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाया जिसके चलते प्रदेश की जनता कांग्रेस से बेहद नाराज है और प्रदेश के 18 जिलों में कांग्रेस के जहां मात्र 27 विधायक चुनाव जीतकर आए वहीं प्रदेश की जनता ने इन जिलों से कांग्रेस के खिलाफ 49 विधायक जिताकर भेजे हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि पिछले पांच सालों से प्रदेश व केन्द्र में कांग्रेस की सरकारें हैं। एसवाईएल के निर्माण को लेकर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के प्रयासों से सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आ चुका है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले अनुसार एसवाईएल के अधूरे निर्माण को केन्द्र सरकार ने अपनी किसी एजेंसी से पूरा करवाना है। आज सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर किसी अदालत का कोई स्थगन आदेश नहीं है। यानी केन्द्र की कांग्रेस सरकार को सर्वोच्च न्यायालय का फैसला लागू करने के लिए कहीं कोई कानूनी अड़चन नहीं है। ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चाहिए कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए केन्द्र पर दबाव बनाए और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करते हुए केन्द्र एसवाईएल के अधूरे निर्माण को पूरा करवाए।
अजय सिंह चौटाला ने हरियाणा के वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनेलो व चौधरी देवीलाल का परिवार ही किसानों व हरियाणा के हितों का हमेशा सबसे बड़ा हितैषी रहा है और हरियाणा का निर्माण चौधरी देवीलाल के प्रयासों से ही हुआ था। उन्होंने कि कांग्रेस ने हर स्तर पर हरियाणा के हितों को न सिर्फ नुकसान पहुंचाया बल्कि प्रदेश के किसानों को बर्बाद करने को कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि कैप्टन अजय सिंह को चाहिए कि वे चौटाला परिवार पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें और अगर उनमें हिम्मत है और वे हरियाणा के हितों के रक्षक हैं तो वे पंजाब के तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमन्त्री कैप्टन अमरेंदर सिंह को कांग्रेस से बाहर निकलवाएं जिन्होंने पंजाब विधानसभा से एक विधेयक पारित करवाकर हरियाणा के साथ हुए सभी जल समझौतों को रद्द कर दिया था।
डबवाली के नवनिर्वाचित विधायक ने कहा कि हरियाणा को उसके हिस्से का अतिरिक्त पानी सिर्फ एसवाईएल से ही मिल सकता है और हरियाणा के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बावजूद हुड्डा सरकार ने एसवाईएल को पूरा करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुड्डा सरकार बनने के बाद दो साल ऐसे थे जब हरियाणा-पंजाब व केन्द्र में कांग्रेस की सरकारें थीं। उस समय हरियाणा के कांग्रेसी नेताओं ने नहर का निर्माण पूरा करना तो दूर इसको लेकर कभी एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों से केन्द्र व हरियाणा में कांग्रेस की सरकारें थीं और आज भी दोनों जगह कांग्रेस की सरकारें हैं। तो ऐसे में हुड्डा सरकार व प्रदेश के वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय सिंह को चाहिए कि वे अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ओछे हथकंडे अपनाने की बजाय केन्द्र पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला लागू करने के लिए दबाव बनाएं और इस दिशा में ठोस काम करें ताकि प्रदेश के लोगों को राहत मिल सके और हरियाणा की प्यासी धरती को उसके हिस्से का पूरा पानी मिल सके।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कई बार हरियाणा के दौरे पर आ चुकी है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा अथवा कैप्टन अजय यादव सहित उनके मन्त्रिमण्डल के किसी मन्त्री ने सोनिया के सामने एसवाईएल का मुद्दा उठाने की जुर्रत तक नहीं की। इसी से पता चलता है कि कांग्रेस की नीयत एसवाईएल व हांसी-बुटाना का निर्माण पूरा करवाने व लोगों को पूरा पानी दिलवाने में नहीं बल्कि झूठी बयानबाजी करके जनता को गुमराह करने व अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने तक ही सीमित है।
इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लेकर वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय यादव तक पहले भी साढ़े चार साल तक लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करते रहे हैं और अब फिर लोगों को गुमराह करने के लिए वही पुराने राग अलापने लगे हैं।
इनेलो के प्रधान महासचिव ने कहा कि हुड्डा सरकार एसवाईएल के मुद्दे पर गम्भीर नहीं है और कांग्रेस आलाकमान के दबाव में पिछले पांच सालों से एसवाईएल के मुद्दे को प्रदेश सरकार जानबूझकर दबाने के प्रयासों में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि लोगों से झूठ बोलकर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस पार्टी ने पिछले पांच सालों के दौरान एसवाईएल के निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाया जिसके चलते प्रदेश की जनता कांग्रेस से बेहद नाराज है और प्रदेश के 18 जिलों में कांग्रेस के जहां मात्र 27 विधायक चुनाव जीतकर आए वहीं प्रदेश की जनता ने इन जिलों से कांग्रेस के खिलाफ 49 विधायक जिताकर भेजे हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि पिछले पांच सालों से प्रदेश व केन्द्र में कांग्रेस की सरकारें हैं। एसवाईएल के निर्माण को लेकर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के प्रयासों से सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आ चुका है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले अनुसार एसवाईएल के अधूरे निर्माण को केन्द्र सरकार ने अपनी किसी एजेंसी से पूरा करवाना है। आज सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर किसी अदालत का कोई स्थगन आदेश नहीं है। यानी केन्द्र की कांग्रेस सरकार को सर्वोच्च न्यायालय का फैसला लागू करने के लिए कहीं कोई कानूनी अड़चन नहीं है। ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चाहिए कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए केन्द्र पर दबाव बनाए और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करते हुए केन्द्र एसवाईएल के अधूरे निर्माण को पूरा करवाए।
अजय सिंह चौटाला ने हरियाणा के वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनेलो व चौधरी देवीलाल का परिवार ही किसानों व हरियाणा के हितों का हमेशा सबसे बड़ा हितैषी रहा है और हरियाणा का निर्माण चौधरी देवीलाल के प्रयासों से ही हुआ था। उन्होंने कि कांग्रेस ने हर स्तर पर हरियाणा के हितों को न सिर्फ नुकसान पहुंचाया बल्कि प्रदेश के किसानों को बर्बाद करने को कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि कैप्टन अजय सिंह को चाहिए कि वे चौटाला परिवार पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें और अगर उनमें हिम्मत है और वे हरियाणा के हितों के रक्षक हैं तो वे पंजाब के तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमन्त्री कैप्टन अमरेंदर सिंह को कांग्रेस से बाहर निकलवाएं जिन्होंने पंजाब विधानसभा से एक विधेयक पारित करवाकर हरियाणा के साथ हुए सभी जल समझौतों को रद्द कर दिया था।
डबवाली के नवनिर्वाचित विधायक ने कहा कि हरियाणा को उसके हिस्से का अतिरिक्त पानी सिर्फ एसवाईएल से ही मिल सकता है और हरियाणा के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बावजूद हुड्डा सरकार ने एसवाईएल को पूरा करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुड्डा सरकार बनने के बाद दो साल ऐसे थे जब हरियाणा-पंजाब व केन्द्र में कांग्रेस की सरकारें थीं। उस समय हरियाणा के कांग्रेसी नेताओं ने नहर का निर्माण पूरा करना तो दूर इसको लेकर कभी एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों से केन्द्र व हरियाणा में कांग्रेस की सरकारें थीं और आज भी दोनों जगह कांग्रेस की सरकारें हैं। तो ऐसे में हुड्डा सरकार व प्रदेश के वित्त व सिंचाई मन्त्री कैप्टन अजय सिंह को चाहिए कि वे अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ओछे हथकंडे अपनाने की बजाय केन्द्र पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला लागू करने के लिए दबाव बनाएं और इस दिशा में ठोस काम करें ताकि प्रदेश के लोगों को राहत मिल सके और हरियाणा की प्यासी धरती को उसके हिस्से का पूरा पानी मिल सके।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कई बार हरियाणा के दौरे पर आ चुकी है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा अथवा कैप्टन अजय यादव सहित उनके मन्त्रिमण्डल के किसी मन्त्री ने सोनिया के सामने एसवाईएल का मुद्दा उठाने की जुर्रत तक नहीं की। इसी से पता चलता है कि कांग्रेस की नीयत एसवाईएल व हांसी-बुटाना का निर्माण पूरा करवाने व लोगों को पूरा पानी दिलवाने में नहीं बल्कि झूठी बयानबाजी करके जनता को गुमराह करने व अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने तक ही सीमित है।
सिंचाई विभाग कर रहा है बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़
डबवाली (लहू की लौ) सरकारी विभागों में आमतौर पर यह कहकर अपने दायित्वों की अधिकारी इतिश्री कर लेते हैं कि उनके पास पद खाली नहीं है। जबकि पद खाली हैं और बेरोजगारों को रोजगार देने की अपेक्षा नियमों को ताक पर रखकर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को डिप्लोमा होल्डर के लिए उपयुक्त स्थानों पर नियुक्ति करके सरकार को चूना लगाने के साथ-साथ पढ़े-लिखे बेरोजगारों के साथ भी धोखा करने से नहीं चूकते और अदालतों के आदेशों की भी अनदेखी करके लगातार नियमों की अवहेलना करने से परहेज नहीं कर रहे हैं।
इसके ज्वलंत उदाहरण का उल्लेख एक बेरोजगार ने अपने शपथपत्र में करते हुए बताया कि सिंचाई विभाग हरियाणा के उच्च अधिकारियों ने नियमों के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर (तार बाबू) के पद पर पदोन्नति देकर सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगाया है। गांव मौजगढ़ के जगदीश कुमार पुत्र सोहन लाल ने एक शपथ-पत्र देकर लगाते हुए शपथ-पत्र में लिखा है कि सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 के अनुसार सिगनेलर (तार बाबू) को डायरेक्ट भर्ती किया जा सकता है। सिंचाई विभाग हरियाणा में चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करने का सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 में कोई प्रावधान नहीं है। फिर भी सिंचाई विभाग हरियाणा के आला अधिकारियों ने तथाकथित भ्रष्टाचार की आड़ में नियम को तोड़कर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके सर्विस रूल 1985 की उल्लंघना ही नहीं की बल्कि इस प्रकार से सरकार को करोड़ों रूपये का चूना भी लगाया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार यह गलत प्रमोट हुए सिगनेलर 13 माह का वेतन भी ले रहे हैं और एसीपी भी ले रहे हैं, जोकि नियमानुसार गलत है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 19 मार्च 2009 को मुख्यमंत्री हरियाणा और दिनांक 24 मार्च 2009 को मुख्य सचिव हरियाणा को पत्र लिखकर उपरोक्त मामले की राज्य सतर्कता ब्यूरो से जांच करवाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने आज तक इस सम्बन्ध में न तो कोई जांच की और न ही नियमों की उल्लंघना करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की। जबकि सिंचाई विभाग हरियाणा के उच्च अधिकारी 25 वर्षों से नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगा चुके हैं और लगा भी रहे हैं। शिकायतकर्ता ने यह भी अपने शपथपत्र में लिखा है कि सूचना अधिनियम 2005 के तहत हरियाणा सरकार से उसने सम्बन्धित सूचना मांगी थी कि सरकार उपरोक्त मामले की स्टेट विजीलैंस से जांच क्यों नहीं करवा रही और गलत प्रमोट हुए सिगनेलरों को क्यों नहीं हटाया जा रहा। नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही। लेकिन सिंचाई विभाग ने यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि उस द्वारा मांगी गई सूचनाएं अधिनियम 2005 के तहत नहीं आती हैं।
आरोपकर्ता के अनुसार वे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सिविल रिटपोटीशन नं. 487/1997, 18238/1999, 10236/2000, 9131/2001 और कंटेपट पोटीशन (सीओसीपी) नं. 730/2003 आदि के तहत हाईकोर्ट में कई बार केस जीत चुके हैं। हाईकोर्ट ने भी सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 को सही ठहराया है और सिंचाई विभाग को नियम के विपरीत गलत प्रमोट हुए सिगनेलरों को हटाने का आदेश दिया है। फिर भी सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे।
शिकायतकर्ता के अनुसार सिंचाई विभाग हरियाणा में सिगनेलर (तारबाबू) के काफी पद खाली पड़े हैं। सिंचाई विभाग ने 1985 से लेकर आज तक एक बार भी नियम के अनुसार सिगनेलर के पद सीधी भर्ती से न भरकर नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके बेरोजगार डिप्लोमा होल्डर सिगनेलरों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है और कर रहा है। जगदीश कुमार ने अपने शपथपत्र में यह भी आरोप लगाया है कि सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी जो सिगनेलर रिटायर हो जाता है, उसको ही ठेका पर सिगनेलर नियुक्त कर लेते हैं। उनके अनुसार प्रत्येक विभाग ठेके पर भर्ती करता है, लेकिन सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलरों के इतने पद खाली होने के बावजूद भी न तो ठेके पर भर्ती करता है और न ही स्थाई भर्ती कर रहा है। बेरोजगार डिप्लोमा होल्डर आयु सीमा पार कर रहे हैं।
शिकायतकर्ता ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह सिंचाई विभाग में नियमानुसार खाली पदों को भरे और बेरोजगार डिप्लोमा होल्डरों के साथ न्याय करके बेरोजगारी को दूर करे।
इसके ज्वलंत उदाहरण का उल्लेख एक बेरोजगार ने अपने शपथपत्र में करते हुए बताया कि सिंचाई विभाग हरियाणा के उच्च अधिकारियों ने नियमों के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर (तार बाबू) के पद पर पदोन्नति देकर सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगाया है। गांव मौजगढ़ के जगदीश कुमार पुत्र सोहन लाल ने एक शपथ-पत्र देकर लगाते हुए शपथ-पत्र में लिखा है कि सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 के अनुसार सिगनेलर (तार बाबू) को डायरेक्ट भर्ती किया जा सकता है। सिंचाई विभाग हरियाणा में चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करने का सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 में कोई प्रावधान नहीं है। फिर भी सिंचाई विभाग हरियाणा के आला अधिकारियों ने तथाकथित भ्रष्टाचार की आड़ में नियम को तोड़कर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके सर्विस रूल 1985 की उल्लंघना ही नहीं की बल्कि इस प्रकार से सरकार को करोड़ों रूपये का चूना भी लगाया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार यह गलत प्रमोट हुए सिगनेलर 13 माह का वेतन भी ले रहे हैं और एसीपी भी ले रहे हैं, जोकि नियमानुसार गलत है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 19 मार्च 2009 को मुख्यमंत्री हरियाणा और दिनांक 24 मार्च 2009 को मुख्य सचिव हरियाणा को पत्र लिखकर उपरोक्त मामले की राज्य सतर्कता ब्यूरो से जांच करवाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने आज तक इस सम्बन्ध में न तो कोई जांच की और न ही नियमों की उल्लंघना करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की। जबकि सिंचाई विभाग हरियाणा के उच्च अधिकारी 25 वर्षों से नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगा चुके हैं और लगा भी रहे हैं। शिकायतकर्ता ने यह भी अपने शपथपत्र में लिखा है कि सूचना अधिनियम 2005 के तहत हरियाणा सरकार से उसने सम्बन्धित सूचना मांगी थी कि सरकार उपरोक्त मामले की स्टेट विजीलैंस से जांच क्यों नहीं करवा रही और गलत प्रमोट हुए सिगनेलरों को क्यों नहीं हटाया जा रहा। नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही। लेकिन सिंचाई विभाग ने यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि उस द्वारा मांगी गई सूचनाएं अधिनियम 2005 के तहत नहीं आती हैं।
आरोपकर्ता के अनुसार वे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सिविल रिटपोटीशन नं. 487/1997, 18238/1999, 10236/2000, 9131/2001 और कंटेपट पोटीशन (सीओसीपी) नं. 730/2003 आदि के तहत हाईकोर्ट में कई बार केस जीत चुके हैं। हाईकोर्ट ने भी सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलर ग्रुप-सी सर्विस रूल 1985 को सही ठहराया है और सिंचाई विभाग को नियम के विपरीत गलत प्रमोट हुए सिगनेलरों को हटाने का आदेश दिया है। फिर भी सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे।
शिकायतकर्ता के अनुसार सिंचाई विभाग हरियाणा में सिगनेलर (तारबाबू) के काफी पद खाली पड़े हैं। सिंचाई विभाग ने 1985 से लेकर आज तक एक बार भी नियम के अनुसार सिगनेलर के पद सीधी भर्ती से न भरकर नियम के विपरीत चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को सिगनेलर के पद पर प्रमोट करके बेरोजगार डिप्लोमा होल्डर सिगनेलरों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है और कर रहा है। जगदीश कुमार ने अपने शपथपत्र में यह भी आरोप लगाया है कि सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी जो सिगनेलर रिटायर हो जाता है, उसको ही ठेका पर सिगनेलर नियुक्त कर लेते हैं। उनके अनुसार प्रत्येक विभाग ठेके पर भर्ती करता है, लेकिन सिंचाई विभाग हरियाणा सिगनेलरों के इतने पद खाली होने के बावजूद भी न तो ठेके पर भर्ती करता है और न ही स्थाई भर्ती कर रहा है। बेरोजगार डिप्लोमा होल्डर आयु सीमा पार कर रहे हैं।
शिकायतकर्ता ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह सिंचाई विभाग में नियमानुसार खाली पदों को भरे और बेरोजगार डिप्लोमा होल्डरों के साथ न्याय करके बेरोजगारी को दूर करे।
नकली पुलिसकर्मी दबोच, पुलिस को सौंपा
डबवाली (लहू की लौ) यहां के बस स्टैंड पर स्वयं को सीआईए स्टाफ का सदस्य बता कर लोगों से पैसे ऐंठने का प्रयास करने के आरोप में एक युवक को लोगों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार डबवाली के बस स्टैंड पर एक युवक राजस्थान से आने वाली बसों की तालाशी ले रहा था और तालाशी के बहाने चूरा-पोस्त का आरोप लगा कर सवारियों से पैसे ऐंठने का प्रयास कर रहा था। इसकी जानकारी कुछ राहगीरों को मिली और उन्होंने उस युवक को दबोच लिया। इस युवक ने उसे पकडऩे वाले लोगों को एक आई कार्ड दिखा कर स्वयं को सीआईए स्टाफ का सदस्य बताया और अपना नाम बलविन्द्र सिंह निवासी गांव शाहबाद पट्टी सिरसा बताया।
संदेह होने पर लोगों ने इस युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने युवक का आई कार्ड तो कब्जे मेें ले लिया। लेकिन युवक द्वारा यह कहने पर कि वह तो पुलिस का सहयोग कर रहा था। बताया जाता है कि पुलिस ने उसे कहा कि वह स्वयं ऐसा काम नहीं कर सकता बल्कि इसकी सूचना पुलिस को दे सकता है। युवक के पास जो कार्ड था उस पर मीडिया पुलिस समाचार सर्विस दिल्ली लिखा हुआ था।
प्राप्त जानकारी अनुसार डबवाली के बस स्टैंड पर एक युवक राजस्थान से आने वाली बसों की तालाशी ले रहा था और तालाशी के बहाने चूरा-पोस्त का आरोप लगा कर सवारियों से पैसे ऐंठने का प्रयास कर रहा था। इसकी जानकारी कुछ राहगीरों को मिली और उन्होंने उस युवक को दबोच लिया। इस युवक ने उसे पकडऩे वाले लोगों को एक आई कार्ड दिखा कर स्वयं को सीआईए स्टाफ का सदस्य बताया और अपना नाम बलविन्द्र सिंह निवासी गांव शाहबाद पट्टी सिरसा बताया।
संदेह होने पर लोगों ने इस युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने युवक का आई कार्ड तो कब्जे मेें ले लिया। लेकिन युवक द्वारा यह कहने पर कि वह तो पुलिस का सहयोग कर रहा था। बताया जाता है कि पुलिस ने उसे कहा कि वह स्वयं ऐसा काम नहीं कर सकता बल्कि इसकी सूचना पुलिस को दे सकता है। युवक के पास जो कार्ड था उस पर मीडिया पुलिस समाचार सर्विस दिल्ली लिखा हुआ था।
गोदाम से हजारों की चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 2 की अमृतसरियों वाली गली में स्थित एक गोदाम का ताला तोड़ कर अज्ञात व्यक्ति करीब 20 हजार रूपये की कीमत का सामान चुरा ले गये। शू मर्चेन्ट रविन्द्र कुमार उर्फ पिंकी ने बताया कि वार्ड नं. 2 में उनका स्टोर है। रात को अज्ञात व्यक्ति स्टोर का ताला तोड़ कर स्टोर में पड़ी रेंजर साईकिल, एक बोरी गेहूं, 20 और 10 किलो का एक-एक वाट तथा चप्पलों का भरा एक कार्टून चुरा ले गये। जिसकी कीमत करीब 20 हजार रूपये आंकी जा रही है। इसकी सूचना पुलिस को सूचना दी जा चुकी है।
गोदाम से हजारों की चोरी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 2 की अमृतसरियों वाली गली में स्थित एक गोदाम का ताला तोड़ कर अज्ञात व्यक्ति करीब 20 हजार रूपये की कीमत का सामान चुरा ले गये। शू मर्चेन्ट रविन्द्र कुमार उर्फ पिंकी ने बताया कि वार्ड नं. 2 में उनका स्टोर है। रात को अज्ञात व्यक्ति स्टोर का ताला तोड़ कर स्टोर में पड़ी रेंजर साईकिल, एक बोरी गेहूं, 20 और 10 किलो का एक-एक वाट तथा चप्पलों का भरा एक कार्टून चुरा ले गये। जिसकी कीमत करीब 20 हजार रूपये आंकी जा रही है। इसकी सूचना पुलिस को सूचना दी जा चुकी है।
ट्राला की चपेट में आया स्कूटर, दो घायल
डबवाली (लहू की लौ) रविवार शाम को गांव रूलदू सिंहवाला के पास एक स्कूटर के ट्राला की चपेट में आ जाने से स्कूटर पर सवार दो युवक घायल हो गये।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक स्कूटर डबवाली से बठिंडा जा रहा था जिस पर दो युवक सवार थे कि जैसे ही यह स्कूटर गांव रूलदूवाला के पास पहुंचा तो एक ट्राला ने स्कूटर से टक्कर मारी और स्कूटर पर सवार युवक नीचे गिर कर घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस ने बठिंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। घायलों की पहचान सोनू पुत्र ओमप्रकाश, अक्ष कुमार पुत्र रामसेवक निवासीगण धोबियन बस्ती, बठिंडा के रूप में हुई है। पुलिस ने स्कूटर चालक सोनू के पिता ओमप्रकाश पुत्र रामभलाई के ब्यान पर ट्राला चालक के खिलाफ केस दर्ज करके उसकी पहचान जसविन्द्र सिंह पुत्र संतोख सिंह निवासी कोकरी बेनीवाल (मोगा) के रूप में करते हुए उसके खिलाफ धारा 279/337/338/427 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक स्कूटर डबवाली से बठिंडा जा रहा था जिस पर दो युवक सवार थे कि जैसे ही यह स्कूटर गांव रूलदूवाला के पास पहुंचा तो एक ट्राला ने स्कूटर से टक्कर मारी और स्कूटर पर सवार युवक नीचे गिर कर घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस ने बठिंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। घायलों की पहचान सोनू पुत्र ओमप्रकाश, अक्ष कुमार पुत्र रामसेवक निवासीगण धोबियन बस्ती, बठिंडा के रूप में हुई है। पुलिस ने स्कूटर चालक सोनू के पिता ओमप्रकाश पुत्र रामभलाई के ब्यान पर ट्राला चालक के खिलाफ केस दर्ज करके उसकी पहचान जसविन्द्र सिंह पुत्र संतोख सिंह निवासी कोकरी बेनीवाल (मोगा) के रूप में करते हुए उसके खिलाफ धारा 279/337/338/427 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है।
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