17 नवंबर 2009

प्रदेश में स्वाईन फ्लू के 657 मामले

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री गीता भुक्कल ने आज लोगों से आग्रह किया कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्य का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और संदिग्ध स्वाइन फ्लू के मामलों का निरीक्षण करके इस बीमारी से पीडि़त पाए जाने वाले लोगों का उपचार कर रहा है।
गीता भुक्कल ने यहां जारी एक वक्तव्य में कहा कि सभी उपायुक्तों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अभिभावकों और अध्यापकों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के रोकथाम के उपायों के बारे में शिक्षित करें। यदि कोई संदिग्ध मामला पाते हैं तो वे उसको नजदीकी अस्पतालों में लायें।
उन्होंने कहा कि अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 1108 संदिग्ध मामलों का परीक्षण एवं जाँच की गई है। इन मामलों में से 657 मामले पॉजि़टिव पाए गए। अब तक 49 पॉजि़टिव मामलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया गया है तथा उपचार के बाद उन्हें अस्पतालों से छुट्टïी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा के 563 पॉजि़टिव मामलों का घरों में ही अलग रखकर उपचार किया गया तथा उनका उपचार पूरा हो चुका है। इस समय भी 37 पॉजि़टिव मामलों का घरों में अलग रखकर उपचार किया जा रहा है। अब तक ऐसे किसी भी पीडि़त को अस्पताल में दाखिल नहीं करवाया गया है। पॉजि़टिव मामलों के सम्पर्क में आए कुल 1378 लोगों को कैमोप्रोफिलैक्सिस दी गई है।
उन्होंने कहा कि 657 पॉजि़टिव मामलों में से 466 मामले जिला गुडग़ांव से, 73 मामले जिला फरीदाबाद से, 41 मामले जिला पंचकूला से, 15 मामले अम्बाला से, 13-13 मामले हिसार, पानीपत और सोनीपत से तथा आठ मामले सिरसा से हैं। करनाल, भिवानी और रोहतक से तीन-तीन मामले, यमुनानगर और कैथल से दो-दो मामले तथा कुरूक्षेत्र और झज्जर का एक-एक मामला है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कुल 657 पॉजि़टिव मामलों में से 451 यानि 68.6 प्रतिशत मामलों को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा पॉजि़टिव घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब तक इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के कारण आठ लोगों की मृत्यु हुई है। जहां एक व्यक्ति की मृत्यु गत 20 अगस्त को जिला गुडग़ांव में हुई, वहीं 26 अगस्त एवं 11 सितम्बर को जिला फरीदाबाद में दो लोगों की तथा 28 सितम्बर को जिला अम्बाला में एक व्यक्ति की और 20 अक्तूबर को जिला झज्जर में एक व्यक्ति की, 30 अक्तूबर को करनाल में एक व्यक्ति की, 5 नवम्बर को जिला पानीपत में एक व्यक्ति की तथा 9 नवम्बर, 2009 को पंचकूला में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के लक्षणों वाले रोगियों के साथ पूरी चौकसी बरती जा रही है। लोगों को इस बीमारी से बचाव के उपायों बारे अवगत कराया गया है। जिला इकाइयों को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के मामलों की शीघ्र पहचान करने, परीक्षण करने, उन्हें अलग रखने तथा उपचार करने के लिए तैयार किया गया है।
गुडग़ांव मण्डल के लिए फरीदाबाद एवं गुडग़ांव में, हिसार मण्डल के लिए हिसार में, रोहतक मण्डल के लिए रोहतक में तथा अम्बाला मण्डल के लिए अम्बाला में दवाइयां एवं व्यक्तिगत संरक्षण किट्स उपलब्ध करवाई गई हैं, क्योंकि इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के परीक्षण एवं उपचार के लिए इनकी आवश्यकता होती है। इन केन्द्रों में दवाइयों तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का नियमित अद्यतन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 6670 तीन परतों वाले मास्क्स, 555 एन95 मास्क्स, 91,500 टैमीफ्लू कैपसूल्स और 1734 टैमीफ्लू सिरप्स जिला इकाइयों को जारी की गई हैं।
राज्य सरकार द्वारा महामारी अधिनियम, 1897 के तहत पहले ही कुछ विनियम लागू किये जा चुके हैं। इन विनियमों के तहत निजी चिकित्सक को इनफ्लूएंजा ए एच1एन1 के संदिग्ध मामलों का पता लगते ही तुरंत बिना समय गंवाए सम्बन्धित जिला के सिविल सर्जन को इस बारे सूचित करना होगा।

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