21 नवंबर 2009

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाना चाहते हैं गुप्ता

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) विश्व में सुखशांति व स्मृद्धि की मंगल कामना हेतु बठिंडा के 49 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता गत 21 वर्षों से अनेक धार्मिक तीर्थ स्थानों की लगभग साढ़े तीन लाख किलोमीटर यात्रा साइकिल पर कर चुके हैं।
आज बठिंडा से मेहंदीपुर धाम जाते समय राजेंद्र गुप्ता ने ओढ़ां में पत्रकारों को बताया कि वे अब तक 65 बार माता वैष्णों देवी की यात्रा कर चुके हैं और छह बार बर्फानी बाबा अमरनाथ की यात्रा के अलावा बाबा रामदेव, जैसलमेर, बाडमेर, खाटूजी श्याम, सालासर, कर्मी माता मंदिर, माता मनसा देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, मां चामूंडा व माता कांगड़ा सहित अनेक दर्शनीय स्थानों की साइकिल पर यात्रा कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान रास्ते में कई भक्तजन व श्रद्धालु उन्हें सहयोग देते रहते हैं। उनकी धर्म के प्रति इतनी आस्था है कि उन्होंने शादी नहीं करवाई और वे हर जगह धर्म का प्रचार करते हुए भाईचारे का संदेश देते हैं। राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वे एक साल में नौ महीने साइकिल पर यात्रा करते हैं और एक दिन में 60—70 किलोमीटर के लगभग यात्रा करने के बाद रात्रि विश्राम करते हैं। वे जहां भी जाते हैं वहां के अधिकारी व उनके बड़े भाई एडवोकेट अशोक गुप्ता उन्हें समय समय पर सहयोग देकर प्रोत्साहित करते रहते हैं।
अपने लक्ष्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वे अपना नाम गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करवाना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि उन्हें साइकिल यात्रा पर पाकीस्तान जाने की अनुमति दी जाए ताकि वे शांति का संदेश लेकर पाकिस्तान जा सकें। उनका कहना है कि गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड व लिम्का बुक आफ रिकार्ड में अभी तक 4 लाख किलोमीटर तक साइकिल यात्रा का रिकार्ड दर्ज है जिसे तोडऩे की इच्छा उनके मन में है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि वे मरते दम तक साइकिल यात्रा करते हुए शांति का पैगाम देने का अभियान जारी रखेंगे।

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