19 नवंबर 2009

पाइप लाइन से किसानों का नुकसान

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बठिंडा में स्थित रिफाइनरी को जाने वाली आयल पाइपलाइन जो कांडला गुजरात से आती है ने अपने मार्ग में आती फसलों को तबाह कर दिया है तथा पाइप लाइन डालते समय किसानों की जो फसलें बरबाद हुई हैं उन्हें उनका पर्याप्त मुआवजा भी नहीं मिला है।
गांव घुकांवाली के किसान प्रेमचंद सोखल, मिठू सिंह, हरनेक सिंह, सुखदेव सिंह, देवी लाल, लाभ सिंह, सीता सिंह पंच व काला सिंह आदि किसानों ने बताया कि गेहूं की बीजाई का समय है और पाइप लाइन के कारण उनकी साठ से सत्तर फुट जगह खराब कर रखी है जो बीजाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके कारण पक्के खाल टूट गए हैं और कच्चे खालों में पानी फसलों तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचता। पाइप लाइन डाले जाने से पूर्व किसानों ने खरीफ की फसल जो वहां बो रखी थी उसे तो बरबाद कर ही दिया गया है लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद पाइप लाइन के आसपास की भूमि को समतल भी नहीं किया गया जिसके कारण उबड़ खाबड़ जमीन पर किसान अगली फसल रबी की बीजाई भी नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार किसानों को डबल नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कई बार अधिकारियों को इस विषय में बताया है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों की मांग है कि पाइप लाइन के आसपास बने गड्ढों को भरवाया जाए, भूमि को समतल करवाया जाए और किसानों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।

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