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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

06 फ़रवरी 2011

केंद्रीय मंत्री के पीएसओ को धमकाने के आरोपी संदेह के लाभ में बरी


डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने 2005 में दर्ज एक केस में एक केन्द्रीय मंत्री के पीएसओ को गांव चौटाला में हथियार दिखाकर धमकाने के दो आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने के आदेश दिए हैं।
3 फरवरी 2005 को केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के तत्कालीन पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड रंगनाथन और धर्मवीर की शिकायत पर चौटाला पुलिस चौकी ने गांव चौटाला के कुलदीप पुत्र जगदीश, अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य के खिलाफ एफआईआर नं. 10 के अन्तर्गत धारा 506 आईपीसी तथा 25/54/59 आर्मज एक्ट तथा प्रतिनिधि एक्ट 1961 की धारा 131 के अन्तर्गत केस दर्ज किया था।
शिकातयकर्ता पीएसओ रंगनाथन ने अपनी शिकायत में कहा था कि  3 फरवरी 2005 को 9.45 पर केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा डबवाली विधानसभा का राऊंड ले रही थी और वह और उनका साथी पीएसओ धर्मवीर उनके साथ डयूटी पर थे। राऊंड लेते हुए जब वे गांव चौटाला में हरिजन चौपाल के बूथ नं. 109 पर पहुंची तो दो वाहनों पर सवार होकर  कुलदीप पुत्र जगदीश तथा अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य वहां आये। जोकि पोलिंग स्टेशन के 10 मीटर के घेरे में थे और उनके पास नाजायज असला था। उन्होंने नाजायज असला उन्हें दिखाया और धमकाया। जिस पर उन्होंने (पीसीओ) ने पीछा किया।  पुलिस ने तफ्तीश के दौरान आरोपियों के खिलाफ कार्य क्षेत्र में बाधा डालने के आरोप में धारा 188 भी जोड़ दी थी। पुलिस ने केस को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
बुधवार को अदालत ने दोनो पक्षों को सुनने और प्रोशिक्यूशन के सभी 8 गवाहों के ब्यान दर्ज करने के बाद आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का आदेश दिया।

शॉप में सेंध, कार उठा ले गए चोर


डबवाली (लहू की लौ) अज्ञात चोरों ने गुरूवार रात को नगर में दो अलग-अलग स्थानों पर चोरियों को अंजाम दिया। वहीं शुक्रवार सुबह-सवेरे एक कार चुरा ले गए।
बठिंडा रोड़ पर सेंट जोसफ हाई स्कूल के सामने स्थित अरूण वरायटी स्टोर के मालिक अरूण कुमार (30) निवासी बठिंडा रोड़, डबवाली ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह दुकान पर आया तो देखा कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं। जबकि शट्टर नीचे गिरा हुआ है। शट्टर खोलकर देखा गया तो दुकान के भीतर से गोलक तथा तीन गैस सिलेण्डर गायब थे। दो गैस सिलेण्डर भरे हुए, जबकि एक खाली था। गोलक में करीब 6200 रूपए की रेजगारी थी। सूचना पाकर मौका पर आए थाना शहर पुलिस के एएसआई जीत राम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया।
इधर शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे सब्जी मण्डी के बाहर खड़ी एक मारूति कार को अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गए। गांव क्खांवाली  (लम्बी) जिला मुक्तसर निवासी जगसीर सिंह (30) ने बताया कि वह गांव में सब्जी बेचने का कार्य करता है। वह सुबह करीब 5.30 बजे अपनी सफेद रंग की मारूति कार को सब्जी मण्डी के बाहर खड़ा करके सब्जी खरीदने के लिए गया था। करीब पंद्रह मिनट बाद जब वापिस लौटा तो मारूति कार गायब थी। उसने इसकी सूचना गोल बाजार पुलिस को दे दी है। गोल बाजार पुलिस चौकी के एएसआई सुभाष ने बताया कि पुलिस को मारूति कार चोरी होने की सूचना मिली है।
गोल बाजार के पास स्थित अंग्रेजी शराब के ठेका के पार्टनर राजू पुत्र कृष्ण लाल ने बताया कि ठेका के ऊपर उसके पार्टनर विजय कुमार के पिता हरि नारायण का निवास स्थान है। रात को करीब तीन बजे एक कार पर चार लोग आए और उन्होंने ठेका के शट्टर के ताले तोड़ दिए। ताले तोडऩे की आवाज सुनकर जब हरि नारायण ने ललकार लगाई तो वे व्यक्ति भाग गए। जिससे अज्ञात व्यक्ति वारदात को अंजाम देने में नाकाम रहे।

चौटाला बंधुओं ने हल करवाया गली विवाद


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली से इनेलो विधायक अजय सिंह चौटाला ने डबवाली के वार्ड नं. 7 के निवासियों को उस समय बड़ी राहत प्रदान की जब उन्होंने लम्बे समय से कानूनी पेचीदगी मे उलझेे गली विवाद का सोहार्द पूर्ण तरीके से निपटारा करवा दिया।
चौटाला रोड़ पर कचहरी के सामनेे वार्ड नं. 7 की घनी आबादी को जाने वाला रास्ता जमीन मालिक वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक कौशल द्वारा चारदीवारी कर लेने के कारण बंद हो गया था, जिसके चलते इस प्रकरण पर गहरा विवाद खड़ा हो गया था तथा मामले की फौजदारी अदालत में कानूनी प्रक्रिया आरम्भ हो गई थी, दोनों पक्ष इस मामले को लेकर विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला से मिले। उन्होंने दोनों पक्षों को कानूनी प्रक्रिया में न पड़ कर भाईचारे द्वारा इस सारे विवाद को निपटाने का आग्रह किया तथा तेजाखेड़ा स्थित फ ार्म हाऊस पर दोनों पक्षों की बात सुनकर डॉ. अजय सिंह ने आखिरकार गली खोलने बारे सहमति बना दी तथा सभी प्रकार की मुकदमें भी नियमानुसार वापस लेने बारे भी दोनों पक्ष सहमत हो गए।
इस अवसर पर ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला इस समझौते में अपना सहयोग बनाए हुए थे। इस अवसर पर जगरूप सिंह सकताखेड़ा, राधेराम गोदारा, डॉ. गिरधारी लाल, रणवीर राणा, टेकचंद छाबड़ा, संदीप गंगा, केके सेठी, दर्शन मोंगा, सुरेन्द्र छिन्दा, सुखविन्द्र सरां, रामस्वरूप मैहता एडवोकेट, कुलदीप सिधू एडवोकट, कैशो राम गुप्ता, नसीब गार्गी, काली मिढ़ा, हरभगवान मैहता, अजनीश बिश्नोई, प्रैस प्रवक्ता लवली मैहता व कार्यालय प्रभारी प्रहलाद राय मौजूद थे।
विवाद हल होने की बात एडवोकेट दीपक कौशल ने भी स्वीकार की और उन्होंने बताया कि समझौते के अनुसार उसने अपनी 11 फुट जगह गली वासियों को वाजिब रेट पर देना तय किया है।

बाईकर्स को पकडऩे के लिए चार टीमें गठित


डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार शाम को बाईक सवार गांव गोरीवाला में स्थित एक पेट्रोल पम्प के करिंदे को मारपीट कर उससे 5208 रूपये की राशि छीन ले गये। पुलिस ने मामला दर्ज करके लुटेरों की धरपकड़ के लिए चार टीमों का गठन करके संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू कर दी है।
गांव गोरीवाला में स्थित एचपी के पेट्रोल पम्प रिएबल फ्यूल पर तैनात सेल्जमैन रणजीत शर्मा (27) निवासी चुरू ने बताया कि वह वीरवार को पम्प पर तैनात था। शाम को करीब 4.30 बजे एक काले रंग के मोटरसाईकिल पर दो युवक आये और उन्होंने 200 रूपये का तेल डलवाने के बाद उससे कहा कि उनके पास 70 रूपए हैं, बाकी के 130 रूपए लेने के लिए वह उसके साथ आ जाए, वे गोरीवाला चौक से उसे पैसे दिलवा देते हैं। इस पर वह अपना कार्य पम्प के दूसरे सेल्जमैन रतन कुमार को संभाल कर उनके साथ मोटरसाईकिल पर बैठ गया। सेल्जमैन के अनुसार गोरीवाला चौक पर जाकर उन्होंने कहा कि उनका साथी यहां नहीं है और वह उसे रामपुरा बिश्नोइयां जाकर पैसे देंगे। लेकिन रामपुरा बिश्नोइयां  जाकर उन्होंने मोटरसाईकिल को जण्डवाला जाटान की ओर मोड़ लिया। नहर के पास जाकर उसे मोटरसाईकिल से उतार लिया और उसकी थप्पड़-मुक्कों से पिटाई शुरू कर दी। उसकी जेब में रखी 5208 रूपये की नकदी निकालकर फरार हो गये। इसकी सूचना उसने राह चलते एक व्यक्ति से मोबाइल लेकर पम्प आपरेटर भूप सिंह कुलरिया गोरीवाला को दी।
भूप सिंह कुलरिया ने बताया कि रणजीत की सूचना के बाद उन्होंने उन लुटेरों का पीछा भी किया लेकिन वह नहीं मिले। इस दौरान उन्होंने थाना सदर पुलिस डबवाली को भी इस घटना की जानकारी दी।
घटना की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल, सीआईए प्रभारी हवा सिंह, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन लाल, गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार मौका पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया। सेल्जमैन से इस सन्दर्भ में पूछताछ की।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि सेल्जमैन रणजीत शर्मा मोटरसाईकिल पर लिखे नम्बर को नहीं पढ़ पाया। लेकिन उसने लुटेरों की आयु 25-27 वर्ष के बीच बताते हुए कहा कि मोटरसाईकिल चालक ने काली पेंट, खाकी रंग की शर्ट पहनी थी। रंग गोरा तथा ऊपर का होंठ कटा हुआ था। जबकि लुटेरे के दूसरे साथी का रंग सांवला, नीली पेंट और रंगदार स्वेटर पहना था। दोनों ही बागड़ी बोलते थे। रणजीत शर्मा पुत्र लक्ष्मी नायारण निवासी चुरू (राजस्थान) के ब्यान पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ धारा 356/379 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
लुटेरों को धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिये गये हैं। इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है जिसमें सीआईए प्रभारी हवा सिंह, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह, गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार तथा चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह के नेतृत्व में टीमों ने संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है। सेल्जमैन रणजीत शर्मा को पुलिस के पास उपलब्ध अपराधियों का रिकॉर्ड दिखा कर अपराधियों की पहचान करवाई जायेगी। यदि लुटेरों के चित्र रिकॉर्ड  में नहीं मिलते तो अपराधियों का स्कैच तैयार करवाया जायेगा।

11केवी की लाईन बदलते करंट लगा, दो घायल


डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर स्थित डबवाली ट्रांस्पोर्ट कंपनी की वर्कशॉप के पास बिजली की तारें बदलते समय अचानक आए करंट से दो युवक झुलस गए। जिन्हें गंभीर अवस्था में एक निजी अस्पताल में लेजाया गया।
पंजाब बिजली बोर्ड राज्य में सबस्टेशन से पांच किलोमीटर दूरी तक बिजली की तारों को बदल रहा है। ताकि राज्य के किसानों को निर्बाध रूप से बिजली मिल सके। इसी के तहत किलियांवाली स्थित 66केवी सबस्टेशन से पांच किलोमीटर दायरे में 11केवी लाईन को बदलने का कार्य बुधवार को शुरू हुआ था। इस कार्य के लिए गांव माना निवासी गुरसेवक सिंह (28), बिन्द्र सिंह (35), राजू (21), फत्ता सिंह (32), भिन्द्र सिंह (20), अमन (18), बग्घा सिंह (28), गुरप्यार (18), लक्खा (30), राजविंद्र (22) लगे हुए थे। शाम को करीब 6.30 बजे अचानक लाईन में करंट आ गया। करंट की चपेट में आकर गुरसेवक सिंह तथा बिन्द्र सिंह घायल हो गए। घायल गुरसेवक सिंह ने बताया कि किलियांवाली स्थित पंजाब बिजली बोर्ड के 66केवी सबस्टेशन में तैनात जेई लक्ष्मण सिंह की देखरेख में लौहारा फीडर की 11केवी की पुरानी लाईन को बदलने का कार्य चल रहा था। उन्होंने सबस्टेशन से स्विच काटने के बाद कार्य शुरू किया। कार्य पूरा होने में कुछ समय शेष था। वे लोग अंतिम पोल पर तारों को बांध रहे थे। अचानक सबस्टेशन से किसी ने स्विच ऑन कर दी।
पंजाब बिजली बोर्ड के किलियांवाली स्थित 66केवी सबस्टेशन के कनिष्ठ अभियंता लक्ष्मण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लौहारा फीडर की 11केवी लाईन को बदला जा रहा था। इस कार्य पर लगे लोगों ने बिना परमिट लिए और बिजली कट का लाभ उठाते हुए कार्य शुरू किया था। कार्य के दौरान ही सबस्टेशन में से किसी ने स्विच ऑन कर दी। जिसके चलते उपरोक्त हादसा घटा। उन्होंने बताया कि घायल गुरसेवक तथा बिन्द्र को बेहतर इलाज के लिए गांव बादल स्थित सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

तेरे नूर से रोशन हर जर्रा...


डबवाली (लहू की लौ) चिल्ड्रन मैमोरियल डीएवी पब्लिक स्कूल में गुरूवार को यज्ञोत्सव के दौरान विज्ञान और अध्यात्मिकता का अनूठा संगम देखने को मिला। इस मौके पर डीएवी कॉलेज नई दिल्ली के सचिव मोहन लाल ने सरला चौपड़ा विज्ञान ब्लाक और शकुंतला देवी यज्ञशाला का उद्घाटन अपने कर कमलों से किया।
इस मौके पर डीएवी स्कूल में बनाए गए श्रीमती शकुंतला देवी यज्ञशाला का उद्घाटन हवन यज्ञ के साथ किया गया। जिसमें डीएवी कॉलेज प्रबंधक कमेटी नई दिल्ली के सचिव मोहन लाल और परम विशिष्ठ अतिथि विलायती राम गुप्ता, डॉ. बीबी शर्मा क्षेत्रीय निदेशक तथा स्वामी सूर्य देव ने यजमान के रूप में यज्ञ में पूर्णाहुति दी। इसके अतिरिक्त इस मौके पर 11 कुंडी यज्ञ का भी आयोजन किया गया। जिसमें यजमान के रूप में राजकुमार आर्य सीए कालांवाली एवं पंकज रानी, कौर चन्द तथा शानू गर्ग, आर्य समाज के अध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा तथा सरप्रस्त विरसा सिंह, डॉ. प्रेम छाबड़ा और सुनील गोयल, रमेश मक्कड़ सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक तथा डॉ. पीके अग्रवाल, डॉ. विनोद कुमार महिपाल एसएमओ डबवाली तथा प्रेम भूषण मैनेजर ओबीसी डबवाली, सुरेश शर्मा एडवोकेट और सेवानिवृत्त इंजीनियर मदन लाल  बांसल, डॉ. डीपी सिंह जीवी कॉलेज ऑफ एजूकेशन संगरिया तथा प्रिंसीपल जीएन कॉलेज डॉ. इंदिरा अरोड़ा यजमान के रूप में शामिल हुए।
यज्ञोत्सव के दौरान स्वामी सूर्य देव ने उपस्थित यजमानों को वेद मंत्रों के आशीर्वाद दिया। यज्ञ के दौरान विद्यालय के नौ बच्चों ने यज्ञ को पूर्ण विधि-विधान के साथ संपन्न करवाया।
यज्ञ उत्सव के बाद मुख्यातिथि मोहन लाल ने श्रीमती सरला चौपड़ा विज्ञान ब्लाक का उद्घाटन किया। इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके उपस्थित अतिथियों का मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने महर्षि दयानंद के जीवन पर आधारित एक लघु नाटिका उद्बोधन प्रस्तुत की। जिसमें विद्यार्थियों ने स्वामी दयानंद के जन्म से लेकर प्रचार तक के सफर को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया। इस मौके पर उन्होंने दिखाया कि स्वामी दयानंद ने नारी और शिक्षा को उच्च स्थान दिलाने के लिए संघर्ष करते हुए समाज सुधार की लहर का नेतृत्व किया और ओइ्म तथा योग के झंडे को पूरे विश्व में फहराया। विद्यार्थियों ने वेद मंत्रों पर नृत्य प्रस्तुत करके भारतीय संस्कृति को प्रचारित किया। साथ में कव्वाली तेरे नूर से रोशन हर जर्रा....प्रस्तुत करके ईश्वर की वंदना की।
मुख्यातिथि मोहन लाल ने कहा कि 1888 में डीएवी संस्थान की स्थापना करते हुए लाला लाजपतराय, गुरदत्त विद्यार्थी तथा महात्मा हंसराज ने जो सपना संजोया था। उसी सपने को साकार करते हुए डबवाली के डीएवी स्कूल में आज विज्ञान तथा अध्यात्मिकता का अनूठा संगम प्रस्तुत किया गया है। एक तरफ विज्ञान भवन का उद्घाटन हुआ है, तो दूसरी ओर यज्ञ के माध्यम से भारतीय संस्कृति को फिर से पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है।
इस मौके पर मुख्यातिथि ने कहा कि 1995 में जो दुर्घटना घटित हुई, उसे कभी नहीं भूलाया जा सकता। लेकिन वर्तमान समय में आगे बढऩे के लिए हमें उसे भूलाना होगा और बच्चों की याद में खड़े किए गए शिक्षा के इस मंदिर को आगे बढ़ाने के लिए सभी को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि डीएवी संस्थान तो भवन बनाने के लिए सहयोग कर सकती है, वह सहयोग किया गया है। लेकिन डीएवी स्कूल डबवाली के लोगों का है, डबवाली के लोगों ने ही इसे आगे बढ़ाना है। डबवाली के लोगों की कर्मठता और मेहनत से यह स्कूल बुलंदिया छू रहा है। यदि डबवाली के लोगों का सहयोग इसी प्रकार जारी रहा तो यह स्कूल और आगे बढ़ेगा। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों से अपील की कि वे धन और सेवा के रूप में स्कूल का सहयोग करें तथा स्कूल के स्टाफ को प्रोत्साहित करें। ताकि उनके बच्चे बिना कोटा गए आईटी और मेडिकल में आगे बढ़ सकें और स्कूल का उच्च स्तर बरकरार रह सके।
इसी मौके पर स्वामी सूर्यदेव ने यज्ञ की परिभाषा बताई और साथ में कहा कि डीएवी संस्थान का उद्देश्य बच्चों को ऐसे संस्कार देना है, जिससे बच्चे बड़े होकर देश और समाज की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि डीएवी स्कूल से पढ़े हुए बच्चे किसी भी परिस्थितियां हो, उन परिस्थितियों में रहकर काम कर सकते हैं। उनके अनुसार डीएवी संस्थान में पढ़े हुए बच्चों ने हमेशा कमाल किया है और धमाल किया है। कभी निराश और हाताश नहीं हुए।
स्कूल की प्रिंसिपल सरिता गोयल ने आए हुए मेहमानों का स्वागत करने के बाद डीएवी की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि यज्ञशाला का निर्माण विलायती राम चेयरमैन लोकल बॉडी डीएवी द्वारा दी गई तीन लाख रूपए की राशि से हुआ है। जबकि डीएवी संस्थान द्वारा दी गई 60 लाख रूपए की राशि से विज्ञान भवन का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि डीएवी के संचालकों ने 1988 में जो सपना डबवाली में क्वालिटी एजूकेशन देने का संजोया था, आज उसी सपने को डीएवी कॉलेज नई दिल्ली के प्रधान जीपी चौपड़ा और सचिव मोहन लाल के आशीर्वाद और प्रेरणा से पूरा कर पाए हैं। उनका निरंतर सहयोग इस स्कूल पर बना रहेगा। विज्ञान भवन में विद्यार्थियों के लिए हाईटेक फिजिक्स लैब, अल्ट्रा मॉडर्न कैमिस्ट्री लैब, उच्च स्तरीय पुस्तकों से सुसज्जित लाइब्रेरी, 40 कंप्यूटरयुक्त कंप्यूटर लैब, बहुउद्देश्यीय हाल होगा।
इस अवसर पर बिजली निगम के एसडीई गुलशन वधवा, एमपी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आशा गर्ग, राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसिपल पवन गर्ग, डॉ. अश्विनी बत्तरा, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष सोमनाथ गर्ग, रविंद्र ग्रोवर आदि उपस्थित थे।

03 फ़रवरी 2011

बदमाशों ने लूटा पेट्रोल पंप


डबवाली (लहू की लौ) यहां से 16 किलोमीटर दूर किलियांवाली-अबोहर मार्ग पर पंजाब के गांव भीटीवाला में मंगलवार की रात को अज्ञात तेजधार हथियारों से लैस लुटेरे पेट्रोल पम्प से एक लाख 82 हजार रूपये की नकदी लूट कर फरार हो गये। लुटेरों ने पम्प के करिंदों तथा पम्प पर तेल डलवाने आये लोगों से भी मारपीट करके 4 जनों को घायल कर दिया।
मंगलवार रात को करीब 8.30 बजे किलियांवाली-अबोहर रोड़ पर थाना लम्बी अन्तर्गत पडऩे वाले गांव भीटीवाला में स्थित सतगुरू फिलिंग स्टेशन पर गांव की साईड से आसमानी रंग की इंडिका कार आई। जिसमें सवार युवकों में से एक ने 600 रूपये का तेल पम्प के करिंदे हरचन्द सिंह (24) को डालने के लिए कहा। तेल डालने के बाद युवक कार से नीचे उतर आये और हरचन्द सिंह के सीने से तलवार लगा कर उसे पम्प के कैबिन में ले गये। वहां पर पहले से ही पम्प का एक अन्य करिंदा गुरजन्ट सिंह तथा एक प्राईवेट बस चालक कुलवन्त सिंह (36) मौजूद था। लुटेरों ने कैबिन को भीतर से बन्द कर लिया और उन तीनों पर तेजधार हथियारों से हमला करते हुए नकदी उनके हवाले करने के लिए कहा। भयभीत करिंदों ने साथ लगते कमरे में स्थित नकदी वाली अलमारी की चाबी लुटेरों को सौंप दी। लुटेरों ने अलमारी में रखी एक लाख 82 हजार रूपये की राशि निकाल ली तथा तीनों को चोटें मारने के बाद कमरे में बन्द करके फरार हो गये।
पम्प के करिंदे गुरजन्ट सिंह (35) निवासी मोढ़ीखेड़ा ने बताया कि लुटेरे इस दौरान उनसे नकदी के साथ-साथ मोबाइल भी छीन ले गये। वह कमरे की खिड़की खोल कर बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि पम्प पर एक व्यक्ति घायल पड़ा है। घायल व्यक्ति ने अपना नाम संजय जाखड़ (38) निवासी हरिपुरा बताया। जाखड़ ने यह भी बताया कि वह पम्प पर ट्रेक्टर में तेल डलवाने के लिए आया था और उन्हें पम्प के बाहर न देख कर फोन मिला रहा था कि कैबिन निकले हथियारबंद युवकों ने उसका मोबाइल छीन लिया और उस पर तलवार से हमला कर दिया। गुरजन्ट ने बताया कि इस घटना के बाद वह लोग गांव भीटीवाला में गये और एक किसान का मोबाइल लेकर घटना की सूचना पम्प आपरेटर जीवन बांसल को दी।
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे जीवन बांसल, प्रीतम बांसल निवासी डबवाली ने बताया कि उन्होंने गांव भीटीवाला में लगे इंडियन ऑयल के सतगुरू फिलिंग स्टेशन को जूही बांसल पत्नी पवन बांसल से आपरेट करने के लिए लिया हुआ है। उन्होंने मौका पर पहुंच कर इसकी सूचना थाना लम्बी में दी। सूचना मिलते ही थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र ङ्क्षसह चमेली अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। घायलों को उन्होंने लम्बी के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बादल के सिविल अस्पताल में रैफर कर दिया। जबकि संजय जाखड़ के अभिभावक उसे संगरिया के एक प्राईवेट अस्पताल में ले गये।
थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि घायल गुरजन्ट सिंह के ब्यान पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ धारा 397 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

लुटेरों की तालाश में चार टीमें गठित
डबवाली (लहू की लौ) जिला मुक्तसर के गांव भीटीवाला में मंगलवार रात को इंडियन ऑयल के पम्प सतगुरू फिलिंग स्टेशन पर लूट की घटना के बाद जिला की पुलिस हरकत में आ गई है। बुधवार सुबह एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह मुक्तसर तथा डीएसपी मुखविन्द्र सिंह भुल्लर मलोट ने घटनास्थल का निरीक्षण करके लुटेरों की तालाश के लिए चार टीमों का गठन कर दिया है।
जिला पुलिस कप्तान इन्द्रमोहन सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण करने बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि लुटेरों को पकडऩे के लिए जिला भर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। लुटेरों की तालाश के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। जिनमें डीएसपी मलोट मुखविन्द्रपाल सिंह भुल्लर, सीआईए मुक्तसर के प्रभारी एसआई गुरिन्द्रजीत सिंह, थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली, किलियांवाली चौकी प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल की टीम शामिल हैं। इस संबंध में संदिग्ध स्थानों पर इन टीमों द्वारा छापामारी जारी है। एसएसपी ने बताया कि पम्प करिंदे गुरजन्ट सिंह, हरचन्द सिंह से पूछताछ के दौरान पता चला है कि लुटेरे पंजाबी बोलते थे और कुर्ता पायजामा पहने हुए थे। लुटेरों की आयु 15-25 वर्ष के बीच की थी। उनमें एक युवक को प्रिंस के नाम से लुटेरे आपसी बातचीत के दौरान सम्बोधित कर रहे थे।
बुधवार शाम को फिंगर एक्सपर्ट हवलदार जसविन्द्र सिंह मुक्तसर ने भी मौका पर पहुंच कर घटनास्थल पर फिंगर के निशान लिये।

कालुआना ने बढ़ाया हरियाणा का मान


डबवाली (लहू की लौ) गंाव कालुआना की पंचायत को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2009-10 की देश की श्रेष्ठ (बैस्ट ऐट) आठ पंचायतों में चुना गया है। इसके लिए पंचायत को दिल्ली के विज्ञान भवन में यूपीए की अध्यक्षा सोनिया गांधी व देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सम्मानित किया। यह सम्मान कालूआना गांव के सरपंच जगदेव सहारण ने प्राप्त किया। दिल्ली में यह कार्यक्रम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के पांचवी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इससे पहले कालुआना पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा भी निर्मल ग्राम पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
उपायुक्त सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि कालूआना गांव में जिला प्रशासन व ग्राम पंचायत के सहयोग से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों पर सवा 3 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। इस राशि से ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती 68 एकड़ भूमि को समतल करना अनुसूचित जाति की 5 एकड़ पंचायती जमीन पर बाग लगाना, गांव में सरकारी व पंचायती जमीन पर पौधारोपण और गांव में ही नर्सरी तैयार करने जैसे कार्य किए गए। इसके साथ-साथ गांव में चैक डैम और हरियाणा की सीमा से गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर के पास ट्यूबवैल लगाकर आरसीसी पाईप से ट्यूबवैलों का पानी गांव की पंचायती भूमि और अन्य किसानों की भूमि पर सिंचाई के लिए पानी उपलबध करवाया गया। इसी प्रकार से गांव की ढाणियों में पानी के लिए बड़ी टंकियां बनवाई गई। गांव में ही खालों का निर्माण करवाया गया।
बता दें कि पिछले साल 20  व 21 मई को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की टीम ने मंत्रालय के सचिव बी.के सिन्हा के नेतृत्व में गांव में दौरान किया। इस टीम द्वारा गांव के सभी लोगों से बातचीत की गई और नरेगा के तहत किए गए विकास कार्यों की ब्यौरा लिया था। यह भी उल्लेखनीय कि कालुआना गांव को स्वच्छता के मामले में राज्य स्तर पर 20 लाख रुपए का पुरस्कार भी मिला वहीं स्वच्छता के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा भी निर्मल ग्राम पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
गांव के सरपंच जगदेव सिंह ने इस संवाददाता को बताया कि गांव की सात हजार से भी अधिक आबादी है। उन्होंने बताया कि गंाव प्रदेश के अतिंम छोर पर बसा है इस योजना से पूर्व लोगों के पास रोजगार के साधन बहुत कम थे। उन्होंने बताया कि योजना के क्रियान्वयन से लोगों को काम तो मिला ही है खेतों में काम करने की मजदूरी की दर में भी इजाफा हुआ है। इसके साथ-साथ पंचायत की भी आमदनी बढ़ी है, जहां पहले पंचायती जमीन का ठेका 1500 से 2000 रुपए प्रति एकड़ वार्षिक उठ पाता था अब सिंचाई की सुविधा होने से पंचायती जमीन का ठेका 18 हजार रुपए वार्षिक तक हो गया है। इसके साथ-साथ गांव में तीन तालाब भी इस योजना के तहत खुदवाए गए है।
इस प्रकार से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से कालुआना गांव की फिजा बदली है। आज कालुआना गांव किसी भी दृष्टि से एक विकसित शहर से कम नहीं है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के अधिकारी ग्राम पंचायतों को नरेगा के क्रियान्वयन व विकास के मामले में कालुआना गांव प्रेरणादायी बना हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से नवाजी गई कालुआना गांव की पंचायत ने हरियाणा का समूचे देश में नाम रोशन किया है।

आरएमपी डॉक्टर ने फांसी खाई


डबवाली (लहू की लौ) गांव आसाखेड़ा के स्वास्थ्य केन्द्र में स्थित डिलीवरी रूम में एक एएनएम के आरएमपी पति ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी।
एएनएम नीलम (42) गांव आसाखेड़ा में सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत है। वह गंगानगर निवासी पृथ्वी नाथ (45) पुत्र रामनाथ के साथ विवाहिता थी। दोनों पति-पत्नी पिछले करीब पंद्रह सालों से स्वास्थ्य केन्द्र में रह रहे थे। पृथ्वी नाथ गांव में आरएमपी डॉक्टर के रूप में प्रेक्टिस कर रहा था।
पुलिस को दिए ब्यान में एएनएम नीलम ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 6 बजे जब वह जागी तो उसने देखा कि उसका पति पृथ्वी नाथ स्वास्थ्य केन्द्र में स्थित डिलीवरी रूम के पंखे के साथ लटका हुआ है। उसने इसकी सूचना गांव के सरपंच रामकुमार को दी और साथ में इसकी जानकारी चौटाला पुलिस को भी दी। नीलम के अनुसार उसका पति उच्च रक्तचाप का रोगी था। जिसके चलते पिछले कुछ समय से उसने गांव में आरएमपी डॉक्टर की प्रेक्टिस भी छोड़ दी थी। उसके अनुसार उसका पति उच्च रक्तचाप की दवा के साथ-साथ नशे की गोली भी लेता था।
मृतक का एक लड़का प्रिंस (22) तथा लड़की प्रियंका (20) है। प्रिंस पंजाब के एक शहर में आईलेटस की कोचिंग ले रहा है। जबकि प्रियंका अपनी दादी के पास गंगानगर में रह रही है।
मामले की जांच कर रहे चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई कृष्ण कुमार ने बताया कि सूचना पाकर मौका पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। उनके अनुसार पृथ्वी नाथ का शव लोई से फंदा लिए हुए पंखे से लटका हुआ था। पृथ्वी नाथ की पत्नी नीलम के उपरोक्त ब्यानों के आधार पर पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का डबवाली के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

गरजे बिजली कर्मचारी


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा बिजली कर्मचारी ज्वाईंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर बुधवार को प्रदेश के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल का डबवाली मण्डल में भी व्यापक असर देखने को मिला। बिजली कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में निगम के गांव डबवाली स्थित 132 केवी सबस्टेशन पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने 'हमारी मांगे पूरी करोÓ, 'जो हमसे टकराया है, भूतपूर्व कहलाया हैÓ, 'हुड्डा-पुड्डा मुर्दाबादÓ, 'लुटू टोला मुर्दाबादÓ के नारे लगाकर रोष जताया।
एचएसईबी वर्कर यूनियन के सर्कल सचिव ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि हरियाणा बिजली कर्मचारी ज्वाईंट एक्शन कमेटी के बैनर तले आज प्रदेश के प्रदेश सरकार के खिलाफ बिजली कर्मचारी सड़कों पर हैं। सरकार कमेटी की 11 सूत्री मांगों पर लगातार लॉलीपाप थमा रही है। उनकी मांगों में मुख्य तौर पर कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, कच्चे कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 12 हजार रूपए करना, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करके विभाग में नियमित भर्ती करना आदि शामिल हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार हड़ताल से भी न चेती तो बिजली कर्मचारी सरकार के विरूद्ध लम्बा संघर्ष छेडऩे के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर एचएसईबी वर्कर यूनियन के यूनिट अध्यक्ष केवल कृष्ण, मनोज शर्मा, चन्द्रभान नेहरा, जोगिन्द्र सिंह, जसविंद्र सिंह, रामकिशन, विजय पाण्डे, हवा सिंह, तरसेम सिंह जेई, गुरबख्श सिंह जेई, जगदीश मैहता, राजकुमार ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त बिजली निगम मण्डल डबवाली के एक्सीयन बीके रंजन, एसडीई गुलशन वधवा ने काले बिल्ले लगाकर कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया।
इतने कर्मचारी रहे नदारद
बिजली मण्डल डबवाली के अभियंता बीके रंजन ने बताया कि डबवाली मण्डल के अंतर्गत आने वाली सब डिविजन चौटाला, कालांवाली तथा डबवाली से संबंधित 232 कर्मचारियों में से 173 कर्मचारी अनुपस्थित रहे।
निगम ने रखी नजर
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल पर बिजली निगम के आला अधिकारी लगातार नजर बनाए रखे हुए थे। अधिकारियों से हर घंटे रिपोर्ट मांगी जा रही थी। यहीं नहीं लोगों को बिजली निर्बाध रूप से मिले इसके लिए सरकार के आदेश पर डबवाली मण्डल में दो अधिकारी एसडीई विजीलैंस दीवान चन्द, हितेष कुमार जैन को तैनात किया हुआ था।
कार्रवाई का अंदेशा
इधर बिजली कर्मचारियों की एक दिवसीय टूल छोड़ हड़ताल पर सरकार सख्त है। निगम के उच्च अधिकारियों से हर घंटे ली जा रही रिपोर्ट इस ओर साफ इशारा कर रही है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
साल 1974, 1989 तथा 1994 में भी बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर चुके हैं। उस समय की तत्कालीन सरकारों ने संघर्षरत बिजली कर्मचारियों को जेल तक के दर्शन करवा दिए थे। यहीं नहीं कईयों को टर्मिनेट कर दिया था। जोकि करीब दो साल तक नौकरी से बाहर रहे। बाद में संघर्ष या फिर अदालत के जरिए अपना हक सरकार से छीनने में सफल रहे।

31 जनवरी 2011

बहू ने अपना लीवर देकर बचाई सास की जान

Indira Khurana

Parveen Khurana

डबवाली (लहू की लौ) आम तौर पर टीवी में सास बहू की झगड़ते हुए दिखाया जाता है। प्राय: समाज में भी यह धारणा है कि सास और बहू में कभी बन नहीं सकती। लेकिन इसके विपरीत एक बहू ने इस किदवंती को केवल झुठलाया ही नहीं बल्कि सास को अपना लीवर देकर उसकी जान भी बचा डाली।
डबवाली के देसाई बीड़ी विक्रेता भगवान दास मोंगा की बेटी प्रवीण (35) सिरसा में हर्ष खुराना के साथ विवाहिता है। उसकी सास इन्दिरा खुराना (61) सावन पब्लिक स्कूल में पिं्रसीपल है। सन् 2006 में इन्दिरा खुराना बीमार हुई और उसे इलाज के लिए कई बड़े अस्पतालों में ले जाया गया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई। अक्तूबर 2010 में उसे अपोलो हॉस्पीटल दिल्ली में इलाज के लिए ले जाया गया।
अपोलो अस्पताल दिल्ली के सर्जन डॉ. सुभाष गुप्ता ने बताया कि इन्दिरा खुराना का लीवर खराब हो चुका है और उसे बदलने की जरूरत है। इसके लिए किसी का लीवर चाहिए। इस की जानकारी जैसे ही प्रवीण को मिली तो उसने अपनी सास के लिए लीवर देना स्वीकार किया। इस संबंध में डाक्टर ने भी प्रवीण को कई बार पूछा कि उसने यह निर्णय किसी दबाब में तो नहीं लिया। लेकिन प्रवीण के यह कहने पर कि वह अपनी इच्छा से यह काम कर रही है। इस पर डाक्टर ने 10 जनवरी 2011 को प्रवीण से 60 प्रतिशत लीवर लेकर इन्दिरा खुराना में डाल दिया। इस ऑप्रेशन में डाक्टर को करीब सोलह घंटे लगे। 20 जनवरी 2011 को प्रवीण खुराना को छुट्टी दे दी गई। जबकि ऑपरेशन से करीब 18 दिनों बाद 28 जनवरी को इन्दिरा खुराना को अस्पताल से छुट्टी दी गई।
इस संदर्भ में जब प्रवीण खुराना से पूछा गया तो उसने बताया कि उसे खुशी है उसने अपनी सास को लीवर दान करके समाज के इस मिथक को तोड़ा है कि सास और बहू का रिश्ता अक्सर खटास भरा होता है। उसके अनुसार वह तो यहीं मानती है कि सास मां के समान है और उसने अपनी मां को लीवर दान करके उसके कर्ज को चुकाया है।
प्रवीण के पिता भगवान दास के अनुसार उसकी बेटी अपनी सास के लिए कुर्बानी करके समाज की सभी बहूओं और सास को प्रेरणा देने का काम किया है कि सास और बहू में मां तथा बेटी का रिश्ता होता है और इसे निभा कर ही वर्तमान समय में टूटते समाज को बचाया जा सकता है। उनके अनुसार वे डॉक्टर सुभाष गुप्ता और उनकी टीम के डाक्टर विवेक, मानव तथा प्रगति के भी आभारी हैं जिन्हों सफल ऑप्रेशन करके और बहू द्वारा सास को दिये गये लीवर का सम्मान करते हुए  समाज को नई दिशा देने का काम किया है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने अंगदान की प्रेरणा राधा स्वामी डेरा ब्यास से ली है।
इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले डॉ. सुभाष गुप्ता ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी पेचीदा था। इसे पूरा करने में उन्हें सोलह घंटे लगे। ऑपरेशन सफल रहा। इस समय लीवर दान करने वाली तथा लीवर दान पाने वाली दोनों ही स्वस्थ हैं। सही मायने में तो सास के प्रति बहू का प्रेम इस ऑपरेशन की सफलता का कारण बना।

30 जनवरी 2011

नशे ने की प्रिंस की हत्या!


बेटे की चिता जल रही थी मां गलियों में घूम रही थी
डबवाली। नशे के लिए जमीन, बर्तन, जुल्ली-बिस्तर तक बेच दिया। अंत में स्वयं नशे का कफन ओढ़कर सो गया। 24 घंटे बाद ही उसकी मौत का खुलासा हो सका। यह किसी हिन्दी फीचर फिल्म की कहानी नहीं है। बल्कि शहर के प्रेमनगर में रह रहे एक परिवार के प्रिंस की दास्तां है।
अतीत के झरोखे से
भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान पाकिस्तान से विस्थापित हुए छह भाई लालचंद, गोपाल दास, रामचन्द, लक्ष्मण दास, सोमनाथ, हंसराज अपने परिवारों के साथ उपमण्डल डबवाली के गांव मसीतां में आकर दिहाड़ी मजदूरी करने लगे। इन विस्थापितों पर रहमदिली दिखाते हुए सरकार ने उन्हें पानीपत के गांव रेड़कलां में बीस एकड़ जमीन मुहैया करवाई। लेकिन जमीन पर गांव रेड़कलां के एक व्यक्ति ने अपना हक जता दिया। करीब दो साल तक जमींदार के चक्कर काटने के बाद उन्हें जगह नसीब हुई। जमीन मिलने के बाद लालचंद, गोपाल दास तथा हंसराज वहीं रहने लगे। बाकी तीन भाईयों ने गांव मसीतां में मेहनत करते हुए करियाणा की दुकानें शुरू कर ली। बुरा वक्त बीतने के बाद एक नए दौर की शुरूआत हुई।
मानसिक संतुलन बिगड़ा
भाईयों में तीसरे नंबर पर आने वाले रामचन्द के घर एक बेटा सुरेश और बेटी किरण हुई। शादी के बाद सुरेश गांव मसीतां में  अपनी करियाणा की दुकान चलाने लगा। लम्बी बीमारी के चलते सुरेश की मौत हो गई। साल 2003-04 में सुरेश की पत्नी सविता रानी अपनी दो बेटियों रजनी, नीरू तथा बेटे प्रिंस के साथ डबवाली के प्रेमनगर में आकर रहने लगी। प्रिंस घर पर ही करियाणा की शॉप चलाने लगा। रजनी की शादी के कुछ समय बाद मौत हो गई। पति, फिर बेटी की मौत का सदमा नीरू और सविता सहन नहीं कर पाईं और उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया।
सारा सामान बेच डाला
इधर प्रिंस गलत संगत का शिकार हो गया और नशे की दुनियां में खो गया। पानीपत में पड़ी अपनी करीब साढ़े तीन एकड़ जमीन 15 लाख में बेच दी। सारे पैसे नशे में खर्च कर दिए। पैसे खत्म होने के बाद घर में लगी चौगांठे, दरवाजे तक बेच डाले। नशे की आग यहीं खत्म नहीं हुई घर के बर्तन बेच डाले। मानसिक रूप से पीडि़त सविता के इस प्रिंस को समझाता कौन। सुबह से मां पागलों की तरह शहर की गलियों में घूमने लगती और बेटा नशे के लिए सारा घर बेच रहा था। नशे की तपिश मिटाने के लिए घर के कपड़े तक बेच डाले।
24 घंटे बाद लगा पता
गुरूवार को नशे की हालत में प्रिंस घर आया और आते ही सो गया। शुक्रवार शाम को अचानक प्रिंस की मां सविता गली में आ गई और चिल्लाने लगी कि प्रिंस उठ नहीं रहा है। गली के निवासी रवि कुक्कड़ ने बताया कि इसकी सूचना एक निजी चिकित्सक को दी गई। चिकित्सक ने प्रिंस को मृत घोषित कर दिया। उन्होंने ही इसकी सूचना गांव मसीतां में सविता के रिश्तेदारों को दी। इधर घर में बेटे प्रिंस के शव को छोड़कर मां सविता घर से भाग गई। रिश्तेदारों ने आकर प्रिंस के शव का अंतिम संस्कार डबवाली के रामबाग में किया। रामबाग में बेटे की चिता जल रही थी, इससे अनजान मां शहर की गलियों में घूम रही थी।
ऐसा न था प्रिंस
Ab Kewal Diwaro per najat aate hain naam
प्रिंस की मौत की जानकारी पाकर मलोट से डबवाली पहुंची प्रिंस की बुआ किरण बाला ने उपरोक्त बातों की पुष्टि करते हुए बताया कि उसके भाई सुरेश का परिवार खुशहाल था। लेकिन सुरेश और उसके पिता रामचन्द की मौत के बाद परिवार बिखर गया। प्रिंस भी नशे का आदि नहीं था। लेकिन डबवाली में आकर गलत संगत में पड़कर नशे करने लगा। नशे ने उनका सबकुछ छीन लिया।
नशे का खात्मा होना चाहिए
Prince ka ghar. jiska sara saman nashe
k leya usne bech dala.
अपने भाई रामचन्द के पोते की मौत का समाचार पाकर डबवाली आए लक्ष्मण दास तथा सोमनाथ निवासी मसीतां ने बताया कि उसके भाई रामचन्द का परिवार यूं तिनकों में बिखर जाएगा, इसकी कल्पना तक नहीं की थी। उनके अनुसार नशे ने केवल उनके ही घर के प्रिंस की जान नहीं ली, बल्कि हर रोज कितने घरों के प्रिंस नशे में पड़कर अपनी जान गंवा रहे हैं। उन्होंने सरकार से नशे के विरूद्ध कड़े कदम उठाने की मांग की।

मल्लेकां की टीम ने जीती क्रिकेट ट्रॉफी


औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) खंड के गांव आनंदगढ़ में जनचेतना युवा क्लब द्वारा ग्राम पंचायत व समस्त गांववासियों के सहयोग से आयोजित नौवीं शहीद मदन लाल माकड़ मैमोरियल क्रिकेट प्रतियोगिता का शनिवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया। गांव के सरपंच बलवंत गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित समापन समारोह में मुख्यातिथि के रुप में उपस्थित शहरी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश मेहता ने प्रतियोगिता की विजेता टीम मल्लेकां को ट्राफी के साथ 15 हजार रुपए का नकद पुरस्कार एवं उपविजेता टीम बणी को ट्राफी के साथ 11 हजार रुपए का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार खेलों को बढ़ावा देने हेतु खिलाडिय़ों को अनेक सुविधाएं प्रदान कर रही है। सरकार के प्रयास रंग्र ला रहे हैं और प्रदेश में खेलों का स्तर ऊंचा हुआ है तथा प्रदेश के खिलाडिय़ों प्रदेश का मान बढ़ाया है। कार्यक्रम के शुभारंभ पर मुख्यातिथि ने शहीद मदन लाल माकड़ की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा जनचेतना युवा क्लब के प्रधान ओमप्रकाश गोदारा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंची मल्लेकां की टीम ने कुसुंबी की टीम को और बणी की टीम ने बनसुधार की टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। प्रतियोगिता के फाइनल मैच में मल्लेकां की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। मल्लेकां की टीम ने निर्धारित 12 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 95 रन बनाए जिसमें बल्लेबाज पम्मी ने 2 छक्कों व 2 चौकों सहित 32 गेंदों में 35 रनों और जगमीत ने 2 चौकों सहित 26 गेंदों में 25 रनों का योगदान दिया। बणी के गेंदबाज अजय ने 3 ओवरों में 19 रन देकर 2 और भीम ने 3 ओवरों में 10 रन देकर 2 विकेट लिए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी बणी की टीम 12 ओवरों में 6 विकेट खोकर 73 रन ही बना सकी जिसमें बल्लेबाज भीम ने 5 चौकों सहित 11 गेंदों में 25 रनों और बंसी ने एक छक्के व एक चौके सहित 14 गेंदों में 17 रनों का योगदान दिया। मल्लेकां के गेंदबाज जगमीत ने 3 ओवरों में 12 रन देकर 3 विकेट लिए। इस प्रकार मल्लेका की टीम ने यह मैच 22 रनों से जीत लिया जिसका मैन आफ दी मैच का पुरस्कार मल्लेकां के बल्लेबाज पम्मी को दिया गया जिसने 35 रन बनाए।
प्रतियोगिता में मैन आफ दी सीरीज का पुरस्कार मल्लेकां के आलराऊंडर जगमीत को दिया गया जिसने प्रतियोगिता के दौरान कुल 18 विकेट लिए और 60 रन भी बनाए। इस अवसर पर ओमप्रकाश एंथोनी, डॉ. राजकुमार धींगड़ा, रमेश गोयल, प्रेम सैनी, धन्नाराम माकड़, जगतपाल गोदारा, रिसाल गोदारा, अमर सिंह गोदारा, दलबीर बैनिवाल, अनिलवीर बैनिवाल, हवा सिंह गोदारा, शीशपाल गोदारा, आयोजक समिति के सदस्य रोहताश गोदारा, पायलट गोदारा, बजरंग गोदारा और कृष्ण फांडर सहित काफी संख्या में गांववासी एवं खेलप्रेमी उपस्थित थे।

हस्सू में मासिक ग्रामीण लोक अदालत आयोजित


डबवाली (लहू की लौ) गांव हस्सू के राजकीय विद्यालय में उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी एवं उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति डबवाली के अध्यक्ष महावीर सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को न्यायिक लोक अदालत का आयोजन किया गया।
इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके गर्ग ने बताया कि मुकद्दमा में बिना अदालत के किए गए राजीनामा को तुरंत अदालत में प्रस्तुत करके उस पर अदालत की मोहर लगवाकर उसे पक्का कर लेना चाहिए। उन्होंने बंधुआ मजूदर प्रणाली उन्मूलन नियम 1976 की जानकारी भी दी। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया कि वे अपने बच्चों को मेडिकल नशे से रोकें और 18 साल से कम आयु के बच्चों को वाहन चलाने की अनुमति न दें। दुर्घटना से बचने के लिए ट्रेक्टर के दोनों हैडलाईट और पीछे की रेड लाईट को जरूर लगवाएं। जब भी रात को चलें तो रिफलेक्टर लगाकर ही चलें।
एडवोकेट सुखबीर सिंह बराड़ ने ग्रामीणों को लोक अदालत की जानकारी दी। इस मौके पर वाईके शर्मा ने मंच संचालन किया। इस मौके पर एडवोकेट ओपी गर्ग, इन्द्रपाल बिश्नोई, राजेश यादव, अमरीक सिंह बैनीवाल, रमेश बिश्नोई, अशोक बिश्नोई, अमरजीत सिंह विर्क, गुरदित्त सिंह दुरेजा, महिपाल सिंह और दिनेश बांसल के अतिरिक्त गांव हस्सू के सरपंच नरेन्द्र सिंह, पूर्व सरपंच शिवराज सिंह, पूर्व सरपंच दर्शन सिंह, पूर्व सरपंच दर्शन सिंह, छिन्द्र नम्बरदार, ईश्वर सिंह पंच, विद्यालय के अध्यापक संजीव बिश्नोई, महिपाल यादव तथा प्रशासनिक अधिकारियों में से कानूनगो जोगा सिंह, पटवारी बलविंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
मासिक न्यायिक लोक अदालत में कुल 67 केस प्रस्तुत हुए। जिनमें से 32 का मौका पर निपटारा कर दिया गया। 30 इंतकाल पेश हुए सभी का मौका पर निपटारा कर दिया गया।

29 जनवरी 2011

कार में मिली मेडिकल नशे की खेप


डबवाली (लहू की लौ) ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को नशे में डूबोने के लिए नशे के सौदागर आमदा हैं। शहर के मेडिकल स्टोरों पर धड़ाधड़ हो रही छापामारी से भी सौदागरों के हौंसले नहीं डिगे हैं। बल्कि क्षेत्र में नशे की सप्लाई और बढ़ा दी है। बेखौफ होकर इलाके के गांवों में नशा भेजा जा रहा है।
दिन छुपते निकलते हैं बिलों से
दिन छुपते ही नशे के कारोबारी नशा सप्लाई करने के लिए अपने बिलों में से निकल लेते हैं और अपने काम को बड़ी चतुराई से अंजाम देकर वापिस अपने बिल में छुप जाते हैं। किसी को कानों कान खबर तक नहीं होती। सुबह होते ही मेडिकल स्टोरों पर धड़ल्ले से नशा बिकना शुरू हो जाता है। फिर वहीं कहानी सामने आ जाती है, देश का युवा कूड़ा घरों या शौचालयों के इर्द-गिर्द नशे में पड़ा दिखाई देता है।
पुलिस को देखकर भागे गाड़ी चालक
गुरूवार रात करीब सवा नौ बजे घने अंधेरे का फायदा उठाकर नशे की खेप पहुंचाने के लिए ग्रामीण आंचल में जा रहे दो कार सवार पुलिस को अपने पीछे पाकर गाड़ी छोड़ भागे। पुलिस द्वारा जब कार की तालाश ली गई तो उसमें से भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त की जाने वाली दवाईयां बरामद हुई।
नाका लगा रखा था
मामले की विस्तृत जानकारी अनुसार गुरूवार रात करीब नौ बजे औढ़ां के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर लूट की घटना हुई थी। लूट के बाद जिला की पुलिस को सतर्क कर दिया गया। आदेश पाकर थाना सदर पुलिस डबवाली ने भी जगह-जगह नाके लगाकर संदिग्ध गाडिय़ों की निगरानी करनी शुरू कर दी। थाना सदर पुलिस के एएसआई जय सिंह गांव मांगेआना के पास नाका लगाए हुए थे। इसी दौरान उन्हें डबवाली साईड से एक गाड़ी आती हुई दिखाई दी। गाड़ी को रूकने का इशारा किया गया, लेकिन पुलिस को देखकर गाड़ी चालक ने गाड़ी की गति बढ़ा दी। शक के आधार पर पुलिस ने गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस को अपने पीछे देखकर कार सवार दो व्यक्ति गाड़ी को वहीं छोड़कर खेतों में जा भागे। बाद में तालाशी लेने पर पुलिस को गाड़ी से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां मिली। संभव है कि नशे की यह खेप ग्रामीण क्षेत्र में भेजी जा रही थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि नशे की यह खेप डबवाली से ही भरी गई।
600 शीशी रेकोडैक्स बरामद
थाना सदर पुलिस के प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि गुरूवार रात को औढ़ां में पेट्रोल पंप पर लूट के बाद पुलिस को चौकन्नी कर दिया गया था। गांव मांगेआना के पास पुलिस नाका लगाए हुई थी। डबवाली साईड से कालांवाली की ओर जा रही एक गाड़ी को इशारा करने के बावजूद गाड़ी नहीं रूकी। पीछा करने पर गाड़ी सवार भाग गए। गाड़ी की चैकिंग करने पर गाड़ी की डिग्गी से पुलिस को 600 शीशी रेकोडेक्स बरामद हुई। पुलिस ने रपट दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ड्रग इंस्पेक्टर ने की जांच
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि पुलिस द्वारा पकड़ी गई दवाईयों की चैकिंग करने के बाद इसकी रिपोर्ट दे दी है। यह दवाईयां नशे में प्रयुक्त हो सकती हैं। जोकि एनडीपीएस के तहत अपराध है।
छापों के बावजूद नशे की स्मगलिंग
डबवाली शहर में पिछले कुछ सप्ताह से मेडिकल स्टोरों पर दे दनादन छापे पड़ रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद नशे के कारोबारी बेखौफ हैं। फिर वही सवाल उठ रहा है कि नशा कहां से आ रहा है? इसे कौन लेकर आ रहा है? नशे के कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं?

सीवरेज युक्त पानी की आपूर्ति, लोग भड़के


डबवाली (लहू की लौ) घरों में सीवरेज युक्त पानी की आपूर्ति को लेकर चार वार्डों के निवासियों ने शुक्रवार को जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के समक्ष धरना दिया। विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
वार्ड नं. 13,14,15,16 में पिछले कुछ दिनों से सीवरेज युक्त पानी की आपूर्ति हो रही थी। शिकायत करने के बावजूद पेयजल आपूर्ति ज्यों की त्यों थी। शुक्रवार को गुस्साए लोग सीवरेज युक्त पानी की बोतल भरकर जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंचे और कार्यालय के आगे धरना दे दिया। नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोग मौका पर आए जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई कंवर लाल से उलझ गए और उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई।
प्रदर्शन कर रहे फकीर चन्द, प्रेम कुमार कनवाडिय़ा, राजकुमार, प्रभु दयाल, नरेश, कालू, मोहन लाल, मुन्ना, शांति, कमलेश, कमला, गुड्डी, कलां देवी, सुमित्रा देवी ने बताया कि उनके वार्डों में पिछले दस दिनों से सीवरेज युक्त पानी की आपूर्ति हो रही है। वे कई बार जनस्वास्थ्य विभाग में शिकायत लेकर आ चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। गंदे पेयजल की आपूर्ति से उनके वार्डों में रोग फैलने का भय भी सताने लगा है। कईयों को पेट दर्द की शिकायत हो चुकी है।
करीब एक घंटा तक गुस्साए लोग विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई कंवर लाल से समस्या का जल्द हल करवाए जाने का आश्वासन पाने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए।
बाद में एसडीई कंवर लाल ने बताया कि उन्हें आज ही इस समस्या के बारे में मालूम हुआ है। वे जल्द इसका समाधान करवाएंगे। शनिवार शाम तक उक्त इलाकों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करवा दी जाएगी। एसडीई के अनुसार डयूटी में कोताही बरतने वाले कर्मचारी पर भी कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम कार्यालय में घुसे प्रदर्शनकारी मनरेगा मजदूर


डबवाली (लहू की लौ) गांव खुईयांमलकाना के मनरेगा मजदूरों ने गांव के सरपंच पर कार्य देने में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय के समक्ष नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। गुस्साए मजदूर नारेबाजी करते हुए एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय में घुस गए।
मनरेगा मजदूर सरजंट सिंह, राजकुमार, रवि कुमार, धर्मवीर, जगपाल, रमेश लाल, पवन कुमार, बंटी, सुरेन्द्र कुमार, बलविंद्र सिंह, जग्गा राम, सुभाष, रवि, हरी सिंह, विक्रमजीत, सोनू कुमार, ओमप्रकाश, काका, गुरप्रीत सिंह, सतनाम सिंह आदि ने आरोप लगाया कि उनके गांव में मनरेगा के तहत जो भी कार्य होता है, उसमें भेदभाव बरता जाता है। उनके अनुसार गांव की सरपंच महिला है, जिसके चलते सरपंच का कार्य उसके पति सुखदेव सिंह देखते हैं। कुछ दिन पूर्व गांव में बने स्टेडियम में मनरेगा के तहत कार्य चलाया गया था, लेकिन उन्हें वहां कार्य नहीं दिया गया। गुरूवार को फिर से खालों की सफाई का कार्य शुरू हुआ है, इसमें भी उन्हें कार्य नहीं दिया गया। मनरेगा मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत उनके रोजगार गारंटी कार्ड बनाए गए हैं। लेकिन उन्हें आज तक वे मुहैया नहीं करवाए गए। कार्डों में क्या भरा जा रहा है, वे नहीं जानते।
इससे पूर्व मनरेगा मजदूरों ने उपमण्डलाधीश कार्यालय के आगे जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। देखते ही देखते ये मजदूर एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय में जा घुसे और खुईयांमलकाना में मनरेगा योजना के तहत करवाए गए कार्यां की जांच की मांग की। बाद में अपनी मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा। जांच का आश्वासन पाने के बाद गुस्साए मजदूर शांत हुए।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि मनरेगा मजदूरों की शिकायत पर बीडीपीओ राम सिंह को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस संदर्भ में जब गांव खुईयांमलकाना की सरपंच के पति सुखदेव सिंह से पूछा गया तो उन्होंने उपरोक्त आरोपों को निराधार करार दिया। उन्होंने बताया कि गुरूवार को ही मनरेगा के तहत कार्य शुरू हुआ है। काम के मुताबिक मनरेगा मजदूरों को लगाया गया है। कार्य देने में किसी मजदूर से भेदभाव नहीं किया जा रहा। उन्होंने स्वीकारा की कुछ मजदूरों के जॉब कार्ड कार्य भरने के लिए उनके पास पड़े थे। जिन्हें जल्द ही मजदूरों को वितरित कर दिया जाएगा।

औढ़ां में खुलेगी आईटीआई


सिरसा। सरकार द्वारा शुरु किए गए बहुक्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के अंतर्गत सिरसा जिला में शुरु की गई अल्पसंख्यक जिला विकास योजना के माध्यम से औढ़ां गांव में साढ़े 4 करोड़ रुपए की लागत से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोला जाएगा जिसकी स्वीकृति केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों मंत्रालय द्वारा प्राप्त हो गई है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि अल्पसंख्यक जिला विकास योजना के तहत जिला में अब तक विभिन्न क्षेत्रों में 9 करोड़ 90 हजार रुपए की राशि  खर्च की जा चुकी है जबकि इस योजना के तहत 10 करोड़ 75 लाख 90 हजार रुपए की राशि जिला प्रशासन को प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि ओढ़ां में आईटीआई बनने से सिरसा जिला में पांच राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित हो जाएंगे। पहले से सिरसा जिला में एक महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सहित चार आईटीआई कार्य कर रही है जिनमें 1892 विद्यार्थियों को दो दर्जन से भी अधिक ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ओढ़ां के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के लिए सात ट्रेड स्वीकृत की गई है जिनमें 175 से भी अधिक विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि उक्त योजना तकनीकी शिक्षा, गरीबों को छत मुहैया करवाने और बच्चों के विकास के साथ-साथ युवाओं को विभिन्न कार्यों में निपुण करने के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हुई है। सिरसा जिला में अल्पसंख्यक जिला विकास योजना के तहत स्कूल कमरे बनवाने के लिए 3 करोड़ 96 लाख 90 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई है जिसमें से 1 करोड़ 62 लाख 90 हजार रुपए की राशि खर्च करके 95 स्कूल कमरों का निर्माण करवाया जा चुका है। इसी प्रकार से उक्त योजना के तहत 2 करोड़ 13 लाख रुपए की राशि खर्च करके 71 आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण करवाया गया है। आंगनवाड़ी के प्रत्येक केंद्र के निर्माण पर 3 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने बताया कि जिला में अब कुल 914 आंगनवाड़ी केंद्र काम कर रहे है जिनमें से 335 आंगनवाड़ी केंद्र अल्संख्यक बाहुल्य गांव में स्थापित है। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक जिला विकास योजना के तहत सबसे अधिक 20 आंगनवाड़ी केंद्र बड़ागुढ़ा में बनाए गए है। इसी प्रकार से औढ़ा में 18, ऐलनाबाद और डबवाली में एक-एक दर्जन, सिरसा में 2 और नाथूसरी चौपटा में एक आंगनवाड़ी केंद्र बनाया गया है।

सबस्टेशन में गूंजे सरकार विरोधी नारे


डबवाली (लहू की लौ) 'हमारी मांगे पूरी करोÓ, 'हरियाणा सरकार मुर्दाबादÓ, 'हुड्डा सरकार हो बर्बादÓ, 'कर्मचारी एकता जिन्दाबादÓ के नारे गांव डबवाली स्थित बिजली निगम के 132केवी सबस्टेशन में खूब गूंजे। हरियाणा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर सरकारी महकमों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार को कोस रहे थे। प्रदर्शन में जनस्वास्थ्य विभाग, पीडब्यलूडी, बीएण्डआर, बिजली विभाग, हरियाणा रोड़वेज के कर्मचारियों ने भाग लिया।
गुरूवार सुबह हरियाणा कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मचारी महासंघ की डबवाली ईकाई के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में बिजली निगम कार्यालय में जमा हो गए। अपने नेता की अगुवाई में कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के विरूद्ध नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि सितंबर 2010 में सरकार ने कर्मचारियों की मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इसके बावजूद आज तक एक भी मांग पूरी नहीं हुई।
शर्मा के अनुसार प्रदेश के कर्मचारी 11 सूत्री मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। उनकी मांगों में मुख्य तौर पर कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, ठेकेदारी प्रथा बंद करना, कर्मचारियों की नियमित भर्ती करना आदि शामिल हैं। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश शर्मा तथा महासचिव वीर सिंह जींद में कर्मचारियों की मांगों के लिए आमरण अनशन पर बैठे थे। सीएम के इशारे पर पुलिस ने दोनों कर्मचारी नेताओं को जबर्दस्ती अस्पताल उठाकर अस्पताल में डाल दिया। आगामी 1 फरवरी को जींद में चल रहे धरने में जिला सिरसा से हजारों की संख्या में कर्मचारी भाग लेंगे।
इस मौके पर केवल कृष्ण, पवन शर्मा, रामअवतार, निहाल सिंह, देवीलाल, पाल सिंह, सुभाष कुमार, मनोज शर्मा, विजय पाण्डे, चन्द्रभान नेहरा, जगदीश मैहता, रामकिशन, जोगिन्द्र सैनी, चिरंजी लाल, जसविंद्र सिंह, जेई गुरबख्श सिंह सहित कई कर्मचारी नेता उपस्थित थे।

मुख्य सिपाही ने दी गवाही


सिरसा। पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में गुरूवार को सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई हुई। अदालती कार्रवाई में मुख्य सिपाही धर्मचंद ने सीबीआई के विशेष जज एएस नारंग के समक्ष गवाही दी। अदालत द्वारा गवाही पर जिरह के लिए शुक्रवार की तारीख निर्धारित की गई है।
ज्ञातव्य हो कि पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में गुरूवार अदालत में सुनवाई होनी थी। सीबीआई के विशेष जज एएस नारंग के समक्ष मुख्य सिपाही धर्मचंद ने गवाही दर्ज करवाई। धर्मचंद छत्रपति हत्याकांड के समय खैरपुर पुलिस चौकी में बतौर सिपाही नियुक्त था। धर्मचंद ने अपनी गवाही में बताया कि 24 अक्तूबर 2002 को वह अपने साथी अमरपाल व जगमिन्दर के साथ चौकी के समीप ही गश्त पर था। रात्रि करीब पौने आठ बजे छत्रपति आवास की ओर से गोली चलने की आवाज आई। आवाज सुन वे घटना स्थल की ओर दौड़े। उन्होंने देखा कि स्कूटर पर सवार दो युवक भागने की फिराक में थे।
धर्मचंद ने बताया  कि उन्होंने घटना स्थल से कुलदीप नामक युवक को धरदबोचा। उसका अन्य साथी निर्मल भागने में सफल रहा। 26 अक्तूबर को नाकाबंदी के दौरान निर्मल को भी काबू कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से उन्होंने हत्या में प्रयुक्त 32 बोर का रिवॉल्वर, जिंदा कारतूस, तलवार व खुखरी आदि बरामद किए। वहीं विगत 21 तारीख से व्यक्तिगत पेशी से छूट पाए मुख्य आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां ने गुरूवार को अदालत के समक्ष हाजिरी लगाई। गुरमीत सिंह अदालत द्वारा निर्धारित दोपहर दो बजे के समय पर अदालत पहुंचे। अदालती कार्रवाई 5 बजे तक चली।

25 जनवरी 2011

मारूति कार में आग लगी, दो झुलसे


डबवाली (लहू की लौ) सोमवार शाम को पटाखों की आवाज से मेन बाजार से जा रही एक मारूति कार को लगी आग से दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार दुकानें छोड़ कर भाग खड़े हुए है। कार में सवार चार लोगों में से दो लोग इस आग का शिकार होकर झुलस गये।
प्रत्यक्षदर्शी दुकानदार मुकन्दलाल सिंगला, प्रशोत्तम ग्रोवर, महिन्द्र कुमार, सुनील कुमार ने बताया कि शाम को लगभग 4.30 बजे मेन बाजार से गुजर रही मारूति कार से पटाखे की आवाज आई। थोड़े ही समय बाद कार में एक और पटाखा चला और देखते ही देखते कार की डिग्गी में आग धधकने लगी। आग को देख कर बाजार में हड़कम्प मच गया। आसपास के दुकानदार दुकानें छोड़ कर भाग खड़े हुए। कार में सवार लोग आनन फानन में कार से उतरने लगे तो दो लोग कार में फंस गये। कार में फंसे लोगों को देख कर उन्होंने हौसला करके अन्य लोगों की मदद से मिट्टी डाल कर आग पर नियंत्रण पाया। इस दौरान दो लोग आग से झुलस गये। जिन्हें तुरन्त निकटवर्ती प्राईवेट अस्पताल ले जाया गया।
झुलसने वालों में बाबा शंकर मुनि (40), निर्मल सिंह (35) निवासीगण देसूजोधा के नाम शामिल हैं। बाबा शंकर मुनि ने बताया कि  डबवाली उपमंडल के गांव देसूजोधा में उनका बाबा पाल दास के नाम पर डेरा है और डेरे में 25 जनवरी को श्री मद्भागवत गीता का आरम्भ करना था और इसी को लेकर वह गांव के निर्मल सिंह, सीता मैम्बर के साथ नरेन्द्र सिंह की मारूति कार पर सोमवार बाजार से सामान खरीदने के लिए आये थे। धूप, कपड़ा, नारियल बगैरा लेकर जब वह वापिस गांव लौट रहे थे तो अचानक सब्जी मंडी के बाहर मेन बाजार में उनकी कार में आग लग लग गई। सीता मैम्बर तथा नरेन्द्र सिंह तो कार से बाहर निकल गये लेकिन वह तथा निर्मल सिंह कार में फंस गये। निर्मल सिंह की टांगें तथा बाबा शंकर मुनि का मुंह आग से झुलस गया। बाबा शंकर मुनि ने बताया कि कार में सिलेंडर लगा हुआ था और अचानक सिलेंडर में आग लगने से यह घटना घटित हुई। सूचना पाकर मौका पर डबवाली नगरपालिका फायर ब्रिगेड भी पहुंची लेकिन तब तक आग पर काबू पाया जा चुका था।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार, थाना शहर पीसीआर पर एसआई भगत राम, एएसआई महावीर सिंह सूचना पाकर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया।

तीस लाख की अफीम के साथ धरा


औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) जिला पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र गुप्ता के निर्देशानुसार औढ़ां पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी पर शिकंजा कसते हुए एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। जिसके तहत एक व्यक्ति को 33 किलो 200 ग्राम अफीम व जीप सहित गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई अफीम का बाजार मूल्य करीब 30 लाख रूपए है।
जिला पुलिस कप्तान सत्येंद्र गुप्ता ने बताया कि रविवार रात को गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति जीप नंबर आरजे-23यूए-0628 पर अफीम लेकर सिरसा की तरफ जा रहा है। सूचना के आधार पर थाना प्रभारी हीरा सिंह के नेतृत्व में ओढां थाना के सहायक उपनिरीक्षक जगदीश, ओमप्रकाश, सुभाष, ओमप्रकाश, मुख्य सिपाही दाताराम, सिपाही जगदीश व दयानंद पर आधारित दो पुलिस पार्टियां गठित करके टी प्वाइंट सालमखेड़ा व घुकांवाली पर तैनात कर दी गई। इसी दौरान डबवाली की ओर से एक जीप आती दिखाई दी और सालमखेड़ा टी प्वाइंट पर पुलिस ने उसे रूकने का इशारा किया। लेकिन चालक ने जीप नहीं रोकी, पुलिस ने जीप का पीछा करते हुए आगे वाले टी प्वाइंट पर इसकी सूचना दी। जीटी रोड पर स्थित घुकांवाली टी प्वाइंट पर पुलिस ने जीप को रोक लिया और शक के आधार पर उसकी तलाशी लेनी चाही तो जीप चालक ने तलाशी देने से इंकार कर दिया।
औढ़ां थाना प्रभारी ने इसकी सूचना तुरंत डीएसपी डबवाली बाबू लाल को दी। डीएसपी ने मौके पर आकर जीप की तलाशी ली तो जीप की अगली सीट के नीचे एक बॉक्स में अफीम के तीन-तीन किलो के 11 पैकेट बरामद हुए। पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपनी पहचान अमनदीप पुत्र गुरनाम सिंह निवासी खड़क सिंह वाला जिला मानसा पंजाब के रूप में करवाई।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अफीम राजस्थान से लेकर आया है और गांव रघुआना निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कमलजीत पुत्र मुखत्यार सिंह को देने जा रहा था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुलदीप के खिलाफ भी अभियोग दर्ज किया गया है। शीघ्र ही उसे काबू कर लिया जाएगा। पकड़े गए आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।

प्रदर्शनों के नाम रहा सोमवार


डबवाली (लहू की लौ) सोमवार का दिन प्रदर्शनों के नाम रहा। हरियाणा खेत मजदूर यूनियन ने बीपीएल परिवारों की समस्याओं को लेकर यहां एसडीएम कार्यालय घेरा। वहीं नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों तथा लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग जगह नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हरियाणा खेत मजदूर यूनियन जिला सिरसा के अध्यक्ष कामरेड गणपत राम की अगुवाई में बीपीएल कार्ड धारकों हेतराम, हुक्मचंद, कौशल्या देवी, मूर्ति देवी, चम्पा देवी, महेन्द्र कौर, कृष्णा देवी, कुलदीप कौर, हंसराज, मंगल सैन, भगवान दास, चुन्नी लाल बगैरा ने एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय के समक्ष धरना दिया। हरियाणा सरकार के विरूद्ध नारेबाजी की जोरदार प्रदर्शन किया। करीब पांच घंटे के धरने के बाद मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा। कामरेड गणपत राम के अनुसार सरकार की ओर से बीपीएल चुने गए परिवारों के राशन कार्डों पर मुहर लगे करीब डेढ़ साल हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद बीपीएल परिवार सरकार की ओर से उन्हें मुहैया करवाई जाने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि मुहर लगे बीपीएल कार्ड धारकों को सुविधाएं प्रदान की जाएं।
इधर नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने हरियाणा नगरपालिका सफाई कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी मांगों के समर्थन में काले बिल्ले लगाकर और झाडू उल्टे करके नपा की सफाई शाखा के समक्ष प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। डबवाली सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष संजय डुल्गच ने बताया कि 6वां वेतन आयोग लागू हुए को काफी समय बीत चुका है। लेकिन नगरपालिका के सफाई कर्मियों को उनका बकाया एरियर अभी तक नहीं मिला। इतना ही नहीं कर्मचारियों को हर माह मिलने वाली तनख्वाह में से पीएफ काट लिया जाता है। जबकि काटा गया पीएफ आज तक उनके खातों में नहीं आया। इसके अतिरिक्त संघ की प्रदेश ईकाई ने कर्मचारियों की 17 सूत्री मांगों के संबंध में एक ज्ञापन भी प्रदेश सरकार का दिया है। जिस पर सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने कर्मचारियों की मांगे जल्द पूरी न की तो संघ के आह्वान पर आंदोलन को ओर तेज कर दिया जाएगा। इस अवसर पर शाम लाल चौहान, सुनील कुमार, राजकुमार, भीम सिंह, ओमप्रकाश बागड़ी, संतोष पुहाल, दर्शना देवी, बाला रानी, लक्ष्मी देवी, कमला देवी, मंजू देवी सहित काफर संख्या में नगरपालिका के सफाई कर्मचारी उपस्थित थे।
उधर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने उपमण्डल अभियंता कार्यालय के समक्ष एक गेट मीटिंग के दौरान हुड्डा सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करके अपना रोष जताया। मीटिंग की अध्यक्षता पवन कुमार शर्मा ने की। बैठक को जयवीर शर्मा महासचिव महासंघ, राजकुमार प्रांतीय उपप्रधान ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, निजीकरण बंद करने तथा नियमित भर्ती करने आदि मांगों को लेकर हरियाणा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रमेश शर्मा तथा महासचिव वीर सिंह कर्मचारियों की मांगों के लिए पिछले कुछ दिनों से जींद में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर डटे हुए थे। लेकिन 23 जनवरी रात को प्रदेश सरकार ने पुलिस बल के प्रयोग से कर्मचारी नेताओं को उठवा लिया। जिनका अभी तक कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कर्मचारियों की मांगे मान नहीं लेती, तब तक महासंघ का संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर कर्मचारी नेता रूप राम, सुभाष कुमार, हेमराज, पाल सिंह, तेजा सिंह, निहाल सिंह, जीत सिंह, रामअवतार, ओमप्रकाश शर्मा आदि उपस्थित थे।

सड़क हादसों में तीन की मौत


डबवाली (लहू की लौ) रविवार रात को डबवाली-बठिंडा मार्ग पर हुए दो सड़क हादसों में तीन जनों की मौत हो गई।
गांव जस्सी के निकट फीटर रेहड़ा और ट्रेक्टर-ट्राली टक्कर में फीटर रेहड़ा पर सवार गांव गोबिंदपुरा निवासी गुरजंट सिंह (60) की मौत हो गई। गुरजंट मण्डी किलियांवाली की पशु मण्डी में भैंस खरीदकर वापिस गांव लौट रहा था।
गांव चकरूलदू सिंहवाला के पास एक कार और ट्रेक्टर-ट्राली की आमने-सामने हुई भिड़ंत में कार सवार दो युवकों की मौत हो गई। नीना के अनुसार सांवतखेड़ा निवासी राजपाल उर्फ हैप्पी (32), बलजिन्द्र सिंह उर्फ काका (35), छिन्द्रपाल सिंह (40), प्रितपाल सिंह (37) बठिंडा में एक शादी समारोह में भाग लेकर वापिस गांव लौट रहे थे। कार को छिन्द्रपाल चला रहा था। गांव चकरूलदू सिंहवाला के पास करीब 7.30 बजे डबवाली साईड से आई नरमा की एक भरी ट्रेक्टर-ट्राली ने कार में टक्कर मार दी। हैप्पी और बलजिन्द्र की मौका पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौका पर पहुंचे डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आरके नीना तथा एम्बूलैंस चालक कुलवंत सिंह ने घायल छिन्द्रपाल सिंह तथा प्रितपाल सिंह को उपचार के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया।
मामले की जांच कर रहे थाना संगत के एएसआई सुखमंदर सिंह ने बताया कि घायल छिन्द्रपाल के ब्यानों के आधार पर अज्ञात ट्रेक्टर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाकर दुर्घटना को अंजाम देने के आरोप में मामला दर्ज कर उसकी तालाश शुरू कर दी गई है।

23 जनवरी 2011

रिलायंस के खिलाफ ट्रक ड्राईवरों की नारेबाजी, प्रदर्शन


डबवाली (लहू की लौ) बड़ौदा से रिलायंस कंपनी का माल भरकर लुधियाना जा रहे ट्रक पिछले पांच दिनों से डूमवाली बैरियर पर अटके हुए हैं। आरोप है कि रिलायंस ने एंट्री टैक्स का भुगतान नहीं किया है। शनिवार को ट्रक ड्राईवरों का धैर्य जवाब दे गया। ड्राईवरों ने रिलायंस कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर डाली।
ड्राईवर बहादर सिंह, सुखचैन सिंह, बेअंत सिंह, काला सिंह निवासीगण जगरांव (पंजाब), बूटा सिंह निवासी बरनाला (पंजाब) ने बताया कि उन लोगों ने 17 जनवरी को बड़ौदा से लुधियाना के लिए रिलायंस कंपनी का प्लास्टिक का सामान भरा था। प्रत्येक ट्रक में करीब सोलह टन माल की भराई हुई। इस माल को लेकर वे 18 जनवरी को डूमवाली बैरियर पर आ गए। लेकिन बैरियर पर तैनात कर्मचारियों ने उनसे एंट्री टैक्स की मांग की। एक ट्रक का एंट्री टैक्स करीब एक लाख रूपए से अधिक है। पिछले पांच दिनों से वे इस टैक्स बैरियर पर अटके हुए हैं। इस बारे में जब उन्होंने रिलायंस कंपनी के लुधियाना ऑफिस से संपर्क किया तो उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।
ट्रक ड्राईवारों ने आरोप लगाया कि बड़ौदा से लुधियाना करीब 1500 किलोमीटर दूर है। पांच दिनों से एक ही जगह पर रूके होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जेब खर्च अलग से भुगतना पड़ रहा है। ऐसे हालातों में माल पहुंचाने के लिए उन्हें जो भाड़ा दिया गया है, वह बहुत कम है।
इस संदर्भ में जब डूमवाली टैक्स बैरियर के ईटीओ आरएन शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रकों में जो माल है उस पर 8 प्रतिशत एंट्री टैक्स है। बिना एंट्री टैक्स भरे ट्रकों को बैरियर से नहीं गुजरने दिया जाएगा।
इस संदर्भ में जब रिलायंस कंपनी के रीजनल सैंटर लुधियाना के क्लर्क प्रदीप कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि एंट्री टैक्स का भुगतान न होने के कारण ट्रक डूमवाली बैरियर पर खड़े हैं। उसे एंट्री टैक्स का भुगतान करने के लिए बिलों को मुंबई से पास करवाना पड़ता है। बिल पास होने के बाद ही एंट्री टैक्स का भुगतान हो सकेगा। जोकि जल्द होने की संभावना है।

मायावती न होकर माया की देवी है बसपा सुप्रीमों-कांता आलडिय़ा

डबवाली (लहू की लौ) इंडियन बहुजन संदेश पार्टी (कांशीराम) की राष्ट्रीय अध्यक्षा कांता आलडिय़ा ने कहा कि घोटाले करके देश की जनता को लूटने वालों पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। लेकिन इसके बावजूद घोटालेखोर राजनीतिक संरक्षण में पल-बढ़ रहे हैं।
वे शनिवार को श्री अन्नपूर्णा रिसोर्ट में पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि देश की जनता से लूटा हुआ धन विदेशी बैंकों में पड़ा है। यह धन किसका है, उनके नामों के खुलासे सार्वजनिक होने चाहिए। लेकिन इसके बावजूद केन्द्र की कांग्रेस सरकार नामों के खुलासे करने में आनाकानी कर रही है। चूंकि कांग्रेस के कुछ हाईप्रोफाइल नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी में कार्यकर्ता की कोई कद्दर नहीं है, केवल पैसा देखा जाता है। साल 1985 से 1992 तक उन्होंने भी बसपा के लिए कार्य किया। उसी समय बसपा की असली तस्वीर उनके सामने आई। बसपा की सुप्रीमों मायावती नहीं, मायादेवी हैं। माया के लिए वह कोई भी समझौता करने से नहीं चूकतीं।
आलडिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर रोहतक में दिल्ली रोड़ पर पांच एकड़ में पार्क बनाकर बाबा साहिब की प्रतिमा लगाने का वायदा किया था। लेकिन प्रदेश सरकार अपने वायदे से मुकर रही है। इसी के चलते इंडियन बहुजन संदेश पार्टी के कार्यकर्ता 26 जनवरी को सीएम सिटी रोहतक में तिरंगा नहीं फहराने देंगे। एक सवाल का जवाब देते हुए कान्ता आलडिय़ा ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। लाल चौक में तिरंगा फहराने का विरोध गलत है। विरोध जताने वाले लोगों का साथ देने का मतलब अलगाववादियों का साथ देना है।
उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने प्रदेश के गरीबों से कुछ वायदे किए थे। जो आज तक पूरे नहीं हुए हैं। वायदों की याद दिलाने के लिए पार्टी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ डेरा डालो अभियान शुरू किया है। इसी के अन्तर्गत आगामी 15 मार्च को कुरूक्षेत्र तथा 14 अप्रैल को अम्बाला में पार्टी वर्कर डेरा डालकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं। मिर्चपुर कांड, हिसार कांड सीएम के बुने हुए हैं। वे प्रदेश के जाटों के हितैषी होने की बजाए, उन्हें खोखला कर रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्षा ने आरोप लगाया कि राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए राजमार्ग जाम, रेलवे मार्ग जाम आंदोलनकारी नहीं, बल्कि कांग्रेस के गुण्डे करते हैं। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करनैल सिंह औढ़ां, राजेश लठवाल, शिवचरण सैनी, पटेल सिंह, सुनील दहिया, कर्मपाल चौधरी, राजू कोल, रामेश्वर दाबड़ी, जिया लाल, रामभज सनेहडी, रतन सिंह आदि उपस्थित थे।
विवाद खत्म
गांव पन्नीवाला मोरिकां में दलितों से कथित मारपीट करके उनका मुंह काला कर घूमाने की घटना को सुलझाने का स्पष्टीकरण देते हुए इंडियन बहुजन संदेश पार्टी (कांशीराम) की राष्ट्रीय अध्यक्षा कान्ता आलडिय़ा ने कहा कि पार्टी प्रदेश में सौहार्द का माहौल कायम रखने पर विश्वास रखती है। बेवजह राजनीतिक रोटियां सेंकने में विश्वास नहीं रखती। इसी मकसद से हल्का डबवाली के गांव पन्नीवाला मोरिकां में चल रहा विवाद शांत हो गया। उन्होंने बताया कि दलित समाज से संबंध रखने वाले जगसीर सिंह तथा मक्खन सिंह ने टिण्डे चोरी के अपराध को स्वीकार कर लिया। जबकि दूसरे पक्ष के जगदीप, बंसी सिंह, अमरीक सिंह, सर्वजीत सिंह, मलकीत सिंह, काका सिंह ने भी अपनी गलती को मान लिया। साथ में जगदीप बगैरा से 51-51 हजार रूपए जगसीर सिंह तथा मक्खन सिंह को दिलाए गए हैं। जबकि 21,000 रूपए गौशाला को दिलाए गए हैं।

मेजबान को धूल चटा घुकांवाली ने कब्जाई ट्रॉफी


बनवाला (जसवन्त जाखड़) बनवाला क्रि केट कमेटी की ओर से श्रीकृष्णा पब्लिक स्कूल बनवाला में करवाये जा रहे क्रिकेट मैच के अन्तिम दिन शनिवार को बनवाला और घुकांवाली के बीच हुए फाईनल मुकाबले में घुकांवाली टीम बनवाला टीम को हराकर ट्रॉफी कब्जा जमाया।
टॉस जीत कर पहले बल्लेवाजी करते हुए युवा क्लब बनवाला की टीम कैप्टन विकास गोदारा के नेतृत्व में मैदान में उतरी। टीम ने 4 विकेट खो कर 10 ओवर में 101 रन बनाये। टीम कप्तान विकास गोदारा ने 3 चौके लगा कर 23 रन का, कालू राम डूडी ने 3 छक्के, 4 चौके लगा कर 34 रन का योगदान पाया। मैन जबकि प्रदीप कुमार ने 2 विकेट लिये। मैन ऑफ दी मैच कालू राम डूडी बनवाला को घोषित किया गया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए बनवाला टीम के 101 रनों को भेदने के लिए घुकांवाली टीम ने  खेलना शुरू किया। घुकांवाली टीम ने 10 ओवर में 5 विकेट खो कर 102 रन बना कर विजय पताका फहराया। वहीं बनवाला टीम के धुआंधार खिलाड़ी कालू राम डूडी तथा विकास गोदारा के छक्कों तथा चौकों को धूल चटाते हुए घुकांवाली टीम के अमनदीप ने 2 छक्के, 4 चौके मार कर 32 रन बनाये। वहीं जोशीले खिलाड़ी रेशम ने 2 छक्कों, 2 चौके मार कर टीम को 27 रनों का योगदान दिया। खिलाड़ी हनुमान ने 2 विकेट लेकर घुकांवाली टीम को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैन ऑफ मैच अमनदीप, मैन ऑफ दी सीरिज हनुमान डूडी को घोषित किया गया।
विजेता घुकांवाली टीम को गोगामेडी के भक्त नानक चन्द ने 5100 रूपये तथा ट्राफी देकर सम्मानित किया। जबकि बनवाला की उपविजेता टीम को 3100 रूपये तथा ट्राफी मिली। मैच में अम्पायर की भूमिका भूप सिंह टाडा, स्कोयरर की भूमिका धर्मवीर जाखड़ा ने निभाई। इस मौके पर महेन्द्र जाखड़, सुरेश सोनी, कालू राम डूडी, सुरेन्द्र गोदारा, अनिल जाखड़, पवन कासनिया उपस्थित थे।

सगे भाईयों को दस साल कैद


सिरसा। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय ने चूरापोस्त तस्करी व लापरवाही से वाहन चलाने के आरोप में दो सगे भाइयों को दोषी करार देते हुए 10-10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है।
मामले के अनुसार 15 मार्च 2004 को गांव डबवाली निवासी इकबाल सिंह पुत्र अवतार सिंह अपने साथी हरजिंद्र पुत्र बाबू लाल के साथ ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार होकर गांव जंडवाला से वापिस अपने गांव लौट रहा था। गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। जबरदस्त हुई भिड़ंत में ट्राली में लदी लकडिय़ां बिखर गईं और कार में सवार युवक घायल हो गए। उक्त दोनों को भी मामूली चोटें आईं।  राजमार्ग पर हुए हादसे के दौरान भीड़ एकत्रित हो गई थी।
तत्काल मामले की जानकारी सदर थाना डबवाली पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। कार में सवार दोनों युवकों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें से करीब 60 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने इस संदर्भ में इकबाल सिंह की शिकायत पर किशनगढ़ पंजाब निवासी मनसुख व जसविंद्र सिंह पुत्र सौदागर सिंह के विरुद्ध भारतीय दंड संहिंता की धारा 279, 337, 15, 16, 61 व 85 के तहत अभियोग दर्ज किया था। पुलिस ने चालान न्यायालय के समक्ष पेश किया। करीब 7 वर्ष तक चली कार्रवाई के उपरांत अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जेएस कुंडू की अदालत ने उक्त दोनों भाइयों को दोषी करार देते हुए 10-10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। दोषियों को एक-एक लाख रुपये अर्थदंड भी लगाया गया है। अर्थदंड की अदायगी न करने पर उन्हें दो-दो वर्ष अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।

22 जनवरी 2011

बस में जेब काटी बीस हजार उड़ाए


डबवाली (लहू की लौ) मां का ऑपरेशन करवाने के लिए हनुमानगढ़ से बठिंडा जा रहे एक व्यापारी की चलती बस में बदमाश ने जेब काटकर हजारों रूपए की राशि उड़ा ली।
हनुमानगढ़ की आढ़ती फर्म मै. अरिहन्त ट्रेडिंग कंपनी के मालिक अशोक जिन्दल (46) ने बताया कि उसकी माता लाजवंती देवी (80) बठिंडा के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन है। शुक्रवार को उसकी माता के सिर की ब्लॉकेज का ऑपरेशन होना था। ऑपरेशन के लिए आवश्यक धन राशि जुटाकर वह शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 45 मिनट पर हनुमानगढ़ से बठिंडा के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस से रवाना हुआ था।
डबवाली आकर मालूम पड़ा
बस करीब 11 बजकर 15 मिनट पर डबवाली बस अड्डा के बाहर पहुंची। बस से उतरकर उसने बठिंडा के लिए बस पकडऩे से पूर्व अपनी जेब को टटोला तो देखा कि कोट की अंदरूनी जेब में रखी 20 हजार रूपए की राशि गायब है। जब उसने अपने कोट की जेब को चैक किया तो कोट की बाईं जेब कटी हुई है। इसी दौरान उसकी निगाह भागते हुए एक युवक पर पड़ी, जिसने उसके साथ बस में सफर किया था।
पीछा भी किया
भागते युवक को देखकर अशोक जिन्दल ने शोर मचाया। वहां खड़े ऑटो चालकों की मदद से बदमाश का पीछा भी किया। लेकिन न्यू बस स्टैण्ड रोड़ पर आकर बदमाश आंखों से ओझल हो गया। पीडि़त के अनुसार यह युवक हनुमानगढ़ से ही उसके साथ बैठा था। आयु करीब 23-24 साल थी। युवक का रंग सांवला, कद करीब साढ़े पांच फुट था। पेंट-शर्ट पहनी हुई थी। साथ में पीले रंग का कोट पहना हुआ था। उसने सात-आठ साल की एक बच्ची को गोद में उठा रखा था। युवक हिन्दी बोलता था।
आढ़ती के अनुसार हनुमानगढ़ जंक्शन से डबवाली के लिए बस पकड़ते समय उसने टिकट कटवाने के चक्कर में बीस हजार रूपए की नकदी बाहर निकाल ली। उस समय युवक उसके पीछे खड़ा सब देख रहा था। बस में बैठते समय युवक उसके साथ आकर बैठ गया। हालांकि उसने खतरे को भांपते हुए उसे सीट से उठाने का प्रयास भी किया। लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण, ऊपर से युवक की गोद में लड़की उठाई होने के चलते युवक उसकी जेब काटने में सफल रहा। जेब में बीस हजार रूपए की राशि थी। जिसमें 500-500 रूपए के 40 नोट थे।
पुलिस को नहीं किया सूचित
हालांकि बस अड्डा थाना शहर के बिल्कुल सामने हैं। लेकिन इसके बावजूद पीडि़त अशोक जिन्दल ने पुलिस को सूचित नहीं किया। चूंकि बठिंडा के निजी अस्पताल में उपचाराधीन उसकी माता लाजवंती का ऑपरेशन होना था। मां की फिक्र उसे खाये जा रही थी। पैसों की परवाह किए बगैर उसने तत्काल बठिंडा की बस पकड़कर बठिंडा जाना मुनासिब समझा।

झाडू दिखाकर इंसाफ मांगेगे प्रदेश के सफाई कर्मचारी


डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश की नगरपालिकाओं में तैनात सफाई कर्मचारी अपनी मांगों के लिए 2 फरवरी से 4 फरवरी तक प्रदेश सरकार के विरूद्ध झाडू लेकर प्रदर्शन करेंगे। आंदोलन को कामयाब करने के लिए हरियाणा नगरपालिका सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश शास्त्री स्वयं प्रदेश की नगरपालिकाओं में जाकर कर्मचारियों को एकजुट कर रहे हैं।
अपने प्रदेश स्तरीय अभियान के तहत शुक्रवार को शास्त्री डबवाली नगरपालिका पहुंचे। यहां इस संवाददाता से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि हरियाणा नगरपालिका सफाई कर्मचारी संघ ने साल 2010 में प्रदेश सरकार को एक मांग पत्र देकर अपनी 17 मांगे मुख्यमंत्री के सम्मुख रखी थीं। संघ की मुख्य मांगों में नगरपालिकाओं में ठेकेदारी प्रथा की समाप्ति, पिछले दो दशकों से नगरपालिका में बंद पड़ी सफाई कर्मचारियों की भर्ती पुन: शुरू करने, प्रदेश की नगरपालिकाओं में 10,000 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति, सफाई कर्मचारियों को स्पैशल भत्ता, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, एस ग्रेशिया, कर्मचारियों को 100-100 गज के प्लाट उपलब्ध करवाए जाना शामिल हैं।
शास्त्री के अनुसार प्रदेश सरकार कर्मचारियों की मांगों के प्रति संजीदा नहीं है। बल्कि मौन साधे हुए हैं। सरकार को जगाने के लिए प्रदेश की नगरपालिकाओं में तैनात सफाई कर्मचारी 2 से 4 फरवरी को झाडू लेकर प्रदर्शन करेंगे और स्थानीय विधायक को ज्ञापन सौंपेंगे। अगर फिर भी सरकार ने उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो कर्मचारी 11 फरवरी को जिला स्तरीय प्रदर्शन कर उपायुक्त  को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा कर्मचारियों की मांगों के लिए 24 जनवरी 2011 को काले झण्ड़ों के साथ सरकार के खिलाफ विश्वासघात दिवस मनाने जा रहा है। इस आंदोलन में भी हरियाणा के सफाई कर्मचारी अपना विशेष योगदान निभाएंगे। इस अवसर पर संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष कलावती, ब्रह्मपाल, अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश गोगा, सफाई कर्मचारी संघ डबवाली के अध्यक्ष संजय डुल्गच, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश वाल्मीकि, विजय कुमार पुहाल, सुनील पुहाल आदि उपस्थित थे।

21 जनवरी 2011

लिफाफे में कपड़े, कपड़ों में नशा


बच्चों से नशे की तस्करी करवाने लगे नशे के सौदागर
डीडी गोयल
मो. 093567-22045
डबवाली। नशे के सौदागरों ने नशा आस-पास के पंजाब क्षेत्र में पहुंचाने के लिए छोटे-छोटे बच्चों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। यह सनसनीखेज खुलासा बुधवार को मण्डी किलियांवाली के बस अड्डा में एक प्राईवेट बस की छत पर नशा मिलने से हुआ।
दो बच्चे लेकर आए नशा
बुधवार को दस-दस साल के दो बच्चे पंजाब बस अड्डा में आए और चुपके से जलालाबाद जा रही एक निजी कंपनी की बस की छत पर जा चढ़े। बस के परिचालक जसकरण को बच्चों पर शक हुआ। बच्चों को पकड़कर उनसे पूछताछ शुरू की। शातिर बच्चे बस परिचालक की चंगुल से निकल भागे और जाते हुए लिफाफा वहीं फेंक गए। बाद में जब लिफाफे को खोला गया तो उसमें से कपड़ों में छुपाकर रखी गई 14 रेकोडैक्स की शीशियां बरामद हुई।
डबवाली से नशा करके जाते हैं युवा
डबवाली-फाजिल्कां ट्रांस्पोर्ट कंपनी लि. अबोहर के अड्डा इंचार्ज जसवीर सिंह ने बताया कि अक्सर डबवाली से पंजाब के विभिन्न गांवों में जाने वाले युवक नशे की हालत में बसों में सवार होते हैं। ऐसी हालत में टिकट ये युवक बस परिचालकों से बदसलूकी से पेश आते हैं। इसके चलते निजी कंपनियों के बस चालक व परिचालक अपनी-अपनी गाडिय़ों में सवार होने वाले युवाओं तथा बच्चों पर नजर रखने लगे हैं। बुधवार को गिल एवं मान बस सर्विस की जलालाबाद जा रही एक बस के परिचालक जसकरण ने दस साल के दो बच्चों को बस में नशा रखते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। जबकि बच्चे नशा फेंककर फरार हो गए।
नया तरीका है यह
शहर डबवाली से पंजाब में नशे की आपूर्ति कोई नई बात नहीं है। हालांकि समय-समय पर नशे के सौदागरों के तरीके में परिवर्तन आता रहता है। लेकिन इस कार्य में मात्र दस साल के बच्चों का इस्तेमाल करने का खुलासा अब हुआ है। बच्चों से नशे की समगलिंग करवाना बेहद ही चिंताजनक है। लेकिन बच्चों की मार्फत यह कार्य कब से हो रहा है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
बिना डॉक्टर की पर्ची के बिकती है कफ सिरप
रेकोडैक्स कफ सिरप है। जोकि शैड्यूल एच के तहत आती है। नशेडिय़ों द्वारा इसे नशे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि बिना डॉक्टर की पर्ची से इसे मेडिकल शॉप संचालक बेच नहीं सकता है। इसके बावजूद नियमों की परवाह किए बगैर इसे सरेआम धड़ल्ले से बेचा जाता है।
बेखौफ हैं नशे के कारोबारी
डबवाली और मण्डी किलियांवाली में मेडिकल शॉप पर नशे की बिक्री रूकने का नाम नहीं ले रही है। जबकि डबवाली में पिछले कुछ दिनों से मेडिकल शॉप पर धड़ाधड़ छापामारी की जा रही है। औषधि नियंत्रण विभाग को मेडिकल शॉप से नशे की दवाईयां भी मिली है। लेकिन इन प्रयासों के बावजूद नशे के कारोबारी बेखौफ हैं।
कहां से आ रहा है नशा
नशा कहां से और कैसे आ रहा है और इसे डबवाली तथा मण्डी किलियांवाली में कौन सप्लाई कर रहा है। इसका आज तक पता नहीं लग पाया है। इतना जरूर है कि नशे की बड़ी खेप डबवाली और मण्डी किलियांवाली में सप्लाई की जाती है। चूंकि जिला बठिंडा, मुक्तसर के साथ-साथ क्षेत्र के काफी युवा तीन राज्यों की सीमा पर बसे डबवाली नगर में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां का सेवन करके कूड़ा घरों तथा शौचालयों के पास गिरे पड़े दिखाई देते हैं।
कौन दे रहा है संरक्षण
आखिर नशे के कारोबारियों को संरक्षण कौन दे रहा? यह प्रश्न जनता की जुबान पर है। बार-बार नशा पकड़े जाने के बावजूद नशे के कारोबारियों में कोई सुधार नहीं है। आखिर नशे के कारोबारी किसके बलबूते पर नशा बेचने की हिम्मत करते हैं, यह भी रहस्य बना हुआ है।
डबवाली में गाडूंगा तम्बू
शहर डबवाली नशे में जकड़ा हुआ है, इस बात से औषधि नियंत्रण विभाग, हरियाणा भी बेखबर नहीं है। शहर में बिक रहे नशे के संबंध में जब जिला औषधि नियंत्रक रजनीश धानीवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि छापों के बावजूद शहर में अभी भी मेडिकल शॉप पर धड़ल्ले से नशा बेचा जा रहा है। लगता है नशे के खिलाफ अपने अभियान को असरदार करने के लिए उन्हें डबवाली में तम्बू लगाना पड़ेगा। शहर के मेडिकल स्टोरों पर नशा कौन पहुंचा रहा है। यह जानने के लिए वह भी प्रयासरत हैं।

'लिव इन रिलेशनशिपÓ के बाद रिश्तों में खटास जसप्रीत और मुस्कान में जूतम-पैजार


डबवाली (लहू की लौ) 'लिव इन रिलेशनशिपÓ के तहत करीब चार साल तक चला प्यार गुरूवार को अचानक खटास में बदल गया। मामला जूतम-पैजार तक जा पहुंचा। युवती को उपचार के लिए अस्पताल दाखिल होना पड़ा।
पैसे मांगने गई थी
घायल रेणुका उर्फ मुस्कान (26) निवासी नरसिंह कलोनी (बठिंडा) ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही है। डॉक्टर ने उसके पेट में पत्थरी होने की बात कही है। अपने इलाज के लिए पैसे मांगने के लिए वह गुरूवार को डबवाली के उत्तम नगर में रहने वाले गुरमीत उर्फ जसप्रीत (24) के घर गई थी। लेकिन वहां गुरमीत, गुरमीत की माता छिन्द्र कौर तथा भाई चरणजीत ने उसकी पिटाई कर दी।
रेणुका से बनी मुस्कान
रेणुका ने बताया कि उसकी शादी मानसा के जगसीर सिंह के साथ हुई थी। जिससे उसके दो बच्चे साक्षी (7), गौरव (9) हुए। लेकिन जगसीर की मौत के बाद अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए वह ऑर्केस्ट्रा के धंधे में आ गई। यहां उसे मुस्कान का नाम मिला। इसी दौरान उसकी जिन्दगी में डबवाली के उत्तम नगर का गुरमीत उर्फ जसप्रीत आ गया। गुरमीत ने उससे ऑर्केस्ट्रा का धंधा छुड़वा दिया और उसके साथ रहने लगा। रेणूका उर्फ मुस्कान के मुताबिक करीब दो माह पूर्व गुरमीत ने उसे धोखा देते हुए अन्य युवती से शादी करवा ली। वह गुरमीत के घर में अपने जेवरात लेने के लिए गुरूवार को गई, तो गुरमीत बगैरा ने उसकी धुनाई कर दी और गहने भी नहीं दिए।
विवाह से पहले थे संबंध
इधर गुरमीत (24) निवासी उत्तम नगर (डबवाली) ने इस बात को स्वीकार किया कि विवाह से पूर्व रेणुका के उसके संबंध थे। लेकिन जब से उसकी शादी हुई है। उसने रेणूका के पास आना-जाना छोड़ दिया। रेणूका उस पर मिलने के लिए दबाव डालती रही। लेकिन वह नहीं गया। उसके वैवाहिक जीवन को तबाह करनी की मंशा लिए रेणूका आज उसके घर आ गई। उसे उसके साथ रहने के लिए कहने लगी। लेकिन जब उसने इंकार किया तो वह हाथापाई पर उतर आई। इसी बीच उसने तथा उसके परिजनों ने थप्पड़-मुक्कों से उसकी धुनाई की।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के एएसआई सुभाष चन्द्र ने बताया कि शिकायत मिली है। रपट दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

कुएं में गिरा सांड, निकाला


डबवाली (लहू की लौ) पब्लिक क्लब के पीछे पंजाब क्षेत्र में एक सांड करीब 35 फुट कुएं में जा गिरा। मोहल्ले के लोगों के सहयोग से गौशाला डबवाली के सदस्यों ने करीब छह घंटे बाद सांड को जीवित बाहर निकाल लिया।
बुधवार रात गिरा था कुएं में
महाशा मोहल्ले के निवासी बीरबल शर्मा, जग सिंह, जीत सिंह भाटी, नैब सिंह, मंगत राम महाशा मैम्बर आदि ने बताया कि बुधवार रात करीब 12 बजे दो सांड आपस में झगड़ रहे थे। भय के चलते उन्होंने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। कुछ मिनटों बाद विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी। घर की छत से उन्हें कुछ दिखाई नहीं पड़ा। गुरूवार सुबह मोहल्ले के खाली पड़े एक प्लाट में उन्हें फंसा हुआ एक सांड दिखाई दिया।
छह घंटे बाद निकाला
गुरूवार सुबह करीब छह बजे  मोहल्ला वासियों ने बचाव कार्य आरंभ किया। सूचना पाकर गौशाला डबवाली के सदस्य रामलाल बागड़ी, शाम लाल भक्त, गोवर्धन दास गोयल, कपिल कुमार आदि मौका पर पहुंचे। मोहल्ला वासी जसवीर सिंह, महेन्द्र कुमार, इन्द्रजीत, नैब सिंह, अशोक, कृष्ण, चरणा, शीरा, बचन कुमार, पवन सुंधा, मदन लाल की मदद से करीब 35 फुट गहरे कुएं में फंसे सांड को छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। बाद में घायल सांड को गौशाला के सदस्य उपचार के लिए गौशाला में ले गए।
कुआं बंद करवाने की मांग
महाशा मोहल्ले के लोगों ने बताया कि कुआं करीब 9 साल पुराना है। इसमें हर समय मोहल्ले के किसी बच्चे के गिरने का खतरा बना रहता है। मोहल्ला वासियों ने प्रशासन से इसे बंद करवाने की मांग की है।

20 जनवरी 2011

बिट्टू ने टप्पी लूट मामले का राज भी उगला

डबवाली। जिला पुलिस ने 5 जनवरी को ओढां थाना क्षेत्र के गांव टप्पी में हुई डकैती की घटना की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने आरोपियों के शरणदाता नवदीप उर्फ बिट्टू पुत्र जसवंत ङ्क्षसह निवासी बवानिया थाना गिदडबाहा पंजाब को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को डबवाली अदालत में पेश कर पुछताछ हेतु दो दिन के रिमांड पर लिया है।
यह जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिरसा सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सीआईए डबवाली पुलिस ने 16 जनवरी को आरोपी नवदीप को पंजाब के कोटकपूरा क्षेत्र में हुई डकैती के मामले में छीनी गई कार के साथ बठिंडा चौक से काबू किया था तथा उसे अदालत में पेश करके एक दिन के रिमांड पर लिया था। उन्होने बताया कि आरोपी से पुलिस पुछताछ के दौरान एक सफारी गाड़ी भी बरामद हुई है, जिसकी तसदीक की जा रही है। उन्होने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि 5 जनवरी को टप्पी क्षेत्र में हुई डकैती के मामले में उसकी स्विफ्ट गाडी का वारदात में प्रयोग किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी ने पुछताछ के दौरान यह बताया कि डकैती से पहले और बाद में आरोपी उसके पास ठहरे थे। उन्होने बताया कि इस घटना में बठिंडा निवासी जतिन की आईटेन कार की लूट हुई थी। आरोपी बरना और स्विफ्ट गाडिय़ों में सवार थे तथा पिस्तौल की नोक पर गाड़ी छिनकर ले गए थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है तथा रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों के पते, ठिकानो के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी।

सरकारी सीमेंट खुर्दबुर्द करता गिरफ्तार

डबवाली। ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव कर्मशाना में निर्माणाधीन माईनर में प्रयुक्त होने वाली सरकारी सीमेंट खुर्दबुर्द करने मामले में डिडेक्टिव स्टाफ  पुलिस ने जांच करते हुए 180 कट्टे सीमेंट, ट्रेक्टर ट्राली को कब्जे में लेकर एक आरोपी नंदकिशोर पुत्र सोहनलाल निवासी पुरानी हाउङ्क्षसग बोर्ड कालोनी सिरसा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरे आरोपी ठेकेदार कृष्ण कुमार सहू निवासी कर्मशाना को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।
जानकारी देते हुए डिडेक्टिव स्टाफ के उपनिरीक्षक जगदीश चंद्र ने बताया कि उन्हे मुखबरी मिली कि ऐलनाबाद के कर्मशाना क्षेत्र में बन रहे माईनर के लिए प्रयुक्त होने वाली सीमेंट को डीलर जगदंबे ट्रेडर्स, नई अनाजमंडी स्थित दुकान न. 13 के संचालक नंदकिशोर व ठेकेदार कृष्ण सहू की मिलीभगत से खुर्दबुर्द किया जा रहा है। उक्त सीमेंट को शमशाबाद पट्टी में ले जाया जा रहा है।
इस सूचना के आधार पर पुलिस ने शमशाबाद पट्टी में दबिश देकर टै्रक्टर ट्राली में लदे सीमेंट के 150 कट्टे बरामद कर लिए तथा आरोपी डीलर नंदकिशोर को भी काबू कर लिया। उपनिरीक्षक ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर गोदाम में रखे 30 और समेंट कट्टे भी पुलिस ने बरामद कर लिए है।
उन्होने बताया कि पुलिस पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि ठेकेदार 180 रूपए प्रति गट्टे के हिसाब से उसे बेचता था जबकि डीलर उसे आगे आम जनता को 220 रूपए में बेचता था। उन्होने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ 420, 406, 34 के तहत अधिनियम दर्ज किया गया है।

बिना ढके मिट्टी से भरी ट्राली चलाई, तो खैर नहीं

डबवाली (लहू की लौ) शहर में मिट्टी ढोने का कार्य करने वाले बिना ढके टै्रक्टर-ट्रालियां चलाने वालों की अब खैर नहीं है, क्योंकि कोई भी मिट्टी से भरी टै्रक्टर-ट्राली यदि शहर में चलती पाई गई तो उन ट्रैक्टर-ट्रालियों को जब्त कर चालकों व मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस संबंध में उपायुक्त सीजी रजिनीकांथन ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे सुनिश्चित करें कि पूरे जिले में कोई भी मिट्टी आदि से भरी टै्रक्टर-ट्राली बिना ढके न चल पाए। प्राय: देखने में आया है कि इस प्रकार के टै्रक्टर-ट्रालियोंंं चालक ज्यादा स्पीड से अपना वाहन चलाते है जिससे सड़कों पर मिट्टी गिरने के साथ-साथ उड़ती भी रहती है, जो सड़क पर चलने वाले आम व्यक्तियों के लिए कठिनाई का कारण बनती है। उन्होंने बताया कि इन टै्रक्टर-ट्रालियों से उडऩे वाली मिट्टी हवा में फैलती है जो विभिन्न बीमारियों का कारण भी बनती है। एक तो इससे पर्यावरण में वायु प्रदूषण होता है, दूसरी ओर विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलने का भी खतरा बना रहता है। उन्होंने सभी टै्रक्टर-ट्राली के चालकों और मालिकों से अपील की है कि वे अपने मिट्टी से भरे वाहनों को तिरपाल आदि से ढक कर ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाए। इसके साथ-साथ जिला के विभिन्न स्थानों पर अवैध रुप से चल रहे पिटर रेहड़ों पर भी रोक लगाने के लिए यातायात विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। यदि कोई भी पीटर रेहड़ा जिला की किसी भी सड़क पर चलता पाया गया तो उसे भी जब्त कर पिटर रेहड़ा मालिक के खिलाफ कार्यवाही  की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि टै्रक्टर-ट्राली चालक जो मिट्टी या भूसा ढोने आदि का कार्य करते है वे अपने टै्रक्टर-ट्रालियों पर रिफलैक्टर आदि अवश्य लगवाए जिससे पीछे व आगे से क्रॉस करने वाले वाहनों को सुविधा होती है। यदि कोई वाहन चालक ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी और वाहन का चालान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिला में पडऩे वाले शहरों, कस्बों और नैशनल हाईवे, स्टेट हाईवे तथा अन्य मार्गो पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पडऩे वाले गांवों में सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। इन सभी गांव में जेबरा क्रॉसिंग, कैट आई तथा विभिन्न प्रकार के चेतावनी संबंधी बोर्ड लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारों पर पडऩे वाले बर्म आदि को ठीक करवाया जाएगा तथा विभिन्न मार्गों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न इशारों को दर्शाते हुए बोर्ड भी लगाए जाएंगे।

कार लुटेरों ने लूटा था पेट्रोल पंप

ऐलनाबाद। ऐलनाबाद पुलिस ने कार लूट मामले में एक और आरोपी को काबू कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने पकड़े गए दोनो आरोपियों से पूछताछ कर जिला में एक अन्य पेंट्रोल पंप पर हुई लूट की गुत्थी को भी सुलझाने में सफलता हासिल कर ली है। पुलिस ने पकड़े गए दूसरे आरोपी से एक पिस्तौल व 1 जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि बीती 16 जनवरी को ऐलनाबाद कस्बे में हुई कार लूट मामले में बीते दिवस पुलिस ने एक और आरोपी दवेंद्र सिंह उर्फ बिंदू पुत्र लखबिंद्र सिंह निवासी वार्ड न. 5 ऐलनाबाद को काबू कर लिया है। आरोपी से एक पिस्तौल व एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में पुलिस एक आरोपी अमरबहादुर सिंह निवासी भावदीन को पहले ही काबू किया हुआ है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर डिंग थाना क्षेत्र के गांव मोरीवाला स्थित बाबा रामदेव पेट्रो केयर सेंटर से बीती 6 दिसम्बर की रात्रि को लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकारा। इस घटना में आरोपियों ने पेंट्रोल पंप के सेल्जमैन वेदप्रकाश निवासी सुल्तानपुरिया से पिस्तौल की नोक पर करीब 80 हजार रूपए की राशि लूट ली थी। आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के नाम सोमदीप उर्फ सोनू व कुलदीप निवासी ढाणी द्योतड़ बतलाए है। पुलिस दोनो आरोपियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

बेवफाई ने ली मनप्रीत की जान

डबवाली (लहू की लौ) गांव लखुआना के पास अद्र्धनग्न अवस्था में माईनर से करीब एक माह पूर्व मिले युवती के शव की पहचान पटियाला की खालसा कलोनी निवासी मनप्रीत कौर पुत्री निर्मल सिंह महंत के रूप में हुई है।
23 दिसंबर 2010 को थाना सदर पुलिस को गांव लखुआना के पास गांव गोबिंदगढ़ के नजदीक डबवाली माईनर से एक युवती का शव मिला था। युवती ने कीमती बूट और कपड़े पहने हुए थे। लेकिन उसका छाती का भाग नंगा था। ब्रा गले में लटकी हुई थी। इस मामले की जांच थाना सदर के एसआई सीता राम के पास थी। पुलिस ने लड़की की पहचान ढूंढने के लिए हिसार और बठिंडा तक खाक छानी थी। लेकिन पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने हरियाणा और पंजाब के सभी कंट्रोल रूमों में इस शव की सूचना दी थी और साथ में फोटो भी भेजे थे।
फोटो के आधार पर सूचना पाकर पटियाला की खालसा कलोनी के निवासी शमेशर कौर, रूपिंद्र कौर, अच्छर सिंह आदि मंगलवार को थाना सदर डबवाली पहुंचे। उन्होंने लड़की के पहने कपड़ो, बूट और फोटो के आधार पर उसकी पहचान मनप्रीत कौर के रूप में की। पुलिस को शमशेर कौर ने बताया कि यह उसकी बेटी है। जो पटियाला के जगदेव सिंह संधू बीएड कॉलेज में बतौर बीएड छात्रा पढ़ती थी। उसने यह भी बताया कि उसकी बेटी का एक लड़के के साथ लव चलता था।
इस संबंध में मनप्रीत कौर के भाई अच्छर सिंह की शिकायत पर थाना सिविल लाईन पटियाला में उसकी बेटी को मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में दफा 306 आईपीसी के तहत एक केस भी दर्ज करवाया गया था। जोकि मनप्रीत कौर के मोबाइल पर अंतिम कॉल के संदेह पर दर्ज करवाया गया था। अच्छर सिंह ने अपनी शिकायत में पटियाला पुलिस को बताया था कि उसकी बहन मनप्रीत कौर का अमलोह (फतेहगढ़ साहिब) निवासी पलविंद्र सिंह के बेटे गुरविंद्र सिंह के साथ लव चल रहा था। लेकिन मनप्रीत को जब पता चला कि गुरविंद्र शादीशुदा है और गुरविंद्र ने उसका यौन शोषण करने के बाद उससे शादी करवाने से इंकार कर दिया, तो उसने आत्महत्या कर ली।
पटियाला पुलिस के अनुसार गुरविंद्र सिंह एलआईसी एजेंट है और उसे अच्छर सिंह की शिकायत पर मनप्रीत कौर को मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस समय वह जेल में है।
एसआई सीता राम ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि फोटो और बूट के आधार पर उक्त शव की पहचान पटियाला की शमशेर कौर ने अपनी पुत्री मनप्रीत कौर के रूप में की।

19 जनवरी 2011

काऊंटर के नीचे से मिला नशा

डबवाली (लहू की लौ) जिला औषधि नियंत्रक ने मंगलवार को शहर में चौटाला रोड़ पर स्थित एक मेडिकल शॉप पर छापा मारकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की। शॉप बिना फार्मासिस्ट और बिना दुकान मालिक के चल रही थीं।
जिला औषधि नियंत्रक रजनीश धानीवाल ने बताया कि अर्जुन मेडिकल हाल पर छापामारी के दौरान नशे में प्रयुक्त होने वाली छह प्रकार की दवाईयां बरामद हुई हैं। जिनमें एविल 10 एमएल के 24 इंजेक्शन, 253 पाऊच कैरिसोल कैप्सूल (प्रयोग किए हुए), यूनीपोलम .5 की 200 गोली, लोमोटिल 200 गोली, रेकोडेक्स 100 की सात बोतल तथा क्रोमेथाजिन के 43 इंजेक्शन बरामद हुए। ये सभी नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां हैं। बिना डॉक्टर की पर्ची से इन्हें बेचा नहीं जा सकता। लेकिन जब इस शॉप पर छापामारी की गई, तो शॉप पर बैठा सुखदेव नामक युवक बिना पर्ची के दवाईयों को बेच रहा था। जबकि शॉप का फार्मासिस्ट सोहन लाल जिन्दल तथा मालिक मक्खन शर्मा दोनों नदारद थे। औषधि नियंत्रक के अनुसार नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां दुकान मालिक द्वारा काऊंटर के नीचे छुपाकर रखी गई थी। नशे के कारोबार को बड़ी चालाकी से गति दी जा रही थी। मौका पर उपस्थित सुखदेव नामक युवक बरामद हुई दवाईयों का कोई सेल-परचेज का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उन्होंने यह भी बताया कि मेडिकल शॉप पर फ्रीज होना भी जरूरी है। कुछ दवाईयां 2 डिग्र्री से 8 डिग्री तापमान तक रखी जाती हैं। लेकिन उक्त शॉप पर फ्री भी नहीं मिला। रजनीश धानीवाल के अनुसार वे उपरोक्त मामले की जानकारी ड्रग कंट्रोलर हिसार एनके आहूजा को देंगे। ताकि मेडिकल शॉप की आड़ में चल रही इस नशे की दुकान पर पाबंदी लगाई जा सकें।
इधर इस संबंध में जब अर्जुन मेडिकल हाल पर मौजूद युवक सुखदेव से पूछा गया तो उसने बताया कि शॉप का मालिक मक्खन उसका भाई है। आज वह बाहर था। जिसके कारण मंगलवार को पहली दफा उसे दुकान पर बैठना पड़ा। दुकान में नशा होने की उसे जानकारी नहीं थी।

महिलाओं से आठ टीन नकली देसी घी बरामद

डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने नकली देसी घी के संदेह में दो महिलाओं को काबू करके उनसे तथाकथित नकली देसी घी के 8 टीन बरामद किये हैं।
पुलिस को मुखबरी मिली थी कि सब्जी मंडी के पास दो महिलाएं नकली देसी घी के टीन लिये हुए बैठी हैं और वह इस घी को बेचने के लिए ग्राहक की तालाश में हैं। मुखबरी पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू अपने दल बल के साथ पहुंचे और मौका पर उन्होंने दो महिलाओं को 8 घी के टीन के साथ पाया। इसकी सूचना सरकारी अस्पताल के एसएमओ विनोद महिपाल को दी। उन्होंने जांच के लिए डॉ. एमके भादू को मौका पर भेजा।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि मौका पर पहुंचे डॉ. एमके भादू ने घी की प्राथमिक जांच के बाद बताया कि घी में मिलावट है जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। चिकित्सक ने मौका पर घी के नमूने लिये और जांच के लिए प्रयोगशाला चण्डीगढ़ में भेज दिये। इसकी सूचना प्योर फूड इंस्पेक्टर को देते हुए घी के 8 टीनों को कब्जे में लेकर सील कर दिया गया।
8 टीन घी कुल वजन एक क्विंटल 20 किलोग्राम के साथ हिरासत में ली गई महिलाओं ने अपनी पहचान जसवीर कौर (50) पत्नी गुरदास सिंह, चरणजीत कौर (45) पुत्र कल्लू उर्फ काका निवासीगण फल्लड़ (बठिंडा) के रूप में करवाई है। पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ धारा 272/273 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। महिलाओं ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह राजस्थान बीकानेर से 1500 रूपये प्रति टीन के हिसाब से इस घी को खरीद कर लाई हैं और उन्होंने इस घी को पंजाब में ले जाकर बेचना था।

18 जनवरी 2011

रणजीत से होंगे बड़े खुलासे

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस ने पंजाब से पिस्तौल की नोक पर लूटी गई वरना कार की गुत्थी को सुलझाते हुए एक युवक को कार सहित गिरफ्तार करके सोमवार को डबवाली की अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया है।  पुलिस को उम्मीद है कि जिला सिरसा में घटित दो लूट की वारदातें भी गिरफ्तार किये गये आरोपी से सुलझ सकती हैं।
सीआईए डबवाली को मुखबरी मिली थी कि लूट की एक कार को पंजाब से एक व्यक्ति बेचने के लिए बाया डबवाली सिरसा ले जा रहा है। इसी मुखबरी के आधार पर की गई नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने एक सफेद रंग की वरना कार को राऊंडअप कर लिया और कार चालक से गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा तो वह कागजात दिखाने में असमर्थ रहा। गहन पूछताछ के बाद युवक ने अपनी पहचान नवदीप सिंह उर्फ बिट्टू (28) पुत्र जसवन्त सिंह निवासी बबानिया थाना गिदड़बाहा के रूप में करवाते हुए बताया कि यह गाड़ी उसके दोस्त रणजीत सिंह ने बेचने के लिए दी है।
डबवाली सीआईए प्रभारी उपनिरीक्षक हवा सिंह ने बताया कि उनके नेतृत्व में डबवाली के बठिंडा चौक पर नाकाबंदी की हुई थी। इस दौरान पंजाब की तरफ से आई इस वरना कार को काबू किया गया तो गहन पूछताछ के दौरान आरोपी ने यह गाड़ी पंजाब के कोटकपूरा क्षेत्र में की गई लूटपाट के दौरान छीनी बताई और यह भी बताया कि उसके साथी रणजीत सिंह निवासी सलैचां थाना शाहकोट ने बेचने के लिए दी थी। रविवार को वह अपने बबानिया गांव से सिरसा के लिए चला था। आरोपी को सोमवार को एसडीजेएम महावीर सिंह की अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान औढां थाना क्षेत्र में 5 जनवरी की रात को बठिंडा के एलोपैथिक दवा एजेंट जतिन कीनरा की आई20 गाड़ी की लूट तथा डबवाली थाना के अन्तर्गत 17 दिसम्बर की सुबह एसआर पम्प मित्तल पेट्रो सर्विस शेरगढ़ के करिंदे से 70 हजार रूपये की नकदी लूटने की वारदातें भी सुलझ सकती हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी से बरामद की गई वरना कार की सूचना कोटकपूरा पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने आरोपी के अन्य साथियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं।
औढां और डबवाली थानों के अन्तर्गत लूटपाट की वारदाताओं को सुलझाने के लिए जिला पुलिस कप्तान सतेन्द्र गुप्ता ने छह टीमों का गठन किया हुआ है। जिसमें सीआईए सिरसा के इंस्पेक्टर किशोरी लाल, सीआईए डबवाली के उपनिरीक्षक हवासिंह, थाना शहर डबवाली के इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू, थाना सदर प्रभारी उपनिरीक्षक रतन सिंह, थाना औढां के इंस्पेक्टर हीरा सिंह, थाना कालांवाली के उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा पर आधारित टीमें शामिल हैं।
पिस्तौल की नोक पर लूटी थी नकदी व वरना
9 जनवरी शाम 7 बजे थाना सदर कोटकपूरा के अन्तर्गत आने वाले गांव बरझराका के पास मुक्तसर के शराब ठेकेदार गौरव कुमार की कार को अज्ञात युवकों ने हथियारों के बल पर उस समय लूट लिया था जब कार चालक जगजीत सिंह निवासी मुक्तसर ठेके के करिंदों जगदीश, सोनू, बलविन्द्र के साथ कोटईसेखां के ठेका से साढ़े चार लाख रूपये की नकदी लेकर आ रहे थे।  थाना सदर पुलिस कोटकपूरा ने कार चालक के ब्यान पर साढ़े चार लाख रूपये की नकदी और कार लूटने व हवाई फायर करने के आरोप में अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच का काम एसआई रूप चन्द को सौंप दिया था।

खाद के भरे ट्रकों का मामला उलझा : पुलिस ने नहीं किया सूचित

डबवाली (लहू की लौ) गांव जोगेवाला में गत रात किसानों द्वारा कालाबाजारी के आरोप में घेरे गए यूरिया खाद के भरे ट्रक को पुलिस के सुपुर्द करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध पैक्स सदस्य ने मामले की जांच करवाए जाने की मांग करते हुए इस मामले को उपमण्डलाधीश डबवाली के समक्ष उठाया है।
11 जनवरी 2011 को करीब 10 बजे दो ट्रक गांव जोगेवाला स्थित को-ऑपरेटिव सोसाईटी में आकर रूके थे। दोनों ट्रकों में यूरिया खाद के 600 बैग भरे हुए थे। खाद के ट्रकों की सूचना पाकर सोसाईटी के सेल्जमैन बिकर सिंह भी मौके पर पहुंचे थे। इसकी भनक पाकर सोसाईटी के सदस्य जग्गा सिंह किसानों के साथ मौका पर पहुंच गए थे। इस दौरान एक ट्रक मौका से फरार हो गया था। जबकि एक ट्रक को किसानों ने काबू करके थाना शहर पुलिस के इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू को सौंप दिया था। लेकिन 12 जनवरी की सुबह पुलिस ने इस ट्रक को यह कहते हुए छोड़ दिया था कि ट्रक गलती से गांव जोगेवाला में पहुंच गया था। जबकि ये डबवाली की फर्म हंसराज हमेश कुमार का था।
उपमण्डलाधीश डबवाली को सोमवार को जगजीत सिंह उर्फ जग्गा सिंह पुत्र विचित्र सिंह निवासी गांव जोगेवाला ने एक शिकायत पत्र देकर कहा है कि यूरिया खाद की कालाबाजारी की जांच की जाए। पत्र में शिकायतकर्ता ने लिखा है कि गांव में 11-1-2011 की रात्रि को करीब 7 बजे दो ट्राले यूरिया खाद के 600 थैले उनकी समिति के गोदाम में आए। सभी लोग इक्ट्ठे हो गए। समिति कर्मचारी को खाद उतरवाने के लिए फोन पर बुलाया गया। जब समिति कर्मचारी ने ट्रक ड्राईवरों से आकर खाद की बिल्टी देखने-दिखाने के लिए कहा, तो खाद की बिल्टी प्राईवेट फर्म सुरेन्द्र कुमार अमरनाथ व भोला राम अमरनाथ बिल्टी नं. 2620, 2621 था।
शिकायतकर्ता ने शिकायत में यह भी लिखा है कि उसी समय बिल्टी नं. व नाम उसने नोट कर लिया और ट्रक रोकने के लिए कहा। एक ड्राईवर ट्रक लेकर भाग गया। एक को किसानों ने रोककर थाना शहर डबवाली के इंचार्ज के हवाले कर दिया। शिकायतकर्ता के अनुसार जिस फर्म के नाम यह बिल्टी थी, उसके पास खाद बेचने का लाईसेंस/ऑथोरिटी नहीं है। पैक्स सदस्य ने आरोप लगाया कि ये यूरिया खाद के छह सौ थैले पंजाब में ब्लैक में बेचने के लिए ले जाए जा रहे थे। शिकायतकर्ता के अनुसार थाना शहर के इंचार्ज ने दूसरे दिन सुबह बिना किसी जांच के दोनों ट्रक छोड़ दिए। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो वे शहर डबवाली थाना में गए, खाद ट्रक के बारे में पूछताछ की, तो पता चला कि उक्त दोनों ट्रकों का रातों-रात गलत बिल्टी बनाकर मामला रफा-दफा कर दिया गया है। उपरोक्त घटना के संबंध में कृषि विभाग ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्हें जगजीत सिंह उर्फ जग्गा सिंह की उपरोक्त शिकायत मिली है। उन्होंने जांच के लिए इस शिकायत को उपमण्डल कृषि अधिकारी डबवाली के पास भेज दिया है।
उपमण्डल कृषि अधिकारी डॉ. बिजेन्द्र पाल ने बताया कि उपमण्डलाधीश से उन्हें जांच के लिए आदेश मिल गए हैं। लेकिन उन्होंने कृषि विभाग का इसमें किसी प्रकार का दोष होने से इंकार करते हुए कहा कि उनके पास इससे पूर्व इस संबंध में कोई शिकायत ही नहीं आई, जबकि पुलिस 12 जनवरी को 11 बजे उनके कार्यालय में बिल्टी लेकर आई थी और पुलिस ने बिल्टी पर लिखी फर्म हंसराज हमेश कुमार के लाईसंसी और रजिस्टर्ड होने संबंधी पूछा था। जिस पर उन्होंने इस फर्म के लाईसंसी होने की बात कही थी और पुलिस तुरंत वहां से चली गई थी। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि जब पुलिस ने माल को पकड़ा था, तो इसकी सूचना उसी समय उन्हें दी जानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने इस संबंध में उन्हें सूचित नहीं किया। वे उपमण्डलाधीश के आदेश पर मामले की जांच करेंगे। अगर इसमें कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।