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Lahoo Ki Lau
09 दिसंबर 2014
08 दिसंबर 2014
पार्सल में ब्लू सीडी आने से हड़कंप
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के एक वार्ड में पार्सल के जरिये ब्लू सीडी मिलने से सनसनी फैली हुई है। मामला पुलिस तक जा पहुंचा है। पार्सल भेजने वाला व्यक्ति कौन है, यह पता लगाने के लिये मौहल्ला वासी तथा पुलिस दोनों जुटे हुये हैं।
अर्जुन की तालाश जारी
मामला करीब पंद्रह दिनों से चल रहा है। लेकिन अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। जानकारी अनुसार पंद्रह दिन पूर्व दो युवक शहर की एक गली में आये जिनके हाथ में पार्सल था। किराये पर रह रही एक नर्स के घर पार्सल खिसकाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाईकर्स ने वहां से गुजर रहे करीब बारह वर्षीय बच्चे की मदद से पार्सल मकान में पहुंचा दिया। कुछ दिन पूर्व ही इसी गली में स्थित एक अन्य मकान में भी ब्लू सीडी पहुंच गई। सीडी के साथ आये एक पत्र में अश्लील शब्दावली का प्रयोग किया गया था। एक बच्चे पर सीडी तथा पत्र भेजने का आरोप लगाते हुये मकान मालिक ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी।
नर्स से बोले सीडी मिल गई
पता चला है कि बाईक सवार युवकों ने नर्स का पीछा नहीं छोड़ा। अपने भाई के साथ बाईक पर जा रही नर्स को बीच रास्ते बुलाकर मुंह ढांपे युवकों ने ब्लू सीडी मिलने के बारे में पूछा।
अर्जुन की तालाश जारी
उपरोक्त मामले को लेकर वार्ड के लोगों की एक पंचायत शनिवार को हुई। जिसमें उस बच्चे को भी बुलाया गया, जिसके हाथों पार्सल भेजा गया था। बच्चे ने बताया कि उसने बाईक पर आये युवकों के कहने पर नर्स के घर पर पार्सल दिया था। लेकिन दूसरे घर में सीडी कैसे पहुंची, उसे मालूम नहीं। बच्चे ने बताया कि पार्सल देने वाले युवक ने उसे अपना नाम अर्जुन बताते हुये कहा था कि अगर कोई पार्सल के बारे में पूछे तो बता देना अर्जुन देकर गया है। पंचायत में अर्जुन का नाम सामने आने के बाद वार्ड के लोगों का बच्चे के प्रति शक दूर हो गया। अब लोग अर्जुन नामक युवक की तालाश कर रहे हैं।
गोल बाजार पुलिस चौकी के एसआई भूप सिंह ने बताया कि उपरोक्त मामले की शिकायत पुलिस में आई है। पुलिस अर्जुन नामक युवक की तालाश कर रही है।
अर्जुन की तालाश जारी
मामला करीब पंद्रह दिनों से चल रहा है। लेकिन अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। जानकारी अनुसार पंद्रह दिन पूर्व दो युवक शहर की एक गली में आये जिनके हाथ में पार्सल था। किराये पर रह रही एक नर्स के घर पार्सल खिसकाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाईकर्स ने वहां से गुजर रहे करीब बारह वर्षीय बच्चे की मदद से पार्सल मकान में पहुंचा दिया। कुछ दिन पूर्व ही इसी गली में स्थित एक अन्य मकान में भी ब्लू सीडी पहुंच गई। सीडी के साथ आये एक पत्र में अश्लील शब्दावली का प्रयोग किया गया था। एक बच्चे पर सीडी तथा पत्र भेजने का आरोप लगाते हुये मकान मालिक ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी।
नर्स से बोले सीडी मिल गई
पता चला है कि बाईक सवार युवकों ने नर्स का पीछा नहीं छोड़ा। अपने भाई के साथ बाईक पर जा रही नर्स को बीच रास्ते बुलाकर मुंह ढांपे युवकों ने ब्लू सीडी मिलने के बारे में पूछा।
अर्जुन की तालाश जारी
उपरोक्त मामले को लेकर वार्ड के लोगों की एक पंचायत शनिवार को हुई। जिसमें उस बच्चे को भी बुलाया गया, जिसके हाथों पार्सल भेजा गया था। बच्चे ने बताया कि उसने बाईक पर आये युवकों के कहने पर नर्स के घर पर पार्सल दिया था। लेकिन दूसरे घर में सीडी कैसे पहुंची, उसे मालूम नहीं। बच्चे ने बताया कि पार्सल देने वाले युवक ने उसे अपना नाम अर्जुन बताते हुये कहा था कि अगर कोई पार्सल के बारे में पूछे तो बता देना अर्जुन देकर गया है। पंचायत में अर्जुन का नाम सामने आने के बाद वार्ड के लोगों का बच्चे के प्रति शक दूर हो गया। अब लोग अर्जुन नामक युवक की तालाश कर रहे हैं।
गोल बाजार पुलिस चौकी के एसआई भूप सिंह ने बताया कि उपरोक्त मामले की शिकायत पुलिस में आई है। पुलिस अर्जुन नामक युवक की तालाश कर रही है।
याचिका के बाद सरकार का फैसला सभी स्कूलों में लगेंगे अग्निश्मक यंत्र
बच्चों तथा शिक्षकों को अग्नि से बचाव का प्रशिक्षण दिया जायेगा
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड के उन्नीस सालों बाद पहली बार सरकार हरकत में आई है। प्रदेश के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों को नोटिस जारी करके अग्नि सुरक्षा प्रबंध करने के सख्त निर्देश दिये हैं। सरकार ने यह निर्णय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन एक मामले के बाद लिया है।
258 बच्चों की हुई थी मौत
23 दिसंबर 1995 को डीएवी स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम में हुये भीषण अग्निकांड में मरने वाले 442 लोगों में 258 स्कूली बच्चे थे। जिसके बावजूद सरकारें नहीं जागी थी। स्कूलों में अग्नि सुरक्षा प्रबंधों को लेकर रोहित सभ्रवाल वर्सेज प्रिंसीपल सेक्ट्री डिपार्टमेंट ऑफ लोकल बॉडी मामला अदालत में विचाराधीन है। मामले की गंभीरता को समझते हुये शहरी स्थानीय निकाय ने प्रदेश के सभी दमकल केंद्र अधिकारियों को नोटिस जारी करके सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा के प्रबंध पुख्ता करने के आदेश दिये हैं। जिसके बाद स्कूलों को धड़ाधड़ नोटिस निकाले जा रहे हैं। सरकार ने रिपोर्ट एक माह के भीतर मांगी है। ताकि उपरोक्त मामले की सुनवाई की आगामी तिथि 10 फरवरी 2015 को रिपोर्ट अदालत में समक्ष प्रस्तुत की जा सके।
सरकार ने एक माह में मांगी रिपोर्ट
शहरी स्थानीय निकाय एवं अग्निश्मन सेवा हरियाणा पंचकूला के निदेशक ने अपने पत्र में पूछा है कि जिला/नगर निगम क्षेत्र में कितने सरकारी, सहायता प्राप्त गैर सरकारी तथा बिना सहायता प्राप्त गैर सरकारी विद्यालय हैं, उनमें से कितने स्कूलों में अग्निश्मन सुरक्षा के प्रबंध हो चुके हैं? कितने स्कूलों द्वारा अग्निश्मन सुरक्षा का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लिया जा चुका है? कितने अध्यापकों/विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है तथा जिन स्कूलों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र/नवीनीकरण नहीं कराया है व अग्निश्मन उपकरण उपलब्ध नहीं करवाये गये हैं, उनके विरूद्ध क्या कार्यवाही की जा रही है? दमकल केंद्र प्रभारियों से एक माह के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।
स्कूलों को जारी हो रहे नोटिस
डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी आ रही है। लेकिन अभी तक डबवाली जैसे क्षेत्र में सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा के प्रबंध ना के बराबर हैं। पिछले दस वर्षों में कुछ स्कूलों ने ही अग्नि सुरक्षा के प्रबंध करते हुये एनओसी ली थी। लेकिन बाद में नवीनीकरण नहीं करवाया। सरकार ने प्रत्येक स्कूल में अग्नि सुरक्षा यंत्र लगाने के आदेश दिये हैं। सरकार के पत्र के बाद स्कूलों को नोटिस जारी किये जा रहे हैं। साथ में बच्चों तथा शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
-अमर सिंह, प्रभारी दमकल केंद्र, डबवाली
सरकारी स्कूल चाईल्ड वेल्फेयर फंड से खरीद सकते हैं यंत्र
चाईल्ड वेल्फेयर फंड का प्रयोग करके सरकारी स्कूल अग्नि सुरक्षा यंत्र खरीद सकते हैं। स्कूल मुखियों को इससे अवगत करवा दिया गया है। निजी स्कूलों में होने वाले वार्षिक उत्सवों की रिपोर्ट भी दमकल केंद्र को देने के निर्देश दिये गये हैं।
-संत कुमार बिश्नोई, बीईओ, डबवाली
वाहन टकराये, एक घायल
डबवाली (लहू की लौ) रविवार को मालवा बाईपास रोड़ पर दो वाहनों की जबरदस्त टक्कर के बाद एक वाहन साईकिल से जा भिड़ा। जिससे 14 वर्षीय एक बालिका घायल हो गई।
नरसिंह कलोनी निवासी गगन ने बताया कि वह दूध लेने के लिये साईकिल पर जा रही थी। इस दौरान दो गाडिय़ां आपस में टकरा गई। एक गाड़ी पलटे खाती हुई उसकी साईकिल से टकरा गई। जिससे वह घायल हो गई। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
हैबूआना के नजदीक हादसा
इधर गांव हैबूआना के नजदीक हुये सड़क हादसे में गांव बांडी निवासी कुलवंत सिंह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। कुलवंत सिंह गांव पथराला के एक निजी विद्यालय में बतौर बस चालक कार्यरत है। रविवार दोपहर को वह बाईक पर कालांवाली की ओर जा रहा था। मार्ग में सड़क पर बिखरे कांच के टुकड़ों के कारण उसका बाईक स्लिप कर गया। सरकारी एंबुलैंस ने उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचा। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
नरसिंह कलोनी निवासी गगन ने बताया कि वह दूध लेने के लिये साईकिल पर जा रही थी। इस दौरान दो गाडिय़ां आपस में टकरा गई। एक गाड़ी पलटे खाती हुई उसकी साईकिल से टकरा गई। जिससे वह घायल हो गई। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
हैबूआना के नजदीक हादसा
इधर गांव हैबूआना के नजदीक हुये सड़क हादसे में गांव बांडी निवासी कुलवंत सिंह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। कुलवंत सिंह गांव पथराला के एक निजी विद्यालय में बतौर बस चालक कार्यरत है। रविवार दोपहर को वह बाईक पर कालांवाली की ओर जा रहा था। मार्ग में सड़क पर बिखरे कांच के टुकड़ों के कारण उसका बाईक स्लिप कर गया। सरकारी एंबुलैंस ने उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचा। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
अवारा पशु से टकराया स्कूटर, एक घायल
डबवाली (लहू की लौ) अवारा पशुओं के कारण हादसे बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार रात को सिरसा रोड़ पर अवारा सांड से स्कूटर टकराने पर चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
20 वर्षीय अमर चंद पुत्र चंदन कुमार निवासी धालीवाल नगर, डबवाली ने बताया कि वह कैंटर यूनियन के नजदीक चाय की दुकान चलाता है। रात को दुकान मंगल करके स्कूटर पर वापिस घर जा रहा था। स्कूटर के आगे अचानक सांड़ आ गया। जिससे टकराने से वह बुरी तरह से घायल हो गया। अमर चंद के आंख, मुंह पर गंभीर चोट आई है।
20 वर्षीय अमर चंद पुत्र चंदन कुमार निवासी धालीवाल नगर, डबवाली ने बताया कि वह कैंटर यूनियन के नजदीक चाय की दुकान चलाता है। रात को दुकान मंगल करके स्कूटर पर वापिस घर जा रहा था। स्कूटर के आगे अचानक सांड़ आ गया। जिससे टकराने से वह बुरी तरह से घायल हो गया। अमर चंद के आंख, मुंह पर गंभीर चोट आई है।
एसडीएम ने चमकाया सिल्वर जुबली चौक
23 वर्षों से अपनी दशा पर आंसू बहा रहा था चौक, समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर किया सौंदर्यकरण
डबवाली (लहू की लौ) पिछले 23 वर्षों से सफाई की बाट जोह रहा प्रदेश का एकमात्र सिल्वर जुबली चौक रविवार को निखर गया। डबवाली में अपने बच्चों से मिलने आये भिवानी के उपमंडलाधीश सतीश कुमार ने चौक को साफ करने के लिये जैसे ही झाडू उठाया, तो सैंकड़ों हाथ उनके साथ उठ खड़े हुये। पानी की बौछार जैसे ही चौक में लगे पत्थर पर पड़ी तो डबवाली से जुड़ा इतिहास बाहर निकल आया।
डबवाली से बदलकर भिवानी गये एचसीएस सतीश कुमार के बच्चे इस वर्ष की शिक्षा पूरी करने के लिये डबवाली में रूके हुये हैं। बच्चों से मिलने के लिये शनिवार देर शाम को वे डबवाली पहुंचे थे। रविवार सुबह वे नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, सीनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला, वियोगी हरि शर्मा, उषा भट्टी, कनिष्ठ अभियंता सतपाल रोज के साथ अचानक गोल चौक में पहुंच गये। एसडीएम ने झाडू उठाकर चौक की सफाई शुरू कर दी। शेष कर्मचारी तथा शहर वासी भी इस कार्य में जुट गये। बाद में उपमंडलाधीश ने पानी की बौछारों से पार्क में लगे पेड़ों पर जमी धूल को हटाया। कुछ ही देर में पूरा पार्क चमकने लगा।
दिवंगत भजनलाल ने करवाया था निर्माणहरियाणा बने को 25 वर्ष पूरे होने पर त्रिवेणी शहर डबवाली में सिल्वर जुबली चौक का निर्माण 1991 में तत्कालीन भजनलाल सरकार ने करवाया था। जिस पर डबवाली के इतिहास का संक्षिप्त विवरण दिया गया। साथ में डबवाली क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों का भी परिचय दिया गया है। जोकि प्रदेश का एकमात्र सिल्वर जुबली चौक है। शहर की सौंदर्यता के प्रतीक इस चौक की आज तक किसी भी सरकार ने सुध नहीं ली। जबकि एसडीएम के झाडू उठाते ही चौक में बने विशाल पार्क में बहार आ गई।
पार्क को लिया गोद
गांव जंडवाला बिश्नोईयां के राजकीय स्कूल में अतिथि अध्यापक सुखमंदर देसूजोधा ने पार्क की साज-संभाल का जिम्मा उठाते हुये उसे गोद ले लिया। सुखमंदर देसूजोधा ने बताया कि वे पार्क में फूलों के पौधे लगाएंगे। रखरखाव की जिम्मेवारी भी उसकी होगी।
शहर से रिश्ता निभाने पहुंच गया
बेशक मेरा तबादला भिवानी हो गया। लेकिन डबवाली के लोगों से दिल का रिश्ता जुड़ गया है। इसी रिश्ते को निभाने के लिये बच्चों का प्रेम भी मुझे नहीं रोक पाया। सोशल नेटवर्किंग साईंटस फेसबुक के जरिये जैसे ही मुझे सिल्वर जुबली चौक की दशा के बारे में पता चला, तो इसके सुधार के लिये निकल आया। दशा सुधर गई है। चौक में सफेदी करवाने के बाद रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। बेशक चौक नेशनल हाईवे के तहत आता है। लेकिन समाजसेवी संस्थाएं इस कार्य में अपना योगदान दे रही हैं।
-सतीश कुमार, उपमंडलाधीश, भिवानी
धूल पर लगानी होगी किक, कांटों पर दौड़ेंगी बेटियां
डबवाली (लहू की लौ) बगैर तैयारियों के खेल विभाग हरियाणा गुरू गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम में खंड स्तरीय राजीव गांधी खेल प्रतियोगिता करवाने जा रहा है। सोमवार से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में पांच खेल होंगे। जिसमें पहले दिन लड़कियों तथा दूसरे दिन लड़कों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करनी है।
स्टेडियम से लाईव
दिन : रविवार
समय : 11 बजे
रिपोर्ट : स्टेडियम में उड़ रही धूल के बीच कुछ खिलाड़ी फुटबाल खेल रहे हैं। कल इसी जगह पर धूल के बीच खंड स्तरीय मुकाबलों में 16 वर्षीय लड़कियों को अपना दमखम दिखाना होगा। सवाल उठता है कि धूल भरे मैदान में बेटियां या बेटे अपना शत् प्रतिशत प्रदर्शन कर पाएंगे? फुटबाल सहित एथलीट, कबड्डी, बॉलीबाल, बॉस्केटबॉल के मुकाबले भी होंगे। एथलीट ट्रेक को देखकर लग रहा है जैसे देश के भावी खिलाडिय़ों की अग्नि परीक्षा होने जा रही है। चूंकि ट्रेक पर कंटीली झाडिय़ां हैं। इसके साथ-साथ कंकर तथा पत्थरों पर भी दौड़ लगानी होगी। बॉलीबाल मैदान को देखने भर से ही तैयारियों का सहज अंदाजा लग जाता है। नेट ईंटों के सहारे टिका हुआ है। वहीं चारों ओर गंदगी का आलम है। बास्केटबॉल मैदान बेहतर नजर आया। करीब एक वर्ष पहले बने इस मैदान में दरारें आ गई हैं।
पानी की अव्यवस्था, हरियाली को चट कर रही दीमक : स्टेडियम में पानी की व्यवस्था के नाम पर एकमात्र टैंक है। इसी से पूरे स्टेडियम को पानी मिलता है। खिलाडिय़ों की प्यास भी इसी से बुझती है। खंड स्तरीय प्रतियोगिता के लिये किराये के टैंकों की व्यवस्था करके सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ेगा। वहीं पानी की कमी के कारण हरियाली प्रभावित हो रही है। हरियाली को दीमक चाट रही है।
पंचायती राज विभाग ने नहीं उठाया कदम
करीब आठ माह पहले पंचायती राज विभाग को 8.40 लाख रूपये जमा करवाये थे। जिससे स्टेडियम में इलेक्ट्रोनिक्स कार्य के साथ-साथ टयूब्बैल लगना था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पानी की कमी के कारण पूरे स्टेडियम में धूल भरा वातावरण है। खंड स्तरीय खेलों के लिये सरकार ने 50 हजार रूपये की राशि दी है। इससे मैदान भी तैयार करना है, खिलाडिय़ों को रिफ्रेशमेंट देने के साथ-साथ बस किराया भी देना है।
-सुखजीत सिंह सुक्खी, कोच
गुरू गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम
जल्द लगाया जायेगा टयूब्बैल
हां खेल विभाग ने करीब साढ़े आठ लाख रूपये की राशि जमा करवाई है। पंचायती राज विभाग की इलेक्ट्रोनिक्स विंग अपना कार्य कर रही है। शेष बची राशि से जल्द टयूब्बैल लगाया जायेगा।
-सतीश कुमार, एसडीई
पंचायती राज विभाग, डबवाली
सीएम खट्टर से मिलेंगे डबवाली अग्निकांड पीडि़त
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन की एक बैठक रविवार को अग्निकांड स्मारक स्थल पर हुई। जिसकी अध्यक्षता शमशेर सिंह ने की।
सीएम से मिलेंगे अग्निकांड पीडि़त
इस मौके पर उपस्थित अग्निकांड पीडि़तों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके 19वीं बरसी 23 दिसंबर को सर्वधर्म सभा के रूप में मनाने का निर्णय लिया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अग्निकांड पीडि़तों की समस्याओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री हरियाणा से मिला जायेगा। सरकार से मांग की गई कि अग्निकांड स्मारक स्थल को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में स्वीकार किया जाये और अग्निकांड में शहीद हुये बच्चों की याद में बनाये गये सरकारी अस्पताल को अपग्रेड करके प्लास्टिक तथा कॉस्मेटिक सर्जन की व्यवस्था की जाये। जिससे अग्निकांड का दंश सह रहे घायलों को आवश्यक उपचार मिल सके।
काऊंसलिंग करवाये सरकार
बैठक में अग्निकांड पीडि़तों के बच्चों को नौकरी देने का मामला भी उठा। यह मांग भी सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया कि सरकार अग्निकांड पीडि़तों की काऊंसलिंग लेकर उनके दर्द को सुने और जो भी उनके लिये आवश्यक बन पड़े, वह करे। इस मौके पर विनोद बांसल, सुरेंद्र कालड़ा, अमर लाल, पालविंद्र शास्त्री, चंद्रकला, उमेश कुमार, सुमन, रमेश सचदेवा, सुच्चा सिंह भुल्लर, राजीव वढेरा, इकबाल शांत, जयमुनी गोयल उपस्थित थे।
संचालक कमेटी का गठन
बैठक में डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन के अंतर्गत 19वीं बरसी मनाने के लिये एक संचालन समिति का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से जयमुनी गोयल अध्यक्ष, विनोद बांसल सचिव, शमशेर सिंह कोषाध्यक्ष, इकबाल शांत उपाध्यक्ष, राजीव वढेरा सहसचिव, पालविंद्र शास्त्री मैनेजर, सुच्चा सिंह, चंद्रकला, उमेश मित्तल, अमर लाल अनेजा को लंगर कमेटी सदस्य तथा आचार्य रमेश सचदेवा को पीआरओ चुना गया।
सीएम से मिलेंगे अग्निकांड पीडि़त
इस मौके पर उपस्थित अग्निकांड पीडि़तों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके 19वीं बरसी 23 दिसंबर को सर्वधर्म सभा के रूप में मनाने का निर्णय लिया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अग्निकांड पीडि़तों की समस्याओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री हरियाणा से मिला जायेगा। सरकार से मांग की गई कि अग्निकांड स्मारक स्थल को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में स्वीकार किया जाये और अग्निकांड में शहीद हुये बच्चों की याद में बनाये गये सरकारी अस्पताल को अपग्रेड करके प्लास्टिक तथा कॉस्मेटिक सर्जन की व्यवस्था की जाये। जिससे अग्निकांड का दंश सह रहे घायलों को आवश्यक उपचार मिल सके।
काऊंसलिंग करवाये सरकार
बैठक में अग्निकांड पीडि़तों के बच्चों को नौकरी देने का मामला भी उठा। यह मांग भी सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया कि सरकार अग्निकांड पीडि़तों की काऊंसलिंग लेकर उनके दर्द को सुने और जो भी उनके लिये आवश्यक बन पड़े, वह करे। इस मौके पर विनोद बांसल, सुरेंद्र कालड़ा, अमर लाल, पालविंद्र शास्त्री, चंद्रकला, उमेश कुमार, सुमन, रमेश सचदेवा, सुच्चा सिंह भुल्लर, राजीव वढेरा, इकबाल शांत, जयमुनी गोयल उपस्थित थे।
संचालक कमेटी का गठन
बैठक में डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन के अंतर्गत 19वीं बरसी मनाने के लिये एक संचालन समिति का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से जयमुनी गोयल अध्यक्ष, विनोद बांसल सचिव, शमशेर सिंह कोषाध्यक्ष, इकबाल शांत उपाध्यक्ष, राजीव वढेरा सहसचिव, पालविंद्र शास्त्री मैनेजर, सुच्चा सिंह, चंद्रकला, उमेश मित्तल, अमर लाल अनेजा को लंगर कमेटी सदस्य तथा आचार्य रमेश सचदेवा को पीआरओ चुना गया।
पहले कांग्रेस ने लूटा, अब भाजपा लूट रही-चौटाला
डबवाली (लहू की लौ) इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने रविवार को डबवाली हल्के के गांव गोरीवाला, लंबी, सुकेराखेड़ा, जोतांवाली का दौरा कर नैना सिंह चौटाला को विजयी बनाने पर ग्रामीणों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस व बीजेपी दोनों दलों मे कोई फर्क नही हैं। दोनों दल किसान, मजदूर व कमेरा वर्ग के विरोध मे नीतियां बनाते है। पहले कांग्रेस ने दोनों हाथों से देश के लोगों को लूटा और अब भाजपा शोषण कर रही है। मजदूर को पूरी मजदूरी नही मिल रही और किसान को फसल के उचित दाम नही दिए जा रहें । किसानी घाटेे का सौदा बन गई है और प्रदेश का धरती पुत्र भूखे मरने के कगार पर है। कपास व धान का भाव अपने न्यूनतम मूल्य पर पहुंच गया है लेकिन बीज व खाद की कीमतें आसमान छू रही है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह सब हालात तब बदलेंगे जब सत्ता की बागडोर सही हाथों मे होगी। उन्होंने हल्के के लोगों को परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि उनके संघर्ष व सहयोग की कभी कोई कमी नहीं रही और आगे भी ऐसे ही सहयोग व सघंर्ष करना होगा। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनेलो के कार्यकर्ता चौ. देवीलाल की सोच व नीतियों पर चलने वाली फौज है। ऐसे में बिना मुकाम हासिल किए इस फौज ने पीछे बैरक में लौटना नहीं सीखा। इस मौके पर उनके साथ राधेराम गोदारा, संदीप गंगा, सर्वजीत मसीतां, लवली मैहता, गिरधारी बिस्सू, कुलदीप जम्मू, मंदर सिंह सरां, सरपंच पवन मैहता, राकेश कुमार, रामकुमार बिश्नोई व मनजीत सिंह सिधू मौजूद थे।
वार्षिक वेद प्रचार उत्सव की तैयारियां पूर्ण
डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर यज्ञशाला में रविवारीय साप्ताहिक हवन यज्ञ उपरांत आर्य बंधुओं की एक आवश्यक बैठक आर्य समाज के वरिष्ठ सदस्य भारत मित्र छाबड़ा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें आर्य समाज की ओर से आगामी 10 दिसंबर, बुधवार से शुरू होने वाले पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव को लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यह जानकारी देते हुए महामंत्री सुदेश कुमार आर्य ने बताया कि वैदिक प्रवक्ता आचार्य हरि प्रसाद शास्त्री व भजनोपदेशक राजवीर शास्त्री दिल्ली से तथा जसविंद्र आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक से 9 दिसंबर, मंगलवार सायं डबवाली पहुंच जाएंगे। व्यवस्था के लिये एसके दुआ, रामफल आर्य व व्यवस्था प्रमुख राज कुमार की ड्यूटी लगाई गई। पारिवारिक कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम दिवय बहादर सिंह कूका, 11 दिसंबर को राम कुमार डीसीएमवाले, 12 दिसंबर को विनोद बांसल पूर्व पार्षद तथा 13 दिसंबर को रवि कुमार छाबड़ा चक्की वाले के आवास पर प्रात: 9 बजे से 11 बजे तक होगा तथा रात्रिकालीन सत्र साढ़े 7 बजे से 10 बजे तक प्रतिदिन व पूर्णाहुति 14 दिसंबर, रविवार को प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक होगी। मौके पर बीएन रहेजा, राम कुमार बांसल, नीलम राय, सावित्री देवी, शास्त्री कमलेश उपस्थित थे। इससे पूर्व आर्य समाज मंदिर में पुरोहीत कमलेश शास्त्री के सानिध्य में साप्ताहिक हवन यज्ञ आयोजित हुआ।
आज होगा एक्सरे
डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा की राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला में जेबीटी प्रशिक्षु के कहर का शिकार हुई 12 वर्षीय सोमा के हाथ का सोमवार को एक्स-रे होगा।
सोमा के पिता शंकर लाल ने बताया कि चिकित्सक ने एक्सरे करवाने की सलाह दी थी लेकिन रविवार की छुट्टी होने के कारण एक्सरे नहीं हो पाया। सोमवार को एक्सरे के बाद चिकित्सक रिपोर्ट बनायेगा। शंकर के अनुसार बेटी के हाथ पर सोजिश पहले से बढ़ी है।
अभी शिकायत नहीं
इधर गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी भाना राम ने बताया कि फिलहाल पुलिस के पास शिकायत या फिर एमएलआर नहीं पहुंची है। शिकायत मिलने के तुरंत बाद आगामी कार्रवाई शुरू की दी जायेगी।
सोमा के पिता शंकर लाल ने बताया कि चिकित्सक ने एक्सरे करवाने की सलाह दी थी लेकिन रविवार की छुट्टी होने के कारण एक्सरे नहीं हो पाया। सोमवार को एक्सरे के बाद चिकित्सक रिपोर्ट बनायेगा। शंकर के अनुसार बेटी के हाथ पर सोजिश पहले से बढ़ी है।
अभी शिकायत नहीं
इधर गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी भाना राम ने बताया कि फिलहाल पुलिस के पास शिकायत या फिर एमएलआर नहीं पहुंची है। शिकायत मिलने के तुरंत बाद आगामी कार्रवाई शुरू की दी जायेगी।
हादसों से बचने के लिये अपनायें दो सैकंड फार्मूला
आज दो स्कूलों में चलेगा यातायात जागरूकता अभियान
डबवाली (लहू की लौ) ड्राईविंग के दौरान मामूली सी चूक हादसे को अंजाम देती है। हरियाणा पुलिस चूक से बचने के लिये दो सेकंड नियम का प्रयोग करने की सलाह देती है। अगर इस नियम पर चला जाये तो बहुत सी जानें बच सकती हैं।
सुरक्षित ड्राईविंग के लिये अपने वाहन और आगे चल रहे वाहन के बीच उचित दूरी बनाय रखना एक अच्छी आदत है। यह धीमे होने या सुरक्षित रूप से अपना रास्ते बदलने हेतू पर्याप्त स्थान देती है। यातायात, गति, मौसम की स्थिति व दृश्यता इस सुरक्षित दूरी पर प्रभाव डालते हैं। 2 सेंकड नियम का मतलब है कि आपको अपने वाहन को आगे जा रहे वाहन से इतनी दूरी पर रखना चाहिये कि यदि अगला वाहन रूक जाये तो आपके वाहन को उस तक पहुंचने में कम से कम दो सेकंड लगें। हरियाणा पुलिस ने अपनी सड़क सुरक्षा पुस्तक में 2 सेकंड नियम की विस्तृत व्याख्या की है। शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह के अनुसार पीछे चलने की दूरी को मापने के लिये आपके आगे चल रहे वाहन के आगे एक निश्चित वस्तु जैसे टेलीफोन पोल, एक पुल या एक पेड़ चुनिए। जैसे ही आपके आगे का वाहन उस वस्तु से गुजरता है आप एक हजार एक, एक हजार दो, एक हजार तीन कहते हुये गिनती शुरू करें और ऐसा करते रहें जब तक आपका वाहन भी उसी वस्तु तक न पहुंच जाये। यदि आप एक हजार दो गिनने से पूर्व ही उस वस्तु तक पहुंच जायें तो इसका मतलब आपकी पीछे चलने की दूरी सुरक्षित से बहुत कम है।
एमएसएम/पीएसएल नियम
रक्षात्मक ड्राईविंग के सबसे महत्वपूर्ण नियमों में से एक है एमएसएम। जिसका अर्थ है मिरर, सिग्नल, मैन्युवर। नियमित रूप से रियर-व्यू मिरर और साईड मिरर से सड़क की बाएं और दायं ओर देखते रहना महत्वपूर्ण है। यह एक मानसिक चित्र बनाने में मदद करता है कि आपके पीछे सड़क पर क्या है। दिशा बदलने की योजना बनाने से पूर्व दर्पण में चौकसीपूर्वक यातायात का निरीक्षण करते रहें।
सिग्नल : एक बार जब दर्पण का निरीक्षण कर लिया हो और अपनी दिशा बदलने के लिये रास्ता स्पष्ट लग रहा हों तो वाहन के दिशा सूचक या हाथ से संकेत करके या दोनों का ही प्रयोग करते हुये मुडऩे का संकेत दिया जा सकता है।
मैन्युवर : जब वास्तव में ही दिशा बदलने की कार्यवाही करते हैं, इस चरण को आगे तीन उप चरणों में विभाजित किया जा सकता है। जिसके तहत पोजिशन, स्पीड और लुक हैं। तीनों उपचरणों को ध्यान में रखकर रक्षात्मक ड्राईविंग की जा सकती है।
आज भी चलेगा अभियान
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह ने बताया कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के लिये अभियान जारी रहेगा। सोमवार को खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल तथा डीएवी स्कूल में बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जायेगा।
07 दिसंबर 2014
सवालों के जवाब न देने पर बेटी पर बरसे डंडे
गांव गंगा की प्राथमिक पाठशाला में जेबीटी प्रशिक्षु ने की हरकत
डबवाली(लहू की लौ) गांव गंगा की राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला में एक जेबीटी प्रशिक्षु ने गणित के सवाल हल न करने पर बालिकाओं पर डंडे बरसा दिये। एक बच्ची को बारह डंडे खाने पड़े। जिससे उसके बांयें हाथ का अंगूठा बुरी तरह से चोटिल हुआ है। शनिवार को उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
चौथी कक्षा में पढऩे वाली 12 वर्षीय सोमा ने बताया कि शुक्रवार को गणित अध्यापक अमन ने भाग के पांच सवाल हल करने के लिये दिये थे। उसके पांचों सवाल गलत थे। जिस पर मास्टर जी को गुस्सा आ गया। उन्होंने उसके हाथों पर जोर-जोर से 12 डंडे लगाये। कक्षा में अन्य बच्चों को भी डंडों से बुरी तरह से पीटा। जिसके बाद से उसके बाएं हाथ के अंगूठे में दर्द हो रहा है। अंगूठा में सोजिश आ गई है। छात्रा के अनुसार अध्यापक उन्हें हिंदी विषय भी पढ़ाते हैं। वीरवार को हिंदी के प्रश्नों का गलत उत्तर देने पर उसके दो डंडे मारे थे।
स्कूल में छुट्टी के बाद शुक्रवार शाम को सोमा घर लौटकर रोने लगी। उसने अपनी मां बाईली देवी को उपरोक्त बात बताते हुये हाथ पर लगी चोट दिखाई। मार्ग में मिले अमन को देखकर बाईली देवी उससे भिड़ गई। अमन ने जैसे ही सुबह उपचार करवाने की बात कही तो मां को गुस्सा आ गया। आनन-फानन में अमन सोमा को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोरीवाला में पहुंचा। मरहम पट्टी करवाने के बाद सोमा को वापिस घर छोड़ दिया।
सोमा के पिता शंकर लाल ने बताया कि उसकी बेटी के अंगूठे में सोजिश आई हुई है। शनिवार को सोजिश ज्यादा बढ़ गई। अमन उनके गांव में रहता है। सुबह करीब साढ़े 6 बजे वह अपने किये पर माफी मांगने के लिये उनके घर पहुंचा गया। हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा। जब उन्होंने सोमा का हाथ दिखाया तो मौका से भाग खड़ा हुआ।
हाथ पर है गंभीर चोट, एक्सरे करवाएंगे
बच्ची के हाथ पर गंभीर चोट है। अंगूठे में सोजिश है। फ्रेक्चर का पता करने के लिये सोमवार को एक्स-रे करवाया जायेगा।
-बलेश बांसल, चिकित्सक सिविल अस्तपाल, डबवाली
मैंने समझाया था, लेकिन नहीं माना
सितंबर माह में छह जेबीटी प्रशिक्षुओं ने पाठशाला में ज्वाईन किया है। पढऩे में कमजोर बच्चों का जिम्मा इन प्रशिक्षुओं को दिया गया है। जिम्मा सौंपते समय प्रशिक्षुओं को बच्चों को पीटने के संबंध में मना किया गया था। लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी। बच्चों को पीटना गलत है। संबंधित प्रशिक्षु अमन पर कार्रवाई की जायेगी।
-राजविंद्र कौर, इंचार्ज
राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला, गंगा
मामले की जांच करेंगे
स्कूलों में बच्चों को पीटने में सख्त मनाही है। जेबीटी प्रशिक्षु ने जो किया वो सरासर गलत है। मामले की जांच की जायेगी। जिसके बाद आगामी कार्रवाई की जायेगी।
-संत कुमार बिश्नोई, बीईओ, डबवाली
शिकायत आते ही करेंगे कार्रवाई
फिलहाल शिकायत नहीं आई है। शिकायत आते ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
-भाना राम, प्रभारी पुलिस चौकी, गोरीवाला
सिग्नल सिस्टम से जुड़ा कलोनी रोड़ रेलवे फाटक
डबवाली (लहू की लौ) करीब साढ़े पांच माह से आधुनिक होने की इंतजार में पड़ा कलोनी रोड़ रेलवे फाटक शनिवार को सिग्नल सिस्टम से जुड़ गया। रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर इंद्राज मीणा ने बताया कि अब तक रेलवे फाटक पर लगी लाल बत्ती तथा सफेद बत्ती को मिट्टी तेल से जलाना पड़ता था। अब कलोनी रोड़ रेलवे फाटक पर ऐसा नहीं होगा। यहीं नहीं फाटक की चौड़ाई बढ़ा दी गई है। 8 मीटर से 10 मीटर कर दी गई है।
लोक अदालत में साढ़े 24 लाख रूपये की रिकवरी
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत बैंकों के लिये वरदान साबित हुई। बैंकों के कुल 88 मामले प्रस्तुत हुये। जिसमें 18 मामलों का निपटारा हुआ। जिससे 23 लाख 34 हजार 017 रूपये की वसूली हुई। कोर्ट परिसर में उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अध्यक्षता में लोक अदालत आयोजित हुई। जिसमें न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी तथा देवेंद्र सिंह ने भी मामलों पर सुनवाई की। तीनों जस्टिस के सामने कुल 844 मामले प्रस्तुत हुये। जिनमें से 504 का निपटारा हो गया। हल हुये केसों से 24 लाख 63 हजार 491 रूपये की रिकवरी हुई।
उन्नीस सालों में गाडिय़ां बढ़ीं आग बुझाने वाले हाथ नहीं
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड के उन्नीस वर्षों बाद भले ही केंद्र तथा प्रदेश में सरकारें बदलती रही हों। लेकिन व्यवस्था में परिवर्तन नहीं हुआ। आज भी डबवाली के दमकल केंद्र में हालात वैसे ही हैं, जैसे वर्ष 1995 में थे। बेशक गाडिय़ों की संख्या बढ़ गई। किंतु आग बुझाने वाले हाथ नहीं बढ़े। आज भी त्रिवेणी शहर के लिये सरकार के वहीं नियम हैं, जो 23 दिसंबर 1995 में थे। नप के दमकल केंद्र में सरकार ने जो पद स्वीकृत किये हैं, वे एक गाड़ी के लिये भी पूरे नहीं बैठते। ऐसे में किराये के फायरमैन से गाड़ी चलाई जा रही है।
हरियाणा फायर सर्विस रूल के अनुसार एक गाड़ी पर एक कमांडर, एक चालक तथा चार फायरमैन होने चाहिये। वर्तमान समय में नप के दमकल केंद्र में रेगुलर स्टॉफ के साथ-साथ चार फायरमैन तथा तीन चालक डीसी रेट पर भर्ती हैं। इसके बावजूद भी तीन गाडिय़ों पर स्टॉफ पूरा नहीं होता। आग लगने की स्थिति में एक गाड़ी के साथ एक फायरमैन ही जा पाता है। ऐसे में पक्के तथा कच्चे कर्मचारियों को अतिरिक्त डयूटी देनी पड़ रही है। वहीं दो गाडिय़ों की स्थिति अच्छी नहीं है। दमकल केंद्र में जो गाडिय़ां हैं, उनमें से एक गाड़ी 13 साल पुरानी यानी 2001 मॉडल है। जबकि शेष दो गाडिय़ां 2007 तथा 2012 मॉडल हैं।
एक गाड़ी पर चाहिये छह लोग
हां यह सही है कि सर्विस रूल के अनुसार एक गाड़ी पर छह लोगों का स्टॉफ जरूरी है। सरकार ने एक गाड़ी का स्टॉफ स्वीकृत हुआ है। कई बार मांग करने के बाद अस्थाई नियुक्तियां की गई। इसके बावजूद भी कर्मचारी पूरे नहीं है। हर माह कर्मचारियों की डिमांड की जाती है। डबवाली में तंग बाजार तथा तंग गलियां हैं। आग लगने की स्थिति में वहां तक पहुंचने का कोई साधन नहीं है। दो छोटी गाडिय़ों की डिमांड की गई है।
-अमर सिंह, प्रभारी
दमकल केंद्र, डबवाली
अग्निश्मन विभाग के एकीकरण के प्रयास
दमकल केंद्र नगर परिषद से जुड़ा हुआ है। इसके एकीकरण के प्रयास चल रहे हैं। जिसको लेकर भर्ती का मामला खटाई में है। हर माह कर्मचारियों की रिपोर्ट सरकार के पास भेजी जाती है।
-ऋषिकेश चौधरी, सचिव
नगर परिषद, डबवाली
हरियाणा फायर सर्विस रूल के अनुसार एक गाड़ी पर एक कमांडर, एक चालक तथा चार फायरमैन होने चाहिये। वर्तमान समय में नप के दमकल केंद्र में रेगुलर स्टॉफ के साथ-साथ चार फायरमैन तथा तीन चालक डीसी रेट पर भर्ती हैं। इसके बावजूद भी तीन गाडिय़ों पर स्टॉफ पूरा नहीं होता। आग लगने की स्थिति में एक गाड़ी के साथ एक फायरमैन ही जा पाता है। ऐसे में पक्के तथा कच्चे कर्मचारियों को अतिरिक्त डयूटी देनी पड़ रही है। वहीं दो गाडिय़ों की स्थिति अच्छी नहीं है। दमकल केंद्र में जो गाडिय़ां हैं, उनमें से एक गाड़ी 13 साल पुरानी यानी 2001 मॉडल है। जबकि शेष दो गाडिय़ां 2007 तथा 2012 मॉडल हैं।
एक गाड़ी पर चाहिये छह लोग
हां यह सही है कि सर्विस रूल के अनुसार एक गाड़ी पर छह लोगों का स्टॉफ जरूरी है। सरकार ने एक गाड़ी का स्टॉफ स्वीकृत हुआ है। कई बार मांग करने के बाद अस्थाई नियुक्तियां की गई। इसके बावजूद भी कर्मचारी पूरे नहीं है। हर माह कर्मचारियों की डिमांड की जाती है। डबवाली में तंग बाजार तथा तंग गलियां हैं। आग लगने की स्थिति में वहां तक पहुंचने का कोई साधन नहीं है। दो छोटी गाडिय़ों की डिमांड की गई है।
-अमर सिंह, प्रभारी
दमकल केंद्र, डबवाली
अग्निश्मन विभाग के एकीकरण के प्रयास
दमकल केंद्र नगर परिषद से जुड़ा हुआ है। इसके एकीकरण के प्रयास चल रहे हैं। जिसको लेकर भर्ती का मामला खटाई में है। हर माह कर्मचारियों की रिपोर्ट सरकार के पास भेजी जाती है।
-ऋषिकेश चौधरी, सचिव
नगर परिषद, डबवाली
राजकीय स्कूल में हर रोज लगेगा 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड
डबवाली (लहू की लौ) आपको जीवन अनमोल है। खून इंसान को चाहिये, न की सड़क को। सुरक्षा उतरी जरूरी है, जितनी एबीसी। इसलिये आप ट्रेफिक नियमों का पालन कीजिये, दूसरों को भी नियमों की पालना करने की हिदायत दीजिये। ये शब्द शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान की शुरूआत करते हुये शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कहे। इस मौके पर थाना प्रभारी के कहने पर प्रिंसीपल ने प्रतिदिन 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड लगाने की भी घोषणा की।
विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया
थाना प्रभारी ने यातायात नियमों को लेकर विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी लापरवाही से बड़ा हादसा हो जाता है। अगर यातायात नियमों के बारे में ज्ञान हो तो लापरवाही से बचा जा सकता है। देश में दिन ब दिन हादसों में लगातार बढ़ौतरी हो रही हैं। असंख्या जानें जा रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सवाल पूछे। थाना प्रभारी ने कहा कि 16 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे गियर बगैर स्कूटी चलाने के हकदार हैं। 18 वर्ष का युवा लाईसेंस लेकर ही गियर वाला वाहन चला सकता है। थाना प्रभारी ने वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के दौरान हेलमेट जान बचा सकता है। उन्होंने कार या चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट की आदत डालने का आह्वान किया। इसके बाद थाना प्रभारी ने एचपीएस सीनियर सैकेंडरी स्कूल में भी बच्चों को ट्रेफिक नियमों की जानकारी दी।
मुझे हेलमेट ने बचाया
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल सुरजीत सिंह ने कहा कि मेरा बाईक कार के साथ भिड़ा था। करीब 12 फुट ऊंचाई से उछलने के बाद मैं जमीन पर गिरा था। बेशक उस दौरान मैं बेहोश हो गया। लेकिन मेरे पहने हेलमेट ने मेरी जान बचाई। उन्होंने बच्चों को हेलमेट पहने की आदत डालने की सलाह दी।
हर रोज लगेगा ट्रेफिक पीरियड
अपने अलग अंदाज में क्रियाकलाप करने के लिये अग्रणी रहने वाला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इस बार भी बाजी मार गया। स्कूल प्रिंसीपल ने कहा कि मोर्निंग असेंबली में हर रोज 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड होगा। जिसमें बच्चों को ट्रेफिक नियमों के बारे में परिचित करवाया जायेगा।
विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया
थाना प्रभारी ने यातायात नियमों को लेकर विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी लापरवाही से बड़ा हादसा हो जाता है। अगर यातायात नियमों के बारे में ज्ञान हो तो लापरवाही से बचा जा सकता है। देश में दिन ब दिन हादसों में लगातार बढ़ौतरी हो रही हैं। असंख्या जानें जा रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सवाल पूछे। थाना प्रभारी ने कहा कि 16 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे गियर बगैर स्कूटी चलाने के हकदार हैं। 18 वर्ष का युवा लाईसेंस लेकर ही गियर वाला वाहन चला सकता है। थाना प्रभारी ने वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के दौरान हेलमेट जान बचा सकता है। उन्होंने कार या चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट की आदत डालने का आह्वान किया। इसके बाद थाना प्रभारी ने एचपीएस सीनियर सैकेंडरी स्कूल में भी बच्चों को ट्रेफिक नियमों की जानकारी दी।
मुझे हेलमेट ने बचाया
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल सुरजीत सिंह ने कहा कि मेरा बाईक कार के साथ भिड़ा था। करीब 12 फुट ऊंचाई से उछलने के बाद मैं जमीन पर गिरा था। बेशक उस दौरान मैं बेहोश हो गया। लेकिन मेरे पहने हेलमेट ने मेरी जान बचाई। उन्होंने बच्चों को हेलमेट पहने की आदत डालने की सलाह दी।
हर रोज लगेगा ट्रेफिक पीरियड
अपने अलग अंदाज में क्रियाकलाप करने के लिये अग्रणी रहने वाला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इस बार भी बाजी मार गया। स्कूल प्रिंसीपल ने कहा कि मोर्निंग असेंबली में हर रोज 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड होगा। जिसमें बच्चों को ट्रेफिक नियमों के बारे में परिचित करवाया जायेगा।
दुर्घटनाएं रोकने के लिये दौड़े महकमें
इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने
बच्चों को पढ़ाया यातायात नियमों का पाठ
डबवाली (लहू की लौ) सड़क हादसों में हो रही तीव्र वृद्धि ने सोचने पर मजबूर कर दिया है। प्रत्येक विभाग के आगे सवाल खड़ा हुआ है कि आखिर क्या किया जाये? सड़क पर यातायात सुचारू करने के कुछ नियम कायदे होते हैं। ऐसे नियमों तथा कायदों को सरकारी महकमों को धरातल पर लाना होता है। सड़क सुरक्षा में बरती जा रही लापरवाही को दूर करने के लिये राष्ट्रीय राजमार्ग, बीएंडआर, मार्किंटिंग बोर्ड सहित नगर परिषद के अधिकारी सड़क सुरक्षा के लिये दौड़ पड़े हैं।
विभागों का प्लान
नेशनल हाईवे
नेशनल हाईवे हिसार से डबवाली तक 170 किलोमीटर सड़क पर ऐसी जगहों का चयन कर रहा है, यहां सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। करीब 70 लाख रूपये की लागत से उपरोक्त क्षेत्र में सफेद पट्टी के साथ-साथ यातायात सूचक तथा चेतावनी बोर्ड लगाये जाने की योजना है। ताकि वाहन चालक इन्हें समझकर ड्राईव कर सकें। कालांवाली टी प्वाईंट तथा बिजलीघर के नजदीक सड़क को ठीक करवाकर दुर्घटनाएं रोकने के प्रबंध किये जाएंगे।
-रवि मोंगा, एसडीई, नेशनल हाईवे, सिरसा
हाईवे जुडने वाली सड़कों पर बनेंगे स्पीड़ ब्रेकर
डबवाली क्षेत्र में करीब 106 किलोमीटर एरिया में सड़कें हैं। मार्किटिंग बोर्ड की जो सड़कें सीधा हाईवे पर जा मिलती हैं, उनका निरीक्षण किया गया है। हाईवे पर मिलने से 100 फुट पहले स्पीड ब्रेकर बनाये जाएंगे। इससे वाहन की गति धीमी हो जाएगी, चालक अच्छी तरह से दायें-बांयें देखकर अपनी गाड़ी हाईवे पर ले जा सकेगा।
-ओमप्रकाश गाट, एसडीई
मार्किटिंग बोर्ड, सिरसा
36 जगहों पर लगवाई सफेद टाईल
डबवाली क्षेत्र में 275 किलोमीटर क्षेत्र में हमारी सड़कें हैं। दुर्घटना संभावित 36 जगहों पर स्पीड ब्रेकर बनवाने के बाद उस पर सफेद टाईल लगा दी गई हैं। इसके अतिरिक्त सड़कों के किनारे सूचक संकेत तथा चेतावनी बोर्ड भी लगाये गये हैं। लेकिन नशेड़ी इन्हें गिरा देते हैं। इस बार पुन: मुरम्मत करवाई जायेगी। डबवाली-ऐलनाबाद रोड़ का अस्टीमेट मंजूरी के लिये सरकार के पास गया हुआ है।
-अनिल भारद्वाज, एसडीई बीएंडआर, डबवाली
बाजारों में बंद होगी हैवी वाहनों की एंट्री
हैवी वाहनों की शहर के भीतर एंट्री न देने के लिये कलोनी रोड़ पर गेट तैयार करवा जा रहा है। वहीं कलोनी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक भी गेट लगवाया जायेगा। जिससे हैवी वाहनों के कारण जाम जैसी समस्या से छुटकारा मिलेगा। वहीं हादसों से बचाव रहेगा। शहर के चौराहों पर हाई मास्क लाईट लगनी प्रस्तावित हैं।
-जयवीर डुडी, एमई,
नगर परिषद, डबवाली
रामबाग कमेटी के प्रधान का इस्तीफा, तनेजा को कमान
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को रामबाग के कार्यालय में रामबाग सरप्रस्तों की बैठक हुई। जिसमें सर्वसम्मति से रामबाग प्रबंधक कमेटी के प्रधान मदन लाल के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए कार्यकारी प्रधान बख्शी राम तनेजा को अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला दिया गया।
मदन लाल ने यह कहते हुए रामबाग प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था कि वे स्वास्थ्य कारणों से यह पद संभालने में सक्षम नहीं है। उनके इस्तीफे पर विचार करने के लिए सरप्रस्तों की बैठक आज आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से इस्तीफा स्वीकार करते हुए पहले से चुने गये कार्यकारी प्रधान बख्शी राम तनेजा को प्रधान पद का कार्य संभालते हुए उन्हें पूर्व प्रधान मदन लाल के कार्यकाल के समय की सभी गतिविधियों की समीक्षा करने का अधिकार दिया गया। साथ में रामबाग प्रबंधक कमेटी की ओर किसकी कितनी राशि देय है और किससे कितनी राशि बकाया ली जानी है का पता लगाने का अधिकार देते हुए इसके लिए प्रधान के साथ सरप्रस्त बलदेव राज शर्मा, पूर्व नगरपालिका प्रधान टेक चन्द छाबड़ा, कामरेड गणपत राम की नियुक्ति भी की गई।
इस मौके पर राम बाग में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन की बढ़ौतरी का प्रस्ताव भी पारित करते हुए बढ़ा हुआ वेतन नये वर्ष जनवरी 2015 से लागू करने का प्रावधान किया गया।
अरोड़वंश सभा की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
डबवाली (लहू की लौ) अरोड़वंश सभा की एक बैठक नई अनाज मंडी रोड़ पर स्थित अरोड़वंश स्कूल में प्रधान प्रेम सिंह सेठी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
सभा के कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रवक्ता रविकांत मोंगा ने बताया कि उपस्थित सदस्यों ने मार्च माह में होने वाले सभा के चुनावों को लेकर विचार विमर्श किया। इसके अलावा सदस्यों ने 4 जनवरी को गुरूपर्व मनाने का फैसला लिया। अरोड़वंश गुरूद्वारा में 2 जनवरी को श्री अखंड़ पाठ का प्रकाश किया जाएगा व 4 जनवरी को इसका भोग डाला जाएगा। अरोड़वंश स्कूल का वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह भी जल्द आयोजित करने का निर्णय लिया गया। चौटाला रोड़ पर बन रहे केआर अरोड़वंश विद्यालय के भवन के निर्माण कार्य को लेकर भी विचार विमर्श हुआ। बैठक में सुभाष अरोड़ा, विजय सेठी, नरेंद्र सेठी, राकेश सचदेवा, दविंद्र सेठी, रजनीश मोंगा उपस्थित थे।
रामपाल मात्र एक ट्रेलर, असली फिल्म अभी बाकी-चौटाला
डबवाली (लहू की लौ) इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि पहले 10 साल कांग्रेस व अब बीजेपी की किसान विरोधी सोच के कारण प्रदेश का धरती पुत्र भूखे मरने के कगार पर है। कपास व धान का भाव अपने न्यूनतम मूल्य पर पहुंच गया है लेकिन बीज व खाद की कीमतें आसमान छू रही हैं। दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी कभी भी किसान, दलित, कमेरे व पिछड़े वर्ग का भला नहीं कर सकती। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 49वें महापरिनिर्माण दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महापुरूषों के कारण ही आज हमारा समाज उन्नति के रास्ते पर अग्रसर है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि लोकसभा हो या विधानसभा, इनेलो नेता ही किसानों की आवाज उठा रहें हैं। उन्होंने सांसद दुष्यंत चौटाला के द्वारा लोकसभा में प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को सही ठहराते हुए प्रदेश के किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने की बात कही। बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केवल डेढ़ महीने के कार्यकाल ने ही मौजूदा सरकार की पोल खोल दी है। उन्होंने संतों व धर्म गुरूओं द्वारा राजनीति में हिस्सा लेने पर सवाल उठाया। रामपाल मामले को केवल एक ट्रेलर बताते हुए उन्होंने कहा कि पूरी फिल्म आनी अभी बाकी है।
उन्होंने शनिवार को डबवाली हल्के के गांव बनवाला, रिसालिया खेड़ा, चकजालू, बिज्जूवाली, गोदीकां, चक फरीदपुर, कालूआना, अहमदपुर दारेवाला व मोडी आदि गांवों का दौरा कर नैना सिंह चौटाला को विजयी बनाने पर ग्रामीणों का धन्यवाद किया। इस दौरान उन्होंने हल्के के लोगों को परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि संघर्ष की कोई सीमा नहीं होती, अंधेरे के बाद उजाला होता है। इनेलो जनता के हितों के लिए हमेशा संघर्ष करता रहेगा। इससे पहले इनसो नेता ने लिछाराम माली कालूआना, बख्तावर राम गोदारा के बहनोई, श्योपत राम के बहनोई के निधन पर शोक व्यक्त किया। इससे पहले गांवों में पहुंचने पर इनसो नेता का जोरदार स्वागत किया गया। दिग्विजय सिंह ने मौके पर ही गांव वासियों की समस्याओं का समाधान किया व बाकी समस्याओं को जल्द से जल्द निदान करने की बात कही। इस मौके पर उनके साथ राधेराम गोदारा, महेन्द्र डूडी, संदीप गंगा, सर्वजीत मसीतां, कुलदीप जम्मू, जगसीर मांगेआना, मंदर सिंह सरां, सरपंच सत्यनारायण सुथार, हरमीत सरां, कृष्ण बिश्नाई व जसपाल आदि मौजूद थे।
होम गार्डस का स्थापना दिवस मनाया
डबवाली(लहू की लौ) खेल स्टेडियम में होम गार्डस हरियाणा का स्थापना दिवस मनाया गया। होमगार्ड 43 शहरी कम्पनी डबवाली ने जवानों को मिठाइयां बांट कर देश सेवा में लगे रहने के लिए प्रेरित किया। जवानों को सम्बोधित करते हुए प्लाटून कमाण्डर भूपेन्द्र सिंह ने होमगार्ड के नियमों व कत्र्तव्यों का बड़े साहस के साथ पालन करने का जवानों से आह्वान किया। रमेश कुमार हवलदार ने भी जवानों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान जवानों ने रागनी, चुटकलों व अच्छी-अच्छी बातें बताकर सभी का मनोरंजन किया। इस मौके पर जवानों की जायज मांगों को मुख्यमंत्री हरियाणा व महानिदेशक से मिलकर अवगत करवाने का निर्णय लिया। कार्यक्रम में हवलदार तरसेम सिंह, राय सिंह,सुनील कुमार, मोहन लाल, विनोद कुमार, अजमेर सिंह, हरबंस लाल भी शामिल थे।
खूब झूमे विशेष बच्चे, कैंप संपन्न
डबवाली (लहू की लौ) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए चल रहे कैंप के तीसरे दिन सांस्कृतिक गतिविधियां करवाई गईं। जिसमें भाषण प्रतियोगिता, गीत गायन प्रतियोगिता और नृत्य प्रतियोगिता करवाई गई।
भाषण प्रतियोगिता में सर्वजीत कौर प्रथम रही। सुनील कुमार द्वितीय तथा मनप्रीत तृतीय रही। गीत गायन में प्रथम राजगुरू, दूसरे स्थान पर पूजा और नवप्रीत, तीसरे स्थान पर अमनदीप रहे। नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम गुरप्रीत, दूसरे स्थान पर सुनीता और तीसरे स्थान पर गोलू रहे। खंड स्तरीय कैंप प्रिंसीपल सुरजीत सिंह मान के नेतृत्व में कुशलतापूर्वक संपन्न हुआ। उपरोक्त गतिविधियां विशेष अध्यापक स्माइली, कुलदीप और नव्य सुखीजा ने करवाई। इस मौके पर रिसोर्स पर्सन सुमित वर्मा, शिवानी सचदेवा, तमन्ना, सारिका और मोनिका दुरेजा उपस्थित थे।
10 को जिला स्तरीय प्रतियोगिता
तीन दिवसीय कैंप के दौरान हुई गतिविधियों में अव्वल आने वाले बच्चे 10 दिसंबर को जिला स्तरीय कैंप में भाग लेकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करेंगे।
06 दिसंबर 2014
जिंदगी पर भारी पड़ रही वाहनों के बढऩे की रफ्तार
प्रत्येक माह खरीदे जा रहे करीब 310 वाहन, पुलिस महानिदेशक कर चुके हैं तीखी टिप्पणी
डबवाली (लहू की लौ) वाहनों की संख्या तेज रफ्तार के साथ बढ़ रही है, जिसमें जिंदगी का दम घुट रहा है। डबवाली में पिछले चार साल आठ माह में 18 हजार 720 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। अगर माह वार रिपोर्ट का आंकलन किया जाये तो इस समयावधि में प्रत्येक माह करीब 310 वाहन पंजीकृत हुये। जिसमें मोटरसाईकिल, कार, ट्रेक्टर, स्कूटर/मोपेड तथा जीप शामिल हैं। इतनी बढ़ी संख्या में वाहनों का पंजीकरण होने के बावजूद चालक नियमों से कन्नी काटे हुये हैं। चालक नहीं जानते कि वाहन पर सवार होने से पहले कुछ नियम होते हैं। अगर नियमों की पालना की जाये तो हादसों से बचा जा सकता है।
अपने वाहन को जानिए
अपने वाहन को अच्छी तरह जानना आवश्यक है। आपको वाहन के नियंत्रण, सुरक्षा सुविधाओं व उसमें सक्रिय सूचकों, विभिन्न लाईटों और अलार्म के बारे में जानकारी होनी चाहिये। वाहन की लाईटें, हॉर्न, ब्रेक, टायर और अन्य नियंत्रकों को नियमित रूप से चैक करें और सुनिश्चित करें कि वे सही कार्य करने की दशा में हो।
हॉर्न : हर मोटर वाहन एक कार्यशील हॉर्न से सुसज्जित होना चाहिये जो ध्वनि के माध्यम से वाहन के स्थान या आगमन की पर्याप्त चेतावनी दे। घंटियां और सायरन हॉर्न नहीं हां। अपने हॉर्न का उपयोग केवल दुर्घटना से बचने के लिये करें। इसके अलावा केवल आपातकालीन वाहनों जैसे एंबुलैंस, फायर इंजन, पुलिस वाहनों या पंजीकरण प्राधिकारी द्वारा अनुमोदित वाहनों पर ही हॉर्न फिट किया जा सकता है, जो कठोर, तीखी तथा जोरदार आवाज निकालता हो।
हॉर्न संबंधी जरूरी टिप्स :
1. अनावश्यक और लगातार हॉर्न ना बजायें।
2. मौन क्षेत्रों में हॉर्न न बजायें।
3. साईलेंसर के अलावा निकाल गैसें निकालने के लिये किसी कट-आउट का प्रयोग ना करें।
4. कठोर, तीखी, जोरदार आवाज निकालने वाले हॉर्न ना लगवाएं।
5. ऐसे वाहन ना चलायें जो चलते समय अनुचित शोर करता हो।
6. ऐसा वाहन ना चलायें जिसका साईलेंसर चेतावनीपूर्वक आवाज करता हो।
लाईसेंस प्लेट : एक पंजीकरण चिहन सभी मोटर वाहनों के सामने और पीछे दोनों ओर स्पष्टता से लाईसेंस प्लेट के रूप मे प्रदर्शित होना चाहिये। एक सफेद बल्ब या रियर लैंप ठीक से पूरे पंजीकरण निशान क्षेत्र को प्रकाशित करने वाला होना चाहिये।
रिफ्लेक्टर : बाईक या तिपहिया वाहन को छोड़कर सभी वाहनों में पीछे की ओर दो लाल रिफ्लेक्टर दोनों दिशाओं में एक-एक लगे होने आवश्यक हैं। मोटरसाईकिल में पीछे की ओर कम से कम एक लाख रिफ्लेक्टर लगाया जाना चाहिये।
सीट बेल्टस और एयर बैगस : सीट बेल्ट एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो दुर्घटना की स्थिति में चोट लगने या मृत्यु होने की संभावना को कम करता है। आगे की सीट पर बैठे व्यक्ति और सामने की तरफ की सीटों पर बैठे व्यक्तियों के लिये चलते वाहन में हर समय सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य है।
क्या है सीट बेल्ट का फायदा
1. सीट बेल्ट आपको स्टेयरिंग के पीछे और टकराव की स्थिति में वाहन को आपके नियंत्रण में रखती है।
2. सीट बेल्ट आपके शरीर व सिर को वाहन के अंदर टकराने से बचाती है।
3. सीट बेल्ट टकराव की स्थिति में आपको वाहन के अंदर बनाये रखती है। जो व्यक्ति टबराव के समय वाहन से बाहर गिर जाये, उसे गंभीर चोटें लगने की अधिक संभावना होती है।
वाहन में यह नहीं होना चाहिये
1. सामने दिख रही कोई भी लाल या नीले रंग की चमकती या झपकती रोशनी
2. कोई स्पॉट लाईट या सर्च लाईट
3. कोई भी मल्टी टयून हॉर्न या सायरन जो असाधारण सी आवाज का आभास देता हो।
4.कांच अथवा खिड़कियों पर अंधेरी फिल्म का प्रयाग न हो।
यातायात पुलिस को भी नियमों की जानकारी नहीं
ड्राईविंग की समझ के अभाव और यातायात नियमों की निरंतर अवहेलना ने सड़कों को बेहद असुरक्षित बना दिया है। यह कोई कम आश्चर्य की बात नहीं कि मोटर वाहन चालकों, पैदल चलने वालों, साईकिल चालकों तथा यातायात पुलिस कर्मियों को भी यातायात नियमों की पर्याप्त जानकारी नहीं है। सुरक्षित ड्राईविंग की जानकारी के अभाव और यातायात के नियमों को भली-भांति लागू न किये जाने के कारण आज सड़कों पर अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारत में हर साल एक लाख 30 हजार से अधिक व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। केवल पिछले दशक में ही देश में सड़कों पर होने वाली मौतों में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यदि यह बढ़ौतरी ऐसे जारी रही तो वर्ष 2015 तक यह आंकड़ा 1 लाख 50 हजार को पार कर जाने की आशंका है।
-एसएन वशिष्ठ, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा
(हरियाणा पुलिस की ओर से सड़क सुरक्षा नामक पुस्तिका में छपे लेख में)
1 अप्रैल 2010 से
31 मार्च 2011
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 293
मोटरसाईकिल 2084
कार 497
ट्रेक्टर 233
जीप 63
कुल वाहन 3170
1 अप्रैल 2011 से
31 मार्च 2012
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 320
मोटरसाईकिल 2391
कार 537
ट्रेक्टर 395
जीप 91
कुल वाहन 3734
1 अप्रैल 2012 से
31 मार्च 2013
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 409
मोटरसाईकिल 2606
कार 638
ट्रेक्टर 525
जीप 121
कुल वाहन 4302
1 अप्रैल 2013 से
31 मार्च 2014
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 418
मोटरसाईकिल 2597
कार 697
ट्रेक्टर 579
जीप 100
कुल वाहन 4391
1 अप्रैल 2014 से
30 नवंबर 2014
(8 माह की रिपोर्ट)
स्कूटर/मोपेड 389
मोटरसाईकिल 1973
कार 395
ट्रेक्टर 301
जीप 45
कुल वाहन 3103
डबवाली (लहू की लौ) वाहनों की संख्या तेज रफ्तार के साथ बढ़ रही है, जिसमें जिंदगी का दम घुट रहा है। डबवाली में पिछले चार साल आठ माह में 18 हजार 720 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। अगर माह वार रिपोर्ट का आंकलन किया जाये तो इस समयावधि में प्रत्येक माह करीब 310 वाहन पंजीकृत हुये। जिसमें मोटरसाईकिल, कार, ट्रेक्टर, स्कूटर/मोपेड तथा जीप शामिल हैं। इतनी बढ़ी संख्या में वाहनों का पंजीकरण होने के बावजूद चालक नियमों से कन्नी काटे हुये हैं। चालक नहीं जानते कि वाहन पर सवार होने से पहले कुछ नियम होते हैं। अगर नियमों की पालना की जाये तो हादसों से बचा जा सकता है।
अपने वाहन को जानिए
अपने वाहन को अच्छी तरह जानना आवश्यक है। आपको वाहन के नियंत्रण, सुरक्षा सुविधाओं व उसमें सक्रिय सूचकों, विभिन्न लाईटों और अलार्म के बारे में जानकारी होनी चाहिये। वाहन की लाईटें, हॉर्न, ब्रेक, टायर और अन्य नियंत्रकों को नियमित रूप से चैक करें और सुनिश्चित करें कि वे सही कार्य करने की दशा में हो।
हॉर्न : हर मोटर वाहन एक कार्यशील हॉर्न से सुसज्जित होना चाहिये जो ध्वनि के माध्यम से वाहन के स्थान या आगमन की पर्याप्त चेतावनी दे। घंटियां और सायरन हॉर्न नहीं हां। अपने हॉर्न का उपयोग केवल दुर्घटना से बचने के लिये करें। इसके अलावा केवल आपातकालीन वाहनों जैसे एंबुलैंस, फायर इंजन, पुलिस वाहनों या पंजीकरण प्राधिकारी द्वारा अनुमोदित वाहनों पर ही हॉर्न फिट किया जा सकता है, जो कठोर, तीखी तथा जोरदार आवाज निकालता हो।
हॉर्न संबंधी जरूरी टिप्स :
1. अनावश्यक और लगातार हॉर्न ना बजायें।
2. मौन क्षेत्रों में हॉर्न न बजायें।
3. साईलेंसर के अलावा निकाल गैसें निकालने के लिये किसी कट-आउट का प्रयोग ना करें।
4. कठोर, तीखी, जोरदार आवाज निकालने वाले हॉर्न ना लगवाएं।
5. ऐसे वाहन ना चलायें जो चलते समय अनुचित शोर करता हो।
6. ऐसा वाहन ना चलायें जिसका साईलेंसर चेतावनीपूर्वक आवाज करता हो।
लाईसेंस प्लेट : एक पंजीकरण चिहन सभी मोटर वाहनों के सामने और पीछे दोनों ओर स्पष्टता से लाईसेंस प्लेट के रूप मे प्रदर्शित होना चाहिये। एक सफेद बल्ब या रियर लैंप ठीक से पूरे पंजीकरण निशान क्षेत्र को प्रकाशित करने वाला होना चाहिये।
रिफ्लेक्टर : बाईक या तिपहिया वाहन को छोड़कर सभी वाहनों में पीछे की ओर दो लाल रिफ्लेक्टर दोनों दिशाओं में एक-एक लगे होने आवश्यक हैं। मोटरसाईकिल में पीछे की ओर कम से कम एक लाख रिफ्लेक्टर लगाया जाना चाहिये।
सीट बेल्टस और एयर बैगस : सीट बेल्ट एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो दुर्घटना की स्थिति में चोट लगने या मृत्यु होने की संभावना को कम करता है। आगे की सीट पर बैठे व्यक्ति और सामने की तरफ की सीटों पर बैठे व्यक्तियों के लिये चलते वाहन में हर समय सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य है।
क्या है सीट बेल्ट का फायदा
1. सीट बेल्ट आपको स्टेयरिंग के पीछे और टकराव की स्थिति में वाहन को आपके नियंत्रण में रखती है।
2. सीट बेल्ट आपके शरीर व सिर को वाहन के अंदर टकराने से बचाती है।
3. सीट बेल्ट टकराव की स्थिति में आपको वाहन के अंदर बनाये रखती है। जो व्यक्ति टबराव के समय वाहन से बाहर गिर जाये, उसे गंभीर चोटें लगने की अधिक संभावना होती है।
वाहन में यह नहीं होना चाहिये
1. सामने दिख रही कोई भी लाल या नीले रंग की चमकती या झपकती रोशनी
2. कोई स्पॉट लाईट या सर्च लाईट
3. कोई भी मल्टी टयून हॉर्न या सायरन जो असाधारण सी आवाज का आभास देता हो।
4.कांच अथवा खिड़कियों पर अंधेरी फिल्म का प्रयाग न हो।
यातायात पुलिस को भी नियमों की जानकारी नहीं
ड्राईविंग की समझ के अभाव और यातायात नियमों की निरंतर अवहेलना ने सड़कों को बेहद असुरक्षित बना दिया है। यह कोई कम आश्चर्य की बात नहीं कि मोटर वाहन चालकों, पैदल चलने वालों, साईकिल चालकों तथा यातायात पुलिस कर्मियों को भी यातायात नियमों की पर्याप्त जानकारी नहीं है। सुरक्षित ड्राईविंग की जानकारी के अभाव और यातायात के नियमों को भली-भांति लागू न किये जाने के कारण आज सड़कों पर अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारत में हर साल एक लाख 30 हजार से अधिक व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। केवल पिछले दशक में ही देश में सड़कों पर होने वाली मौतों में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यदि यह बढ़ौतरी ऐसे जारी रही तो वर्ष 2015 तक यह आंकड़ा 1 लाख 50 हजार को पार कर जाने की आशंका है।
-एसएन वशिष्ठ, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा
(हरियाणा पुलिस की ओर से सड़क सुरक्षा नामक पुस्तिका में छपे लेख में)
1 अप्रैल 2010 से
31 मार्च 2011
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 293
मोटरसाईकिल 2084
कार 497
ट्रेक्टर 233
जीप 63
कुल वाहन 3170
1 अप्रैल 2011 से
31 मार्च 2012
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 320
मोटरसाईकिल 2391
कार 537
ट्रेक्टर 395
जीप 91
कुल वाहन 3734
1 अप्रैल 2012 से
31 मार्च 2013
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 409
मोटरसाईकिल 2606
कार 638
ट्रेक्टर 525
जीप 121
कुल वाहन 4302
1 अप्रैल 2013 से
31 मार्च 2014
वाहन रजि.
स्कूटर/मोपेड 418
मोटरसाईकिल 2597
कार 697
ट्रेक्टर 579
जीप 100
कुल वाहन 4391
1 अप्रैल 2014 से
30 नवंबर 2014
(8 माह की रिपोर्ट)
स्कूटर/मोपेड 389
मोटरसाईकिल 1973
कार 395
ट्रेक्टर 301
जीप 45
कुल वाहन 3103
सरकारें जख्म देती रही, अदालत मरहम लगाती गई
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़त संघ क्यों बना? अदालत न होती तो क्या पीडि़तों को न्याय मिलता? सरकार ने जो वायदे किये गये थे, आज तक वे पूरे क्यों नहीं हुये? पिछले उन्नीस वर्षों से अग्निकांड पीडि़त इन्हीं सवालों का जवाब मांग रहे हैं। सरकारों ने जवाब तो नहीं दिया, लेकिन जख्म कुरेदने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। अग्निकांड के ठीक बाद प्रदेश में हुये तख्तापलट के बाद आई सरकार ने ऐसे तुगलकी फरमान जारी किये थे, जिससे अग्निकांड पीडि़तों के इलाज के सभी मार्ग बंद हो गये थे। ऐसे में अदालत ही सहारा बनी। अब एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री के वायदों की याद दिलाने के लिये अग्निकांड पीडि़त पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं।
यूं अस्तित्व में आया अग्निकांड पीडि़त संघ
23 दिसंबर 1995 के अग्निकांड के दौरान प्रदेश में दिवंगत भजनलाल की सरकार थी। उन्होंने अग्निकांड पीडि़तों को मुफ्त इलाज की घोषणा की थी। वर्ष 1996 में जैसे ही प्रदेश में तख्तापलट हुआ। दिवंगत बंसीलाल की सरकार बनी। पिछली सरकार के निर्णय को पलटते हुये बंसीलाल सरकार ने मुफ्त इलाज की सुविधा को समाप्त कर दिया। वहीं डीएवी संस्थान में अग्निकांड पीडि़तों के बच्चों से फीस वसूली जाने लगी। अग्निकांड पीडि़त इलाज के लिये तरस गये, जबकि उनके बच्चे शिक्षा को। सरकार के तुगलकी फरमान पर अग्निकांड पीडि़तों में आक्रोश पनप गया। 1996 में पीडि़त हरपाल सिंह, गुरजंट सिंह, रामप्रकाश सेठी, राजकुमार सचदेवा, मास्टर रणजीत सिंह, गुरतेज सिंह धालीवाल, बलविंद्र सिंह, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह भुल्लर, सुरेंद्र कुमार ने मिलकर अग्निकांड पीडि़त संघ का झंडा बुलंद कर दिया। न्याय के लिये अग्निकांड पीडि़त पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चले गये।
तीन मुद्दों पर लड़ी लड़ाई
अग्निकांड पीडि़त संघ ने मुफ्त इलाज, मुआवजे तथा डीएवी संस्थान में फीस वापिसी के लिये जंग लडी। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पीडि़तों के दर्द को समझते हुये उत्तर भारत के 10 मेडिकल इंस्टीच्यूट में अग्निकांड पीडि़तों के मुफ्त इलाज करवाने का निर्णय सुनाया। 28 मई 2001 में अपने एक अंतरिम आदेश में अदालत ने डीएवी संस्था को अग्निकांड पीडि़तों से वसूली गई फीस वापिस दिये जाने के आदेश दिये। दो मुद्दों पर जंग जीतने के बाद तीसरा तथा सबसे अहम मुद्दा मुआवजे का आया। 28 जनवरी 2003 को न्यायालय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके मुआवजा राशि तय करने तथा हादसे के लिए लापरवाह संस्थान के बारे में रिपोर्ट देने को कहा। जून 2003 में 405 मृतकों के परिजनों तथा 88 घायलों ने मुआवजा राशि के लिए अपने आवेदन जस्टिस टीपी गर्ग के समक्ष प्रस्तुत किए। इसके बाद मार्च 2009 में करीब साढ़े साल साल के कार्यकाल में जस्टिस गर्ग आयोग ने लगभग 1300 लोगों की गवाहियां दर्ज करके रिपोर्ट दाखिल की। 9 नवम्बर 2009 में जस्टिस टीपी गर्ग आयोग की रिपोर्ट पर फैसला सुनाते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने डीएवी संस्थान व हरियाणा सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को लगभग 34 करोड़ रूपए की राशि मुआवजा के रूप में देने के आदेश दिए। लेकिन डीएवी निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में चला गया। 15 मार्च 2010 को उच्चतम न्यायालय ने प्रथम सुनवाई के दौरान डीएवी संस्थान को आदेश देकर 10 करोड़ रूपए अग्निकांड पीडि़तों में बंटवाए। 8 जनवरी 2013 को उच्चतम न्यायालय ने मामले की सुनवाई पूरी करते हुए अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया। 23 जनवरी 2013 को उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा।
37 मृतकों तथा 20 घायलों के परिवारों ने नहीं लिया मुआवजा
अग्निकांड में मरने वालों की संख्या 442 थी। लेकिन मुआवजे के लिये 405 ने आवेदन किया। जबकि घायलों में से करीब बीस लोगों ने आवेदन नहीं किया था। हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब कुछ परिवारों ने मुआवजे के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने की थी घोषणाएं
अग्निकांड के तुरंत बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने डबवाली आकर कुछ घोषणाएं की थी। जिसमें डबवाली के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामान्य अस्पताल का दर्जा देकर 100 बिस्तर का अस्पताल देने के साथ-साथ इसमें बर्न यूनिट भी बनाने का वायदा किया था। अभी तक 30 बिस्तर का अस्पताल बना है। भवन भी मात्र 60 बिस्तर का बना है। बर्न यूनिट तो बनाने का नाम तक नहीं है। तीसरी तथा सबसे महत्वपूर्ण घोषणा अग्निकांड पीडि़तों को नौकरी दिये जाने की घोषणा की थी। जो आज तक पूरी नहीं हुई हैं।
7 दिसंबर की बैठक
में उठेंगे मुद्दे
अग्निकांड पीडि़त कई बच्चे इंजीनियरिंग, चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ चुके हैं। जिन्हें अब नौकरी की तालाश है। पूर्व प्रधानमंत्री ने जो घोषणाएं की थी, उनमें ऐसे बच्चों को नौकरी दिया जाना शामिल है। लेकिन आज तक पूर्व प्रधानमंत्री की घोषणाओं को अमलीजामा नहीं पहना है। 7 दिसंबर को होने वाली बैठक में इन्हीं मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। अग्निकांड पीडि़त संघ इन मुद्दों पर पीडि़तों को एकजुट करने का काम करेगा।
-विनोद बांसल, प्रवक्ता, अग्निकांड पीडि़त संघ
यूं अस्तित्व में आया अग्निकांड पीडि़त संघ
23 दिसंबर 1995 के अग्निकांड के दौरान प्रदेश में दिवंगत भजनलाल की सरकार थी। उन्होंने अग्निकांड पीडि़तों को मुफ्त इलाज की घोषणा की थी। वर्ष 1996 में जैसे ही प्रदेश में तख्तापलट हुआ। दिवंगत बंसीलाल की सरकार बनी। पिछली सरकार के निर्णय को पलटते हुये बंसीलाल सरकार ने मुफ्त इलाज की सुविधा को समाप्त कर दिया। वहीं डीएवी संस्थान में अग्निकांड पीडि़तों के बच्चों से फीस वसूली जाने लगी। अग्निकांड पीडि़त इलाज के लिये तरस गये, जबकि उनके बच्चे शिक्षा को। सरकार के तुगलकी फरमान पर अग्निकांड पीडि़तों में आक्रोश पनप गया। 1996 में पीडि़त हरपाल सिंह, गुरजंट सिंह, रामप्रकाश सेठी, राजकुमार सचदेवा, मास्टर रणजीत सिंह, गुरतेज सिंह धालीवाल, बलविंद्र सिंह, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह भुल्लर, सुरेंद्र कुमार ने मिलकर अग्निकांड पीडि़त संघ का झंडा बुलंद कर दिया। न्याय के लिये अग्निकांड पीडि़त पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चले गये।
तीन मुद्दों पर लड़ी लड़ाई
अग्निकांड पीडि़त संघ ने मुफ्त इलाज, मुआवजे तथा डीएवी संस्थान में फीस वापिसी के लिये जंग लडी। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पीडि़तों के दर्द को समझते हुये उत्तर भारत के 10 मेडिकल इंस्टीच्यूट में अग्निकांड पीडि़तों के मुफ्त इलाज करवाने का निर्णय सुनाया। 28 मई 2001 में अपने एक अंतरिम आदेश में अदालत ने डीएवी संस्था को अग्निकांड पीडि़तों से वसूली गई फीस वापिस दिये जाने के आदेश दिये। दो मुद्दों पर जंग जीतने के बाद तीसरा तथा सबसे अहम मुद्दा मुआवजे का आया। 28 जनवरी 2003 को न्यायालय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके मुआवजा राशि तय करने तथा हादसे के लिए लापरवाह संस्थान के बारे में रिपोर्ट देने को कहा। जून 2003 में 405 मृतकों के परिजनों तथा 88 घायलों ने मुआवजा राशि के लिए अपने आवेदन जस्टिस टीपी गर्ग के समक्ष प्रस्तुत किए। इसके बाद मार्च 2009 में करीब साढ़े साल साल के कार्यकाल में जस्टिस गर्ग आयोग ने लगभग 1300 लोगों की गवाहियां दर्ज करके रिपोर्ट दाखिल की। 9 नवम्बर 2009 में जस्टिस टीपी गर्ग आयोग की रिपोर्ट पर फैसला सुनाते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने डीएवी संस्थान व हरियाणा सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को लगभग 34 करोड़ रूपए की राशि मुआवजा के रूप में देने के आदेश दिए। लेकिन डीएवी निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में चला गया। 15 मार्च 2010 को उच्चतम न्यायालय ने प्रथम सुनवाई के दौरान डीएवी संस्थान को आदेश देकर 10 करोड़ रूपए अग्निकांड पीडि़तों में बंटवाए। 8 जनवरी 2013 को उच्चतम न्यायालय ने मामले की सुनवाई पूरी करते हुए अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया। 23 जनवरी 2013 को उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा।
37 मृतकों तथा 20 घायलों के परिवारों ने नहीं लिया मुआवजा
अग्निकांड में मरने वालों की संख्या 442 थी। लेकिन मुआवजे के लिये 405 ने आवेदन किया। जबकि घायलों में से करीब बीस लोगों ने आवेदन नहीं किया था। हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब कुछ परिवारों ने मुआवजे के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने की थी घोषणाएं
अग्निकांड के तुरंत बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने डबवाली आकर कुछ घोषणाएं की थी। जिसमें डबवाली के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामान्य अस्पताल का दर्जा देकर 100 बिस्तर का अस्पताल देने के साथ-साथ इसमें बर्न यूनिट भी बनाने का वायदा किया था। अभी तक 30 बिस्तर का अस्पताल बना है। भवन भी मात्र 60 बिस्तर का बना है। बर्न यूनिट तो बनाने का नाम तक नहीं है। तीसरी तथा सबसे महत्वपूर्ण घोषणा अग्निकांड पीडि़तों को नौकरी दिये जाने की घोषणा की थी। जो आज तक पूरी नहीं हुई हैं।
7 दिसंबर की बैठक
में उठेंगे मुद्दे
अग्निकांड पीडि़त कई बच्चे इंजीनियरिंग, चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ चुके हैं। जिन्हें अब नौकरी की तालाश है। पूर्व प्रधानमंत्री ने जो घोषणाएं की थी, उनमें ऐसे बच्चों को नौकरी दिया जाना शामिल है। लेकिन आज तक पूर्व प्रधानमंत्री की घोषणाओं को अमलीजामा नहीं पहना है। 7 दिसंबर को होने वाली बैठक में इन्हीं मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। अग्निकांड पीडि़त संघ इन मुद्दों पर पीडि़तों को एकजुट करने का काम करेगा।
-विनोद बांसल, प्रवक्ता, अग्निकांड पीडि़त संघ
बढिय़ा बनी थी गली, नगर परिषद ने खोद डाली
डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 3 की एक गली को खोदने के बाद न बनाये जाने से गली वासियों में गहरा रोष पनप रहा है। गली वासियों का कहना है कि उनकी गली बिल्कुल ठीक थी, उनसे बिना पूछे नगर परिषद ने गली खोद दी। जिसे एक माह हो चुका है। नप का कहना है कि जब तक गली में लोग घरों के बाहर बने थहड़े नहीं तोड़ेंगे तब तक गली का निर्माण नहीं होगा।
पुन्नू लाल न्यूज पेपर एजेंट वाली गली वासी विजय वढ़ेरा, आशीष बांसल, विजय कुमार, सीमा रानी, रीटा, रेखा, राजिंद्र गुप्ता, प्रवीण बाला, रजनीश कुमार, देसराज, राजकुमार, मनीष गर्ग ने बताया कि उनकी गली बढिय़ा हालत में थी। 4 नवंबर 2014 को सुबह जब उनकी आंख खुली तो गली में जेसीबी चलती हुई मिली। आनन-फानन में जेसीबी चलाये जाने से उनकी सीवरेज तथा पेयजल पाईप टूट गई। जिससे उन्हें आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी। अब नप गली का निर्माण नहीं करवा रही। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गली वासियों ने बताया कि गली टूटी होने के कारण रिक्शा चालक भी भीतर आने से गुरेज करने लगे हैं। वे रिश्तेदारों को गली की नुक्कड़ पर उताकर चलते बनते हैं। गली निर्माण के लिये नगर परिषद सचिव को पत्र दिया गया है।
कब्जे हटने पर होगा गली निर्माण
गली करीब 20-22 फुट है। लेकिन थहड़ों के कारण 11-15 फुट रह गई है। गली वासियों को कब्जा हटाने के लिये कहा गया था। जब तक कब्जे नहीं हटेंगे तब तक गली का निर्माण हरगिज नहीं किया जायेगा।
-जयवीर डुडी, एमई, नगर परिषद, डबवाली
पुन्नू लाल न्यूज पेपर एजेंट वाली गली वासी विजय वढ़ेरा, आशीष बांसल, विजय कुमार, सीमा रानी, रीटा, रेखा, राजिंद्र गुप्ता, प्रवीण बाला, रजनीश कुमार, देसराज, राजकुमार, मनीष गर्ग ने बताया कि उनकी गली बढिय़ा हालत में थी। 4 नवंबर 2014 को सुबह जब उनकी आंख खुली तो गली में जेसीबी चलती हुई मिली। आनन-फानन में जेसीबी चलाये जाने से उनकी सीवरेज तथा पेयजल पाईप टूट गई। जिससे उन्हें आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी। अब नप गली का निर्माण नहीं करवा रही। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गली वासियों ने बताया कि गली टूटी होने के कारण रिक्शा चालक भी भीतर आने से गुरेज करने लगे हैं। वे रिश्तेदारों को गली की नुक्कड़ पर उताकर चलते बनते हैं। गली निर्माण के लिये नगर परिषद सचिव को पत्र दिया गया है।
कब्जे हटने पर होगा गली निर्माण
गली करीब 20-22 फुट है। लेकिन थहड़ों के कारण 11-15 फुट रह गई है। गली वासियों को कब्जा हटाने के लिये कहा गया था। जब तक कब्जे नहीं हटेंगे तब तक गली का निर्माण हरगिज नहीं किया जायेगा।
-जयवीर डुडी, एमई, नगर परिषद, डबवाली
जयंती माता मंदिर में आरसीसी टैंक बनाये जाने पर सहमति
डबवाली (लहू की लौ) जयंती माता सेवा समिति की बैठक वीरवार शाम को श्री वैष्णों माता मंदिर में समिति अध्यक्ष राजेंद्र जैन की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में समिति की ओर से कांगड़ा मंदिर में आरसीसी टैंक के साथ-साथ तीन-तीन हजार लीटर के अन्य तीन टैंक बनाये जाने तथा महिलाओं के लिये शौचालय तथा स्नानघर का निर्माण करवाये जाने का प्रस्ताव पास किया गया।
इसके अतिरिक्त केशो राम गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अशोक सिंगला, अजय गर्ग, बिट्टू पंसारी, विक्की, अमित, विक्रम, भोला, रमेश काला ठेकेदार, पप्पी प्रधान उपस्थित थे।
गुरूओं के चरणों में जाकर माफी मांगें इनेलो नेता-भाजपा
दिग्विजय चौटाला के डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ ब्यान पर गर्माई राजनीति
डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ इनेलो नेताओं के बोल से राजनीति गर्मा गई है। इनेलो नेता खुल्लम-खुल्ला ग्रामीण जनसभाओं में डेरा के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। वहीं भाजपा डेरा सच्चा सौदा के बचाव में उतर आई है। भाजपा ने इनेलो की छात्र इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला पर जमकर हमला बोला है। वहीं दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी भाजपा पर तीखा वार किया है। दिग्विजय चौटाला ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में बुजुर्गों को दो हजार रुपए प्रति माह पेंशन देने का वायदा किया था लेकिन सरकार बनते ही भाजपा के मुख्यमंत्री इसे भूल गए और पेंशन को बढ़ाकर केवल 1200 किया गया है। प्रदेश की यह पहली ऐसी सरकार बनी है जो पेंशन बढ़ाने के अपने वायदे को किस्तों में पूरा करने की बात कर रही है। यह बुजुर्गों के साथ भद्दा मजाक है। युवाओं को रोजगार देने के वायदे से पलटते हुए केंद्र सरकार ने एक साल के लिए नौकरियों पर ही प्रतिबंध लगा दिया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति भी लचर हो गई है। भाजपा को वोट देकर लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
कहा था, राजनीति करनी है तो राजनीतिक दल बनायें
वीरवार को डबवाली क्षेत्र के ग्रामीण दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा था कि धार्मिक संतों का कार्य अंधविश्वासों को मिटाते हुए समाज के उत्थान के लिए के लिए काम करना है न कि राजनीति करना। धर्म की आड़ में राजनीति करना न केवल जनता के साथ धोखा है बल्कि करोड़ों लोगों के विश्वास पर भी ठेस पहुंचती है। हमारे में समाज में धार्मिक संतों व गुरूओं ने एक नई दिशा है परंतु अब धर्म के नाम पर कुछ संत ढोंग कर रहे हैं। उनका असली मकसद समाज हित अथवा अध्यात्म नहीं बल्कि निजी स्वार्थों की पूर्ति करना है। संत समाज में फैले अंधविश्वास को मिटाएं और लोगों को जागरूक करें। यदि किसी को राजनीति करनी है तो वे राजनीतिक दल बनाएं और चुनाव लड़ें।
संतों, गुरूओं के चरणों में जाकर माफी मांगें इनेलो नेता
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ब्यान की भाजपा ने तीखी आलोचना की है। भाजपा नेता देव कुमार शर्मा ने कहा कि पहले अभय सिंह चौटाला और अब दिग्विजय चौटाला ने संतों व धार्मिक गुरूओं के प्रति अपनी सोच का प्रदर्शन किया है और यह सोच किसी भी प्रकार से हिंदू संस्कृति के अनुरूप नहीं है। ज्ञानवान संतों व धर्म गुरूओं को इनेलो नेताओं की सीख की जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि इनेलो नेताओं को अपनी हार से सबक लेते हुए संतों व गुरूओं को धमकाने की बजाए उनके चरणों में जाकर माफी मांगनी चाहिए। अगर लोग इनेलो को वोट डालें तो सब ठीक है और अगर वोट नहीं दिए तो सब बुरे हैं। इसी सोच के कारण लोग इनेलो से दूर हो रहे हैं। देवकुमार शर्मा ने कहा कि हरियाणा में इनेलो का दौर अब समाप्त हो चुका है।
डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ इनेलो नेताओं के बोल से राजनीति गर्मा गई है। इनेलो नेता खुल्लम-खुल्ला ग्रामीण जनसभाओं में डेरा के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। वहीं भाजपा डेरा सच्चा सौदा के बचाव में उतर आई है। भाजपा ने इनेलो की छात्र इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला पर जमकर हमला बोला है। वहीं दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी भाजपा पर तीखा वार किया है। दिग्विजय चौटाला ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में बुजुर्गों को दो हजार रुपए प्रति माह पेंशन देने का वायदा किया था लेकिन सरकार बनते ही भाजपा के मुख्यमंत्री इसे भूल गए और पेंशन को बढ़ाकर केवल 1200 किया गया है। प्रदेश की यह पहली ऐसी सरकार बनी है जो पेंशन बढ़ाने के अपने वायदे को किस्तों में पूरा करने की बात कर रही है। यह बुजुर्गों के साथ भद्दा मजाक है। युवाओं को रोजगार देने के वायदे से पलटते हुए केंद्र सरकार ने एक साल के लिए नौकरियों पर ही प्रतिबंध लगा दिया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति भी लचर हो गई है। भाजपा को वोट देकर लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
कहा था, राजनीति करनी है तो राजनीतिक दल बनायें
वीरवार को डबवाली क्षेत्र के ग्रामीण दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा था कि धार्मिक संतों का कार्य अंधविश्वासों को मिटाते हुए समाज के उत्थान के लिए के लिए काम करना है न कि राजनीति करना। धर्म की आड़ में राजनीति करना न केवल जनता के साथ धोखा है बल्कि करोड़ों लोगों के विश्वास पर भी ठेस पहुंचती है। हमारे में समाज में धार्मिक संतों व गुरूओं ने एक नई दिशा है परंतु अब धर्म के नाम पर कुछ संत ढोंग कर रहे हैं। उनका असली मकसद समाज हित अथवा अध्यात्म नहीं बल्कि निजी स्वार्थों की पूर्ति करना है। संत समाज में फैले अंधविश्वास को मिटाएं और लोगों को जागरूक करें। यदि किसी को राजनीति करनी है तो वे राजनीतिक दल बनाएं और चुनाव लड़ें।
संतों, गुरूओं के चरणों में जाकर माफी मांगें इनेलो नेता
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ब्यान की भाजपा ने तीखी आलोचना की है। भाजपा नेता देव कुमार शर्मा ने कहा कि पहले अभय सिंह चौटाला और अब दिग्विजय चौटाला ने संतों व धार्मिक गुरूओं के प्रति अपनी सोच का प्रदर्शन किया है और यह सोच किसी भी प्रकार से हिंदू संस्कृति के अनुरूप नहीं है। ज्ञानवान संतों व धर्म गुरूओं को इनेलो नेताओं की सीख की जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि इनेलो नेताओं को अपनी हार से सबक लेते हुए संतों व गुरूओं को धमकाने की बजाए उनके चरणों में जाकर माफी मांगनी चाहिए। अगर लोग इनेलो को वोट डालें तो सब ठीक है और अगर वोट नहीं दिए तो सब बुरे हैं। इसी सोच के कारण लोग इनेलो से दूर हो रहे हैं। देवकुमार शर्मा ने कहा कि हरियाणा में इनेलो का दौर अब समाप्त हो चुका है।
सट्टा खाईवाली में गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देसराज ने जीटी रोड़ रेलवे फाटक के निकट सार्वजनिक स्थान पर सट्टा खाईवाली करने के आरोप में राजकुमार उर्फ राजू पुत्र रामजी लाल निवासी वार्ड नं.1, उत्तम नगर, डबवाली को 510 रूपये की राशि सहित गिरफ्तार किया है।
फोन पर आई कॉल, तेरी बेटी को उठा ले जाऊंगा
डबवाली (लहू की लौ) सुंदर नगर निवासी सतपाल ने शहर थाना पुलिस को शिकायत देकर मोबाइल पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। सतपाल के अनुसार 3 दिसंबर 2014 को शाम करीब पौने छह बजे उसके पास फोन कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह उसे जान से मार देगा। उसकी बेटी को उठाकर ले जायेगा।
नशे में धुत्त पटवारी को नोटिस, मामले की जांच शुरू
डबवाली (लहू की लौ) तहसील कार्यालय में नशे में धुत्त मिला पटवारी शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में उपचार लेने पहुंच गया। हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत पर चिकित्सक ने उसकी मेडिकल जांच करवाई है। उधर तहसीलदार का कहना है कि आरोपी पटवारी को नोटिस जारी किया गया है। प्रशासन दो अलग-अलग मामलों में जांच करेगा।
सरकारी अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि पटवारी रामसरूप को हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत है। पटवारी का कहना है कि वह शराब बहुत पीता है। इसकी वजह से उसे समस्याएं आ रही हैं। पटवारी के कहने के अनुसार उसके लीवर के टेस्ट करवाये गये हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कदम उठाया जायेगा।
इधर तहसीलदार मातू राम नेहरा ने कहा कि शिकायत के आधार पर पहली जांच शुरू करते हुये पटवारी तथा संबंधित शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया गया है। दूसरी जांच नायब तहसीलदार संजय चौधरी की रिपोर्ट के बाद शुरू होगी। जांच के दौरान संबंधित पक्षों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास भेज दी जायेगी।
गौरतलब है कि पटवारी रामसरूप वीरवार को तहसील परिसर में नशे में धुत्त मिला था। पता चलने पर नायब तहसीलदार छोटू राम के पहुंचने से पहले ही दो कर्मचारी उसे लेकर फुर्र हो गये थे।
सरकारी अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि पटवारी रामसरूप को हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत है। पटवारी का कहना है कि वह शराब बहुत पीता है। इसकी वजह से उसे समस्याएं आ रही हैं। पटवारी के कहने के अनुसार उसके लीवर के टेस्ट करवाये गये हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कदम उठाया जायेगा।
इधर तहसीलदार मातू राम नेहरा ने कहा कि शिकायत के आधार पर पहली जांच शुरू करते हुये पटवारी तथा संबंधित शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया गया है। दूसरी जांच नायब तहसीलदार संजय चौधरी की रिपोर्ट के बाद शुरू होगी। जांच के दौरान संबंधित पक्षों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास भेज दी जायेगी।
गौरतलब है कि पटवारी रामसरूप वीरवार को तहसील परिसर में नशे में धुत्त मिला था। पता चलने पर नायब तहसीलदार छोटू राम के पहुंचने से पहले ही दो कर्मचारी उसे लेकर फुर्र हो गये थे।
बैंगलुरू में सम्मानित हुआ वतन और उसका परिवार
डबवाली (लहू की लौ) इस वर्ष 28 नवम्बर 2014 को एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज (वायु सेना तकनीकी कॉलेज) बैंगलुरू में आयोजित दीक्षांत परेड समारोह में डबवाली निवासी वतन गोयल पुत्र दर्शन लाल गोयल ने फ्लाईंग ऑफिसर के रूप में हिस्सा लिया।
परेड़ के मुख्यातिथि व निरिक्षण अधिकारी एयरमार्शल जगजीत सिंह विशिष्ट सेवा मैडल थे। इस समारोह में फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल को संयुक्त मैरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए उपराष्ट्रपति स्वॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई।
परिवार हुआ सम्मानित
वैमानिकी अभियांत्रिकी इलेक्ट्रॉनिकी शाखा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए एयर वाईस मार्शल रिखी ट्रॉफी भी पुरस्कार स्वरूप दी गई। इस अवसर पर एयरमार्शल जगजीत सिंह वि.से.मे. ने फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल के परिवार को भी सम्मानित किया।
परेड़ के मुख्यातिथि व निरिक्षण अधिकारी एयरमार्शल जगजीत सिंह विशिष्ट सेवा मैडल थे। इस समारोह में फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल को संयुक्त मैरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए उपराष्ट्रपति स्वॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई।
परिवार हुआ सम्मानित
वैमानिकी अभियांत्रिकी इलेक्ट्रॉनिकी शाखा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए एयर वाईस मार्शल रिखी ट्रॉफी भी पुरस्कार स्वरूप दी गई। इस अवसर पर एयरमार्शल जगजीत सिंह वि.से.मे. ने फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल के परिवार को भी सम्मानित किया।
जीएन कॉलेज में हुआ एप्टीट्यूड टेस्ट
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली में शुक्रवार को गणित विभाग द्वारा एप्टीट्यूड टैस्ट (अभिरूचि प्रतियोगिता) आयोजित किया गया। जिसमें गणित के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में जसप्रीत सिंह बीए प्रथम वर्ष प्रथम,रोहित गुप्ता बीए प्रथम वर्ष तथा हरप्रीत ङ्क्षसह बीए द्वितीय, हरमन ङ्क्षसह बीए तृतीय व काजल बीए तृतीय द्वितीय रहे। कार्यक्रम में प्रिंसीपल डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, प्रो. शिल्पा अरोड़ा, अर्चना ग्रोवर, दीपिका तथा ज्योति उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को दी एयरक्राफ्ट सरंचना की जानकारी
डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनसीसी एयरविंग कैडट्स की वायुयान उड़ान के सिद्धांत की कक्षा के दौरान नम्बर एक हरियाणा एयरस्वकाड्रन एनसीसी हिसार के जूनियर वारन्ट ऑफिसर भूपेश, राजेश ने एयरक्राफ्ट की सरंचना , ईंजन के डिजायन तथा ईंजन की कार्य पद्धति के बारे में जानकारी दी। विमान के उतरने व उड़ते समय फलाईंग कंट्रोलर के इस्तेमाल के बारे में भी बताया। एनसीसी अधिकारी सत्यापाल जोशी तथा प्रिंसीपल प्रवीण गौड़ ने बताया कि इस तरह की ट्रेनिंग तथा मोटिवेशन के द्वारा विद्यार्थियों को भविष्य में ऑफिसर कैडर में भर्ती होने में सहायता मिलती है।
एचडीएफसी बैंक की शाखा में लगा शिविर, 64 ने किया रक्तदान
डबवाली (लहू की लौ) एचडीएफसी बैंक की डबवाली शाखा में शुक्रवार को रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। जिसमें 64 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। शाखा प्रबंधक रवि कक्कड़ के सानिध्य में लगे शिविर में एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बतौर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। ज्योति प्रज्जवलित करके चतुर्थ रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। बैंक की ऑपरेशन टीम के प्रभारी कुलविंद्र सिंह एवं कर्ण कुमार ने बताया रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। पंडित भगवत दयाल शर्मा पीजीआई रोहतक के ब्लड बैंक से डॉ. नरेश के नेतृत्व में 13 सदस्यीय सहयोगी टीम ने रक्त प्राप्त किया।
हर माह तीन ने गंवाई जान
यातायात नियमों का ज्ञान न होने तथा लापरवाही बन रही हादसों का कारण
डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों के प्रति ज्ञान न होने से सड़क दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले दस वर्ष के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो इस वर्ष डबवाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। दुर्घटना में हर माह तीन लोगों की जान गई है। जबकि घायल लोगों का आंकड़ा भी यही रहा है। शहर थाना डबवाली क्षेत्र में इस वर्ष 44 हादसे हुये हैं। जिनमें से बीस हादसे जानलेवा साबित हुये। सदर थाना डबवाली क्षेत्र में कुल 20 हादसे हुये। जिनमें से 10 हादसों में जान गई। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर पुलिस मुहिम छेडऩे जा रही है। यातायात नियमों के बारे में स्कूली बच्चों को जागरूक किया जायेगा।
शहर थाना डबवाली क्षेत्र में हादसे
साल हादसे (जिनमें जान गई) घायल
2005 10 14
2006 18 21
2007 14 11
2008 08 24
2009 19 08
2010 09 14
2011 09 10
2012 11 19
2013 11 22
2014 20 22
स्पीड लिमिट पर ध्यान दें : अक्सर जल्दी के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। युवा सड़क को रेसिंग ट्रेक समझकर दोपहिया या फिर चार पहिया वाहन भगाते हैं। लेकिन इस बारे में भी गति सीमा निर्धारित हैं।
वाहन का प्रयोग राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य राजमार्ग अन्य मुख्य सड़कें
(किमी/घंटा) (किमी/घंटा) (किमी/घंटा)
बस/ट्रक 65 65 60
कार/जीप 90 80 70
मोटरसाईकिल 50 50 45
एक पहलू यह भी : यदि आप किसी बारात, सैनिक या पुलिस मार्च या कामगारों के सड़क पर मरम्मत कार्य में लगे होने के दौरान गुजर रहे हैं, तो आपकी गति 25 किमी. प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिये। (स्त्रोत : हरियाणा पुलिस)
सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में तथ्य
1. विश्व में प्रतिवर्ष 13 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। 2. 90 प्रतिशत सड़क हादसे भारत जैसे विकासशील देशों में होते हैं। 3. विश्व में युवा जनसंख्या में मृत्यु का यह सबसे बड़ा कारण है। 4. सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रही हैं। 5. भारत का सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में दुनियां में पहला स्थान है। 6. भारत में प्रति घंटा में 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसका अर्थ है कि 360 लोग प्रतिदिन शाम को घर नहीं पहुंचते हैं। 7. मृतकों में 85 प्रतिशत लोग परिवार के मुखिया हैं, जो परिवार की रोजी रोटी चलाते हैं। 8. सड़क हादसों में शिकार 70 प्रतिशत लोग, 30 से 59 वर्ष की आयु से संबंधित हैं। 10. पूरे विश्व में सड़क हादसों में मरने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक पैदल चलने वाले साईकिल सवार या दो पहिया वाहन सवार हैं।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार का आंकड़ा
ड्राईवरों की लापरवाही व गलत दृष्टिकोण ही 81 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं के लिये एकमात्र जिम्मेदार कारण है। इसी कारण 82 प्रतिशत लोग घायल होते हैं व 76 प्रतिशत लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।
लापरवाही के मुख्य कारण
शराब पीकर वाहन चलाना, तेज रफ्तार, उतावलापन, गति सीमा को तोडऩा, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना, ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करना, तेज गति से ओवरटेक करना, वाहनों को ओवरलोड व सड़कों की दुर्दशा।
डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों के प्रति ज्ञान न होने से सड़क दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले दस वर्ष के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो इस वर्ष डबवाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। दुर्घटना में हर माह तीन लोगों की जान गई है। जबकि घायल लोगों का आंकड़ा भी यही रहा है। शहर थाना डबवाली क्षेत्र में इस वर्ष 44 हादसे हुये हैं। जिनमें से बीस हादसे जानलेवा साबित हुये। सदर थाना डबवाली क्षेत्र में कुल 20 हादसे हुये। जिनमें से 10 हादसों में जान गई। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर पुलिस मुहिम छेडऩे जा रही है। यातायात नियमों के बारे में स्कूली बच्चों को जागरूक किया जायेगा।
शहर थाना डबवाली क्षेत्र में हादसे
साल हादसे (जिनमें जान गई) घायल
2005 10 14
2006 18 21
2007 14 11
2008 08 24
2009 19 08
2010 09 14
2011 09 10
2012 11 19
2013 11 22
2014 20 22
स्पीड लिमिट पर ध्यान दें : अक्सर जल्दी के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। युवा सड़क को रेसिंग ट्रेक समझकर दोपहिया या फिर चार पहिया वाहन भगाते हैं। लेकिन इस बारे में भी गति सीमा निर्धारित हैं।
वाहन का प्रयोग राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य राजमार्ग अन्य मुख्य सड़कें
(किमी/घंटा) (किमी/घंटा) (किमी/घंटा)
बस/ट्रक 65 65 60
कार/जीप 90 80 70
मोटरसाईकिल 50 50 45
एक पहलू यह भी : यदि आप किसी बारात, सैनिक या पुलिस मार्च या कामगारों के सड़क पर मरम्मत कार्य में लगे होने के दौरान गुजर रहे हैं, तो आपकी गति 25 किमी. प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिये। (स्त्रोत : हरियाणा पुलिस)
सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में तथ्य
1. विश्व में प्रतिवर्ष 13 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। 2. 90 प्रतिशत सड़क हादसे भारत जैसे विकासशील देशों में होते हैं। 3. विश्व में युवा जनसंख्या में मृत्यु का यह सबसे बड़ा कारण है। 4. सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रही हैं। 5. भारत का सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में दुनियां में पहला स्थान है। 6. भारत में प्रति घंटा में 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसका अर्थ है कि 360 लोग प्रतिदिन शाम को घर नहीं पहुंचते हैं। 7. मृतकों में 85 प्रतिशत लोग परिवार के मुखिया हैं, जो परिवार की रोजी रोटी चलाते हैं। 8. सड़क हादसों में शिकार 70 प्रतिशत लोग, 30 से 59 वर्ष की आयु से संबंधित हैं। 10. पूरे विश्व में सड़क हादसों में मरने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक पैदल चलने वाले साईकिल सवार या दो पहिया वाहन सवार हैं।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार का आंकड़ा
ड्राईवरों की लापरवाही व गलत दृष्टिकोण ही 81 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं के लिये एकमात्र जिम्मेदार कारण है। इसी कारण 82 प्रतिशत लोग घायल होते हैं व 76 प्रतिशत लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।
लापरवाही के मुख्य कारण
शराब पीकर वाहन चलाना, तेज रफ्तार, उतावलापन, गति सीमा को तोडऩा, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना, ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करना, तेज गति से ओवरटेक करना, वाहनों को ओवरलोड व सड़कों की दुर्दशा।
बरसी से तीन दिन पहले तारीख मुआवजे के लिये होगी बहस
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड को अब तक दुनियां का सबसे भयानक अग्निकांड माना गया है। जिसने शहर की एक प्रतिशत आबादी को लील लिया। उन्नीस वर्षों से चला रहा अग्निकांड पीडि़तों का संघर्ष अभी तक जारी है। मुआवजे की लड़ाई में बेशक सरकार अपने कोटे का पैसा देकर निकल गई हो। लेकिन एक निजी संस्थान अब भी अग्निकांड पीडि़तों को कोर्ट की तारीखें भुगतने के लिये मजबूर कर रहा है। मामले में इस बार सुनवाई अग्निकांड की 19वीं बरसी से ठीक तीन दिन पहले होनी है।
क्या हुआ था
23 दिसम्बर 1995 को चौटाला रोड़ पर स्थित राजीव मैरिज पैलेस (अब अग्निकांड स्मारक स्थल) में डीएवी स्कूल डबवाली का वार्षिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान 1 बजकर 47 मिनट पर बिजली शॉर्ट सर्किट से पंडाल के गेट से लगी आग ने देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में 442 लोगों को लील लिया। जिसमें 36 व्यस्क, 258 स्कूली बच्चे और 125 घरेलू महिलाएं व 13 अन्य थे। जबकि 88 लोग घायल हुए थे। इस कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों ने भाग लिया था। आग से झुलसे लोगों में से 30 ऐसे लोग हैं, जिनके अंग भंग हो गए।
जारी है मुआवजे की जंग
साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा। अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो अग्निकांड पीडि़तों को संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया। उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चण्डीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा। मामला उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डबवाली को सौंप दिया गया। अदालत में मामला अभी भी विचाराधीन है। जिस पर 20-12-2014 को सुनवाई होनी है। डीएवी संस्थान की ओर चार करोड़ बकाया : अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि अदालत ने डीएवी संस्थान की ओर जो मुआवजा तय किया था, उसे पूर्ण रूप से भरने में संस्थान हिचकिचा रहा है। अभी तक चार करोड़ रूपये संस्थान की ओर बकाया हैं। जिसका विवाद अदालत में चल रहा है।
क्या हुआ था
23 दिसम्बर 1995 को चौटाला रोड़ पर स्थित राजीव मैरिज पैलेस (अब अग्निकांड स्मारक स्थल) में डीएवी स्कूल डबवाली का वार्षिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान 1 बजकर 47 मिनट पर बिजली शॉर्ट सर्किट से पंडाल के गेट से लगी आग ने देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में 442 लोगों को लील लिया। जिसमें 36 व्यस्क, 258 स्कूली बच्चे और 125 घरेलू महिलाएं व 13 अन्य थे। जबकि 88 लोग घायल हुए थे। इस कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों ने भाग लिया था। आग से झुलसे लोगों में से 30 ऐसे लोग हैं, जिनके अंग भंग हो गए।
जारी है मुआवजे की जंग
साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा। अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो अग्निकांड पीडि़तों को संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया। उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चण्डीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा। मामला उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डबवाली को सौंप दिया गया। अदालत में मामला अभी भी विचाराधीन है। जिस पर 20-12-2014 को सुनवाई होनी है। डीएवी संस्थान की ओर चार करोड़ बकाया : अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि अदालत ने डीएवी संस्थान की ओर जो मुआवजा तय किया था, उसे पूर्ण रूप से भरने में संस्थान हिचकिचा रहा है। अभी तक चार करोड़ रूपये संस्थान की ओर बकाया हैं। जिसका विवाद अदालत में चल रहा है।
दिल का दौरा पडऩे से ईएएसआई की मौत
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को चौटाला पुलिस चौकी में दिल का दौरा पडऩे से एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पुलिस ने डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों के हवाले कर दिया।
चौटाला पुलिस चौकी में ईएएसआई के पद पर कार्यरत जयनारायण (50) वीरवार को चौकी के एमएचसी रूम में चारपाई पर लेटा हुआ था। इसी दौरान वह नीचे गिर गया। कमरे में कुछ गिरने की आवाज सुनकर साथी कर्मचारी दौड़े। जमीन पर गिरे जयनारायण को संभाला। उपचार के लिये उसे अस्पताल में ले गये। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजस्थान के श्रीगंगानगर के गांव दौलतपुरा निवासी जयनारायण पुलिस लाईन सिरसा में रात्रि डयूटी पूरी करके वीरवार सुबह वापिस चौकी में लौटा था।
पहले भी हो चुकी है मौत
करीब एक साल पूर्व इसी पुलिस चौकी में कार्यरत एएसआई सतबीर सिंह की मौत भी दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई थी।
चौटाला चौकी इंचार्ज धन सिंह सोनी ने बताया कि ईएएसआई जयनारायण की मौत दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई है। दफा 174 सीआरपीसी के तहत शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
चौटाला पुलिस चौकी में ईएएसआई के पद पर कार्यरत जयनारायण (50) वीरवार को चौकी के एमएचसी रूम में चारपाई पर लेटा हुआ था। इसी दौरान वह नीचे गिर गया। कमरे में कुछ गिरने की आवाज सुनकर साथी कर्मचारी दौड़े। जमीन पर गिरे जयनारायण को संभाला। उपचार के लिये उसे अस्पताल में ले गये। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजस्थान के श्रीगंगानगर के गांव दौलतपुरा निवासी जयनारायण पुलिस लाईन सिरसा में रात्रि डयूटी पूरी करके वीरवार सुबह वापिस चौकी में लौटा था।
पहले भी हो चुकी है मौत
करीब एक साल पूर्व इसी पुलिस चौकी में कार्यरत एएसआई सतबीर सिंह की मौत भी दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई थी।
चौटाला चौकी इंचार्ज धन सिंह सोनी ने बताया कि ईएएसआई जयनारायण की मौत दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई है। दफा 174 सीआरपीसी के तहत शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
नशे में तहसील पहुंचा पटवारी, जांच के आदेश
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को एक पटवारी के नशे में तहसील पहुंचने पर हंगामा हो गया। जैसे ही शिकायत तहसीलदार के समक्ष पहुंची तो पूरा प्रशासनिक अमला पटवारी को बचाने में कूद गया। आनन-फानन में तहसील कर्मियों ने नशेड़ी पटवारी को उठाकर कार में फेंक लिया और फरार हो गये।
बुधवार को गांव अहमदपुर दारेवाला निवासी सुरेश कुमार ने तहसीलदार को शिकायत देकर कहा कि पटवारी रामसरूप कभी कभार गांव में पहुंचता है। वह जब भी डयूटी पर होता है, शराब के नशे में धुत्त होता है। काम की एवज में उनसे दस गुणा पैसे मांगता है। अभी भी यह पटवारी तहसील में शराब पीये हुये आया है। तहसीलदार मातू राम नेहरा ने नायब तहसीलदार छोटू राम भाकर को संबंधित पटवारी को काबू करने के लिये भेजा। नायब तहसीलदार मौका पर पहुंचते इससे पहले ही पटवारी हरपाल सिंह मांगेआना तथा तहसील कर्मी गजे सिंह फौरन बाहर आये। चारपाई पर अर्धनग्न अवस्था में लेटे पटवारी को जल्दबाजी में उठाया। पटवारी के खड़े होते ही नशे में उसके पैर लडख़ड़ाने लगे। दोनों ने नशेड़ी पटवारी को घसीटते हुये ई-दिशा केंद्र के बाहर खड़ी कार में डाल लिया और फरार हो गये।
नहीं मिला पटवारी
तहसीलदार के कहने पर मैं पटवारी को काबू करने के लिये गया था। लेकिन जब मैं मौका पर पहुंचा, उस समय पटवारी वहां नहीं था। -छोटू राम, नायब तहसीलदार, डबवाली
शिकायत मिली
पटवारी रामसरूप के नशे में धुत्त होकर कार्य करने की शिकायत मिली है। लेकिन पटवारी मौका पर नहीं मिला। पटवारी आज डयूटी पर था या नहीं, वह तहसील में किस कार्य के लिये आया था? यह जानने के लिये गोरीवाला सबतहसील के नायब तहसीलदार संजय चौधरी को पत्र भेजा गया है। शिकायतकर्ता तथा पटवारी के ब्यान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जायेगी। पटवारी का नशे में तहसील आना सरासर गलत है।
-मातू राम नेहरा
तहसीलदार, डबवाली
डयूटी पर था पटवारी
नायब तहसीलदार संजय चौधरी छुट्टी पर चल रहे हैं। पटवारी रामसरूप के पास लंबी, अहमदपुर दारेवाला तथा झुट्टीखेड़ा गांव हैं। वह आज डयूटी पर था। लेकिन किस कार्य के लिये वह तहसील में गया था, यह मालूम नहीं।
-मलकीत सिंह, कानूनगो
50 लाख की रूईं जलकर राख
राधा कृष्ण कॉटेक्स में आग पर चार घंटे में पाया काबू
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को गांव शेरगढ़ स्थित एक कॉटन फेक्टरी में आग लगने से लाखों रूपये की रूईं जलकर राख हो गई। मौका पर पहुंची नगर परिषद तथा मार्किट कमेटी डबवाली की चार फायर ब्रिगेड ने चार घंटों की कड़ी मशक्त के बाद आग पर काबू पाया।
चार घंटे में पाया काबू
शाम करीब 4 बजे वडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित कॉटन फेक्टरी राधा कृष्ण कोटेक्स प्राईवेट लिमिटेड में प्रेस मशीन चल रही थी। जिससे रूई प्रेस होने के बाद गांठ तैयार की जा रही थी। अचानक प्रेस के पट्टे में आग लग गई। मशीन पर कार्य कर रही लेबर में भगदड़ मच गई। लेबर ने इसकी जानकारी तुंरत फेक्टरी मालिक दीपक गोयल तथा दमकल केंद्र को दी। फायर ब्रिगेड पहुंचने से पहले लेबर ने खुद आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग भड़कती चली गई। सूचना मिलते ही नगर परिषद की तीन तथा मार्किट कमेटी की एक गाड़ी मौका पर पहुंची। तब तक आग फेक्टरी के चार बैरकों में फैल चुकी थी। भीतर जाने का मार्ग बंद होने पर कर्मचारी कर्म सिंह, बलवीर सिंह, कुलविंद्र सिंह, नंद लाल, विक्रम ने दीवारें तोड़कर आग बुझानी शुरू की। करीब चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद देर शाम को कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। सूचना पाकर मार्किट कमेटी सचिव हेतराम भी मौका पर पहुंचे। फेक्टरी मालिक दीपक गोयल ने बताया कि जिस समय आग लगी प्रेस मशीन चल रही थी। मशीन के पट्टे में आग लगी। जोकि बैरकों में पड़ी रूईं तक जा पहुंची। आग लगने के कारण करीब 500 क्विंटल रूई जल गई। जिसकी बाजार कीमत करीब 50 लाख रूपये है।
इनेलो के निशाने पर डेरा सच्चा सौदा
इनेलो नेता अभय चौटाला के बाद इनसो अध्यक्ष दिग्विजय ने निकाली भड़ास
डबवाली (लहू की लौ) इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बाद इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति करना बुरी बात नहीं है, परन्तु धर्म की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से लोगों की आस्था को चोट पहुंचती है। वीरवार को डबवाली क्षेत्र के ग्रामीण दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि धार्मिक संतों का कार्य अंधविश्वासों को मिटाते हुए समाज के उत्थान के लिए के लिए काम करना है न कि राजनीति करना। धर्म की आड़ में राजनीति करना न केवल जनता के साथ धोखा है बल्कि करोड़ों लोगों के विश्वास पर भी ठेस पहुंचती है।
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि हमारे में समाज में धार्मिक संतों व गुरूओं ने एक नई दिशा है परंतु अब धर्म के नाम पर कुछ संत ढोंग कर रहे हैं। उनका असली मकसद समाज हित अथवा अध्यात्म नहीं बल्कि निजी स्वार्थों की पूर्ति करना है। उन्होंने कहा कि संत समाज मे फैली बुराईयों, कन्या भ्रुण हत्या, दहेज हत्या रोकने व नारी शिक्षा को बढ़ावा देने सहित अन्य गतिविधियों में हिस्सा लें, इससे समाज के लोगों का धार्मिक संतों की विश्वास अधिक बढ़ेगा। संत समाज में फैले अंधविश्वास को मिटाएं और लोगों को जागरूक करें। यदि किसी को राजनीति करनी है तो वे राजनीतिक दल बनाएं और चुनाव लड़ें।
दिग्विजय चौटाला ने आज डबवाली विधानसभा हलका के गांव सालमखेड़ा, जंडवाला जाटान, किंगरे, मलिकपुरा, रामपुरा बिश्रोइयां, रामगढ, रत्ताखेड़ा, राजपुरा, घुकांवाली आदि गांवों का दौरा कर नैना सिंह चौटाला को विजयी बनाने पर आभार व्यक्त किया। दिग्विजय ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में नहीं हैं, परंतु वे युवाओं को रोजगार दिलवाने की उन्हें हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो की सरकार न बनने पर कार्यकत्र्ता निराश होने की बजाय एकबार फिर एकजुट होकर संघर्ष करें ताकि अगली बार चौ. आमप्रकाश चौटाला को सी.एम. बनवा सकें। इसके अलावा दिग्विजय ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से कार्य किया जाएगा। इस दौरान दिग्विजय ने गांवों में लोगों की समस्याएं भी सुनी व उनका जल्द हल करवाने की बात कही। इस मौके पर संदीप सिंह गंगा, सर्वजीत मसीतां, मंदर सरां, हसंराज, अवतार मल्हान, बलविन्द्र सरां, दर्शन सिंह मौजूद रहे।
भाजपा को समर्थन देने पर विवाद
बता दें कि विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा ने सरेआम भाजपा का समर्थन किया था। तभी से अपनी हार के लिये इनेलो डेरा प्रमुख को जिम्मेवार मान रही है। डेरा प्रमुख लगातार इनेलो के निशाने पर चल रहे हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बाद इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ग्रामीण दौरे पर डेरा प्रमुख का नाम लिये बगैर आग उगल रहे हैं।
प्रतिबंधित नशीली दवा के साथ एक गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए सिरसा पुलिस ने एक व्यक्ति को प्रतिबंधित नशीली दवाई की 35 शीशी व 1 किलो 300 ग्राम चूरापोस्त के साथ गांव ओढां क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान विजय पुत्र जमेदर निवासी ओढां के रूप में हुई है।
मामले के जांच अधिकारी सीआईए स्टाफ के उपनिरीक्षक छाजूराम ने बताया कि गश्त व चैकिंग के दौरान आरोपी को नशीली दवाई व चूरापोस्त के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान दवाई व चूरापोस्त सप्लायर का नाम-पता मालूम कर दोनों के विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के तहत ओढां थाना में मामला दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी है।
मामले के जांच अधिकारी सीआईए स्टाफ के उपनिरीक्षक छाजूराम ने बताया कि गश्त व चैकिंग के दौरान आरोपी को नशीली दवाई व चूरापोस्त के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान दवाई व चूरापोस्त सप्लायर का नाम-पता मालूम कर दोनों के विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के तहत ओढां थाना में मामला दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी है।
दोस्तों की कारगुजारी की सजा, तीन साल बाद सलाखों के पीछे
पुलिस से बचने के लिये बीकानेर तथा गुडग़ांव में रहा
डबवाली (लहू की लौ) लूट की वारदात के लिये चार दोस्तों को अपनी कार मुहैया करवाने वाला भगौड़ा करार आरोपी तीन साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध एक ओर मामला दर्ज किया है। वीरवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
वरना पर दिया था वारदात को अंजाम
वर्ष 2011 में वरना कार सवार चार युवकों ने पन्नीवाला मोटा स्थित एक पेट्रोल पंप पर तेजधार हथियार दिखाकर 95 हजार रूपये लूट लिये थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग की गई वरना गाड़ी गांव कालूआना निवासी संदीप कुमार की होनी बताई थी। जिस पर पुलिस ने संदीप के खिलाफ दफा 120-बी के तहत मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी। लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आया। मुखबरी के आधार पर सीआईए डबवाली ने बुधवार शाम को संदीप को गांव चौटाला से काबू कर लिया। पुलिस के अनुसार वह अपने किसी परिचित से मिलने के लिये चौटाला में आया था और बस से उतरा था।
एक दिन का रिमांड लिया
सीआईए डबवाली के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि 15 नवंबर 2012 को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने भगौड़ा घोषित किया था। पुलिस से छुपने के लिये संदीप बीकानेर तथा गुडग़ांव में ठिकाने बदलता रहा। आरोपी के विरुद्ध भादंसं की धारा 174-ए के तहत थाना ओढां में मामला दर्ज किया गया है। वीरवार को उसे न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस वारदात में प्रयोग हुई वरना गाड़ी बरामद करने का प्रयास करेगी।
डबवाली (लहू की लौ) लूट की वारदात के लिये चार दोस्तों को अपनी कार मुहैया करवाने वाला भगौड़ा करार आरोपी तीन साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध एक ओर मामला दर्ज किया है। वीरवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
वरना पर दिया था वारदात को अंजाम
वर्ष 2011 में वरना कार सवार चार युवकों ने पन्नीवाला मोटा स्थित एक पेट्रोल पंप पर तेजधार हथियार दिखाकर 95 हजार रूपये लूट लिये थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग की गई वरना गाड़ी गांव कालूआना निवासी संदीप कुमार की होनी बताई थी। जिस पर पुलिस ने संदीप के खिलाफ दफा 120-बी के तहत मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी। लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आया। मुखबरी के आधार पर सीआईए डबवाली ने बुधवार शाम को संदीप को गांव चौटाला से काबू कर लिया। पुलिस के अनुसार वह अपने किसी परिचित से मिलने के लिये चौटाला में आया था और बस से उतरा था।
एक दिन का रिमांड लिया
सीआईए डबवाली के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि 15 नवंबर 2012 को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने भगौड़ा घोषित किया था। पुलिस से छुपने के लिये संदीप बीकानेर तथा गुडग़ांव में ठिकाने बदलता रहा। आरोपी के विरुद्ध भादंसं की धारा 174-ए के तहत थाना ओढां में मामला दर्ज किया गया है। वीरवार को उसे न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस वारदात में प्रयोग हुई वरना गाड़ी बरामद करने का प्रयास करेगी।
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